शुक्रवार, 9 सितंबर 2011

नरक बन गईं बस्तियां ,,शहर की सड़कों की हालत अत्यंत दयनीय


नरक बन गईं बस्तियां ,,शहर की सड़कों की हालत अत्यंत दयनीय


बाड़मेर। लगातार बारिश के चलते शहर की सड़कों की हालत अत्यंत दयनीय हो गई है। सड़कें न तो पैदल चलने लायक बची है, न ही वाहनों के चलने लायक हालात है। नगरपालिका प्रशासन पूरी तरह से नाकारा हो गया है। हालात बद से बदतर हो गए हैं और इन बदतर हालात से त्रस्त आम आदमी की सुध लेने वाला कोई नहीं दिखता।

शहर की मुख्य सड़कें, मुख्य चौराहे, यहां तक कि शहर की वी आई पी कॉलोनी ऑफिसर कॉलोनी जिसमें जिला कलक्टर, अतिरिक्त जिला कलक्टर, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सहित तमाम बड़े अफसरों व कर्मचारियों के आवास है, बदहाल स्थिति में है। जब इनके ही हाल बदहाल है तो आमजन की स्थिति क्या होगी, यह सोचा जा सकता है। शहर के मुख्य चौराहे शहीद सर्किल की स्थिति यह है कि सड़क पूरी तरह से उखड़ गई है और उसमें असंख्य गड्ढे हो गए हैं।

डिवाइडर पर वाहन चलते हैं। हाइवे होने के कारण यहां पर भारी वाहन चलते हैं और दुपहिया वाहन चालकों के गिरने व उठने और चोटिल होने के वाकए आम हो गए हैं। हाइवे पर ही चामुण्डा माता मंदिर के पास सड़क पर पानी का तालाब बना हुआ है। सीमेण्टेड सड़क का अस्तित्व भी मिट गया है। निर्माणाधीन सड़कों के बारे में कुछ कहने की ही जरूरत नहीं है। कुल मिलाकर हालत इतनी बुरी हो गई है कि आम आदमी का जीना ही दुश्वार हो गया हैं।

सब कुछ भगवान भरोसे
शहर की बिगड़ी हालत के आगे पूरा तंत्र लाचार हो गया दिखता है। कोई भी इसे सुधारने की कोशिश करता नहीं दिखता। एक तरह से यह मान लिया गया है कि जब बरसात बंद होगी, तब स्थिति अपने आप ठीक हो जाएगी। ऎसे में पूरा शहर भगवान भरोसे हो गया है। जिम्मेदार विभाग नगरपालिका से लेकर जिला प्रशासन तक सब हाथ पर हाथ धरे बैठे हुए हैं और शायद बरसात के बंद होने व मौसम साफ होने की राह देख रहे हैं।

नरक बन गईं बस्तियां
शहर की कच्ची बस्तियां तो नरक बन गई है। बस्तियों को ऎसा कोई गलियारा नहीं है, जहां दुर्गन्ध व भारी मात्रा में कीचड़ नहीं हो। इस स्थिति में बीमारियों की फैलने का गंभीर खतरा उत्पन्न हो गया है। सड़कों व गड्ढ़ों में पानी के लगातार जमाव होने के कारण मच्छर ही मच्छर हो गए हैं। इन हालात से निपटने के लिए कोई तैयार नहीं दिख रहा है।

अजमल जी रा कंवरा म्हारो हैलो सुणोजी रामापीर...



अजमल जी रा कंवरा म्हारो हैलो सुणोजी रामापीर...


बालोतरा ‘म्हारो हैलो सुणोजी रामापीर’ गाते हुए श्रद्धालुओं के मन में दर्शनों की ललक, बादलों की लुका-छुपी के बीच श्रद्धालुओं से खचाखच भरी गलियां, बाबा के जयकारे लगाते लोगों के बाबा रामसा पीर के दरबार की तरफ बढ़ते कदम। ऐसा ही भक्तिपूर्ण नजारा था बिठूजा स्थित मंदिर में आयोजित बाबा रामदेवजी के मेले का। बुधवार को सैकड़ों श्रद्धालुओं ने बाबा के दरबार में मत्था टेका व मन्नतें मांगी। बालोतरा, सिवाना, पचपदरा समेत विभिन्न गांवों के कोने-कोने से आए भक्तों ने बाबा रामदेव के दर्शन किए। अलसुबह ही महिला श्रद्धालुओं की लंबी कतार लग गई। रात को मंदिर रोशनी से नहा चुका था। बाबा रामदेव के दर्शनों के बाद मेले का आनंद भी कम नहीं था।

इस बार बाबा के दरबार को भव्य रूप से सजाया गया है। बाबा रामदेव मंदिर में श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरित किया गया। इस दौरान विभिन्न संगठनों से जुड़े लोगों ने श्रद्धालुओं के लिए छाया,पानी की व्यवस्था की गई। मंदिर में दिनभर श्रद्धालुओं का आने का क्रम जारी रहा। यहां बाबा के दरबार में धोक लगाकर भक्तों ने मन्नते मांगी। इससे पूर्व मंगलवार की रात बाबा के दरबार में हुए जागरण में श्रद्धालुओं जन सैलाब उमड़ा। देर रात तक भक्तिरस की सरिता बही। बाबा के दरबार में दीपक जलाने का दौर जारी रहा। श्रद्धालु भैरूलाल डागा ने बताया कि देवझूलनी एकादशी को प्रात: वेला मे ं बाबा रामदेव की प्रतिमा का सरिता एक्सपोर्ट परिवार की ओर से वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पंचामृत से अभिषेक किया गया। वहीं बाबा रामदेव, डाली बाई व बालकनाथ मंदिर पर जयंतीलाल अशोक कुमार लूंकड़ की ओर से वस्त्राभूषण व शृंगार का लाभ लिया गया। उन्होंने बताया कि सावन व भादवा माह में रामदेवरा जाने वाले पैदल यात्रियों के लिए प्रसादी का लाभ हापूराम जेराराम चौधरी परिवार आसोतरा वालों की ओर से लिया गया। कलाकार विजयराज भाटी व नारायण माजीराणा की ओर से सुमधुर भजनों की प्रस्तुतियां दी गई । उन्होंने बताया कि एकादशी को सुरेश जीरावला, मंगलसिंह देवड़ा, शंकरलाल आंजणा, अनिल बांठिया, राजू डागा, डूंगरचंद सालेचा व नरेश भंडारी सहित कई श्रद्धालुओं ने 1 फीट लंबी ध्वजा की पूजा कर मंदिर शिखर पर प्रतिष्ठापित किया। इस दो दिवसीय मेले के अवसर पर मंदिर परिसर को आकर्षक रोशनी व फूलमालाओं से सजाया गया।

यहां भी उमड़े श्रद्धालु : इसी प्रकार लालाना ग्राम पंचायत के राजस्व गांव कूम्पावास स्थित रामदेवजी की बेरी पर दशमी व एकादशी के दिन बाबा रामदेव के दर्शनार्थ श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही जिससे मंदिर में दिन भर मेले सा माहौल बना रहा। श्रद्धालु पुखराज माली ने बताया कि आसोतरा, टापराम, बुड़ीवाड़ा, जागसा, जसोल आदि क्षेत्रों से आए कई पैदल श्रद्धालुओं ने बाबा की बेरी पर स्नानादि कर पूजा व आरती में भाग लिया। एकादशी के दिन मंदिर परिसर में दिन भर धार्मिक सत्संग के कार्यक्रम चलते रहे। इस दौरान मंदिर परिसर की आकर्षक रोशनी से सजावट भी की गई।

धूमधाम से निकली ठाकुरजी की सवारी

धूमधाम से निकली ठाकुरजी की सवारी

बालोतरा देवझूलनी एकादशी पर गुरुवार को लूणी नदी के तट पर मेला भरा। एकादशी पर शहर के विभिन्न मंदिरों से गाजे-बाजे के साथ देवी-देवताओं की प्रतिमाओं से सजी रेवाडिय़ां निकाली गईं। रेवाड़ी जिधर से निकली श्रद्धालु पीछे हो लिए। भक्ति गीतों पर नाचते-गाते श्रद्धालुओं व जयकारों से माहौल भक्तिमय हो गया।

शाम 4 बजे रुघनाथजी का मंदिर से होती हुई रेवाड़ी लक्ष्मी मंदिर, लालजी का मंदिर, सैनजी महाराज का मंदिर, वनु माता मंदिर, सदर बाजार होते हुए लूणी नदी के तट पर स्थित वृंदावन उद्यान पहुंची जहां पर इन रेवाडिय़ों को श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ रखा गया। यहां से इन प्रतिमाओं को स्नान करवाकर पुन: मंदिर परिसर में लाया गया। मंदिरों में देवी-देवताओं की आरती कर भोग लगाकर श्रद्धालुओं में प्रसादी का वितरण किया गया।

जसोल. देवझूलनी एकादशी के उपलक्ष्य में गुरुवार को स्थानीय नयापुरा स्थित नर्मदेश्वर तालाब के किनारे मेले का आयोजन किया गया। कस्बे के सभी मंदिरों से गाजे-बाजे के साथ देव प्रतिमाओं से सजी-धजी रेवाडिय़ां निकाली गई। शाम चार बजे रामद्वारा स्थित मंदिर से गाजे-बाजे व भजन मंडली के साथ रेवाड़ी रवाना हुई। कस्बे के विभिन्न मंदिरों से देवी-देवताओं की प्रतिमाओं से सजी रेवाडिय़ों को स्थानीय नर्मदेश्वर तालाब के किनारे श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ रखा गया। तालाब पर मूर्तियों को विधिविधान के साथ शाही स्नान स्नान करवाने के बाद रेवाडिय़ों को भजन मंडलियों के साथ पुन: मंदिरों में पहुंचाया गया।

पचपदरा. स्थानीय हनुमान मंदिर, रुघनाथ मंदिर व चारभुजा मंदिर से देवी-देवताओं की प्रतिमाओं को श्रृंगारित कर ठाकुरजी की रेवाड़ी निकाली गई। रेवाड़ी भगवान के जयकारों के साथ तहसील मार्ग, भारत माता चौक व मुख्य बाजार से होते हुए नगर के रामघाट में स्थित नरसिंग द्वार लाई गई। यहां पर पुजारियों की ओर से जल लाकर देवी-देवताओं की प्रतिमाओं को स्नान करवाकर मंगल आरती उतारी गई। ठाकुरजी को भोग लगाकर प्रसादी का वितरण किया गया। देवझूलनी एकादशी के अवसर पर निकली रेवाड़ी में कस्बे सहित आस-पास के क्षेत्रों से आए कई श्रद्धालु उपस्थित थे। श्रद्धालुओं ने मंदिर में पूजा-- अर्चना कर सीताराम महाराज से आशीर्वाद भी प्राप्त किया।

रमणिया. क्षेत्र के रमणिया, काठाड़ी, मोकलसर सहित आस-पास के क्षेत्रों में गुरुवार को देवझूलनी एकादशी के अवसर पर ठाकुरद्वारे से भगवान कृष्ण की रैली निकाली गई। गाजे-बाजे व ढोल-ढमाकों के साथ निकली रेवाड़ी के दौरान सैकड़ों की संख्या में उपस्थित श्रद्धालु जय कन्हैयालाल की हाथी-घोड़ा पालकी के जयकारे लगाते हुए चल रहे थे। ठाकुदद्वारे से पैच का चौक में ठाकुरजी को स्नान करवाकर जुलूस के साथ ठाकुरद्वारे पहुंचाया गया। इस दौरान श्रद्धालुओं की ओर से फल व मतीरे के बीजों का ठाकुरजी को भोग लगाया गया।

सिवाना. देवझूलनी एकादशी के अवसर पर कस्बे सहित आस-पास के ग्रामीण क्षेत्रों में श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही। कस्बे सहित पादरु व मेली गांव में देवी-देवताओं की प्रतिमाओं को शृंगार कर रेवाड़ी का आयोजन किया गया। कस्बे में निकाली गई रेवाड़ी मुख्य बाजार, बस स्टैंड, गांधी चौक होते हुए आशापुरा मंदिर पहुंची। इस दौरान ग्रामीण धार्मिक गीतों पर झूमते-गाते भगवान के जयकारे लगाते हुए चल रहे थे। इस दौरान श्रद्धालुओं ने गायों को हरा चारा व गुड़ खिलाकर धार्मिक कार्य भी किए।

समदड़ी. कस्बे सहित आस-पास के क्षेत्रों देवझूलनी एकादशी के अवसर पर विभिन्न मंदिरों से श्रंगारित देवी-देवताओं की प्रतिमा निकाली गई। रेवाड़ी निकालने के दौरान श्रद्धालु भजन की धुनों पर नाचते-गाते भगवान के जयकारे लगाते हुए चल रहे थे। इस के बाद तालाब पर भगवान की प्रतिमाओं को स्नान करवाकर पुन: मंदिर परिसर लाया गया जहां भगवान को भोग चढ़ाया गया। इस दौरान सिलोर स्थित तालाब व करमावास के गवई तालाब पर भाई-बहनों ने समंदर हिलोरे।

पाटोदी. कस्बे में देवझूलनी एकादशी पर विभिन्न मंदिरों से देवी-देवताओं की श्रृंगारित प्रतिमाओं की रेवाड़ी निकाली गई। रेवाड़ी शाम 6 बजे ठाकुरजी के मंदिर से मैन बाजार होते हुए गाजे-बाजे के साथ तालाब पर पहुंची जहां पर भगवान को स्नान करवाया गया। इसके बाद प्रतिमाओं को पुन: मंदिर लाया गया जहां पर भगवान को भोग लगाकर श्रद्धालुओं में प्रसादी का वितरण किया गया।

एमएलए ने खरीदी आधा किलो चाय

एमएलए ने खरीदी आधा किलो चाय
बाड़मेर राशन की दुकानों पर उपभोक्ताओं को अब चाय व नमक भी मिलेगा। खाद्य विभाग के अधीन कार्यरत आपूर्ति निगम एवं उपभोक्ताओं को गुणात्मक खाद्य सामग्री सस्ती दर पर उपलब्ध करवाने की महत्व कांक्षी योजना प्रारंभ की गई है। चाय की बिक्री की घोषणा के बाद विधायक मेवाराम जैन ने आधा किलो चाय का पैकेट खरीद योजना जारी की । जिला रसद अधिकारी उम्मेद सिंह पूनिया ने बताया कि योजना के तहत प्रारंभ में आयोडीन युक्त नमक एवं चाय की बिक्री शुरू की गई है।

इसके लिए गुरुवार को महावीर टाउन हॉल में जिले की चार पंचायत समिति धोरीमन्ना, शिव, चौहटन एवं बाड़मेर शहर के 400 उचित मूल्य दुकानदारों की बैठक आयोजित हुई। बैठक में डीलर्स को चाय-नमक जैसे नोन-पीडीएस आइटम पूरे माह के दौरान विक्रय करने के लिए प्रशिक्षित किया गया।

बैठक में विधायक मेवाराम जैन ने राज ब्रांड की चाय 140 रुपए प्रति किलो के हिसाब से बिक्री के लिए औपचारिक रूप से लांच किया। इस अवसर पर नोन-पीडीएस आइटम के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी । बैठक में उचित मूल्य दुकानदारों पर लगाई जाने वाली सूचनाओं की फ्लेक्स शीट को भी सार्वजनिक किया गया।

विधायक ने चाय को लांच करते ही सबसे पहले 500 ग्राम चाय 70 रुपए में नकद खरीद कर राज ब्रांड चाय के जिले में प्रथम उपभोक्ता बने। इसी तरह उपभोक्ताओं के लिए उचित मूल्य की दुकानों के माध्यम से पांच रुपए प्रति किलोग्राम दर से आयोडीन युक्त नमक भी विक्रय करना प्रारंभ कर दिया है। गत दो वर्ष से जिले में आम उपभोक्ताओं को गुणात्मक वस्तुएं उपलब्ध हो इसके लिए शुद्ध के लिए युद्ध अभियान चलाया जा रहा है। एक साथ एक उपभोक्ता तीन किलो चाय एवं तीन किलो नमक उचित मूल्य दुकानों के माध्यम से खरीद सकता है।

हर खेल में उभर कर आईं प्रतिभाएं 56 वीं जिला स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिताओं का समापन












हर खेल में उभर कर आईं प्रतिभाएं

56 वीं जिला स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिताओं का समापन


बाड़मेर 56वीं जिला स्तरीय टेबल टेनिस, लान टेनिस एवं बैडमिंटन प्रतियोगिता का समापन समारोह गुरुवार को मुल्तानमल भीखचंद छाजेड़ राउमावि गांधी चौक में हुआ। समारोह के मुख्य अतिथि भामाशाह पारस मेहता ने कहा श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी जिले की प्रतिभा है। अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी महेंद्र कुमार शर्मा ने अध्यक्षता करते हुए कहा खेल को हमेशा सकारात्मक सोच से खेलना चाहिए। छात्र जसराज चंदेल, दिलीप सिंह रणधा ने विदाई गीत प्रस्तुत किया व संचालन ओम जोशी ने किया।

परिणाम

टेबल टेनिस : (17) वर्ष छात्र वर्ग में हर्ष चौधरी प्रथम, पुखराज द्वितीय स्थान पर रहा। दोनों छात्र उदयन मावि बाड़मेर है। तृतीय स्थान पर आयुष अग्रसेन उमावि बालोतरा रही। इसी प्रकार (19)वर्ष छात्र वर्ग में नवकार उमावि बालोतरा के रामप्रकाश प्रथम, अग्रसेन उमावि बालोतरा के कन्हैयालाल द्वितीय, विकास नवकार उमावि बालोतरा का विकास रहा। लान टेनिस (17) वर्ष छात्र वर्ग में गुरुकुल विद्या मंदिर बालोतरा प्रथम, राउमावि कनाना द्वितीय एवं रामावि बिठूजा तीसरे स्थान पर रही। इसी प्रकार (19) वर्ष छात्र वर्ग में राउमावि बालोतरा प्रथम, राउमावि कनारा द्वितीय एवं रामावि खेड़ तीसरे स्थान पर रहा।

बैडमिंटन : एकल प्रतियोगिता में निर्मल प्रथम, निखिल द्वितीय रहे। इसी प्रकार दलीय स्पर्धा में बैडमिंटन में राउमावि सिवाना प्रथम, बालोतरा द्वितीय रही।दलीय स्पर्धा की टेबल टेनिस (17) वर्षीय दलीय स्पर्धा में नवकार उमावि बालोतरा ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।

मुकेश आचार्य नरेंद्र परिहार, रमेश जांगिड़, मनोज जोशी एवं बाबूलाल सुरतानिया, कांतिलाल दवे की सेवाएं सराहनीय रही। संचालन ओमप्रकाश जोशी ने किया। कार्यक्रम में स्नेहलता अग्रवाल, रुपचंद पंवार, शारीरिक शिक्षक रमेश सुथार, सवाई सिंह इंदा मौजूद थे।

धनाऊ. 56 वीं जिला स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता (छात्रा) वर्ग 17 व 19 का रंगारंग समापन किसान केसरी उमावि प्रांगण में हुआ। प्रतियोगिता के मुख्य अतिथि विधायक मेवाराम जैन ने कहा कि खेल को अपने जीवन का हिस्सा बनाना चाहिए। खिलाडिय़ों का मनोबल बढ़ाते हुए उन्हें कड़ी मेहनत कर आगे बढऩे की बात कही। समारोह अध्यक्ष जिला परिवहन अधिकारी अनुप सिंह ने छात्राओं के बेहतर प्रदर्शन को सराहते हुए उज्ज्वल भविष्य की कामना की। अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी विशनाराम चौधरी ने खिलाडिय़ों के खेल को सराहा। स्कूल प्रबंधक प्रेमाराम भादू ने कहा किसान केसरी स्कूल शिक्षा के क्षेत्र में भी जारी रखेगी। रामावि के प्रधानाध्यापक पन्ना राम चौधरी ने प्रतिवेदन प्रस्तुत किया।

परिणाम

टेबल टेनिस (17) वर्ष में उदयन विद्या मंदिर बाड़मेर प्रथम, किसान केसरी स्कूल द्वितीय स्थान पर रही। (19) वर्षीय में राउमावि बाड़मेर प्रथम, किसान केसरी स्कूल ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया।लान टेनिस (19) वर्ष में राउमावि कनाना प्रथम व रामावि बिठूजा द्वितीय रही। कबड्डी प्रतियोगिता (17) वर्ष में रामावि धनाऊ ने जीत हासिल की। वहीं (19) वर्ष में भी धनाऊ ने बाजी मारी।

खो-खो (17) व (19) वर्ष में राउमावि सनावड़ा ने अपना परचम फहराया। बैंडमिंटन में राबाउमावि बाड़मेर ने दोनों वर्ग विजेता रहे। वहीं किसान केसरी स्कूल एवं उदयन विद्या स्कूल क्रमश द्वितीय स्थान पर रही। समारोह में विजेताओं को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।

राज्य स्तर पर चयनित खिलाड़ी : खो-खो 19 वर्ष में सनावड़ा की प्रेमलता, जमना, अंचली, लिछि व नेनु का चयन हुआ एवं 17 वर्ष में सनावड़ा की गोमती, वाली, मिरो एवं लहरी का चयन हुआ। इसी तरह कबड्डी 19 वर्ष में धनाऊ की पप्पी, सवाऊपदम सिंह की पारू, चौहटन की प्रेमलता एवं लीलसर की तुलसी का चयन हुआ। कबड्डी (17) वर्ष में धनाऊ की रुपा व अणसी, पोकरासर की सरस्वती एवं बींजराड की हरिया का राज्य स्तर पर चयन हुआ। किसान केसरी स्कूल की सुमित्रा का लान टेनिस में राज्य स्तर पर चयन हुआ है। मंच संचालन खेमी चंद सोलंकी ने किया।

माटी खातिर मिट गया थार के लाल ...गडरा में शहीद मेला शहीदों को दी श्रद्धांजलि

माटी खातिर मिट गया थार के लाल ...गडरा में शहीद मेला शहीदों को दी श्रद्धांजलि

बाड़मेर देश के खातिर अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले 17 रेलवे कर्मचारियों की याद में शुक्रवार को गडरारोड स्थित शहीद स्मारक पर हर साल शहीद मेले का आयोजन होता हें । भले ही वे शहीद आज इस दुनिया में न हो लेकिन पूरा देश उनके बलिदान को नमन किया गया । हर वर्ष गडरारोड स्थित शहीद स्मारक पर नौ सितंबर को शहीद मेले का आयोजन किया गया । रेलवे की ओर से आयोजित इस मेले में सैकड़ों देशवासी शरीक हुए और शहीद स्मारक पर माल्यार्पण और पुष्प चढ़ाकर श्रद्धांजलि दी

शादी के सत्रह दिन बाद हुए शहीद

हालांकि किसी भी शहीद की शहादत को भुलाया नहीं जा सकता लेकिन जिले के एक नौजवान ऐसे भी थे जिन्होंने शादी के केवल 17 दिन बाद मातृभूमि के लिए कुर्बानी दे दी। 1965 के भारत-पाक युद्ध के दौरान शहीद हुए माधोसिंह गहलोत का जन्म 1 जून 1947 को गुंदीवाला घर हमीरपुरा बाड़मेर में हुआ था। उनकी माता जमना देवी गृहिणी और पिता रेलवे में स्पे. ए ग्रेड ड्राइवर थे। 31 अगस्त 1962 को उनकी नियुक्ति उत्तर रेलवे में द्वितीय एफएम पद पर हुई। गहलोत का विवाह मात्र सत्रह दिन पहले ही हुआ था। छुट्टी पर होने के बावजूद जब कॉल मैन घर पर ड्यूटी का संदेश लेकर आया तो उन्होंने बिना पल गंवाए ड्यूटी ज्वॉइन कर ली। पाकिस्तान की लगातार बम बारी के बीच माधोसिंह अपने सहकर्मियों के साथ रेल लेकर बाड़मेर से गडरारोड के लिए रवाना हुए। वे गडरारोड में जवानों के लिए रसद सामग्री ले जा रहे थे। पाक की बमबारी के चलते रास्ते की लाइनें तथा टेलीफोन खराब थे। गडरारोड से तीन किलोमीटर पहले दोनों माल गाडिय़ां आपस में टकरा गईं। जिसमें सत्रह रेलवे कर्मचारियों के साथ माधोसिंह भी शहीद हो गए।


रेलवे कर्मचारी  ने श्रद्धांजलि अर्पित:की... नार्थ वेस्टर्न रेलवे एम्पलॉयज यूनियन शाखा बाड़मेर की ओर से गडरारोड में शुक्रवार शहीद मेले का आयोजन किया गया । शाखा अध्यक्ष मुकेश श्रीवास्तव ने बताया कि शहीद मेला उन 17 बहादुर रेल कर्मचारियों की याद में लगता है जिन्होंने सितंबर 1965 में भारत-पाक युद्ध के समय अपना कत्र्तव्य निभाते हुए मातृभूमि की सेवा में अपने प्राण न्योछावर कर दिए। हर साल रेल कर्मचारी एकत्रित होकर अपने बहादुर साथियों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।

पाक की बमबारी के चलते रास्ते की लाइनें तथा टेलीफोन खराब थे। गडरारोड से तीन किलोमीटर पहले दोनों माल गाडिय़ां आपस में टकरा गईं। जिसमें सत्रह रेलवे कर्मचारियों के साथ माधोसिंह भी शहीद हो गए।

रेलवे कर्मचारी  श्रद्धांजलि: अर्पित की 


नार्थ वेस्टर्न रेलवे एम्पलॉयज यूनियन शाखा बाड़मेर की ओर से गडरारोड में शुक्रवार सुबह 9.30 बजे से शहीद मेले का आयोजन किया जाएगा। शाखा अध्यक्ष मुकेश श्रीवास्तव ने बताया कि शहीद मेला उन 17 बहादुर रेल कर्मचारियों की याद में लगता है जिन्होंने सितंबर 1965 में भारत-पाक युद्ध के समय अपना कत्र्तव्य निभाते हुए मातृभूमि की सेवा में अपने प्राण न्योछावर कर दिए। हर साल रेल कर्मचारी एकत्रित होकर अपने बहादुर साथियों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की ।

मासूम "सलमान" मुझे मां के पास जाना है

मासूम "सलमान" मुझे मां के पास जाना है

बाड़मेर। आठ साल का सलमान। मासूम और भोलाभाला। गोलमटोल और प्यारा सा। देखते ही दुलारने को मन करता है,लेकिन यह बच्चा पिछले ढाई माह से नहीं मुस्कराया है। इतना रोया है कि अब आंखे थक गई है। इसे लावारिस समझकर पकड़ लिया और बाड़मेर सुधार गृह ले आए। सुधार गृह उसके लिए तनाव और अवसाद गृह बनता जा रहा है। ढाई माह से वह एक ही रट लगाए हुए है मुझे मां के पास जाना है लेकिन उसकी आवाज का कोई जवाब नहीं मिल रहा।

सलमान सामाजिक अधिकारिता एवं न्याय विभाग द्वारा संचालित बाल सुधार गृह में 23 जून को लाया गया। आते ही उसने बता दिया कि उसके पिता का नाम विक्रम है। वह अहमदाबाद में रहता है । मां का नाम चम्पा है, जो अजमेर में है। पिता ने उसको थप्पड़ मारे तो वह रेल में छुप गया था। अब उसको मां के पास जाना है। पिछले ढाई महीने में यह बात बताते बताते वह इतनी बार रोया है कि अब आंसू निकलने बंद हो गए है। विभागीय अधिकारियों की संवेदनहीनता कि हद देखिए ढाई महीने में इस बच्चे के रट लगाने के बावजूद एक भी चिट्ठी अजमेर या अहमदाबाद पुलिस को नहीं भेजी है। सलमान रोज इनके मुंह की ओर ताकते एक ही सवाल करता है "मां मिली क्या...?"

डर रहा है सलमान
सलमान की इन दिनों अजीब डर को सहन कर रहा है। जिस सुधार गृह में उसको रखा गया है वहां उसके अलावा एक बाल अपचारी कैद है। यह बाल अपचारी हथियार तस्करी के संगीन आरोप में पकड़ा गया है। सलमान के अलावा इस पूरे मकान में कोई नहीं है। चौबीस घंटे सलाखों में कैद यह बाल अपचारी उसकी आंखों के सामने रहता है। ऎसे में यह मासूम बच्चा अजीब डर का शिकार हो रहा है।

यह कैसी सजा
सलमान ने जितना गुनाह नहीं किया उतनी इन दिनोें सजा भुगत रहा है। आठ साल का यह मासूम चौबीस
घंटे सुरक्षागार्ड की देखरेख में इस मकान में रहता है। यहां उसको
दो समय का खाना मिल जाता
है लेकिन न कोई उसके साथ
खेलने वाला है और न ही कोई
बात करने वाला। इस घर से
बाहर निकलने की उसको इजाजत नहीं है। पूरे सुधारगृह में एक बच्चा ही है इसलिए व्यवहारिक तौर पर न तो पढ़ाई होती है और न ही उसके सुधार के लिए कोई जतन। एक तरह से वह नजरबंदी की सजा भुगत रहा है।

बाहर निकालो नहीं तो बच्चा मानसिक विकृत हो जाएगा
आठ साल का मासूम बच्चा किसी बाल अपचारी के सामने चौबीस घंटे रहता है तो उसके दिमाग पर प्रतिकूल असर पड़ेगा। अकेले रहना भी तनाव का कारण है। तनाव,भय और अविश्वास से ऎसे बच्चे की मानसिक स्थिति विकृत हो सकती है। इसे तुरंत ऎसे सुधार गृह में पहुंचाना चाहिए जहां और बच्चे हों।
- डा. रवि गुण्ठे, मनोवैज्ञानिक, पूर्व विभागाध्यक्ष, मनोविज्ञान जयनारायण व्यास जोधपुर विश्वविद्यालय

अब पता लगाएंगे
सलमान पता बता रहा है लेकिन अभी तक आदमी नहीं भेजे है। अब इसका पता लगाएंगे। इसको जल्दी माता पिता को सुपुर्द कर देंगे। अभी मैं जोधपुर आया हुआ हूं।- शरद शर्मा, सहायक निदेशक, सामाजिक अधिकारिता एवं न्याय विभाग

घाटा मेहंदीपुरमें भगवान महावीर बजरंगबली...... मेहंदीपुर के श्री बालाजी महाराज




में भगवान श्री कृष्ण ने कहा था जब-जब धर्म की हानि होती है, तब-तब मेरी कोई शक्ति इस धरा धाम पर अवतार लेकर भक्तों के दु:ख दूर करती है और धर्म की स्थापना करती है। अंजनी कुमार श्री बाला जी घाटा मेहंदीपुरमें प्रादुर्भाव इसी उद्देश्य से हुआ है। घाटा मेहंदीपुरमें भगवान महावीर बजरंगबली का प्रादुर्भाव वास्तव में इस युग का चमत्कार है। राजस्थान राज्य के दो जिलों सवाईमाधोपुरव दौसामें विभक्त घाटा मेहंदीपुरस्थान बड़ी लाइन बांदी कुईस्टेशन से जो कि दिल्ली, जयपुर, अजमेर अहमदाबाद लाइन पर 24मील की दूरी पर स्थित है। अब तो हिण्डौनआगरा, कानपुर, मथुरा, वृंदावन,दिल्ली जयपुर, अजमेर अहमदाबाद लाइन पर 24मील की दूरी पर स्थित है। अब तो हिण्डौनआगरा, कानपुर, मथुरा, वृन्दावन, दिल्ली आदि से जयपुर जाने वाली सभी बसें बालाजीमोड़ पर रुकती है। यहां तीनों देवों की प्रधानताहै। श्री बालाजीमहाराज श्री प्रेतराजसरकार और श्री कोतवाल (भैरव) यह तीन देव यहां आज से लगभग एक हजार वर्ष पूर्व प्रकट हुए थे। इनके प्रकट होने से लेकर अब तक बारह महंत इस स्थान पर सेवा पूजा कर चुके हैं जिनमें अब तक इस स्थान के दो महंत इस समय भी विद्यमान हैं। किसी शासक ने श्री बाला जी महाराज की मूर्ति को खोदने का प्रयत्‍‌न किया, सैकड़ों हाथ खोद देने के बाद भी जब मूर्ति के चरणों का अंत नहीं पाया तो वह हार मानकर चला गया। वास्तव में इस मूर्ति को अलग से किसी कलाकार ने गढ़कर नहीं बनाया है, अपितु यह तो पर्वत का ही अंग है।

यह समूचा पर्वत ही मानो उनका कनक मूधराकारशरीर है। इस मूर्ति के चरणों में एक छोटी सी कुडीथी जिसका जल कभी भी खत्म नहीं होता था, यह रहस्य है कि महाराज की बायीं छाती के नीचे एक बारीक जल धारा बहती रहती है, जो पर्याप्त चोला चढ़ जाने के बाद भी बन्द नहीं होती है। यहां की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि मूर्ति के अतिरिक्त किसी व्यक्ति विशेष का कोई चमत्कार नहीं है। यहां प्रमुख है सेवा और भक्ति।

गीता

गुरुवार, 8 सितंबर 2011

बेटे की करतूत पर गई माता-पिता की जान

बेटे की करतूत पर गई माता-पिता की जान

इस्लामाबाद। पाकिस्तान में एक युवक ने सेना के एक सेवानिवृत अधिकारी की बेटी के साथ छेड़खानी की लेकिन इसकी सजा उस युवक के माता-पिता को भुगतनी पड़ी। सेना के अधिकारी ने गुस्से में आकर युवक के माता-पिता की गोली मारकर हत्या कर दी।

मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक यह घटना पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की है। गुरूवार को अपनी बेटी के साथ हुई बदतमीजी से नाराज सेना के सेवानिवृत्त कैप्टन मेहरबान खान ने छेड़खानी करने वाले युवक के घर जाकर उसके माता-पिता को गोली मार दी, जिससे उनकी मौत हो गई।

मेहरबान खान ने नजीम मुनीर के उस युवक के घर जाकर ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं, जिससे वहां से गुजर रहा एक व्यक्ति भी घायल हो गया। कैप्टन की बेटी के साथ छेड़खानी करने के बाद मुनीर लापता है। मेहरबान खान ने घटना को अंजाम देने के बाद स्थानीय पुलिस स्टेशन जाकर हथियार के साथ आत्मसमर्पण कर दिया।

महिला ने पूर्व प्रेमी को साल में 65,000 बार फोन किया

एम्सटर्डम।। पल पल दिल के पास तुम रहती हो...। कुछ इसी अंदाज में प्यार के जुनून में हॉलैंड की 42 साल की महिला ने अपने पूर्व प्रेमी को पल-पल न केवल याद किया, बल्कि पल पल फोन भी कर डाला।

महिला ने पूर्व प्रेमी को साल में 65,000 बार फोन किया। हिसाब लगाया जाए तो हर दिन 180 बार और हर घंटे करीब 7 बार उसने फोन घुमाए। हेग के 62 साल के पूर्व प्रेमी फोन पीड़ित बन गए और अगस्त में उन्होंने इसकी पुलिस को शिकायत की।

पुलिस ने सोमवार को संदिग्ध को गिरफ्तार कर लिया और उसके घर से ढेर सारे मोबाइल फोन और कंप्यूटर बरामद किए। अभियोजन पक्ष की प्रवक्ता ने बताया कि महिला ने अदालत में कहा कि उसका व्यक्ति के साथ संबंध था और उसने जो फोन किए उनकी संख्या ज्यादा नहीं थी। हालांकि व्यक्ति ने किसी भी संबंध से इनकार किया। अदालत ने महिला को दोबारा संपर्क नहीं करने का आदेश सुनाया।

जेएनवीयू: बीएससी की 60 सीटें बढ़ाई



जोधपुर। जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बीएस राजपुरोहित ने छात्रनेताओं की मांग को ध्यान में रखते हुए विज्ञान संकाय में बीएससी का एक सेक्शन बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। इस संबंध में विश्वविद्यालय प्रशासन ने आदेश भी जारी कर दिए है।
जेएनवीयू के कुछ स्टूडेंट्स कैलाश कंकड़ावा के नेतृत्व में कुलसचिव निर्मला मीणा से मिलने पहुंचे तथा उन्हें बीएससी प्रथम वर्ष में एक सेक्शन बढ़ाने की मांग की। उनका कहना था कि यदि ये एक सेक्शन बढ़ा दिया जाता है तो 60 फीसदी अंक लाने वाले सभी अभ्यर्थियों को आसानी से प्रवेश मिल जाएगा। कुलसचिव ने मामले से कुलपति प्रो. राजपुरोहित को अवगत करवाया तथा उनके निर्देश के बाद विज्ञान संकाय में बीएससी का एक सेक्शन बढ़ाने के निर्देश दे दिए है।


इन छात्रों ने न्यू कैंपस के पीजी गल्र्स हॉस्टल के पास वाला गेट खोलने की मांग की है तथा गेट पर दो सुरक्षा गार्ड लगवाने की मांग की है। ज्ञात रहे कि यह गेट छात्राओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बंद किया गया था। कैलाश कंकड़ावा के साथ हरी प्रसाद, सुरेश आंवला, रामचंद्र जल वाणिया, रामलाल जल वाणिया व श्रवण राम भी साथ थे।

पत्नी, बेटी को मारकर छत से लगाई छलांग

कानपुर।। पैर की चोट के कारण बेरोजगार हुए एक मजदूर ने गुरुवार सुबह पहले अपनी पत्नी और बेटी को लोहे की रॉड से पीट-पीटकर बुरी तरह घायल कर दिया और बाद में खुद भी घर की छत से छलांग लगा दी। तीनों को घायल अवस्था में अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनकी मौत हो गई।

कानपुर के डीआईजी राजेश राय ने बताया कि नौबस्ता इलाके में राजेश कुमार अपनी पत्नी उर्मिला (40) और बेटी दीक्षा (15) के साथ रहता था। पिछले कुछ दिनों से पैर में चोट लगने के कारण राजेश बेरोजगार हो गया था।

आर्थिक तंगी के कारण पति-पत्नी में अकसर लड़ाई होती थी। राजेश और पत्नी उर्मिला में किसी बात को लेकर गुरुवार सुबह भी झगड़ा हुआ जिसके बाद राजेश ने लोहे की रॉड से उर्मिला और दीक्षा को पीटकर बुरी तरह घायल कर दिया और फिर घर की छत से छलांग लगा दी जिससे वह भी घायल हो गया।

डीआईजी ने बताया कि राजेश, उर्मिला और दीक्षा तीनों को घायल अवस्था में उर्सला अस्पताल ले जाया गया, जहां तीनों की मौत हो गई। आसपास के लोगों का कहना है कि राजेश को इस बात का शक था कि बेरोजगारी के बाद उसकी पत्नी, बेटी से गलत काम करवाती है। इसी बात को लेकर घर में रोज लड़ाई-झगड़ा और मारपीट होती थी।

डकैत फूलन देवी प्रेमी के साथ गिरफ्तार

डकैत फूलन देवी प्रेमी के साथ गिरफ्तार

भिंड। मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश में आतंक का पर्याय बनी फूलन देवी नाम की एक और दस्यु सरगना को मध्य प्रदेश के भिंड जिले के रौन थाना क्षेत्र में पुलिस ने उसके प्रेमी के साथ गिरफ्तार किया है।

पुलिस अधीक्षक अनुराग कुमार ने गुरूवार को यहां बताया कि मुखबिर के माध्यम से सूचना मिली थी कि दस्यु सरगना फूलन देवी अपने ससुराल जिले के रौन थाना क्षेत्र के तुला का पुरा में पति और देवर की तलाश में आई हुई है। इस सूचना के आधार पर पुलिस दल ने घेराबंदी करके फूलन देवी और उसके प्रेमी मानसिंह को गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस ने उसके पास से एक रिवाल्वर और कुछ जिन्दा कारतूस बरामद किए हैं। फूलनदेवी पर मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश में 12 से अधिक अपहरण और हत्या के मामले दर्ज हैं। उस पर मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश पुलिस ने इनाम घोषित कर रखा है। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में जालौन जिले के ग्राम करमरा निवासी फूलनदेवी का विवाह ग्राम तुला का पुरा निवासी रघुवीर बघेल के साथ हुआ था।

फूलनदेवी का भाई मोहर सिंह बघेल एक शातिर बदमाश था। मोहर सिंह लगभग दस वर्ष पहले रौन थाना क्षेत्र के ग्राम लोहचरा के बीहड में पुलिस के साथ हुई एक मुठभेड़ में मारा गया था। इस मामले में फूलनदेवी को शक था कि उसके भाई को उसके पति रघुवीर और देवर लाखनसिंह ने पुलिस के साथ मिलकर मरवाया है।

भाई की मौत का बदला लेने के लिए फूलन देवी अपने पति रघुवीर और देवर लाखन सिंह को मौत के घाट उतारने के लिए ससुराल से फरार हो गई और दस्यु सरगना सोबरन सिंह के साथ वारदातों को अंजाम देने लगी। जब दस्यु सरगना सोबरन सिंह पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में मारा गया तो फूलनदेवी ने अपना अलग गिरोह बना लिया।

फूलन देवी ने कसम खाई थी कि जब तक वह अपने भाई की हत्या का बदला लेने के लिए पति और देवर को मौत के घाट नहीं उतार देती है तब तक वह चैन से नहीं बैठेगी। फूलन देवी की धमकी से घबराया उसका पति अपने पूरे परिवार के साथ गांव छोड़कर दिल्ली चला गया था।

अब मुजाहिदीन ने ली जिम्‍मेदारी, 13 को फिर धमाके की धमकी दी

नई दिल्‍ली. दिल्‍ली हाई कोर्ट के बाहर बुधवार सुबह हुए बम धमाके के मामले में जांच एजेंसियों को अभी तक कोई अहम सुराग हाथ नहीं लगे हैं। लेकिन इंडियन मुजाहिदीन की ओर से भेजे गए मेल ने गृह मंत्रालय और सुरक्षा एजेंसियों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।

कुछ मीडिया संगठनों को इंडियन मुजाहिदीन की ओर से भेजे गए इस ईमेल में चेतावनी दी गई है कि 13 सितंबर (आगामी मंगलवार) को एक भीड़भाड़ वाली जगह पर फिर धमाका होगा। ईमेल में कहा गया है, ‘यदि रोक सकते हो रोक लो।’ इसके बाद दिल्‍ली की सुरक्षा और बढ़ा दी गई है।

ईमेल में दावा किया गया है कि ‘बुधवार को हुए धमाके का हूजी से कोई संबंध नहीं हो सकता है। हमने दिल्‍ली हाईकोर्ट में बुधवार के दिन ब्‍लास्‍ट करने की योजना बहुत पहले ही बनाई थी क्‍योंकि इस दिन अदालत में भीड़भाड़ रहती है।’ इस ईमेल में छोटू नाम के शख्‍स का हस्‍ताक्षर है जो खुद को मुजाहिदीन का सदस्‍य होने का दावा कर रहा है।

मीडिया को भेजा गया मेल इस तरह है, ‘कल दिल्‍ली में हुए ब्‍लास्‍ट में हूजी का हाथ हो ही नहीं सकता है क्‍योंकि इसे हमने अंजाम दिया है। हमने पहले से यह प्‍लान बनाया था कि बुधवार के दिन ही ब्‍लास्‍ट करना है क्‍योंकि इस दिन वहां सबसे ज्‍यादा भीड़ होती है। इसे हमने यानि इंडियन मुजाहिदीन ने अंजाम दिया है। हूजी का तो इससे दूर-दूर तक कोई वास्‍ता नहीं है। हमारा अगला टारगेट जल्‍द ही रंग लाएगा जो एक शॉपिंग कॉम्‍प्‍लेक्‍स के बाहर होगा। उसे कोई नहीं रोक सकता। और यह अगले मंगलवार को होगा। रोक सको तो रोक लो।– छोटू’

हाईकोर्ट ब्‍लास्‍ट की जांच में जुटी एनआईए इस ईमेल को भी गंभीरता से ले रही है। क्‍योंकि इंडियन मुजाहिदीन का नाम वाराणसी, बेंगलुरु, हैदराबाद के विस्फोट में सामने आ चुका है।

गृह मंत्रालय में सचिव (आंतरिक सुरक्षा) यू के बंसल ने कहा कि इंडियन मुजाहिदीन के इस ईमेल की जांच की जा रही है। उन्‍होंने बताया कि हाईकोर्ट ब्‍लास्‍ट की जांच के सिलसिले में कई राज्‍यों की एटीएस को दिल्‍ली बुलाया गया है।

वैसे इंडियन मुजाहिदीन के इस ईमेल के बाद इस बात की भी आशंका बढ़ गई है कि आतंकी संगठन जांच एजेंसियों का ध्यान बांटने की कोशिश कर रहे हैं। इससे पहले बुधवार को धमाके के बाद बांग्लादेश में सक्रिय हूजी की तरफ से ईमेल कुछ मीडिया संगठनों को भेजे गए थे। इस ईमेल में हूजी ने दिल्ली ब्लास्ट की जिम्मेदारी ली थी। जांच एजेंसियों को इस ईमेल का सुराग मिलता लग रहा है। सूत्र बताते हैं कि यह ईमेल जम्‍मू-कश्‍मीर में किश्‍तवाड़ के एक साइबर कैफे से भेजा गया था। एनआईए की एक टीम जम्मू से 180 किलोमीटर दूर किश्तवाड़ जिले के एक साइबर कैफे पहुंची और उसके मालिक समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।

पुलिस सिपाही की डूबने से मौत

पुलिस सिपाही की डूबने से मौत 


बाड़मेर सीमावर्ती बाड़मेर जिले के कल्याण पुर थाना क्षेत्र के नेवारी गाँव में देव झूलनी एकादशी पर तालाब में नहाने गए पुलिस सिपाही की डूबने से मौत हो गयी. पुलिस सूत्रों के अनुसार मगना राम मेघवाल बखासर थाने में  कार्यरत था ,वह छूती पर अपने गाँव नेवारी आया था आज एका दशी होने के कारण वह नहाने के लिए तालाब पर गया जन्हा उसकी डूबने से मौत हो गयी .