नई दिल्ली. दिल्ली हाई कोर्ट के बाहर बुधवार सुबह हुए बम धमाके के मामले में जांच एजेंसियों को अभी तक कोई अहम सुराग हाथ नहीं लगे हैं। लेकिन इंडियन मुजाहिदीन की ओर से भेजे गए मेल ने गृह मंत्रालय और सुरक्षा एजेंसियों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।
कुछ मीडिया संगठनों को इंडियन मुजाहिदीन की ओर से भेजे गए इस ईमेल में चेतावनी दी गई है कि 13 सितंबर (आगामी मंगलवार) को एक भीड़भाड़ वाली जगह पर फिर धमाका होगा। ईमेल में कहा गया है, ‘यदि रोक सकते हो रोक लो।’ इसके बाद दिल्ली की सुरक्षा और बढ़ा दी गई है।
ईमेल में दावा किया गया है कि ‘बुधवार को हुए धमाके का हूजी से कोई संबंध नहीं हो सकता है। हमने दिल्ली हाईकोर्ट में बुधवार के दिन ब्लास्ट करने की योजना बहुत पहले ही बनाई थी क्योंकि इस दिन अदालत में भीड़भाड़ रहती है।’ इस ईमेल में छोटू नाम के शख्स का हस्ताक्षर है जो खुद को मुजाहिदीन का सदस्य होने का दावा कर रहा है।
मीडिया को भेजा गया मेल इस तरह है, ‘कल दिल्ली में हुए ब्लास्ट में हूजी का हाथ हो ही नहीं सकता है क्योंकि इसे हमने अंजाम दिया है। हमने पहले से यह प्लान बनाया था कि बुधवार के दिन ही ब्लास्ट करना है क्योंकि इस दिन वहां सबसे ज्यादा भीड़ होती है। इसे हमने यानि इंडियन मुजाहिदीन ने अंजाम दिया है। हूजी का तो इससे दूर-दूर तक कोई वास्ता नहीं है। हमारा अगला टारगेट जल्द ही रंग लाएगा जो एक शॉपिंग कॉम्प्लेक्स के बाहर होगा। उसे कोई नहीं रोक सकता। और यह अगले मंगलवार को होगा। रोक सको तो रोक लो।– छोटू’
हाईकोर्ट ब्लास्ट की जांच में जुटी एनआईए इस ईमेल को भी गंभीरता से ले रही है। क्योंकि इंडियन मुजाहिदीन का नाम वाराणसी, बेंगलुरु, हैदराबाद के विस्फोट में सामने आ चुका है।
गृह मंत्रालय में सचिव (आंतरिक सुरक्षा) यू के बंसल ने कहा कि इंडियन मुजाहिदीन के इस ईमेल की जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि हाईकोर्ट ब्लास्ट की जांच के सिलसिले में कई राज्यों की एटीएस को दिल्ली बुलाया गया है।
वैसे इंडियन मुजाहिदीन के इस ईमेल के बाद इस बात की भी आशंका बढ़ गई है कि आतंकी संगठन जांच एजेंसियों का ध्यान बांटने की कोशिश कर रहे हैं। इससे पहले बुधवार को धमाके के बाद बांग्लादेश में सक्रिय हूजी की तरफ से ईमेल कुछ मीडिया संगठनों को भेजे गए थे। इस ईमेल में हूजी ने दिल्ली ब्लास्ट की जिम्मेदारी ली थी। जांच एजेंसियों को इस ईमेल का सुराग मिलता लग रहा है। सूत्र बताते हैं कि यह ईमेल जम्मू-कश्मीर में किश्तवाड़ के एक साइबर कैफे से भेजा गया था। एनआईए की एक टीम जम्मू से 180 किलोमीटर दूर किश्तवाड़ जिले के एक साइबर कैफे पहुंची और उसके मालिक समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
कुछ मीडिया संगठनों को इंडियन मुजाहिदीन की ओर से भेजे गए इस ईमेल में चेतावनी दी गई है कि 13 सितंबर (आगामी मंगलवार) को एक भीड़भाड़ वाली जगह पर फिर धमाका होगा। ईमेल में कहा गया है, ‘यदि रोक सकते हो रोक लो।’ इसके बाद दिल्ली की सुरक्षा और बढ़ा दी गई है।
ईमेल में दावा किया गया है कि ‘बुधवार को हुए धमाके का हूजी से कोई संबंध नहीं हो सकता है। हमने दिल्ली हाईकोर्ट में बुधवार के दिन ब्लास्ट करने की योजना बहुत पहले ही बनाई थी क्योंकि इस दिन अदालत में भीड़भाड़ रहती है।’ इस ईमेल में छोटू नाम के शख्स का हस्ताक्षर है जो खुद को मुजाहिदीन का सदस्य होने का दावा कर रहा है।
मीडिया को भेजा गया मेल इस तरह है, ‘कल दिल्ली में हुए ब्लास्ट में हूजी का हाथ हो ही नहीं सकता है क्योंकि इसे हमने अंजाम दिया है। हमने पहले से यह प्लान बनाया था कि बुधवार के दिन ही ब्लास्ट करना है क्योंकि इस दिन वहां सबसे ज्यादा भीड़ होती है। इसे हमने यानि इंडियन मुजाहिदीन ने अंजाम दिया है। हूजी का तो इससे दूर-दूर तक कोई वास्ता नहीं है। हमारा अगला टारगेट जल्द ही रंग लाएगा जो एक शॉपिंग कॉम्प्लेक्स के बाहर होगा। उसे कोई नहीं रोक सकता। और यह अगले मंगलवार को होगा। रोक सको तो रोक लो।– छोटू’
हाईकोर्ट ब्लास्ट की जांच में जुटी एनआईए इस ईमेल को भी गंभीरता से ले रही है। क्योंकि इंडियन मुजाहिदीन का नाम वाराणसी, बेंगलुरु, हैदराबाद के विस्फोट में सामने आ चुका है।
गृह मंत्रालय में सचिव (आंतरिक सुरक्षा) यू के बंसल ने कहा कि इंडियन मुजाहिदीन के इस ईमेल की जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि हाईकोर्ट ब्लास्ट की जांच के सिलसिले में कई राज्यों की एटीएस को दिल्ली बुलाया गया है।
वैसे इंडियन मुजाहिदीन के इस ईमेल के बाद इस बात की भी आशंका बढ़ गई है कि आतंकी संगठन जांच एजेंसियों का ध्यान बांटने की कोशिश कर रहे हैं। इससे पहले बुधवार को धमाके के बाद बांग्लादेश में सक्रिय हूजी की तरफ से ईमेल कुछ मीडिया संगठनों को भेजे गए थे। इस ईमेल में हूजी ने दिल्ली ब्लास्ट की जिम्मेदारी ली थी। जांच एजेंसियों को इस ईमेल का सुराग मिलता लग रहा है। सूत्र बताते हैं कि यह ईमेल जम्मू-कश्मीर में किश्तवाड़ के एक साइबर कैफे से भेजा गया था। एनआईए की एक टीम जम्मू से 180 किलोमीटर दूर किश्तवाड़ जिले के एक साइबर कैफे पहुंची और उसके मालिक समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
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