गुरुवार, 25 अगस्त 2011

Issue of cross-border mobile signals to be taken up: Deora



New Delhi, The department of telecommunications has asked the external affairs ministry to discuss with Islamabad and Dhaka the issue of mobile signals being available in Indian territory even though telecom operators are not allowed to provide cellular service within 500 metres of the international border, parliament was told Wednesday.

'The mobile signals of Pakistani service provider such as Ufone, Mobilink, Zim Telenor, Oasis, Warid are available inside Indian territory in Barmer (Jaisindhar, Munabao, Rohiri, Khalifon Ki Baori, PS-Gadra Road etc),' said Minister of State for Communications and IT Milind Deora in a written reply to the Lok Sabha.

According to inputs received by the government, mobile towers have been set up by Ufone, Telenor, Yuang approximately 10 km from the international border in Rajasthan. On the Bangladesh side of the border, presence of signals from Bangladeshi mobile service company Axiata had also been detected in some districts of West Bengal.

'Similarly in some of the border towns of Jammu and Kashmir, the Pakistan mobile service providers' signals are present,' he added.

The spillover of mobile signals from foreign countries allows the use of mobile communication of corresponding countries from within the territory of India without having to pass through Indian telecom network infrastructure.

The ministry also said illicit use of SIM cards of service providers of foreign countries by people inside Indian territories along border areas had been reported.

The DoT said that radio signals propagation was a natural phenomenon and could only be minimised but not completely eliminated.

It had mulled the option of blocking mobile signals using jammers, but these were effective only for about 3-4 km.

'It is practically impossible to deploy so many jammers to block the mobile signals of the neighbouring countries.'

Deora said the DoT had submitted a concept paper to the South Asian Association for Regional Cooperation (SAARC) secretariat on the issue and it would be discussed in the next meeting of the group.

मिशेल ओबामा से ज्यादा ताकतवर सोनिया

sonia

नई दिल्ली। अपने प्रभावशाली व्यक्तित्व के कारण कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी दुनिया की 7वीं शक्तिशाली महिला चुनी गई है। सोनिया ने अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की पत्नी मिशेल ओबामा को पीछे छोड़ दिया है। फोर्ब्स की दुनिया की 100 शक्तिशाली महिलाओं की सूची में मिशेल ओबामा 8वें स्थान पर है।

सूची में अमरीकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन पहले और जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल दूसरे स्थान पर रखा गया है। भारतीय मूल की नागरिक और पेप्सीको की सीईओ इंद्रा नूयी को चौथे स्थान पर रखा गया है।

आईसीआईसीआई बैंक की चंदा कोचर 43 वें स्थान पर और बिकोन कंपनी की मुखिया किरण मजूमदार शॉ को 99 वें स्थान पर रखा गया है।

ब्राजील की राष्ट्रपति दिल्मा राउसेफको तीसरे,लेडी गागा को 12वें, आस्ट्रेलिया की
प्रधानमंत्री जूलिया गिलार्ड को 23वें और म्यांमार की सू की को 26वें और हॉलीवुड अभिनेत्री एंजेलीना जोली को 29वें स्थान पर रखा गया है।

ये हैं टॉप टेन शाक्तिशाली महिलाएं

1. एंजेला मर्केल
2. हिलेरी क्लिंटन
3. दिल्मा राउसेफ
4. इंद्रा नूयी
5. शेर्ल सैंडबर्ग
6. मेलिंडा गेट्स
7. सोनिया गंाधी
8. मिशेल ओबामा
9. क्रिस्टीन लेगार्ड
10. इरैना रोसेनफेल्ड

अन्ना समर्थक की मौत


Support for Hazare
नवलगढ़। नवलगढ़ के गणेशपुरा मोहल्ले के वासियों क ो गुरूवार की सुबह कभी न भूलने के समान रही। सुबह एक साथ समाचार मिले कि मोहल्ले के दो होनहार पहचानों ने अपनी यादों को हमेशा के लिए छोड़कर इस संसार से हमेशा के लिए विदा ले ली है। जानकारी के अनुसार दीपक चेजारा के नेतृत्व में रात को अन्ना हजारे के समर्थन में एक विशाल जुलूस निकाला गया।



इसमें तीन सौ की संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे। रैली रामदेवरा मंदिर से निकलती हुई घूमचक्कर तक गुजरी । रैली नौ बजे से रात से लेकर दस बजे तक चली। अल सुबह दीपक को यकायक सीने में दर्द आया। अस्पताल ले जाने से पहले ही भगवान ने अपने पास बुला लिया।



दीपक के माता पिता लोहार्गल में परिक्रमा में गए हुए हैं। दीपक अन्ना का जबदरस्त समर्थक था। इसी प्रकार क्रिकेट के सामान की दुकान चलाने वाले शहर के व्यापारी नारायण सिंह जिनकी नानसा गेट पर दुकान थी उनको भी रात को दर्द आया और अस्पताल ले जाने के बाद चिकित्सकों ने इन्हें मृत घोçष्ात

अन्ना ने पीएम के सामने रखी तीन शर्ते


anna
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के जनलोकपाल बिल सहित तीन बिलों पर संसद में चर्चा करने के प्रस्ताव के जवाब में अन्ना ने हजारे ने प्रधानमंत्री को एक पत्र लिखा है। इस पत्र का जवाब आने के बाद ही अन्ना हजारे अनशन खत्म करने या नहीं करने के बारे में फैसला करेंगे। अन्ना ने प्रधानमंत्री से तीन विवादित बिंदुओं पर लिखित में आश्वासन मांगा है।

अन्ना ने सिटीजन चार्टर, सभी कर्मचारियों को लोकपाल के दायरे में लाने, और राज्यों में लोकायुक्तों की नियुक्तों के मुद्दे पर प्रधानमंत्री से लिखित जवाब मांगा है। अन्ना हजारे ने कहा कि ये तीनों सुझाव संसद में पारित होने पर ही अनशन खत्म होगा। अन्ना ने कहा कि शुक्रवार से ही जनलोकपाल बिल पर चर्चा शुरू हो। आध्यात्मिक गुरू श्री श्री रविशंकर ने कहा है कि अन्ना हजारे ने उनकी अपील मान ली है।

अन्ना समर्थक प्रधानमंत्री के आवास पर प्रदर्शन नहीं करेंगे। केन्द्रीय मंत्री विलासराव देशमुख ने अन्ना हजारे से मुलाकात की। उन्होंने अन्ना से अनशन खत्म करने की अपील की। देशमुख की मुलाकात के बाद सिविल सोसायटी की कोर कमेटी की बैठक हुई। बैठक के बाद अन्ना ने देशमुख को अपने जवाब के रूप में एक पत्र सौंपा। देशमुख यह पत्र प्रधानमंत्री को सौंपेंगे। इस बीच प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अपने आवास पर एक बैठक बुलाई है। इसमें चिदंबरम और प्रणव मुखर्जी शामिल होंगे।



अनशन खत्म करने की अपील

इससे पहले लोकसभा एक अभूतपूर्व कदम उठाते हुए एक मत से अन्ना हजारे से अनशन खत्म करने की अपील की है। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और नेता प्रतिपक्ष सुषमा स्वराज के बाद लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने कहा कि अन्ना से अनशन खत्म करने की अपील की जाती है। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सरकार और टीम अन्ना के बीच जारी गतिरोध को दूर करने के लिए उनके जन लोकपाल विधेयक पर भी संसद में चर्चा कराने की पेशकश की है। प्रधानमंत्री ने लोकसभा में कहा कि अन्ना के जन लोकपाल विधेयक के साथ-साथ समाजिक कार्यकर्ता अरूणा राय तथा समाजसेवी जयप्रकाश नारायण के मसौदों पर संसद में एक साथ चर्चा हो और इसके पूरे रिकार्ड को स्थायी संसदीय समिति के पास भेज दिया जाए।

प्रधानमंत्री ने कहा कि समिति तमाम पहलुओं को ध्यान में रखकर एक मजबूत एवं प्रभावी लोकपाल विधेयक तैयार करे। इससे सिविल सोसायटी की बात भी रह जाएगी और संसद की सर्वोच्चता का भी सम्मान होगा। प्रधानमंत्री ने कारगर लोकपाल विधेयक लाने की प्रतिबद्धता जताते हुए अन्ना से अनशन समाप्त करने की अपील की। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के लिए हजारे का जीवन बहुमूल्य है। भ्रष्टाचार के विरूद्ध लड़ाई में हजारे के योगदान की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने अपनी बात मजबूत ढंग से दर्ज करा दी है और हम सब इस बात के लिए कटिबद्ध हैं कि भ्रष्टाचार से निपटने के लिए मजबूत और कारगर लोकपाल विधेयक पारित किया जाए।

अब बातचीत नहीं, और तेज होगा अन्‍ना का आंदोलन?

नई दिल्‍ली. जन लोकपाल के लिए चल रही लड़ाई और लंबी खिंचने के आसार हैं। सरकार ने अपना रुख कड़ा कर लिया है तो टीम अन्‍ना ने भी कड़े तेवर अपनाने के संकेत दिए हैं। गुरुवार को अन्‍ना हजारे के अनशन का दसवां दिन है, पर सरकार झुकने के मूड में नहीं है। आज दोपहर बातचीत का चौथा दौर होना है, लेकिन सूत्र बताते हैं कि टीम अन्‍ना बातचीत का बहिष्‍कार कर सकती है। टीम अन्‍ना कह रही है कि वह कांग्रेस की राजनीति का शिकार हो रही है।
कोर कमेटी की बैठक में टीम अन्‍ना इस बात पर निर्णय लेने वाली है कि उसे 12 बजे सरकार से बातचीत के लिए जाना चाहिए या नहीं। टीम अन्‍ना का कहना है कि सरकार बात से पीछे हट रही है। उनका मानना है कि सरकार के पास बिल का ड्राफ्ट है। ऐसे में बातचीत का कोई मतलब नहीं है। अगर सरकार का कोई सुझाव हो तो वह हमें बता सकती है।
वैसे भी अब तक जो बातचीत हुई है, उसमें सरकार का मुख्‍य जोर अन्‍ना का अनशन तुड़वाने पर रहता है, न कि जनलोकपाल बिल पारित कराने को लेकर। किरण बेदी ने ट्विटर पर आरोप लगाया है कि सरकार के यू-टर्न की वजह कांग्रेस की अंदरूनी राजनीति है। किरण के मुताबिक पार्टी और सरकार की आंतरिक कलह गतिरोध के लिए जिम्मेदार है। सूत्रों के मुताबिक जिन नेताओं ने लोकपाल बिल तैयार किया था, उन्होंने इसे वापस लिए जाने का विरोध किया है। इन लोगों का मानना है कि अगर सरकार ने ऐसा किया तो उनकी बहुत भद पिटेगी और छवि को धक्का लगेगा। अपना बिल वापस न लेने के सरकार के फैसले के पीछे यह बड़ी वजह यही है।

प्रेमी युगल की चल रही थी रासलीला तभी आई 'आफत



जालंधर .दयोल नगर से पुलिस ने एक कोठी से रंगरलियां मनाते एक प्रेमी युगल को पकड़ा है। एसएचओ सोमनाथ का कहना है कि टांडा के गिलजियां के रहने वाले 40 वर्षीय सरबजीत सिंह और उसके साथ पकड़ी गई अनु को गिरफ्तार कर लिया गया है।

जानकारी के अनुसार, दयोल नगर में बंद पड़ी बिट्टू खुराना की कोठी में सरबजीत उक्त महिला को लेकर आया था। मोहल्ले के लोगों ने एक अजनबी जोड़े के कोठी में आने की सूचना पुलिस को दे दी। थाना भार्गव कैंप के एएसआई भूपिंदर सिंह ने छापेमारी कर आपत्तिजनक हालत में प्रेमी युगल को दबोच लिया।

प्राथिमक पूछताछ में सरबजीत ने माना कि वह इटली में सेटल है और करीब 9 माह पहले अपने गांव आया था। कुछ समय पहले उसके दोस्त ने जालंधर छावनी में रहती तलाकशुदा अनु से उसकी दोस्ती करवाई थी। एनआरआई का दावा था कि वह दोनों कोठी देखने आए थे कि पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया।

rajasthani song CHIRAMI RA DALYA CHAAR.

नाव से खेत का सफर

नाव से खेत का सफर

सांचौर। नर्मदा नहर का ओवरफ्लो पानी आने से केरिया गांव की करीब दस हजार खातेदारी भूमि दो साल से जलमग्न है। वहीं दो हजार बीघा भूमि बांध के पानी के बीच टापू बनी हुई है। चारों ओर पानी होने से ग्रामीणों को अपने खेत तक जाने के लिए नाव का सहारा लेना पड़ रहा है।

वर्तमान में इन्द्रदेव क्षेत्र में पूरी तरह से मेहरबान है, लेकिन केरिया गांव में कई किसानों के खेत पानी से घिरने के कारण वे नाखुश नजर आ रहे हैं। किसान खेत में खड़ाई के लिए ट्रैक्टर नहीं ले जा पा रहे हैं।

बांध से लगाकर गांधव पुल तक हजारो बीघा खातेदारी भूमि में पानी का भराव होने से काश्तकारों को लाखोें का नुकसान हो रहा है। ग्रामीणों ने दो नावे खरीद रखी हैं। पानी के भराव से खेतों की जमीन दलदल का रूप ले रही है। काश्तकार मुख्यमंत्री और सिंचाई मंत्री को केरिया क्रॉस बांध के दरवाजे लगाने के लिए निवेदन कर चुके हैं।

इनका कहना है...
खेतों में पानी भरा हुआ है। जिससे भूमि बंजर होती जा रही है। कई खेतों के चारो ओर पानी होने से खेत टापू बने हुए हैं। वहां जाने के लिए नाव का सहारा लेना पड़ रहा हैं। खेतों में पानी भरा होने से फसलों की बुवाई नहीं कर पा रहे हैं, जिससे प्रतिवर्ष लाखों रूपए का नुकसान हो रहा है।
जयरामदास वैष्णव, किसान, केरिया

अफीम बरामद, एक जना गिरफ्तार

अफीम बरामद, एक जना गिरफ्तार
आहोर। थाना क्षेत्र के चांदराई-कवराड़ा सड़क मार्ग पर बुधवार शाम को पुलिस ने नाकाबंदी के दौरान एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से एक किलो 300 ग्राम अफीम बरामद की।

पुलिस अधीक्षक राहुल बारहठ के निर्देशानुसार थाना प्रभारी बुद्धाराम विश्Aोई, चांदराई चौकी प्रभारी सोनाराम मय पुलिस जाप्ता ने शाम को करीब साढ़े तीन बजे चांदराई-कवराड़ा सड़क मार्ग पर नाकाबंदी के दौरान पाली के गोदावास निवासी छगनलाल पुत्र हीराचंद सोनी को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से 800 ग्राम अफीम का दूध तथा 500 ग्राम तैयार अफीम जब्त की। आरोपी बाइक पर कंवला की तरफ से आ रहा था। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

khamma khamma (Jai Baba Ri) (Baba Ramdev Bhajan) by Shourya (SsBhati)

पानी ने छीन ली जिंदगी, डुबने से 9 बच्चों समेत महिला की मौत

बांसवाड़ा/सिरोही/बीकानेर/जोधपुर। प्रदेश में बुधवार को तीन अलग-अलग हादसों में डूबने से 9 बच्चों सहित एक महिला की मौत हो गई। बीकानेर में हडमतिया गांव में दोपहर तीन बजे तीन बच्चों अनिल (7) पुत्र राजेंग, जीवणा (8) पुत्र विजयपाल, रमेश (10) पुत्र राजेंग की तालाब में डूबने से मौत हो गई।

इसी तरह सिरोही के कालंद्री गांव के मोहब्बतनगर स्थित तालाब में कानूड़ा विसर्जन के बाद नारियल लेने के लिए पानी में उतरीं तीन बच्चियों रवीना(12) पुत्री हीरानाथ, लीला(10) पुत्री मोहननाथ और धनकी(10) पुत्री मोहननाथ की दलदल में फंसने से मौत हो गई।

वहीं बीकानेर में छत्तरगढ़ तहसील में सत्तासर गांव के चक 1 एसडीडब्ल्यूएमएल 2 स्थित खेत की डिग्गी में डूबने से एक महिला ताजा(30) उसके दो बेटों मूंसफ (12), मकबूल(6) और बेटी शबाना(8) की मौत हो गई।

पुलिस ने शवों को निकलवाकर पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया।आशंका जताई जा रही है कि महिला ने अपने बच्चों के साथ डिग्गी में कूदकर आत्महत्या की है।कारणों का अभी पता नहीं चला है।

दुधमुंही बेटी को पालनाघर में छोड़ घूमने चले गए मां-बाप

जोधपुर। मां-बाप अपनी दुधमुंही बच्ची को यहां एक पालनाघर में छोड़ गए। उसके साथ उन्होंने एक पत्र भी छोड़ा, जिसमें लिखा कि ‘हम दो महीने के लिए शहर से बाहर जा रहे हैं, आप हमारी बच्ची का ध्यान रखना। दो या तीन महीने बाद हम इसे वापस ले जाएंगे। आप इसे किसी और को नहीं दें।’ बच्ची रो-रो कर बेहाल हो रही थी, इसलिए उसे पालनाघर से उम्मेद अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।

नवजीवन संस्थान पालनाघर के प्रभारी भगवान सिंह परिहार ने बताया कि मंगलवार रात करीब साढ़े आठ बजे पालने से जुड़ी घंटी बजी। कर्मचारी बाहर गए तो पालने में करीब 9-10 महीने की बच्ची दिखी। बच्ची को पालने से उठाने लगे तो उसके पास थैली मिली। इसमें अंग्रेजी में लिखे पत्र के साथ एक पर्स, एक चेन, दूध की एक बोतल और कुछ कपड़े रखे थे। पर्स में 850 रुपए थे।

परिहार ने कहा कि बच्चे के साथ पत्र छोड़ने का यह पहला मामला है, जिसमें बच्ची को वापस ले जाने की बात लिखी है। लेकिन आज तक ऐसा नहीं हुआ कि कोई बच्चे को छोड़ने के बाद वापस ले गया हो।

बच्ची वापस चाहिए तो समर्पण नामा दें :

कानूनन पालनाघर में रखे जाने वाले बच्चों को वापस लेने के लिए समर्पण नामा देना जरूरी है। ऐसे में संस्थान ने अपील की है कि जिस किसी ने भी बच्ची को छोड़ा है, वे समर्पण नामा दे जाएं। इसके अभाव में बच्ची को वापस देना संभव नहीं होगा। संस्थान प्रभारी ने बताया कि समय पर बच्ची को वापस नहीं ले जाने पर कानूनी प्रक्रिया के तहत गोद दे दिया जाएगा।

पारिवारिक अनबन को लेकर भिड़े दो पक्ष

पारिवारिक अनबन को लेकर भिड़े दो पक्ष

बालोतरा। मंडली थाना क्षेत्र के बागावास अंतर्गत मछों की ढाणी में पुरानी पारिवारिक अनबन को लेकर बुधवार सुबह दो पक्षों में हुए खूनी संघर्ष में 14 जने घायल हो गए। लाठियों, धारिये व कुल्हाडियों के इस्तेमाल से लहुलूहान घायलों का मंडली के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में प्राथमिक उपचार के बाद बालोतरा रेफर किया गया। मंडली थानाधिकारी रेवंतसिंह भाटी के अनुसार बागावास इलाके में मछों की ढाणी निवासी दो भाईयों के परिवार में पिछले लंबे समय से पारिवारिक अनबन चल रही थी।

बीते वर्षो में मामूली कहासुनी के बाद दोनों पक्षों में कई बार झगड़े भी हो चुके हैं। बुधवार सुबह मामूली सी कहासुनी खूनी संघर्ष में तब्दील हो गई। दोनों पक्षों के लोगों ने एक दूसरे पर लाठियों, कुल्हाड़ी व धारिए से हमला बोल दिया। हमले में सुलेमान, मिश्री खां, मूसे खां, गफूर खां पुत्र अकबर खां, हासम व रसूल पुत्र मूसे खां, श्रीमती सोनी पत्नी गफूर खां, राजो पुत्री गफूर खां तथा दूसरे पक्ष के अबदे खां, लतीफ खां व अशरफ खां पुत्र काम्बू खां, सायब खां व यासीन खां पुत्र रहमत खां, कासम पुत्र सायब खां सभी निवासी मछों की ढाणी बागावास घायल हो गए। सिर में चोटें आने से आधा दर्जन लोग गंभीर घायल थे।

पुलिस ने घटना की सूचना मिलने पर घायलों को मंडली के राजकीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में उपचार के लिए पहुंचाया। यहां पर प्राथमिक उपचार के बाद सभी घायलों को अलग-अलग वाहनों से बालोतरा के राजकीय नाहटा अस्पताल पहुंचाया गया। गंभीर चोटें आने पर दोनों पक्षों से 11 जनों को भर्ती करवाया गया है।

समाचार लिखे जाने तक किसी भी पक्ष से पुलिस थाने में एफआईआर प्रस्तुत नहीं की गई थी। मंडली पुलिस थाने में इस घटना को लेकर दोनो पक्षों ने अलग-अलग मामले दर्ज करवाए हैं। रसूल खां पुत्र मूसे खां ने रिपोर्ट पेश कर बताया कि इबरे खां सहित 13 जनों ने घातक हथियारों से लैस होकर उसके खेत में अनाधिकृत प्रवेश किया। हमला कर उसके परिवार जनों को घायल कर दिया। इसके क्रॉस में इब्रे खां पुत्र काम्बू खां ने मूसे खां पुत्र आकू खां सहित पांच जनों के खिलाफ रास्ता रोककर मारपीट कर घायल करने का मामला दर्ज करवाया है।

महापर्व पर्यूषण शुरू ..जैन समाज के आस्था एवं जप आराधना का महापर्व पर्यूषण. शुरू .


बाड़मेर
जैन समाज के आस्था एवं जप आराधना का महापर्व पर्यूषण गुरुवार से शुरू हो रहा है। पर्यूषण पर थार नगरी में इस बार विशेष आराधना की जाएगी। बाड़मेर में संतों के सानिध्य में रोजाना धर्म प्रवचनों की सरिता बहेगी। प्रवक्ता खेतमल तातेड़ ने बताया कि जैनाचार्य गुण सागर सूरि साधना भवन में कलाप्रभ सागर, जिन कांति सागर सूरि आराधना भवन में साध्वी संयम निधी एवं तेरापंथ भवन भिक्षु कुंज में विराजित समणी निर्देशिका मंजु प्रज्ञा की पावन निश्रा में पर्यूषण पर्व पर धार्मिक अनुष्ठान आयोजित होंगे।
इसलिए महापर्व है पर्यूषण- यह पर्व जीवों के प्रति मैत्री भाव का संदेश देता है, पर्यूषण में शरीर पोषण के स्थान पर आत्म पोषण पर अधिक ध्यान दिया जाता है। यह पूर्व आत्मा के शुद्धिकरण का पर्व है इसलिए इससे आत्मिक उत्थान संभव है। पर्यूषण को सफल बनाने और चरमोत्कर्ष अवस्था में पहुंचाने के लिए तीन कार्य करने होते हैं। इनमें प्रतिक्रमण, आलोचना एवं क्षमायाचना प्रमुख है। साधक पर्यूषण पर्व के पावन दिनों में निरीक्षण करता है कि उसने किस किसके अंतर्मन को आघात पहुंचाया है। आत्म निरीक्षण करने पर चित्त शुद्धि ही पर्यूषण पर्व का लक्ष्य है।
श्रीवर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ के मंत्री जितेंद्र बाठिया ने बताया कि जैन पर्व पर्यूषण स्थानक भवन में जोधपुर से आए डॉ.चंचल मल चौरडिय़ा, रतनकंवर चौरडिय़ा व राजेश के सान्निध्य में हर्षोल्लास से मनाया जाएगा। मंत्री जितेंद्र बांठिया ने बताया कि अष्ठ दिवसीय कार्यक्रम के तहत ध्यान, तप एवं दान के अलावा योग और स्वास्थ्य के बारे में जानकारी दी जाएगी। संघ अध्यक्ष गेनमल गोगड़ ने बताया कि पर्यूषण की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।

राजस्थान दर्शन भाग ......सिरोही जिला










सिरोही जिला 



भारत के राजस्थान प्रान्त का एक शहर है। सिरोही राजस्थान का पर्वतीय एवं सीमावर्ती जिला हैं। सुप्रसिद्ध इतिहासकार कर्नल टॉड के अनुसार सिरोही नगर का मूल नाम शिवपुरी था। १४०५ में राव शोभा जी ने शिवपुरी शहर को बसाया था। प्रदेश का एकमात्र पर्वतीय स्थल माउन्ट आबू इस जिले में हैं। यह क्षेत्र मौर्य, क्षत्रप, हूण, परमार, राठौड, चौहान, गुहिल आदि शासकों के अधीन रहा। प्राचीनकाल में यह क्षेत्र आबुर्द प्रदेश के नाम से जाना जाता था और गुर्जर-मरू क्षेत्र का एक भाग था। देवडा राजा रायमल के पुत्र शिवभान ने सरणवा पहाडों पर एक दुर्ग की स्थापना की और १४०५ में शिवपुरी नामक नगर बसाया। उनके पुत्र सहसमल ने शिवपुरी के दो मील आगे १४२५ में नया नगर बसाया जिसे आजकल सिरोही के नाम से जाना जाता हैं। राजस्थान के दक्षिण-पश्चिम में स्थित सिरोही गुजरात राज्य से जुडा एक प्रमुख नगर और इसी नाम का एक जिला मुख्यालय हैं। यह सिरोही रोड रेल्वे स्टेशन से २४ किमी. दूर स्थित हैं। श्री राय साहब विसाजी मिस्त्री को सिरोही का मुख्य इंजिनियर कहा जाता है। उनके योगदान के लिए उन्हें यहाँ के लोग हमेशा याद करते हैं।



१ : देलवाडा जैन मन्दिर २ : पावापुरि जैन मन्दिर व गोउशाला ३ : मन्दिर, वराडा ४ : भुतेश्वर महादेव मन्दिर, भुतगाँव ५ : सार्नेश्वर महादेव मन्दिर, सिरोही ६ : श्री आम्बेश्वर महादेव मन्दिर, कोलरगङ, सिरोही ७ : श्री काम्बेश्वर महादेव मन्दिर, सिरोही ८ : श्री सान्चिया माता मन्दिर, जावाल ९ : श्री वेज्नाथ महदेव मन्दीर वान १० :श्री वाराहि माता पाल्र्री र्