सोमवार, 6 जून 2011

दिग्विजय पर देशद्रोह के मुकदमे की याचिका स्वीकार


दिग्विजय पर देशद्रोह के मुकदमे की याचिका स्वीकार

मुजफ्फरपुर।। बिहार के मुजफ्फरपुर जिले की एक निचली अदालत ने मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज करने के लिए आज एक याचिका को सुनवाई के लिए स्वीकार कर लिया। दिग्विजय सिंह ने बाबा रामदेव को ठग कहा था, जिस पर यह याचिका दाखिल की गई थी। 


वकील सुधीर ओझा की याचिका को मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी (सीजेएम) आरसी मालवीय ने सुनवाई के लिए स्वीकार कर लिया। ओझा ने कांग्रेस महासचिव के खिलाफ आईपीसी की धारा 154 ए, 153 और 504 के तहत मामला दर्ज करने का आग्रह किया है।

सीजेएम के सामने दायर इस याचिका में सभी धाराएं राजद्रोह, दंगा भड़काने की नीयत से उत्तेजक बयान देने और शांति भंग करने से संबंधित हैं।

मालवीय ने इस संबंध में एक गवाह आदित्य कुमार का बयान दर्ज किया। अगली सुनवाई 16 जून को होगी।

ओझा ने अपनी याचिका में कहा कि दिग्विजय के बयान से योग गुरु के अनुयायियों की भावना को ठेस पहुंची है और इसका उद्देश्य दंगा भड़काकर शांति में खलल डालना था, इसलिए दिग्विजय के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया जाना चाहिए।

रामदेव का डिप्टी बालकृष्ण नेपाली गुंडा: दिग्विजय


बाबा रामदेव और उनके समर्थकों पर कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह का हमला लगातार जारी है। बाबा के साथ अब दिग्विजय ने उनके सहयोगी बालकृष्ण पर भी हमला बोला है। दिग्विजय सिंह ने कहा कि बालकृष्ण नेपाली अपराधी हैं और उसके ऊपर कई केस चल रहे हैं। बाबा रामदेव ने दिग्विजय सिंह के इस बयान को बेबुनियाद करार दिया है और कहा कि यह सिर्फ बालकृष्ण जी की छवि को खराब करने की साजिश है।


कांग्रेस महासचिव ने अब बाबा रामदेव के साथ उनके सहयोगी बालकृष्ण पर भी हमला शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि बालकृष्ण एक अपराधी हैं। वह भी नेपाल के। उन्होंने कहा कि आखिर बालकृष्ण को भारत में रहने की अनुमति कैसे मिली ?किसने दी उनको अनुमति, इसकी जांच होनी चाहिए। दिग्विजय सिंह ने दावा किया कि इसके बारे में उत्तराखंड की खुफिया रिपोर्ट उनके पास है। दूसरी तरफ बाबा ने इसे दिग्विजय सिंह की खुराफात बताया है। उन्होंने कहा कि इसका मकसद सिर्फ बालकृष्ण जी की छवि को बिगाड़ना है।
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गौरतलब है कि बालकृष्ण जी दिल्ली में हुई पुलिस कार्रवाई के बाद लापता हैं। हालांकि, बाबा रामदेव ने कहा है कि वह सुरक्षित हैं और गुप्त मिशन पर लगे हुए हैं।

सत्याग्रह की बाबागीरी : हरिद्वार में अनशन जारी, नोएडा-गाजियाबाद पर निगाहें

सत्याग्रह की बाबागीरी : हरिद्वार में अनशन जारी, नोएडा-गाजियाबाद पर निगाहें



हरिद्वार बाबा रामदेव का अनशन जारी है और वे आज सुबह पंतजली योगाश्रम हरिद्वार में सुबह सुबह उठकर सबसे पहले योग किया है। बाबा रामदेव ने सुबह 5 बजे सबसे पहले योग किया । शुरू में 20 से 25 मिनट योग करते समय वे लगभग मौन रहे लेकिन 20 से 25मिनट बाद बोलते हुए कहा कि बाबा को मिटाने

पहले दिन चार मंत्री ऐसे आते हैं जैसे किसी राष्ट्रअध्यक्ष की आगवानी करते है , सरकार को लगा कि ऐसा करने से बाबा मान जाएगें। अगर मेरा आंदोलन तीन दिन दिल् ली चल गया होता तो फिर पूरे देश का आक्रोश खुलकर सामने आ गया होता और मुझे लगता है इस बात से सरकार डर गई। लेकिन मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि यह आंदोलन किसी सरकार के खिलाफ नहीं था और ना ही किसी सरकार को गिराने के लिए था लेकिन वे इस बात से भयभीत हो गए। दिल्ली में सत्याग्रह में भाग लेने आने वाले लोगों के साथ जिस तरह का व्यवहार सरकार ने किया है वह जुल्म की इंतेहा हैं।
मनमोहन जनता के लिए कम सोनियाजी के लिए ज्यादा जिम्मेदार
बाबा रामदेव ने आज सुबह अनशन जारी रखते हुए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर कड़े प्रहार किए है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह देश के लिए कम जिम्मेदार लगते हैं सोनिया जी के लिए ज्यादा। उन्होंने कहा कि अगर चुना हुआ जनता का प्रतिनिधी सरकार चला रहा होता तो दिल् ली में एक लाख सत्याग्रह कर रहे लोगों पर इस तरह की बर्बरता नहीं हुई होती। जिस तरह का व्यवहार किया गया है वैसा तो बाबार ने भी नहीं किया होगा। हम तो कालाधान वापस लाना चाहते हैं लेकिन सरकार को ना जाने क्यों ये बात समझ नहीं आती।

बहन मायावती से नोएडा में अनशन की इजाजत मांगगे
बाबा रामदेव नोएडा या गाजियाबाद में अनशन करना चाहते हैं और उनको उम्मीद है कि बहन मायावती उनको इस बात के लिए इजाजत दे देंगी, लेकिन फिलहाल उत्तर प्रदेश सरकार ने अनुमति देने से इनकार कर दिया है। बाबा ने भरोसा दिलाया है कि उनको अनुमति मिल जाएगी।

रामदेव ने साफ शब्दों में कहा है कि वह सरकार को सस्ते में नहीं छोड़ेंगे। मंत्रियों पर अटैक करते हुए उन्होंने कहा कि जो मंत्री मुझ पर आरोप लगा रहे हैं, उनका नार्को टेस्ट होना चाहिए। बाबा ने पुलिसिया कहर पर बोलते हुए कहा कि लाठीचार्ज में कई महिलाओं को गंभीर चोट आई हैं। उनके सचिव का भी पैर टूट गया है। जबकि एक महिला को लकवा मार गया।  बाबा रामदेव ने हरिद्वार में अपने मुख्यालय पतंजलि आश्रम में आज एक पत्रकार वार्ता में कहा कि शनिवार और रविवार की रात उनके जीवन की काली रात थी। रामलीला मैदान पर उनकी हत्या की साजिश रची गई थी और यहां तक कि पुलिस ने एक बार उनके गले में फंदा भी डाल दिया था। उन्होंने यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी पर सीधा निशाना साधा और कहा कि पूरी कार्रवाई उन्हीं के निर्देश पर हुई है। बाबा ने कहा कि यदि उनकी जान को कुछ होता है तो इसके लिए पूरी तरह से कांग्रेस और सोनिया गांधी जिम्मेदार होंगे। उन्होंने कहा कि आज का दिन वे काला दिवस के रूप में मना रहे हैं और रामलीला मैदान से शुरु हुआ, उनका अनशन जारी रहेगा।

इससे पहले दिल्ली से बाबा रामदेव विशेष विमान से देहरादून पहुंचे और वहां से वे हरिद्वार स्थित अपने पतंजलि आश्रम पहुंचे। वे पूरी तरह सफेद कपड़ों में थे। बाबा रामदेव ने हरिद्वार में अपनी पत्रकार वार्ता में कहा कि उस काली रात की याद रौंगटे खड़े करने वाली है। उन्होंने कहा कि अब तक उन्होंने लोगों पर हुए पुलिसिया अत्याचार को सिर्फ सुना था। लेकिन जो रामलीला मैदान में लोगों पर पुलिस का अत्याचार हुआ उसने बर्बरता की सारी हदें पार कर दी। उन्होंने बताया कि उन्होंने बार-बार पुलिस को मना किया कि वे  महिलाओं के साथ इस तरह का व्यवहार न करें, लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने महिलाओं और बच्चों को भी नहीं बख्शा। महिला पुलिस पांच-दस की संख्या में होगी और सशस्त्र पुलिस करीब पांच से दस हजार के बीच थे।

महिलाओं और बच्चों पर पुलिस के अत्याचार का वाकया सुनाते हुए बाबा रो पड़े। उन्होंने कहा कि उनकी आंखों के सामने जो उन्होंने जुल्म किए उसकी कोई तुलना ही नहीं है। यह इतिहास की सबसे क्रूर घटना थी। पुलिस ने छोटे-छोटे बच्चों को भी नहीं बख्शा। बाबा ने आरोप लगाया कि बच्चों को घसीट-घसीट कर मारा गया। उन्होंने कहा कि यह सब देखकर उनकी आत्मा कांप उठी।

उन्होंने सरकार के मंत्रियों के साथ हुई बातचीत का ब्योरा देते हुए कहा कि सरकार की मंशा पहले दिन से ही साफ नहीं थी और षडयंत्र रचे रहे थे। उन्होंने कहा कि सरकार ने उन्हें आश्वासन दिया कि आप जो चाहते हैं वह पूरा किया जाएगा। सरकार काले धन को राष्ट्रीय संपत्ति घोषित करने और उसके लिए बिल लाने को भी तैयार थी। सरकार काले धन का पता लगाने के लिए उच्च स्तरीय जांच कमेटी बनाने पर भी राजी थी, लेकिन वे लगातार अनशन समाप्त करने, दबाव डाल रहे थे। लेकिन हमारी मांग लिखित में आश्वासन दिए जाने की थी।

उन्होंने कहा कि सरकार ने उन्हें कहा कि चार मंत्री एयरपोर्ट जाकर आपसे मिले उससे सरकार की काफी आलोचना हुई है और अब उन्हें आंदोलन वापस ले लेना चाहिए।  होटल में हुई बैठक का हवाला देते हुए, उन्होंने कहा कि यह करीब पांच घंटे तक चली जिसमें उन्हें साफ धमकी दी गई कि या तो समझौता करो, या फिर सरकार की नाराजगी झेलो।  उन्होंने कहा कि कपिल सिब्बल जैसे व्यक्ति ने पूरी शातिरता से उनसे बातचीत की। बाबा ने आरोप लगाया कि उनकी योजना गिरफ्तार करके या फिर एनकाउंटर करवाने की थी।

उन्होंने कहा कि सारा मीडिया इस बात को जानता है कि जैसे चार तारीख की रात को भारी पुलिस आई थी उसी तरह तीन तारीख को भी होटल के बाहर भारी पुलिस थी। सरकार तो पहले दिन से ही सभी लोगों की जान लेने पर तुली थी और यदि उस दिन उनके कार्यकर्ता सतर्क नहीं होते, तो वहां कई लाशें बिछ डातीं।

स्वामी जी ने माना कि महिलाओं के कपड़े पहन कर उन्होंने पुलिस से बचने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि सरकार की पूरी योजना थी कि या तो रामदेव को इस दमन के दौरान मरवा दिया जाए या फिर उसे गायब करवा दिया जाए। उन्होंने महिला के वस्त्र पहनकर वहां से निकलने की कोशिश की। वे दो घंटे तक एक दीवार के साथ चिपक कर खड़े रहे। जब आंसू गैस के गोलों का प्रभाव थोड़ा कम हुआ तब वे वहां से निकले।

उन्होंने माना कि वे महिलाओं के बीच में छुप हुए थे। उन्होंने कहा कि उन्होंने पूरी स्थिति को भांप लिया था और उन्हें पूरी आशंका थी कि यह उनको मारने की योजना है। उन्होंने कहा कि उन्हें मरने से डर नहीं लगता लेकिन कायरता से मरना बहादुरी नहीं है।

उन्होंने दोहराया कि सरकार रिमोट से संचालित हो रही है। उन्होंने कहा कि पहले यह लगता था कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी इस देश  में पैदा नहीं हुईं फिर भी देश की बहू हैं। लेकिन कल रात उनके आदेश पर जो हुआ उससे यह साफ हो गया कि सोनिया गांधी को देश के नागरिकों से प्यार नहीं है। राष्ट्रभक्त संन्यासियों को हत्यारा और आतंकी कहा जा रहा है। उन्होंने कहा कि उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया। मेरे गले में दुपट्टा था और उन्होंने उससे मेरे गले में फंदा लगाकर मारने की कोशिश हुई। उन्होंने कहा कि क्या अन्याय के खिलाफ आवाज उठाकर वे अपराधी हो गया। 

रामदेव पर होगा अब आईटी-सीबीआई का वार, बाबा का अनशन जारी

रामदेव पर होगा अब आईटी-सीबीआई का वार, बाबा का अनशन जारी



भ्रष्‍टाचार के खिलाफ लड़ाई में सरकारी दमन के बावजूद बाबा रामदेव पीछे हटने के लिए तैयार नहीं हैं। उन्‍होंने हरिद्वार में अपना अनशन शुरू कर दिया है। पतंजलि योगपीठ में सोमवार सुबह पांच बजे सबसे पहले बाबा ने योग किया। शुरू में 20 से 25 मिनट योग करते समय वे लगभग मौन रहे। लेकिन इसके बाद उन्होंने केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। बाबा रामदेव ने योग करते हुए अनशन की शुरुआत की और बीच-बीच में समर्थकों को संबोधित करते हुए सरकार पर जमकर भड़ास निकाली।

इस दौरान बाबा बोले, 'अगर मेरा आंदोलन तीन दिन दिल्ली चल गया होता तो फिर पूरे देश का आक्रोश खुलकर सामने आ गया होता और मुझे लगता है इस बात से सरकार डर गई। दिल्ली में सत्याग्रह में भाग लेने आने वाले लोगों के साथ जिस तरह का व्यवहार सरकार ने किया है वह जुल्म की इंतहा है।' उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह देश के लिए कम जिम्मेदार लगते हैं सोनिया जी के लिए ज्यादा। उन्होंने कहा कि अगर चुना हुआ जनता का प्रतिनिधी सरकार चला रहा होता तो दिल्ली में एक लाख सत्याग्रह कर रहे लोगों पर इस तरह की बर्बरता नहीं हुई होती। जिस तरह का व्यवहार किया गया है वैसा तो बाबार ने भी नहीं किया होगा। हम तो कालाधान वापस लाना चाहते हैं लेकिन सरकार को ना जाने क्यों ये बात समझ नहीं आती।

दूसरी ओर, सरकार भी इस लड़ाई में हर हथियार आजमा लेना चाहती है। उसका अगला वार सीबीआई और आयकर विभाग के जरिए होने वाला है। इन दोनों एजेंसियों को सरकार ने सक्रिय कर दिया है। उन 200 कंपनियों के कामकाज और आमदनी पर इनकी नजर है, जिनसे बाबा और उनके सहयोगी जुड़े हैं।

जिन कंपनियों पर सरकार की नजर है, उनमें पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड, दिव्‍य फार्मेसी योग, आरोगय हर्ब्‍स, झारखंड मेगा फूड पार्क, दिव्‍य पैकमैफ, वैदिक अष्‍टभजन ब्रॉडकास्टिंग, डायनामिक बिल्‍डकॉम, पतंजलि बायो रिसर्च इंस्‍टीट्यूट आदि शामिल हैं। इन कंपनियों का अरबों का कारोबार है।

कमाई को जांच के घेरे में लेकर बाबा और उनके सहयोगियों पर शिकंजा कसने की तैयारी शुरू हो गई है। बाबा के करीबी सहयोगी आचार्य बालकृष्‍ण 34 कंपनियों के निदेशक हैं। उनके एक और सहयोगी मुक्‍ता नंद 11 कंपनियों के निदेशक हैं। बाबा ने कई मामलों में आयकर छूट ले रखी है। इनकम टैक्‍स विभाग अब छानबीन करेगा कि क्‍या यह छूट लेने में नियमों की अनदेखी तो नहीं हुई है। साथ ही, यह भी जांच होगी कि रामदेव से जुड़ी कंपनियां प्रॉडक्‍ट तैयार करने में हर नियम का पालन कर रही हैं या नहीं।

रविवार को कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि वह पार्टी से मांग करेंगे कि बाबा रामदेव को आयकर से मिली छूट की जांच की जाए। पर सरकार ने 3 जून से ही सीबीआई और इनकम टैक्‍स विभाग को बाबा रामदेव के खिलाफ सक्रिय कर दिया है।
बाबा के ट्रस्‍ट की ओर से संपत्ति, जमीन-जायदाद की खरीद-बिक्री को भी कानूनी पैमाने पर पूरी तरह परखे जाने की तैयारी है।

आपकी राय
क्या सरकार अब पूरी तरह से बाबा रामदेव के दमन के लिए तैयार है? क्या बाबा रामदेव का आंदोलन गैरकानूनी और असंवैधानिक था? क्या शांतिपूर्वक धरना प्रदर्शन या अनशन करना गैरकानूनी है? बाबा रामदेव के अनशन पर पुलिस के जरिए हमले और अब जांच एजेंसियों के जरिए शिकंजा कसने की तैयारी क्या साबित करती है? इन मुद्दों पर अपनी राय संतुलित शब्दों में जाहिर करें। आप अपनी टिप्पणी के खुद जिम्मेदार होंगे।

एसपी ने किया निरीक्षण


एसपी ने किया निरीक्षण

रानीवाड़ा जिला पुलिस अधीक्षक राहुल बारहठ ने पुलिस थाने का आकस्मिक निरीक्षण किया। पुलिस अधीक्षक ने क्षेत्र में ओवर लोड व अवैध वाहनों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने अनुसंधानकर्ताओं को मुकदमों का शीघ्र निस्तारण तथा अभियुक्तों की गिरफ्तारी करने की बात कही। इससे पूर्व पुलिस अधीक्षक थाने में शाम छह बजे पहुंचे। यहां उन्होंने थाना रिकॉर्ड, रख-रखाव व लम्बित मामलों की जांच की। साथ ही जवानों की समस्याएं भी सुनीं। इस मौके पर पुलिस उपाधीक्षक जयपालसिंह यादव, थाना प्रभारी रामचंद्र मीणा भी मौजूद थे।

करड़ा & नवनियुक्त पुलिस अधीक्षक राहुल बारहठ ने रविवार को स्थानीय पुलिस थाने का निरीक्षण कर थाना प्रभारी को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। रविवार दोपहर को एसपी थाने पहुंचे और थानाधिकारी ज्येष्ठदान से अपराध के बारे में जानकारी ली। वहीं अपराध की रोकथाम के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने बीट कांस्टेबल्स से भी अपनी बीट में सतर्क रहने के निर्देश दिए।

झाब कस्बे के पुलिस थाने का रविवार को एसपी राहुल बारहठ ने निरीक्षण किया। इस दौरान बारहठ ने कर्मचारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इस मौके थानाधिकारी समेत पुलिसकर्मी मौजूद थे।

सांचौर के निकट धमाणा का गोलिया गांव में पर्यावरण मेले का आयोजन, ग्रामीणों ने लगाए पौधे, पर्यावरण शुद्धि हवन का भी आयोजन।


सांचौर के निकट धमाणा का गोलिया गांव में पर्यावरण मेले का आयोजन, ग्रामीणों ने लगाए पौधे, पर्यावरण शुद्धि हवन का भी आयोजन। 

सांचौर विश्व पर्यावरण दिवस पर निकटवर्ती धमाणा का गोलिया स्थित अमृतादेवी विश्नोई उद्यान में विशाल पर्यावरण मेले का आयोजन किया गया। इस मौके ग्रामीणों ने पौधे लगाकर उनके संरक्षण का जिम्मा लिया साथ ही पर्यावरण शुद्धि हवन भी किया। इस मौके साढ़े तीन सौ से अधिक पौधे लगाए गए।

इस अवसर पर आयोजित पर्यावरण गोष्ठी को संबोधित करते हुए सुखदेव मुनी ने कहा कि आज पर्यावरण को बचाने के लिए चिंतन किया जा रहा है, पर्यावरण शुद्ध नहीं होगा तो मानव जीवन खतरे में पड़ जाएगा। इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को पौधे लगाने चाहिए। पूर्व सरपंच भीखाराम सारण ने कहा कि बढ़ते प्रदूषण से मानव जीवन खतरे में है। मोहनकुमार विश्नोई ने कहा कि विश्नोई समाज ने पेड़ों की रक्षा के लिए जोधपुर के निकट खेजड़ली में 363 महिला-पुरुषों का बलिदान देकर पेड़ों की रक्षा की थी जो दुनिया के सामने एक मिशाल है। परावा सरपंच ईशराराम विश्नोई ने कहा कि शिक्षा के अभाव में समाज का विकास नहीं होता उसी प्रकार पर्यावरण संरक्षण के बिना मानव जीवन को धरती पर लंबे समय तक बचाना मुश्किल है। पार्षद बीरबल पूनिया ने पर्यावरण के लिए पेड़-पौधे लगाने की बात कही। इस अवसर पर गायक कलाकार चंपालाल करीर द्वारा गुरु जांभोजी की वाणी की प्रस्तुति दी गई।

पर्यावरण शुद्धी यज्ञ कर लिया संकल्प

इस मौके पर्यावरण शुद्धी यज्ञ का आयोजन किया गया। इससे पूर्व पाहल बनाया गया। यज्ञ में महिला, पुरुषों व बच्चों ने आहूतियां देकर पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया। साथ 363 पौधे लगाए गए, जिसमें पूर्व प्रधान सुखराम विश्नोई, वन विभाग के रैंजर नाहरसिंह, पूर्व सरपंच भीखाराम सारण, मोहनकुमार विश्नोई, बीरबल पूनिया, परावा सरपंच ईशराराम, हनुमानाराम पंवार, जयकिशन विश्नोई सहित पर्यावरणप्रमियों ने खेजड़ी, नीम सहित कई छायादार पौधों का रोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया। इस मौके विचार गोष्ठी में अमृतादेवी उद्यान सेवा समिति ने उद्यान परिसर में छायादार दो हजार पौधे इसी माह लगाने की बात कहते हुए मरूस्थल के रूप में विरान क्षेत्र को हरा-भरा करने की शपथ लेते हुए पौधों का लालन-पालन कर उनके संरक्षण की शपथ ली।

सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने मनाया पर्यावरण दिवस


सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने मनाया पर्यावरण दिवस

जैसलमेर सीमा सुरक्षा बल की 66वीं बटालियन में विश्व पर्यावरण दिवस आयोजित किया गया। समारोह के अंतर्गत सेक्टर मुख्यालय की 66 बटालियन एवं 100 वीं वाहिनी के अधिकारी एवं सभी जवानों ने पौधारोपण किया। इस अवसर पर जवानों के साथ साथ महिलाओं व बच्चों ने भी विभिन्न प्रकार के पौधे लगाए।

66 वीं वाहिनी के कमाण्डेंट ने बताया कि इस अवसर पर सभी वर्गों के सदस्यों ने बड़े उत्साह से कैम्पस, फैमली लाइन, एडम ब्लॉक एवं जवानों के रियासी इलाकों में साफ सफाई कर पर्यावरण को स्वच्छ बनाने में पहल की। आयोजन को संबोधित करते क्षेत्रीय मुख्यालय उप महानिरीक्षक बलविंदरसिंह ने बताया कि पर्यावरण दिवस के साथ साथ इस इलाके में वृक्षारोपण एवं उनके रख रखाव पर पूरा ध्यान दिया जाए। ताकि हरित क्रांति को अपनाया जा सके।

रामगढ़ & कस्बे में स्थित 34वीं वाहिनी सीमा सुरक्षा बल मुख्यालय पर विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया। इस अवसर पर वाहिनी के समादेष्टा पी.के. आनंद सहित कई अधीनस्थ अधिकारी व जवान उपस्थित थे। विश्व पर्यावरण दिवस की महत्ता बताते हुए समादेष्टा पी.के. आनंद ने सभी को एक एक पौधा लगाकर उसके संरक्षण की बात कही। इस मौके पर वाहिनी के कार्मिकों द्वारा परिसर की साफ सफाई कर विभिन्न प्रकार के पौधे लगाए गए तथा पर्यावरण के बारे में जागरूक किया।

रोगियों के लिए वरदान साबित होगी 108 एंबुलेंस : सांसद सिवाना में 108 एंबुलेंस का शुभारंभ


रोगियों के लिए वरदान साबित होगी 108 एंबुलेंस : सांसद
सिवाना में 108 एंबुलेंस का शुभारंभ

बाड़मेर-सिवान उपखंड मुख्यालय पर रविवार को बाड़मेर-जैसलमेर सांसद हरीश चौधरी ने हरी झंडी दिखाकर 108 एंबुलेंस का शुभारंभ किया।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सांसद चौधरी ने कहा कि 108 एंबुलेंस क्षेत्रके लोगों के लिए वरदान साबित होगी।इससे दूरदराज क्षेत्रों में आपात स्थिति में मरीजों को सुविधा मिल सकेगी।पूर्व विधायक गोपाराम मेघवाल ने कहा कि लंबे-चौड़े सिवाना क्षेत्र में 108 एंबुलेंस सुविधा की दरकार लंबे समय से महसूस की जा रही थी।विधायक कानसिंह कोटड़ी ने सिवाना की जनता की १०८ एंबुलेंस की मांग को पूरा करने के लिए राज्य सरकार का आभार व्यक्त किया।सीएमएचओ डॉ. गणपतसिंह राठौड़ ने अतिथियों का आभार व्यक्त किया। इस मौके पर उपखंड अधिकारी नरेंद्र कुमार जैन, डॉ. गुमानसिंह राठौड़, विकास अधिकारी सोमेश्वर देवड़ा, ओमाराम, मोटाराम, मालाराम भील, हमीरसिंह भायल, महेंद्र टाइगर व मुकनसिंह सहित सैकड़ों ग्रामीण मौजूद थे।

सांसद ने किया अस्पताल का निरीक्षण: १०८ एंबूलेंस के उद्घाटन समारोह के बाद सांसद हरीश चौधरी ने अस्पताल का निरीक्षण कर डॉ.राठौड़ से समस्याओं की जानकारी ली।निरीक्षण के दौरान ग्रामीणों व जनप्रतिनिधियों ने सांसद के समक्ष डॉक्टरों की कमी का मुद्दा उठाया, जिस पर सांसद ने शीघ्र ही रिक्त पदों पर चिकित्सकों की निुयक्ति का भरोसा दिलाया।

अंडर-19 क्रिकेट प्रतियोगिता बाड़मेर बना चैंपियन रूबल ढोलिया मैन ऑफ दी सीरिज, विभोह राणा मैन ऑफ दी मैच


 अंडर-19 क्रिकेट प्रतियोगिता
बाड़मेर बना चैंपियन
रूबल ढोलिया मैन ऑफ दी सीरिज, विभोह राणा मैन ऑफ दी मैच

बाड़मेर राजस्थान राज्य क्रिकेट संघ की अंडर-19 डूंगरपुर शील्ड क्रिकेट प्रतियोगिता में बाड़मेर की टीम ने टोंक को करारी शिकस्त दी। बाड़मेर के रूबल ढोलिया ने मैच में बेहतर प्रदर्शन किया। उन्हें टीम का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी घोषित किया गया। वहीं विभोह राणा को मैन ऑफ द मैच घोषित किया गया।

प्रतियोगिता की विजेता तथा उपविजेता टीमों को राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी ने पुरस्कृत किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने विजेता तथा उप विजेता टीमों के खिलाडिय़ों को बड़ी उपलब्धि हासिल करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा राजस्थान क्रिकेट में उत्तरोत्तर प्रगति कर रहा है। इसे और आगे बढ़ाने का दायित्व विजेता खिलाडिय़ों का ही है। चौधरी ने कहा राज्य में आधारभूत सुविधा के लिए हर संभव मदद दी जाएगी। राजस्थान क्रिकेट संघ के उपाध्यक्ष विमल शर्माने खिलाडिय़ों की हौसला अफजाई की।

फाइनल मैच में टोंक की टीम प्रथम पारी में 98 रन पर ही सिमट गई। बाड़मेर टीम के मोहित सिंह ने 4 एवं संदीप चौधरी ने 2 विकेट तथा रूबल ढोलिया ने तीन विकेट झटके। जवाब में बाड़मेर ने पहली पारी में 431 रन बनाए। बाड़मेर के विभोह राणा ने शानदार 106 रन बनाए। वहीं अर्पित भाटिया ने 92, त्रिषभ ने 89 एवं आदर्श शर्माने 51 रन बनाए। टोंक के सौरभ भाटी ने 5 विकेट लिए।टोंक ने फॉलोऑन खेलते हुए दूसरी पारी में 256 रन बनाए। बाड़मेर के रूबल ढोलिया ने 7 विकेट लिए। बाड़मेर ने एक पारी व 69 रनों से जीत हासिल की।

डीएनपी मुद्दे पर पक्ष-विपक्ष एक

डीएनपी मुद्दे पर पक्ष-विपक्ष एक

बाड़मेर
डीएनपी के मुद्दे पर आयोजित सर्वदलीय बैठक में विचार विमर्श के बाद सुलह के आसार बने हैं। कांग्रेस व भाजपा के शीर्ष नेताओं की अगुवाई में करीब चार घंटे तक मंथन के बाद डीएनपी से उत्पन्न समस्याओं के समाधान को लेकर मुख्य सचिव राजस्थान सरकार की मौजूदगी में जयपुर में बैठक आयोजित करने पर सहमति बनी। पार्टी से ऊपर उठकर सरहदी गांवों की जनता के लिए सभी ने पैरवी का विश्वास दिलाया। इस दौरान विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई। मरू उद्यान संघर्ष समिति के संयोजक स्वरूपसिंह राठौड़ ने जनप्रतिनिधियों के समक्ष मसौदा रखा। इसके बाद संयुक्त रूप से प्रयास किए जाने का आह्वान किया गया। 

सरहदी गांवों के विकास में रोड़ा बने राष्ट्रीय मरू उद्यान से उत्पन्न समस्याओं का समाधान ढूंढने के लिए रविवार को स्थानीय डाक बंगले में सांसद हरीश चौधरी, शिव विधायक अमीन खां, बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन, भाजपा जिलाध्यक्ष मेजर परबतसिंह, संघर्ष समिति के संयोजक स्वरूपसिंह राठौड़ समेत शीर्ष नेताओं की मौजूदगी में बैठक में आयोजित हुई। इस दौरान संघर्ष समिति के संयोजक स्वरूपसिंह राठौड़ ने डीएनपी के संबंध में विभिन्न पहलुओं की जानकारी दी। सांसद हरीश चौधरी ने कहा सरहदी गांवों की समस्याओं के समाधान के लिए संयुक्त रूप से प्रयास किए जाएंगे। राज्य व केंद्र सरकार के समक्ष पहले भी यह मुद्दा रख चुके हैं। नए सिरे से पैरवी की जाएगी। शिव विधायक अमीन खां ने कहा कि पार्टी से ऊपर उठकर सभी लोग एकजुट होकर सरहदी गांवों की समस्याओं का समाधान ढूंढेंगे। इस संबंध में जयपुर में बैठक आयोजित कर मुख्य सचिव की मौजूदगी में विचार विमर्श कर आगे की रणनीति तय की जाएगी। शिव के पूर्व विधायक हरिसिंह सोढ़ा ने कहा कि डीएनपी के मुद्दे को लेकर आंदोलन का रुख अख्तियार किया जाएगा। कागजों में डीएनपी घोषित कर रखा है, जबकि मौके पर डीएनपी की एक भी शर्त की पालना नहीं हो रही है। एडवोकेट रूपसिंह राठौड़ ने कहा कि डीएनपी क्षेत्र के गांवों के लोग पिंजरे में कैद हो गए हैं। विकास ठप है। भाजपा जिलाध्यक्ष मेजर परबतसिंह ने कहा कि दशकों से विकास में रोड़ा बने उद्यान का अस्तित्व ही नहीं है। 

"Om Jai Shiv Omkara" - Lord Shiva Aarti

रविवार, 5 जून 2011

तीन लोगों ने बारी-बारी से फांसी लगाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली

तीन लोगों ने बारी-बारी से फांसी लगाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली


कर्ज की भेंट चढ़ गया एक पढ़ा लिखा परिवार। घोलूमाजरा गांव में तीन लोगों ने बारी-बारी से फांसी लगाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। पिता का शव छत की हुक से बंधी रस्सी से शनिवार दोपहर बरामद किया गया, जबकि पहले फांसी लगा चुकी उसकी पत्नी व बेटे के शव फर्श पर पाए गए। अमृतसर का यह परिवार पिछले हफ्ते ही दप्पर टोल प्लाजा के निकट घोलूमाजरा में किराए पर रहने आया था। मौके से बरामद सुसाइड नोट में मौत का कारण परिवार पर लाखों रुपयों की देनदारी बताया गया है। परिवार सवा साल से विभिन्न शहरों के धार्मिक स्थलों में रहकर गुजर बसर कर रहा था।

बरामद शवों की शिनाख्त 42 वर्षीय मुकेश कपूर पुत्र तिलकराज ,उसकी पत्नी स्वीटी रानी और 16 वर्षीय बेटे हरेश कपूर के तौर पर हुई है। ये लोग मोहल्ला आबादी गोकुलचंद, अमृतसर थे। मुकेश अकाउंटेंट था व कंप्यूटर सॉफ्टवेयर का काम भी जानता था। मुकेश के पड़ोसी आवेश शुक्ला ने बताया कि शुक्रवार की रात साढ़े दस बजे तक उसने परिवार को आपस में बात करते सुना। सुबह उनका दरवाजा अंदर से बंद मिला। दोपहर 11 बजे खटखटाने के बावजूद कोई हरकत न होने पर उसे शक हुआ। उसने एक सीढ़ी की मदद से रोशनदान से झांका तो दंग रह गया। उसे केवल मुकेश फंदे में झूलता नजर आया, जबकि मां बेटा अंधेरे में नजर नहीं आए। सूचित करने पर पुलिस ने मौके पर पहुंच दरवाजा तोड़ा तो मां व बेटे के शव भी पास ही फर्श पर पड़े मिले।

12 पन्नों का लिखा सुसाइड नोट
लेहली चौकी इंचार्ज संतोख सिंह के अनुसार मौके से 12 पन्नों का हिंदी में लिखा सुसाइड नोट बरामद हुआ है। यह नोट 2 जून तारीख डालकर स्वीटी रानी ने लिखना शुरु किया था जबकि लिफाफे पर मुकेश कपूर की लिखाई है। सुसाइड नोट के मुताबिक स्वीटी व मुकेश का विवाह 1994 में हुआ था। 2004 में अपने साले रविंदर के कहने पर वह पांच लाख रुपए लेकर वह लुधियाना आ गया। रविंदर यहां होजरी का काम करता है। यहां चंद्र नगर में 111 गज का प्लॉट लिया और एलआईसी से लोन लेकर मकान बनाया। उसने रविंदर को 3 लाख रुपए उधार दिए थे। इस बीच काम नहीं चला और गुजारा करने व किश्तें चुकाने के लिए उन्होंने और कर्ज लिया जो बढ़कर 30 लाख हो गया।

कर्ज की अदायगी में उन्हें प्लॉट बेचना पड़ा और अभी भी उनपर करीब 12 लाख रुपए की देनदारी बकाया है। सुसाइड नोट में आरोप है कि रविंदर ने हौजरी के कामकाज में उनका हिस्सा नहीं डाला, न ही दस्ती लिए पैसे लौटाए। इसके अलावा स्वीटी को उसके मायके परिवार से बनते हिस्से से भी महरूम रखा। देनदारी से तंग आकर उन्होंने मार्च 2010 में लुधियाना छोड़ने के बाद परिवार को रोटी के भी लाले पड़ गए। थाना प्रभारी गुरदयाल सिंह के अनुसार सुसाइड नोट पर दिए गए पते पर पूछताछ के लिए पुलिस को रवाना किया गया है। परिजनों के पहुंचने के बाद ही पोस्टमार्टम किया जाएगा। फिलहाल, पुलिस ने खुदकुशी का मामला दर्ज करने की कार्रवाई शुरु कर दी है।

बेटे ने मां और पिता ने दोनों की मौत देखी
बारी-बारी से मौत को गले लगाने की मार्मिक घटना की कल्पना कर लोग सिहर उठे। कैसे तीनों सदस्य इकट्ठे प्राण त्यागने पर एकराय हुए। मरने से पहले कैसे एक-दूसरे से विदा ली होगी। कलेजा इतना पक्का हुआ कि आंखों के सामने महिला स्वीटी के दम तोड़ने पर भी बेटे व पति का कलेजा नहीं पिघला। मौत का इत्मीनान होने पर ब्लेड से रस्सी काटकर शव उतारा, फिर रस्सी जोड़ी और मां को रुसवा कर बेटा भी फंदे पर झूल गया। मुकेश ने उसे उतारा, मां बेटे के शव एक साथ फर्श सटाए, फिर रस्सी जोड़ खुद फंदा लगा लिया। उसे उतारना पुलिस के खाते में आया। इरादे इतने मजबूत थे कि तनिक भी डांवाडोल नहीं हुए। तीन जिंदगियां एक एक कर मौत के मुंह में समा गईं परंतु किसी को भनक तक नहीं लगी।

तंगहाली की कहानी, मौके की जुबानी
घटनास्थल परिवार की तंगहाली बयान कर रहा था। उन्होंने अभी कमरे का किराया भी नहीं दिया था। कमरे में न पंखा था, न स्टोव, न राशन। खाना पकाने की बजाय खाने के कुछेक बर्तन थे। तीन बैग थे जिनमें केवल कपड़े व कुछ जोड़े जूते चप्पल थे। उनके पास से कोई शिनाख्ती दस्तावेज, सर्टिफिकेट व सेलफोन तक नहीं था। यहां तक कि पुलिस को कोई पैसा नहीं मिला। आवेश के अनुसार बाहर ढाबे से कभी कभार चाय ले जाते देखा गया। एकाध बार खाना गरम करने के लिए उन्होंने उससे स्टोव भी लिया था।

राजघाट पर भाजपा का अनशन शुरू, नेताओं का जमघट लगा

राजघाट पर भाजपा का अनशन शुरू, नेताओं का जमघट लगा


नई दिल्ली. बीजेपी अब खुलकर बाबा रामदेव के समर्थन में आ गई है, जबकि कांग्रेस ने एकस्वर में बाबा की तीखी आलोचना की है। बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी ने कहा है कि बाबा रामदेव के अनशन को जबरन हटाने से आपातकाल की याद आ गई है और बीजेपी का अनशन शुरू हो गया है। यहां बड़ी संख्या में भाजपा के वरिष्ठ नेता और कार्यकत्र्ता पहुंचे हुए हैं। यह अनशन कल शाम सात बजे तक चलेगा

बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी ने कहा कि यह घटना लोकतंत्र पर कलंक है और इसके लिए प्रधानमंत्री को देश से माफी मांगनी चाहिए। दिल्ली में राजघाट पर यह अनशन होगा, जिसके लिए पुलिस प्रशासन से इजाजत मांगी गई है। लेकिन यदि इजाजत नहीं भी मिलती, तो भी वे अनशन करेंगे। उन्होंने कहा कि इस घटना के बाद सरकार को बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने इसे लोकतंत्र पर काला धब्बा बताया।

पार्टी नेता लालकृष्ण आडवाणी ने कहा कि भ्रष्टाचारियों को बचाने के लिए केंद्र सरकार ने यह कार्रवाई की है। उन्होंने भी पूरे मामले में केंद्र सरकार की कड़ी आलोचना की।

गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस मुद्दे पर सरकार पर जमकर बरसे हैं। उन्होंने कहा कि यह रामलीला मैदान पर सरकार की रावणलीला है। उन्होंने कहा कि यह केंद्र सरकार के अंत का आगाज है।

लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने बाबा रामदेव के खिलाफ पुलिस कार्रवाई की आलोचना करते हुए कहा कि जो टीवी या मीडिया में दिखाया जा रहा है वो रामलीला मैदान में हुई पुलिस की बर्बरता का एक फीसदी भी नहीं है। जो कुछ रामलीला मैदान में घटा वो अत्याचार की पराकाष्ठा है। उन्होंने कहा कि जो हुआ वो केवल पुलिस अधिकारयों के आदेश पर नहीं किया जा सकता। जो कुछ हआ है वो प्रधानमंत्री, सोनिया गांधी और कपिल सिब्बल जैसे नेताओं के आदेश पर हुआ है। यह लोकतंत्र को शर्मसार करने वाला है।

वहीं राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरुण जेटली ने भी इसे देश के लोकतंत्र के इतिहास में शर्मनाक अध्याय बचाया। उन्होंने कहा कि एक ओर तो सरकार इस देश को तोड़ने वाले अलगाववादियों को देश को तोड़ने के अधिकार देती है लेकिन शांतीपूर्ण तरीके से अपनी बात रख रहे आंदोलनकारियों पर सरकार बल प्रयोग करती है। अरुण जेटली ने दिग्विजय सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस महासचिव ने बेहद भद्दी और अपमानित करने वाली भाषा का प्रयोग किया। एक ओर तो दिग्विजय सिंह ओसामा बिन लादेन जैसे आतंकी को जी कहकर संबोधित करते हैं और दूसरी ओर वो रामदेव जैसे योगगुरु को ठग कहते हैं। यह दर्शाता है कि किस स्तर की राजनीति कांग्रेस कर रही है।

मुख्यमंत्रियों ने भी की केंद्र की आलोचना

कई मुख्यमंत्रियों ने भी केंद्र सरकार द्वारा आधी रात को रामलीला मैदान पर बाबा के अनशन पर की गई पुलिसिया कार्रवाई की कड़ी निंदा की है। उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती ने पूरे मामले की न्यायिक जांच की मांग की है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार ने इसे बर्बर कार्रवाई बताया है।

कांग्रेस का बाबा पर निशाना

केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने बाबा रामदेव पर निशाना लगाते हुए कहा कि बाबा लोगों को योग सिखाने तक ही सीमित रहें। उन्होंने सरकार के साथ धोखाधड़ी की है। उन्होंने कहा कि बाबा भ्रष्टाचार के लिए, कुछ करें या न करें, कांग्रेस जरूर करेगी। उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री हवाई अड्डे पर बाबा से बातचीत करने गए थे मनाने नहीं। उन्होंने कहा कि आगे बाबा से कोई बातचीत नहीं की जाएगी। एक अन्य केंद्रीय मंत्री पवन बंसल ने भी बाबा की कड़ी आलोचना की है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी कहा है कि बाबा की संपत्ति की जांच जरूरी है।  

सलमा आगा की बेटी का अश्लील एमएमएस

सलमा आगा की बेटी का अश्लील एमएमएस 
 

मुंबई। बॉलिवुड की मशहूर की अभिनेत्री सलमा आगा की बेटी झरा खान का यूटयूब पर अश्लील एमएमएस को अपलोड करने पर सनसनी मच गई। उन्होने ओशिवरा पुलिस स्टेशन में इस मामले की शिकायत करवाई है।

झरा का कहना है कि उस एमएमएस में नही हूं मेरे को किसी ने मुझे बदनाम और कैरियर को नुकसान पहुुंचाने की कोशिश की है। पुलिस ने इस मामले पुष्टि करते हुए कहा कि अश्लील एमएमएस अपलोड करने वाले के बारे पता लगाया जा रहा है। 

रामदेव के समर्थन में धरने पर बैठे डीएफओ

रामदेव के समर्थन में धरने पर बैठे डीएफओ 
 

कोरबा। बाबा रामदेव के सत्याग्रह आंदोलन के समर्थन में शनिवार को कोरबा डीएफओ खुलकर सामने आए। उन्होंनेे आंदोलन स्थल पर पहुंचकर अनशनकारियों की हौसला आफजाई की।

बाबा रामदेव के अनशन के समर्थन में पतंजलि योग समिति और भारत स्वाभिमान न्यास के स्थानीय कार्यकर्ता सुभाष चौक पर धरने पर बैठे हैं। इस आंदोलन में विभिन्न राजनैतिक दल और सामाजिक संस्थानों के लोग शामिल हुए। डीएफओ हेमंत पांडेय ने भी सरकारी मर्यादा को लांघते हुए आंदोलन में शिरकत की। वे घंटों आंदोलन स्थल पर बैठे रहे।

इस दौरान शिवसेना, भाजपा और विभिन्न सामाजिक संस्थानों के लोगों से डीएफओ घिरे रहे। भारतीय वन सेवा का सरकारी अफसर होने के बावजूद केंद्र सरकार के विरूद्ध आंदोलन में शामिल होने के सवाल पर पांडेय ने कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया। मीडिया के सवालों से घिरते देख बाद में वे आंदोलन स्थल से चले गए। जिला कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष धरम निर्मले ने केंद्र सरकार से डीएफओ के विरूद्ध कार्रवाई की मांग की है।

उन्होंने बताया कि किसी अफसर का सरकार विरोधी आंदोलन में शामिल होना और खिलाफत करना गंभीर मुद्दा है। भारतीय जनता पार्टी के शासन में सरकारी अफसर बेलगाम होकर ऎसे आंदोलनोें में न सिर्फ शामिल हो रहे हैं, बल्कि उन्हें आर्थिक मदद भी पहुंचाने में भरपूर सहयोग कर रहे हैं। 

ब्यॉयफ्रेंड से चैट की तो पिता ने जला दिया

ब्यॉयफ्रेंड से चैट की तो पिता ने जला दिया 
 

नावदा। बिहार के नावदा में एक व्यक्ति पर अपनी 20 साल की बेटी को जलाकर मारने के आरोप लगे हैं। बताया जा रहा है कि अपनी बेटी अर्चना के ब्यॉयफ्रेंड से मोबाइल पर चैट करने से नाराज पिता ने उसे जान से मार दिया।

युवक के पास से अर्चना के एसएमएस भी मिले हैं। यह घटना सात मई कि है जो गुरूवार को ही सामने आई है। बताया जा रह है कि उसके पिता ने लड़के को मारने की धमकी दी। इसके बाद पुलिस में यह शिकायत दर्ज करवाई गई है कि अर्चना को उसके पिता ने ही मारा था। पुलिस के अनुसार बीए द्वितीय वर्ष की छात्रा अर्चना का अपने सहपाठी सुमन सिंह के साथ सम्बंध था। लेकिन लड़की के पिता को यह मंजूर नहीं। बताया जा रहा है कि इस व्यक्ति ने लड़के को धमकी दी थी कि जब मैं अपनी बेटी को मार सकता हूं तो तुम बच नहीं सकते हो। इसके बाद पुलिस में यह शिकायत दर्ज करवाई गई।