अमरीका में पगड़ी से उतरा "लोगो"
वाशिंगटन। न्यूयॉर्क के सार्वजनिक परिवहन में काम करने वाले मुस्लिम और सिख अब सरकारी ठप्पे के बिना टोपी या पगड़ी पहन सकेंगे। 9/11 हमलों के बाद पगड़ी या टोपी पर सरकारी पहचान चिह्न लगाना अनिवार्य कर दिया गया था।
अमरीकी न्याय विभाग और न्यूयॉर्क ट्रांजिट अथॉरिटी (एनवाईसीटीए) आठ साल बाद समझौते पर पहुंचे। 2004 में शिकायत दर्ज कराई गई थी कि एनवाईसीटीए धार्मिक भेदभाव की तरफ बढ़ रहा है। बुधवार को हुए समझौते के तहत न्यूयॉर्क में बस और लोकल ट्रेनों के कर्मचारी अब बिना पहचान चिह्न वाली पगड़ी, स्कार्फ, हिजाब, यहूदी टोपी, कुफी और अन्य तरह की टोपियां पहन सकेंगे। नए समझौते के तहत सिख कर्मचारी नीले रंग की पगड़ी पहनेंगे।
वाशिंगटन। न्यूयॉर्क के सार्वजनिक परिवहन में काम करने वाले मुस्लिम और सिख अब सरकारी ठप्पे के बिना टोपी या पगड़ी पहन सकेंगे। 9/11 हमलों के बाद पगड़ी या टोपी पर सरकारी पहचान चिह्न लगाना अनिवार्य कर दिया गया था।
अमरीकी न्याय विभाग और न्यूयॉर्क ट्रांजिट अथॉरिटी (एनवाईसीटीए) आठ साल बाद समझौते पर पहुंचे। 2004 में शिकायत दर्ज कराई गई थी कि एनवाईसीटीए धार्मिक भेदभाव की तरफ बढ़ रहा है। बुधवार को हुए समझौते के तहत न्यूयॉर्क में बस और लोकल ट्रेनों के कर्मचारी अब बिना पहचान चिह्न वाली पगड़ी, स्कार्फ, हिजाब, यहूदी टोपी, कुफी और अन्य तरह की टोपियां पहन सकेंगे। नए समझौते के तहत सिख कर्मचारी नीले रंग की पगड़ी पहनेंगे।