रविवार, 1 सितंबर 2019

जैसलमेर*भामाशाह अशौक तँवर ने बाबा जी भंवरलाल जी की मूर्ति मुक्तेश्वर मन्दिर परिसर में स्थापित करवाई*

जैसलमेर, भामाशाह अशोक तँवर ने बाबा जी भंवरलाल जी की मूर्ति मुक्तेश्वर मन्दिर परिसर में स्थापित करवाई*

*साध्वी कपिला गोपाल सरस्वती ने किया मूर्ति का अनावरण*




जैसलमेर पूर्व सभापति भामाशाह अशोक तंवर द्वारा जन आस्था केंद्र मुक्तेश्वर मन्दिर के संस्थापक बाबा जी भँबर लाल जी की मूर्ति रविवार को शुभ मुहूर्त में स्थापित करवाई।मूर्ति का अनावरण साध्वी कपिला गोपाल सरस्वती द्वारा किया गया।।मुक्तेश्वर मन्दिर जेसलमेर वासियो के लिए आस्था का प्रमुख केंद्र है जिसकी स्थापना बाबा भंवरलाल जी ने की थी।पूर्व सभापति अशोक तंवर की बाबा जी के प्रति आस्था ने उन्हें बाबा जी की प्रतिमा स्थापित करने को प्रेरित किया।।आज रविवार को साध्वी कपिला गोपाल सरस्वती द्वारा मूर्ति का विधिवत पूजा अर्चना के बाद अनावरण किया गया।इस अवसर पर विधायक रूपाराम धनदे,राणजी चौधरी ,चन्द्र प्रकाश,उम्मेद आचार्य,त्रिलोक खत्री,नटवर लाल व्यास,नवल व्यास,धनराज सोनी,उपेंद्र ,कमलेश ,राजकुमार,ब्रिज रतन छंगाणी,आनंद व्यास,नटवर जंगा,बृजेश आचार्य,पवन सुदा, आज़ाद बिस्सा,जुगल भाटिया,रसाल पुरोहित,शरद व्यास,जगदीश बिस्सा,देवेंद्र परिहार,खीम सिंह,अमित व्यास,अरुण पुरोहित,मानव व्यास,मुरलीधर खत्री,भँबर लाल जोशी,अरविंद,वचनाराम,मनु बिस्सा,कालूराम पुरोहित,प्रदीप भाटिया,राजेश शर्मा,संजय सहित मुक्तेश्वर धाम के समस्त सदस्य उपस्थित थे।।इस अवसर पर साध्वी कपिला गोपाल सरस्वती ने कहा कि धर्म की रक्षा करने वालो की याद चिरस्थाई बनाने के लिए उनकी प्रतिमा स्थापित पर पुनीत कार्य किया है।उन्होंने तंवर का साधुवाद करते हुए आशीर्वाद दिया।।विधायक रूपराम धनदे ने कहा कि महान व्यक्तित्व के धनी बाबा भंवरलाल जी मूर्ति स्थापना नेक कार्य है।।मुक्तेश्वर मन्दिर आज जन जन की आस्था का केंद्र है।।

जैसलमेर केबिनेट मंत्री साले मोहम्मद का बढ़ता प्रभाव,विरोधियों की नींद उड़ी*

जैसलमेर केबिनेट मंत्री साले मोहम्मद का बढ़ता प्रभाव,विरोधियों की नींद उड़ी*

*बाडमेर न्यूज़ ट्रैक के लिए खास खबर चन्दन सिंह भाटी*

*जैसलमेर पश्चिमी राजस्थान के सरहदी जिले जैसलमेर में 66 साल की राजनीति में पहली बार केबिनेट मंत्री का दर्जा हासिल कर   अपना खास मुकाम बनाने वाले सरहद के सुल्तान मुस्लिम धर्म गुरु गाज़ी फ़क़ीर के बड़े बेटे साले मोहम्मद ने गाज़ी फकीर की सल्तनत को काफी हद तक न केवल संभाल दिया बल्कि अपनी छवि को भी दमदार बनाया।।देखा जाए तो मंत्री मंडल में शामिल होने के बाद से ही साले मोहम्मद ने अपनी छवि को सर्व समुदाय आधारित बनाने में कोई कसर नही छोड़ी। चाहे शिव मंदिर में महाभिषेक हो या देवी मंदिर में पूजा अर्चना या बाबा रामदेव मन्दिर की पूजा।।साले मोहम्मद आज साम्प्रदायिक सद्भाव के प्रतीक बन गए।।राजस्थान के तमाम जिलो में उनके कार्यक्रमो की बढ़ती मांग उनके बढ़ते कद की और इशारा करती है।।साले मोहम्मद मंत्री बनने के बाद अपने क्षेत्र के लोगो के बीच न केवल सर्वाधिक समय दिया बल्कि जन समस्याओं के निराकरण में भी उन्होंने सकारात्मक कदम उठाए।जन नेता बनने के उनके प्रयास सफल होते दिख रहे है।।अपने लोगो के बीच सर्वाधिक समय निकालना उनकी छवि और कद को राजनीति रूप से काफी मजबूत कर गए।।पिछला चुनाव भाजपा ने उनके खिलाफ धर्म की आड़ में लड़ा मगर सफल नही हुए।साले मोहम्मद ने विरोधियों से साम्प्रदायिक मुद्दा पूरी तरह से छीन लिया।सबसे सकारात्मक पहलू साले मोहम्मद के लिए की उनके व्यवहार और कार्य शैली से युवा प्रभावित है।।अच्छी खासी संख्या में हर जाति धर्म ,समाज के लोग उनके साथ व्यक्तिगत जुड़ रहे। आम आदमी से उनका जुड़ाव उनके लिए राहत की बात है। जजेसलमेर के विकास के लिए उन्होंने जो धरातल पर कार्य किया है उसके परिणाम आने वाले दिनों में दिखेंगे।।अलबत्ता एक मंत्री के रूप में उन्होंने अल्पसंख्यक समुदाय के लिए भी खास योजनाए बनाई है।शिक्षा और रोजगार के साथ उनकी खेलो के विकास को लेकर बनाई योजनाओं के सकारात्मक परिणाम देखने को मिलने की उम्मीद है।।अब तक जो छवि कट्टरता की विरिधियो द्वारा बनाई गई थी उस चक्रव्यू को साले मोहम्मद तोड़ चुके है।सबसे बड़ी बात की उनकी कार्य शैली और व्यवहार प्रसाशनिक अद्धिकारियो को भी भा रहा है। साले मोहम्मद राजस्थान के अल्पसंख्यक समुदाय का प्रतिनिधित्व सरकार में कर रहे है।।निसंदेह उनकी कार्य शैली बेहद सहज और सरल है। उनके पास काम के लिए गया कोई व्यक्ति निराश नही होता ।बिना किसी भेदभाव और पार्टी पॉलिटिक्स के हर व्यक्ति को राहत प्रदान करने का प्रयास करते है।।