मंगलवार, 19 फ़रवरी 2019

*बाडमेर जेसलमेर में हज़ारो पाकिस्तानी अवैध रहते है उन्हें भी वापस चाहिए*

*बाडमेर जेसलमेर में हज़ारो पाकिस्तानी अवैध रहते है उन्हें भी वापस चाहिए*

*दोनो जिलो में पाक नागरिकों की अवैध बस्तियां बस गई,प्रशासन सुविधाए उपलब्ध करवा रहा*

*बीकानेर जिला कलेक्टर कुमार गौतम पाल की अनुकरणीय पहल*

*बाडमेर न्यूज़ ट्रैक*

*पुलवामा की आन्तकवादी घटना ने पूरे देश को झकझोर के रख दिया। पाकिस्तान के प्रति आक्रोश आम जनता में फुट पड़ा है।सरहदी जिलो में हजारों पाक नागरिक अवैध रूप से निवास कर रहे है।।यह सब जानते है।।पुलवामा की घटना के बाद एक सार्थक शुरुआत बीकानेर के डायनेमिक कलेक्टर कुमार गौतम पाल ने की।।उन्होंने आदेश जारी कर दिया कि अवैध रूप से बीकानेर में निवास कर रहे पाकिस्तानी नागरिक बीकानेर छोड़ दे।।एक बेहतरीन प्रयास पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए।सरहदी जिलो खासकर बाडमेर,जेसलमेर,जोधपुर ,में हजारों की तादाद में पाक नागरिक अवैध रूप से निवास कर रहे है।इन पाक नागरिकों ने संगठित समूह बनाकर बस्तियां बसा ली।।पाक शरणार्थियों के नाम पर प्रशासन को ब्लैकमेल कर सभी सुविधाएं तक जुटा ली।राशन कार्ड,मतदाता पहचान पत्र,आधार कार्ड सहित प्लाट कट आवंटित करवा दिए।।बाडमेर में तीन से चार बस्तियों में पाक तहरीक अवैध रूप से निवास कर रहे है तो जेसलमेर में पग पग ओर पाक नागरिक मिल जाएंगे ये सब वेध रूप से भारत आये मगर वापस अपने वतन जाने की बजाय यही रुक गए।।जोधपुर में सर्वाधिक पाक नागरिक शहरी क्षेत्र में संगठित रूप से रह रहे है ।।आश्चर्यजनक तथ्य है कि खुफिया एजेंसियों को इसकी पुख्ता और तथ्यात्मक जानकारी होने के बावजूद इन लोगो के खिलाफ कोई कार्यवाही तो दूर पूछताछ तक नही की।।इनके सरहदी जिलो में ठहराव के पीछे के क्या कारण है जानने की कोशिश नही हुई। जिला कलेक्टरों के पास इसकी तथ्यात्मक सूचनाएं उपलब्ध है।।अब मौका है इन्हें खदेड़ने का।।बाडमेर जेसलमेर और जोधपुर जिला प्रशासन को भी पाक नागरिकों के खिलाफ़ देश छोड़ने का आदेश पारित करने के साथ थार एक्सप्रेस भी रद्द कर देनी चाहिए।।

बाडमेर गमगीन माहौल के बीच फिर असामाजिक तत्वों ने शहीद स्मारक में तोड़फोड़ की, में दूसरी बार तोड़ा शर्मनाक*

बाडमेर गमगीन माहौल के बीच फिर असामाजिक तत्वों ने शहीद स्मारक में तोड़फोड़ की, में दूसरी बार तोड़ा शर्मनाक*

*बाडमेर न्यूज़ ट्रैक*

*बाडमेर एक और जंहा देश पुलवामा शहीदों की शहादत पर गमगीन है वही सरहदी बाडमेर जिला मुख्यालय पर इस वर्ष दूसरी बार असामाजिक तत्वों ने घृणात्मक और शर्मनाक कृत्य कर फिर सिणधरी चौराहे स्थित शहीद स्मारक पर हमला बोल तोड़फोड़ कर दी।।इससे ज्यादा शर्मनाक क्या हो सकता है।।गत बार भी तोड़फोड़ की गई थी मगर आरोपी पकड़ में नही आये।।पुलिस विभाग की लापरवाही ही कही जाएगी कि इसी स्मारक के ऊपर सी सी टी वी कैमरे लगे हुए है जो उस वक़्त भी खराब थे।अभी भी खराब है। इन्हें संवेदनशील घटना के बाद भी दुरुस्त निहि कराया।असामाजिक तत्वों ने फिर बाडमेर का माहौल खराब करने का तुच्छ प्रयास किया।।यह क्षेत्र भीड़भाड़ वाले है रात्री को पुलिस गश्त लगातार रहती है ।सवाल यह है कि गस्त के रहते किसने दुस्साहस किया।।इस शर्मनाक कृत्य को लेकर जबरदस्त आक्रोश फैल रहा है।जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन मामले की गम्भीरत को समझ आरोपियों का तत्काल पता लगाएं।।साम्प्रदायिक सदभाव बिगड़ने के यह कुत्सित प्रयास साफ दिख रहा है।बड़ी तादाद में शहरवासी मौके पे पहुंच गए है। शहीदों की स्मारक पर तोड़फोड़ न केवल शर्मनाक है बल्कि पुलिस की कार्यशैली पर भी बड़ा सवाल है।।सरहदी जिले में छुपे देश के गद्दारों का पता लगाएं।।

सोमवार, 18 फ़रवरी 2019

*बधाई जैसलमेरी जोर हमारा साफा सिरमौर* *जिला कलेक्टर नमित मेहता का आभार परंपरा को सिरमौर बनाने का*

*बधाई जैसलमेरी जोर हमारा साफा सिरमौर*

*जिला कलेक्टर नमित मेहता का आभार परंपरा को सिरमौर बनाने का*

*बाडमेर न्यूज ट्रैक चन्दन सिंह भाटी*

*40 सालों से स्वर्ण नगरी में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए शरद पूर्णिमा से दो दिन पहले मरु महोत्सव का आयोजन हो रहा है।।40 साल बाद इस मेले की सार्थकता सिद्ध की युवा ऊर्जावान और राजस्थान संस्कृति के सरंक्षक जिला कलेक्टर नमित मेहता ने।।राजस्थान की लोक परम्पराए और संस्कृति लुप्त प्रायः हो गई।।इनके सरंक्षण के सीमित प्रयास होते है।।जो राजस्थानी संस्कृति और साहित्य से जुड़े है वो यदा कदा लोक कला और संस्कृति के सरंक्षण की बात विभिन मंचो पर करते है।।।

पश्चिमी राजस्थान में साफा मान सम्मान और गौरव का प्रतीक है। किसी वक्क्त गांवो में बिना साफे के प्रवेश तक नही होता।।साफा राजस्थानी परंपरा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसके बावजूद नई पीढ़ी इससे काफी दूर हो गई।।साफे के प्रति कोई खास रुचि नही रही खास मौकों पर जरूर स्टेटस सिंबल के रूप में साफा पहना जाता है।।मगर आम जीवन मे इसका उपयोग कम हो गया यहां तक कि ग्रामीण अंचलों में युवाओ के सर से साफा दूर हो गया।।साफा पहनना और साफा बांधना दो अलग अलग कलाएं है। साफा बांधने वाले शहर में गिने चुने लोग है। खास मौकों पर इन लोगो के घर साफा बंधवाने वालो की भीड़ रहती है। साफा बांधने की कला लुप्त प्रायः हो गई।।जिला कलेक्टर नमित मेहता की इस सोच को सलाम की उन्होंने एक साथ पांच हज़ार से अधिक लोगो जिसमे नई पीढ़ी के युवा भी शामिल है को साफा बांधना चंद दिनों में सीखा दिया।।साफा बांधने में स्थानीय लोगो के साथ देशी विदेशी पर्यटकों में भी खास उत्साह दिखाया। इन पर्यटको ने भी साफा बांध कर साबित कर दिया कि हमारी साफा बांधने की परंपरा पुनः जीवित हो गई। आज जेसलमेर को एक साथ साफा बांधने वाले पांच हज़ार लोग एक साथ मिल गए।।जैसलमेरी केसरिया गोल साफा चंद लोग ही बांध सकते थे।।जिले में सबसे बेहतर जेसलमेरी साफा महारावल बृजराज सिंह बांधते है।।महारावल के शाही व्यक्तित्व में उनके द्वारा बांधे साफे चार चांद लगा देते है।।इसी परंपरा को जिला कलेक्टर न केवल आगे बढ़ाया बल्कि रिकॉर्ड बुक में इसे शामिल करवाने के अपने जज्बे में कामयाब रहे जेसलमेर की जनता को एक अनमोल तोहफा दिया।।पांच हजार चार सौ से अधिक लोगो ने सिर पर साफा बांध इसे दस्तावेजो में भी सिरमौर बनाया।।यही जैसलमेरी जोर और जोश था।।जजेसलमेर कि परंपरा को सिरमौर बनाने के लिए जिला कलेक्टर नमित मेहता सहित प्रभारी मोहनदान रतनू,उपखंड अधिकारी विकास राजपुरोहित ,खेल अधिकारी लक्ष्मण सिंह तंवर ,फुटबॉल संघ के सचिव मांगीलाल सोलंकी सहित मरु महोत्सव टीम का हार्दिक आभार। बधाई।।
*बिग ब्रेकिंग।।*


*बीकानेर पाक नागरिकों को 48 घंटे मे बीकानेर छोडने के आदेश*
*धारा 144 लागू*



बीकानेर/  पुलवामा आतंकी घटना को देखते हुए जिला मजिस्ट्रेट एवं जिला कलक्टर कुमारपाल गौतम ने बीकानेर जिले में रहने वाले सभी पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे के भीतर जिला छोड़कर बाहर जाने को कहा है।
जिला मजिस्ट्रेट ने पूरे जिले में धारा 144 लागू की है जिसके आदेश के अनुसार जिले की राजस्व सीमा में यदि कोई पाक नागरिक मौजूद है तो उसे स्वयं ही जिले से बाहर जाना होगा। इसके बाद उन पर सख्त कार्रवाई कर उन्हें जिले से बाहर खदेड़ा जाएगा। उल्लेखनीय है कि पुलवामा में आतंकी हमले से सीमावर्ती जिले में आमजन में पाकिस्तान के प्रति भयंकर आक्रोश देखने को मिल रहा है। कोई पाकिस्तान के झंडे जला रहा है तो कोई पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगा रहा है। ऐसे वातावरण में जिले में किसी भी पाक नागरिक की मौजूदगी सुरक्षा की दृष्टि से उचित नहीं कही जा सकती। जिल मजिस्ट्रेट के आदेश के अनुसार जिले में इस निषेधाज्ञा लागू होने के बाद न तो कोई पाक नागरिक जिले में प्रवेश कर सकेगा और न ही किसी धर्मशाला, होटल या अस्पताल में पाक नागरिकों रुकने की इजाजत है। धर्मशाला, होटल या अस्पताल में ठहराने वालों पर भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पुलवामा आतंकी हमले के बाद देशभर में बीकानेर जिला कलक्टर ने सबसे पहले इस आशय का आदेश निकाला है। इस संबंध में जिला मजिस्ट्रेट कुमारपाल गौतम ने बताया कि सीमावर्ती जिला होने के कारण दण्ड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के तहत बीकानेर राजस्व सीमा में रह रहे पाकिस्तान नागरिकों के रहने, विचरण एवं ठहराव के कारण आंतरिक सुरक्षा के मध्यनजर निषेधाज्ञा के प्रावधान लागू किए गए हैं। जिला मजिस्ट्रेट के इस आदेश के बाद शहर एवं ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले पाकिस्तान नागरिकों को 48 घंटे का समय दिया गया जिसमें वे अपना सामान समेट कर जिले की सीमा से बाहर जा सके। इसके बाद पुलिस की सख्ती शुरू होगी। पुलिस ने इस आदेश के बाद से ही अपनी तैयारी भी शुरू कर दी है।इसी तरह बीकानेर जिले के निवासी भारतीय नागरिक, पाकिस्तान के नागरिकों से प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से व्यापारिक संबंध नही रखेंगे और न ही पाकिस्तानी नागरिकों को किसी भी प्रकार का रोजगार देंगे।  यहां रहने वाले भारतीय पाकिस्तान से प्राप्त हो रही स्पूफ कॉल्स के मध्यनजर कोई भी नागरिक किसी भी दूरसंचार माध्यम से किसी भी प्रकार की सैन्य और संवेदनशील जानकारी अनजान व्यक्तियों से आदान-प्रदान नही करेगा।
आदेश में कहा गया है कि बीकानेर जिले का कोई भी व्यक्ति पाकिस्तान में रजिस्टर्ड सिम का उपयोग भी नही करेगा अन्यथा उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। जिला मजिस्ट्रेट के आदेश तत्काल प्रभाव से सोमवार से लागू हो गए हैं तथा ये आदेश आगामी दो माह तक या उससे पूर्व निरस्त कर दिए जाने तक प्रभावशाली रहेंगे। आदेशानुसार इसका उल्लंघन करने वाले व्यक्ति एवं व्यक्तियों पर भारतीय दण्ड संहिता की धारा 188 के अन्तर्गत अभियोग दर्ज किया जाएगा।

बाड़मेर,चामुण्डा चौहारा पर एकत्रित होने वाले पानी की समस्या का होगा समाधान

बाड़मेर,चामुण्डा चौहारा पर एकत्रित होने वाले पानी की समस्या का होगा समाधान


बाड़मेर, 18 फरवरी। चामुंडा चौराहे के पास एकत्रित होने वाले पानी को हाईवे के पास बने नाले के जरिए कुडला स्थित ट्रीटमेंट प्लांट भेजा जाएगा। जिला मुख्यालय पर सोमवार को आयोजित हुई जिला यातायात प्रबन्धन समिति की बैठक के दौरान इस पर विचार विमर्श किया गया।   
जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता की अध्यक्षता में आयोजित जिला यातायात प्रबन्धन समिति की बैठक में चामुण्डा चौराहा के पास एकत्रित होने वाले पानी की समस्या के निस्तारण के लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के परियोजना निदेशक एवं नगर परिषद आयुक्त को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए। बैठक में बाडमेर विधायक मेवाराम जैन ने सुझाव दिया कि चामुण्डा चौराहा से कुडला तक पानी की निकासी होने से शहर की बडी समस्या का समाधान होगा। विधायक जैन ने कहा कि कुडला से सिणधरी चौराहा तक पानी की निकासी का फ्लो चैक किया जाए ताकि भविष्य में किसी प्रकार की समस्या न रहें।
बैठक में जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता ने लोक परिवहन की बसों हेतु स्टेण्ड निर्धारण के संबंध में सर्किट हाउस के पास सहित विभिन्न संभावित स्थानों पर विस्तृत विचार विमर्श पश्चात् बालाजी कृषि फार्म अथवा महावीर मार्ग के पीछे स्थान का चयन करने निर्देश दिए गए। कवास ग्राम के ओवर ब्रिज के नीचे पानी की निकासी के संबंध में ग्राम पंचायत द्वारा निर्मित नाले के उपयोग हेतु एनएचएआई के परियोजना निदेशक एवं सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिशाषी अभियन्ता को मौका मुआयना कर वस्तुस्थिति से अवगत कराने को कहा गया। इसी तरह धोरीमना कस्बे के ब्रिज के पास पानी की निकासी के समाधान हेतु एनएचएआई के परियोजना निदेशक एवं सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिशाषी अभियन्ता को निरीक्षण करने हेतु निर्देशित किया। हाईवे के दोनों तरफ लगवाए गए पौधों के संबंध में वन विभाग के रेंजर्स से जॉच कराने को कहा गया। बाडमेर, शिव, धोरीमना आदि क्षेत्रों के हाईवे पर लगाई गई रोड लाईटों के संबंध में आयुक्त नगर परिषद एवं उपखण्ड अधिकारी बाडमेर को जॉच करने के निर्देश दिए गए।
जिला कलक्टर ने ट्रोल प्लाजा पर लगे कैमरा शुरू नहीं होने के संबंध में एनएचएआई के परियोजना निदेशक को विगत एक माह के फुटेज प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। इसी प्रकार उन्होने यातायात व्यवस्था को सुचारू एवं व्यवस्थित करने के लिए यातायात पुलिस प्रभारी को निर्देशित किया गया।
बैठक में बाडमेर विधायक मेवाराम जैन, जिला पुलिस अधीक्षक राशि डोगरा डूडी, एनएचएआई के परियोजना निदेशक वी.एस. मील, सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियन्ता डी.पी.सोनी, अधिशाषी अभियन्ता सूराराम चौधरी, नगर परिषद आयुक्त पवन मीणा, जिला परिवहन अधिकारी टीकूराम एवं सी.पी.गुप्ता, यातायात प्रबन्धन समिति सदस्य ताराचन्द जाटोल, पुरूषोतम खत्री, रामकुमार जोशी सहित विभिन्न विभागीय अधिकारी उपस्थित रहें।
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जैसलमेर,मरू महोत्सव के दूसरे दिन लोक संस्कृति की बही रस धाराएं

जैसलमेर,मरू महोत्सव के दूसरे दिन लोक संस्कृति की बही रस धाराएं

दर्षकों ने भरपूर लिया सांस्कृति सांझ का आनन्द







जैसलमेर, 18 फरवरी। विष्व विख्यात मरू महोत्सव के दूसरे दिन शहीद पूनमसिंह स्टेडियम में खुब जमीं सांस्कृति सांझ जिसमें राजस्थान के साथ अन्य प्रान्तों के लोक कलाकारों ने शानदार सांस्कृतिक कार्यक्रम पेष कर लोक संस्कृति की रसधाराएं बहाई जिसका दर्षकों ने भरपूर आनन्द लिया। जिला कलक्टर नमित मेहता, आतिथ्य में आयोजित सांस्कृतिक सांझ में अतिरिक्त जिला कलक्टर वीरेन्द्र कुमार वर्मा, मुख्य कार्यकारी अधिकारी रामेष्वर लाल मीणा, उपायुक्त उपनिवेषन मोहनदान रतनू, तहसीलदार वीरेन्द्रसिंह, उपनिदेषक पर्यटक स्वागत केन्द्र भानुप्रताप के साथ ही अच्छी संख्या में देषी-विदेषी सैलानी एवं नगरवासी उपस्थित थे।

सांस्कृतिक संध्या की शुरूआत जोधपुर के लोक कलाकार राजेन्द्र परिहार ने मांगलिक वादय शहनाई से की। इस सांस्कृतिक सांझ में उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक कला केन्द्र पटियाला के ख्यातनाम कलाकार रवि कुन्नर एवं उनकी टीम ने पंजाबी भंगडा डांस का पंजाबी लोक संस्कृति से रूबरू कराया यह नृत्य फसल की कटाई पर पंजाब के पुरूषों द्वारा खुषी में नृत्य किया जाता है। जैसलमेर मूलसागर के अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त लोक कलाकार तगाराम भील द्वारा अलगोंजा वादन पर राजस्थानी लोक गीतों की स्वरलहरिया बिखेर कर पूरे वातावरण को संगीत से सरोबार कर दिया। तगाराम ने ‘‘ डाल डाल पे सोने की चिडिया करती है बसेरा वो भारत देष है मेर ‘‘ तथा ‘‘ कदे आओं नी बादिला म्हारे देष, उबी जोउ बाटलडी ‘‘ गीत की स्वर लहरिया प्रस्तुत की।

सांस्कृति सांझ में पहली बार शेखावटी के अन्तर्राष्ट्रीय ट्रम्पेट प्लेयर आमीन बिहानी सरदार शहर जिसने लगभग 100 से अधिक देषों में अपनी संगीत का जादू बिखेरा है उन्होंने ‘‘ हे प्रीत जहां की रीत सदा भारत का रहने वाला हूं, भारत की बात सुनाता हूं ‘‘ तथा ‘‘ दिल दिया है जान भी देगें ऐ वतन तेरे लिए‘‘ गीतों की शानदार प्रस्तुती की वहीं इनके नेतृत्व में जी टीवी कलाकार प्रियंका मालिया व शहजाद बिहानी एवं उनके दल द्वारा गु्रप नृत्य की शानदार प्रस्तुती पेष की गई।

सांस्कृतिक सांझ में जोधपुर के ख्यातनाम लोक कलाकार पारसनाथ कालबेलिया एवं उनकी नृत्यांगनाओं ने ‘‘ कालियों कूद पडियों मेला में, साईकिल पिंचर कर लायों ‘‘ गीत पर भव्य नागिन नृत्य की प्रस्तुति पेष कर सभी दर्षको की वाहवाही लूटी।

इस शान में नेषनल इंस्टीट्यूट फेषन टेक्नोलाॅजी जोधपुर निफ्ट द्वारा राजस्थानी शादी समारोह में पहने जाने वाले दुल्हा-दुल्हन एवं अन्य लोगो द्वारा पहने जाने वाले शाही पहनावे का जीवन्त प्रदर्षन फैषन शो के माध्यम से किया जिसको सभी ने सराहा। इस फैषन शो विषाल तोलम्बिया के नेतृत्व में प्रस्तुती पेष की गई, वास्तव में इस परिधान को सभी ने उत्साह के साथ देखा। जैसलमेर के लोक कलाकार रोजे खां ने राजस्थानी गायन की प्रस्तुती दी।

दूसरे दिवस की सांस्कृतिक सांझ खुब जमीं एवं सभी दर्षकांे ने उत्साह के साथ इस सांस्कृतिक कार्यक्रमों का लुत्फ उठाया। पूरा स्टेडियम दर्षकों से खचाखच भरा था। सांस्कृतिक सांझ मंे पुलिस अधिकारियों ने सुरक्षा के पुख्ता प्रबंद किए वहीं कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ उद्घोषक जफर खां सिन्धी ने अपनी खनखनी आवाज में पेष कर सभी दर्षकों को लोक गीतों के इतिहास के बारे में अवगत कराया वहीं विदेषी मेहमानों को यहां की लोक संस्कृति से उसकी सखी गुलनाज ने अंग्रेजी में उद्घोषणा कर अवगत कराया।

जालोर परिवार के तीन लोगों की कुल्हाड़ी से गला रेतकर की हत्या, खुद भी फंदे से झूला

 जालोर परिवार के तीन लोगों की कुल्हाड़ी से गला रेतकर की हत्या, खुद भी फंदे से झूला
परिवार के तीन लोगों की कुल्हाड़ी से गला रेतकर की हत्या, खुद भी फंदे से झूला

 जालोर जिले के भाद्राजून थाना क्षेत्र के तरवाड़ा गांव में एक व्यक्ति ने अपने ही परिवार के तीन लोगों की कुल्हाड़ी मारकर हत्या कर दी और तीन लोगों को मारने के बाद खुद हत्यारा भी घर के आंगन में खड़े पेड़ पर फांसी का फंदा लगाकर झूल गया. आसपड़ोस के लोगों ने बताया कि हत्यारे को पिछले 10-15 दिनों से पागलपन के दौरे पड़ रहे थे. रात को जब घर के सभी लोग सो रहे थे तब उसने कुल्हाड़ी से वार कर अपनी पत्नी व दो पोतियों को मौत के घाट उतार दिया. दोनों मासूम पोतियां अपनी दादी के पास ही सो रही थी, जबकि उनकी मां व एक छोटी बहन कमरे में सो रहे थे. गनीमत रही कि कमरा अंदर से बंद था वरना वो उनको भी मौत के घाट उतार देता.

जानकारी के अनुसार दोनों बच्चियों की उम्र एक 4 साल व दूसरी 6 साल की बताई जा रही हैं. घटना के वक्त उसका पुत्र खेत पर गया हुआ था. सुबह जब वो घर आया तो पूरा मंजर देखकर हक्काबक्का रह गया, उसने तुरन्त ही इसकी सूचना भाद्राजून थाने में दी जिस पर भाद्राजून थानाधिकारी पदमपालसिंह पुलिस जाब्ते के साथ मौके पर पहुंचे और शव कब्जे में लेकर आहोर के सरकारी अस्पताल लाया गया.

बता दें कि तरवाड़ा गांव के निवासी ताराराम मेघवाल ने इस पूरे घटनाक्रम को अंजाम दिया हैं. और उसके बाद उसने खुद भी फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली. मृतकों में उसकी पत्नी सुखी देवी जो 57 साल की बताई जा रही हैं वहीं उसकी पोती चुनिया व कमिया थी. फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.

राजस्थान बोर्ड की किताबों में होगी पुलवामा में शहीद हुए CRPF के शहीदों की गाथा

राजस्थान बोर्ड की किताबों में होगी पुलवामा में शहीद हुए CRPF के शहीदों की गाथा
राजस्थान बोर्ड की किताबों में होगी पुलवामा में शहीद हुए CRPF के शहीदों की गाथा

जम्मू कश्मीर के पुलवामा में आतंकी हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ के जवानों की शहादत की गाथा अब राजस्थान के स्कूलों में पढ़ाई जाएगी. इसके लिए राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की किताबों में शहीदों की गाथा शामिल करने जा रहा है. राजस्थान के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने रविवार को कहा कि राजस्थान के आगामी शैक्षणिक सत्र में बच्चों को शहीदों के शौर्य के बारे में जानकारी देने के लिए शहीदों की गौरव गाथाएं पाठ्यक्रम में शामिल की जाएंगीं.

डोटासरा ने बताया कि पाठ्यक्रम में शहीदों की गौरव गाथाएं किस रूप में होंगी? किस तरीके से होंगी? और क्या-क्या शामिल किया जायेगा? इस बारे में पाठ्यक्रम समिति फैसला करेगी. उन्होंने कहा जम्मू कश्मीर के पुलवामा की घटना दुखद है और पाठ्यक्रम में इसे शामिल करने का स्वरूप क्या होगा? इस बारे में पाठ्यक्रम समिति को फैसला करना है. उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य है कि शहीदों की गौरव गाथाओं को पाठ्यक्रम में उस तरीके से वर्णन किया जाए कि लोग उससे प्रेरित हों और शहीदों का सम्मान हो.

कश्मीर में आतंकियों से लोहा लेते राजस्थान का एक और लाडला श्योराम शहीद

कश्मीर में आतंकियों से लोहा लेते राजस्थान का एक और लाडला श्योराम शहीद

कश्मीर में आतंकियों से लोहा लेते राजस्थान का एक और लाडला श्योराम शहीद

जम्मू कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी यानी गुरुवार को सीआरपीएफ के काफिले पर हुए फिदायीन हमले के बाद आतंकियों से जारी मुठभेड़ में राजस्थान का एक और सपूत शहीद हो गया है. पुलवामा के पिंगलान इलाके में आतंकियों से लोहा लेते हुए सेना (55 राष्ट्रीय राइफल्स) के चार जवान शहीद हुए हैं. शहीदों में राजस्थान के झुंझुनूं जिले के हवलदार श्योराम सहित मेजर वीएस ढौंडियाल, सिपाही अजय कुमार और हरी सिंह शामिल हैं.


श्योराम से पहले पुलवामा में प्रदेश के 5 लाड़ले शहीद हुए हैं. 14 फरवरी को हुए इस फिदायीन हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे और कई अन्य घायल हुए थे. इस घटना के बाद सेना और सुरक्षाबल एक्शन में हैं.