बाडमेर गमगीन माहौल के बीच फिर असामाजिक तत्वों ने शहीद स्मारक में तोड़फोड़ की, में दूसरी बार तोड़ा शर्मनाक*
*बाडमेर न्यूज़ ट्रैक*
*बाडमेर एक और जंहा देश पुलवामा शहीदों की शहादत पर गमगीन है वही सरहदी बाडमेर जिला मुख्यालय पर इस वर्ष दूसरी बार असामाजिक तत्वों ने घृणात्मक और शर्मनाक कृत्य कर फिर सिणधरी चौराहे स्थित शहीद स्मारक पर हमला बोल तोड़फोड़ कर दी।।इससे ज्यादा शर्मनाक क्या हो सकता है।।गत बार भी तोड़फोड़ की गई थी मगर आरोपी पकड़ में नही आये।।पुलिस विभाग की लापरवाही ही कही जाएगी कि इसी स्मारक के ऊपर सी सी टी वी कैमरे लगे हुए है जो उस वक़्त भी खराब थे।अभी भी खराब है। इन्हें संवेदनशील घटना के बाद भी दुरुस्त निहि कराया।असामाजिक तत्वों ने फिर बाडमेर का माहौल खराब करने का तुच्छ प्रयास किया।।यह क्षेत्र भीड़भाड़ वाले है रात्री को पुलिस गश्त लगातार रहती है ।सवाल यह है कि गस्त के रहते किसने दुस्साहस किया।।इस शर्मनाक कृत्य को लेकर जबरदस्त आक्रोश फैल रहा है।जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन मामले की गम्भीरत को समझ आरोपियों का तत्काल पता लगाएं।।साम्प्रदायिक सदभाव बिगड़ने के यह कुत्सित प्रयास साफ दिख रहा है।बड़ी तादाद में शहरवासी मौके पे पहुंच गए है। शहीदों की स्मारक पर तोड़फोड़ न केवल शर्मनाक है बल्कि पुलिस की कार्यशैली पर भी बड़ा सवाल है।।सरहदी जिले में छुपे देश के गद्दारों का पता लगाएं।।
*बाडमेर न्यूज़ ट्रैक*
*बाडमेर एक और जंहा देश पुलवामा शहीदों की शहादत पर गमगीन है वही सरहदी बाडमेर जिला मुख्यालय पर इस वर्ष दूसरी बार असामाजिक तत्वों ने घृणात्मक और शर्मनाक कृत्य कर फिर सिणधरी चौराहे स्थित शहीद स्मारक पर हमला बोल तोड़फोड़ कर दी।।इससे ज्यादा शर्मनाक क्या हो सकता है।।गत बार भी तोड़फोड़ की गई थी मगर आरोपी पकड़ में नही आये।।पुलिस विभाग की लापरवाही ही कही जाएगी कि इसी स्मारक के ऊपर सी सी टी वी कैमरे लगे हुए है जो उस वक़्त भी खराब थे।अभी भी खराब है। इन्हें संवेदनशील घटना के बाद भी दुरुस्त निहि कराया।असामाजिक तत्वों ने फिर बाडमेर का माहौल खराब करने का तुच्छ प्रयास किया।।यह क्षेत्र भीड़भाड़ वाले है रात्री को पुलिस गश्त लगातार रहती है ।सवाल यह है कि गस्त के रहते किसने दुस्साहस किया।।इस शर्मनाक कृत्य को लेकर जबरदस्त आक्रोश फैल रहा है।जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन मामले की गम्भीरत को समझ आरोपियों का तत्काल पता लगाएं।।साम्प्रदायिक सदभाव बिगड़ने के यह कुत्सित प्रयास साफ दिख रहा है।बड़ी तादाद में शहरवासी मौके पे पहुंच गए है। शहीदों की स्मारक पर तोड़फोड़ न केवल शर्मनाक है बल्कि पुलिस की कार्यशैली पर भी बड़ा सवाल है।।सरहदी जिले में छुपे देश के गद्दारों का पता लगाएं।।
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