जालोर परिवार के तीन लोगों की कुल्हाड़ी से गला रेतकर की हत्या, खुद भी फंदे से झूला
जालोर जिले के भाद्राजून थाना क्षेत्र के तरवाड़ा गांव में एक व्यक्ति ने अपने ही परिवार के तीन लोगों की कुल्हाड़ी मारकर हत्या कर दी और तीन लोगों को मारने के बाद खुद हत्यारा भी घर के आंगन में खड़े पेड़ पर फांसी का फंदा लगाकर झूल गया. आसपड़ोस के लोगों ने बताया कि हत्यारे को पिछले 10-15 दिनों से पागलपन के दौरे पड़ रहे थे. रात को जब घर के सभी लोग सो रहे थे तब उसने कुल्हाड़ी से वार कर अपनी पत्नी व दो पोतियों को मौत के घाट उतार दिया. दोनों मासूम पोतियां अपनी दादी के पास ही सो रही थी, जबकि उनकी मां व एक छोटी बहन कमरे में सो रहे थे. गनीमत रही कि कमरा अंदर से बंद था वरना वो उनको भी मौत के घाट उतार देता.
जानकारी के अनुसार दोनों बच्चियों की उम्र एक 4 साल व दूसरी 6 साल की बताई जा रही हैं. घटना के वक्त उसका पुत्र खेत पर गया हुआ था. सुबह जब वो घर आया तो पूरा मंजर देखकर हक्काबक्का रह गया, उसने तुरन्त ही इसकी सूचना भाद्राजून थाने में दी जिस पर भाद्राजून थानाधिकारी पदमपालसिंह पुलिस जाब्ते के साथ मौके पर पहुंचे और शव कब्जे में लेकर आहोर के सरकारी अस्पताल लाया गया.
बता दें कि तरवाड़ा गांव के निवासी ताराराम मेघवाल ने इस पूरे घटनाक्रम को अंजाम दिया हैं. और उसके बाद उसने खुद भी फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली. मृतकों में उसकी पत्नी सुखी देवी जो 57 साल की बताई जा रही हैं वहीं उसकी पोती चुनिया व कमिया थी. फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.
जालोर जिले के भाद्राजून थाना क्षेत्र के तरवाड़ा गांव में एक व्यक्ति ने अपने ही परिवार के तीन लोगों की कुल्हाड़ी मारकर हत्या कर दी और तीन लोगों को मारने के बाद खुद हत्यारा भी घर के आंगन में खड़े पेड़ पर फांसी का फंदा लगाकर झूल गया. आसपड़ोस के लोगों ने बताया कि हत्यारे को पिछले 10-15 दिनों से पागलपन के दौरे पड़ रहे थे. रात को जब घर के सभी लोग सो रहे थे तब उसने कुल्हाड़ी से वार कर अपनी पत्नी व दो पोतियों को मौत के घाट उतार दिया. दोनों मासूम पोतियां अपनी दादी के पास ही सो रही थी, जबकि उनकी मां व एक छोटी बहन कमरे में सो रहे थे. गनीमत रही कि कमरा अंदर से बंद था वरना वो उनको भी मौत के घाट उतार देता.
जानकारी के अनुसार दोनों बच्चियों की उम्र एक 4 साल व दूसरी 6 साल की बताई जा रही हैं. घटना के वक्त उसका पुत्र खेत पर गया हुआ था. सुबह जब वो घर आया तो पूरा मंजर देखकर हक्काबक्का रह गया, उसने तुरन्त ही इसकी सूचना भाद्राजून थाने में दी जिस पर भाद्राजून थानाधिकारी पदमपालसिंह पुलिस जाब्ते के साथ मौके पर पहुंचे और शव कब्जे में लेकर आहोर के सरकारी अस्पताल लाया गया.
बता दें कि तरवाड़ा गांव के निवासी ताराराम मेघवाल ने इस पूरे घटनाक्रम को अंजाम दिया हैं. और उसके बाद उसने खुद भी फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली. मृतकों में उसकी पत्नी सुखी देवी जो 57 साल की बताई जा रही हैं वहीं उसकी पोती चुनिया व कमिया थी. फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.
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