सोमवार, 31 दिसंबर 2018

नए साल से पहले सस्ते हुए घरेलू LPG सिलिंडर

नए साल से पहले सस्ते हुए घरेलू LPG सिलिंडर


नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने बिना सब्सिडी और सब्सिडी वाले एलपीडी गैस सिलिंडरपर दाम घटाने की घोषणा की है. मोदी सरकार ने नए साल पर तोहफा देते हुए बिना सब्सिडी वाले सिलिंडर पर 120.50 रुपये की कटौती की है. नई कीमते 1 जनवरी, 2019 से लागू होंगी.

जनता को बड़ी राहत देते हुए सरकार ने बिना सब्सिडी सिलिंडरपर 120.50 रुपये और सब्सिडी वाले सिलिंडरपर 5.91 रुपये की कटौती की है.


इस कटौती के बाद सिलिंडरकी कीमतों में भारी कमी आई है. सरकार के इस फैसले से देशवासियों को बड़ी राहत मिलेगी.

बाड़मेर जनवरी माह का परिवार कल्याण कार्यक्रम घोषित




बाड़मेर जनवरी माह का परिवार कल्याण कार्यक्रम घोषित



चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से परिवार कल्याण के तहत लगने वाले षिविरों की दिनांक एंव आयोजन स्थल का कार्यक्रम विभाग  की ओर से घोषित कर दिया गया है। मुख्य चिकित्सा एंव स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. कमलेष चैधरी ने बताया कि आम धारणानुसार महिला नसबंदी के लिए दिसम्बर से फरवरी माह तक का समय अनुकूल रहता है, जिसके लिए षिविरों की दिनांक एंव स्थान घोषित कर संबंधित चिकित्सा संस्थान को भिजवा दिया गया है जिससे योग्य दंपत्ती समय व स्थान का चयन कर परिवार कल्याण की सेवाओं का लाभ ले सकें। उन्होनें बताया कि 1जनवरी को जिला चिकित्सालय में मेगा कैंप का आयोजन किया जा रहा है। इसी प्रकार सीएचसी बिसाला में 2 को, सीएचसी रानीगंाव में 4 व 18 को, सीएचसी नोखडा में 5 व 19 को, सीएचसी कवास में 6 व 21 को, सीएचसी शिव में 7 व को, सीएचसी गडरारोड में 8 व 23 को, सीएचसी बायतू, पीएचसी गिरव व परेऊ में 10 को, सीएचसी रामसर व सिवाना में 11 को, सीएचसी चैहटन व कल्याणपुर में 12 व 27 को, सीएचसी सेडवा व सिणधरी 13, सीएचसी बटाडू व पीएचसी मोकलसर में 14 को, सीएचसी पचपदरा व पीएचसी भिया डमें 15 को, सीएचसी धनाऊ व गुडामलानी में 16 को, सीएचसी गिडा व पीएचसी भाडखा में 17 को सीएचसी धोरीमन्ना में 20 को, सीएचसी सेडवा 22 को,  सीएचसी शिव व सिवाना में 24 को, सीएचसी बायतू में 25 को, सीएचसी रामसर व पचपदरा में 26 , सीएचसी गुडामनाली, पीएचसी साता व सवानू 28 को, सीएचसी सिणधरी में 29 को एवं सीएचसी धोरीमन्ना में 30 जनवरी को षिविर आयोजित किये जाऐंगे। उन्होनें बताया कि षिविरों को सफल बनाने  की जिम्मेदार संबंधित चिकित्सा संस्थान प्रभारियों की सौंपी गई है।

बाड़मेर 29 किलोग्राम अवैघ डोडा पोस्त मय कार सहित 2 आरोपी गिरफ्तार

बाड़मेर  29 किलोग्राम अवैघ डोडा पोस्त मय कार सहित 2 आरोपी गिरफ्तार             


   
                  बाड़मेर  राहुल बारहट पुलिस अधीक्षक द्वारा अवैध मादक पदार्थ तस्करी की रोकथाम हेतु दिये गये निर्देषानुसार श्री जब्बरसिंह निरीक्षक पुलिस थानाधिकारी पुलिस थाना धोरीमन्ना मय पुलिस पार्टी द्वारा मुखबीर की सूचना पर कस्बा धोरीमना में अवैध डोडा पोस्त परिवहन करते हुए एक टम्त्प्ज्व् कार नंबर त्श्र 21 ब्। 4958 को जब्त कर कुल 29 किलोग्राम डोडा पोस्त जब्त किया जाकर मुलजिमान किषनलाल पुत्र सुरताराम जाति विष्नोई निवासी डूंगरवा पुलिस थाना बागोड़ा जिला जालोर व मोहनलाल पुत्र आसूराम जाति विष्नोई निवासी हाड़ेतर पुलिस थाना सांचोर जिला जालोर को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की गई।
         

बाड़मेर अस्पताल के निरीक्षण के बाद कलेक्टर ने पी एम्ओ को किया ए पी ओ ,ए एन एम् निलंबित

बाड़मेर अस्पताल के निरीक्षण के बाद कलेक्टर ने पी एम्ओ को किया ए पी ओ ,ए  एन एम् निलंबित 


चिकित्सालय मंे सफाई व्यवस्था सुधारें,स्टाफ नर्स को निलंबित करने के निर्देश
-जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता ने किया राजकीय चिकित्सालय का निरीक्षण
बाड़मेर, 31 दिसंबर। जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता ने सोमवार को राजकीय चिकित्सालय का निरीक्षण किया। उन्हांेने अस्पताल परिसर मंे सफाई व्यवस्था सुधारने एवं मरीजांे के परिजनांे की शिकायत पर एक स्टाफ नर्स को निलंबित करने के निर्देश दिए। जिला कलक्टर ने मरीजांे की सुविधा के लिए पर्चियांे पर संबंधित चिकित्सक के कमरा संख्या भी अंकित करने के निर्देश दिए।
जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता ने राजकीय चिकित्सालय मंे मुख्यमंत्री निःशुल्क दवा योजना के तहत दवाइयांे की उपलब्धता एवं वितरण व्यवस्था के बारे मंे विस्तार से जानकारी ली। इस दौरान प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डा.बी.एल.मंसूरिया ने बताया कि मौजूदा समय मंे 397 दवाएं उपलब्ध है। इस पर जिला कलक्टर गुप्ता ने आमतौर पर अधिक इस्तेमाल मंे आने वाली दवाइयांे की सूची उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्हांेने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. कमलेश चौधरी एवं प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डा. बी.एल.मंसूरिया को निर्देशित किया कि दवाइयांे की उपलब्धता मंे कमी नहीं रहनी चाहिए। जिला कलक्टर ने दवाइयांे के स्टोर मंे हेलोथीन एवं नाइट्रोग्लिसरीन दवाइयां मंगाकर देखी। साथ ही पर्ची काउंटर पर पहुंचकर मरीजांे से पर्ची वितरण व्यवस्था की जानकारी ली। उन्हांेने मरीजांे की सुविधा के लिए प्रत्येक पर्ची पर संबंधित चिकित्सक के कमरा नंबर अंकित करने के निर्देश दिए। ताकि मरीजांे को संबंधित चिकित्सक के पास पहुंचने मंे सहुलियत हो। उन्हांेने पर्ची काउंटर के समीप हिन्दी मंे चिकित्सकांे के कमरा नंबरांे संबंधित सूचना प्रदर्शित करने के लिए कहा। निरीक्षण के दौरान डा. ए.के.सोनी से पूछा कि वे किस तरह की दवाइयां लिखते है, इस पर उन्हांेने बताया कि राजकीय चिकित्सालय मंे उपलब्ध दवाइयां लिखी जा रही है। जिला कलक्टर गुप्ता ने मरीजांे की बैठने के लिए बैंचांे एवं कुर्सियांे की व्यवस्था करने के लिए कहा। उन्हांेने ओपीडी मेडिसिन, ईसीसी एवं इंजेक्शन कक्ष, ओपीडी सर्जरी, अस्थि रोग, प्लास्टर रूम समेत विभिन्न स्थानांे पर पहुंचकर व्यवस्थाआंे की जानकारी लेने के साथ आवश्यक निर्देश दिए। दंत विभाग मंे आने वाले मरीजांे का ब्यौरा नियमित रूप से रजिस्टर मंे दर्ज करने के निर्देश दिए। जिला कलक्टर गुप्ता ने प्रगतिरत निर्माण कार्याें के बारे मंे जानकारी लेते हुए प्राथमिकता से पूरा करवाने के लिए कहा। उन्हांेने स्वाइन फ्लू की रोकथाम के उपायांे, राजश्री एवं चिकित्सा विभाग की योजनाआंे की जानकारी ली। इस दौरान मरीजांे के परिजनांे ने नर्सिग स्टाफ की ओर से अभद्र व्यवहार करने तथा प्रसव के दौरान रूपए मांगने संबंधित शिकायत की। इसको गंभीरता से लेते हुए जिला कलक्टर ने स्टाफ नर्स संतोष चौधरी को निलंबित करने के निर्देश दिए।
सफाई व्यवस्था सुधारने के निर्देशः जिला कलक्टर गुप्ता ने राजकीय चिकित्सालय मंे निरीक्षण के दौरान सफाई व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए। उन्हांेने सफाई की मौजूदा व्यवस्था की जानकारी लेते हुए अपेक्षित सुधार करने के निर्देश दिए। प्रमुख चिकित्सा अधिकारी को केयर्न इंडिया के जरिए संचालित होने वाली सफाई व्यवस्था की प्रभावी मोनेटरिंग करने के लिए कहा। उन्हांेने उपखंड अधिकारी नीरज मिश्र को आगामी दिनांे मंे सफाई व्यवस्था का निरीक्षण करने के निर्देश दिए।
मरीजांे से ली उपचार प्रक्रिया की जानकारीः जिला कलक्टर ने राजकीय चिकित्सालय मंे पहुंचे मरीजांे से उपचार प्रक्रिया की जानकारी ली। उन्हांेने चौहटन से पहुंचे देवाराम से पूछा कि बाड़मेर पहुंचने मंे कितना समय लगा और किस बीमारी का उपचार कराने के लिए आए है। इस दौरान ईश्वरी देवी ने राजकीय चिकित्सालय मंे पूरी दवाइयां नहीं मिलने के बारे मंे जिला कलक्टर को अवगत कराया। इस पर जिला कलक्टर ने उसकी पुरानी पर्चियां मंगवाकर वस्तुस्थिति से अवगत कराने के निर्देश दिए। जिला कलक्टर ने महिला वार्ड मंे कमला एवं धनाउ से आए उत्तमाराम से उपचार सुविधा के बारे मंे पूछा। इस दौरान वीरावा समेत विभिन्न स्थानांे से आई महिला मरीजांे से राजकीय चिकित्सालय मंे समस्त दवाइयां मिलने के बारे मंे जिला कलक्टर को जानकारी दी। जिला कलक्टर ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कमलेश चौधरी को कलेवा योजना की क्रियान्विति सुनिश्चित करने तथा मौजूदा स्थिति के बारे मंे जानकारी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।

मानवेंद्र को कांग्रेस में राष्ट्रीय स्तर पर मिल सकती है जिम्मेदारी

राजस्थान: मानवेंद्र सिंह और युनूस खान को मिल सकता है हारने का इनाम

संवाददाता। राजस्थान विधानसभा चुनाव में तत्कालीन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से कड़े मुकाबले में हारने वाले मानवेंद्र सिंह और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट से भाजपा के टिकट पर चुनाव हारे युनूस खान को अपनी-अपनी पार्टियों में अहम जिम्मेदारी मिल सकती है।
मानवेंद्र सिंह और युनूस खान चुनाव में सबसे चर्चित चेहरे के रूप में उभरे है। राजपूत वोट बैंक और भाजपा के दिग्गज नेता जसवंत सिंह के स्वाभिमान के नाम पर मानवेंद्र सिंह को वसुंधरा राजे के सामने झालारापाटन सीट से चुनाव मैदान में उतारा गया था। वहीं युनूस खान को सचिन पायलट के सामने टिकट दिए जाने का कारण टोंक सीट पर मुस्लिम समाज की बहुलता थी। हालांकि प्रत्याशी बनाए जाते समय ही दोनों अच्छी तरह वाकिफ थे कि जीत से ज्यादा पार्टियां उनका राजनीतिक इस्तेमाल ज्यादा कर रही है।


मानवेंद्र को कांग्रेस में राष्ट्रीय स्तर पर मिल सकती है जिम्मेदारी


मानवेंद्र भले चुनाव हार गए,कांग्रेस सत्ता में आ गई है। अब उम्मीद है कि उन्हें कांग्रेस में राष्ट्रीय स्तर पर कोई अहम जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। पार्टी के एक राष्ट्रीय पदाधिकारी ने बताया कि मानवेंद्र को कांग्रेस का राष्ट्रीय सचिव बनाया जा सकता है। उन्हे बाड़मेर-जैसलमेर सीट से लोकसभा का चुनाव लड़ाए जाने की बात पहले से ही तय हो गई थी।
कांग्रेस का दामन थामने से पहले मानवेंद्र सिंह गत चुनाव में पहली बार भाजपा की टिकट पर शिव से विधायक चुने गए थे। चुनाव से पहले उन्होंने कांग्रेस का दामन थाम लिया। उन्होंने विधानसभा चुनाव नहीं लड़ने की इच्छा जताई थी।
बावजूद, शिव से करीब 700 किलोमीटर दूर झालरापाटन सीट पर वसुंधरा राजे के सामने कांग्रेस ने प्रत्याशी बना दिया। उन्हें 81 हजार से अधिक वोट मिले और करीब 35 हजार वोटों से चुनाव हार गए। कांग्रेस के राष्ट्रीय नेताओं के मुताबिक पार्टी मानवेंद्र का उपयोग एक राजपूत नेता के रूप में करेगी। उन्हे राजस्थान के अतिरिक्त उत्तरप्रदेश,मध्यप्रदेश,हरियाणा,दिल्ली और गुजरात जैसे पड़ौसी राज्यों में भी लोकसभा चुनाव अभियान के प्रचार अभियान में शामिल किया जाएगा।

जिन्ना हाउस विभाजन का षड़यंत्र स्थल अब लिखेगा नया इतिहास

जिन्ना हाउस
विभाजन का षड़यंत्र स्थल अब लिखेगा नया इतिहास

-मंगल प्रभात लोढ़ा



भारतीय संस्कृति और परंपरा में स्थान हमेशा से विशेष महत्वपूर्ण रहे है। जिस जगह भगवान राम का जन्म हुआ, जहां भगवान कृष्ण जन्मे और आधुनिक युग में जहां से महात्मा गांधी ने आंदोलन शुरू किए या जहां सरदार पटेल की राष्ट्र एकीकरण के लिए बैठकें हुई, वे सारी जगहें हमारे लिए स्मरणीय, पूजनीय और वंदनीय मानी जाती हैं। तो, अमृतसर के जलियांवाला बाग और मुंबई के जिन्ना हाउस जैसी जगहें देखकर हमारा खून खौल उठता है। दरअसल, जिन्ना हाउस वह स्थान है, जिसमें बैठकर मोहम्मद अली जिन्ना ने भारत के तीन चुकड़े करने का षड़यंत्र रचा एवं ब्रिटिश राज की शह पर विभाजन का प्रस्ताव तैयार किया एवं भारत को तोड़ने की अपनी योजना को कार्यरूप दिया। लेकिन अब जिन्ना हाउस का उपयोग नई दिल्ली के हैदराबाद हाउस की तर्ज पर अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधि मंडलों के साथ वार्ता हेतु होगा। मेरे लिए व्यक्तिगत रूप से यह विशेष खुशी का विषय है, क्योंकि जिन्ना हाउस के जनहित में उपयोग के लिए पिछले एक दशक में विधानसभा में भी कई बार मांग की एवं प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी व संबंधित मंत्रालयों से भी संपर्क साधता रहा। अंततः सरकार ने अब इस मामले में विशेष कदम उठाए हैं।
जिन्ना हाउस का इतिहास
जिन्ना हाउस अब, एक इवेक्यूई प्रॉपर्टी’ है जो इवेक्यूई प्रॉपर्टी एक्ट-1950 के तहत भारत सरकार की संपत्ति है। हालांकि जो लोग 1947 में बंटवारे या 1965 और 1971 की लड़ाई के बाद पाकिस्तान चले गए और वहां की नागरिकता ले ली थीउनकी सारी अचल संपत्ति 'शत्रु संपत्तिके तहत कस्टोडियन के नियंत्रण में आ गई थीं। लेकिन जिन्ना के लिखित निवेदन पर तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने इस बंगले को शत्रु संपत्ति घोषित नहीं किया।सन 1947 में पाकिस्तान का निर्माण होते ही जिन्ना वहां के गवर्नर जनरल बने और आजादी से एक सप्ताह पहले पहले 7 अगस्त 1947 को जिन्ना ने मुंबई स्थित अपना यह घर छोड़ दिया। पर, सन 1939 में उन्होंने यह बंगला अपनी बहन फातिमा जिन्ना के नाम किया था। बंटवारे के समय 1947 में फातिमा भी पाकिस्तान चली गई थीं। इसलिए जिन्ना हाउस भी शत्रु संपत्ति के कस्टोडियन के तहत आ गया। प्रधानमंत्री के नाते नेहरू ने 7 मार्च 1955 कोकैबिनेट बैठक में सुझाव दिया था कि जिन्ना हाउस को पाकिस्तान सरकार को दे दिया जाना चाहिए। लेकिन इस मुद्दे पर नेहरू को अपने मंत्रिमंडल की मंजूरी नहीं मिल पाई। सन 1956 में फिर एक कोशिश हुई और तत्कालीन विदेश मंत्री और भारतीय उच्चायोग ने जिन्ना हाउस को पाकिस्तान को सौंपने का सुझाव दियालेकिन वह भी आगे नहीं बढ़ पाया। सन 1982 तक ब्रिटिश उच्चायोग द्वारा जिन्ना हाऊस का उपयोग किया जाता रहा। फिर केन्द्रीय सार्वजनिक कार्य विभाग (सीपीडब्ल्युडी) जिन्ना हाउस की देखभाल करता रहा। सन 1996 में जिन्ना हाऊस में सांस्कृतिक केन्द्र की स्थापना का निर्णय लिया गया। सो, 4 फरवरी 1997 को जिन्ना हाऊस इंडियन कौन्सिल फॉर कल्चरल रिलेशन्स को हस्तान्तरित किया गया एवं सार्क के उप प्रादेशिक केन्द्र के रूप में उसे रुपान्तरित करने का निर्णय लिया गया। अब जिन्ना हाउस में नई दिल्ली के हैदराबाद हाउस की तर्ज पर इंटरनेशनल सेंटर की शुरूआत के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय ने विदेश मंत्रालय को इसका हस्तांतरण करने के लिए मंजूरी दी है।
जिन्ना की बेटी का दावा भी खारिज
आश्चर्य की बात है कि जिन्ना हाउस पर पाकिस्तान हमेशा से बेहद बेशर्मी के साथ अपना दावा जताता रहा है। हाल ही में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने जब मुझे पत्र लिखकर जिन्ना हाउस के हैदराबाद हाउस की तर्ज पर इंटरनेशनल सेंटर की शुरूआत की जानकारी दी, तो पाकिस्तान ने फिर इस पर अपना हक जताया। यही नहीं, जिन्ना की बेटी दीना वाडिया ने भी सन 2007 में बॉम्बे हाईकोर्ट में इस पर दावा जताया था। लेकिन विदेश मंत्रालय ने हाईकोर्ट में उनके दावे को खारिज कर दिया। इस बीच फैसला आने से पहले ही 98 वर्ष की उम्र में 2 नवंबर 2017 को दीना वाडिया की न्यूयॉर्क में मृत्यु हो गई। एक राष्ट्रप्रेमी परिवार में जन्म लेने के साथ बचपन से ही भारत विभाजन की टीस हमेशा से अपने भीतर महसूस करता रहा हूं। इसीलिए प्रधानमंत्री कार्यालय से लेकर केंद्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों और विधानसभा तक हर स्तर पर जिन्ना हाउस को भारत की जनता के लिए उपयोग में लाने के लिए प्रयास करता रहा।
साउथ कोर्ट से जिन्ना हाउस का सफर
दक्षिण मुंबई के मलबार हिल इलाके में भाऊसाहेब हीरे मार्ग पर स्थित जिन्ना हाउस का वास्तविक नाम साउथ कोर्ट हैं। इस सड़क का नाम तब माउंट प्लीजेंट रोड़ था। इंग्लैंड से लौटने के बाद सन 1936 में मोहम्मद अली जिन्ना ने अपने रहने के लिए घर हेतु यूरोपीय शैली का चयन किया और ब्रिटेन के आर्किटेक्ट क्लाउड बेटली से इसका डिजाइन तैयार करवाया। करीब 2.5 एकड़ जमीन पर बने जिन्ना हाउस के निर्माण पर उस जमाने में कुल 2 लाख रुपए की विशाल लागत आई थी। इसके निर्माण में इटेलियन  मारबल और दरवाजों के लिए अखरोट की लकड़ी का उपयोग किया गया। साउथ कोर्ट की नींव से लेकर फिनिशिंग तक का सारा काम जिन्ना ने अपनी देखरेख में करवाया। इसी दौरान मुस्लिम लीग का नियंत्रण अपने हाथ में आने के बाद जिन्ना ने ताकत का प्रयोग करके इसी जिन्ना हाउस में भारत का तीन टुकड़ों में बंटवारा करने का षड़यंत्र रचा। साउथ कोर्ट का ऐतिहासिक महत्व यह भी है कि सितंबर 1944 में भारत विभाजन के लिए महात्मा गांधी के साथ जिन्ना की वाटरशेड वार्ता और आजादी के ठीक एक साल पहले 15 अगस्त 1946 को जवाहरलाल नेहरू के साथ बंटवारे के एक और दौर की वार्ता सहित स्वाधीनता संग्राम के हमारे अन्य नेताओं के साथ जिन्ना की बैठकों का भी यह बंगला गवाह रहा है। मोहम्मद अली जिन्ना की बेटी दीना वाड़िया के मुताबिक उनके परिवार को इसका नाम साउथ कोर्ट ही पसंद था, लेकिन जिन्ना का घर होने के कारण ब्रिटिश लोग इसे जिन्ना हाउस कहते थे, सो यही नाम पड़ गया।
अब नई गाथा का गवाह बनेगा
भारत सरकार के ताजा फैसले से, देश के बंटवारे का दुर्भाग्यपूर्ण स्थल होने का दंश झेलता जिन्ना हाउस आनेवाले कुछ समय में भारत के अंतर्राष्ट्रीय संबंधों की नई गाथा का गवाह बनेगा। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की स्वीकृति के बाद अब यहां उच्चस्तरीय विदेशी प्रतिनिधिमंडलों और विशिष्ट मेहमानों के साथ द्विपक्षीय अंतर्राष्ट्रीय वार्ताएं होंगी। जिन्ना हाउस के बारे में निश्चित रूप से सरकार का यह फैसला भारत विभाजन के षडयंत्र स्थल का कलंक को धोने में कामयाब होगा।
(लेखक महाराष्ट्र में बीजेपी के वरिष्ठ विधायक हैं)

*बाडमेर जिला कलेक्टर की पहली प्रभावी कार्यवाही,चिकित्सालय की अब व्यवस्था सुधरेगी*

*बाडमेर जिला कलेक्टर की पहली प्रभावी कार्यवाही,चिकित्सालय की अब व्यवस्था सुधरेगी*

*जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता का  बाडमेर के राजकीय चिकित्सालय का आकस्मिक निरीक्षण भले ही कोई खास खबर नही हो मगर उनके द्वारा जिस परिचारिका के खिलाफ सख्त कार्यवाही की वो खास है।।इस कार्यवाही से चिकित्सालय में माफिया बन बैठे वर्षों से जमे नर्सिंगकर्मियों में जरूर ख़ौफ़ पैदा होगा।।बाडमेर का दुर्भाग्य है कि चिकित्सालय में नियुक्त अधिकांस नर्सिंगकर्मी राजनीति प्रभाव से न केवल सालों से जमे है बल्कि चिकित्सालय की व्यवस्थाओं को भी प्रभावित करते रहे है।इन लोगो पर प्रमुख चिकित्सा अधोकारी का भी अंकुश नही है।।राजनीतिक पहुंच रखने वाले नर्सिंग कर्मियों के ड्यूटी चार्ट देख ले तो सारी पोल खुल जाएगी।।रेंडमली डे नाईट की ड्यूटियां इन्ही को सुपुर्द की जाती है।।इनकी मनमर्जी से अस्पताल चलता है।।आज तक सेकड़ो निरीक्षण कलेक्टर,मंत्री,विधायक लेवल तक हुए मगर कोई प्रभावी तो दूर साधारण नोटिस की कार्यवाही नही हुई।।अस्पताल को भरस्टाचार का अड्डा बन रखा था।इन नर्सिंगकर्मियों की तगड़ी लॉबिंग है।।कलेक्टर साब के पास निलंबित परिचारिका के समर्थन में फोन आने शुरू हो गए होंगे।कलेक्टर की यह प्रभावी कार्यवाही है इसपे कायम रहेंगे तो अस्पताल की व्यवस्थाएं स्वतः सुधर जाएगी।।

अस्पताल में चिकित्सक अस्सी फीसदी दवाईयां बाहर की लिखते है।।चिकित्सक दो प्रकार की पर्चियां काम मे लेते है।एक पर निशुल्क दवा और दूसरी पर बाहर की दवा लिखते है।।अस्पताल में केयर्न द्वारा डॉ ,सहयोगी स्टाफ और सफाईकर्मी एक संस्था के माध्यम से लगा रखे है जिसमे भरस्टाचार चरम पर है।।संस्था द्वारा बीस फीसदी सफाईकर्म उपलब्ध नही करवा रखे।।साथ ही कई सफाईकर्मियों के फर्जी नाम चल रहे है।।अस्पताल प्रशासन की निविदाओं में अनियमितताएं है ।।प्रति वर्ष निविदाएं करवाने की बजाय प्रति वर्ष एक्सटेंड कर लेते है।।इसकी भी जांच होनी चाहिए।।जिला कलेक्टर द्वारा की गई कार्यवाही निसंदेह चिकित्सा प्रणाली मे सुधार का कार्य करेगी।।अस्पताल में उपजे नर्सिंग माफियो का राज खत्म कर उन्हें फील्ड पोस्ट दिला कर नए कार्मिक नियुक्त कर ले । अस्पताल चमन हो जाएगा।।

रविवार, 30 दिसंबर 2018

घनश्याम तिवाड़ी ने गहलोत के इन फैसलों का किया स्वागत

घनश्याम तिवाड़ी ने गहलोत के इन फैसलों का किया स्वागत

जयपुर. सांगानेर के पूर्व विधायक और वरिष्ठ नेता घनश्याम तिवाड़ी ने रविवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात की. तिवाड़ी ने उनके सिविल लाइन्स स्थित आवास पर करीब पौन घंटे मुलाकात की. इस मुलाकात के चलते कई सियासी मायनों से भी देखा जा रहा है.

सीएम से मुलाकात के बाद बाहर आए घनश्याम तिवाड़ी ने कहा कि गहलोत उनके पुराने मित्र हैं, उनके साथ व्यक्तिगत संबंध हैं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बनने के बाद वे उन्हें बधाई देने के लिए आए थे. उन्होंने किसी प्रकार की सियासी मुलाकात से इनकार किया है.


घनश्याम तिवाड़ी के साथ मुलाकात के बाद सीएम गहलोत ने भी अपने ट्विटर पर एक फोटो को शेयर किया है. फोटो में तिवाड़ी गहलोत को एक बुके भेंज कर रहे हैं. घनश्याम तिवाड़ी ने इस मुलाकात को शिष्टाचार भेंट बतया है.


गहलोत के फैसलों का स्वागत

तिवाड़ी ने गहलोत केबिनेट के दो फैसलों का किया समर्थन पिछली सरकार में बंद किए गए हरिदेव जोशी पत्रकारिता विश्वविद्यालय और अंबेडकर विधि विश्वविद्यालय वापस शुरू करने के फैसले का किया स्वागत साथ ही पंचायत और निकाय चुनाव में शैक्षणिक योग्यता की बाध्यता हटाने का भी किया समर्थन

कांग्रेस विधायक मेवाराम जैन को जान से मारने की धमकी...

कांग्रेस विधायक मेवाराम जैन को जान से मारने की धमकी...



बाड़मेर. प्रदेश में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता विधायक मेवाराम जैन को जान से मारने की धमकी का ऑडियो सोशल मीडिया पर शनिवार को वायरल हुआ. उसके बाद मेवाराम जैन की ओर से बाड़मेर पुलिस अधीक्षक राहुल भारत को एक शिकायत दी गई, जिसके बाद पुलिस ने इस मामले में तत्काल आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए कई टीमें बना दी है.

गौरतलब है कि चुनाव के दौरान मेवाराम जैन पर हमला होने की भी खबर सामने आई थी. इस पूरे मामले को लेकर मेवाराम जैन का कहना है कि वह जल्दी अशोक गहलोत को पूरे मामले से अगले 2 दिनों में अवगत करवाएंगे.


विधायक मेवाराम जैन ने बाड़मेर एसपी के समक्ष परिवाद पेश किया है. इसमें बताया कि उनके सिक्योरिटी गार्ड कांस्टेबल को एक ऑडियो वाला मैसेज आया है, जिसमें एक शख्स अपना नाम की केसाराम बता रहा है. वह अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए मेवाराम जैन को अगले 10 महीनों में जान से मारने की धमकी दे रहा है. साथ में वह यह कह रहा है कि वह मेवाराम जैन बाड़मेर के विधायक कैसे बन सकते हैं. वह भी कर्नल सोनाराम चौधरी के सामने.


मेवाराम जैन का यह आरोप है कि पूरी गैंग है जो कि उनके पीछे चुनाव से पहले पड़ी हुई है. यह उसी गैंग की करतूत है जो कि उनको डरा धमका कर जान से मारने की धमकी दे रही है. उन्होंने इस बारे में पहले बीएसपी को शिकायत की थी और अब फिर से शिकायत की है. उन्होंने कहा कि उन्हें अतिरिक्त सुरक्षा देना पुलिस प्रशासन का काम है.


वहीं मेवाराम जैन इस पूरे मामले को लेकर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मिलने के लिए जयपुर रवाना हो गए हैं. अगले 1 या 2 दिनों में अशोक गहलोत से मिलकर इस पूरे मामले की जानकारी देंगे. घटना के बाद पुलिस ने तत्कालीन कार्रवाई करते हुए टीम गठित कर कई जगह पर आरोपी को पकड़ने का अभियान शुरू कर दी है. पुलिस का कहना है कि अगले कुछ घंटों में ही आरोपी को पकड़ लिया जएगा. घटना के बाद उनके समर्थकों में भारी रोष है. वही समर्थकों की मांग की सुरक्षा को और बढ़ाया जाएगा.

हरियाणवी डांसर अनामिका बावा ने किया सुसाइड अटेम्ट, पति पर लगाया गंभीर आरोप

हरियाणवी डांसर अनामिका बावा ने किया सुसाइड अटेम्ट, पति पर लगाया गंभीर आरोप
हरियाणवी डांसर अनामिका बावा ने किया सुसाइड अटेम्ट, पति पर लगाया गंभीर आरोप

हरियाणवी कलाकार अनामिका बावा उर्फ एनीबी ने शनिवार देर रात अपने घर में जहर खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की. एनीबी के परिजनों ने उसे सिविल अस्पताल में भर्ती करवा है, जहां उनकी हालत सामान्य बनी हुई है. बताया जा रहा है कि शनिवार को एनीबी के पति का जन्मदिन था. अनामिका के इस कदम की वजह पति का किसी और महिला के साथ प्रेम प्रसंग होना बताया जा रहा है. अनामिका बावा का कहना है कि करीब 5 साल पहले उनकी शेखर के साथ शादी हुई थी. अनामिका ने आरोप लगाया कि शेखर का दिल्ली की एक महिला से अवैध संबंध है.

अनामिका ने कहा कि उस महिला के कारण पति के साथ विवाद बढ़ गया है. जब-जब मैने अपना घर बचाने की कोशिश की उस महिला ने मेरे पति को मेरे खिलाफ भड़का कर दूर करने का काम किया. आरोप है कि महिला बार-बार फोन करके उसे परेशान करती है और धमकी देती है. करीब चार हजार गानों में काम कर चुकी अनामिका की शादी रोहतक निवासी शेखर खन्ना के साथ वर्ष 2013 में हुई थी. शेखर खन्ना वीडियो डायरेक्टर हैं. वीडियो डायरेक्टिंग के दौरान ही उनकी मुलाकात अनामिका से हुई थी. दोनों का एक पांच साल का बेटा भी है.

अनामिका ने बताया कि इस मामले की वजह  से उसके पति और उसके बीच रिश्ते खराब होने लगे थे और  शेखर रोहतक में रहने लगा था.  पिछले तीन दिनों से वह लापता है. एनी बी का आरोप है कि शनिवार को पूरे दिन महिला ने फोन करके मानसिक रूप से प्रताड़ना दी, जिसके कारण उन्होंने चूहे मारने की दवा निगल कर जान देने की कोशिश की है.

गोल्डन बाबा के शिष्य का आरोप, जूना अखाड़े के सचिव प्रेम गिरी ने मेरे साथ किया ‘गलत काम’

गोल्डन बाबा के शिष्य का आरोप, जूना अखाड़े के सचिव प्रेम गिरी ने मेरे साथ किया ‘गलत काम’
गोल्डन बाबा के शिष्य का आरोप, जूना अखाड़े के सचिव प्रेम गिरी ने मेरे साथ किया ‘गलत काम’

सन्तों के सबसे बड़े अखाड़े जूना अखाड़े से निष्कासित किए गए गोल्डन बाबा ने रविवार को अखाड़े के सचिव प्रेम गिरी पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. अपने शिष्य राजराजेश्वर पूरी के साथ मीडिया के सामने आकर उन्होंने कहा कि अखाड़े के सचिव प्रेम गिरी ने उनके शिष्य के साथ उल्टी सीधी हरकत की है. उन्होंने कहा कि प्रेम गिरी पहले छोटे-छोटे बच्चों को अपना शिष्य बनाते है, फिर उनके साथ गलत हरकत करते हैं.

दिल्ली में बिट्टू लाइट वाले के नाम से मशहूर जिस गोल्डन बाबा को जूना अखाड़े ने संत के रूप में नई पहचान दी, अब वह अखाड़े से निकाले जाने के बाद अखाड़े के सन्तों पर कई गंभीर आरोप लगा रहे हैं. गोल्डन बाबा ने जूना अखाड़े के सचिव प्रेम गिरी पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके शिष्य के साथ प्रेमगिरि गलत व्यवहार करते हैं, इस बात की जानकारी अखाड़े के कई दूसरे सन्तों को भी है लेकिन उसके खिलाफ अखाड़े में कोई नहीं बोलता. उन्होंने आरोप लगाया कि उनके शिष्य को लगातार प्रताड़ित किया जा रहा था. वह किसी तरह जान बचाकर वहां से भागा है.

गोल्डन पूरी महाराज के शिष्य राजराजेश्वरपुरी ने अपनी आपबीती सुनाते हुए कहा की प्रेम गिरी महाराज ने बीसियों बार मेरी साथ गलत काम किया है. मालिश कराने के बहाने हमारे साथ महाराज जी गन्दा काम करते थे. लेकिन मैने डर की वजह से किसी को ये बात नहीं बताई. मुझे मारने-पीटने, खाना न देने और गंगा जी मे फिकवाने की धमकी दी गयी थी. एक दिन सबसे बचते हुए किसी तरह मैं आश्रम से भाग गया. राजराजेश्वरपुरी ने बताया कि प्रेम गिरी ने चार साल पहले मेरे साथ गलत काम किया था.

भीलवाड़ा विवाहित पहले ससुराल फिर पीहर में दुष्कर्म का शिकार

भीलवाड़ा विवाहित पहले ससुराल फिर पीहर में दुष्कर्म का शिकार

ससुराल में हवस का शिकार बनी विवाहिता ने जब पीहर में सहारा देखा तो वहां भी दरिंदगी की शिकार हो गई।

भीलवाड़ा के सुभाषनगर थाने से मिली जानकारी के अनुसार पीडि़ता ने बताया कि तीन माह पूर्व मेरे जेठ ने मेरे साथ बदसलूकी की थी और इसको लेकर मैने उनके खिलाफ मामला दर्ज करवाया था। जिसको उठाने के लेकर मेरा जेठ जुल्फीकार और मेरे बहनोई रईश 22 नवम्बर को घर पर आये। इस दौरान मैं घर पर अकेली थी।

उन्होंने मुझे मुकद्दमा उठाने के लिए धमकाया लेकिन जब मैं नहीं मानी तो मेरे जेठ ने मेरे साथ हाथापाई करना शुरू कर दिया। बाद में मेरे जेठ ने फिर से मेरे साथ दुष्कर्म किया और बहनोई रईश ने इसका वीडियो बनाया। इसके बाद बहनोई रईश ने भी दुष्कर्म किया।

जाने से पहले उन्होंने मुझे धमकी दी कि यदि किसी को भी बताया तो तेरे बच्चों को जान से मार देंगे और वीडियो भी वायरल कर देंगे। मैने उनके खिलाफ 23 नवम्बर को ही मामला दर्ज करवा दिया था लेकिन आज भी आरोपी खुलेआम घूम रहे है।

अधिवक्ता असलम शेख ने कहा कि पीडि़ता के 164 के बयान हो गये लेकिन अभी तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया है। इसके कारण मैंने पीडिता की अपील कॉर्ट में दर्ज करवायी है। वहीं सुभाष नगर थानाधिकारी ने कहा कि इस मामले की जांच पुलिसउपाधिक्षक सदर कर रहे हैं।

अलवर में फिर एक व्यक्ति हुआ भीड़ तंत्र का शिकार, गोतस्करी की आशंका में ग्रामीणों ने पीटा

अलवर में फिर एक व्यक्ति हुआ भीड़ तंत्र का शिकार, गोतस्करी की आशंका में ग्रामीणों ने पीटा

अलवर में फिर एक व्यक्ति हुआ भीड़ तंत्र का शिकार, गोतस्करी की आशंका में ग्रामीणों ने पीटा


अलवर मॉब लिचिंग के मामलों को लेकर देशभर में कुख्यात हो चुके अलवर में एक बार फिर एक व्यक्ति भीड़ का शिकार हो गया. गोतस्करी की आशंका में ग्रामीणों ने गायें ले जा रहे एक व्यक्ति को पकड़कर उसकी जबर्दस्त पिटाई कर डाली. बाद में उसे वहीं जंगल में पटक गए. पुलिस ने घायल को अलवर के राजकीय अस्पताल में भर्ती कराया है, जहां उसका इलाज चल रहा है.

जानकारी के अनुसार घटना अलवर जिले के किशनगढ़बास थाना इलाके के बघेरी खुर्द गांव के जंगलों में हुई. वहां शनिवार आधी रात को ग्रामीणों ने पिकअप में छह गायें लेकर जा रहे एक व्यक्ति को पकड़ लिया. ग्रामीणों ने उसकी वहीं पर जोरदार पिटाई कर दी. बाद में उसे वहीं पटककर चले गए. सूचना पर किशनगढ़बास पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घायल को स्थानीय अस्पताल पहुंचाया. वहां से उसे प्राथमिक उपचार के बाद अलवर के लिए रेफर कर दिया. बाद में उसे अलवर के राजीव गांधी सामान्य अस्पताल के ट्रोमा सेंटर में भर्ती कराया गया है.पुलिस पूछताछ में घायल की पहचान सगीर खान पुत्र यूनुस निवासी मिर्जापुर (अवलर) के रूप में हुई है. पुलिस ने मौके पर मिली सगीर की पिकअप गाड़ी को जब्त कर लिया है. पिकअप में 6 गायें मिली हैं. पुलिस ने गायों को गोशाला भिजवा दिया है. घायल के परिजनों को सूचना दे दी गई है. पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है.

बाड़मेर में दामाद ने साथियों के साथ मिलकर काटी सास की नाक, मौके से हुए फरार

बाड़मेर में दामाद ने साथियों के साथ मिलकर काटी सास की नाक, मौके से हुए फरार
बाड़मेर में दामाद ने साथियों के साथ मिलकर काटी सास की नाक, मौके से हुए फरार


बाड़मेर जिले में एक दामाद ने अपनी ही सास की नाक काट दी. दामाद ने तीन चार साथियों के साथ मिलकर अपनी सास की नाक काटी. सास को लहूलुहान हालत में बाड़मेर के जिला अस्पताल में रेफर किया गया है. आरोपी दामाद और उसके साथी मौके से फरार हो गए हैं. पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है.

पुलिस के अनुसार घटना बाड़मेर जिले के धोरीमन्ना पुलिस थाना इलाके में हुई. पीड़ित महिला पुरोदेवी गेनाणियों का तला की रहने वाली है. उसकी बेटी की शादी बचपन में रावों की बेरी लूखू निवासी देरामाराम से शादी हुई थी. लेकिन कुछ समय बाद उसकी बेटी ने ससुराल जाना बंद कर दिया. पुरोदेवी ने अपनी बेटी की शादी दूसरी जगह कर दी. इससे दामाद देरामाराम खफा हो गया.देरामाराम शनिवार को अपने तीन चार साथियों के साथ ससुराल पहुंचा. वहां दामाद देरामाराम और उसके साथियों ने पुरोदेवी के घर पर ससुराल पक्ष के लोगों पर धारदार हथियारों से हमला कर दिया. दामाद ने साथियों के साथ मिलकर पूरो देवी की नाक काट दी. पुलिस ने पीड़िता के बयानों के आधार पर आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर कर लिया है. घटना के बाद गांव में सनसनी फैल गई. पुलिस का कहना है कि आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा. सास की नाक काटने की घटना क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है.

शनिवार, 29 दिसंबर 2018

*तो वसुंधराराजे लोकसभा चुनाव बाडमेर से लड़ेगी? *सलाहकारों से किया मशवरा,मानवेन्द्र सिंह के सामने उतरने की मंशा?*


*तो वसुंधराराजे लोकसभा चुनाव बाडमेर से लड़ेगी?
*सलाहकारों से किया मशवरा,मानवेन्द्र सिंह के सामने उतरने की मंशा?*

बाड़मेर लोक सभा सीट से मानवेन्द्रसिह को उम्मीदवार  बनाये जाने से भाजपा में बेचैनी साफ दिखाई दे रही हैं। दो दिन पहले इडिंगो फ्लाइट से अपने खास सलाहकारों को जयपुर बुलवाकर महारानी ने बाड़मेर से स्वयं के चुनाव लड़ने पर विचार विमर्श किया। स्वाभिमान  को किस प्रकार से हराया जा सकता है? इस पर चिन्तन मनन किया। क्योंकि  मानवेन्द्रसिह  का भय खाया जा रहा है। जो महारानी बात भी सुनना नहीं चाहते थी, अब उसके ये हाल है। 

महारानी बाड़मेर से चुनाव लड़े उस घड़ी का बेसबरी से इंतजार है। महारानी बाड़मेर से चुनाव लड़ने का मतलब जगजाहिर होगा कि वह जसवंतसिंह जी को और उनके परिवार को खत्म करना चाहती है। इस खुली चुनौती  का असर पूरे राजस्थान मे होगा और सभी सीटे भाजपा  हार जायेगी। राजस्थान  से सुपड़ा साफ। copy past