शनिवार, 26 नवंबर 2016

बेटे का गला काटा, पत्नी के सीने में घोंपा पेचकस, लिखा- 'बेहद प्यार करता हूं'

बेटे का गला काटा, पत्नी के सीने में घोंपा पेचकस, लिखा- 'बेहद प्यार करता हूं'

बेटे का गला काटा, पत्नी के सीने में घोंपा पेचकस, लिखा- 'बेहद प्यार करता हूं'
महासमुंद (छत्तीसगढ़)। यहां एक चिटफंड कंपनी में काम करने वाले शख्स ने अपनी पत्नी और आठ साल के बेटे को बेरहमी से मार डाला। मौके से एक चिट्ठी बरामद हुई जिसमें आरोपी ने खुद को काफी कर्ज में डूबा हुआ बताया। पुलिस के मुताबिक आरोपी ने लिखा- "मैं अपनी पत्नी और बेटे से बेहद प्यार करता हूं लेकिन आज मजबूरी में ये कदम उठा रहा हूं।" सोमवार को उसने सरेंडर भी कर दिया। पत्नी के सीने पर पेचकस से वार...

- पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों के मुताबिक घटना शनिवार दोपहर करीब 12 बजे की है।

- पुलिस के मुताबिक आरोपी संदीप गुप्ता (40) ने पत्नी अंजू गुप्ता और बेटे प्रतीक के चेहरे बांधने के बाद उन पर धारदार हथियार से वार किया।

- डॉक्टरों ने बताया कि प्रतीक का गला चार इंच कटा हुआ है, सिर धड़ से बस लटका हुआ था।

- अंजू का भी गला कटा हुआ है उसके सीने पर 8-10 बार पेचकश से वार किया गया है। दोनों की नसें भी काटी गई हैं।

दिन भर अंजान रहे लोग

- घटना को अंजाम देकर संदीप फरार हो गया था। मामला रात को तब सामने आया जब परिवार में कोई हलचल नहीं दिखी।

- संदीप की मां मीरादेवी गुप्ता (65) एक प्राइवेट स्कूल में टीचर है और पड़ोस में रहती है।

- उसने पड़ोसियों को बताया कि उसके बेटे-बहुओं का फोन नहीं लग रहा है।

- शक होने पर लोगों ने पुलिस को सूचना दी। ताला तोड़कर अंदर घुसने पर खून से लथपथ मां-बेटे की लाशें मिलीं।

घूमकर आया, फिर किया सरेंडर

- शनिवार को वारदात के बाद घर के दरवाजे में ताला जड़कर वह घूमने के लिए वाल्टेयर चला गया।

- सोमवार को महासमुंद लौटकर उसने कोतवाली में खुद को सरेंडर किया।

- संदीप ने बताया कि उसकी पत्नी अंजू परिवार की कर्जमुक्त जिंदगी चाहती थी।

- चिटफंड का काम बंद हो जाने के बाद ढाई लाख के कर्ज से उबर पाना उसके लिए संभव नहीं दिख रहा था।

- पत्नी की इच्छा को लेकर रोज-रोज विवाद होता था और इससे बचने के लिए उसने ठान लिया था कि पत्नी को वह जिंदा नहीं छोड़ेगा।

- शनिवार को हुए विवाद के बाद अंजू काे गला दबाकर मारने की कोशिश की। नाकाम रहा तो पेपर कटर की तेज धार से हमला कर दिया।

- इससे अंजू जमीन पर गिर गई, लेकिन मौत नहीं हुई ये सोचकर उसके सीने पर लंबे पेंचकस से कई वार किए।

- बेटा तकलीफ की जिंदगी न बसर करे, यह सोचकर उसने उसी कटर से बेटे का भी गला काट दिया।

- उसकी मौत को पुख्ता करने बेटे के भी हाथ की नस काट डाली।

हुई थी लव-मैरिज

- आरोपी ने इंटरकास्ट मैरिज किया था। उसकी पत्नी सिकलिन बीमारी से पीड़ित थी।

- बताया गया कि इलाज में 4 से 5 हजार रुपए हर माह खर्च होता था।

- इसके अलावा आरोपी के पास आए दिन लोग तगादे के लिए पहुंचते थे। इसके चलते आरोपी हमेशा घर से नदारद रहता था।

7 दिन में 90 साल की महिला से 2 बार रेप, मामला देख पुलिस भी दंग

7 दिन में 90 साल की महिला से 2 बार रेप, मामला देख पुलिस भी दंग

7 दिन में 90 साल की महिला से 2 बार रेप, मामला देख पुलिस भी दंग
हमीरपुर. यूपी के हमीरपुर में 90 साल की एक बुजुर्ग महिला से रेप करने का मामला सामने आया है। पीड़ि‍ता की बहू के मुताबिक, लड़के ने पिछले एक सप्‍ताह में दो बार रेप किया। पीड़ि‍त परिवार जब यह मामला लेकर थाने पहुंचा तो शि‍कायत देख पुलिस भी दंग रह गई। एसओ केएल सिंह के मुताबिक, तहरीर के अाधार पर आरोपी को अरेस्‍ट कर लिया गया है।25 साल है आरोपी की उम्र, 7 दिन में 2 बार किया रेप

- मामला हमीरपुर जिले के कजियाना थानाक्षेत्र का है।

- 90 साल की कुंती देवी (बदला नाम) शुक्रवार की रात अपने घर में सो रही थी। करीब एक बजे पड़ोस में रहने वाला आलोक नशे में धुत्त होकर घर में घुस आया।

- उसने महिला को सोते समय दबोच लिया और रेप किया। चिल्लाने पर पड़ोसी जमा हो गए।

- मौके से भाग रहे आरोपी को पड़ोसियों ने धर-दबोचा और जमकर धुनाई की। इसके बाद घटना की सूचना कोतवाली पुलिस को दी।

- तहरीर के आधार पर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। हवालात में बंद आरोपी अब मुंह छिपाते नजर आ रहा है।




क्या कहते हैं परिजन




- पीड़ि‍ता की बहू के मुताबिक, आलोक ने एक हफ्ते पहले भी रात में घुसकर सास के साथ रेप किया था, लेकिन पहचान नहीं हो पाई थी।

- इस बार भी उसने घर में घुसकर दोबार रेप किया, लेकिन पकड़ा गया।

क्या कहती है कोतवाली पुलिस

- कोतवाली पुलिस का कहना है, घटना की तहरीर मिल गई है। पीड़ि‍ता का मेडिकल टेस्‍ट हॉस्पिटल में कराया जा रहा है।

- उम्र दराज बुजुर्ग महिला के साथ रेप की वारदात से पुलिस वाले भी दंग है। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।

बाथरूम में नहाने गई बहू का ससुर ने पकड़ा हाथ, बोला- बिस्तर पर चलो

बाथरूम में नहाने गई बहू का ससुर ने पकड़ा हाथ, बोला- बिस्तर पर चलो
बाथरूम में नहाने गई बहू का ससुर ने पकड़ा हाथ, बोला- बिस्तर पर चलो

झांसी.यूपी के झांसी में एक वकील अपनी ही बहू से कई बार फिजिकल रिलेशन बनाने की कोशिश कर चुका है। हद तो तब हो गई जब बहू बाथरूम में नहाने गई थी, तो पीछे से ससुर अंदर घुस गया और जोर से हाथ पकड़कर बोला- 'बिस्तर पर चलो, आज तो तुम्हें मेरे साथ फिजिकल रिलेशन बनाना ही पड़ेगा।' जब वो चिल्‍लाई तो उसके पति और सास ने पहुंचकर उसकी लात घूंसों से पिटाई शुरू कर दी। पति आए दिन करता था पिटाई...

- झांसी के बड़ागांव थाना क्षेत्र की रहने वाली मोहनी (बदला हुआ नाम) ने बताया, मायके में मम्मी-पापा के अलावा एक भाई है।

- घर में आय का स्रोत परचून की दुकान है, दुकान मेरी मां चलाती हैं।

- उसकी मां ने बताया, मोहनी की शादी झांसी के सीपरी बाजार थाना क्षेत्र के रहने वाले हरिशंकर से तय कर दी थी।

- इसी साल 16 अप्रैल को धूमधाम से मोहनी और हरिशंकर की शादी करा दी गई। एक महीने तक सब ठीक चलता रहा।

- उसके बाद मेरी बेटी को हरिशंकर परेशान करने लगा और दहेज में एक कार और रुपयों की मांग करने लगा।

- जब हमने देने से मना किया तो वो आए दिन उसे पीटता था।

करता था अजीब हरकतें

- मां कहती है कि जब बेटी के पति से मारपीट करने का कारण पूछा जाता था, तो कहता था कि मेरे सामने कोई खड़ा है, वो मुझे बुला रहा है।

- कोई मेरा पीछा करता है और दिन भर अपने रूम में सोता रहता था।

- जब बेटी रूम में जाती तो उससे दूर-दूर भागता था।

फिजिकल रिलेशन बनाने की करता था डिमांड

- पीड़िता के मुताबिक, जब पति मुझसे दूर-दूर रहने लगे तो मेरे ससुर मुझपर गलत निगाह रखने लगे।

- ससुर कई बार मेरे बिस्तर तक भी पहुंच चुके थे और दो बार बाथरूम के अंदर पहले भी घुस चुके हैं।

- जब मैं ये सब अपने पति से कहती थी तो वो उल्टा मुझे ही मारने लगते थे।

- बीते 16 नवंबर को जब मैं नहाने गई तो वो मेरी बाथरूम में घुस आए।

- बाथरूम के अंदर ही उन्‍होंने मेरा जोर से हाथ पकड़ लिया और फिजिकल रिलेशन बनाने की डिमांड करने लगे।

- जब मैंने इसका विरोध किया और चिल्लाने लगी तो पति और सास भी मौके पर आ गए।

- वो लोग ससुर से कुछ भी कहने के बजाय मुझे ही लात-घूंसों से पीटने लगे।

डाल दिया था केरोसिन ऑयल

- इसी बीच ससुर ने मुझ पर केरोसिन ऑयल डाल दिया और मुझे घसीटते हुए किचेन की तरफ ले जाने लगे।

- मैंने ससुर को धक्का दिया और घर से बाहर सड़क पर निकल आई।

- पड़ोसियों ने मेरे मायके वालों को फोन किया तो मेरा भाई पहुंच गया और हम पुलिस के पास आ गए।

इन वजहों से पहले भी बदनाम रह चुका है ये परिवार

- पीड़िता ने बताया कि मेरे ससुराल में मेरी शादी से पहले भी घटनाएं हो चुकी हैं।

- मेरे ससुर की पहली पत्नी की कैसे मौत हुई है, इस पर आज भी सस्पेंस बना हुआ है।

- ससुर की पहली पत्नी का बेटा कई सालों से घर छोड़कर अपने परिवार के साथ दूसरी जगह रह रहा है।

- मेरी शादी से पहले मेरे देवर की शादी हो गई थी, उसकी पत्नी को इसी साल 15 जनवरी को जलाकर मार डाला गया था और उसका पोस्टमॉर्टम करवाए बगैर अंतिम संस्कार करवा दिया गया था।

- अब मेरे ससुर ने मेरे ऊपर केरोसिन ऑयल डालकर जलाने की कोशिश की। मेरी सास और मेरे पति ने उसका पूरा साथ दिया।




क्‍या कहती है पुलिस?

- सीपरी बाजार थाना प्रभारी दीपक मिश्रा ने बताया कि पीड़िता की शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर लिया गया है।

- आरोपियों पर 323, 498A और 506 धाराएं लगाई गई हैं।

- अब जांच में पीड़िता के बयान के अनुसार अन्य धाराएं भी दर्ज हो सकती हैं।

PAK के 16वें आर्मी चीफ होंगे कमर बाजवा, कश्मीर पर लंबे तजुर्बे के कारण चुने गए

PAK के 16वें आर्मी चीफ होंगे कमर बाजवा, कश्मीर पर लंबे तजुर्बे के कारण चुने गए

PAK के 16वें आर्मी चीफ होंगे कमर बाजवा, कश्मीर पर लंबे तजुर्बे के कारण चुने गए
इस्लामाबाद.लेफ्टिनेंट जनरल कमर जावेद बाजवा पाकिस्तान के नए आर्मी चीफ होंगे। जिओ न्यूज के मुताबिक पाक पीएम नवाज शरीफ ने कमर बाजवा को आर्मी चीफ के पद पर अप्वाइंट कर दिया है। बाजवा को कश्मीर मसले पर लंबा अनुभव है और उनके चयन का भी यही आधार माना जा रहा है। लेफ्टिनेंट जनरल महमूद हयात को ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी का चेयरमैन बनाया गया है। ट्रेनिंग एंड डेवलपमेंट के हेड थे बाजवा...




- कमर बाजवा अभी ट्रेनिंग एंड डेवलपमेंट के इंस्पेक्टर जनरल थे। राहिल शरीफ भी आर्मी चीफ बनने से पहले इस पोस्ट पर रह चुके हैं।

- बाजवा ने पाकिस्तान की सबसे बड़ी और महत्वपूर्ण कॉर्प-10 का भी नेतृत्व किया है।

- कांगों में पीस मिशन के दौरान भी ब्रिगेडियर रहते हुए बाजवा ने अपनी सेवाएं दीं।

बलोच रेजिमेंट से है ताल्लुक

- कमर बाजवा को कश्मीर और उत्तरी इलाकों के मसलों की खासी समझ है। खासतौर पर कश्मीर इश्यू को लेकर उनका अनुभव पाकिस्तान के काफी काम आएगा।

- इसके अलावा बलोच रेजिमेंट का होेने की वजह से उत्तरी इलाके की समस्याओं से निपटने में भी काफी मदद मिलेगी

जिन्दगी में नया करने की ठाने -ललित गर्ग-



जिन्दगी में नया करने की ठाने -ललित गर्ग-
एक अच्छा, सफल एवं सार्थक जीवन के लिये जरूरी है अच्छी आदतें। अच्छी आदतों वालों व्यक्ति सहज ही अच्छे चरित्र वाला व्यक्ति बन जाता है। बुरी आदतों वाला व्यक्ति खुद-ब-खुद बुरे चरित्र का व्यक्ति बन जाता है। अच्छे और बुरे का मापदण्ड यह है कि जो परिणाम में अच्छा या बुरा हो, वही चीज, विचार या व्यक्ति अच्छा या बुरा होते हैं। मेरे या आपके अथवा किसी के भी द्वारा किसी भी चीज, विचार या व्यक्ति को अच्छा या बुरा कहने पर वह अच्छा या बुरा नहीं होता। क्योंकि सबका अपना-अपना नजरिया होता है। इसलिये यजुर्वेद में की गयी अच्छे होने की यह कामना हर व्यक्ति के लिए काम्य है जिसमें कहा गया है कि ‘‘देवजन मुझे पवित्र करें, मन से सुसंगत बुद्धि मुझे पवित्र करें, विश्व के सभी प्राणी मुझे पवित्र करें, अग्नि मुझे पवित्र करे।’’हर व्यक्ति अच्छा ही बनना चाहता है, फिर क्या कारण है कि दुनिया में बुराइयां पनप रही है। व्यक्ति हिंसक एवं क्रूर होता जा रहा है। भ्रष्टाचार एवं कालाबाजारी बढ़ती जा रही है।

कुरुक्षेत्र के मैदान में हम कौरवों और पाण्डवों के बीच हुए युद्ध का हाल महाभारत में पढ़ते हैं। उसे पढ़कर हमारा मन रोमांचित हो उठता है, किन्तु क्या हम कभी यह भी अनुभव करते हैं कि असली कुरुक्षेत्र का मैदान हमारे अंतर में विद्यमान है। कुरुक्षेत्र की लड़ाई तो कुछ दिनों में समाप्त हो गई थी, लेकिन हमारे भीतर की लड़ाई सतत चलती है, कभी समाप्त नहीं होती।

मानव के अंदर दो प्रकार की मानसिकताएं काम करती हैं। एक सद् दूसरी असद्। दोनों एक-दूसरे के विपरीत हैं। सद् मानसिकता मनुष्य को सन्मार्ग पर चलने को प्रेरित करती है, असद् मानसिकता उसे कुमार्ग पर चलने को प्रोत्साहित करती है। सद् सोच कहती है, सच्चाई के रास्ते पर चलो, भले ही तुम्हें कितने ही कष्ट क्यों न उठाने पड़ें। असद् सोच कहती है कि वह रास्ता तो कांटों से भरा है। वैसे रास्ते पर चलने पर तुम्हारे पैर लहूलुहान होंगे। मिलेगा क्या? जरा दूसरे रास्ते पर चल कर देखो, कितनी सफलता मिलती है। जब कभी भले और बुरे के बीच निर्णय करने का अवसर आता है तो आपने देखा होगा कि मन में कितना संघर्ष चलता है। उस तर्क-युद्ध में जो जीत जाता है, आदमी उसी के इशारे पर चल पड़ता है। असल में आदमी अपने भीतर के युद्ध से किसी निर्णय की बजाय द्वंद्व कर स्थिति में ही पहुंचता है।

इसी कारण हम बहुत बार अपने द्वारा लिए गए निर्णय, संजोए गए सपने और स्वीकृत प्रतिज्ञा से स्खलित हो जाते हैं, क्योंकि हम औरों जैसा बनना और होना चाहते हैं। हम भूल जाते हैं कि औरों जैसा बनने मंे प्रतिस्पर्धा, संघर्ष, दुःख, अशांति व तनाव के सिवाय कुछ नहीं मिलने वाला है। इसीलिए महापुरुष सिर्फ अपने जैसा बनाना चाहते हैं। हजरत मुहम्मद पैगम्बर की यह शिक्षा सतत स्मृति में रखनी चाहिए- ‘‘अच्छा काम करने की मन में आए तो तुम्हें सोचना चाहिए कि तुम्हारी जिंदगी अगले क्षण समाप्त हो सकती है। अतः काम तुरंत शुरू कर दो। इसके विपरीत अगर बुरे कामों का विचार आए तो सोचो कि मैं अभी वर्षों जीने वाला हूं। बाद में कभी भी उस काम को पूरा कर लूंगा।’’ इसलिये जब यह मनुष्य जीवन मिला है तो चलना तो होगा ही है, लेकिन मानवता का तकाजा है कि वह सही रास्ते पर चले। यह तब संभव हो सकता है, जबकि व्यक्ति अपनी वृत्तियों पर अंकुश रखे और मन की चंचलता के वशीभूत न हो।

अक्सर देखा गया है कि हम विकास की ऊंचाइयों को छूते-छूते पिछड़ जाते हैं, क्योंकि हमारी सोच अंधविश्वासों, अर्थशून्य परम्पराओं, भ्रान्त धारणाओं और सैद्धान्तिक आग्रहों से बंधी होती है। जबकि सफलता के शिखर पर आरोहण करने वाले कहीं किसी से बंधकर नहीं चलते, क्योंकि बंधा व्यक्तित्व उधारा, अमौलिक और जूठा जीवन जी सकता है किन्तु अपनी जिन्दगी में कभी क्रांतिकारी एवं मौलिक पथ नहीं अपना सकता जबकि महानता का दूसरा नाम मौलिकता है और जीवन जीने का तरीका भी मौलिक होना चाहिए। जैसाकि ग्रोचो माक्र्स ने कहा कि हर सुबह जब मैं अपनी आंखे खोलता हूं तो अपने आप से कहता हूं कि आज मुझमें स्वयं को खुश या उदास रखने का सामथ्र्य है न कि घटनाओं में। मैं इस बात को चुन सकता हूं कि यह क्या होगी। कल तो जा चुका है, कल अभी आया नहीं है। मेरे पास केवल एक दिन है, आज तथा मैं दिन भर प्रसन्न रहूंगा।’

हमारे चिन्तन का विषय है कि जब हम खुली आंखों से सही-सही देख न पाएं तो समझना चाहिए कि यह अंधेरा बाहर नहीं, हमारे भीतर ही कहीं घुसपैठ किये बैठा है और अध्यात्म जगत के अनुभवी एवं दक्ष लोग अपने भीतर देखने का, प्रकाश में होने की शिक्षा देते हैं, वे ऐसी शिक्षा के द्वारा अंधेरों की उम्र कम करते हैं। इसीलिये महात्मा गांधी ने कहा कि ‘आपको मानवता में विश्वास नहीं खोना चाहिए। मानवता एक सागर की तरह है, यदि सागर की कुछ बूंदे खराब हैं तो पूरा सागर गंदा नहीं हो जाता है।’

जीवन के उतार और चढ़ाव का क्रम चलता रहता है, हृास और विकास जीवन का अभिन्न अंग है, अंधकार और प्रकाश भी जीवन से ही जुड़ा है। इसीलिये प्रार्थना हमेशा प्रकाश की, विकास की और आरोहण की जाती है। उतार, हृास और अंधकार स्वभाव नहीं, विभाव हैं। ये प्रतीक हैं हमारी वैयक्तिक दुर्बलताओं के, अपाहिज सपनों और संकल्पों के। निराश, निष्क्रिय, निरुद्देश्य जीवनशैली के। स्वीकृत अर्थशून्य आग्रही सोच के। जीवन मूल्यों के प्रति टूटती निष्ठा के। सकारात्मक चिंतन, कर्म और आचरण के अभावों के। मैरी क्यूरी ने कहा कि ‘हममें से जीवन किसी के लिए भी सरल नहीं है। लेकिन इससे क्या? हम में अडिगता होनी चाहिए तथा इससे भी अधिक अपने में विश्वास होना चाहिए। हमें यह विश्वास होना चाहिए कि हम सभी में कुछ-न-कुछ विशेषता है तथा इसे अवश्य ही प्राप्त किया जाना चाहिए।’

हम जिसकी आकांक्षा करते हैं और जिसे पाने के लिए अंतिम सांस तक भटकते हैं, महापुरुष उन्हें बोझ समझकर छोड़ देते हैं। क्योंकि वे जानते हैं कि अति-महत्वाकांक्षा और अनावश्यक संग्रह की लालसा का अंतिम परिणाम दुःख ही होता है। विलियम फ्रेडरिक हाल्से, जूनियर ने कहा कि इस दुनिया में कोई भी महान व्यक्ति नहीं है, केवल महान चुनौतियां ही हैं, जिनका सामान्य व्यक्ति उठ कर सामना करते हैं।”

हम उस समय बहुत बौने बन जाते हैं जब सुख-दुःख के परिणामों का जिम्मेदार ईश्वर को या अन्य किन्हीं निमित्तों को मान बैठते हैं। स्वयं की सुरक्षा में औरों की दोषी ठहराकर कुछ समय के लिए बचा जा सकता है किन्तु सचाई यह है कि हर प्राणी स्वयं सुख-दुःख का कत्र्ता, भोक्ता और संहर्ता है। तभी तो सफल एवं कीर्तिमान स्थापित करने वाले लोग कर्म-क्षेत्र से भागते नहीं, वे पुरुषार्थ और विवेक के हाथों से कर्म की भाग्यलिपि बदलते हैं।

हमारा मन बहुत होशियार है। हम जब औरों के बीच अपनी योग्यता से व्यक्तित्व को नयी पहचान नहीं दे सकते, तब हमारा आहत मन दूसरों की बुराइयों को देख खुश होता है ताकि स्वयं की कुरूपताएं उसे सामान्य-सी नजर आएं। सफल व्यक्ति न अपनी गलती को नजरन्दाज करते हैं और न औरों की गलतियों को प्रोत्साहन देते हैं, क्योंकि चिनगारी भले ही छोटी क्यों न हो, आग बन जला सकती है।

जिन लोगों ने नया इतिहास रचा है, उन्होंने मन को नियंत्रित करने पर जोर दिया गया है, क्योंकि जब मन काबू में आ जाता है तो बुद्धि स्वतः ही हमारे वश में हो जाती है। तब भले-बुरे के बीच भटकना नहीं पड़ता। निर्मल बुद्धि की आंखों पर से चश्मा उतर जाता है। उसे अच्छा-ही-अच्छा दिखाई देता है। उसके स्पंदनों का प्रभाव सारे वातावरण पर पड़ता है। जिस प्रकार किसी देवालय के भीतर का वातावरण पावन-पवित्र होता है, उसी प्रकार निर्मल बुद्धि से व्यक्ति के चारों ओर पवित्रता फैल जाती है। हमारे सामने भगवान महावीर तथा गांधीजी के दृष्टांत हैं। उनका स्वयं का जीवन महकता था और उनके चारों ओर महक व्याप्त रहती थी। निर्मल बुद्धि प्रकाश की भांति होती है जिसके पास अंधकार फटक नहीं पाता। सेसील एम. स्प्रिंगर ने कहा कि ‘सबसे बड़ी बात है कि स्वयं को चुनौती दें। आप स्वयं पर हैरान होंगे कि आप में इतना बल या सामर्थ्य है, तथा आप इतना कुछ कर सकते हैं।’

मनुष्य के भीतर जो अमृत-घट विद्यमान है, वही आनंद का स्रोत है और वही सफलता की सीढ़ी भी है। वहीं से सच्ची आवाज आती है, उस आवाज को सुनना चाहिए। उस पर से मेल का आवरण हटा कि उसका मुंह अनावृत्त हो जाता है, जिसके फलस्वरूप जीवन दुःख, निराशा एवं अविश्वास से मुक्त होकर सुख, आशा एवं विश्वास से ओतप्रोत हो जाता है और ऐसा ही जीवन नये पद्चिन्ह स्थापित करता है, कीर्तिमान के स्वस्तिक उकेरता है। प्रेषकः-

(ललित गर्ग)

ई-253, सरस्वती कंुज अपार्टमेंट

25 आई॰ पी॰ एक्सटेंशन, पटपड़गंज, दिल्ली-92

फोनः 22727486, 9811051133

श्रीब्राह्मण स्वर्णकार समाज सामूहिक विवाह 12 दिसम्बर को

बाड़मेर श्रीब्राह्मण स्वर्णकार समाज सामूहिक विवाह 12 दिसम्बर को

बाड़मेर- अखिल भारतीय श्रीब्राह्मण स्वर्णकार समाज की बाबा रामदेव सामूहिक विवाह समिति की ओर से आगामी 12 दिसम्बर को क्षेत्र के रामदेवरा में द्वितीय सामुहिक विवाह का आयोजन किया जाएगा।सामूहिक विवाह के सफल आयोजन को लेकर बाड़मेर व् आसपास के स्वर्णकार बन्धुओ से सम्पर्क कर उन्हें कार्यक्रम में पहुचने का न्योता दिया जा रहा हे । सामूहिक विवाह कार्यक्रम में पांच जोड़ों का विवाह संपन्न करवाया जाएगा। समिति के मार्ग दर्शक मण्डल के सदस्य मेवाराम सोनी ने बताया कि गत वर्ष समिति का गठन कर 25 जुलाई को प्रथम सामुहिक विवाह कार्यक्रम का आयोजन रामदेवरा में आयोजित किया गया था।श्री ब्राह्मण स्वर्णकार समाज बाड़मेर के अध्यक्ष मोहन लाल सोनी ने बताया की सामूहिक विवाह समिति के अध्यक्ष प्रेम सोनी फलोदी के नेतृत्व में द्वितीय सामुहिक विवाह को लेकर गत पांच माह से तैयारियां की जा रही है। उन्होंने बताया कि आगामी 12 दिसम्बर को रामदेवरा में सामूहिक विवाह आयोजित होगा। समिति के शिव प्रकाश सोनी ने बताया कि सामूहिक विवाह के दौरान दो दिनों तक विभिन्न सामाजिक व सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। जिसमे 11 दिसम्बर को शाम साढ़े छह बजे कवि सम्मेलन आयोजित होगा, जिसमें स्वर्णकार समाज के कई ख्यातनाम कवि शिरकत करेंगे वही रात्रि साढ़े आठ बजे महिला संगीत का कार्यक्रम होगा जिसमें महिला मंडल सोजत सिटी व फलोदी की ओर से गीतों का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इसी तरह 12 दिसम्बर को विनायक स्थापना, वर-वधू बंदोली, पाणीग्रहण संस्कार, आशीर्वाद समारोह व विदाई समारोह आयोजित होगा।शिव प्रकाश सोनी ने बताया की सामूहिक विवाह कार्यक्रम में देश के अलग-अलग हिस्सों से बड़ी संख्या में ब्राह्मण स्वर्णकार समाज के लोग शिरकत करेंगे।शिव प्रकाश सोनी ने कहा की इस तरह के आयोजनों से समाज में ना सिर्फ फिजूल खर्चो से छुटकारा मिलेगा बल्कि समाज में फेली कुरीतियो से भी बचा जा सकेगा व् इस तरह के आयोजनों से एक मंच एक स्थान पर अलग अलग जगहों से आने वाले समाज के लोगो का एक दूसरे से परिचय होगा नई मुलाकाते होगी और होंगे सम्बन्ध, और सम्बन्ध होंगे मजबूत ।

ये पांच जोड़े बंधेंगे परिणय सूत्र में शिव प्रकाश सोनी ने बताया कि सामुहिक विवाह में पांच जोड़ों का पंजीयन किया गया है, जिसमें अनिलकुमार सोइंतरा व ममता समदड़ी, मनोज कुमार अहमदाबाद व खुशबु जोधपुर, सुरेशकुमार आहोर व रिंकु कुमारी बालेसर, विकास जोधपुर व कंचन जोधपुर तथा राणुलाल बाड़मेर व वर्षाकुमारी अहमदाबाद परिणय सूत्र में बंधेंगे। कार्यक्रम को लेकर सभी तेयारिया कर ली गई हे वही सामूहिक विवाह समिति की टीम के लोग अपनी पूरी मेहनत व् लग्न से कार्यक्रम के सफल आयोजन में जुटे हे और प्रयासरत हे की अधिक से अधिक अलग अलग गावो व् शहरों में पहुच समाज के लोगो को कार्यक्रम में आने के लिए आमन्त्रित करे ।बाड़मेर समाज के अध्यक्ष मोहन लाल सोनी ने भी बाड़मेर समाज के लोगो से रामदेवरा में होने वाले सामूहिक विवाह कार्यक्रम में अधिक से अधिक लोगो को पहुचने का सन्देश दिया हे ।

बाड़मेर, मतदाता सूचियों का विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम 2017 आज बूथ लेवल पर जुड़वा सकेंगे मतदाता सूचियांे मंे नाम

बाड़मेर, मतदाता सूचियों का विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम 2017
आज बूथ लेवल पर जुड़वा सकेंगे मतदाता सूचियांे मंे नाम


बाड़मेर, 26 नवंबर। मतदाता सूचियांे के विशेष पुनरीक्षण संक्षिप्त कार्यक्रम के तहत रविवार को जिले भर मंे बूथ लेवल पर मतदाता सूचियांे मंे नाम जुड़वाए एवं संशोधित करवाए जा सकेंगे। इसके लिए बीएलओ प्रत्येक बूथ पर उपस्थित रहेंगे।

उप जिला निर्वाचन अधिकारी ओ.पी. बिश्नोई ने बताया कि विशेष तिथियां 27 नवंबर एवं 4 दिसम्बर को प्रातः 9 बजे से 6 बजे तक सभी बूथ लेवल अधिकारी (बीएलओ) मतदान केन्द्रों पर उपस्थित रहकर दावे एवं आपतियां प्राप्त करेंगे। उन्होने बताया कि मतदाता सूचियों के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम के दौरान अर्हता दिनांक एक जनवरी, 2017 को 18 वर्ष या उससे अधिक आयु वाले पंजीकरण से वंचित मतदाता अपना नाम मतदाता सूची में जुडवाने हेतु दावा एवं मतदाता सूची में नाम हटाने तथा नाम संशोधन के लिए अपना आवेदन पत्र निर्धारित प्रपत्र 6, 7, 8 में प्रस्तुत कर सकते है। उन्होने बताया कि दावे एवं आपतियां पेश करने की तिथि 9 दिसम्बर, 2016 तक रहेगी। मतदाता सूचियों से संबंधित भाग की प्रविष्टियों का ग्राम सभा, स्थानीय निकाय एवं आवासीय वेलफेयर सोसायटी के साथ बैठक आयोजित कर पठन करना एवं सत्यापन करने का कार्य 3 दिसम्बर को किया जाएगा। राजनैतिक दलों के बूथ स्तरीय अभिकर्ताओं के साथ दावे एवं आपतियों के आवेदन पत्र प्राप्त करने की विशेष तिथियां 27 नवम्बर एवं 4 दिसम्बर निर्धारित की गई है।
बिश्नोई ने बताया कि भारत का कोई भी नागरिक अपना आवेदन ऑन लाईन राष्ट्रीय मतदाता सेवा पोर्टल (एन.वी.एस.पी.) ूूूण् बमवतंरंेजींदण्दपबण्पद पर कर सकता है। उन्होने अपील की है कि एक जनवरी, 2017 को 18 वर्ष या उससे अधिक आयु वाले पंजीकरण से वंचित मतदाताओ से अपना नाम मतदाता सूची में जुडवाने, मतदाता सूची में नाम हटाने तथा नाम संशोधन के लिए उपरोक्त कार्यक्रम अनुसार अपना आवेदन पत्र प्रस्तुत करें।

बाड़मेर अंबेडकर के आदर्शाें पर चलने का संकल्प



बाड़मेर
अंबेडकर के आदर्शाें पर चलने का संकल्प

संविधान दिवस पर अतिरिक्त जिला कलक्टर विश्नोई समेत गणमान्य नागरिकांे ने अंबेडकर प्रतिमा को किया माल्यार्पण


बाड़मेर

द्वितीय संविधान दिवस पर शनिवार को जिला मुख्यालय पर अम्बेेडकर जयन्ति समारोह समिति द्वारा आयोजित कार्यक्रम में अतिरिक्त जिला कलक्टर ओ.पी.बिश्नोई समेत विभिन्न गणमान्य नागरिकांे एवं स्वयंसेवी संगठनांे के प्रतिनिधियांे ने डाॅ.भीमराव अंबेडकर सर्किल पर स्थित अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इस दौरान डा.अंबेडकर के आदर्शाें पर चलने का संकल्प लिया गया। जिला मुख्यालय पर डा.भीमराव अंबेडकर सर्किल स्थित अंबेडकर प्रतिमा पर अतिरिक्त जिला कलक्टर ओ.पी.बिश्नोई, डाॅ.भीमराव अंबेडकर समारोह समिति के संयोजक ताराचंद गोसाई, ताराचंद जाटोल, पूर्व संयोजक छगनलाल जाटोल, भाजपा नगर अध्यक्ष मोहनलाल कुर्डिया, समिति भैरोसिंह फुलवारिया, सीओ स्काउट गाइड ज्योतिरानी महात्मा, केवलचंद बृजवाल, प्रवक्ता सुरेश जाटोल, पार्षद श्याम पुरी, प्रेम परिहार, त्रिलोक सेजू, तिलाराम पन्नू,जटिया समाज के अध्यक्ष उमाशंकर फुलवारिया, पार्षद किशन बडारिया, सुनिल शर्मा, लक्ष्मण टाक, आनंद थोरी, हरीश जाटोल, राकेश कुलदीप, जगदीश गोसाई, जटिया समाज कोषाध्यक्ष भोमाराम फुलवारिया, लक्ष्मण कुर्डिया, किशन फुलवारिया, राजेश चैधरी, प्रियंका चैहान, हितेश सोनी, जोगाराम हूड्डा समेत कई गणमान्य नागरिकांे ने माल्यार्पण किया। इस दौरान अतिरिक्त जिला कलक्टर बिश्नोई ने संविधान दिवस के बारे मंे जानकारी देते हुए अपने विचार व्यक्त किए।

फोटो संलग्न है।

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संविधान से मिली भारतीय लोकतंत्र को मजबूतीःचैधरी

द्वितीय संविधान दिवस पर बाड़मेर जिले मंे हुए कई आयोजन

बाड़मेर

संविधान की बदौलत भारतीय लोकतंत्र को मजबूती मिली है। भारतीय संविधान एवं लोकतंत्र का उदाहरण कई मर्तबा विश्व पटल पर दिया जाता है। राष्ट्र के विकास के लिए संविधान का आदर करने के साथ इसके प्रावधानों की गंभीरता से पालन करने की जरूरत है। बाड़मेर-जैसलमेर सांसद कर्नल सोनाराम चैधरी ने शनिवार को बाड़मेर जिला मुख्यालय पर डाॅ.भीमराव अंबेडकर समारोह समिति की ओर से स्थानीय महेश पब्लिक स्कूल मंे आयोजित विचार गोष्ठी के दौरान यह बात कही। इस अवसर पर सांसद कर्नल सोनाराम चैधरी ने कहा कि डाॅ.भीमराव अंबेडकर के निर्देशन मंे भारतीय संविधान के महान शिल्पी डॉ. भीमराव अम्बेडकर सहित उन महान विभूतियों की याद दिलाता है, जिन्होंने कठोर परिश्रम से लोकतंत्र की पवित्र भावना के अनुरूप संविधान बनाया। उन्हांेने कहा कि डॉ. अंबेडकर ने 2 वर्ष 11 माह और 18 दिन में संविधान को 26 नवंबर 1949 को पूर्ण कर देश को समर्पित किया। भारतीय संविधान सभा ने इसी दिन इसको अपनाया। इसके बाद 26 जनवरी 1950 को लोकतांत्रिक शासन व्यवस्था के साथ लागू किया गया। उन्हांेने कहा कि भारत सरकार ने नागरिकों में संवैधानिक मूल्यों को बढ़ावा देने के लिए पिछले वर्ष प्रति वर्ष 26 नवंबर को ‘संविधान दिवस’ के रूप में मनाने का निर्णय लिया। गत वर्ष भारतीय संविधान एवं आधुनिक भारत के निर्माण में भारत रत्न डाॅ. भीम राव अम्बेडकर के योगदान का सम्मान करते हुए उनकी 125 वीं वर्षगांठ के अवसर पर 26 नवंबर, 2015 को पहली बार ‘संविधान दिवस’ पूरे देश ने मनाया गया। सांसद चैधरी ने इस दौरान भारतीय संविधान के विविध पहलूआंे से अवगत कराया। इस दौरान भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष आदूराम मेघवाल ने कहा कि विश्व में भारत का संविधान सबसे बड़ा है, इसमें 448 अनुच्छेद, 12 अनुसूचियां और 94 संशोधन शामिल हैं। संविधान सभा के 284 सदस्यों ने 24 जनवरी 1950 को दस्तावेज पर हस्ताक्षर किए। इसके बाद 2 दिन बाद इसे प्रभाव में लाया गया। उन्हांेने कहा कि भारत में 26 नवम्बर को हर साल संविधान दिवस के रूप में मनाया जाता है। समिति के ताराचंद गोसाई ने कहा कि भारतीय संविधान को दुनिया के सबसे बेहतरीन संविधान में से एक है, क्योंकि यह हर किसी को समानता का अधिकार देता है। उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान को तैयार करने में डॉ. भीमराव अम्बेडकर का सबसे अहम योगदान रहा है। उन्हें भारत के संविधान का जनक कहा जाता है। इस दौरान ताराचंद जाटोल ने कहा कि डाॅ.भीमराव अंबेडकर भारतीय संविधान के मुख्य वास्तुकार थे और उन्हें मजबूत और एकजुट भारत के लिए जाना जाता है। वहीं कार्यक्रम का संचालन हरीश जांगिड़ ने किया। समारोह के अंत मंे कार्यक्रम प्रभारी सुरेश जाटोल ने आभार व्यक्त किया।

इन्होने भी किया सम्बोधित-इस अवसर पर समाजसेवी छगनलाल जाटोल, भाजपा नगर अध्यक्ष मोहनलाल कुर्डिया, भैरोसिंह फुलवारिया, समाजसेवी बालाराम गोदारा, लक्ष्मण बडेरा, प्रेमाराम सियाग, भेराराम जांगिड़, ने संविधान के विविध पहलूआंे पर प्रकाश डाला।

सांसद चैधरी ने किया पौधारोपणः इस दौरान संकवधान दिवस पर सांसद कर्नल सोनाराम चैधरी ने महेश पब्लिक स्कूल के परिसर मंे पौधारोपण करके पर्यावरण बचाने का संदेश दिया। उन्हांेने कहा कि आमजन अधिकाधिक पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण मंे महत्ती भूमिका अदा करें।

ये रहे मौजुद-इस दौरान सीओ स्काउट गाइड ज्योतिरानी महात्मा, प्रेम परिहार, तिलाराम पन्नू, सुनील शर्मा, लक्ष्मण टाक, आनंद थोरी, हरीश जाटोल, राकेश कुलदीप, रेंजर कमला, धापू एवं केशर कंवर समेत कई गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। इस दौरान विभिन्न प्रतियोगिताआंे के विजेताआंे कुलदीप, सपना एवं बसंती को सांसद कर्नल सोनाराम चैधरी एवं अतिथियों ने स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम आयोजन मंे राजस्थान राज्य भारत स्काउट एवं गाइड तथा महेश पब्लिक स्कूल का सराहनीय सहयोग रहा।

:बाड़मेर- 6 उचित मूल्य दुकानदारों के प्राधिकार पत्र निलम्बित, 1 का निरस्त

:बाड़मेर- 6 उचित मूल्य दुकानदारों के प्राधिकार पत्र निलम्बित, 1 का निरस्त


बाड़मेर रामनिवास, अतिरिक्त खाद्य आयुक्त, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग राजस्थान-जयपुर द्वारा बाड़मेर भ्रमण के पष्चात् विभागीय योजनाओं की समीक्षा के दौरान निर्देष दिये गये निर्देषों की पालना में पोष मषीन से हुए वितरण कार्य की समीक्षा की गयी। समीक्षा के दौरान पाया गया कि 7 उचित मूल्य दुकानदारों द्वारा उपभोक्ता पखवाड़े के दौरान एक भी ट्रांजेक्षन पोष मषीन के माध्यम नही किया है। उक्त उचित मूल्य दुकानदारों द्वारा की गयी अनियमितता के विरूद्ध निम्नांकित 6 उचित मूल्य दुकानदारों के प्राधिकार पत्र निलम्बित किये जाकर विभागीय प्रकरण दर्ज किये गये तथा 1 उचित मूल्य दुकान को निरस्त किया गया:-
क्र.सं. उचित मूल्य दुकानदार वितरण केन्द्र तहसील
1 श्री मोटाराम पुत्र श्री दुदाराम पीपराली गुड़ामालानी
2 श्री खीयाराम पुत्र श्री नगाराम गादेवी गुड़ामालानी
3 श्री लक्ष्मणराम पुत्र श्री आदूराम पनावड़ा बायतू
4 श्री पीराराम पुत्र श्री देराजराम सेतराउ रामसर
5 श्री जसाराम पुत्र श्री दुर्गाराम उडासर धोरीमना
6 श्री गोतम कुमार पुत्र श्री रिखबदास कवास बाड़मेर
7 अस्थाई परंहसा सह. उप. भण्डार लि वार्ड संख्या 36 द्वितीय बाड़मेर शहर


शुक्रवार, 25 नवंबर 2016

पानीपत में स्पिनिंग मिल मेंं भीषण आग, 12 जिंदा जले और कई झुलसे -

पानीपत में स्पिनिंग मिल मेंं भीषण आग, 12 जिंदा जले और कई झुलसे - 
पानीपत। शहर के पास स्थित कुराड़ गांव में स्थित स्पिनिंग मिल में अचानक आग लग गई। इससे फैक्टरी मेंं काम कर 12 लोग जिंदा जल गए। इनमें कई लोगों की फैक्टरी में ही मौत हो गई और कई ने अस्पताल में दम ताेड़ दिया। कई और लोगों की हालत नाजुक है। अाग लगने से 30-32 लाेग अंदर फंस गए। इनमें करीब 10-12 लोगों को बाहर निकाला गया। ये सभी झुलसे हुए थे। कई लोग फैक्टरी में ही जिंदा जल गए। झुलसे लोगों को शहर के अस्पताल में ले जाया गया। पुलिस अभी सात लोगाें की मौत की ही पुष्टि कर

घटना की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की गाडि़यां मौके पर पहुंच गईं अौर अग्निशमन कर्मी आग बुझाने में जुटे हुए हैं। मारे गए और झुलसे लोगों में अधिकतर बिहार और पश्चिम बंगाल के रहनेवाले बताए जा रहे हैं। उनके बारे में अभी पूरी जानकारी नहीं मिल पा रही है। मरने वालों में पानीपत जिले के कुराड़ और सनौली भी दो लोग शामिल हैं। सिविल अस्पताल और फैक्टरी के बाहर कोहराम मचा हुआ है।

गांव कुराड़ में धागे की फैक्टरी में राेज की तरह काम हो रहा था। अचानक शाम करीब पौने पांच बजे फैक्टरी में आग लग गई। आग ने देखते-देखते विकराल रूप धारण कर लिया। फैक्टरी में काम कर रहे लोग कुछ समझ पाते और बाहर भाग पाते वे आग से घिर गए।



अस्पताल में भर्ती फैक्टरी से निकाले गए लोग।

तुरंत फायर ब्रिगेड विभाग को सूचना दी गई अौर कई अग्निशमन गाडि़यां वहां पहुंच गईं। इस दौरान काफी संख्या में लोगों को बाहर निकाल लिया गया। वे सभी झुलस गए थे। इनमें कई लोगों की हालत बेहद गंभीर थी। उनको पानीपत के अस्पताल में भर्ती कराया गया। कई श्रमिक फैक्टरी में ही जिंदा जल गए। अब तक 12 लोगों की मौत हो चुकी है। आग लगने के कारणाें का पता नहीं चल पाया है, लेकिन अनुमान लगाया जा रहा है कि आग शॉट सर्किट से लगी है।

रोड पर कुराड़ गांव है। गांव में एवी स्पीनर्स के नाम से स्पीनिंग मिल है। मिल में शाम 4.30 बजे कामकाज चल रहा था। अचानक बत्ती गुल हो गई। थोड़ी देर बाद जैसे ही बिजली आई शार्ट सर्किट से अचानक फैक्टरी में आग लग गई। लपटे तेजी से पूरी फैक्टरी में फैल गर्इ।



झुलसे लोगों को अस्पताल ले जाते कर्मचारी।

बताया जा रहा है कि उस समय 32 श्रमिक काम कर रहे थे। काफी संख्या में श्रमिक गंभीर रूप से झुलस गए। पुलिस मौके पर पहुंची। कंपनी के महाप्रबंधक को हिरासत में लेकर शवों की पहचान कराने के लिए सिविल अस्पताल ले गई। फैक्टरी के मालिक अजय व विजय गुप्ता पानीपत में गांधी मंडी के पास रहते हैं। देर शाम तक पांच दमकल गाडि़यां आग पर काबू पाने में जुटी है।

मालिक अजय व विजय गुप्ता फैक्टरी पर नहीं बैठते हैं। उनका बेटा गौरव देखभाल करता है। फैक्टरी में दो शिफ्टों में कार्य होता है। एक शिफ्ट में 22 श्रमिक काम करते हैं। बिहार व पश्िचम बंगाल के कुल 60 श्रमिक इसमें कार्य करते हैं। यह ओपन हैंड धागा बनाने की फैक्टरी थी। बताया जा रहा है कि फैक्टरी में एक ही गेट है। साथ में लगती फैक्टरी की दीवार जेसीबी से तोड़ कर राहत व बचाव किया गया और शवों को निकाला गया।

नोटबंदी : PM मोदी के बयान से संसद में गहराया गतिरोध, विपक्ष के तेवर कड़े

नोटबंदी : PM मोदी के बयान से संसद में गहराया गतिरोध, विपक्ष के तेवर कड़े

नोटबंदी : PM मोदी के बयान से संसद में गहराया गतिरोध, विपक्ष के तेवर कड़े
नई दिल्ली : नोटबंदी के फैसले पर विपक्ष ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की एक ताजा टिप्प्णी को लेकर संसद में अपने तेवर और कड़े करते हुए उनसे माफी की मांग के साथ भारी हंगामा किया जिससे पिछले कई दिनों से संसद में जारी गतिरोध के समाप्त होने के आसार धूमिल हो गए। सरकार की ओर से यह स्पष्ट कहा गया कि प्रधानमंत्री द्वारा माफी मांगने का सवाल ही नहीं है।

मोदी ने आज सुबह एक पुस्तक विमोचन समारोह में कहा कि नोटबंदी के फैसले से पहले तैयारी नहीं होने का आरोप लगाते हुए सरकार की आलोचना कर रहे लोगों की पीड़ा यह है कि उन्हें खुद तैयारी का वक्त नहीं मिला। अगर उन्हें 72 घंटे का समय तैयारी के लिए मिल जाता तो वह प्रधानमंत्री की तारीफ करते।

प्रधानमंत्री की इस टिप्पणी का विपक्षी सदस्यों ने संसद के दोनों सदनों में भारी विरोध किया और उनसे इसके लिए माफी मांगने की मांग की। विपक्ष के हंगामे के कारण जहां लोकसभा एक बार के स्थगन के बाद वहीं राज्यसभा दो बार के स्थगन के बाद पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गयी। शुक्रवार के दिन भोजनावकाश के बाद दोनों सदनों में गैर सरकारी कामकाज होता है किन्तु आज यह भी हंगामे की भेंट चढ़ गया।राज्यसभा में संसदीय कार्य राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी यह कहते हुए सुने गए कि प्रधानमंत्री के माफी मांगने का सवाल ही नहीं उठता बल्कि माफी तो विपक्षी सदस्यों को मांगनी चाहिए। लोकसभा में आज सदन की कार्यवाही शुरू होने पर विपक्षी दलों के सदस्य सदन में कार्य स्थगित करके मतविभाजन वाले नियम 56 के तहत तत्काल चर्चा कराने की मांग करने के साथ साथ नोटबंदी पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आज दिये बयान का विरोध कर रहे थे। अपनी मांगों के समर्थन में कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, वाम दल के सदस्य आसन के समीप आकर नारेबाजी करने लगे।

एक समारोह में प्रधानमंत्री द्वारा दिए गए बयान पर आपत्ति व्यक्त करते हुए सदन में कांग्रेस के नेता मल्लिकाजरुन खड़गे ने आज कहा कि प्रधानमंत्री ने जो कहा, वह ठीक नहीं है। उन्हें सदन में बोलना चाहिए क्योंकि सत्र चल रहा है। लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सदस्यों से अपने स्थान पर जाने का आग्रह किया और सदन की कार्यवाही चलाने का प्रयास किया। प्रश्नकाल के दौरान कुछ प्रश्न भी लिये गए और संबंधित मंत्रियों ने उनके जवाब भी दिये। हालांकि विपक्षी सदस्यों का शोरशराबा जारी रहा। आज सदन में उस समय अफरातफरी की स्थिति उत्पन्न हो गई जब एक व्यक्ति ने सदन की कार्यवाही स्थगित होने के फौरन बाद दर्शकदीर्घा से नीचे कूदने का प्रयास किया लेकिन सतर्क सुरक्षाकर्मियों ने उसे पकड़ कर काबू में कर लिया।

बाद में लोकसभा अध्यक्ष ने जानकारी दी कि कूदने का प्रयास करने वाला शख्स मध्यप्रदेश के शिवपुरी के गांव निजामपुर का रहने वाला राकेश सिंह बघेल है जिसे सुरक्षा अधिकारियों की पूछताछ के बाद चेतावनी देकर छोड़ा जा सकता है। सदन में हंगामे के दौरान कांग्रेस नेता खड़गे और तृणमूल कांग्रेस के सुदीप बंदोपाध्याय अपनी बात रखना चाह रहे थे लेकिन अध्यक्ष ने स्पष्ट किया कि आप आसन के समीप आकर नारेबाजी करें और बोलना भी चाहें, यह नहीं हो सकता।’ हालांकि तृणमूल कांग्रेस के सदस्य जब आसन के पास से पीछे चले गये तो अध्यक्ष ने सुदीप बंदोपाध्याय को बोलने का मौका दिया। वहीं उन्होंने खड़गे को बोलने का मौका नहीं दिया और कहा, एक तरफ आपके सदस्य आसन के समीप आकर नारेबाजी करेंगे, कागज फाड़ेंगे और दूसरी तरफ आप बोलना भी चाहते हैं, यह नहीं हो सकता।’

तृणमूल कांग्रेस नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री के बयान ने विपक्ष की भावनाओं को आहत किया है और उन्हें बयान वापस लेकर माफी मांगनी चाहिए। इस पर सत्तापक्ष की ओर से सदस्यों ने विरोध दर्ज कराया।

उधर राज्यसभा में विपक्ष ने प्रधानमंत्री की टिप्पणी को लेकर उनसे माफी की मांग करते हुए कड़ा विरोध जताया और नारेबाजी की। कांग्रेस, बसपा और तृणमूल कांग्रेस के सदस्य आसन के समक्ष आकर नारेबाजी कर रहे थे। दूसरी ओर सत्ता पक्ष के सदस्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए नारे लगाने लगे।

हंगामे के बीच बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि प्रधानमंत्री ने आज सुबह पूरे विपक्ष पर आरोप लगाया है कि उसे अपना काला धन सफेद करने का समय नहीं मिला। यह अत्यंत निंदनीय टिप्पणी है और प्रधानमंत्री ने ऐसा कहकर पूरे विपक्ष का अपमान किया है जिसके लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए। विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि कल नोटबंदी के मुद्दे पर चर्चा के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और अन्य सदस्यों ने साफ शब्दों में कहा था कि विपक्ष काले धन के खिलाफ है तो फिर प्रधानमंत्री यह आरोप कैसे लगा सकते हैं कि विपक्ष काले धन का पक्षधर है।

आजाद ने कहा, ‘प्रधानमंत्री यह आरोप कैसे लगा सकते हैं। हम काले धन के खिलाफ हैं और प्रधानमंत्री को अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगनी चाहिए।’ हंगामे के बीच ही उपसभापति पी जे कुरियन ने कहा कि 500 रुपये और 1000 रुपये के नोट अमान्य किए जाने के मुद्दे पर चर्चा के लिए उन्हें आजाद की ओर से नियम 267 के तहत एक नोटिस मिला है।

उन्होंने कहा कि अगर सदस्य चर्चा को आगे बढ़ाने के लिए तैयार हैं तो वह नोटिस स्वीकार करने के लिए तैयार हैं।

आजाद ने कहा कि नोटिस में यह शर्त है कि प्रधानमंत्री सदन में आएं, पूरी चर्चा सुनें और उसका जवाब दें। उन्होंने कहा कि कल जब प्रधानमंत्री सदन में आए थे तब उन्होंने पूरे विपक्ष की ओर से प्रधानमंत्री का स्वागत किया था और पूछा था कि क्या वह नोटबंदी के मुद्दे पर चर्चा में हिस्सा लेने आये हैं या प्रश्नकाल के लिए आए हैं।

कुरियन ने कहा कि सदन के नेता और वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कल ही स्पष्ट कर दिया था कि प्रधानमंत्री आएंगे और चर्चा में हस्तक्षेप करेंगे। इस पर असहमति जताते हुए आजाद ने कहा, ‘हमसे वादा किया गया था कि प्रधानमंत्री बहस खत्म होने तक सदन में रहेंगे। लेकिन वह चले गए और भोजनावकाश के बाद बैठक शुरू होने पर नहीं आए।’

विपक्ष के नेता ने कहा, ‘प्रधानमंत्री का आरोप है कि विपक्ष काले धन का पक्षधर है। यह सदन का और पूरे विपक्ष का अपमान है। हमने जब कहा है कि हम काले धन के खिलाफ हैं, जब पूरे विपक्ष ने कहा है कि वह काले धन के खिलाफ है तो प्रधानमंत्री ऐसा कैसे कह सकते हैं। प्रधानमंत्री को इसके लिए पूरे सदन से माफी मांगनी चाहिए।’ आजाद ने कहा कि प्रधानमंत्री को अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगनी चाहिए।

हंगामे के बीच ही संसदीय कार्य राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी यह कहते हुए सुने गए कि प्रधानमंत्री के माफी मांगने का सवाल ही नहीं उठता बल्कि माफी तो विपक्षी सदस्यों को मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘विपक्ष के पास कोई तर्क, कोई तथ्य, कोई मुद्दा नहीं है और वह बेवजह हंगामा कर कार्यवाही को बाधित करता है। प्रधानमंत्री के माफी मांगने का सवाल ही नहीं उठता। बल्कि विपक्ष को देश से माफी मांगनी चाहिए और देश उन्हें कभी माफ नहीं करेगा।’ जदयू के शरद यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री ने विपक्ष पर अत्यंत गंभीर आरोप लगाए हैं और उन्हें इसके लिए माफी मांगनी चाहिए।

सपा के रामगोपाल यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा पूरे विपक्ष को काले धन का समर्थक बताने से अधिक शर्मनाक और कुछ नहीं हो सकता।

तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ’ब्रायन ने कहा कि कल सदन में बहुत ही अच्छी चर्चा हुई जिसमें सदस्यों ने काले धन का खुलकर विरोध किया। अब प्रधानमंत्री कह रहे हैं कि वह साधु हैं और हम सब शैतान हैं। उन्होंने कहा कि विपक्ष पर काले धन का समर्थक होने का आरोप लगाने के लिए प्रधानमंत्री को माफी मांगनी चाहिए।

गौरतलब है कि 16 नवंबर को संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हुआ और विपक्ष की मांग पर राज्यसभा में उसी दिन नोटबंदी के मुद्दे पर चर्चा शुरू हुई। पूरे दिन चर्चा हुई लेकिन फिर विपक्ष ने मांग की कि प्रधानमंत्री को सदन में आना चाहिए, पूरी चर्चा सुननी चाहिए और उसका जवाब देना चाहिए। विपक्ष की इसी मांग को लेकर गतिरोध बना हुआ है और उच्च सदन में इस सत्र की शुरुआत के बाद से शून्यकाल, प्रश्नकाल तथा कोई अन्य कामकाज नहीं हो पाया है। कल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सदन में आने पर विपक्ष एवं सत्ता पक्ष के बीच प्रश्नकाल के बजाय नोटबंदी के मुद्दे पर 16 नवंबर को अधूरी रह गयी चर्चा को आगे बढ़ाने पर सहमति बनी। सदन के नेता अरुण जेटली ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी चर्चा में भागीदारी करेंगे।

मोदी कल प्रश्नकाल के दौरान सदन में आए थे क्योंकि गुरूवार को उनके तहत आने वाले मंत्रालयों से संबंधित मौखिक प्रश्न पूछे जाते हैं। उनके सदन में आने पर चर्चा दोपहर बारह बजे बहाल हुई और एक बजे तक चली। फिर भोजनावकाश हो गया। बैठक फिर शुरू होने पर सदन में प्रधानमंत्री के नहीं होने के कारण विपक्षी दलों ने उन्हें बुलाने की मांग फिर शुरू कर दी और हंगामे के कारण कार्यवाही आगे नहीं बढ़ सकी।

पत्नी को दांव पर लगाकर जुआ में हार गया पति, पत्नी ने की आत्महत्या -

पत्नी को दांव पर लगाकर जुआ में हार गया पति, पत्नी ने की आत्महत्या -

बाराबंकी  उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से सटे जिले बाराबंकी में एक नवविवाहिता को मौत को गले लगाने पर मजबूर होना पड़ा। जुएं की लत के कारण उसका पति तीन दिन पहले उसको दांव पर लगाकर हार गया। आज उसके एवज में पैसे देने थे, लेकिन इंतजाम न होता देख वह फांसी के फंदे पर झूल गई।

मामला मसौली थाना क्षेत्र के मुख्य कस्बा में मुहल्ला कटरा का है। मृतका के पिता का आरोप है कि मौत से पहले रात को बेटी ने फोन करके बताया कि पापा पैसे दे दो, मेरे पति मुझे जुआ में हार गए हैं।




अब पुलिस घटना की तफ्तीश में जुट गई है। मृतका के पिता की तहरीर पर चार लोगों के खिलाफ पुलिस ने दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज किया है।मृतका के पिता ने बताया उसने अपनी लड़की की शादी मसौली थाना कस्बे के कटरा मोहल्ले के मनोज उर्फ सोनू के साथ एक अच्छा परिवार समझ कर की थी। जब शादी के बाद लड़की पहली बार अपने घर वापस आई तो उसने बताया कि उसके पति अच्छे चरित्र के नहीं हैं, बल्कि एक बड़े जुआरी हैं।

उन्होंने बताया कि जब-जब उसका दामाद जुए में बड़ी रकम हारता था, तो उसके बेटी से मार-पीट कर घर से पैसा मांगने की बात करता था। बेटी के मांगने पर उसने दो लाख रुपये देकर अपने दामाद को एक बार फिर समझाया था कि वह इस बुरी लत को छोड़ दें, मगर वह नहीं माना।

मसौली निवासी निवासी मनोज यादव लखनऊ में निजी कंपनी में नौकरी करता है। परसों वह लखनऊ में था और उसकी सास मायके गई हुई थी।पिता शिवशरण घर के बाहर सो रहे थे। जबकि पत्नी शशि घर के भीतर थी।

कल सुबह जब घर का दरवाजा नहीं खुला तो शशि के मायके पक्ष व पुलिस को सूचना दी गई। मोहम्मदपुर खाला थाना क्षेत्र के ग्राम गंगौरा निवासी शशि के पिता शिव कैलाश व अन्य परिवारीजनों की उपस्थिति में पुलिस ने दरवाजे को तोड़ा और शव को कब्जे में लिया।इस दौरान पुलिस ने पूरे घटना क्रम की वीडियो रिकार्डिंग की।शशि के पिता शिवकैलाश का आरोप है कि दहेज की मांग पूरी न होने के कारण आए दिन विवाद होता था।

उनकी पुत्री की पिटाई कर शव को लटका दिया गया है। वह बताते हैं कि 15 दिन पूर्व ही मायके से ससुराल आई थी।पुलिस ने बताया कि पिता की तहरीर पर मनोज, उसके पिता शिव शरण, मां व मौसी पर दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।

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बाराबंकी के मैरिज हॉल में सेक्स रैकेट, हिरासत में सात जोड़े -

बाराबंकी के मैरिज हॉल में सेक्स रैकेट, हिरासत में सात जोड़े - 
बाराबंकी  परमानंद उर्फ हर्रई बाबा की अय्याशी के कारण चर्चा में आया बाराबंकी आज फिर सुर्खियों में है। बाराबंकी के एक मैरिज हॉल से सेक्स रैकेट पकड़ा गया।

पुलिस ने दिन में जब करीब साढ़े 11 बजे छापा मारा तो सात जोड़े कमरों में बेहद आपत्तिजनक स्थिति में मिले। इन सभी को गिरफ्तार कर लिया गया है।

बाराबंकी के एक मैरिज हॉल में आज बड़ा सेक्स रैकेट पकड़ा गया। पुलिस ने यहां पर सात जोड़ों को बेहद अपत्तिजनक स्थिति में पकड़ा है। इनको गिरफ्तार करने के बाद पुलिस हॉल व गेस्ट हाउस के मैनेजर व मालिक सहित सभी से पूछताछ कर रही है। पकड़ी गई युवतियों में कुछ लंबे समय से इस धंधे में लिप्त बताई जा रही हैं। शादी-विवाह का मौसम न होने के कारण मैरिज हॉल में सन्नाटा देखकर यहां पर मैनेजर तथा मालिक ने नया धंधा शुरू कर दिया।

बाराबंकी के कोतवाली के सत्यप्रेमी नगर में राजकमल हॉल व गेस्ट हाउस में आज दिन में करीब 11:30 बजे कोतवाल ने भारी पुलिस बल के साथ छापा मारा। मैरिज हॉल के एक हिस्से में संचालित होने वाले गेस्ट हाउस के सात कमरों में युवक-युवतियां रंगरेलियां मना रहे थे। इन कमरों से पुलिस ने सभी को बेहद ही आपत्तिजनक स्थिति में पकड़ा। कमरों में बड़ी मात्रा में अश्लील साहित्य व डीवीडी, शराब की बोतले तथा कंडोम मिले हैं। माना जा रहा है कि यहां पर सेक्स रैकेट लंबे समय से चल रहा था।

पुलिस इस मैरिज हॉल के प्रबंधक सहित सभी सात जोड़ों को हिरासत में लेकर कोतवाली ले गई। जहां पुलिस उपाधीक्षक श्रीपाल यादव सभी से गहन पूछताछ कर रहे हैं। पकड़े गए युवक व युवतियों में अधिकांश छात्र व छात्राएं बताए जा रहे हैं। जो यहां रंगरेलियां मनाने के लिए सुविधा शुल्क देते थे।

हॉल मालिक विशाल जैन को भी पुलिस ने बुलाकर पूछताछ की। वहीं मालिक विशाल जैन का कहना है यहां की देखरेख प्रबंधक इंतखार के जिम्मे थी। इस धंधे के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है।

सीज होगा मैरिज हॉल

सीओ सिटी श्रीपाल यादव ने बताया कि सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। मैरिज हॉल को सीज किया जाएगा। बरामद लड़कियों को भी मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया जाएगा। जिसके बाद ही अग्रिम कार्रवाई होगी।

बाराबंकी में शादी के दिन बीएसएफ सब इंस्पेक्टर की हत्या

बाराबंकी में शादी के दिन बीएसएफ सब इंस्पेक्टर की हत्या  


बाराबंकी (जेएनएन)। देश की सरहदों की रक्षा करने वाले बार्डर सिक्योरिटी फोर्स (बीएसएफ) के एक सब इंस्पेक्टर की आज बाराबंकी में उसके विवाह के दिन हत्या कर दी गई। आज उसके सौतेले भाई ने बीएसएफ के दारोगा पर ताबड़तोड़ फायर झोंक दिया। लखनऊ के ट्रामा सेंटर में बीएसएफ के सब इंस्पेक्टर ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।

बाराबंकी के कोतवाली के लखपेड़ा बाग के एक घर में चारों तरफ खुशियों का माहौल था। शादी की तैयारियां पूरी हो चुकी थी, रिश्तेदार भी आ चुके थे। सभी को बस रात होने का इंतजार था, लेकिन किसी को क्या पता था कि पल भर में ही सारी खुशियां मातम में बदल जाएगी। सेहरा पहनने से पहले उसे कफन ओढऩा पड़ेगा। बीएसएफ में एसआई के पद पर कार्यरत अविनाश वर्तमान में जम्मू में तैनात था। अपनी शादी के लिए वह छुट्टी लेकर घर आया था। आज यानी 25 नवंबर को शादी थी और शादी के दिन ही उसकी अर्थी उठ गई।

रिश्तों को तार-तार करने वाला यह के मामला बाराबंकी जनपद के नगर कोतवाली इलाके के लखपेड़ा बाग मोहल्ले का है। जहां जम्मू में तैनात बीएसएफ जवान अविनाश को पारिवारिक रंजिश के चलते गोली मारकर हत्या कर दी गई। हत्या का आरोप अविनाश के सौतेले भाई विकास पर लगा है। बीएसएफ जवान अविनाश के परिवार के लोगों की माने तो आरोपी विकास का अविनाश से संपत्ति बंटवारे का विवाद चल रहा था। इधर, अविनाश की शादी विकास की साली से तय हुई थी। विकास इस रिश्ते से काफी नाराज चल रहा था और लगातार लड़की के घर वालों पर शादी नहीं करने का दबाव बना रहा था, लेकिन घर वाले उसकी बात मानने को तैयार नहीं थे।

बाराबंकी के पुलिस अधीक्षक राजू बाबू सिंह ने बताया कि अविनाश बीएसएफ का जवान था और जम्मू में तैनात था। विकास से उसका पहले से संपत्ति विवाद चल रहा था। विकास इस बात से भी नाराज था कि अविनाश की शादी उसकी साली से हो रही है।अविनाश को आज उसने गाली देने के साथ ही फायङ्क्षरग शुरू कर दी। इससे विवाह वाले घर में खलबली मच गई। फायङ्क्षरग के दौरान अविनाश को सीने तथा पैर में गोली लगी। घर के लोग उसको जिला अस्पताल बाराबंकी लेकर भागे। उसको गंभीर हालत में लखनऊ के ट्रामा सेंटर रेफर किया गया। जहां पर अविनाश ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। उसका सौतेला भाई फरार है। इसी कारण विकास ने अविनाश पर गोली चला दी, जिससे उनकी मौत हो गयी। पुलिस आरोपी विकास की गिरफ्तारी के लिए प्रयास कर रही है।

ईशानी के घर मातम

अविनाश की दुल्हन बनने की तैयारी कर रही ईशानी ने बताया कि विकास आपराधिक प्रवृत्ति का है। जबसे उसकी शादी अविनाश से तय हुई थी तब से लगातार उस पर इस शादी से इनकार कर देने का दबाव विकास और उसके चाचा बना रहे थे।

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नोटबंदी: सीमा से अधिक जमाओं पर 60 फीसदी टैक्स लगा सकती है सरकार -

नोटबंदी: सीमा से अधिक जमाओं पर 60 फीसदी टैक्स लगा सकती है सरकार 

नई दिल्ली: केंद्र सरकार की तरफ से बीते 8 नवंबर को किए गए नोटबंदी के फैसले के बाद ही सरकार ने निकासी और जमा की सीमा पर पाबंदी लगा दी थी। बीते गुरुवार को सरकार ने सीमा से अधिक जमा राशि पर 60 फीसदी के करीब आयकर लगाने के लिए कानून में संशोधन पर चर्चा की। सरकार का यह कदम बैंकों के शून्य खाते वाले जन-धन खातों में नोटबंदी के दो हफ्तों के भीतर जमा हुए 21,000 करोड़ रुपये की सूचना मिलने के बाद उठाया गया है।

अधिकारियों को संशय है कि कालेधन को सफेद करने के लिए इन खातों का उपयोग किया गया है। हालांकि बैठक में हुई बातचीत के बारे में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है। इस बैठक को संसद सत्र के बीच बुलाया गया था। परंपरागत रूप से संसद सत्र के दौरान नीतिगत फैसलों के बारे में बाहर कोई जानकारी नहीं दी जाती है।

सूत्रों का कहना है कि बंद किए गए नोटों को 10 नवंबर से 30 दिसंबर के दौरान बैंक खातों में जमा करने की अनुमति दी गई है। 8 नवंबर को नोटबंदी के बाद सरकार की तरफ से अलग अलग बयान दिए गए हैं। इससे संदिग्ध जमा पर कर अधिकारियों का डर बढ़ा है।

अधिकारियों ने 50 दिन की समयसीमा में निश्चित सीमा से ज्यादा राशि जमा किए जाने पर 30 फीसदी कर के साथ 200 फीसदी जुर्माना लगाए जाने की बात कही है। साथ ही कालाधन रखने वालों के खिलाफ अभियोजन भी चलाया जा सकता है। सूत्रों का कहना है कि सरकार की संसद के मौजूदा सत्र में आयकर कानून में संशोधन लाने की योजना है ताकि कालेधन पर 45 फीसदी से अधिक कर लगाया जा सके। 45 फीसदी टैक्स और जुर्माना आय घोषणा योजना के तहत घोषित कालेधन पर लगाया गया। आप को बता दें कि यह योजना 30 सितंबर को खत्म हो गई।