शनिवार, 29 अक्तूबर 2016

यूरोप के इन बंजारों का है भारत से कनेक्शन, आज जी रहे ऐसी LIFE

यूरोप के इन बंजारों का है भारत से कनेक्शन, आज जी रहे ऐसी LIFE

यूरोप के इन बंजारों का है भारत से कनेक्शन, आज जी रहे ऐसी LIFE
यूरोप में एक ऐसी कम्युनिटी भी रह रही है जिसका कनेक्शन भारत से है। ये यहां का सबसे बड़ा माइनॉरिटी ग्रुप है और इन्हें रोमा समुदाय के नाम से जाना जाता है। इस ग्रुप के करीब एक करोड़ लोग यूरोप में रह रहे हैं। घुमक्कड़ होने की वजह से इन्हें जिप्सी भी कहा जाता है। ये पूरे यूरोप में फैले हैं और इतने दिनों बाद आज भी अपमान और भेदभाव के शिकार हो रहे हैं। इसे देखते हुए हाल ही में आयरलैंड के इक्वालिटी मिनिस्टर ने कहा कि वो चाहते हैं कि रोमा समुदाय के लोगों खुद को आयरिश सोसायटी का हिस्सा समझें। 1500 साल भारत से गए थे ईरान...

कौन हैं रोमा समुदाय के लोग?

रोमा समुदाय के लोग मूल रूप से भारत के हैं। इनके रीति-रिवाज, रहन-सहन और बोली-भाषा के देखते हुए इतिहासकारों का यही मानना रहा है कि उनके पूर्वज डेढ़ हजार साल पहले भारत के उन हिस्सों से चले थे, जिन्हें आज राजस्थान, सिंध और पंजाब के नाम से जाना जाता है। ये 15वीं सदी तक पूरे यूरोप में फैल गए।

रिसर्च में भारतीय होने की पुष्टि

- 'करंट बायोलॉजी' नाम की मैगजीन में छपी एक रिसर्च में भी ये कंफर्म किया गया है कि रोमा समुदाय का नाता भारत से है।

- ये भारत के उत्तर और उत्तर पश्चिम इलाके से संबंध रखते थे।

- ये 1500 साल पहले ईरान पहुंचे थे, फिर 15वीं सदी में ईरान के रास्ते यूरोप पहुंचे।

- 900 साल पहले यानी 11वीं-12वीं सदी में वे ग्रीस, रोमानिया, बुल्गारियास, यूगोस्लाविया के रास्ते यूरोप में फैलने लगे थे।

- अनुमान के मुताबिक, यूरोप में इनकी संख्या करीब 1 करोड़ से ज्यादा है।

- हालांकि, पूरे यूरोप में फैले होने की वजह से इनका डाटा कलेक्शन आसान नहीं है।

यूरोप के किन हिस्सों में रह रहे रोमा?

- ये सेंट्रल और ईस्टर्न यूरोप के स्वीडन, स्पेन, ब्रिटेन, जर्मनी, इटली, तुर्की, फ्रांस, ग्रीस, बुल्गारिया, यूगोस्लाविया, मैसेडोनिया, स्लोवाकिया, रोमानिया, सर्बिया और हंगरी में रहते हैं।

नहीं मिला बराबरी का दर्जा

- इतने साल से यूरोप में बसे होने के बाद भी इन्हें बराबरी का दर्जा नहीं मिला और ये भेदभाव का शिकार हो रहे हैं।

- इन्हें यहां पर भीख मांगने वाले और चोर का दर्जा दे दिया गया है।

- इनके साथ अछूतों का बर्ताव होता है। न इन्हें रहने के लिए घर मिलता है और न ही नौकरी।

- अपमान से परेशान होकर यूरोप के पूर्वी देशों के हजारों रोमा पश्चिमी यूरोप के जर्मनी, फ्रांस, नीदरलैंड और बेल्जियम जैसे देशों में शरण मांगने लगे थे।

अलग-अलग मजहब से जुड़े

- रोमा समुदाय के लोग मूल रूप से हिंदू धर्म को मानने वाले थे।

- भारत से ईरान के रास्ते यूरोप माइग्रेट होने के बाद इन्होंने अलग धर्म अपना लिए।

- रोमा समुदाय के कुछ लोग ईसाई और कुछ मुस्लिम धर्म का पालन कर रहे हैं।

- इनकी संस्कृति भी अलग-अलग मजहबों से प्रभावित है।

चाइल्ड मैरिज

रोमा समुदाय में चाइल्ड मैरिज बहुत सामान्य बात है। इस समुदाय की पांच साल की लड़की शादी का मामला सबसे ज्यादा मशहूर हुआ था। इस लड़की की शादी 11 साल के लड़के से कर दी गई थी।

नाजी दौर में झेला जुल्म

- रोमा समुदाय के लोगों ने यूरोप में अपने सेटलमेंट के दौरान बहुत जुल्म झेला है।

- नाजी दौर में भी नस्लीय तौर पर कम दर्जे का आंका जाता था और जबरन लेबर कैंप में धकेल दिया गया।

- इतिहासकारों के मुताबिक, इस दौरा करीब 220,000 से 500,000 रोमा लोगों ने नाजियों की प्रताड़ना के चलते जान गंवाई।

- हालांकि, इनकी मौत के आंकड़े कंफर्म नहीं हैं।

कैसिनो सर्विस के लिए गोवा से आईं लड़कियां, लगने वाली थी करोड़ों की बाजी

कैसिनो सर्विस के लिए गोवा से आईं लड़कियां, लगने वाली थी करोड़ों की बाजी
कैसिनो सर्विस के लिए गोवा से आईं लड़कियां, लगने वाली थी करोड़ों की बाजी

नई दिल्ली.दिवाली से पहले पुलिस ने हाईप्रोफाइल कैसिनो पर छापा मारकर 8 लोगों को अरेस्ट किया। इनमें 4 लड़कियां भी शामिल हैं। कस्टमर्स को लग्जरी सर्विस देने के लिए गोवा से लड़कियों को दिल्ली लाया गया था। यहां लाखों रुपए के टोकन और विदेशी शराब की बोतलें जब्त की गई हैं। सूत्रों के मुताबिक, जिस फॉर्म हाउस में गैरकानूनी तरीके से कैसिनो चल रहा था, उसका मालिक एक पूर्व विधायक है। धनतेरस पर लगनी थी बाजियां...

- एडिशनल डीसीपी साउथ नुपूर प्रसाद ने बताया, ''नॉर्थ इंडिया में धनतेरस और दिपावली पर सट्टा खेलने का ट्रेंड है। इसीलिए कैसिनो की तैयारियां की गई थीं।''

- ''वसंतकुंज के कैसिनो में धनतेरस पर बड़ी बाजियां लगनी थीं। छापेमारी के दौरान 3 टेबल और 3000 टोकन बरामद किए गए। एक टोकन की कीमत 5000 रुपए तक है।''

- बता दें कि गोवा, सिक्किम और दमन को छोड़कर पूरे भारत में कैसिनो गैरकानूनी है।

फॉर्म हाउस में लड़कियां और शराब

- पुलिस के मुताबिक, ''कैसिनो मालिक गुलशन ने ढाई लाख रुपए महीने किराए पर फॉर्म हाउस लिया और कैसिनो को लग्जरी बनाया था।''

- ''प्लेयर्स को फैसिलिटी देने और गेम खिलाने के लिए गोवा के एक कैसिनों से 4 नेपाली लड़कियों को लाया गया था।''

- ''इस कैसिनो में ज्यादातर गुरूग्राम के बिजनेसमैन आते थे। विदेशी शराब की 85 बोतल अवैध रूप से लाई गई थीं।''

बीच सड़क लड़की के कपड़े फाड़कर चेहरे पर मारे ब्लेड, फिर दी ये धमकी

बीच सड़क लड़की के कपड़े फाड़कर चेहरे पर मारे ब्लेड, फिर दी ये धमकी

बीच सड़क लड़की के कपड़े फाड़कर चेहरे पर मारे ब्लेड, फिर दी ये धमकी
भोपाल. राजधानी में शाम को सब्जी लेकर लौट रही 19 साल की लड़की के गाल पर एक लड़के ने ब्लेड मार दी। लड़के ने धमकी दी कि अभी तो ब्लेड मारा है, यदि बात नहीं मानी तो चेहरे को तेजाब से जला दूंगा। क्या थी इस वहशत की वजह...




-बरखेड़ी में गुरुवार शाम सब्जी लेकर घर लौट रही 19 साल की पीड़िता रेशमा (परिवर्तित नाम) के साथ मोहल्ले में रहने वाले नाबालिग ने छेड़छाड़ की।

-भरे बाजार उसका हाथ पकड़ लिया। रेशमा ने विरोध किया तो उसके कपड़े फाड़ने लगा।

-इस पर रेशमा ने उसे चांटा मार दिया। उस समय तो वह चला गया लेकिन कुछ देर बाद रेशमा के गाल पर ब्लेड मार दी।

चेहरे पर 10 टांके आए

-रेशमा की बहन ने बीच-बचाव करने की कोशिश की तो आरोपी ने उसे धक्का देकर नीचे गिरा दिया।

-धमकी कि पुलिस में शिकायत की तो चेहरे पर तेजाब फेंक दूंगा।

-रेशमा और उसकी बहन मदद के लिए चिल्लाती रही। लेकिन किसी ने उसकी एक नहीं सुनी। बाद में वह थाने पहुंची।

-उसे काटजू अस्पताल ले जाया गया। उसके चेहरे पर 10 टांके आए हैं। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।

टीआई बोले, आरोपी के पुराने मामलों की जांच हो रही

-जहांगीराबाद टीआई पीएस ठाकुर ने बताया कि आरोपी के पुराने मामलों की जांच भी की जा रही है।

-वारदात के वक्त उसके साथ और कौन था। इसकी पूछताछ की जा रही है। फिलहाल उसको गिरफ्तार कर लिया गया है।

भाभी देरी से गेट खोलती तो गाली देता था देवर, पति के सामने उठाया ये कदम

भाभी देरी से गेट खोलती तो गाली देता था देवर, पति के सामने उठाया ये कदम

भाभी देरी से गेट खोलती तो गाली देता था देवर, पति के सामने उठाया ये कदम
लुधियाना। पंजाब की रहने वाली रितू ने ससुराल वालों की गालियों से परेशान होकर सुसाइड कर लिया। रितू द्वारा घर का दरवाजा देरी से खोलने पर सास और देवर उसके साथ गालीगलोज और मारपीट किया करते थे। जिससे तंग आकर उसने फिनायल पी लिया। इस कारण हॉस्पिटल लेकर जाते समय उसकी मौत हो गई। छह साल पहले हुई थी शादी...

- मामले की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने लाश कब्जे में लेकर सिविल अस्पताल पोस्टमार्टम के लिए भेज दी।

- मरने वाली की पहचान रितू उर्फ बबीता (22) के रूप में हुई है।

- पुलिस ने उसके पति गौरव कुमार के बयान पर रितू के ससुर कुंदन लाल और देवर कमल कुमार पर खुदकुशी के लिए मजबूर करने का मामला दर्ज करके कार्रवाई शुरू कर दी है।

- एसएचओ मोहम्मद जमील ने बताया कि रितू की छह साल पहले गौरव से शादी हुई थी।

- उनके दो बेटे अजय (5) और ग्यारह महीने का बेटा राघव है।

- गौरव एससीडी कॉलेज के पास एक गारमेंट शॉप पर नौकरी करता है। रितू के ससुराल वाले दूसरे घर में रहते हैं।

- आरोपी ससुराल वाले अकसर उनके घर पर आते जाते थे। गौरव सुबह काम पर चला जाता था।

- इस कारण रीतू घर पर अकेली होती थी। इसी वजह से वह घर का मेन गेट अंदर से बंद रखती थी।

- जब ससुराल वाले आते तो ऊपर के पोर्शन पर रहने के कारण रितू को गेट खोलते समय देरी जाती थी।

- इस वजह से दोनों आरोपी उसे गालियां देते और मारपीट करते रहते थे।

रितू को पसंद नहीं करते थे ससुराल वाले

- गौरव ने बताया कि उसके पिता कुंदन लाल, भाई कमल और मां रितू को पसंद नहीं करते थे।

- इस कारण छोटी-छोटी बात पर अकसर उसके साथ मारपीट करते रहते थे।

- शुक्रवार की सुबह गौरव ने बच्चों की दवा लेने के कारण काम पर लेट जाना था।

- सुबह सवा कुंदन लाल, कमल और उसकी मां उनके घर आ गए। उन्होंने गेट खटखटाया।

- गौरव ने ऊपर से देखा कि उसके माता-पिता आए हैं और वह नीचे गेट खोलने चला गया।

- थोड़ी देर होने के कारण गेट खोलते ही उन्होंने गौरव को गालियां देनी शुरू कर दीं।

दोनों को मार देने की धमकियां भी दीं

- आरोपियों ने गौरव और रितू को अश्लील शब्द बोले, जिस कारण उनमें काफी झगड़ा हुआ।

- आरोपियों ने दोनों को मार देने की भी धमकियां दीं। इसी बात से परेशान होकर रितू ने फिनायल की बोतल उठाई और कमरे में जाकर पी ली।

- गौरव जब कमरे में गया तो रितू के मुंह से झाग निकलती देख उसे तुरंत अस्पताल ले गया।

- वहां पहुंचने पर उसकी मौत हो गई। पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है, लेकिन सभी आरोपी घर को ताले लगाकर फरार हो चुके हैं।

गुड़गांव मेट्रो स्टेशन पर लड़के ने महिला पर चाकू से 8 वार किए, मौत- आरोपी अरेस्ट

गुड़गांव मेट्रो स्टेशन पर लड़के ने महिला पर चाकू से 8 वार किए, मौत- आरोपी अरेस्ट
गुड़गांव मेट्रो स्टेशन पर लड़के ने महिला पर चाकू से 8 वार किए, मौत- आरोपी अरेस्ट

गुड़गांव.यहां के एमजी रोड मेट्रो स्टेशन पर सोमवार को एक लड़के ने महिला की चाकू माकर हत्या कर दी। आरोपी ने महिला पर 8 वार किए। घटना के बाद आरोपी भागा नहीं। लोगों ने उसकी काफी पिटाई की और बाद में पुलिस के हवाले कर दिया। आरोपी की उम्र 28 जबकि महिला की उम्र 34 साल बताई गई है। महिला दिल्ली के ही एक पार्लर में काम करती थी।अफेयर से जुड़ा है मामला...

- पुलिस के मुताबिक सोमवार की सुबह करीब 9 बजे शिलांग की रहने वाली 34 वर्षीय पिंकी दिल्ली जाने के लिए एमजी रोड मेट्रो स्टेशन जा रही थी।

- तभी गुड़गांव के राजीव नगर निवासी ऑटो ड्राइवर जितेंद्र(28) उसका पीछा करते हुए मेट्रो स्टेशन में पहुंच गया।

- इस दौरान उनसे मेट्रो स्टेशन में महिला का रास्ता रोक लिया और फिर दोनों के बीच बहस भी हुई। इसके बाद उस पर चाकू से कई वार किए।

- पिंकी को हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।

- मेट्रो थाना प्रभारी इंस्पेक्टर शैलेंद्र ने ने बताया कि हमलावर जितेंद्र यूपी के प्रतापगढ़ का रहने वाला है।

- उन्होंने बताया कि शुरुआती जांच में सामने आया है कि कुछ समय पहले ही दोनों के बीच जान पहचान हुई थी।

- महिला की कुछ साल पहले शादी हुई थी लेकिन उसने अपने पति को छोड़ दिया था और किसी दूसरे के साथ रहती थी।

आरोपी का भी चल रहा इलाज

- आरोपी जितेंद्र को आसपास के लोगों ने जमकर पीटा। इसके बाद उसे पुलिस के हवाले कर दिया।

- जितेंद्र को पुलिस ने हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है।

दोस्त के घर में मिली महिला की लाश, मर्डर-सुसाइड में उलझी मौत की गुत्थी

दोस्त के घर में मिली महिला की लाश, मर्डर-सुसाइड में उलझी मौत की गुत्थी
दोस्त के घर में मिली महिला की लाश, मर्डर-सुसाइड में उलझी मौत की गुत्थी

सोनीपत।यहां एक बिल्डर्स कंपनी के फ्लैट में अपने दोस्त से मिलने आई एक महिला की संदिग्ध हालात में गोली चलने से मौत हो गई। बताया जा रहा है कि महिला के माथे पर गोली लगी है। पुलिस ने महिला के शव को अपने कब्जे मे लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है। फ्लैट के अंदर से ही प्रीति का शव बरामद किया गया। पुलिस ने महिला के शव के पास लाइसेंसी रिवाल्वर भी बरामद किया है। जानें कैसे हुई मौत और क्या है पूरा मामला...

- बताया जा रहा है कि महिला के हाथ से गलती से गोली चलने से उसकी मौत हुई है।

- फरीदाबाद की प्रीति (30) बुधवार को अपने साथी रवि से मिलने के आई थी।

- प्रीति व रवि रात को रवि के फ्लैट में रुक गए। वीरवार को प्रीति का शव बरामद किया गया। उसके माथे पर गोली लगी थी।

- रवि ने मामले की सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंचे थाना प्रभारी संदीप ने फैमिली वालो को मामले की जानकारी दी।

- दोपहर बाद प्रीति के परिवार वाले मौके पर पहुंचे। प्रीति ग्वालियर में शादीशुदा है और लंबे समय से अपने मायके में ही रह रही थी।

फ्लैट में मिला शव

जांच अधिकारी देवेंद्र का कहना है कि महिला का शव फ्लैट में मिला है। उसके पास ही रवि नाम के युवक का लाइसेंसी रिवॉल्वर मिला है। पुलिस का कहना है मामला पेचिदा होने की वजह से शुरूआती जांच में पता नहीं चल पाया है कि ये आत्महत्या है या मर्डर फिलहाल मामले की मामले की जांच जारी है।

बीकानेर नए सिक्के, पुराने की शक्ल में बिक रहे दोगुने दाम



बीकानेर नए सिक्के, पुराने की शक्ल में बिक रहे दोगुने दाम
नए सिक्के, पुराने की शक्ल में बिक रहे दोगुने दाम

लक्ष्मी पूजन के लिए अगर आप चांदी का सिक्का खरीदने जा रहे हैं तो यह खबर आपके लिए कारगर साबित हो सकती है। असल में बाजार में इन दिनों नकली चांदी के नाम पर असली चांदी कूटने का कारोबार जोरों पर चल रहा है।


मजे की बात यह कि इन सिक्कों को दोगुने दाम पर बेचा जा रहा है। सिक्कों का वजन भी अलग-अलग होता है, ताकि ग्राहक आसानी से इसकी खरीद कर सकें।

मान्यता के हिसाब से दीपावली त्योहार पर चांदी के सिक्कों की पूजा की जाती है, एेसे में तथाकथित चांदी के इन कारोबारियों के चंगुल में ग्राहक आसानी से फंस भी जाते हैं।

बाजार में इन दिनों चांदी के दो किस्म के सिक्कों की बिक्री ज्यादा हो रही है। पहली किस्म में वे सिक्के होते हैंं, जिन पर लक्ष्मी की प्रतिमा अंकित होती है। इन सिक्कों का वजन पांच ग्राम से ग्राहक की सुविधा अनुसार होती है।






वहीं दूसरी ओर वे सिक्के होते हैं, जिन पर तत्कालीन राजा-महाराजाओं के चित्र अंकित होते हैंं। इन सिक्कों को आम भाषा में स्टेट टाइम या एंटीक सिक्के भी कहा जाता है।


एेसे होता है मिलावट का खेल

सामान्य रूप से बिकने वाले चांदी के सिक्कों में आधी चांदी और आधे अन्य धातु की मिलावट कर इन्हें बेचा जा रहा है। इतना ही नहीं इन सिक्कों पर सौ फीसदी असली होने की मुहर तक लगी होती है।

चांदी के कारोबारियों की मानें तो इस प्रकार के सिक्कों को पहचान पाना भी काफी मुश्किल होता है। हालांकि कैमिकल से इनके असली-नकली होने की पहचान आसानी से की जा सकती है।


इसी प्रकार स्टेट टाइम के सिक्कों को पुराने की शक्ल देकर इन्हें दोगुने दाम में बेचा जा रहा है। ईदगाहबारी स्थित स्वर्ण कारोबारी श्रीनारायण सोनी ने बताया कि चांदी के नए सिक्कों को ढाल कर
उन्हें कैमिकल से पुराने की शक्ल दी जाती है, दिखने में ये सौ साल से पुराने प्रतीत होते हैं, लेकिन हकीकत में ये पुराने नहीं, बल्कि नए होते हैं। श्रीनारायण के अनुसार पुराने सिक्कों का वजन करीब 11 ग्राम का होता है।

नई चांदी के हिसाब से इनकी कीमत करीब पांच सौ रुपए होती है, लेकिन लोग पुराने की आड़ में इनकी मनमाफिक कीमत वसूल करते हैं। इनके असली-नकली होने की पहचान भी कैमिकल से की जा सकती है।


इन पर कैमिकल की पॉलिस करने पर ये बिल्कुल अपने असली रूप में आ जाते हैं। जबकि वास्तविक रूप से पुराने सिक्कों पर कैमिकल डालने से भी उनका नया रूप नहीं निखर पाता। इसी प्रकार मिलावटी सिक्कों पर कैमिकल डालने से ये काले हो जाते हैं।

सावधानी से करें खरीददारी

पुराने सिक्कों की आड़ में लोग नए सिक्कों को बेच रहे हैं। इतना ही नहीं इनमें सौ फीसदी चांदी भी नहीं होती, तथाकथित व्यापारी इनमें अन्य धातु की मिलावट कर खरीददारों को चूना लगा रहे हैं।

कई खरीददारों को तो बाद में पता चलता है कि वे वर्षों से जिस चांदी के सिक्कों की पूजा कर रहे थे, वे नकली है।

सतीश सैनी, दुकानदार।

अजमेर।एसपी के इस ऑर्डर ने मचाई खलबली, पूरे अजमेर में पसरा सन्नाटा



अजमेर।एसपी के इस ऑर्डर ने मचाई खलबली, पूरे अजमेर में पसरा सन्नाटा
एसपी के इस ऑर्डर ने मचाई खलबली, पूरे अजमेर में पसरा सन्नाटा

पुलिस अधीक्षक नितिनदीप ब्लग्गन ने शुक्रवार को धनतेरस पर जिले के 22 थानाधिकारियों को बदल दिया। धनतेरस पर अचानक आई सूची से कइयों की मन की मुराद पूरी हुई तो कुछ की जमीन हिल कई। सूची का जिले में लम्बे समय से इंतजार था।

एसपी ब्लग्गन ने शुक्रवार शाम हुए तबादलों में निरीक्षक हरिपाल सिंह को अलवर गेट, अजयकांत रतूड़ी को रामगंज, दिनेश जीवनानी को गंज थाना, करणसिंह को सिविल लाइंस, लक्ष्मणराम चौधरी को केकड़ी, दूलीचंद को पुष्कर, नन्दराम भादू को नसीराबाद सिटी, अनूपसिंह को किशनगढ़, जोगेन्द्र सिंह को मदनगंज, हरिराम कुमावत को अपराध सहायक, सुरेश डाबरिया आरआई पुलिस लाइन, पुरखाराम को पुलिस परामर्श केन्द्र, मांगूसिंह को एसआईएस अनुभाग व अशोक चौधरी को यातायात निरीक्षक अजमेर शहर लगाया है।

जबिक उप निरीक्षकों में अरविन्दसिंह चारण को श्रीनगर, सुगनसिंह को सावर, चन्द्रप्रकाश यादव को जवाजा, कंवरपालसिंह ब्यावर सदर, विष्णुदत्त शर्मा को कोतवाली, सूर्यभान सिंह यातायात अजमेर, धर्मपाल सिंह को ब्यावर सदर और हरिश चौधरी को एसआईएस अनुसंभाग में लगाया है।

बाड़मेर.मिलावट के संदेह में पांच क्विंटल मावा पकड़ा



बाड़मेर.मिलावट के संदेह में पांच क्विंटल मावा पकड़ा


जिले में मिलावटी खाद्य सामग्री को लेकर चलाए जा रहे अभियान के तहत शुक्रवार को चिकित्सा, रसद व पुलिस की सयुक्त कार्रवाई में सांचौर से जैसलमेर जा रहे वाहन से मिलावट के संदेह में करीब पांच किलो मावा पकड़ा गया।

ग्रामीण थानाधिकारी धन्नापुरी गोस्वामी ने बताया की थाने के सामने पुलिस की नियमित नाकाबंदी के दौरान शुक्रवार सुबह आठ बजे बाड़मेर से जैसलमेर की तरफ जा रही कार को शक होने पर रुकवा कर तलाशी ली गई।

तलाशी के दौरान कार में 15-15 किलोग्राम के 31 टिन व चार-चार किलो बर्फी मावे के 12 पैकेट मिले। वाहन चालक नरेद्रसिंह पुत्र मदनसिंह राजपुरोहित निवासी शेरगढ़ ने बताया कि मावा सांचौर के पास डेडवा गांव में तैयार कर जैसलमेर जिले में बेचने के लिए ले जाया जा रहा है।

मावे के दो नमूने लिए

सूचना के बाद मौके पर पहुंचे मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सुनिलकुमार सिंह बिष्ट व जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी भूराराम गोदारा ने मावे की प्रारम्भिक जांच के बाद संदेह के आधार पर दो नमूने लिए। नमूनों को प्रयोगशाला में जांच के लिए भेजा गया। कार्रवाई के दौरान प्रवर्तन अधिकारी कंवराराम चौधरी, स्वास्थ्य निरीक्षक देवीलाल भी उपस्थित रहे।