शनिवार, 29 अक्तूबर 2016

बीकानेर नए सिक्के, पुराने की शक्ल में बिक रहे दोगुने दाम



बीकानेर नए सिक्के, पुराने की शक्ल में बिक रहे दोगुने दाम
नए सिक्के, पुराने की शक्ल में बिक रहे दोगुने दाम

लक्ष्मी पूजन के लिए अगर आप चांदी का सिक्का खरीदने जा रहे हैं तो यह खबर आपके लिए कारगर साबित हो सकती है। असल में बाजार में इन दिनों नकली चांदी के नाम पर असली चांदी कूटने का कारोबार जोरों पर चल रहा है।


मजे की बात यह कि इन सिक्कों को दोगुने दाम पर बेचा जा रहा है। सिक्कों का वजन भी अलग-अलग होता है, ताकि ग्राहक आसानी से इसकी खरीद कर सकें।

मान्यता के हिसाब से दीपावली त्योहार पर चांदी के सिक्कों की पूजा की जाती है, एेसे में तथाकथित चांदी के इन कारोबारियों के चंगुल में ग्राहक आसानी से फंस भी जाते हैं।

बाजार में इन दिनों चांदी के दो किस्म के सिक्कों की बिक्री ज्यादा हो रही है। पहली किस्म में वे सिक्के होते हैंं, जिन पर लक्ष्मी की प्रतिमा अंकित होती है। इन सिक्कों का वजन पांच ग्राम से ग्राहक की सुविधा अनुसार होती है।






वहीं दूसरी ओर वे सिक्के होते हैं, जिन पर तत्कालीन राजा-महाराजाओं के चित्र अंकित होते हैंं। इन सिक्कों को आम भाषा में स्टेट टाइम या एंटीक सिक्के भी कहा जाता है।


एेसे होता है मिलावट का खेल

सामान्य रूप से बिकने वाले चांदी के सिक्कों में आधी चांदी और आधे अन्य धातु की मिलावट कर इन्हें बेचा जा रहा है। इतना ही नहीं इन सिक्कों पर सौ फीसदी असली होने की मुहर तक लगी होती है।

चांदी के कारोबारियों की मानें तो इस प्रकार के सिक्कों को पहचान पाना भी काफी मुश्किल होता है। हालांकि कैमिकल से इनके असली-नकली होने की पहचान आसानी से की जा सकती है।


इसी प्रकार स्टेट टाइम के सिक्कों को पुराने की शक्ल देकर इन्हें दोगुने दाम में बेचा जा रहा है। ईदगाहबारी स्थित स्वर्ण कारोबारी श्रीनारायण सोनी ने बताया कि चांदी के नए सिक्कों को ढाल कर
उन्हें कैमिकल से पुराने की शक्ल दी जाती है, दिखने में ये सौ साल से पुराने प्रतीत होते हैं, लेकिन हकीकत में ये पुराने नहीं, बल्कि नए होते हैं। श्रीनारायण के अनुसार पुराने सिक्कों का वजन करीब 11 ग्राम का होता है।

नई चांदी के हिसाब से इनकी कीमत करीब पांच सौ रुपए होती है, लेकिन लोग पुराने की आड़ में इनकी मनमाफिक कीमत वसूल करते हैं। इनके असली-नकली होने की पहचान भी कैमिकल से की जा सकती है।


इन पर कैमिकल की पॉलिस करने पर ये बिल्कुल अपने असली रूप में आ जाते हैं। जबकि वास्तविक रूप से पुराने सिक्कों पर कैमिकल डालने से भी उनका नया रूप नहीं निखर पाता। इसी प्रकार मिलावटी सिक्कों पर कैमिकल डालने से ये काले हो जाते हैं।

सावधानी से करें खरीददारी

पुराने सिक्कों की आड़ में लोग नए सिक्कों को बेच रहे हैं। इतना ही नहीं इनमें सौ फीसदी चांदी भी नहीं होती, तथाकथित व्यापारी इनमें अन्य धातु की मिलावट कर खरीददारों को चूना लगा रहे हैं।

कई खरीददारों को तो बाद में पता चलता है कि वे वर्षों से जिस चांदी के सिक्कों की पूजा कर रहे थे, वे नकली है।

सतीश सैनी, दुकानदार।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें