मंगलवार, 31 मार्च 2015

बाड़मेर पक्षियों को भूख-प्यास से बचाने के लिए बांध रहे हैं परिण्डे


बाड़मेर पक्षियों को भूख-प्यास से बचाने के लिए बांध रहे हैं परिण्डे


बाड़मेर शहर में जीव दया अभियान वाट्स अप्प सोसियल ग्रुप मर्जी ,मनरेगा और कृष्णा संस्था के तत्वाधान में बाड़मेर में आरम्भ किये परिण्डे अभियान के तहत मंगलवार को जोधपुर विद्युत वितरण निगं अधीक्षण अधीक्षक कार्यालय परिसर में परिंदे लगाये गए ,मंगलवार को अधीक्षण अभियंता प्रेम जीत धोबी ने परिसर के पेड़ो पर परिण्डे लगाये ,उन्होंने कहा की गर्मी के मौसम में पक्षियों के लिए पानी की व्यवस्था बहुत जरुरी हे ,और यह पुनीत कार्य हे ,उन्होंने टीम को बधाई देते हुए कहा की नेक काम से हज़ारो पक्षियों के हलक तर होंगे।इस अवसर पर ग्रुप एडमिन चन्दन सिंह भाटी मसिकन्दर शेख ,दुर्जन सिंह गड़ीसर ,ललित छाजेड़ ,अक्षयदान बारहट भादरेश ,बाबू भाई शेख ,एडवोकेट शैलेन्द्र अरोड़ा ,रमेश सिंह इन्दा ,सबल सिंह भाटी ,एडवोकेट मनीष शर्मा ,रघुवीर सिंह कोटड़ा ,मगाराम माली ,जीतेन्द्र राठी ,रमेश पंवार ,जीतेन्द्र छंगाणी , सहित कई कार्यकर्त्ता उपस्थित थे ,मेरी मर्जी टीम द्वारा प्रतिदिन बड़ी तादाद में परिंदे लगाये जाने का क्रम जारी हैं ,







कार्यक्रम संयोजक सुरेश दाधीच ने बताया की पक्षियों के दाना-पानी को लेकर परिण्डे बांधे जाने का क्रम जारी है। लोग परिण्डे बांधने के साथ ही ही इनमें निर्मित दाना-पानी डालने का संकल्प भी ले रहे हैं, ताकि भीषण गर्मी में पक्षियों को इधर-उधर भूखा प्यासा नहीं भटकना पड़े।

रिफाइनरी : जमीन और पैसा दोनों में कटौती चाहती है सरकार



रिफाइनरी : जमीन और पैसा दोनों में कटौती चाहती है सरकार


पूर्व सरकार ने रिपोर्ट के अगले ही दिन कर लिया था एमओयू

पिछली सरकार ने 1 हजार एकड़ जमीन ज्यादा दी : प्राइस वाटर कूपर्स

पालिटिकल रिपोर्टर। जयपुर


कंसलटेंसीफर्म प्राइस वाटर कूपर्स ने एचपीसीएल रिफाइनरी की अंतरिम समीक्षा रिपोर्ट सरकार को सौंप दी। हालांकि फुल रिपोर्ट तैयार होने में 2 महीने और लग सकते हैं। रिपोर्ट पर सरकार ने सोमवार सुबह एचपीसीएल अफसरों के साथ बैठक की। बैठक में वित्त विभाग, पेट्रोलियम प्रमुख सचिव भी मौजूद रहे। रिपोर्ट में रिफाइनरी प्रोजेक्ट पर पूर्व सरकार के एमओयू की वित्तीय समीक्षा की गई है। सरकार ने कहा कि एचपीसीएल इस रिपोर्ट के आधार पर अपने एमओयू की समीक्षा करे। साथ ही सरकार ने प्राइस वाटर कूपर्स से कहा है कि वह अप्रैल में ही इस मामले में रिफाइनरी की प्रारंभिक रिपोर्ट तैयार करने वाली कंसलटेंसी कंपनी एसबीआई कैप्स के साथ बैठक करे।

रिपोर्टमें ये आपत्तियां आईं

प्रोजेक्टके लिए जितनी जमीन की जरूरत थी उससे करीब 1 हजार एकड़ ज्यादा जमीन रिफाइनरी को दी गई है। इसके अलावा रिपोर्ट में एचपीसीएल को 15 साल के लिए हर वर्ष 3800 करोड़ रुपए के इंटरेस्ट फ्री लोन पर भी सवाल उठाए गए हैं। एचपीसीएल ने यह लोन प्रोजेक्ट में निवेश करने के लिए नहीं बल्कि अपने कैश प्रॉफिट को 5 हजार करोड़ रुपए के स्तर पर बनाए रखने के लिए मांगा था। इसके अलावा सरकार ने एचपीसीएल से यह भी पूछा है कि वह अपना मार्जिन प्रोफिट किस राशि पर रखना चाहती है।

प्रोजेक्टकॉस्ट 37 हजार और कर्ज 57 हजार का

एमओयूके मुताबिक रिफाइनरी की प्रोजेक्ट कॉस्ट 37 हजार मानी गई। जबकि सरकार की ओर से इसकी एवज में उसने सरकार से 15 सालों तक करीब 57 हजार करोड़ रुपए का ब्याज मुक्त कर्ज मांगा था। वहीं 37 हजार में 1/3 हिस्सा इक्विटी और 2/3 लोन का था। इक्विटी में 26 प्रतिशत हिस्सेदारी राजस्थान की ओर 74 प्रतिशत एचपीसीएल की मानी गई। इधर, सरकार ने एचपीसीएल से दूसरे राज्यों में रिफाइनरी को दी जा रही सहायता की भी रिपोर्ट मांगी थी। इसके मुताबिक उड़ीसा, पंजाब, मध्यप्रदेश और गुजरात में स्थापित रिफाइनरियों में वहां की सरकारों की तरफ से वैट, सीएसटी, एंट्री टैक्स में छूट दी जा रही है। वहीं राजस्थान में इन सबकी एवज में एचपीसीएल ने 3800 करोड़ रुपए का इंटरेस्ट फ्री लोन मांगा।

पूर्ववर्ती गहलोत सरकार की ओर से इस एमओयू को साइन करने के लिए जितनी जल्दबाजी दिखाई गई उसे लेकर भी मौजूदा सरकार आपत्ति जता रही है। एचपीसीएल ने 18 फरवरी 2013 को रिफाइनरी के लिए एसबीआई कैप्स की रिपोर्ट सरकार को सौंपी। इसके बाद 19 फरवरी को यह रिपोर्ट पेट्रोलियम सचिव सुधांश पंत के पास गई। इसके बाद 20 फरवरी को इस रिपोर्ट पर मंत्री, मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव के साइन भी हो गए। इससे साफ होता है कि सरकार ने इस रिपोर्ट का अध्ययन ही नहीं किया। एचपीसीएल की ओर से सरकार को जो रिपोर्ट पेश की गई उसमें 10 सालों तक उत्पाद बिक्री के आंकड़ों को समान दिखाया गया। यानी रिपोर्ट के आधार पर यह माना गया कि 10 सालों तक रिफाइनरी से तैयार माल की बिक्री में कोई अंतर नहीं आएगा। जबकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में आए उतार-चढ़ाव से एक साल में ही प्रदेश को क्रूड से मिलने वाली रॉयल्टी पर करीब 1500 करोड़ रुपए का फर्क आया है। इसके अलावा कुल आय, कॉस्ट ऑफ फीड स्टॉक, ग्रोस रेवेन्यू मार्जिन के आंकड़ों को भी 10 सालों के लिए समान ही रखा गया। जबकि इन सब पर बाजार की दशाओं का असर होता है।

अनूपगढ़.(श्रीगंगानगर) प्रेमी की आंखें फोड़ी, जीभ काटी, हत्या

अनूपगढ़.(श्रीगंगानगर)  प्रेमी की आंखें फोड़ी, जीभ काटी, हत्या
अनूपगढ़.(श्रीगंगानगर)
प्रेमीयुवक की लड़की के परिजनों ने पहले आंखें फोड़ीं, जुबान काटी, फिर हत्या कर दी। चौंकाने वाली यह घटना अनूपगढ़ के चक एक एनएसएम गांव की है। मृत युवक शंकरलाल (30) के पिता मनीराम ने पुलिस रिपोर्ट में बताया-उनका बेटा शुक्रवार रात बाइक से नाहरांवाली जा रहा था। रास्ते में बैठे लड़की के परिजनों रामस्वरूप, साहबराम, सुरेंद्र, राजकुमार, राकेश, विजयपाल 5-6 अन्य लोगों ने उसे पकड़ लिया। मारपीट की, साथ ले गए।
रात 3 बजे जब मनीराम को इसका पता लगा तो वह आरोपी रामस्वरूप के घर गया। आरोपियों ने उसे कह कर लौटा दिया कि कि उसका बेटा दो दिन बाद मिल जाएगा। सोमवार को शंकरलाल का शव खेत में बने एक तालाब में मिला। उसकी आंखें फोड़ी हुई थीं, जुबान काटी हुई थी। शंकरलाल मजदूर परिवार से था, जबकि लड़की जमींदार परिवार से। थानाधिकारी राजेश बिश्नोई ने बताया कि केस दर्ज कर कृष्ण पुत्र भागीरथ निवासी नाहरांवली को राउंडअप किया गया है।
अनूपगढ़ में वारदात

गुड़ामालानी मासूम बच्ची जिंदा जली


Innocent girl burnt alive
गुड़ामालानी मासूम बच्ची जिंदा जली

क्षेत्र के धांधलावास गांव के पास रविवार को एक ढाणी में आग लगने से डेढ़ साल की मासूम जिंदा जल गई।

ढाणी में रहने वाला मुकनाराम मेघवाल मजदूरी के लिए बालोतरा गया हुआ था। उसकी पत्नी दाड़मी देवी अपनी बेटियों रेशम (7), रेखा (3) व डेढ़ साल की पंखी को पालने में सुलाकर खेत में काम करने चली गई। पीछे से उनके झोंपे में आग लग गई। दो बच्चियां तो भागकर बाहर आ गई लेकिन पालने में सो रही डेढ़ साल की पंखी जिंदा जल गई।


आसपास आबादी नहीं होने से कोई मदद के लिए नहीं आ सका। आग ने जब विकराल रूप ले लिया तो धुआं देखकर ग्रामीण दौड़े आए। तब तक सब-कुछ खत्म हो चुका था। अपने कलेजे के टुकड़े को राख में तब्दील देख मां दाड़मी का रो-रोकर बुरा हाल हो गया।




बकरी भी जिंदा जल

आग से ढाणी में बने दो झोंपे तथा उनमें रखा घरेलू सामान राख हो गया। साथ ही एक बकरी भी जलकर मर गई।

सोमवार, 30 मार्च 2015

निष्क्रिय पदाधिकारियों को हटाने की तैयारी में कांग्रेस



जयपुर निष्क्रिय नेताओं पर नकेल कसने की कवायद के तहत कांग्रेस आलाकमान ने काम नहीं करने वाले नेताओं को घर भेजने की तैयारी कर ली है।

Congress preparation remove inactive bearers

प्रदेश कांग्रेस कमेटियों की लगातार तीन बैठकों से बिना कारण बताए नदारद रहने वाले नेताओं को पद से हटा दिया जाएगा।




कांग्रेस संविधान के एक पुराने प्रावधान को पहली बार राजस्थान से लागू किया जा रहा है। इसके बाद इसे अन्य प्रदेशों में भी लागू किया जाएगा।




अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव एवं राजस्थान के प्रभारी गुरुदास कामत ने गत 25 फरवरी को यहां प्रदेश कांग्रेस कमेटी की पहली बैठक में कहा था कि 'काम नहीं करने वाले घर जाएंगे, बहुत लोग बैठे हैं काम करने वाले।




Ó अब उन्होंने कांग्रेस संविधान के प्रावधान को लागू करने की दिशा में औपचारिक कदम बढ़ाया है।

संविधान का सहारा

सूत्रों के अनुसार कांग्रेस के संविधान में प्रावधान है कि किसी कमेटी का कोई सदस्य लगातार तीन बार बैठकों से अनुपस्थित रहता है तो उसे कमेटी से हटाया जाएगा। लेकिन इससे पहले पार्टी ने कभी इस प्रावधान का इस्तेमाल नहीं किया।




बड़े नेता निशाने पर

दरअसल, कांग्रेस के कई नेताओं को उनके राजनीतिक कद के हिसाब से प्रदेश कांग्रेस कमेटी में रखना मजबूरी होती है और अधिकतर ऐसे नेता ही पीसीसी की बैठकों की परवाह नहीं करते। संभवत: ऐसे नेताओं को रास्ते पर लाने के लिए बैठकों में उपस्थिति को सख्ती से लागू करने का निर्णय किया गया है।




निष्क्रिय पदाधिकारियों के बारे में कांग्रेस संविधान में पहले से ही प्रावधान है। आलाकमान चाहे जब इसे लागू कर सकता है।

सचिन पायलट, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष

राजे ने मंत्रियों को दिया निवेशकों को आकर्षित करने का मंत्र

जयपुर
राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा है कि रिसर्जेट राजस्थान में अधिक से अधिक निवेश के प्रयास की जरुरत हैं। राजे सोमवार को यहां आगामी 19 एवं 20 नवंबर को आयोजित होने वाले रिसर्जेट राजस्थान सम्मेलन की तैयारियों के लिए आयोजित बैठक में बोल रही थीं। 
Raje mantra to attract investors to ministers
उन्होंने कहा कि सम्मेलन के दौरान ऐसे ठोस प्रस्ताव आए, जिनमें निवेश वास्तविक रुप से धरातल पर उतरे और इसका प्रदेश को लाभ मिले। उन्होंने कहा कि हमें किसी भी राज्य से प्रतिस्पर्धा नहीं करनी हैं। हमारी प्रतिस्पर्धा 8 साल पूर्व प्रदेश में आयोजित किए गए रिसर्जेट राजस्थान सम्मेलन से ही हैं। 

बैठक में निवेश के लिए 15 विभागों के प्रस्तावित प्रोजेक्टस पर विचार विमर्श किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि विभाग निवेश के लिए ऐसे व्यावहारिक प्रपोजल तैयार करें जो जनता एवं राज्य के हित में होने के साथ निवेशकर्ताओं को भी आकर्षित कर सकें ताकि वास्तविक रुप से निवेश हो सके। 

उन्होंने रिसर्जेट राजस्थान में ज्यादा से ज्यादा निवेशकों को आकर्षित करने के लिए केन्द्रीय मंत्रियों के साथ समन्वय स्थापित कर उनके माध्यम से भी प्रदेश में अधिक से अधिक निवेश लाने पर बल दिया। राजे ने निवेश को आकर्षित करने के लिए बनाई जा रही नई नीतियों एवं पहले से चल रही नीतियों में संभावित परिवर्तन शीघ्र करने के साथ प्रक्रियाओं में सरलीकरण के निर्देश दिए। 

उन्होंने रिसर्जेट राजस्थान के लिए की जा रही सभी तैयारियां जुलाई के अंत तक पूर्ण करने के भी निर्देश दिए। 

किशोरी से दुष्कर्म का आरोपित गिरफ्तार



सीकर

जयपुर रोड से किशोरी का अपहरण कर दुष्कर्म के मामले में पुलिस ने रविवार को एक आरोपित को गिरफ्तार किया है।
accused of Teenager rape arrested



महिला थाना प्रभारी नागरमल कुमावत ने बताया कि कटराथल हाल जयपुर रोड निवासी किशोरी को बिहार निवासी रामसागर साहानी भगाकर ले गया। आरोपित ने किशोरी के साथ दुष्कर्म किया। किशोरी के पिता ने तीन मार्च को महिला थाने में मामला दर्ज कराया था।




इसके बाद थाने के हैड कांस्टेबल हिदायत खां के नेतृत्व में पुलिस टीम बिहार भेजी गई। टीम दोनों को बरामद कर यहां ले आई। पुलिस ने पीडि़ता का मेडिकल मुआयना कराया।

केन्द्रीय मंत्री ने दिया मानवेन्द्र सिंह को आश्वासन आपदा राहत नियमों में जल्द बदलाव के संकेत



केन्द्रीय मंत्री ने दिया मानवेन्द्र सिंह को आश्वासन आपदा राहत नियमों में जल्द बदलाव के संकेत


बाड़मेर 31मार्च

बाड़मेर जिले के अकाल प्रभावित क्षेत्रों में राहत में आडे़ आ रहे अकाल राहत नियमों की अड़चने दूर करने के शिव विधायक मानवेन्द्रसिंह के प्रयास रंग लाए है। केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री किरेन रिजिजु ने शिव विधायक मानवेन्द्रसिंह को आपदा राहत नियमों में जल्द बदलाव करने के संकेत देते हुए आश्वस्त किया है कि केन्द्र सरकार अकाल प्रभावित लोगों को जल्द से जल्द राहत पहुचांने की कोशिशें सुनिश्चिित्त करेगी।




गौरतलब है कि शिव विधायक मानवेन्द्रसिंह ने हाल में नई दिल्ली में केन्द्रीय कृषि मंत्री राधा मोहनसिंह से मुलाकात कर आपदा राहत नियमों में संशोधन कर अकाल प्रभावित क्षेत्रों में पशु शिविरों की अवधि 90 से बढ़ाने की मांग की थी। केन्द्रीय कृषि मंत्री ने मानवेन्द्र को बताया था कि आपदा राहत नियमों में बदलाव केन्द्रीय गृह मंत्रालय द्वारा किया जाता है। जिसके बाद केन्द्रीय कृषि मंत्री राधा मोहनसिंह ने शिव विधायक के मांग के अनुरूप केन्द्रीय गृह मंत्रालय को नियमों में संशोधन कर प्रभावित क्षेत्रों में राहत देने का निवेदन किया था।




हाल ही में केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री किरेन रिजिजु ने शिव विधायक मानवेन्द्रसिंह को पत्र लिखकर जल्द ही नियमों में बदलाव करने का आश्वासन देते हुए अकाल प्रभावित लोगों को जल्द से जल्द राहत पहुचांने की बात कही है। मानवेन्द्र को लिखे पत्र में केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री ने बताया कि राष्ट्रीय आपदा मोचन कोष के नियमों में संशोधन एक सतत प्रक्रिया है और यह वित आयोग की सिफारिशों के आधार पर किया जाता है। मंत्री ने बताया कि पिछली बात 29.11.2013 को 13वें वित आयोग की सिफारिशों पर राष्ट्रीय आपदा मोचन कोष नियमों में संशोधन किया गया था।




उन्होनें शिव विधायक को बताया 13वें वित आयोग की सिफारिशों पर आपदा राहत नियमों में किए गए संशोधन की अवधि 31 मार्च 2015 को पूरी हो रही है और 14वें वित आयोग की सिफारिशें केन्द्र सरकार को सौंपी जा चुकी है।




केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री किरेन रिजिजु ने शिव विधायक को आश्वस्त किया कि 14वें वित आयोग की सिफारिशें के आधार पर जल्द ही राष्ट्रीय आपदा मोचन कोष के नियमों में संशोधन कर अकाल प्रभावित लोगों को जल्द से जल्द राहत पहुंचायी जाएगी।

बाड़मेर राजस्थान दिवस समारोह गैर नृत्य रहा आकर्षण का केन्द्र, केमल टेटू शौ एवं आर्मी बैण्ड की प्रस्तुति








बाड़मेर राजस्थान दिवस समारोह गैर नृत्य रहा आकर्षण का केन्द्र, केमल टेटू शौ एवं आर्मी बैण्ड की प्रस्तुति



बाडमेर, 30 मार्च। राजस्थान दिवस के अवसर पर 30 मार्च को गैर नृत्य, बीएसएफ द्वारा कैमल टेटू शो सहित विभिन्न आकर्षक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गई।

राजस्थान दिवस समारोह के कार्यक्रमों का आगाज सोमवार प्रातः 9.00 बजे नगर परिषद से शोभायात्रा को जिला कलक्टर मधुसूदन शर्मा द्वारा हरी झण्डी दिखाकर रवाना कर किया गया। शोभायात्रा में सबसे आगे श्रृंगारित घोडें तथा इसके बाद बीएसएफ के सज्जे धज्जे ऊट, राजस्थानी परम्परागत वेशभूषा में पुरूष, महिलाएं एवं बालिकाएं तथा विभिन्न गैर दल शामिल थे। शोभायात्रा मुख्य स्टेशन रोड, अंहिसा सर्किल होते हुए आदर्श स्टेडियम पहुंची जहां विभिन्न रोचक प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया।

यहां सर्व प्रथम तनसिंह चैहान के नेतृत्व में बीएसएफ द्वारा मधुर स्वर लहरियों के साथ आकर्षक केमल टेटू शो का प्रदर्शन किया गया। कार्यक्रम के दौरान आर्मी बैण्ड दल द्वारा नायब सूबेदार अशोक कुमार के नेतृत्व में पाईप बैण्ड तथा 17 गार्ड मिलट्री बैण्ड दल द्वारा ब्रास बैण्ड की भव्य प्रस्तुतियां दी गई। इसी प्रकार जसोल, सनावडा, कमों को वाडा एवं नेहरू नवयुवक मण्डल बालोतरा के गैर दलों द्वारा पैरों में भारी भरकम घुंघरू बांधकर आकर्षक गैर नृत्य की प्रस्तुतियां दी गई। कार्यक्रमों की कडी में ढोल वादन, घोडी नाच, मटका दौड, दादा पोता दौड आदि रोचक प्रतियोगिताएं आयोजित की गई। ढोल वादन प्रतियोगिता में हाजी सतार मोहम्मद संस्थान के ढोल वादक सेफ अली खां, भूटा खां, सवाई खां, राजू खां आदि एवं बालोतरा के ढोल वादक ईशराराम, बिशाला के ढोल वादक मंजूर अली और जसोल के ढोल वादक रोशन अली ने ढोल वादन की प्रस्तुति दी। मटका दौड में अनिता प्रथम एवं ललिता शर्मा द्वितीय स्थान पर रही। वहीं दादा पोता दौड में मदनलाल और उनका पोता भावेश प्रथम तथा सखाराम और उनका पोता सुमित कुमार द्वितीय स्थान पर रहें। घोडी डांस में मंजूर खान की घोडी प्रथम एवं सलीम की घोडी द्वितीय स्थान पर रही।

समारोह में बाडमेर-जैसलमेर सांसद कर्नल सोनाराम चैधरी, जिला प्रमुख श्रीमती प्रियंका मेघवाल, नगर परिषद सभापति लूणकरण बोहरा, जिला कलक्टर मधुसूदन शर्मा, जिला पुलिस अधीक्षक परिस देशमुख,, मुख्य कार्यकारी अधिकारी गोपालराम बिरड़ा, अतिरिक्त जिला कलक्टर ओ.पी. बिश्नोई, भूमि अवाप्ति अधिकारी नखतदान बारहट सहित विभिन्न अधिकारी एवं बडी संख्या में पुरूष एवं महिलाए उपस्थित थी।

कार्यक्रम के अन्त में विजेताओं को पारितोषिक वितरण किए गए। कार्यक्रम का संचालन प्रवक्ता मुकेश पचैरी, शैक्षिक प्रकोष्ठ अधिकारी लक्ष्मीनारायण जोशी एवं अध्यापिका सुश्री रूपाली शर्मा द्वारा किया गया।

राजस्थान दिवस समारोह की कडी में ही राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय में रंगोली, मेहंदी, गीत, नृत्य, मांडणा एवं भाषण प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। रंगोली प्रतियोगिता में सेवन कंवर प्रथम, ललिता द्वितीय एवं संगीता तृतीय स्थान पर रही। इसी प्रकार मेहंदी प्रतियोगिता में खुशबू प्रथम, दीपिका द्वितीय एवं पूजा व दीपिका संयुक्त रूप से तृतीय, गीत प्रतियोगिता में धनी प्रथम, पूजा द्वितीय व ललिता तृतीय, नृत्य प्रतियोगिता में भाग्यश्री प्रथम, धापू द्वितीय व साधना तृतीय, मांडणा प्रतियोगिता में धन्नी प्रथम, रानी द्वितीय व आस्था तृतीय तथा भाषण प्रतियोगिता में नीलम राठौड प्रथम, कु. नरपतों द्वितीय व कु. धन्नी तृतीय स्थान पर रही।