गुड़ामालानी मासूम बच्ची जिंदा जली
क्षेत्र के धांधलावास गांव के पास रविवार को एक ढाणी में आग लगने से डेढ़ साल की मासूम जिंदा जल गई।
ढाणी में रहने वाला मुकनाराम मेघवाल मजदूरी के लिए बालोतरा गया हुआ था। उसकी पत्नी दाड़मी देवी अपनी बेटियों रेशम (7), रेखा (3) व डेढ़ साल की पंखी को पालने में सुलाकर खेत में काम करने चली गई। पीछे से उनके झोंपे में आग लग गई। दो बच्चियां तो भागकर बाहर आ गई लेकिन पालने में सो रही डेढ़ साल की पंखी जिंदा जल गई।
आसपास आबादी नहीं होने से कोई मदद के लिए नहीं आ सका। आग ने जब विकराल रूप ले लिया तो धुआं देखकर ग्रामीण दौड़े आए। तब तक सब-कुछ खत्म हो चुका था। अपने कलेजे के टुकड़े को राख में तब्दील देख मां दाड़मी का रो-रोकर बुरा हाल हो गया।
बकरी भी जिंदा जल
आग से ढाणी में बने दो झोंपे तथा उनमें रखा घरेलू सामान राख हो गया। साथ ही एक बकरी भी जलकर मर गई।
ढाणी में रहने वाला मुकनाराम मेघवाल मजदूरी के लिए बालोतरा गया हुआ था। उसकी पत्नी दाड़मी देवी अपनी बेटियों रेशम (7), रेखा (3) व डेढ़ साल की पंखी को पालने में सुलाकर खेत में काम करने चली गई। पीछे से उनके झोंपे में आग लग गई। दो बच्चियां तो भागकर बाहर आ गई लेकिन पालने में सो रही डेढ़ साल की पंखी जिंदा जल गई।
आसपास आबादी नहीं होने से कोई मदद के लिए नहीं आ सका। आग ने जब विकराल रूप ले लिया तो धुआं देखकर ग्रामीण दौड़े आए। तब तक सब-कुछ खत्म हो चुका था। अपने कलेजे के टुकड़े को राख में तब्दील देख मां दाड़मी का रो-रोकर बुरा हाल हो गया।
बकरी भी जिंदा जल
आग से ढाणी में बने दो झोंपे तथा उनमें रखा घरेलू सामान राख हो गया। साथ ही एक बकरी भी जलकर मर गई।
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