जोधपुर। भाजपा के पीएम पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी को लगभग 12 साल से अमरीका का वीजा नहीं मिल पाया है लेकिन आप बिना किसी वीजा और पासपोर्ट के अमेरिका जा सकते हैं। वह भी जोधपुर से बस से, और मात्र 110 रूपए में।
शायद आपको हमारी बात पर विश्वास नहीं हो रहा है तो हम आपको बताते हैं।
अमेरिका जाने के लिए सबसे पहले आपको जोधपुर जाना होगा। इसके बाद आप जोधपुर सिटी रोडवेज बसस्टैंड पहुंच जाएं। वहां से आप फलोडी जाने वाली बस पर बैठ जाएं। फिर आप बस कंडक्टर से अमेरिका के लिए टिकट मांगे।
अमेरिका नाम का छोटा सा गांव थार मरूस्थल के एक सिरे पर है। वह गांव जोधपुर जिले में आता है। यह जोधपुर से 110 किलोमीटर दूर है और फलोडी से 8 किलोमीटर दूर है।
इस गांव का नाम वास्तव में लोड़डियां है। लेकिन कुछ साल पहले यहां की पंचायत ने प्रस्ताव पास करके इस गांव का नाम अमेरिका रख दिया।
नाम बदलने के पीछे सबसे बड़ा कारण यह था कि स्थानीय लोगों का मानना था कि इस गांव का पुराना नाम सुबह-सुबह लेने पर व्यक्ति को दिनभर खाना नहीं नसीब होता है। -
वाशिंगटन। अमरीका के टेक्सास में एक उच्च विद्यालय को उस समय बंद कर दिया गया, जब एक छात्र के मोबाइल पर यह संदेश आया कि कोई छात्र स्कूल परिसर में हथियार लेकर आया है।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार बुधवार को बताया गया कि मंगलवार सुबह सेन एंटोनियो के मेडिसन हाई स्कूल में एक छात्र के मोबाइल पर अंजान नम्बर से संदेश आया, "मेरे पास हथियार है।
छात्र ने इस बात की सूचना शिक्षक को दी, जिसने स्कूल प्रशासन को अवगत कराया और उसके बाद सभी विद्याथियों को कमरों में बंद कर दिया गया। इसके तुरंत बाद उसी छात्र को फिर से एक संदेश मिला, जिसमें लिखा था, "यह एक मजाक था।"
पुलिस ने पूरे स्कूल परिसर की तलाशी ली, लेकिन उन्हें कोई भी हथियार नहीं मिला। कुछ घंटों बाद स्कूल को सामान्य गतिविधि के लिए दोबारा खोल दिया गया। मामले में एक 17 वर्षीय किशोरी को गिरफ्तार किया गया है।
बागलान मरकजी (अफगानिस्तान)। अफगानिस्तान के बागलान प्रांत में 14 साल की नाबालिग बच्ची के साथ यौन शोषण करने वाले व्यक्ति को कड़ी सजा देने के इरादे से पीडिता के माता-पिता ने उसके नाक और कान काट लिए।
लड़की के माता-पिता का आरोप है कि आरोपी ने कई बार उनकी बेटी का यौन शोषण किया। महिला कल्याण विभाग के प्रमुख खदिजा याकिन के अनुसार पीडिता ने अपने माता-पिता को बताया कि आरोपी ने चार महीने पहले उसका यौन शोष्ाण किया था। आरोपी पीडिता और उसके परिवार का जानकार है।
यह जानकारी मिलते ही लड़की के पिता अब्दुल कहर ने 32 वर्षीय आरोपी को अपने घर खाने पर बुलाया और फिर उसके नाक-कान काट लिए। पीडिता के पिता ने स्थानीय डारी भाषा में कहा, मैंने उसके नाक-कान काट लिए। मैं नहीं जानता कि उसके कान चूहे ले गए या नहीं, लेकिन उसकी नाक मैंने नाली में बहा दी।
पुलिस ने बुधवार को अब्दुल और उसकी पत्नी सुल्ताना को हिरासत में ले लिया। पुलिस का कहना है कि अब्दुल ने आरोपी के हाथ-पैर बांधकर बदला लेने के लिए उसके नाक कान काट लिए।
अजमेर। चांद रात में चांद दिखने की उम्मीद में सूफी संत ख्वाजा मोईनुददीन चिश्ती दरगाह में बुधवार तड़के जायरीन के लिए जन्नती दरवाजा खोल दिया गया। ख्वाजा साहब के 802वें सालाना उर्स के तहत सवेरे की खिदमत के बाद खोले गए जन्नती दरवाजे में प्रवेश करने के लिए जायरीन में होड़ लग गई।
दरगाह परिसर में लोग मंगलवार रात से ही दरवाजे में प्रवेश के लिए लाइन लगाकर खडे थे। दरवाजे खुलते ही दरवाजे में प्रवेश के लिए जायरीन में धक्का मुक्की शुरू हो गई।
अंजुमन के उपाध्यक्ष सैयद कलीमुद्दीन ने बताया कि बुधवार को चांद रात है शाम को रजब माह का चांद दिखने की उम्मीद में आज आस्ताना खुलने के साथ ही जन्नती दरवाजा खोल दिया गया।
शाम को असर की नमाज के बाद यदि चांद दिखने की पुष्टि हिलाल कमेटी द्वारा कर दी जाती है तो ख्वाजा साहब के सालाना उर्स की रस्में शुरू हो जाएगी अन्यथा दरवाजा वापस बंद कर दिया जाएगा और गुरूवार को पुन: सवेरे जायरीन के लिए खोल दिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि चांद नहीं दिखा तो उर्स की पहली महफिल और ख्वाजा साहब की मजार का पहला गुसल गुरूवार की रात से शुरू होगा। उर्स की पहली महफिल और मजार के पहले गुसल की सदारत दरगाह दीवान जेनुल आबेदी की सदारत में होगा। ख्वाजा साहब का जन्नती दरवाजा जायरीन के लिए रजब माह की 6 रजब तक खुला रहेगा।
इससे पूर्व मंगलवार रात दस बजे बाद ख्वाजा साहब की खिदमत में खादिमों ने मजार पर साल भर पेश किए गए संदल को उतारने की रस्म शुरू की गई। खादिमों ने मजार से उतारे गए संदल को आस्ताने शरीफ में ही थैलियों में पैक किया गया।
ख्वाजा साहब की मजार से उतारे गए संदल को जायरीन में तवरूख के तौर पर वितरित किया जाता है। इस संदल को लेने के लिए जायरीन में होड़ देखी गई।
उल्लेखनीय है कि ख्वाजा साहब की मजार पर पूरे वर्ष संदल पेश किया जाता है जो सालाना उर्स शुरू होने के एक दिन पूर्व ही उतारा जाता है। जायरीन में संदल के प्रति विशेष उत्साह रहता है। जायरीन में यह धारणा है कि संदल के सेवन से कई तरह की बीमारियों से निजात मिली है।
नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी की बुधवार को अहमदाबाद की जनसभा को आदर्श चुनाव संहिता का उल्लंघन मानते हुए उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया। इसके अलावा उन टीवी चैनलों के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया गया है जिन्होंने मोदी की की सभा का टेलीकास्ट किया।
आयोग ने कहा है कि मोदी ने बुधवार सुबह मतदान करने के बाद अहमदाबाद में एक जनसभा की और उसका वीडियो आयोग ने देखा है। मोदी ने उसी लहजे एवं अंदाज में जनसभा को संबोधित किया और जिस तरह उन्होंने अपनी पार्टी का चुनाव चिह्न कमल प्रदर्शित किया तथा बयान दिया और टीवी पर दिखा गया उससे पता चलता है कि उनका यह भाषण न केवल अहमदाबाद एवं बल्कि पूरे गुजरात तथा देश में चुनाव परिणामों को प्रभावित करने वाला है।
इसलिए आयोग का मानना हैे कि जिस दिन मतदान हो रहा है, उसदिन इस तरह की चुनावी सभा करना जन प्रतिनिधित्व कानून 195। की धारा 126 (1) तथा 126 (1) बी का सरासर उल्लंघन है। इसलिए आयोग मोदी तथा उन सबके खिलाफ एफआईआर या थाने में शिकायत दर्ज करने का निर्देश देता है जिन्होंने इस चुनावी सभा को संबोधित किया या आयोजित करने में भूमिका निभाई। अगर अहमदाबाद में निषेधाज्ञा कानून लागू किया गया हो तो भारतीय दंड सहिंता की धारा 188 के तहत भी उनके खिलाफ एफआईआर या शिकायत दर्ज हो।
आयोग ने यह भी निर्देश दिया है कि जिन टीवी चैनलों तथा अन्य इलेक्ट्रानिक माध्यमों ने मोदी की उस चुनावी सभा को दिखाया है, उनके खिलाफ भी जनप्रतिनिधित्व कानून 1951 की धारा 126 (1) बी के तहत एक अलग एफआईआर दर्ज किया जाए। आयोग ने यह भी कहा है कि मोदी तथा इन चैनलों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के बाद आयोग को बुधवार शाम तक इसकी सूचना भी दी जाए और प्राथमिकी एवं शिकायत की प्रतियां भी भेजी जाएं। गौरतलब है कि बुधवार को कांग्रेस ने इस संबंध में चुनाव आयोग से शिकायत की थी और मोदी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग भी की।
दिल्ली। कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने टीवी एंकर अमृता राय से अपना रिश्ता कबूल लिया है। इस संबंध में दिग्विजय ने सोशल साइट टि्वटर के जरिए अपने दिल की बात जाहिर की। गौरतलब है कि सिंह की पत्नी आशा सिंह का पिछले साल 27 फरवरी को निधन हो गया था। ये अमृता राय वहीं हैं जिनके साथ दिग्विजय का मंदिर में गुप्त रूप से पूजा करने का वीडियो लीक हुआ था। हालांकि उस दौरान दिग्विजय ने राय से अपन संबंधों का खंडन किया था।
दिगी राजा ने बुधवार को ट्वीट कर बताया कि,"मुझे अमृता राय से अपने संबंधों को स्वीकारने को लेकर कोई परेशानी हिचक नहीं है। उन्होंने और उनके पति ने आपसी सहमति से तलाक के लिए अर्जी दे दी है। एकबार उस पर फैसला हो जाए इसके बाद हम अपने रिश्ते को अमलीजामा पहना देंगे। लेकिन हमारी निजी जिंदगी में किसी और के दखल की मैं निंदा करता हूं।"
वहीं अमृता राय ने भी दिग्विजय से अपना रिश्ता कबूल लिया है। राय ने ट्वीट किया कि,"मैं अपनी पति से अलग हो गई हूं और हमने आपसी सहमति से तलाक के लिए अर्जी दाखिल कर दी है। इसके बाद मैंने दिग्विजय सिंह से शादी करने का फैसला लिया है।"
कौन है अमृता राय
अमृता राय वर्तमान में एक न्यूज चैनल में टीवी एंकर है। इससे पहले कई न्यूज चैनल्स में काम कर चुकी है। राय के पति इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्यूनिकेशन में एसोसिएट प्रोफेसर हैं। दिग्विजय सिंह और अमृता राय का कुछ दिनों पहले एक मंदिर में साथ पूजा करने का वीडियो भी लीक हुआ था। उस समय सिंह ने भाजपा कार्यकर्ताओं पर उनके खिलाफ दुष्प्रचार का आरोप लगाया था। साथ ही अपने संबंधों को सिरे से नकार दिया था।
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नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी की बुधवार को अहमदाबाद की जनसभा को आदर्श चुनाव संहिता का उल्लंघन मानते हुए उनके खिलाफ गुजरात के पुलिस महानिदेशक और मुख्य सचिव को प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया। इसके अलावा उन टी वी चैनलों के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज करनेका निर्देश दिया गया है जिन्होंने मोदी की आज की सभा का टेलीकास्ट किया।
आयोग ने कहा है कि मोदी ने बुधवार सुबह मतदान करने के बाद अहमदाबाद में एक जनसभा की और उसका वीडियो आयोग ने देखा है। मोदी ने उसी लहजे एवं अंदाज में जनसभा को संबोधित किया और जिस तरह उन्होंने अपनी पार्टी का चुनाव चिह्न "कमल" प्रदर्शित किया, बयान दिया और टी वी पर दिखा गया, उससे पता चलता है कि उनका यह भाषण न केवल अहमदाबाद एवं बल्कि पूरे गुजरात तथा देश में चुनाव परिणामों को प्रभावित करने वाला है।
इसलिए आयोग का मानना हैे कि जिस दिन मतदान हो रहा है, उस दिन इस तरह की चुनावी सभा करना जन प्रतिनिधित्व कानून 1951 की धारा 126 (1) तथा 126 (1बी) का सरासर उल्लंघन है। इसलिए, आयोग मोदी तथा उन सबके खिलाफ एफआईआर या थाने में शिकायत दर्ज करने का निर्देश देता है जिन्होंने इस चुनावी सभा को संबोधित किया या आयोजित करने में भूमिका निभाई।
आयोग ने कहा, अगर अहमदाबाद में निषेधाज्ञा कानून लागू किया गया हो तो भारतीय दंड सहिंता की धारा 188 के तहत भी उनके खिलाफ एफआईआर या शिकायत दर्ज हो।
मोदी ने डाला वोट, कांग्रेस की आलोचना की
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने बुधवार को मताधिकार का इस्तेमाल किया, लेकिन प्रेस वार्ता में पार्टी का चुनाव चिन्ह दिखाने के मामले में उन्हें विरोध का सामना करना पड़ रहा है।
प्रेस वार्ता के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि इस चुनाव में कांग्रेस सत्ता से बाहर हो जाएगी और नई व मजबूत सरकार सत्ता में आएगी।
उन्होंने कहा, चुनावी प्रक्रिया और मतदाताओं के विचारों का विश्लेषण करने के बाद मैं कह सकता हूं कि इस बार कोई भी चीज "मां-बेटे" की सरकार को नहीं बचा सकती है। एक मजबूत सरकार सत्ता में आएगी।
गुजरात के मुख्यमंत्री को स्याही लगी अंगुली और पार्टी के चुनाव चिन्ह कमल के साथ सेल्फी लेते देखा गया।
इस पर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) दोनों की तरफ से विरोध के स्वर तेज हो गए हैं।
कांग्रेस प्रवक्ता मीम अफजल ने कहा कि उनकी पार्टी ने निर्वाचन आयोग से आचार संहिता उल्लंघन की शिकायत दर्ज कराई है, जिसके अनुसार मतदान के दिन मतदान केंद्र के अंदर या इसके आसपास चुनाव चिन्ह का प्रदर्शन प्रतिबंधित है।
इधर, आप नेता आशुतोष ने टि्वटर पर लिखा, मोदी को मतदान के दिन पार्टी के चुनाव चिन्ह के साथ प्रेस वार्ता का आयोजन करने की इजाजत कैसे दी जा सकती है? यह निर्वाचन आयोग के दिशानिर्देश का उल्लंघन है। क्या निर्वाचन आयोग कार्रवाई करेगा?
उन्होंने कहा, भाजपा ने मतदान के दिन घोषणापत्र जारी किया। मोदी ने मतदान के दिन रोडशो किया और अब पार्टी का चिन्ह दिखाया। क्या निर्वाचन आयोग कार्रवाई करेगा?
गांधीनगर संसदीय सीट पर मतदान करने के बाद मीडिया से मुखातिब होते हुए उन्होंने कहा कि वह गुजरात की जनता को पहले की तरह समय न दे पाने के लिए माफी मांगते हैं।
देशभर में भारी संख्या में हो रहे मतदान का उल्लेख करते हुए मोदी ने कहा, बड़ी संख्या में हो रहे मतदान को देखते हुए लग रहा है कि यह चुनाव देश को नई मजबूती देगा।
उन्होंने भाजपा के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी के संसदीय सीट गांधीनगर का मतदाता होने पर खुद को भाग्याशाली बताया।
मोदी गुजरात के वड़ोदरा और उत्तर प्रदेश के वाराणसी से चुनाव लड़ रहे हैं।
राजनाथ व कलराज मिश्र ने किया मतदान
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह और उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ नेता कलराज मिश्र ने बुधवार को अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। इस दौरान उन्होंने जनता से मतदान करने की अपील की।
मतदान करने के बाद राजनाथ ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि देश में इस बार परिवर्तन की लहर है। "देश में इस बार परिवर्तन की लहर चल रही है इसलिए सभी लोग मतदान करने जरूर पहुंचें। वह किसी भी राजनीतिक दल को वोट दे सकते हैं लेकिन मतदान जरूर करना चाहिए।"
राजनाथ लखनऊ संसदीय सीट से भाजपा के प्रत्याशी हैं। उनका मुकाबला कांग्रेस की डॉ. रीता बहुगुणा जोशी से है।
राजनाथ के अलावा प्रदेश के वरिष्ठ भाजपा नेता कलराज मिश्र ने भी बटलर पैलेस स्थित मतदान केंद्र पर अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।
इससे पहले राज्यपाल बी. एल. जोशी, पूर्व मुख्यमंत्री मायावती और रीता बहुगुणा जोशी ने वोट डाला। राज्यपाल और उनकी पत्नी संतोष जोशी ने बुधवार सुबह करीब 8$ 30 बजे राजधानी के मांटेसरी स्कूल स्थित मतदान केंद्र पर वोटा डाला।
मतदान के बाद पत्रकारों से रू-ब-रू होते हुए राज्यपाल ने कहा कि पूरे देश में मतदान प्रतिशत में अभूतपूर्व वृद्घि हुई है। उत्तर प्रदेश के मतदाता भी किसी से पीछे न रहें।
मतदाताओं से अपील करते हुए जोशी ने कहा, संवैधानिक दायित्वों का निर्वाह करें तथा ऎसे जनप्रतिनिधि का चुनाव करें, जो देश को दुनिया की अग्रणी पंक्ति में ला खड़ा करे।
इसी मतदान केंद्र पर कांग्रेस की प्रत्याशी डॉ. रीता बहुगुणा जोशी ने मतदान किया। उन्होंने कहा कि राजधानी के मतदाताओं में काफी उत्साह है।
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के सहायक रहे शिव कुमार ने भी मताधिकार का इस्तेमाल करने के बाद कहा कि मतदाता बेहद उत्साहित नजर आ रहे हैं।
राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने मॉल एवेन्यू स्थित मांटेसरी स्कूल के मतदान केंद्र पर सुबह करीब 8$ 30 बजे अपने मत का प्रयोग किया। मायावती ने लोगों से मतदान करने की अपील की। उनके साथ बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के महासचिव सतीश मिश्र ने भी वोट डाला।
लोकसभा चुनाव के सातवें चरण में सात राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों की 89 सीटों पर बुधवार दोपहर तक 25 से 45 प्रतिशत तक मतदान होने की खबर है। पश्चिम बंगाल की 9 सीटों के लिए भारी मतदान हो रहा है। राज्य में दोपहर तक 45 प्रतिशत मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर चुके थे।
गुजरात, उत्तर प्रदेश, बिहार और पंजाब में दोपहर तक करीब 25 प्रतिशत मतदान होने की खबर है। जम्मू कश्मीर की श्रीनगर सीट पर सुबह 11 बजे तक लगभग 14 प्रतिशत मतदान हुआ।
तेलंगाना में मतदान की रफ्तार धीमी रही। वहां दस बजे तक 14 प्रतिशत मतदान हुआ। सुबह मतदान करने वालों में भारतीय जनता पार्टी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी और पार्टी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी शामिल थे। मोदी गुजरात के वडोदरा से तथा आडवाणी गांधीनगर से चुनाव मैदान में हैं।
आज विभिन्न राजनीतिक दलों के कई दिग्गजों के भाग्य का फैसला होगा। इनमें कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, नरेन्द्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह, भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी एवं अरूण जेटली, बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान, नेशनल कांफे्रंस के नेता और केन्द्रीय मंत्री फारूक अब्दुल्ला तथा पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह शामिल हैं।
पश्चिम बंगाल की 9 सीटों के लिए दोपहर तक 45 प्रतिशत मतदान होने की खबर है। पिछले चरणों के मतदान की तरह ही आज भी मतदान केंद्रों पर मतदाताओ की भारी भीड़ दिखाई दे रही है।
राज्य क ी हावड़ा, उलूबेरिया, श्रीरामपुर, हुगली, आरामबाग, बर्दवान (पूर्व), बर्दवान (पश्चिम), बर्दवान, दुर्गापुर, बोलपुर और वीरभूम संसदीय सीट पर कुल 87 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं।
राज्य के एक करोड़ 39 लाख 43 हजार 63 मतदान इनक ी चुनावी किस्मत का फैसला करेंगे। गुजरात की सभी 26 लोकसभा सीटों पर दोपहर तक औसतन 25 प्रतिशत मतदान हुआ है ।
मोदी के क्षेत्र वडोदरा में 40 प्रतिशत से अधिक मतदान की सूचना है। आडवाणी के निर्वाचन क्षेत्र गांधीनगर में 21 प्रतिशत मतदान हुआ है। इस क्षेत्र में मोदी उनकी मां हीरा बा, कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव मधुसूदन मिस्त्री, विधानसभा में विपक्ष के नेता शंकर सिंह वाघेला आदि ने भी मतदान किया।
पंजाब के सभी तेरह लोकसभा क्षेत्रों में 11 बजे तक लगभग 25 प्रतिशत मतदान हुआ। राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी वी के सिंह ने बताया कि सभी सीटों पर शांतिपूर्ण तरीके से मतदान हो रहा है और कहीं से अप्रिय घटना की सूचना नहीं है।
ग्रामीण इलाकों में गेहूं की कटाई का सीजन चल रहा है और इसे देखते हुए किसानों ने सुबह ही मतदान कर दिया था। कुछ इलाकों में सुबह तेज मतदान की खबरें हैं। शहरों में दिन चढ़ते ही बूथों पर बड़ी संख्या में लोगों की कतारें देखी गई।
बिहार में लोकसभा की 40 में से सात सीटों पर चिलचिलाती धूप के बीच पहले पांच घंटे में करीब 32.48 प्रतिशत मतदाताओं ने मताधिकार का प्रयोग किया। राज्य निर्वाचन कार्यालय के अनुसार दोपहर बारह बजे तक सबसे अधिक 36 प्रतिशत मतदान मधेपुरा और बेगूसराय संसदीय क्षेत्र में हुआ है।
समस्तीपुर (सु) में मतदान की गति थोड़ी धीमी है, जहां अभी तक 28 प्रतिशत मतदाताओं ने ही मताधिकार का प्रयोग किया है। इसी तरह खगडिया में 34.59, मधुबनी और दरभंगा में 31-31 तथा झंझारपुर में 30 प्रतिशत मतदान हुआ है।
उधर, साहेबपुर कमाल विधानसभा क्षेत्र के उप चुनाव में दोपहर 12 बजे तक 31 प्रतिशत वोटरों ने मतदान किया। झुलसा देने वाली भीषण गर्मी के बावजूद कई मतदान केन्द्रों पर मतदाताओं की लंबी कतारें लगी हुई हैं।
हर उम्र के लोग बड़े उत्साह से मतदान में हिस्सा ले रहे हैं। कई मतदान केन्द्रों पर महिलाओं की भी लंबी कतारें देखी जा रही हैं।
उत्तर प्रदेश की 14 सीटों के लिए दोपहर तक करीब 25 प्रतिशत मतदान होने की खबर है। मध्य उत्तर प्रदेश और बुंदेलखंड क्षेत्र की इन सीटों पर मतदान शांतिपूर्ण ढंग से चल रहा है।
सुबह जल्दी मतदान करने वालों में बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती शामिल हैं, जिन्होंने लखनऊ में मतदान किया। इस सीट पर भाजपा के राजनाथ सिंह और कांग्रेस की रीता बहुगुणा जोशी के बीच मुकाबला है।
श्रीनगर सीट पर सुबह 11 बजे तक करीब 14 प्रतिशत मतदान हुआ। यहां केंद्रीय मंत्री फारूक अब्दुल्ला चुनाव मैदान मे हैं।
तेलंगाना की 17 लोकसभा तथा विधानसभा की 119 सीटों के लिए एक साथ मतदान हो रहा है।
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नई दिल्ली। लालकिले की ऐतिहासिक बावली को लेकर अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है कि इसे लालकिले के साथ बनाया गया था या फिर उससे पहले। इसके इतिहास को लेकर शुरू से ही विवाद रहा है। क्योंकि लालकिले के स्मारकों के बारे में इस बावली का जिक्र नहीं है। मगर यह बात भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) भी मान रहा है कि यह एक महत्वपूर्ण बावली है। मगर देशवासियों के लिए यह बावली इसलिए अधिक महत्वपूर्ण है कि इस बावली में स्वतंत्रता संग्राम के दौरान अंग्रेजों के खिलाफ आवाज उठाने वाले तीन वीर सैनिकों को रखा गया था। लालकिले के अंदर स्थित इस बावली पर लंबे समय से ताला लगा था और पर्यटकों का वहां तक जाना मना था। मगर एएसआइ ने अब इसके नजदीक जाने के लिए पर्यटकों को इजाजत दे दी है।
एएसआइ से जुडे़ सूत्रों का कहना है कि बावली के जिस भाग में स्वतंत्रता सेनानियों के लिए जेल बनाई गई थी, इस भाग को पर्यटकों को दिखाने पर विचार किया जा रहा है। मगर मुख्य समस्या सुरक्षा व्यवस्था को लेकर है। एएसआइ के पास कर्मचारियों की कमी है और जेल के आगे वाला भाग खतरनाक है। बावली के अंदर बनी जेल को दिखाने के लिए इस भाग को बंद करना होगा या फिर पर्यटकों को रोकने के लिए उस भाग में कर्मचारी लगाने होंगे। मगर एएसआइ में यह बात तेजी से उठ रही है कि इसे पर्यटकों के लिए खोला जाना चाहिए। यहां बता दें कि लालकिले में प्रवेश करने के बाद जैसे ही आप छत्ता बाजार से आगे पहुंचते हैं, बाई ओर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी संग्रहालय है। इसी रास्ते पर थोड़ा आगे जाकर दाहिनी ओर बावली है। इसी बावली के अंदर जेल बनी है। अंग्रेजों के खिलाफ बगावत कर ब्रिटिश आर्मी से लड़ाई के दौरान बर्मा में जनरल शाहनवाज खान और उनके दल को ब्रिटिश आर्मी ने 1945 में बंदी बना लिया था। नवंबर, 1946 में मेजर जनरल शाहनवाज खान, कर्नल प्रेम सहगल और कर्नल गुरुबक्श सिंह को इसी जेल में रखा गया था। इन पर अंग्रेजी हकूमत ने राजद्रोह का मुकदमा चलाया था, लेकिन भारी जनदबाव के चलते ब्रिटिश आर्मी के जनरल आक्निलेक को न चाहते हुए भी आजाद हिंद फौज के इन अफसरों को अर्थदंड लगाकर छोड़ने को विवश होना पड़ा था।
परशुराम जयंती पर विशेष धनुर्विद्या के गुरु थे परशुराम
परशुराम महर्षि जमदग्नि और रेणुका के महान पराक्रमी पुत्र थे जिन्होंने पृथ्वी को क्षत्रियहीन करने के लिए उनका 21 बार सामूहिक रूप से संहार किया था। भृगुवंशी होने से यह भार्गव।
जमदग्नि होने से जामदग्न्य और नाम से केवल राम होते हुए महादेव द्वारा उनके प्रसिद्ध शस्त्र पर परशु प्राप्त करने से परशुराम कहलाए। कहते हैं कि गुरु द्रोणाचार्य ने परशुराम से धनुर्विद्या की शिक्षा ली थी।
हरिवंशपुराण के अनुसार परशुराम से जुड़ी दो प्राचीन कहानियों का उल्लेख मिलता है। कहते हैं प्राचीन समय में महिष्मती नगरी पर शक्तिशाली हैययवंशी क्षत्रिय कीर्तिवीर्य अर्जुन (सहस्त्रबाहु) का शासन था। वह बहुत अभिमानी था और अत्याचारी भी।
एक बार अग्निदेव ने सहस्त्रबाहु से भोजन कराने का आग्रह किया। तब सहस्त्रबाहु ने घमंड में आकर कहा कि आप जहां से चाहें, भोजन प्राप्त कर सकते हैं, सभी ओर मेरा ही राज है। तब अग्निदेव ने वनों को जलाना शुरु किया।
एक वन में ऋषि आपव तपस्या कर रहे थे। अग्नि ने उनके आश्रम को भी जला डाला। इससे क्रोधित होकर ऋषि ने सहस्त्रबाहु को श्राप दिया कि भगवान विष्णु, परशुराम के रूप में जन्म लेंगे और न सिर्फ सहस्त्रबाहु का नहीं बल्कि समस्त क्षत्रियों का सर्वनाश करेंगे। इसी श्राप के फलस्वरूप भगवान विष्णु ने भार्गव कुल में महर्षि जमदग्नि के पांचवें पुत्र के रूप में जन्म लिया।
पृथ्वी बनीं गौ माता
एक अन्य कथा के अनुसार जब क्षत्रिय राजाओं का अत्याचार बहुत बढ़ गया तो पृथ्वी माता गाय के रूप में भगवान विष्णु के पास गईं और अत्याचारियों का नाश करने का आग्रह किया। तब भगवान विष्णु ने उन्हें वचन दिया कि वे धर्म की स्थापना के लिए महर्षि जमदग्नि के पुत्र में रूप में अवतार लेकर अत्याचारियों का सर्वनाश करेंगे।
धनुर्विद्या के गुरु थे परशुराम
पौराणिक कथा में वर्णित है कि महेंद्रगिरी पर्वत भगवान परशुराम की तप की जगह थी। परशुराम इस धरती पर ऐसे महापुरुष हुए हैं जिनकी धनुर्विद्या की कोई पौराणिक मिसाल नहीं है। पितामह भीष्म, द्रोणाचार्य और खुद कर्ण ने भी परशुराम से ही धनुर्विद्या की शिक्षा ली थी।
महाभारत में उल्लेख मिलता है कि अर्जुन धनुर्विद्या निपुण थे। अर्जुन साधना के बल पर पानी में देखकर घूमती हुई मछली की आंख को वेध दिया था। शास्त्रों के अनुसार चार वेद हैं और तरह चार उपवेद हैं।
इन उपवेदों में पहला आयुर्वेद है। दूसरा शिल्प वेद है। तीसरा गंधर्व वेद और चौथा धनुर्वेद है। इस धनुर्वेद में धनुर्विद्या का सारा रहस्य मौजूद है।