शनिवार, 1 जून 2013

7 महाद्वीपों के शिखर पर फहराया तिरंगा

7 महाद्वीपों के शिखर पर फहराया तिरंगा

नई दिल्ली। महिला साहस की अद्वितीय मिसाल बन चुकीं झारखंड के जमशेदपुर की महिला पर्वतारोही प्रेमलता अग्रवाल ने दुनिया के सात महाद्वीपों के सर्वोच्च शिखर पर तिरंगा लहराने का अनूठा कारनामा कर दिखाया है और यह उपलब्धि हासिल करने वाली वह पहली भारतीय महिला बन गई है।

50 वर्षीय और दो बेटियों की मां प्रेमलता ने गत 23 मई को उत्तरी अमेरिका के अलास्का स्थित सर्वोच्च शिखर माउंट मैककिनले (6194मी) को फतह किया और इसके साथ ही उन्होंने सात महाद्वीपों की सबसे ऊंची चोटियों पर पहुंचने का अद्भुत रिकार्ड बना दिया। प्रेमलता का स्वदेश वापसी पर शुक्रवार को राजधानी में भव्य स्वागत किया गया।

महिला साहस की प्रतिमूर्ति नजर आ रही प्रेमलता ने कहा कि मैं एक हाऊसवाइफ थी और अब भी हूं। लोगों का यह मानना है कि 40 वर्ष के बाद भारतीय महिलाएं कुछ नहीं कर सकती हैं लेकिन मैं लोगों की इसी सोच को बदलना चाहती थी। मुझे खुशी है कि मैंने वह कारनामा किया है जिससे लोग अपनी यह संकीर्ण सोच बदलने पर मजबूर हो जाएंगे।

प्रेमलता का सात महाद्वीपों की शीर्ष चोटियों को फतह करने का रोमांचक सफर छह जून 2008 को अफ्रीका में किलिमंजारो (5895 मीटर) पर जीत हासिल करने के साथ शुरू हुआ था। प्रेमलता ने फिर 20 मई 2011 को एशिया और दुनिया के सर्वोच्च शिखर माउंट एवरेस्ट (8848 मी) को फतह किया। पkश्री से सम्मानित जमशेदपुर की प्रेमलता ने 10 फरवरी 2012 कोदक्षिण अमेरिका के एकोनकागुआ (6962 मी), बारह अगस्त 2012 को यूरोप के एल्ब्रास (5642 मी), बाईस अक्टूबर 2012 को आस्ट्रेलिया-ओसनिवा के कार्सटेंस पिरामिड (4884 मी), पांच जनवरी 2013 को आंटार्टिका के विनसन मैसिफ (4892 मी) और 23 मई 2013 को उत्तरी अमेरिका के माउंट मैककिनले (6194 मी) को फतह किया।

प्रेमलता ने कहा कि मेरी यह सफलता अकेले की नहीं है। मेरे परिवार के सदस्यों, मेरे ससुरावल वालों, पति विमल अग्रवाल और दोनों बेटियों, मेरी आदर्श बछेन्द्री पाल, टाटा स्टील और मेरे पिछले अभियान के प्रायोजक नन्दलाल यंगटा ने मुझे अभूतपूर्व सहयोग दिया जिसके कारण में इस मुकाम तक पहुंच सक ी।

बैठक से पहले राजीव शुक्ला का इस्तीफा

बैठक से पहले राजीव शुक्ला का इस्तीफा
नई दिल्ली। स्पॉट फिक्सिंग मामले से उपजे विवाद के बाद इस्तीफा देने का सिलसिला आगे बढ़ाते हुए शनिवार शाम राजीव शुक्ला ने आईपीएल के आयुक्त पद से इस्तीफा दे दिया है। शुक्ला के इस्तीफे के बाद बीसीसीआई अध्यक्ष श्रीनिवासन पर भी अब दबाव और बढ़ गया है।

गौरतलब है कि राजीव शुक्ला के इस्तीफा देने से पहले बीसीसीआई के दो अधिकारियों- संजय जगदाले और अजय शिर्के शुक्रवार को त्यागपत्र दे चुके हैं। रविवार को बीसीसीआई की बैठक होने वाली है, इससे पहले ही शुक्ला ने इस्तीफा दे दिया।

शुक्ला से जब यह प्रश्A किया गया कि वे अपने पद से इस्तीफा क्यों दे रहे हैं तो उन्होंने कहा विवादों के चलते मैं इस पद नहीं रहना चाहता हूं।


वहीं,भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष एन. श्रीनिवासन को पद से इस्तीफा देने के लिए मजबूर करने की कोशिशें तेज हो गई हैं तथा कथिततौर पर बोर्ड के पांच उपाध्यक्षों ने श्रीनिवासन को अल्टीमेटम देते हुए कहा है कि वह इस पद से इस्तीफा दें नहीं तो अन्य शीर्ष अधिकारी बोर्ड से इस्तीफा दे देंगे।

श्रीनिवासन पर इस्तीफे के चौतरफा दबाव के बीच बोर्ड की आपात बैठक आठ जून के बजाय अब रविवार को चेन्नई में आयोजित की जाएगी। इस बैठक में बीसीसीआई के सभी पांच उपाध्यक्ष तथा बोर्ड की समिति के सभी 16 सदस्यों के उपस्थित रहने की उम्मीद जताई जा रही है।

बोर्ड की आठ जून को होने वाली बैठक को रविवार को आयोजित करने का फैसला उस बयान के कुछ घंटे बाद सामने आया है जिसमें कथित तौर बोर्ड के पांचों उपाध्यक्षों ने श्रीनिवासन को अल्टीमेटम भेज कर कहा था कि यदि वह इस्तीफा नहीं देते हैं तो सभी बोर्ड उपाध्यक्ष पद छोड़ देंगे। दुनिया के सबसे अमीर और पावरफुल क्रिकेट बोर्ड के विवादों में इस तरह घिरने से इसकी छवि को भारी नुकसान हुआ है।

इस बीच बीसीसीआई उपाध्यक्ष तथा दिल्ली और क्रिकेट संघों के प्रमुख अरूण जेटली ने मीडिया को भरोसा दिलाया है कि इस पूरे मामले का हल अगले 24 घंटों में निकल आएगा। सूत्र बताते हैं कि सुबह अनुराग ठाकुर ने श्रीनिवासन से मुलाकात की थी। ऎसा माना जा रहा है कि श्रीनिवासन फिक्सिंग मामले की जांच होने तक पद से हट सकते हैं तथा उनकी जगह शशांक मनोहर को जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। ज्ञातव्य है कि हाल ही में जेटली के घर पर इस पूरे मामले को लेकर हुई बैठक के बाद आईपीएल चेयरमैन राजीव शुक्ला ने भी श्रीनिवासन को बोर्ड से दूर रहने की अपील की थी।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार क्रिकेट बोर्ड के कोषाध्यक्ष अजय शिर्के और सचिव संजय जगदाले के इस्तीफे के बाद श्रीनिवासन पर इस्तीफे के लिए दबाव बढ़ाए जाने के बाबत कई और अधिकारियों के इस्तीफे की संभावना जताई जा रही है। संयुक्त सचिव अनुराग ठाकुर ने कहा कि यह नंबर गेम का मामला नहीं है। हर कोई चाहता है कि गंदगी दूर हो। जेटली, निरंजन शाह, सुधीर दबीर, चितरक मित्रा, शिवलाल यादव भी श्रीनिवासन का इस्तीफा चाहते हैं और उन पर दबाव बनाने के लिए इस्तीफा दे सकते हैं। हालांकि अधिकारिक रूप से इनमें से किसी ने भी अभी इस्तीफा देने की बात नहीं की है।

हालांकि सूत्रों का कहना है कि श्रीनिवासन चौतरफा दबाव के बावजूद भी अपने पद पर बने रह सकते हैं। बोर्ड अध्यक्ष आईपीएल छह में स्पाट फिक्सिंग कांड के बाद से ही इस्तीफे की मंाग को नकारते रहे हैं। उन्होंने बकायदा एक प्रेस कांफ्रेंस कर साफ किया था कि उनका फिक्सिंग मामले से लेना देना नहीं है और वह अपने पद से इस्तीफा नहीं देंगे। श्रीनिवासन के दामाद और चेन्नई सुपर किंग्स के टीम प्रिंसिपल गुरूनाथ मयप्पन के सट्टेबाजी में लिप्त होने के खुलासे और फिर उनकी गिरफ्तारी के बाद से ही बोर्ड अध्यक्ष सवालों के घेरे में हैं।

बीसीसीआई में इस समय श्रीनिवासन पर दबाव की राजनीति अपने चरम पर है और बोर्ड के दो शीर्ष सदस्यों सचिव जगदाले और कोषाध्यक्ष शिर्के ने अपना बोर्ड अध्यक्ष के खिलाफ अपना इस्तीफा सौंप दिया है। बीसीसीआई में 30 सदस्य हैं जिसमें विभिन्न राज्यों के क्रिकेट बोर्डो के प्रमुख भी शामिल हैं। बोर्ड के कई सदस्य इस समय श्रीनिवासन के खिलाफ हैं लेकिन करीब 10 सदस्य उनके समर्थन में भी हैं। ऎसे में यदि उनके खिलाफ वोटिंग होती है तो संभवत श्रीनिवासन को मजबूरन अपने पद से इस्तीफा देना पड़े।

जोशी कांग्रेस संदेश यात्रा जैसलमेर जिला प्रभारी मनोनित

जोशी  कांग्रेस संदेश यात्रा जैसलमेर जिला प्रभारी मनोनित

बाड़मेर, 01 जून।

जिला कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष यज्ञदत्त जोशी को कांग्रेस संदेश यात्रा के पखवाड़ा कार्यक्रम के लिए जैसलमेर जिले का प्रभारी मनोनित किया गया हैं। इस संबंध में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डा. चन्द्रभान ने प्रदेश के 39 जिलो के प्रभारी बनाए गए हैं। जैसलमेर जिले के लिए जोशी के अलावा जोधपुर के प्रकाश टाटिया को भी प्रभारी बनाया गया हैं। वह 1 जून से 15 जून तक ब्लाक स्तर पर मनाए जाने वाले कांग्रेस संदेश यात्रा संबंधी पखवाड़े की प्रभावी मानिटरिंग करेगे। साथ ही कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में हुए कार्यों को अधिक से अधिक लोगो के बीच पहुंचाने के लिए ब्लाक अध्यक्ष को निर्देशित करेगे। मनोनयन के बाद जोशी ने बताया कि यह पखवाड़ा ब्लाक स्तर पर मनाया जाएगा जिसमें ब्लाक अध्यक्षो के नेतृत्व में सरकार की काम-काज एवं कांग्रेस की रीति-नीति के बारे में ज्यादा से ज्यादा प्रचार किया जाएगा। कार्यक्रम में अधिक से अधिक जनभागीदारी सुनिशिचत करने के लिए वह सभी ब्लाक अध्यक्षो से संपर्क में हैं।

बाड़मेर ..बीते चौबीस घंटो में आधा दर्जन मामले दर्ज

बाड़मेर ..बीते चौबीस घंटो में आधा दर्जन मामले दर्ज 





बाड़मेर जिले के विभिन थाना क्षेत्रो में बीते चौबीस घंटों में आधा दर्जन से अधिक मामले दर्ज हुए .पुलिस अधीक्षक राहुल बारहट के अनुसार लालाराम पुत्र मन्जीराम जाट नि. अमरजी की ढ़ाणी ने मुलजिम गोपाराम पुत्र चुतराराम जाट नि. अमरजी की ढ़ाणी वगेरा 2 के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिमान द्वारा मुस्तगीस को रास्ते जाते हुए को रोककर मारपीट करना वगेरा पर मुलजिमान के विरूद्व पुलिस थाना गिड़ा पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है।
इसी तरह श्री भगाराम पुत्र वोताराम कलबी नि. बालोतरा ने मुलजिम जितेन्द्रसिंह पुत्र आनन्दसिंह राजपूत नि. बालोतरा वगेरा 3 के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिमान द्वारा बस को तेजगति से चलाकर मुस्तगीस को राजकार्य में बाधा डालकर मारपीट करना वगेरा पर मुलजिमान के विरूद्व पुलिस थाना बालोतरा पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है।
इसी तरह शैतानसिंह पुत्र शंकरसिंह खारवाल नि. पचपदरा ने मुलजिम जितेन्द्रसिंह पुत्र आनन्दसिंह राजपूत नि. बालोतरा वगेरा 3 के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिमान द्वारा मुस्तगीस को रोककर शराब के लिए रूपये मांगना, मना करने पर मारपीट करना, टैक्सी के कांच तोड़कर रूपये चोरी कर ले जाना वगेरा पर मुलजिमान के विरूद्व पुलिस थाना बालोतरा पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है।
इसी तरह चम्पालाल पुत्र सवार्इराम मेगवाल नि. चौहटन ने मुलजिम ट्रक नम्बर आरजे 15 जीए 0881 का चालक के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिम द्वारा ट्रक को तेजगति व लापरवाही से चलाकर मोटर सार्इकल के टकर मारना जिससे फगलुनाथ के चोटे आने से मृत्यु होना वगेरा पर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना सदर पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है।
इसी तरह डूंगराराम पुत्र विरधाराम मेगवाल नि. खोखसर ने मुलजिम सोडनाथ पुत्र सोननाथ जोगी नि. उण्डू थाना षिव के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिम द्वारा मुस्तगीस को धोखा देकर एक लाख अस्सी हजार रूपये हड़पना वगेरा पर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना गिड़ा पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है।
इसी तरह प्रभुलाल पुत्र सुर्जनमल माहेष्वरी नि. चौहटन ने मुलजिम अज्ञात के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि अज्ञात मुलजिम द्वारा मुस्तगीस की दुकान के ताले तोड़कर अन्दर से दस हजार रूपये व चांदी का कड़ा चुराकर ले जाना वगेरा पर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना चौहटन पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है।

यातायात में बाधा डालने वाले सात जने गिरफ्तार

यातायात में बाधा डालने वाले सात जने गिरफ्तार


जैसलमेर पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर पंकज चौधरी द्वारा कस्बा जैसलमेर एंव पोकरण में यातायात व्यवस्था को सुदृढ बनाने के निर्देशो के अनुसार प्रभारी यातायात शाखा जैसलमेर लालाराम उनि के नेतृत्व में हैड कानि0 निश्चल केवलिया, गड़ीसर प्रोल के पास सब्जी एवं फलों के ठेलो को बेतर्तीब खडे करने वाले पिंटेस पुत्र भोजाराम जाति माली उम्र 25 साल निवासी ढिब्बा पाडा जैसलमेर एवं कमलकिशोर पुत्र लक्ष्मीचंद सेवक उम्र 37 निवासी अमरसागर को 60 पुलिस एक्ट के तहत गिरफतार कर न्यायालय में पेश किया जाकर जमानत पर रिहा किया गया।
इस प्रकार कस्बा पोकरण में यातायात व्यवस्था सुदृढ बनाने हेतु रमनलाल हैड कानि0 प्रभारी यातायात शाखा पोकरण मय जाब्ता द्वारा पोकरण में विभिन्न जगहों पर सब्जी एवं फलों के ठेलो को बेतर्तीब खडे करने वाले लक्ष्मणराम पुत्र राधाकिशन माली निवासी रेल्वे स्टेशन पोकरण, र्इश्वर पुत्र किशन जाट निवासी गोकुलपुर चितौडगढ हाल पोकरण, महबूबखा पुत्र वलीमोहम्मद निवासी सिपाहियों का मोहल्ला पोकरण, पप्पूराम पुत्र राणाराम गवारियो निवासी भवानीपुरा पोकरण एवं हीलालाल पुत्र मोहनलाल माली निवासी फलोदी को 60 पुलिस एक्ट के तहत गिरफतार किया गया।

जैसलमेर दो शराबी गिरफतार

दो शराबी गिरफतार

जैसलमेर स्पेशल टीम हुकमा राम मुआ मय जाब्ता मय भंवर सिहं सउनि द्वारा दौराने गश्त गडीसर तालाब जैसलमेर पर शराब के नशे मे मदहोश होकर आम रोड पर उत्पात मचा रहे गैर सायल देवेन्द्र सिंह पुत्र भगवान सिंह जाति हजूरी नि0 गांधी कोलोनी जैसलमेर व मनोहर राम पुत्र मुल्ताना राम जाति मेगवाल नि0 खुर्इयाला थाना रामगढ को 60 पुलिस एक्ट मे गिरफतार कर जमानत पर आजाद किया गया।
इसी प्रकार शनिवार को चिमना राम उनि मय जाब्ता द्वारा दौराने गश्त रेल्वे स्टेशन जैसलमेर पर लडार्इ झगडा कर रहे गैर सायल कैलाश पुत्र भोजराज माली नि0 वालिमकी कोलोनी जैसलमेर को धारा 151 सीआरपीसी मे मे गिर0 किया गया।

शिकायताें को लेकर सरकार गंभीर, बनेगा शिकायत निवारण तंत्र


शिकायताें को लेकर सरकार गंभीर, बनेगा शिकायत निवारण तंत्र 

-
महात्मा गांधी नरेगा योजना के कि्रयान्वयन संबंधित शिकायताें को लेकर केन्द्र सरकार गंभीर।


बाड़मेर, 01 जून। महात्मा गांधी नरेगा के कि्रयान्वयन संबंधित शिकायताें को लेकर केन्द्र सरकार ने गंभीर रवैया अपनाते हुए जिला एवं पंचायत समिति स्तर पर शिकायताें के निस्तारण के लिए समुचित तंत्र विकसित करने के निर्देश दिए है। शिकायताें का जन अभाव अभियोग निराकरण नियम 2010 के नियम 5 एवं महात्मा गांधी नरेगा अधिनियम 2005 की धारा 23 के प्रावधानाें के अनुसार निर्धारित अवधि में करने को कहा गया है।

ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सी.एस.राजन ने जिला स्तर पर महात्मा गांधी नरेगा योजना के कि्रयान्वयन के संबंध में प्राप्त प्रत्येक शिकायत को रजिस्टर में दर्ज करने के निर्देश दिए है। यह शिकायत लिखित, मौखिक, शिकायत पेटी एवं हैल्पलाइन सुगम के माध्यम से प्राप्त हो सकती है। शिकायताें का जन अभाव अभियोग निराकरण नियम 2010 के नियम 5 एवं महात्मा गांधी नरेगा अधिनियम 2005 की धारा 23 के प्रावधानाें के अनुसार निर्धारित अवधि में करने को कहा गया है। निर्देशाें के अनुसार धारा 23 के अन्तर्गत निर्धारित अवधि में शिकायत का निस्तारण नहीं होने पर इसे नरेगा अधिनियम के प्रावधानाें का उल्लंघन मानते हुए धारा 25 के अन्तर्गत दोषी अधिकारीकर्मचारी के विरूद्व कार्यवाही की जाए। शिकायत की जांच के उपरांत अगर शिकायत के तथ्य सही पाए जाते है और प्रकरण में प्रथम दृष्तया वित्तीय अनियमितता, गबन, महात्मा गांधी नरेगा अधिनियम के प्रावधानाें का उल्लंघन या कोर्इ आपराधिक कृत्य पाया जाता है तो दोषी कार्मिकाेंजन प्रतिनिधियाें के खिलाफ जन अभाव अभियोग निराकरण नियम 2010 के नियम 5(3) के अनुसार 30 दिन के भीतर कार्यवाही की जाएगी। शिकायत में जांच के निष्कर्ष का इन्द्राज भी शिकायत रजिस्टर में करने के साथ निष्कर्ष से शिकायतकर्ता को अवगत कराने को कहा गया है। जन अभाव अभियोग निराकरण नियम 2010 के नियम 8 के अनुसार ग्राम पंचायत एवं पंचायत समिति स्तर पर प्राप्त शिकायताें के निस्तारण की जिम्मेदारी कार्यक्रम अधिकारी, जिला स्तर पर प्राप्त शिकायताें के निस्तारण की जिम्मेदारी अधीनस्थ अधिकारियाेंकर्मचारियाें के साथ-साथ जिला कार्यक्रम समन्वयक की होगी।

अब आसानी से बंद नहीं होगी शिकायत की फाइल: आमतौर पर शिकायताें की फाइलाें को बंद करने को गंभीरता से लेते हुए केन्द्र सरकार ने शिकायतकर्ता को उसकी शिकायत पर की गर्इ कार्यवाहीजांच रिपोर्ट से अवगत कराने को कहा है। उसको एक फीडबैक फार्म भी भेजा जाएगा, ताकि वह अपनी राय से अवगत करा सके। कार्रवार्इ रिपोर्ट की प्रापित के एक माह के भीतर शिकायतकर्ता किसी प्रकार का पत्राचार या संपर्क नहीं करता है तो फाइल को बंद किया जा सकता है।

अनियमितता पर होगी कार्यवाही: शिकायत की जांच के बाद यदि वित्तीय अनियमितता, गबन, योजना के कि्रयान्वयन में लापरवाही एवं अनुशासनहीनता, नरेगा अधिनियम 2005 के प्रावधानाें का उल्लंघन या कोर्इ आपराधिक कृत्य पाया जाता है तो दोषी कार्मिकाेंजन प्रतिनिधियाें के विरूद्व उनसे संबंधित सेवा नियमाें के प्रावधानाें के अनुसार कार्यवाही की जाएगी। राजकीय कर्मचारियाेंअधिकारियाें के विरूद्व राजस्थान सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण एवं अपील) नियम 1958, पंचायतीराज विभाग के कर्मचारियाें के विरूद्व कार्यवाही राजस्थान पंचायतीराज नियम 1996, जन प्रतिनिधियाें के विरूद्व राजस्थान पंचायतीराज अधिनियम 1994 की धारा 38 एवं संविदा कार्मिकाें के विरूद्व संविदा अनुबंध के प्रावधानाें के अनुसार कार्यवाही की जाएगी।

किसके पास हो सकती है अपील: महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी (जन अभाव अभियोग निराकरण) नियम, 2010 के नियम 7 में जन अभाव अभियोग निराकरण अधिकारी के आदेश के विरूद्व शिकायतकर्ता द्वारा अपील का प्रावधान है। कार्यक्रम अधिकारी द्वारा पारित आदेश के विरूद्व अपील जिला कार्यक्रम समन्वयक को और जिला कार्यक्रम समन्वयक के आदेश के विरूद्व अपील निदेशकआयुक्त अतिरिक्त आयुक्त, रोजगार गारंटी राजस्थान को की जा सकती है। बाड़मेर जिले से संबंधित मामलाें में परियोजना निदेशक र्इजीएस को अपील की जा सकती है। राज्य सरकार ने अतिरिक्त आयुक्त प्रथम को भरतपुर, अजमेर, अतिरिक्त आयुक्त द्वितीय को जयपुर,बीकानेर एवं परियोजना निदेशक र्इजीएस को जोधपुर, उदयपुर एवं कोटा संभाग अपील सुनने के लिए आवंटित किए हैं।

फ्लैगशिप योजनाआें की समीक्षा बैठक 6 को

-अतिरिक्त मुख्य सचिव उधोग सुनील अरोड़ा करेंगे योजनाआें की समीक्षा

बाड़मेर, 01 जून। अतिरिक्त मुख्य सचिव उधोग सुनील अरोड़ा 6 जून को बाड़मेर प्रवास के दौरान फ्लैगशिप योजनाआें की समीक्षा करेंगे। संबंधित अधिकारियाें को इस बैठक में फ्लैगशिप योजनाआें की प्रगति की सूचना के साथ उपसिथत होने के निर्देश दिए गए हैं।

जिला कलेक्टर भानू प्रकाष एटूरू ने बताया कि कांफेंस हाल में शाम 4 बजे आयोजित होने वाली बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव सुनील अरोड़ा फ्लैगशिप योजनाआें की समीक्षा करेंगे। इस दौरान संबंधित अधिकारियाें को योजनाआें की प्रगति रिपोर्ट के साथ स्वयं को उपसिथत होने के निर्देश दिए गए है। मुख्य कार्यकारी अधिकारी एल.आर.गुगरवाल ने बताया कि इस दौरान फ्लैगशिप योजनाआें मुख्यमंत्री अन्न सुरक्षा योजना, मुख्यमंत्री नि:शुल्क दवा योजना,राजस्थान जननी शिशु सुरक्षा योजना, मुख्यमंत्री पशुधन नि:शुल्क दवा योजना, मुख्यमंत्री ग्रामीण बीपीएल आवास योजना , मुख्यमंत्री शहरी बीपीएल आवास योजना, अफोर्डेबल हाउसिंग पालिसी-2009, राजस्थान लोक सेवाआें के प्रदान करने की गारंटी अधिनियम, 2011,राजस्थान सुनवार्इ का अधिकार अधिनियम, 2012, मुख्यमंत्री ब्याज मुक्त फसली ऋण योजना, मुख्यमंत्री बीपीएल जीवन रक्षा कोष, मुख्यमंत्री उच्च शिक्षा छात्रवृति योजना, 2012, राजीव गांधी डिजिटल विधार्थी योजना, मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना एवं राजस्थान ग्रामीण सड़क विकास योजना की प्रगति की समीक्षा की जाएगी।

कामना पूरी करें.रुद्राक्ष की माला से.....

कामना पूरी करें.रुद्राक्ष की माला से.....

पंडित दयानन्द शास्त्री




देवाधिदेव भगवान भोलेनाथ की उपासना में रुद्राक्ष का अत्यन्त महत्व
है...रुद्राक्ष शब्द की विवेचना से यह स्पष्ट हो जाता है कि इसकी
उत्पत्ति महादेव जी के अश्रुओं से हुई है- रुद्रस्य अक्षि रुद्राक्ष:,
अक्ष्युपलक्षितम्अश्रु, तज्जन्य: वृक्ष:... शिव महापुराण की
विद्येश्वरसंहिता तथा श्रीमद्देवीभागवत में इस संदर्भ में कथाएं मिलती
हैं... उनका सारांश यह है कि अनेक वर्षो की समाधि के बाद जब सदाशिव ने
अपने नेत्र खोले, तब उनके नेत्रों से कुछ आँसू पृथ्वी पर गिरे...और उनके
उन्हीं अश्रुबिन्दुओं से रुद्राक्ष के महान वृक्ष उत्पन्न हुए...
रुद्राक्ष धारण करने से तन-मन में पवित्रता का संचार होता है...
रुद्राक्ष पापों के बडे से बडे समूह को भी भेद देते हैं... चार वर्णो के
अनुरूप ये भी श्वेत, रक्त, पीत और कृष्ण वर्ण के होते हैं...ऋषियों का
निर्देश है कि मनुष्य को अपने वर्ण के अनुसार रुद्राक्ष धारण करना
चाहिए... भोग और मोक्ष, दोनों की कामना रखने वाले लोगों को रुद्राक्ष की
माला अथवा मनका जरूर पहनना चाहिए... विशेषकर शैव मताबलाम्बियो के लिये तो
रुद्राक्ष को धारण करना अनिवार्य ही है.... जो रुद्राक्ष आँवले के फल के
बराबर होता है, वह समस्त अरिष्टों का नाश करने में समर्थ होता है... जो
रुद्राक्ष बेर के फल के बराबर होता है, वह छोटा होने पर भी उत्तम फल देने
वाला व सुख-सौभाग्य की वृद्धि करने वाला होता है... गुंजाफल के समान बहुत
छोटा रुद्राक्ष सभी मनोरथों को पूर्ण करता है... रुद्राक्ष का आकार
जैसे-जैसे छोटा होता जाता है, वैसे-वैसे उसकी शक्ति उत्तरोत्तर बढती जाती
है... विद्वानों ने भी बडे रुद्राक्ष से छोटा रुद्राक्ष कई गुना अधिक
फलदायी बताया है किन्तु सभी रुद्राक्ष नि:संदेह सर्वपापनाशक तथा
शिव-शक्ति को प्रसन्न करने वाले होते हैं... सुंदर, सुडौल, चिकने, मजबूत,
अखण्डित रुद्राक्ष ही धारण करने हेतु उपयुक्त माने गए हैं... जिसे कीडों
ने दूषित कर दिया हो, जो टूटा-फूटा हो, जिसमें उभरे हुए दाने न हों, जो
व्रणयुक्त हो तथा जो पूरा गोल न हो, इन पाँच प्रकार के रुद्राक्षों को
दोषयुक्त जानकर त्याग देना ही उचित है... जिस रुद्राक्ष में अपने-आप ही
डोरा पिरोने के योग्य छिद्र हो गया हो, वही उत्तम होता है... जिसमें
प्रयत्न से छेद किया गया हो, वह रुद्राक्ष कम गुणवान माना जाता है...

रुद्राक्ष, तुलसी आदि दिव्य औषधियों की माला धारण करने के पीछे वैज्ञानिक
मान्यता यह है कि होंठ व जीभ का प्रयोग कर उपांशु जप करने से साधक की
कंठ-धमनियों को सामान्य से अधिक कार्य करना पड़ता है जिसके परिणामस्वरूप
कंठमाला, गलगंड आदि रोगों के होने की आशंका होती है। उसके बचाव के लिए
गले में उपरोक्त माला पहनी जाती है।
रुद्राक्ष अपने विभिन्न गुणों के कारण व्यक्ति को दिया गया ‘प्रकृति का
अमूल्य उपहार है’ मान्यता है कि रुद्राक्ष की उत्पत्ति भगवान शिव के
नेत्रों से निकले जलबिंदुओं से हुई है. अनेक धर्म ग्रंथों में रुद्राक्ष
के महत्व को प्रकट किया गया है जिसके फलस्वरूप रुद्राक्ष का महत्व जग
प्रकाशित है. रुद्राक्ष को धारण करने से समस्त पाप नष्ट हो जाते हैं इसे
धारण करके की गई पूजा हरिद्वार, काशी, गंगा जैसे तीर्थस्थलों के समान फल
प्रदान करती है.
रुद्राक्ष की माल द्वारा मंत्र उच्चारण करने से फल प्राप्ति की संभावना
कई गुना बढ़ जाती है.इसे धारण करने से व्यक्ति को सकारात्मक ऊर्जा
प्राप्त होती है. रुद्राक्ष की माला अष्टोत्तर शत अर्थात 108 रुद्राक्षों
की या 52 रुद्राक्षों की होनी चाहिए अथवा सत्ताईस दाने की तो अवश्य हो इस
संख्या में इन रुद्राक्ष मनकों को पहना विशेष फलदायी माना गया है. शिव
भगवान का पूजन एवं मंत्र जाप रुद्राक्ष की माला से करना बहुत प्रभावी
माना गया है तथा साथ ही साथ अलग-अलग रुद्राक्ष के दानों की माला से जाप
या पूजन करने से विभिन्न इच्छाओं की पूर्ति होती है.धारक को शिवलोक की
प्राप्ति होती है, पुण्य मिलता है, ऐसी पद्मपुराण, शिव महापुराण आदि
शास्त्रों में मान्यता है।

शिवपुराण में कहा गया है :
यथा च दृश्यते लोके रुद्राक्ष: फलद: शुभ:।
न तथा दृश्यते अन्या च मालिका परमेश्वरि:।।

अर्थात विश्व में रुद्राक्ष की माला की तरह अन्य कोई दूसरी माला फलदायक
और शुभ नहीं है।

श्रीमद्- देवीभागवत में लिखा है :
रुद्राक्षधारणाद्य श्रेष्ठं न किञ्चिदपि विद्यते। अर्थात विश्व में
रुद्राक्ष धारण से बढ़कर श्रेष्ठ कोई दूसरी वस्तु नहीं है।

रुद्राक्ष दो जाति के होते हैं- रुद्राक्ष एवं भद्राक्ष...

रुद्राक्ष के मध्य में भद्राक्ष धारण करना महान फलदायक होता है-
रुद्राक्षाणांतुभद्राक्ष:स्यान्महाफलम्...
रुद्राक्ष-धारण करने से पहले उसके असली होने की जांच अवद्गय करवा लें।
असली रुद्राक्ष ही धारण करें। खंडित, कांटों से रहित या कीड़े लगे हुए
रुद्राक्ष धारण नहीं करें। जपादि कार्यों में छोटे और धारण करने में बड़े
रुद्राक्षों का ही उपयोग करें।
------------------------------------------
कितनी हो माला में रुद्राक्ष की संख्या ????
(Number of Rudraksha beads in Rudraksha Mala )

माला में रुद्राक्ष के मनकों की संख्या उसके महत्व का परिचय देती है.
भिन्न-भिन्न संख्या मे पहनी जाने वाली रुद्राक्ष की माला निम्न प्रकार से
फल प्रदान करने में सहायक होती है जो इस प्रकार है
-----रुद्राक्ष के सौ मनकों की माला धारण करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है.
------रुद्राक्ष के एक सौ आठ मनकों को धारण करने से समस्त कार्यों में
सफलता प्राप्त होती है. इस माला को धारण करने वाला अपनी पीढ़ियों का
उद्घार करता है
------रुद्राक्ष के एक सौ चालीस मनकों की माला धारण करने से साहस,
पराक्रम और उत्तम स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है.
------ रुद्राक्ष के बत्तीस दानों की माला धारण करने से धन, संपत्ति एवं
आय में वृद्धि होती है.
------ रुद्राक्ष के 26 मनकों की माला को सर पर धारण करना चाहिए
----- रुद्राक्ष के 50 दानों की माला कंठ में धारण करना शुभ होता है.
----- रुद्राक्ष के पंद्रह मनकों की माला मंत्र जप तंत्र सिद्धि जैसे
कार्यों के लिए उपयोगी होती है.
----- रुद्राक्ष के सोलह मनकों की माला को हाथों में धारण करना चाहिए.
------ रुद्राक्ष के बारह दानों को मणिबंध में धारण करना शुभदायक होता है.
------ रुद्राक्ष के 108, 50 और 27 दानों की माला धारण करने या जाप करने
से पुण्य की प्राप्ति होती है.
-------------------------------------------------------------------
किस कार्य हेतु केसी माला धारण करें..???
तनाव से मुक्ति हेतु 100 दानों की,
अच्छी सेहत एवं आरोग्य के लिए 140 दानों की,
अर्थ प्राप्ति के लिए 62 दानों की तथा सभी कामनाओं की पूर्ति हेतु 108
दानों की माला धारण करें।
जप आदि कार्यों में 108 दानों की माला ही उपयोगी मानी गई है।
अभीष्ट की प्राप्ति के लिए 50 दानों की माला धारण करें।
26 दानों की माला मस्तक पर, 50 दानों की माला हृदय पर, 16 दानों की माला
भुजा पर तथा 12 दानों की माला मणिबंध पर धारण करनी चाहिए।
----------------------------------------------------
क्या महत्त्व हें रुद्राक्ष की माला का..??? Significance of Rudraksha
Mala.........

रुद्राक्ष की माला को धारण करने पर इस बात का भी ध्यान रखना आवश्यक होता
है कि कितने रुद्राक्ष की माला धारण कि जाए. क्योंकि रुद्राक्ष माला में
रुद्राक्षों की संख्या उसके प्रभाव को परिलक्षित करती है. रुद्राक्ष धारण
करने से पापों का शमन होता है. आंवले के सामान वाले रुद्राक्ष को उत्तम
माना गया है. सफेद रंग का रुद्राक्ष ब्राह्मण को, रक्त के रंग का
रुद्राक्ष क्षत्रिय को, पीत वर्ण का वैश्य को और कृष्ण रंग का रुद्राक्ष
शुद्र को धारण करना चाहिए.

क्या नियम पालन करें जब करें रुद्राक्ष माला धारण..???
क्या सावधानियां रखनी चाहिए रुद्राक्ष माला पहनते समय..???
जिस रुद्राक्ष माला से जप करते हों, उसे धारण नहीं करें। इसी प्रकार जो
माला धारण करें, उससे जप न करें। दूसरों के द्वारा उपयोग में लाए गए
रुद्राक्ष या रुद्राक्ष माला को प्रयोग में न लाएं।

रुद्राक्ष की प्राण-प्रतिष्ठा कर शुभ मुहूर्त में ही धारण करना चाहिए -
ग्रहणे विषुवे चैवमयने संक्रमेऽपि वा। दर्द्गोषु पूर्णमसे च पूर्णेषु
दिवसेषु च। रुद्राक्षधारणात् सद्यः सर्वपापैर्विमुच्यते॥

ग्रहण में, विषुव संक्रांति (मेषार्क तथा तुलार्क) के दिनों, कर्क और मकर
संक्रांतियों के दिन, अमावस्या, पूर्णिमा एवं पूर्णा तिथि को रुद्राक्ष
धारण करने से सभी पापों से मुक्ति मिलती है। मद्यं मांस च लसुनं पलाण्डुं
द्गिाग्रमेव च। श्लेष्मातकं विड्वराहमभक्ष्यं वर्जयेन्नरः॥
(रुद्राक्षजाबाल-17) रुद्राक्ष धारण करने वाले को यथासंभव मद्य, मांस,
लहसुन, प्याज, सहजन, निसोडा और विड्वराह (ग्राम्यशूकर) का परित्याग करना
चाहिए।

सतोगुणी, रजोगुणी और तमोगुणी प्रकृति के मनुष्य वर्ण, भेदादि के अनुसार
विभिन्न प्रकर के रुद्राक्ष धारण करें। रुद्राक्ष को द्गिावलिंग अथवा
द्गिाव-मूर्ति के चरणों से स्पर्द्गा कराकर धारण करें। रुद्राक्ष
हमेद्गाा नाभि के ऊपर शरीर के विभिन्न अंगों (यथा कंठ, गले, मस्तक, बांह,
भुजा) में धारण करें, यद्यपि शास्त्रों में विशेष परिस्थिति में विद्गोष
सिद्धि हेतु कमर में भी रुद्राक्ष धारण करने का विधान है।

रुद्राक्ष अंगूठी में कदापि धारण नहीं करें, अन्यथा भोजन-द्गाचादि क्रिया
में इसकी पवित्रता खंडित हो जाएगी। रुद्राक्ष पहन कर किसी
अंत्येष्टि-कर्म में अथवा प्रसूति-गृह में न जाएं।

स्त्रियां मासिक धर्म के समय रुद्राक्ष धारण न करें। रुद्राक्ष धारण कर
रात्रि शयन न करें। रुद्राक्ष में अंतर्गर्भित विद्युत तरंगें होती हैं
जो शरीर में विद्गोष सकारात्मक और प्राणवान ऊर्जा का संचार करने में
सक्षम होती हैं। इसी कारण रुद्राक्ष को प्रकृति की दिव्य औषधि कहा गया
है। अतः रुद्राक्ष का वांछित लाभ लेने हेतु समय-समय पर इसकी साफ-सफाई का
विद्गोष खयाल रखें। शुष्क होने पर इसे तेल में कुछ समय तक डुबाकर रखें।
रुद्राक्ष स्वर्ण या रजत धातु में धारण करें। इन धातुओं के अभाव में इसे
ऊनी या रेशमी धागे में भी धारण कर सकते हैं।
रुद्राक्ष धारण करने वाले व्यक्ति को लहसुन, प्याज तथा नशीले भोज्य
पदार्थों तथा मांसाहार का त्याग करना चाहिए. सक्रांति, अमावस, पूर्णिमा
और शिवरात्रि के दिन रुद्राक्ष धारण करना शुभ माना जाता है.
सभी वर्ण के मनुष्य रुद्राक्ष को पहन सकते हैं. रुद्राक्ष का उपयोग करने
से व्यक्ति भगवान शिव के आशीर्वाद को पाता है. व्यक्ति को दिव्य-ज्ञान की
अनुभूति होती है. व्यक्ति को अपने गले में बत्तीस रुद्राक्ष, मस्तक पर
चालीस रुद्राक्ष, दोनों कानों में 6,6 रुद्राक्ष, दोनों हाथों में
बारह-बारह, दोनों भुजाओं में सोलह-सोलह, शिखा में एक और वक्ष पर एक सौ आठ
रुद्राक्षों को धारण करता है, वह साक्षात भगवान शिव को पाता है.
किस तरह धारण करें रुद्राक्ष माला को..???

अधिकतर रुद्राक्ष यद्यपि लाल धागे में धारण किए जाते हैं, किंतु एक मुखी
रुद्राक्ष सफेद धागे, सात मुखी काले धागे और ग्यारह, बारह, तेरह मुखी तथा
गौरी-शंकर रुद्राक्ष पीले धागे में भी धारण करने का विधान है। विधान है।
अतः यह विधान किसी योग्य पंडित से संपन्न कराकर रुद्राक्ष धारण करना
चाहिए। ऐसा संभव नहीं होने की स्थिति में नीचे प्रस्तुत संक्षिप्त विधि
से भी रुद्राक्ष की प्राण प्रतिष्ठा कर सकते हैं। रुद्राक्ष धारण करने के
लिए शुभ मुहूर्त या दिन का चयन कर लेना चाहिए। इस हेतु सोमवार उत्तम है।
धारण के एक दिन पूर्व संबंधित रुद्राक्ष को किसी सुगंधित अथवा सरसों के
तेल में डुबाकर रखें। धारण करने के दिन उसे कुछ समय के लिए गाय के कच्चे
दूध में रख कर पवित्र कर लें। फिर प्रातः काल स्नानादि नित्य क्रिया से
निवृत्त होकर क्क नमः शिवाय मंत्र का मन ही मन जप करते हुए रुद्राक्ष को
पूजास्थल पर सामने रखें। फिर उसे पंचामृत (गाय का दूध, दही, घी, मधु एवं
शक्कर) अथवा पंचगव्य (गाय का दूध, दही, घी, मूत्र एवं गोबर) से अभिषिक्त
कर गंगाजल से पवित्र करके अष्टगंध एवं केसर मिश्रित चंदन का लेप लगाकर
धूप, दीप और पुष्प अर्पित कर विभिन्न शिव मंत्रों का जप करते हुए उसका
संस्कार करें।

तत्पश्चात संबद्ध रुद्राक्ष के शिव पुराण अथवा पद्म पुराण वर्णित या
शास्त्रोक्त बीज मंत्र का 21, 11, 5 अथवा कम से कम 1 माला जप करें। फिर
शिव पंचाक्षरी मंत्र क्क नमः शिवाय अथवा शिव गायत्री मंत्र क्क
तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्रः प्रचोदयात् का 1 माला जप
करके रुद्राक्ष-धारण करें।

अंत में क्षमा प्रार्थना करें। रुद्राक्ष धारण के दिन उपवास करें अथवा
सात्विक अल्पाहार लें।
विद्गोष : उक्त क्रिया संभव नहीं हो, तो शुभ मुहूर्त या दिन में (विशेषकर
सोमवार को) संबंधित रुद्राक्ष को कच्चे दूध, पंचगव्य, पंचामृत अथवा
गंगाजल से पवित्र करके, अष्टगंध, केसर, चंदन, धूप, दीप, पुष्प आदि से
उसकी पूजा कर शिव पंचाक्षरी अथवा शिव गायत्री मंत्र का जप करके पूर्ण
श्रद्धा भाव से धारण करें।

एक से चौदहमुखी रुद्राक्षों को धारण करने के मंत्र क्रमश:इस प्रकार हैं-

1.ॐह्रींनम:, 2.ॐनम:, 3.ॐक्लींनम:, 4.ॐह्रींनम:, 5.ॐह्रींनम:, 6.ॐ
ह्रींहुं नम:, 7.ॐहुं नम:, 8.ॐहुं नम:, 9.ॐह्रींहुं नम:, 10.ॐह्रींनम:,
11.ॐह्रींहुं नम:, 12.ॐक्रौंक्षौंरौंनम:, 13.ॐह्रींनम:, 14.ॐनम:।

निर्दिष्ट मंत्र से अभिमंत्रित किए बिना रुद्राक्ष धारण करने पर उसका
शास्त्रोक्त फल प्राप्त नहीं होता है और दोष भी लगता है...

रुद्राक्ष धारण करने पर मद्य, मांस, लहसुन, प्याज, सहजन,लिसोडा आदि
पदार्थो का परित्याग कर देना चाहिए... इन निषिद्ध वस्तुओं के सेवन का
रुद्राक्ष-जाबालोपनिषद् में सर्वथा निषेध किया गया है... रुद्राक्ष
वस्तुत:महारुद्र का अंश होने से परम पवित्र एवं पापों का नाशक है... इसके
दिव्य प्रभाव से जीव शिवत्व प्राप्त करता है..

रुद्राक्ष की माला श्रद्धापूर्वक विधि-विधानानुसार धारण करने से व्यक्ति
की आध्यात्मिक उन्नति होती है। सांसारिक बाधाओं और दुखों से छुटकारा होता
है। मस्तिष्क और हृदय को बल मिलता है। रक्तचाप संतुलित होता है।
भूत-प्रेत की बाधा दूर होती है। मानसिक शांति मिलती है। शीत-पित्त रोग का
शमन होता है। इसीलिए इतनी लाभकारी, पवित्र रुद्राक्ष की माला में भारतीय
जन मानस की अनन्य श्रद्धा है। जो मनुष्य रुद्राक्ष की माला से मंत्रजाप
करता है उसे दस गुणा फल प्राप्त होता है। अकाल मृत्यु का भय भी नहीं रहता
है
-----------------------------------------
शास्त्रों में एक से चौदह मुखी तक रुद्राक्षों का वर्णन मिलता है...
इनमें एकमुखी रुद्राक्ष सर्वाधिक दुर्लभ एवं सर्वश्रेष्ठ है... एकमुखी
रुद्राक्ष साक्षात् शिव का स्वरूप होने से परब्रह्म का प्रतीक माना गया
है... इसका प्राय: अ‌र्द्धचन्द्राकार रूप ही दिखाई देता है... एकदम गोल
एकमुखीरुद्राक्ष लगभग अप्राप्य ही है... एकमुखीरुद्राक्ष धारण करने से
ब्रह्महत्या के समान महा पाप तक भी नष्ट हो जाते हैं... समस्त कामनाएं
पूर्ण होती हैं तथा जीवन में कभी किसी वस्तु का अभाव नहीं होता है... भोग
के साथ मोक्ष प्रदान करने में समर्थ एकमुखी रुद्राक्ष भगवान शंकर की परम
कृपा से ही मिलता है...

दोमुखी रुद्राक्ष को साक्षात् अ‌र्द्धनारीश्वर ही मानें... इसे धारण करने
वाला भगवान भोलेनाथके साथ माता पार्वती की अनुकम्पा का भागी होता है...
इसे पहिनने से दाम्पत्य जीवन में मधुरता आती है तथा पति-पत्नी का विवाद
शांत हो जाता है... दोमुखी रुद्राक्ष घर-गृहस्थी का सम्पूर्ण सुख प्रदान
करता है...

तीन-मुखी रुद्राक्ष अग्नि का स्वरूप होने से ज्ञान का प्रकाश देता है...
इसे धारण करने से बुद्धि का विकास होता है, एकाग्रता और स्मरण-शक्ति बढती
है... विद्यार्थियों के लिये यह अत्यन्त उपयोगी है...

चार-मुखी रुद्राक्ष चतुर्मुख ब्रह्माजीका प्रतिरूप होने से धर्म, अर्थ,
काम और मोक्ष- इन चारों पुरुषार्थो को देने वाला है... नि:संतान व्यक्ति
यदि इसे धारण करेंगे तो संतति-प्रतिबन्धक दुर्योग का शमन होगा... कुछ
विद्वान चतुर्मुखी रुद्राक्ष को गणेश जी का प्रतिरूप मानते हैं...

पाँचमुखी रुद्राक्ष पंचदेवों-शिव, शक्ति, गणेश, सूर्य और विष्णु की
शक्तियों से सम्पन्न माना गया है... कुछ ग्रन्थों में पंचमुखी रुद्राक्ष
के स्वामी कालाग्नि रुद्र बताए गए हैं... सामान्यत:पाँच मुख वाला
रुद्राक्ष ही उपलब्ध होता है... संसार में ज्यादातर लोगों के पास
पाँचमुखी रुद्राक्ष ही हैं...इसकी माला पर पंचाक्षर मंत्र (नम:शिवाय)
जपने से मनोवांछित फल प्राप्त होता है...

छह मुखी रुद्राक्ष षण्मुखी कार्तिकेय का स्वरूप होने से शत्रुनाशक सिद्ध
हुआ है...इसे धारण करने से आरोग्यता,श्री एवं शक्ति प्राप्त होती है...
जिस बालक को जन्मकुण्डली के अनुसार बाल्यकाल में किसी अरिष्ट का खतरा हो,
उसे छह मुखी रुद्राक्ष सविधि पहिनाने से उसकी रक्षा अवश्य होगी...

सातमुखी रुद्राक्ष कामदेव का स्वरूप होने से सौंदर्यवर्धक है... इसे धारण
करने से व्यक्तित्व आकर्षक और सम्मोहक बनता है... कुछ विद्वान
सप्तमातृकाओं की सातमुखी रुद्राक्ष की स्वामिनी मानते हैं... इसको पहिनने
से दरिद्रता नष्ट होती है और घर में सुख-समृद्धि का आगमन होता है...

आठमुखी रुद्राक्ष अष्टभैरव-स्वरूप होने से जीवन का रक्षक माना गया है...
इसे विधिपूर्वक धारण करने से अभिचार कर्मो अर्थात् तान्त्रिक प्रयोगों
(जादू-टोने) का प्रभाव समाप्त हो जाता है... धारक पूर्णायु भोगकर सद्गति
प्राप्त करता है...

नौमुखी रुद्राक्ष नवदुर्गा का प्रतीक होने से असीम शक्तिसम्पन्न है...
इसे अपनी भुजा में धारण करने से जगदम्बा का अनुग्रह अवश्य प्राप्त होता
है... शाक्तों(देवी के आराधकों) के लिये नौमुखी रुद्राक्ष भगवती का वरदान
ही है... इसे पहिनने वाला नवग्रहों की पीडा से सुरक्षित रहता है...

दसमुखी रुद्राक्ष साक्षात् जनार्दन श्रीहरि का स्वरूप होने से समस्त
इच्छाओं को पूरा करता है... इसे धारण करने से अकाल मृत्यु का भय दूर होता
है तथा कष्टों से मुक्ति मिलती है...

ग्यारहमुखी रुद्राक्ष एकादश रुद्र- स्वरूप होने से तेजस्विता प्रदान करता
है... इसे धारण करने वाला कभी कहीं पराजित नहीं होता है...

बारहमुखी रुद्राक्ष द्वादश आदित्य- स्वरूप होने से धारक व्यक्ति को
प्रभावशाली बना देता है... इसे धारण करने से सात जन्मों से चला आ रहा
दुर्भाग्य भी दूर हो जाता है और धारक का निश्चय ही भाग्योदय होता है...

तेरहमुखी रुद्राक्ष विश्वेदेवों का स्वरूप होने से अभीष्ट को पूर्ण करने
वाला, सुख-सौभाग्यदायक तथा सब प्रकार से कल्याणकारी है... कुछ साधक
तेरहमुखी रुद्राक्ष का अधिष्ठाता कामदेव को मानते हैं...

चौदहमुखी रुद्राक्ष मृत्युंजय का स्वरूप होने से सर्वरोगनिवारक सिद्ध हुआ
है... इसको धारण करने से असाध्य रोग भी शान्त हो जाता है...
जन्म-जन्मान्तर के पापों का शमन होता है...

कांग्रेस ने 55 साल में गड्डे में डाला-वसुंधरा

कांग्रेस ने 55 साल में गड्डे में डाला-वसुंधरा

अजमेर । भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वसुंधरा राजे ने अपनी पार्टी और कांग्रेस के राज की तुलना करते हुए लोगों से उनकी सरकार आने पर नया राजस्थान देने का वादा किया है। राजे ने कहा कि पचपन साल के राज में कांग्रेस ने देश और प्रदेश को गड्ढे में डालने का काम किया है। दूसरी ओर उन्होंने गुजरात और मध्य प्रदेश का उदाहरण देते हुए कहा कि इन राज्यों में भाजपा शासन होने के कारण देश विदेश में इनकी ख्याति हुई है।

अजमेर जिले में सुराज संकल्प यात्रा के दौरान विभिन्न जनसभाओं को सम्बोधित करते हुए राजे ने आरोप लगाया कि कांगे्रस के राज में प्रदेश की मां-बहने सुरक्षित नहीं हैं। लोगों को बिजली पानी नही मिल रहे। भाजपा के शासन में उन्होंने 24 घंटे बिजली, पानी की व्यवस्था की थी। यदि भाजपा फिर सत्ता में आई तो गांवों तक में शुद्ध और पर्याप्त पेयजल आपूर्ति का काम सबसे पहले करेगी।

उन्होंने एक बार फिर दोहराया कि कांग्रेस की सरकार ने पिछले साढे चार साल में कुछ नहीं किया,लेकिन अब चुनाव को देखते हुए योजनाओं, नौकरियों के नाम पर रेवड़ी बांटना शुरू कर दिया है। लेकिन लोगों को ये रेवडियां नहीं बल्कि बिजली, पानी, शिक्षा, चिकित्सा की सुविधाएं चाहिएं। कांग्रेस का "हाथ" डरावना है। वह महिलाओं का गला दबा देता है। लोगों की जेब काट लेता है। इसलिए अब लोगों को कांग्रेस के बातों में आने की जरूरत नहीं है। उन्होंने यहां जनता से भाजपा का साथ देकर एक नया राजस्थान बनाने में सहयोग की अपील की।

तो पूरी भाजपा सड़कों पर
कांग्रेस पर सोहराबुद्दीन प्रकरण में नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया को फंसाने का आरोप फिर से लगाते हुए वसुंधरा राजे ने कहा कि सरकार भाजपा के लोगों को डराने का प्रयास कर रही है। निर्दोष कटारिया के जीवन से खिलवाड़ का प्रयास किया गया है। लेकिन हम चेतावनी देना चाहते हैं कि यदि कटारिया और भाजपा के किसी भी कार्यकर्ता को नुकसान हुआ तो पूरी भाजपा परिवार के रूप में सड़कों पर होगी।

.....तो राजे ने भी हार मानी
सभाओं के दौरान पेयजल किल्लत पर बोलते हुए राजे ने एक वाकया सुनाया। उन्होंने कहा कि हाल ही यात्रा के दौरान एक गांव में महिलाएं कुएं से पानी खींच रही थीं तो वह भी उनके पास चली गई।

महिलाओं ने व्यथा बताई तो उन्होंने भी कुएं से पानी निकालने की कोशिश की। जैसे-तैसे कर एक बाल्टी पानी खींच भी लिया।

लेकिन बाल्टी बाहर आने के बाद महिलाएं बोली कि यह तो एक बाल्टी हुई, अब ऎसी तीन बाल्टियां कुएं से भरो। राजे इसकी तैयारी भी करने लगीं तो महिलाएं बोली कि इतना ही नहीं अब इसे मटके में डाल कर एक किलोमीटर सिर पर रख कर पैदल भी चलना होगा। राजे ने कहा कि ऎसा सुन कर उनकी हिम्मत भी जबाव दे गई। उन्होंने यहां पेयजल संकट के लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया।

लड़की की हत्या कर खुद को गोली मारी

लड़की की हत्या कर खुद को गोली मारी

बाड़ी (धौलपुर)। कस्बे के मलकपाड़ा मोहल्ले में शनिवार दोपहर को करीब एक बजे घर में घुसकर एक युवक ने देशी कट्टे से चार गोली मारकर युवती की हत्या कर दी। बाद में युवक ने खुद की कनपटी पर गोली मार ली। घायल युवक को नाजुक हालत में बाड़ी से धौलपुर रैफर कर दिया गया।

बाड़ी डीएसपी प्रकाश चंद ने बताया कि दोपहर करीब एक बजे मनीष (25) पुत्र भगवान दास मित्तल निवासी छपेटीपाड़ा कस्बे के मलकपाड़ा मोहल्ले में राकेश तमोली के मकान में गया। जहां उसकी पुत्री प्रीति (20) अकेली थी। कुछ देर बाद ही आसपास के लोगों को राकेश तमोली के घर में कई फायर होने की आवाज सुनी। मोहल्ले के लोगों ने युवती के परिजनों को सूचना दी।

परिजन घर आए तो वहां प्रीति की लहूलुहान लाश पड़ी हुई थी। वहीं पास में मनीष भी घायल अवस्था में पड़ा हुआ था। इस घटना को लेकर वहां आसपास के लोग जमा हो गए। मामले की सूचना पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने युवती के शव व घायल युवक को अस्पताल पहुंचाया। जहां से हालत बिगड़ने पर युवक को धौलपुर के लिए रैफर कर दिया गया।

पुलिस ने राकेश के मकान से एक 315 बोर का देशी कट्टा,एक जिंदा कारतूस व दो खाली कारतूस बरामद किए हैं। पुलिस ने मेडिकल बोर्ड से युवती का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया।

डीएसपी ने बताया कि इस मामले में मृतका प्रीति के पिता राकेश तमोली निवासी मलकपाड़ा ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि युवक ने घर में घुसकर लूट का प्रयास किया और विरोध करने पर युवती को गोली मार दी। इसके बाद खुद ने भी कनपटी पर गोली मार ली। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

युवती को मारी चार गोली
युवक ने प्रीति को तीन पीठ में व एक सिर में गोली मारी। पोस्टमार्टम में चिकित्सकों ने युवती के शरीर से चार गोली निकाली है। डीएसपी ने बताया कि युवती को चार गोली लगी थी। वहीं युवक ने खुद की कनपटी पर एक गोली मारी थी।

तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादले अभी नहीं

तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादले अभी नहीं

जयपुर। राज्य में तृतीय श्रेणी अध्यापकों के तबादले अभी नहीं होंगे। राज्य सरकार ने शनिवार को इसका फैसला कर लिया। इस निर्णय के बाद किसी एक विभाग में सबसे अधिक संख्या में होने वाले स्थानांतरणों की माथापच्ची से सरकार को फिलहाल राहत मिल जाएगी।

इसी के साथ ही सरकार ने शिक्षा विभाग में होने वाले तबादलों के लिए स्थानांतरण नीति भी जारी कर दी। इस नीति में शामिल शिक्षक श्रेणियों में तृतीय श्रेणी शिक्षकों को शामिल नहीं किया गया है। साथ ही राज्य के 10 प्रतिबंधित जिलों से 10 वर्ष से कम अवधि से कार्यरत शिक्षक भी स्थानांतरण के लिए आवेदन नहीं कर पाएंगे।

प्रमुख शासन सचिव (शिक्षा) बीनू गुप्ता ने शनिवार शाम यह आदेश जारी कर दिए। इसके अनुसार पहले चरण में तृतीय श्रेणी अध्यापकों के तबादले नहीं किए जाएंगे। 27 मई को राज्य में तबादलों पर लगा प्रतिबंध हटाने सम्बन्धी आदेश तृतीय श्रेणी अध्यापकों पर लागू नहीं होगा। इन शिक्षकों के तबादले दूसरे चरण में शुरू किए जाएंगे।

सूत्रों के अनुसार तबादलों पर लगी रोक हटने के बाद तकरीबन 50 हजार तृतीय श्रेणी शिक्षकों की ओर से स्थानांतरण आवेदन आने की संभावना थी।

इंटरनेट पर करीना का अश्लील वीडियो लीक!

बॉलीवुड अभिनेत्री और छोटे नवाब सैफ अली खान की बैगम करीना कपूर फिर विवाद में फंस गई है। हाल ही में उनका इंटरनेट पर ऐसा वीडियो सामने आया है कि सब तरफ बवाल हो गया है।
इस वीडियो को एक नजर देखने में लगता है कि यह करीना की ही तस्वीरें है पर आजकल ऐसे सॉफ्टवेयर इंटरनेट पर उपलब्ध है कि तस्वीरों के साथ छेड़ खानी भी आम बात हो गई है। इंटरनेट पर दोबारा करीना का वीडियो लीक हुआ है जिसमें करीना टॉपलेस नजर आ रही हैं। सूत्रों की माने तो यह साइबर क्राइम का मामला भी हो सकता है । इससे पहले टी.वी. अभिनेत्री मोना सिंह के साथ भी ऐसा हुआ था।

गौरतलब है कि इससे पहले भी करीना इंटरनेट पर शाहिद के साथ लिप-लॉक वाली अपनी तस्वीरों के चलते कॉन्ट्रोवर्सी में फंस गई थीं। तब करीना और शाहिद ने यह मानने से भी इंकार कर दिया था कि वीडियो और तस्वीरों में वो हैं।

30 की उम्र में ही खत्म हो गया एक्टर अबीर गोस्वामी

30 की उम्र में ही खत्म हो गया एक्टर अबीर गोस्वामी
मुंबई। टीवी एक्टर अबीर गोस्वामी का शुक्रवार को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। गोस्वामी मशहूर टीवी सीरियल कुसुम और प्यार का दर्द है में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर चुके हैं। अबीर 30 साल के ही थे।

एक करीबी ने बताया कि अबीर का स्वास्थ्य सही था। जिस वक्त उन्हें दिल का दौरा पड़ा तब काम में व्यस्त थे। उनके साथ बंगाली मूवी सक्कहट में काम कर चुकी अभिनेत्री सयानंतनी घोष ने बताया कि शुक्रवार दोपहर 1.15 बजे उनकी अबीर से फोन पर बात हुई थी।

हम दोनों 3 बजे मूवी देखने की योजना बना रहे थे। मुझे फोन के जरिए उनके निधन की जानकारी मिली। वह स्वस्थ थे। इसलिए यह परेशान करने वाली खबर है। यह चौंकाने वाली खबर है। कुसुम सीरियल में उनके साथ काम कर चुकी अभिनेत्री स्मिता सिंह भी उस वक्त अचंभित रह गई जब उन्हें अबीर के निधन की खबर मिली।

अबीर होटल किंग्सटन,कुंकुम,छोटी मां,बदलते रिश्तों की दास्तां और घर आजा परदेशी जैसे टीवी शो में काम कर चुके हैं। निधन से एक दिन पहले अबीर ने टि्वटर पर फिल्म निर्माता ऋतुपर्णो घोष की अचानक हुई मौत पर शोक प्रकट किया था। घोष 49 साल के थे।

कांस्टेबल निकला बाइक चोर

कांस्टेबल निकला बाइक चोर

जयपुर। जयपुर पुलिस कमिश्नरेट ने अपने ही एक कांस्टेबल को रंगे हाथों बाइक चोरी करते पकड़ा है। यह वाहन चोर सचिवालय व थानों में खड़े वाहनों को अपना निशाना बना चुका है। पुलिस ने उससे चोरी की कई बाइक्स बरामद की हैं। उसकी यह करतूत कोतवाली थाना पुलिस ने उस वक्त पकड़ी जब मानवाधिकार के दल में शामिल होकर वह बाइक चुराते सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया।

मामले के अनुसार गुरूवार को मानवाधिकार आयोग का एक दल कोतवाली थाना इलाके का निरीक्षण करने लिए आया था। दल के लौटने के बाद थाने पर तैनात हैड कांस्टेबल वीरेन्द्र सिंह की बाइक गायब हो गई। हैड कांस्टेबल ने सीसीटीवी कैमरों की फुटेजों को खंगाला, तो आयोग के दल में शामिल पुलिस लाइन कांस्टेबल हरीश कुमार ही थाना परिसर से बाइक चुराता पाया गया।

इस पर कोतवाली थाना पुलिस ने संदेह के दायरे में आए कांस्टेबल के घर पर दबिश दी तो वहां हैड कांस्टेबल की बाइक के साथ-साथ दो और चोरी की बाइक बरामद की गई। हरीश के घर से बरामद दो अन्य बाइक अशोक नगर थाना परिसर से चुराने की जानकारी मिली है। पुलिस ने कांस्टेबल को बाइक चोरी के मामले में गिरफ्तार कर लिया है।

पहले भी सामने आए मामले
चोरी में संलिप्त पुलिसवालों का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी दर्जनों ऎसे मामले हैं जिसमें पुलिसकर्मियों पर लूट, मारपीट, चोरी जैसी संगीन वारदातों में शामिल होने के आरोप लग चुके हैं। पिछले वष्ाü दौसा जिले में लालबत्ती लगी गाड़ी से हाइवे पर लूट के मामलों में जयपुर पुलिस लाइन में तैनात कांस्टेबलों को गिरफ्तार किया गया था। वहीं, अलवर में थाना प्रभारी बृजेश मीणा को स्थानीय अपराधियों से मिलकर व्यापारियों से ठगी करने के मामले में गिरफ्तार किया गया।

मौज-मस्ती के लिए बना चोर
पुलिस कांस्टेबल हरीश मौज मस्ती के लिए बाइक चुराता था। आरोपी ने बताया कि उसे नई-नई बाइक चलाने का शौक है। पुलिस ने आरोपी से अन्य वाहन चोरी के मामलों में पूछताछ शुरू कर दी है।

आरोपी पुलिस कांस्टेबल से पूछताछ की जा रही है। आरोपी की निशानदेही पर चोरी की तीन बाइकें जब्त की हैं। अन्य की जब्ती की कार्रवाई जारी है।
- महेन्द्र सिंह चौधरी, डीसीपी उत्तर

तानाशाही ऐसी भी "कुर्सी पकड़" नेताओं ने कराई फजीहत

"कुर्सी पकड़" नेताओं ने कराई फजीहत

जयपुर। प्रदेश कांगे्रस की कमेटी की संदेश यात्रा के दौरान सांगानेर में भीड़ तो खूब जुटी लेकिन पीसीसी और स्थानीय नेताओं के "मंच प्रेम" ने यात्रा की फजीहत करा दी। कार्यक्रम के बीच ही मंच पर और कुर्सियों का इंतजाम करना पड़ा। अब इसकी रिपोर्ट तैयार की जा रही है।

सीएम के सामने उपस्थिति दर्ज करने के चक्कर में एक दर्जन से ज्यादा नेता मंच पर ही डटे रहे। इनमें आधा दर्जन नेता तो पीसीसी सदस्य हैं। पीसीसी महासचिव और जयपुर प्रभारी जुबेर खान पूरे कार्यक्रम के आयोजन समिति में शामिल थे। उनको भी मंच पर नहीं बैठने दिया गया। वहीं कार्यक्रम प्रभारी ओम राजोरिया,मीनाक्षी चंद्रावत को भी बैठने की जगह नहीं मिली।

जबकि पीसीसी पदाधिकारी गिर्राज,सुशील शर्मा,सूरज खत्री समेत एनएसयूआई नेता सुमित भगासरा,जयपुर शहर युवा लोकसभा अध्यक्ष अनु शर्मा समेत कई नेता मंच से उतरे ही नहीं। जबकि एआईसीसी की गाइडलाइन के अनुसार ये नेता मंच पर बैठने के लिए अधिकृत नहीं थे। जुबेर खान ने बताया कि कई बार कहने के बाद भी लोग मंच से नहीं उतरे।

जयपुर शहर कांग्रेस अध्यक्ष सलीम कागजी ने बताया कि मंच पर बैठने की होड़ ऎसी मची कि मंच पर लगी बीस कुर्सियां भी कम पड़ गई। नियमानुसार जिनको मंच पर बैठना चाहिए था, उन्हें जगह ही नहीं मिली। बाद में कुछ कुर्सियां मंच पर और लाई गइंü। शहर प्रवक्ता विमल यादव ने बताया कि इस पूरे मामले की रिपोर्ट तैयार करने को कहा गया है। इस रिपोर्ट को जल्द ही पीसीसी अध्यक्ष तक पहुंचाया जाएगा।