सोमवार, 29 अप्रैल 2013

बाप ने बेटी को बनाया हवस का शिकार

बाप ने बेटी को बनाया हवस का शिकार
जयपुर। राजस्थान की राजधानी में एक कलयुगी बाप के अपनी 15 साल की बेटी को ही हवस का शिकार बना डालने की शर्मनाक घटना सामने आई है। रिश्तों को तार-तार करने वाली यह घटना शहर के मुरलीपुरा थाना क्षेत्र की है। यहां आरोपी सोतेला पिता ने पत्नी को नींद की गोली खिला कर शनिवार की रात बेटी को हवस का शिकार बना डाला।


सौतेली बेटी के साथ बलात्कार करने के इस मामला मामले में पीडित बच्ची की मां की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने यह मामला बलात्कार व लैंगिक अपराध से बालकों का संरक्षण अधिनियम की धाराओं के तहत दर्ज किया है। पीडिता का मेडिकल भी करावाए जाने के बाद पुलिस ने आरोपी पिता को गिरफ्तार कर लिया है।


पुलिस के अनुसार मूलत: बगरू निवासी 36 वष्ाीüया महिला ने रिपोर्ट दी है कि करीब दस साल से वह आर्य नगर में एक व्यक्ति के साथ पत्नी के रूप में रह रही है। पहले पति से उसके एक लड़का और एक लड़की थी और दूसरे पति से उसे एक लड़का हुआ। परिवार राजीखुशी रहने लगा था। गत 27 अप्रैल की रात्रि में आरोपी पति ने उसकी 15 वष्ाीüया बेटी को हवस का शिकार बनाया। जिसके बाद महिला ने मामला दर्ज करवाया। पुलिस ने पीडिता के बयान ले कर मेडिकल करवाया है।


बेटे ने बताई करतूत


पुलिस के अनुसार रविवार सुबह उठने पर महिला को उसके आठ वष्ाीüय बेटे ने घटनाक्रम की जानकारी दी। पति के करतूत सुन महिला ने बेटी से जानकारी ली। बलात्कार की शिकार बेटी ने मां को बताया कि पिता ने उसका मुंह हाथ से बंद कर रखा था, जिस कारण वह चिल्ला भी नहीं सकी। साथ ही उसके साथ मारपीट भी की। महिला ने बताया कि उसको रात्रि में हुए घटनाक्रम की जानकारी नहीं थी। सुबह बेटे के द्वारा मामला पता चला। महिला का आरोप है कि उसके पति ने उसको संभवत: रात्रि में नींद की गोली दे दी थी, जिस कारण उसे मामले की जानकारी नहीं हुई।

पाकिस्तान की जेलों में बंद बाड़मेर जैसलमेर के कैदियों की सुरक्षा को लेकर घरवाले चिंतित

पाकिस्तान की जेलों में बंद बाड़मेर जैसलमेर के कैदियों की सुरक्षा को लेकर घरवाले चिंतित

बाड़मेर पाकिस्तान की लखपत जेल में बंद भारतीय कैदी सरबजीत पर हुए कातिलाना हमले के बाद राजस्थान के सरहदी जिले बाड़मेर जैसलमेर जिले के पाकिस्तानी जेलों में बंद नागरिको की सुरक्षा को लेकर घरवाले चिंतित हें ,बाड़मेर जिले के चौहटन तहसील के धनाऊ गाँव के भग सिंह ,स्वरूपे का तला निवासी सहुराम भीलो का तला निवासी तील सिंह ,जैसलमेर के रामगढ़ निवासी जमालदीन पिछले अट्ठाईस सालो से पाकिस्तान की जेलों में बंद हें .लम्बे समय से उनकी वतन वापसी की राह देखि जा रही हें ,इसके लिए उच्च स्तरीय प्रयास भी किये गए ,अब जबकि पक्लिस्तान की लखपत जेल में बंद सरबजीत पर हमले के बाद इस कैदियों के परिवार भी इनकी सुरक्षा को लेकर चिंतित हें ,पाकिस्तान की जेल में बंद भाग सिंह के बीस वर्षीय पुत्र अर्जुन सिंह ने बताया की पिछले दो दशको से मेरी माँ मेरे पिता के लौटने का इंतज़ार कर रही हें .पहले उनकी चिठ्ठी पटरी आती थी मगर अब वो भी बंद हो गई ,वो कान्हा और किस हल में हें यह जानकारी नहीं हें मगर उनकी सुरक्षा को को लेकर अब चिंता हो रही हें .उन्होंने बताताया की भारत सरकार को इसके लिए पहल करनी चाहिए ताकि भारतीय बंदियों की सुरक्षा का दबाव पाकिस्तान पर बने .उनका मानना हें की भारत में कसब और अफज़ल को फांसी देने के बाद से कट्टरपंथी भारतीय नागरिको के जानी दुश्मन बन गए हें .इधर टीलाराम के भाई हुकमाराम और बहन राधा अपने भाई की सुरक्षा को लेकर चिंतित दिखे.वहि भाग सिंह की पत्नी लक्ष्मी कँवर कई दशको से अपने सुहाग के लौटने का इंतज़ार कर रही हें ,अब उसे अपने सुहाग की चिंता सता रही हें ,भाग सिंह के पुत्र अर्जुन सिंह और प्रताप सिंह अपने पिता की सुरक्षा की खबर पाने वके लिए हर संभव प्रयास कर रहे हें .जैसलमेर जिले के रामगढ़ निवासी जमालदीन की पत्नी हनीफा भी उसके लौटने का इंतज़ार कर राझी हें .उसकी आँखों में विशवास झलकता हें की जमालदीन वापस जरुर आएगा अलबता सरबजीत पर हमले के बाद चिंतित हें .हनीफा का मानना हें की भारत सरकार भरिय कैदियों की सुरक्षा को लेकर पुख्ता प्रबंध करे .पूर्व संसद मानवेन्द्र सिंह ने बताया की पाकिस्तान की जेलों में बंद भारतीयों की सुरक्षा को लेकर वो जल्द भारत सरकार के उच्च स्तरीय अधिकारियो से मिलेंगे .उनकी रिहाई के प्रयास करेंगे .