शनिवार, 28 अप्रैल 2012

बिजली नहीं आने पर जेईएन के घर घेराव


बिजली नहीं आने पर जेईएन के घर घेराव

आठ दिनों से बिजली गुल, हाथापाई करने पर उतारू हो गए लोग, बीचबचाव के बाद मामला हुआ शांत

पोकरण   ग्राम पंचायत गोमट में पिछले आठ दिनों से बिजली नहीं आने से परेशान ग्रामीणों का गुरुवार रात्रि धैर्य जवाब दे गया। गुस्साए ग्रामीणों ने कनिष्ठ अभियंता अटलबिहारी मीणा के घर पहुंचकर घेराव किया और मारपीट पर उतारू हो गए। इस दौरान कुछ लोगों ने बीच बचाव कर मामला शांत कराया।

ग्रामीणों के अनुसार पिछले आठ दिनों से गांव में बिजली की सप्लाई नहीं हो रही है। इससे उन्हें अंधेरे व गर्मी में रात बितानी पड़ रही है। ग्रामीणों का कहना है कि कई बार डिस्कॉम के आलाधिकारियों को सूचित किए जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसपर गोमट के ग्रामीण रात्रि में लगभग 9 बजे गाडिय़ों में भर कर नेशनल हाइवे स्थित जीएसएस में कनिष्ठ अभियंता अटल बिहारी मीणा के क्वार्टर पर पहुंच गए और घेराव किया। कनिष्ठ अभियंता के संतोषजनक नहीं देने के कारण ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि कनिष्ठ अभियंता ने मनमर्जी करते हुए आधे गांव के कनेक्शनों को काट दिया है। कनिष्ठ अभियंता के संतोषजनक जवाब नहीं देने पर गुस्साए ग्रामीण अधिकारी के साथ हाथापाई करने पर उतारू हो गए।


गोमट के ग्रामीण रात्रि में मेरे क्वार्टर पहुंचे और बिजली नहीं आने की बात कहकर प्रदर्शन करने लगे। इस दौरान कुछ युवक आक्रोशित हो गए और मारपीट पर भी उतारू हो गए। लोगों ने बीच बचाव कर माहौल शांत करवाया। ग्रामीणों को शनिवार तक बिजली आपूर्ति चालू करने का आश्वासन दिया गया है।


अटल बिहारी मीणा, कनिष्ठ अभियंता, डिस्कॉम पोकरण

शोभायात्रा का फूल बरसा किया स्वागत


शोभायात्रा का फूल बरसा किया स्वागत

बाड़मेर   मां नागणेचियां शक्ति पीठ थूंबली में प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव के उपलक्ष्य में शुक्रवार को शोभायात्रा निकाली गई । पांच किलोमीटर तक चली कलश यात्रा का जगह-जगह पुष्पवर्षा से स्वागत किया गया।

सुबह आठ बजे शुरू हुई शोभायात्रा से पहले वैदिक मंत्रोच्चार से देवी प्रतिमाओं को सजे धजे रथ में विराजमान किया गया। कोटड़ा के महंत केदार गिरि महाराज के सान्निध्य में मां नागणेचियां स्वरूपा सात कन्याओं के कलश की पूजा कर विधि विधान से मां के जयकारों के साथ शोभायात्रा मंदिर परिसर से रवाना हुई। महिलाओं ने कलशयात्रा में उत्साह व श्रद्धा से भाग लिया।

समारोह संयोजक कानसिंह व कूंपसिंह थूंबली ने बताया कि शोभायात्रा में थूंबली सहित आसपास के गांवों से भी श्रद्धालुओं ने शिरकत की। समन्वयक दीपसिंह रणधा ने बताया कि शोभायात्रा के दौरान बैंडबाजों के साथ 21 महिलाएं कलश लिए कीर्तन करती हुए चलीं। शोभायात्रा में देवी-देवताओं की झांकी आकर्षण का केंद्र रही। थूंबली गांव के पवित्र जलाभिषेक के बाद भजनों और गगनभेदी जयकारों से माहौल धर्ममय रहा। इस दौरान शीतल, मीठे पेयजल, शर्बत का लाभ ठा.पदमसिंह और वीरसिंह थूंबली ने लिया।

बही भजनों की सरिता

शोभायात्रा की पूर्व संध्या माडपुरा पार्टी के कलाकार जोगाराम प्रजापत ने गुरूवार रात आयोजित भजन संध्या में भजनों की प्रस्तुतियां दी जिसे सुनने के लिए रातभर श्रद्धालु जमे रहे। भजन संध्या में गायक दीपसिंह रणधा ने कबीर निर्गुण भजनों से देर रात तक श्रोताओं को बांधे रखा। महिला गायक लेहरी देवी प्रजापत ने राणी रूपादे बेल व मीरा के भजनों से श्रोताओं को झूमने पर विवश कर दिया। कवि गोपालदास नींबला ने देवी स्तुतियां प्रस्तुत की। भजन संध्या का शुभारंभ कोटड़ा महंत केदार गिरि तथा इंद्रदान, गंगासिंह, मानाराम सहित बुजुर्गों ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। डिंगल काव्य में आम्वाष्टक स्तुति कवि दीपसिंह रणधा 'दीप' ने छंद लय के साथ प्रस्तुत की।

सजा मां का दरबार

प्राण -प्रतिष्ठा महोत्सव में मां नागणेचियां देवी के मंदिर को फूलमालाओं और बिजली के रंगीन बल्बों से सजाया गया। व्यवस्थापक खुमाणसिंह भाटी और रामाराम प्रजापत ने बताया कि कड़ी धूप के बावजूद दोपहर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शनार्थ पहुंचे। भजन संध्या में देर रात तक श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला जारी रहा। गायक कालूसिंह गंगासर ने रात्रि जागरण में लोक भजन काठियावाड़ी व गुजराती भजनों की प्रस्तुति दी। मंदिर ट्रस्ट अध्यक्ष नाथूसिंह राठौड़ ने बताया कि अल्पाहार का पुण्य लाभ जगमालराम, मानाराम प्रजापत थूंबली ने तथा दोनों समय भोजन प्रसादी का पुण्य लाभ कूंपसिंह झाला, मधुसिंह भंवरिया महाबार ने अर्जित किया। शाम को आयोजित डिंगल कवि सम्मेलन में बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे। वहीं बाड़मेर-जैसलमेर के चारण कवियों ने डिंगल काव्य, छंद की प्रस्तुति दी।

आस्ट्रियाई नागरिक की मौत से सनसनी

आस्ट्रियाई नागरिक की मौत से सनसनी

जैसलमेर। शहर की एक होटल मे शुक्रवार को विदेशी की मौत से सनसनी फैल गई। शहर कोतवाल वीरेन्द्रसिह ने बताया कि दोपहर को कलाकार कॉलोनी स्थित एक होटल मे आस्ट्रियाई नागरिक मिस्टर बेचलर हेलमुट (56) की मौत की जानकारी मिलने पर पुलिस दल मौके पर पहुंचा। जांच मे उसकी स्वाभाविक मृत्यु होने की पुष्टि हुई।

मृतक जैसलमेर मे गत सितंबर महीने मे आया था। वह करीब 10-15 वर्षो से जैसलमेर मे एक स्थानीय व्यक्ति के साथ होटल व्यवसाय से जुड़ा हुआ था तथा कई बार जैसलमेर आता रहता था। पुलिस के अनुसार मृतक मधुमेह रोग से पीडित था और उसके पैर सड़ चुके थे। शुक्रवार सुबह होटल के कमरे मे पैर फिसलने से वह अचेत हो गया।

सूचना मिलने पर एंबुलेस 108 मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक हेलमुट की मौत हो चुकी थी। इत्तला पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गणपतलाल, उप पुलिस अधीक्षक बंशीलाल भी मौके पर पहुंचे और घटनाक्रम की जानकारी ली। पर्यटन नगरी मे विदेशी नागरिक की मौत होने की घटना दिन भर शहर मे चर्चा का विषय बनी रही।

विदेशी नागरिक की मौत के संबंध मे दूतावास को सूचना दे दी गई है और जयपुर व दिल्ली मे मामले की जानकारी दे दी गई है। मिस्टर हेलमुट की स्वाभाविक मृत्यु हुई है। फिलहाल उसका शव सुरक्षित रखवाया है।
-गणपतलाल
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, जैसलमेर

रोटी, बेटी और वोट मिले सिर्फ समाज को

रोटी, बेटी और वोट मिले सिर्फ समाज को

बालोतरा। रोटी, बेटी और वोट समाज को ही मिलना चाहिए। रणजीत आश्रम में मेघवाल समाज बालोतरा के तत्वाधान में आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रीय सर्व मेघवंश महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोपाल डेनवाल ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि वर्तमान परिप्रेक्ष में हर समाज हर क्षेत्र में तरक्की कर रहा है। मेघवाल समाज को प्रतिस्पर्द्धा के इस युग में पीछे नही रहना चाहिए। राजनैतिक क्षेत्र में वोट के आंकड़ो को ध्यान में रखा जाए तो प्रदेश मे मुख्यमंत्री मेघवाल समाज से होना चाहिए। लेकिन विडम्बना है कि विधानसभा में मेघवाल सत्रह विधायक होने के बावजूद समाज की समस्याएं ज्यों की त्यों है। राष्ट्रीय सर्व मेघवंश महासभा के महासचिव रामपाल दहिया ने कहा कि 29 अप्रेल को जोधपुर में आयोजित होने वाली महासभा में अधिकाधिक संख्या में भाग लें।

ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष भंवरलाल भाटी, भारत मुक्ति मोर्चा के जिलाध्यक्ष अमराराम राठौड़, पचपदरा कांग्रेस विधानसभा क्षेत्र अध्यक्ष छगन जोगसन, कृषि मण्डी सदस्य बाबूलाल नामा व बालोतरा उपखण्ड कार्यक्रम प्रभारी हरीराम जसोल ने भी विचार रखे। कार्यक्रम की शुरूआत रणछाराम महाराज की प्रतिमा पर पुष्प चढ़ाकर की गई। भैरूलाल नामा ने स्वागत भाषण प्रस्तुत किया। इस अवसर पर सालगराम परिहार, संत रूपाराम महाराज, मगाराम महाराज, डायाराम सोढ़ा, ढ़लाराम सोढ़ा, डूंगरसिंह नामा, गुलाराम पन्नु, ईसाराम, मेवानगर सरपंच पोलाराम, कालूराम तरूड़, अचलाराम पंच मौजूद थे।

शुक्रवार, 27 अप्रैल 2012

सांसद के शव को बता दिया लावारिस!

सांसद के शव को बता दिया लावारिस!

नई दिल्ली। अगर पुलिस किसी सांसद के शव को लावारिस बता दे तो अंदाजा लगाया जा सकता है कि आम आदमी के साथ पुलिस कैसा बर्ताव करती होगी। दिल्ली पुलिस ने सपा सांसद ब्रज भूषण तिवारी के शव को लवारिस बताकर मुर्दाघर में लावारिस शवों के बीच रख दिया। इस मामले का खुलासा तब हुआ जब सपा सांसद मोहन सिंह ने शुक्रवार को संसद यह मामला उठाया।

मोहन सिंह ने आरोप लगाया कि बापू जगजीवन राम अस्पताल में सपा सांसद ब्रज भूषण तिवारी के शव को लावारिस समझ कर 20 लाशों के बीच रख दिया गया। सरकार ने मामले की जांच कराने और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात कही है। मोहन सिंह ने कहा कि 24 तारीख को तिवारी की तबीयत अचनाक खराब हो गई। वह शालीमार बाग में रहते थे। दिल का दौरा पड़ने पर उन्होंने वॉच मैन को मदद की गुहार लगाई। वॉचमैन ने पुलिस को बुलाया। पुलिस तिवारी को लेकर बापू जगजीवन अस्पताल ले गई। वहां उनकी मौत हो गई। पुलिस ने उनके शव को अस्पताल में पड़े 20 लावारिस लाशों के बीच रखवा दिया गया।

तिवारी के निधन की खबर मिलने पर अगले दिन सुबह 7 बजे मोहन सिंह अस्पताल पहुंचे। सिंह ने अस्पताल के कर्मचारियों से कहा कि उनके पार्टी के एक नेता का निधन हो गया है वे उनके शव को देखना चाहते हैं इस पर अस्पताल वाले एक मुर्दाघर में ले गए जहां लावारिस लाशों के बीच तिवारी का शव पड़ा हुआ था।

सड़क दुर्घटना में दो की मौत

सड़क दुर्घटना में दो की मौत 

बाड़मेर सीमावर्ती बाड़मेर जिले के नागना थाना अंतर्गत सड़क दुर्घटना में दो जानो की मौत हो गयी ,पुलिस सूत्रों ने बताया की नागना थाना क्षेत्र में मोटर सायकिल पर स्वर सवाई राम नाई एवम प्रेमाराम कोलू से आ रहे थे इसी दौरान  बोल्लेरो केम्पर गाडी ने टक्कर मार दी  जिसमे सवाई राम की घटनास्थल पर ही मौत हो गयी दुसरे युवक प्रेमाराम को राजकीय अस्पताल में उपचार के लिए भारती कराया जन्हा उसकी मौत हो गयी ,पुलिस थाना नागाना में मामला दर्ज कर लिया हें 

जैसलमेर आर पावर के दहानू सौर संयंत्र से आपूर्ति शुरू

 
जैसलमेर रिलायंस पावर के राजस्थान के जैसलमेर जिले में स्थित फोटोवोल्टेइक सौर बिजली संयंत्र ने वाणिज्यिक परिचालन शुरू कर दिया है जिसके जरिए महाराष्ट्र में हजारों परिवारों और कारोबारी प्रतिष्ठानों को बिजली मुहैया कराई जाएगी। बिजली खरीद समझौते के तहत इस संयंत्र में पैदा पूरी बिजली की आपूर्ति महाराष्ट्र को की जाएगी।

यह संयंत्र जोधपुर से 180 किलोमीटर पश्चिम में है और यह जगह देश में उन इलाकों में शामिल है जहां सूरज की रोशनी सबसे अधिक मिलती है। एशियाई विकास बैंक (एडीबी) के निदेशक (निजी क्षेत्र परिचालन विभाग) माइकेल बैरो ने कहा, 'रिलायंस पावर का राजस्थान में स्थित दहानु सौर संयंत्र को राष्ट्रीय ग्रिड के साथ जोड़ा गया और बिजली की आपूर्ति शुरू कर दी है।'

उन्होंने कहा, '40 मेगावॉट के संयंत्र से साल में छह करोड़ किलोवॉट प्रति घंटा बिजली का उत्पादन होगा जो भारत के 70,000 घरों को रोशन करेगा साथ ही सालाना 60,000 मीट्रिक टन हानिकारक कार्बन डाई-ऑक्साइड का उत्सर्जन रोका जा सकेगा।'

संसद में फिर गुंजा राजस्थानी भाषा को संविधान की 8वीं अनूसूची में मान्यता का मुद्दा,


संसद में फिर गुंजा राजस्थानी भाषा को संविधान की 8वीं अनूसूची में मान्यता का मुद्दा, 
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बीकानेर सांसद अर्जुन मेघवाल ने गैर सरकारी विधेयक पर बोलते हुये उठाया सदन में 



नई दिल्ली। 27 अप्रैल 2012। बीकानेर सांसद अर्जुन राम मेघवाल ने आज लोक सभा में सतपाल महाराज द्वारा प्रस्तुत गैर सरकारी विधेयक पर चर्चा के दौरान राजस्थानी भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची मे सम्मिलित करने का मुद्दा उठाया। सांसद मेघवाल ने राजस्थानी भाषा को मान्यता देने के विषय पर बोलते हुये कहा कि महात्मा गांधी जब 09 जनवरी 1915 को अफ्रीका से भारत लौटे थे , तो उसे प्रवासी दिवस के रूप मे मनाया गया था, तब महात्मा गांधी जी ने कहा था कि मेरा यह विश्वास है कि राष्ट्र के जो बालक अपनी मातृभाषा के अलावा दूसरी भाषा में शिक्षा प्राप्त करते है वे आत्महत्या ही करते है तथा यह उन्हे अपने जन्म शिक्षा अधिकार से वंचित करती है। अनिवार्य शिक्षा कानून में भी मातृभाषा मे शिक्षा देने की बात कही गई है। सरकार द्वारा शिक्षा का अधिकार कानून बनाया गया है जिसमें पैरा 29(2)(एफ) में यह प्रावधान है कि छात्र/छात्राओ को प्राईमरी शिक्षा उनकी मातृभाषा में दी जावें। हमारे राजस्थान में मातृभाषा राजस्थानी है जिसे संविधान की आठवीं अनूसूची में सम्मिलित नहीं कर रखा है, तो भारत सरकार द्वारा जो कानून शिक्षा का अधिकार बनाया गया है उसकी पालना कैसे होगी? अटल जी ने मैंथली भाषा को तुरन्त मान्यता दे दी थी। वर्ष 2003 में श्री सीताकांत महापात्रा की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई गयी थी जिसके द्वारा भाषाओं को संविधान की आठवी अनुसूचि में शामिल करने के सभी प्रस्तावों को एक्जामीन करवाया तथा निस्तारण करते हुये रिपोर्ट प्रस्तुत की जिसमे राजस्थानी व भोजपुरी को मान्यता की सिफारिश की। 25 अगस्त 2003 को राजस्थान की विधानसभा से सर्वसम्मत प्रस्ताव पास करके केन्द्र सरकार को भेजा था जिस पर 17 दिसम्बर 2006 को लोक सभा मे तत्कालीन गृह राज्य मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल ने बजट सत्र 2007 मे ही राजस्थानी भाषा की मान्यता का विधेयक संसद मे पेंश करने आश्वासन दिया था, राजस्थान में तथा देश विदेश में जहां राजस्थानी बसे हुये है, कई संस्थाओं, पत्रपत्रिकाओं तथा राजस्थान के आम नागरिकों द्वारा राजस्थानी भाषा की मान्यता के लिए एक आंदोलन हो रहा है। सांसद मेघवाल निम्न दोहो के माध्यम से राजस्थानी का महत्व समझाया। 
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   10 करोड़ लोगों द्वारा बोली जाने वाली राजस्थानी भाषा को अमेरिका द्वारा व्हाईट हाउस के प्रेसिडेंसियल अपॉइटमेंटस की प्रकि्रया में राजस्थानी भाषा को अन्तरराष्ट्रीय भाषाओं की सूची में शामिल किया गया है, फिर भी संविधान की आठवीं अनुसूची में सम्मिलित नहीं किया जा रहा है। राजस्थान प्रेम की भाषा है, राजस्थानी भाषा को मान्यता के गृह राज्य मंत्री से बीकानेर सांसद ने अनुरोध किया कि आप राजस्थानी भाषा को संविधान की 8वी अनुसूची में मान्यता दिलावे आप भी राजस्थान से है। राजस्थानीयों एवं राजस्थानी भाषा को उचित सम्मान मिल सकें जिसके हम हकदार है। 

बाड़मेर ...48 लाख के 11 कार्य तो बिना तकनीकी स्वीकृत के मंजूर

बाड़मेर ...48 लाख के 11 कार्य तो बिना तकनीकी स्वीकृत के मंजूर
बाड़मेर  मनरेगा योजना में भारी गड़बडिय़ां सामने आई हैं। इसका खुलासा कैग (सीएजी) रिपोर्ट में हुआ है। विकास कार्यो के नाम पर पंचायतों ने कायदों को ताक पर रख आनन-फानन में करोड़ों रुपए का बजट खर्च कर दिया। इतना ही नहीं मनरेगा के बजट से कई पंचायत समितियों में एसी, सोफा सेट व लग्जरी आइटम भी खरीद लिए गए, जो नियम विरुद्ध हैं। कैग (सीएजी) की ओर से प्रदेश के आठ जिलों की 16 पंचायत समितियों की कुल 64 ग्राम पंचायतों की ऑडिट की गई। बाड़मेर जिले की सभी 383 में से महज सात ग्राम पंचायतों की हुई ऑडिट में भारी अनियमितताओं का खुलासा हुआ है।

इंडियन ऑडिट एंड एक्ट्रस डिपार्टमेंट ने अतिरिक्त मुख्य सचिव सीएस राजन से मनरेगा की ऑडिट में सामने आई अनियमितताओं के तथ्यों की पुष्टि चाही है। कैग (सीएजी) की ओर से प्रदेश के 8 जिलों की 16 पंचायत समितियों की कुल 64 ग्राम पंचायतों की ऑडिट की गई। इस दौरान अक्टूबर 2007 व 2010-11 में ग्राम पंचायतों की ओर से करोड़ों रुपए की अग्रिम राशि ली गई। बाद में समायोजन करने की बजाय बजट निजी कार्यो पर खर्च कर दिया। जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत बूठ जेतमाल में पांच लाख रुपए का एडवांस बजट समायोजन नहीं करने की पुष्टि की गई।

अफसरों ने मनरेगा योजना के बजट से एसी, सोफासेट व लग्जरी सामान तक खरीद लिया। इसमें बालोतरा व सिणधरी पंचायत समिति शामिल हैं। रिपोर्ट के अनुसार बाड़मेर, बीकानेर व करौली में 13.27 करोड़ रुपए की लागत से स्वीकृत 134 कार्य वार्षिक कार्ययोजना में शामिल नहीं होने के बावजूद स्वीकृत किए गए। बाड़मेर में 48 लाख के 11 कार्य तो बिना तकनीकी स्वीकृत के मंजूर कर दिए गए।

श्रमिकों से नहीं मशीनों से करवाए कार्य

पंचायत समिति सिणधरी समेत पांच पंचायत समितियों की ग्राम पंचायतों में करीब 15 लाख रुपए के स्वीकृत कार्य श्रमिकों की बजाय मशीनों से करवाए गए। संबंधित ग्राम पंचायतों ने ग्रेवल सड़क व अन्य कार्य जेसीबी मशीनों से करवाकर लाखों रुपए का भुगतान उठा लिया, जबकि नियमानुसार मनरेगा के तहत स्वीकृत कार्य श्रमिकों से करवाए जाने प्रस्तावित है। पंस बालोतरा में 71 फर्जी जॉबकार्ड का मामला ऑडिट में सामने आया।

बिना अप्रूव्ड प्लान पर करोड़ों खर्च

हरित राजस्थान कार्यक्रम के तहत जुलाई 09 में प्लांटेशन पर 356 करोड़ रुपए खर्च कर दिए। जो गैरकानूनी था। यह प्लान अप्रूव्ड ही नहीं था। इतना ही नहीं बाड़मेर जिले में मनरेगा के तहत किए पौधरोपण का रिकॉर्ड तक ऑडिट टीम को नहीं मिला। ऐसे में कागजों में पौधरोपण कर लाखों रुपए की अनियमितता का इससे पहले खुलासा नहीं हो पाया। बाड़मेर के अलावा बीकानेर में भी हरित राजस्थान कार्यक्रम के तहत रोपे गए पौधों की जानकारी नहीं मिली।

बैंक से उठा लिए लाखों, केश बुक में इन्द्राज तक नहीं

रिपोर्ट के अनुसार मनरेगा योजना के तहत ग्राम पंचायतों को जारी बजट में जमकर बंदरबांट हुई है। कई पंचायतों ने बैंक खातों से पैसे उठा लिए, लेकिन केश बुक में इन्द्राज नहीं किया। इस पर ऑडिट में आपत्ति जताई गई।

इनका कहना है

रिपोर्ट का परीक्षण चल रहा है। ऑडिट में मिली अनियमितताओं को गंभीरता से लेते हुए सख्त कार्रवाई की जाएगी।

सीएस राजन, अतिरिक्त मुख्य सचिव पंचायतीराज और ग्रामीण विकास विभाग