शनिवार, 31 मार्च 2012

बच्चन ने 'डिपार्टमेंट' में मारी लालू की नक़ल!

 

महानायक अमिताभ बच्चन राम गोपाल वर्मा की आनेवाली फिल्म डिपार्टमेंट में नजर आएंगे| इस फिल्म में उनका लुक बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव से प्रेरित नजर आ रहा है|

वैसे उनके लुक में फिल्म सरकार में उनके द्वारा निभाए गए किरदार सुभाष नागरे की भी झलक भी नजर आ रही है|

डिपार्टमेंट में बिग बी उत्तर प्रदेश के भ्रष्ट राजनेता की भूमिका में नजर आएंगे| अमिताभ ने इस किरदार को निभाने के लिए वहां की स्थानीय भाषा,पहनावे, और हेयर स्टाइल को अपनाया है जैसी वहां के रहवासी यादव अपनाते हैं|

एक सूत्र के मुताबिक बच्चन सर इस फिल्म में एक भ्रष्ट राजनेता की भूमिका में हैं जो पैसों और पोजीशन के लिए किसी भी हद तक जा सकता है| इसके अलावा वह माफिया, अंडरवर्ल्ड और आतंकी गतिविधियों में लिप्त है|

इस सूत्र ने इस बात से इंकार से कर दिया की बिग बी का लुक लालू प्रसाद यादव से मिलता जुलता है| उन्होंने कहा, बिग बी के बाल जरूर लालू जी जैसे हैं मगर उनक किरदार उनके जैसा नहीं है|

न्यायिक हिरासत में हत्या होने पर गृह सचिव को नोटिस

न्यायिक हिरासत में हत्या होने पर गृह सचिव को नोटिस
 
जोधपुर। हाईकोर्ट ने हत्या के मामले में एक आरोपी की जेल से अदालत में पेशी पर ले जाया जाने के दौरान अन्य आरोपियों द्वारा हत्या कर देने पर गृह सचिव सहित उदयपुर आईजीपी, उदयपुर व भीलवाड़ा एसपी सहित अन्य संबंधित अधिकारियों को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है।


हाईकोर्ट ने यह आदेश प्रार्थी देशराज व मिथिलेश कंवर की ओर से दायर याचिका की सुनवाई में दिए। याचिकाकर्ताओं की ओर से कहा कि पुलिस विभाग को 10 सितंबर 2009 को लिखित में अर्जी लगाई थी। जिसमें बेटे को जेल से अदालत ले जाने के दौरान सुरक्षा मुहैया करने का निवेदन किया था। लेकिन पुलिस ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया।


बाद में 18 अप्रैल 2011 को प्रार्थी के पुत्र भानुप्रताप सिंह को उदयपुर से झालावाड़ पेश पर ले जाते समय रास्ते में पुलिस वाहन को टक्कर मार कर रोकी व गाड़ी को घेर कर अंधाधुंध फाइ रिंग की जिससे भानुप्रताप सिंह की मौत हो गई। अधिवक्ताओं ने याचिका में पुलिस की इस लापरवाही के लिए 50 लाख की राशि क्षतिपूर्ति के रूप में दिए जाने की मांग भी की है।

जानिये राजस्थान रत्नों को ..जीवन परिचय

जानिये राजस्थान रत्नों को ..जीवन परिचय 

कन्हैयालाल सेठिया का जीवन परिचय
 
महाकवि श्री कन्हैयालाल सेठिया(११ सितम्बर १९१९-११ नवंबर २००८) राजस्थानी भाषा के प्रसिद्ध कवि है। उनका जन्म राजस्थान के चूरु जिले के सुजानगढ़ शहर में हुआ। उनकी कुछ कृतियाँ है:- रमणियां रा सोरठा , गळगचिया , मींझर , कूंकंऊ , लीलटांस , धर कूंचा धर मंजळां , मायड़ रो हेलो , सबद , सतवाणी , अघरीकाळ , दीठ , क क्को कोड रो , लीकलकोळिया एवं हेमाणी । आपको २००४ में पद्मश्री, साहित्य अकादमी पुरस्कार तथा १९८८ में ज्ञानपीठ के मूर्तिदेवी साहित्य पुरास्कार से भी सम्मानित किया गया है। बचपन में जब से आँखें खोलीं एक गीत कानों में अक्सर सुनाई देता था। ई तो सुरगा नै सरमावै, ई पै देव रमन नै आवे .......... धरती धोराँ री। ७वीं कक्षा में आया तो एक कविता कोर्स में पढी। ’अरे घास री रोटी ही जद बन बिलावडो ले भाग्यो .........।‘

कन्हैयालाल सेठिया

नांव : कन्हैयालाल सेठिया 
शिक्षा : साधारण 
जन्म-तिथि अर स्थान : सुजानगढ़ (चरू-राज.) 
मौजूदा काम धन्धो : व्यवसाय

कविताएं
पातल’र पीथल
धरती धोरां री !
जलम भोम
धर कूंचा धर मजळा
हळदीघाटी! 
हिन्दी!

छप्योड़ी पोथियां 
रमणियै रा सोरठा, मीझर, गलगचिया (गद्य-गीत), कूंकूं

पत्र-पत्रिकावां में छप्योड़ी रचनावां 
मरूवाणी, राजस्थान-भारती पर अनेक दूजी पत्रिकावां रे कवितावां अर गद्य-गीत छप्या, संकलन-ग्रन्थां में कवितावां छपी

दूजी सूचनावां 
हिन्दी में अनेक पोथियां छपी

सदीव रो ठिकाणो 
रतन निवास, सुजानगढ़ (चूरी-राज.)

मौजूदा ठिकाणो

उपर मुजब

 

-- 

कोमल कोठारी
 
नांव : कोमल कोठारी 
शिक्षा : एम.ए. (हिन्दीं) नेहरू फेलो 
जन्म तिथि : 4-3-1929 ई. 
जनम स्थान : कपासन (चित्तोंडगढ-राज.) 
मौजूदा काम धन्धो : निदेशक, रूपायन संस्थान, बोरूंदा (वाया पीपाड़ जोधपुर)

छप्योड़ी पोथियां : 
साहित्य संगीत और कला-रूपायन संस्थान बोरूंदा , मोनोग्राम ओन लंगा

पत्र-पत्रिकावा में छप्योड़ी साहित्यिक रचनावां : 
लोक संस्कृति, मरूवाणि आद पत्रां में छपी

अण छपी पोथ्यां : 
राजस्थान के लोग वाद्य

दूजी सूचनावां : 
लोक संस्कृति रै पारखी रै रूप में देस विदेस घूमयोडा, साहित्य अकादमी, दिल्ली रै राजस्थानी परामर्श मंडल रा सदस्य

सदीव रो ठिकाणो : 
पावटा, वीर रोड, जोधपुर

मोजूदा ठिकाणो :

रूपायन संस्थान, बोरूंदा-342604

विजयदान देथा
 
नांव : विजयदान देथा 
शिक्षा : एम.ए. (प्री.-हिन्दी) 
जन्म-तिथि अर स्थान : 1-12-1926 ई., बोरूंदा (जोधपुर) 
मौजूदा काम धन्धो : निजी संस्था री सेवा

छप्योड़ी पोथियां : 
1. बातां रो फुलवाड़ी (अनेक भाग) 2. साहित्य और समाज 3. तीडोराव

पत्र-पत्रिकावां में छप्योड़ी रचनावां : 
प्रेरणा, परंपरा, वाणी, लोक संस्कृति नावां रा पत्रां में कहाणियां छपी

दूजी सूचनावां : 
लोक संस्कृति नांव रै छापै रो संपादन करै-रूपायन शोध संस्थान रा पदाधिकारी है-राजस्थानी लोक-कथाां मैं आप री बोली में लिखै

सदीव रो ठिकाणो : 
बोरूंदा (जोधपुर)

मौजूदा ठिकाणो :

जैसलमेर अपराध समाचार ताजा समाचार 31.03.2012


जैसलमेर अपराध समाचार ताजा समाचार 


सार्वजनिक स्थान पर धूम्रपान साम्रगी क्रय विक्रय करते 01 गिरफतार 

जैसलमेर जिला पुलिस अधीक्षक ममता बिश्नोई, 
ने बताया कि :पुलिस थाना जैसलमेर के हल्खा क्षैत्र में कल दिनांक 30.03.2012 को चिमनाराम उनि पुलिस थाना जैसलमेर मय जाब्ता द्वारा रा.उ.वि. हनुमान चौराह की 100 मीटर की परिधि में धुम्रपान सामग्री बैचते हुए पाये जाने पर टीमचंद पुत्र ब्रजपाल खत्री नि0 गॉधी कॉलोनी जैसलमेर को सार्वजनिक स्थान पर धुम्रपान सामग्री क्रय विक्रय करते हुऐ गिरफतार किया गया। 


ओटो रिक्शा में तेज आवाज में टेप बजाना पडा महंगा 
जैसलमेर पुलिस थाना जैसलमेर के हल्खा क्षैत्र में कल दिनांक 30.03.2012 को दुर्गाराम उनि मय जाब्ता द्वारा बाबुराम पुत्र अमोलखचंद नि0 नगा को अपने ओटो रिक्शा में तेज आवाज में टेप बनाने पर ध्वनि प्रदूषण के तहत गिरफतार किया गया। 


अवैध धारदार हथियार अपने कब्जा में रखने वाला गिरफतार 
जैसलमेर पुलिस थाना पोकरण के हल्खा क्षैत्र में आबादी धूड़सर में कमलकिशोर उनि पुलिस थाना पोकरण मय जाब्ता द्वारा रतनसिंह पुत्र जेठूसिंह निवासी झलारिया को अवैध रूप से धारदार हथियार अपने कब्जा में रखने के आरोप गिरफतार किया गया। 


शांति भंग के आरोप में पुलिस थाना जैसलमेर में 01 गिरफतार 
जैसलमेर पुलिस थाना जैसलमेर के हल्खा क्षैत्र में कल दिनांक 30.03.2012 को लडाईझगडे पर उतारु राजू उर्फ अरूणसिंह पुत्र भंवरसिंह जाति हजूरी नि0 ब्बि पाडा को पीराराम उनि मय जाब्ता द्वारा शांति भंग के आरोप में धारा 151 सीआरपीसी के तहत गिरफतार किया। 

कन्हयालाल सेठिया ,कोठारी को राजस्थान रत्न की घोषणा का स्वागत ,


 कन्हयालाल सेठिया ,कोठारी को राजस्थान रत्न  की घोषणा  का स्वागत ,




मुख्यमंत्री का आभार 

बाड़मेर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा राजस्थानी भाषा के भीष्म पितामह कन्हयालाल सेठिया ,विजयदान देथा राजस्थान की लोक संस्कृति के संवाहक कमल कोठारी को राजस्थान रत्न की घोषणा का अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा संघर्ष समिति बाड़मेर द्वारा स्वागत किया गया हे साथ ही मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त कर समिति ने धन्यवाद ज्ञापित किया ,समिति के संयोजक चन्दन सिंह भाटी ने बताया की मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा राजस्थान के साहित्य और संस्कृति के क्षेत्र में उलेखनीय योगदान देने वालो को राजस्थान रत्न देने की घोसना स्वागत योग्य हें उन्होंने बताया की राजस्थान रत्न की पहली सूची में राजस्थानी साहित्य के कर्णधार कन्हयालाल सेठिया और विजयदान देथा का नाम आना गर्व का विषय हें उन्होंने बताया की सेठिया द्वारा रचित धरती धोरा री गीत ने राजस्थान की महिमा को अमर कर दिया आज भी यह महिमा गीत राजस्थान की माती की सौंधी महक को विश्व भर में फेला रहा हें साथ ही विजयदान देथा ने राजस्थानी साहित्य क्षेत्र में अपने उलेखनीय योगदान से नोबल पुरस्कार के लिए नामांकित हुए जो गौरव की बात हें ,कोमल कोठारी ने लुप्त होती राजस्थान की लोक कला संस्कृति को ना केवल बचाया बल्कि उसे पुराना वैभव लौटा कर उसकी लोकप्रियता में चार चाँद लगा दिए विदेशो में राजस्थान के लोक गीतों और गायकों की लोकप्रियता की सीढ़ी कोमल डा ने ही राखी .समिति के इन्द्र प्रकाश पुरोहित ,सांग सिंह लूनू ,देवी सिंह चौधरी ,डॉ लक्ष्मी नारायन जोशी प्रकाश जोशी ,लोक कलाकार फकीरा खान ,सतार खान ,लतीफ़ खान ,विजय कुमार श्रीमती उर्मिला जैन मोटियार परिषद् के पटवी रघुवीर सिंह तामलोर ,रमेश सिंह इन्दा ,रहमान जयदू ,कबूल खान ,,दुर्जन सिंह गुडीसर ,दीप सिंह रणधा ,डॉ हरपाल सिंह राव ,महिला परिषद् की पाटवी श्रीमती देवी चौधरी सहित समस्त पदाधिकारियों और सदस्यों ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के लिए धन्यवाद प्रस्ताव पारित कर मुख्यमंत्री का आभार जताया 

84 की उम्र में जुर्म, 93 साल में सजा, और 100 वर्ष में रिहाई

ऊना। कोडीनार तहसील के वलादर में रहने वाले एक 84 वर्षीय वृद्ध ने 9 वर्ष पहले एसटी के कंडक्टर को सौ रुपए का नोट दिया था। लेकिन यह यह नोट नकली था। इसलिए बस कंडक्टर ने वृद्ध के खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज करवा दिया था। लगभग 9 सालों तक विचाराधीन इस मामले में अदालत ने फैसला सुनाते हुए वृद्ध को 7 वर्ष की कैद की सजा सुनाई है। वृद्ध की इस समय उम्र 93 वर्ष है। 

पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार कोडीनार तहसील के वलादर में रहने वाले हमीर रूखड चुडासमा नामक वृद्ध गत 10.3.2003 को ऊना-वलादर रूट की बस में ऊना से वलादर जाने के लिए बैठा था। जब बस कंडक्टर ने हमीर से किराया मांगा तो हमीर ने उसे 100 रुपए का नोट दिया। बस कंडक्टर ने देखा कि सौ रुपए के नोट का रंग कुछ अजीब सा है और उसमें चांदी का तार भी नहीं है। कंडक्टर ने हमीर को यह नोट वापस कर दिया और दूसरे नोट की मांग की। लेकिन हमीर ने कंडक्टर से कहा कि उसके पास बस यही एक नोट है।


इसके बाद कंडक्टर ने गिरगढडा पुलिस स्टेशन में हमीर के खिलाफ शिकायत दर्ज करा दी थी। एफएसएल द्वारा नोट की जांच के बाद नोट के नकली होने की बात सामने आई और मामला एडिशनल सेशंस कोर्ट में पहुंचा। सरकारी वकील की दलील थी...‘यह जानते हुए भी कि यह नोट नकली है, हमीर ने उसे अपने पास रखा और उसे चलाने की कोशिश की। इसलिए यह मामला बहुत गंभीर हो जाता है, जिसके लिए हमीर को सख्त से सख्त सजा दी जानी चाहिए।’ लगभग 9 सालों तक विचाराधीन इस मामले में अदालत ने फैसला सुनाते हुए 93 वर्षीय हमीर को 7 वर्ष की कैद और 3 हजार रुपए के जुर्माने की सजा सुनाई है।

आईएसआई जासूस को दो साल की सजा

आईएसआई जासूस को दो साल की सजा

वाशिंगटन। पाकिस्तान मूल के अमरीकी नागरिक और कश्मीरी अलगाववादी गुलाम नबी फाई को शुक्रवार को एक अमरीकी अदालत ने दो साल कैद की सजा सुनाई। फाई पर अमरीका में कश्मीर के मुद्दे पर गैर कानूनी ढंग से लॉबिंग करने के लिए पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई से पैसे लेने का आरोप था। न्यायाधीश ने फाई पर यह भी पाबंदी लगाई है कि वह पाकिस्तान की सरकार और आईएसआई से किसी तरह के संपर्क में ना रहें। फाई को पिछले वर्ष 19 जुलाई को गिरफ्तार किया गया था।

अमरीकी न्याय मंत्रालय के राष्ट्रीय सुरक्षा विभाग की प्रमुख लीजा मोनाको ने कहा कि कई दशकों से पाकिस्तानी सरकार से चोरी-छुपे धन लेकर अमरीकी नीतियों को प्रभावित करने की योजना में फाई ने जो किरदार निभाया,उन्हें उसी की सजा मिली है। न्यायाधीश ने फाई को जेल के भीतर कश्मीर मुद्दे पर अखबारों में लेख लिखने की इजाजत दे दी है। फाई की वकील ने अदालत को बताया कि उनके मुव्वकिल 25 जून को अपनी बेटी के ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद समर्पण करेंगे। पिछले साल दिसंबर में फाई ने यह मान लिया था कि वह आईएसआई से पैसे लेते थे।

सजा का फैसला सुनाए जाने से कुछ दिन पहले ही फाई ने अदालत में अर्जी दी थी जिसमें अपील की गई थी कि उन्हें कारागार में कैद की सजा न सुनाई जाए और उसके बजाए कुछ समय के लिए घर में नजरबंद कर दिया जाए। अमरीकी न्यायाधीश लियाम ओश्ग्रेडी ने उनकी अपील खारिज करते हुए फाई को कारागार में दो साल कैद के बाद तीन साल की निगरानी में रखे जाने का फैसला सुनाया।

डांस बार की आड़ में जिस्‍मफरोशी का धंधा! 4 विदेशी गिरफ्तार



मुंबई. मायानगरी मुंबई में एक बार फिर बड़े सेक्‍स रैकेट का भंडाफोड़ हुआ है। पुलिस ने शहर के पॉश इलाके कोलाबा में एक बार पर छापा मारकर आठ लड़कियों को गिरफ्तार किया है। मुंबई पुलिस की स्पेशल स्क्वॉड की छापेमारी में कुल 22 लोगों को पकड़ा गया है।
 

शुक्रवार रात की गई पुलिस की कार्रवाई के दौरान गिरफ्त में आई महिलाओं में चार जर्मनी की हैं। इन्हें ‘प्रिवेंशन ऑफ ट्रैफिकिंग एक्ट’ के तहत गिरफ्तार किया गया है। बार पर छापेमारी के दौरान लाखों रुपये नगद भी मिले हैं।


पुलिस के मुताबिक ऐसी आशंका है कि बार की आड़ में यहां जिस्मफरोशी का धंधा चलाया जा रहा था। गिरफ्तारी के बाद और यह बात खुलकर सामने आ गई है कि मायानगरी में तमाम पाबंदियों के बावजूद न सिर्फ अवैध डांस बार चल रहे हैं बल्कि इन की आड़ में जिस्मफरोशी का धंधा चलाया जा रहा है।

जंक फूड्स पर बड़ी कंपनियों के झूठे दावे


नई दिल्ली।। सेंटर फॉर साइंस ऐंड इन्वायरनमेंट (सीएसई) ने कहा है कि बड़े ब्रैंड्स खाने-पीने की चीजों के बारे में गलत जानकारी देते हैं। सीएसई ने बताया कि कई नामी ब्रैंड्स अपने प्रॉडक्ट्स को ज़ीरो ट्रांस-फैट बताते हैं, जबकि टेस्ट के मुताबिक इनमें काफी मात्रा में फैट होता है।
 
एनजीओ सीएसई ने कहा, ' पॉप्युलर जंक फूड में बहुत मात्रा में ट्रांस-फैट्स, नमक और चीनी होती है, इससे मोटापा और डायबीटीज़ जैसी बीमारी हो सकती है। ' सीएसई ने 16 बड़े ब्रैंड्स को टेस्ट किया। इनमें मैगी, टॉप रैमन नूडल्स, मैकडॉनल्ड्स के प्रॉडक्ट, केएफसी फ्राइड चिकन और हल्दीराम की आलू भुजिया शामिल हैं।

एफएसएसएआई (फूड सेफ्टी ऐंड स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया) के मुताबिक कोई प्रॉडक्ट तभी ट्रांस-फैट फ्री कहा जा सकता है, जब उसमें 0.2 फीसदी से कम ट्रांस-फैट हो। सीएसई ने कई ब्रैंड्स में ट्रांस-फैट इससे ज्यादा पाया।

ट्रांस-फैट धमनियों में रुकावट पैदा करता है और ज्यादा मात्रा में नमक ब्लड प्रेशर बढ़ाता है। इन दोनों की वजह से हार्ट पर ज्यादा प्रेशर पड़ता है। सीएसई के मुताबिक कई प्रॉडक्ट्स में ट्रांस-फैट, नमक और चीनी इतनी ज्यादा मात्रा में हैं कि इनकी वजह से युवाओं को भी बीमारी हो सकती है। सीएसई ने आरोप लगाया कि कंपनियां साफ तौर पर यह नहीं बतातीं कि उन्होंने अपने प्रॉडक्ट्स बनाने में किन चीजों का इस्तेमाल किया है।

सीएसई ने कहा, ' नैशनल इंस्टिट्यूट ऑफ न्यूट्रिशन (एनआईएन) के मुताबिक किसी आदमी को एक दिन में ज्यादा से ज्यादा 6 ग्राम नमक लेना चाहिए। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (डब्ल्यूएचओ) के मुताबिक यह मात्रा 5 ग्राम है। मैगी के 80 ग्राम वाले पैकेट में 3.5 ग्राम नमक होता है, यानी कि दिन भर में लिए जाने वाले नमक का 60 फीसदी। '

डब्ल्यूएचओ के मुताबिक, कुल एनर्जी का अधिकतम 1 फीसदी ट्रांस-फैट से लिया जा सकता है। इस तरह हर दिन एक आदमी 2.6 ग्राम, महिला 2.1 ग्राम और बच्चे 2.3 ग्राम ट्रांस-फैट ले सकते हैं। सीएसई ने जांच के दौरान पाया कि टॉप रैमन सुपर नूडल्स (मसाला) 100 ग्राम में 0.7 फीसदी ट्रांस-फैट होता है, जबकि कंपनी इसे ट्रांस-फैट फ्री बताती है। हल्दीराम अपनी आलू भुजिया को भी ट्रांस-फैट फ्री बताता है, जबकि हर 100 ग्राम भुजिया में 2.5 ग्राम ट्रांस-फैट मिला। पेप्सीको के लेज़ चिप्स (स्नैक स्मार्ट) को फरवरी 2012 तक ट्रांस-फैट फ्री बताया जाता रहा लेकिन इसमें 100 ग्राम चिप्स में 3.7 ग्राम ट्रांस-फैट मिला।

हालांकि कंपनियां इस रिपोर्ट को नकारती हैं। पेप्सीको कहती है, ' भारत में हमारे सभी प्रॉडक्ट्स मानकों के आधार पर ही हैं। ' इनके मुताबिक लेज़, अंकल चिप्स, कुरकुरे और चीतोज़ ब्रैंड्स के प्रॉडक्ट ट्रांस-फैट फ्री हैं। नेस्ले ने कहा,' हम सीएसई के काम का सम्मान करते हैं। लेकिन मैगी एक लाइट मील है और डायवर्सिफाइड बैलंस्ड डायट के एक हिस्से के तौर पर कन्ज्यूम किया जा सकता है। '

मैक्डॉनल्ड ने कहा, ' हम आरबीडी पामोलिन ऑइल इस्तेमाल करते हैं, जो कि ट्रांस-फैट फ्री होता है। ' सीएसई के मुताबिक अगर कोई बच्चा मैकडॉनल्ड का हैपी मील खाता है तो रोज लिए जाने वाले ट्रांस-फैट का 90 फीसदी ले चुका होता है। जबकि इसके पैकेट पर इतने ज्यादा ट्रांस-फैट का कोई जिक्र नहीं है।