कन्हयालाल सेठिया ,कोठारी को राजस्थान रत्न की घोषणा का स्वागत ,
मुख्यमंत्री का आभार
बाड़मेर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा राजस्थानी भाषा के भीष्म पितामह कन्हयालाल सेठिया ,विजयदान देथा राजस्थान की लोक संस्कृति के संवाहक कमल कोठारी को राजस्थान रत्न की घोषणा का अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा संघर्ष समिति बाड़मेर द्वारा स्वागत किया गया हे साथ ही मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त कर समिति ने धन्यवाद ज्ञापित किया ,समिति के संयोजक चन्दन सिंह भाटी ने बताया की मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा राजस्थान के साहित्य और संस्कृति के क्षेत्र में उलेखनीय योगदान देने वालो को राजस्थान रत्न देने की घोसना स्वागत योग्य हें उन्होंने बताया की राजस्थान रत्न की पहली सूची में राजस्थानी साहित्य के कर्णधार कन्हयालाल सेठिया और विजयदान देथा का नाम आना गर्व का विषय हें उन्होंने बताया की सेठिया द्वारा रचित धरती धोरा री गीत ने राजस्थान की महिमा को अमर कर दिया आज भी यह महिमा गीत राजस्थान की माती की सौंधी महक को विश्व भर में फेला रहा हें साथ ही विजयदान देथा ने राजस्थानी साहित्य क्षेत्र में अपने उलेखनीय योगदान से नोबल पुरस्कार के लिए नामांकित हुए जो गौरव की बात हें ,कोमल कोठारी ने लुप्त होती राजस्थान की लोक कला संस्कृति को ना केवल बचाया बल्कि उसे पुराना वैभव लौटा कर उसकी लोकप्रियता में चार चाँद लगा दिए विदेशो में राजस्थान के लोक गीतों और गायकों की लोकप्रियता की सीढ़ी कोमल डा ने ही राखी .समिति के इन्द्र प्रकाश पुरोहित ,सांग सिंह लूनू ,देवी सिंह चौधरी ,डॉ लक्ष्मी नारायन जोशी प्रकाश जोशी ,लोक कलाकार फकीरा खान ,सतार खान ,लतीफ़ खान ,विजय कुमार श्रीमती उर्मिला जैन मोटियार परिषद् के पटवी रघुवीर सिंह तामलोर ,रमेश सिंह इन्दा ,रहमान जयदू ,कबूल खान ,,दुर्जन सिंह गुडीसर ,दीप सिंह रणधा ,डॉ हरपाल सिंह राव ,महिला परिषद् की पाटवी श्रीमती देवी चौधरी सहित समस्त पदाधिकारियों और सदस्यों ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के लिए धन्यवाद प्रस्ताव पारित कर मुख्यमंत्री का आभार जताया
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