शुक्रवार, 2 दिसंबर 2011

'डर्टी' कारनामाः रोल दिलाने का दिलासा दे 5 माह तक सह निर्माता ने किया सेक्स!



पटना। विद्या बालन की फिल्म ‘डर्टी पिक्चर’ इन दिनों काफी चर्चा में है। लेकिन बिहार में बनी भोजपुरी फिल्म ‘एलान’ डर्टी कारनामों के कारण चर्चा में आ गई।

एलबम में काम करने वाली निशा (बदला हुआ नाम) का फिल्म ‘एलान’ में काम दिलाने को लेकर यौन-शोषण हुआ है। अब जब फिल्म रिलीज हो गई है तो उनसे गुड्डू प्रसाद के खिलाफ जंग का एलान कर दिया है। निशा ने बताया कि फरवरी महीने में उसकी मुलाकात गुड्डू प्रसाद से हुई थी।

उसने स्वयं को फिल्म एलान का सह-निर्माता बताया था और फिल्म में राहुल रॉय की बहन का किरदार दिलाने का वादा किया था। बाद में उसने प्यार का नाटक किया और पांच माह तक यौन-शोषण करता रहा। जबकि वह दो बच्चों का पिता है। निशा ने बताया कि फिल्म के लिए उसे कभी आरा तो कभी मुंबई ले जाया गया और हर बार उसे समझौता करने के लिए कहा जाता। निशा ने कहा कि वह इंसाफ के लिए थाना और कोर्ट का सहारा लेंगी।

शादी के लिए पीछे पड़ी थी

फिल्म एलान के सह निर्माता रहे गुड्डू प्रसाद ने कहा कि उसका निशा से कोई शारीरिक संबंध नहीं रहा है। अभिषेक नाम के व्यक्ति ने निशा से उसकी मुलाकात कराई थी। दोस्ती के नाते उसने ‘एलान’ फिल्म के एक गाने में कोरस का रोल दिलवाया था। निशा मुझसे शादी करने के लिए मेरे पीछे पड़ी हुई है। जबकि मैं शादी शुदा हूं।

मेरा कोई संबंध नहीं : राहुल

फिल्म के निर्माता व मुख्य किरदार राहुल रॉय ने बताया कि उन्होंने फिल्म को फरवरी महीने में टेकओवर कर लिया था। उनकी गुड्डू प्रसाद से कोई खास जान पहचान नहीं है। वे सिर्फ डायरेक्टर धीरज कुमार और योगेन्द्र तिवारी को जानते हैं। उन्होंने कहा कि फिल्म के लिए कास्टिंग उनके फिल्म खरीदने से पहले हुई है।

फिल्म प्रमोशन का जरिया तो नहीं!

अचानक निशा के मीडिया के सामने आने से इस बात का हवा मिल रही है कि कही यह फिल्म प्रमोशन का जरिया तो नहीं। क्योंकि निशा ने थाना में मामला दर्ज कराने से पहले मीडिया के पास पहुंचीं। पूछने पर कहती हैं उन्हें डर था कि थाना में न्याय नहीं मिलेगा। फिल्म के डायरेक्टर धीरज कुमार भी इससे इंकार करते हुए कहते हैं कि उनकी फिल्म अच्छा कर रही है। ऐसे में इस तरह के घटिया प्रमोशन की उन्हें आवश्यकता नहीं।


भंवरी के भंवर से निकला खून से सना कपड़ा, सोहनलाल-शहाबुद्दीन हो सकते हैं हत्यारे!

भंवरी मामले की चार्जशीट पेश करने के लिए सीबीआई ने अहम सबूत जुटा लिए हैं। सूत्रों के अनुसार सीबीआई को खून से सने कपड़े मिले हैं।

ये कपड़े आरोपी सोहनलाल और खून भंवरी का होने की आशंका है। खून का मिलान भंवरी के ब्लड ग्रुप से कराया जाएगा। इसके लिए सीबीआई ने उम्मेद अस्पताल से भंवरी का प्रसव का टिकट भी लिया है, जिसमें उसका ब्लड ग्रुप ओ-नेगेटिव है।

सीबीआई ब्लड ग्रुप के अलावा भंवरी के चेन व लॉकेट की केमिकल टेस्ट रिपोर्ट से यह सबूत जुटाने का प्रयास कर रही है कि सोहनलाल व शहाबुद्दीन ने ही तो भंवरी की हत्या नहीं कर दी।

सीबीआई अब तक की जांच से यह मान रही है कि एक सितंबर को सोहनलाल व शहाबुद्दीन ने अपहरण के बाद भंवरी को खत्म कर दिया। सोहनलाल ने पीपाड़ में एक रेडीमेड शोरूम से शर्ट खरीदा था। सीबीआई ने उस शोरूम संचालक से भी पूछताछ की है।

सरकारी गवाह बन सकता है निलंबित थानेदार

भंवरी मामले में फंसा निलंबित थानेदार लाखाराम संभवतया सरकारी गवाह बनने को तैयार हो गया है। बोरुंदा पुलिस चौकी प्रभारी रहने के दौरान उसका संपर्क भंवरी से हुआ था। ओसियां ट्रांसफर होने पर भी उसका भंवरी से संपर्क लगातार बना हुआ था।

लाखाराम ने भंवरी और बर्खास्त मंत्री महिपाल मदेरणा में सुलह कराने के लिए भी मध्यस्थता की थी। अब वह नियमित रूप से रोजाना सुबह सर्किट हाउस आता है और पूरे दिन सीबीआई की मदद करता है। गुरुवार को लाखाराम के अलावा दो-तीन ग्रामीणों से भी पूछताछ की गई।

आरोपियों की आवाज के नमूने लेंगे

सीबीआई की ओर से विशिष्ट लोक अभियोजक एसएस यादव ने गुरुवार को एसीजेएम महानगर मजिस्ट्रेट (सीबीआई) के समक्ष आरोपी सोहनलाल व शहाबुद्दीन की आवाज के नमूने लेने की अर्जी लगाई है।

दोनों आरोपियों के वकीलों ने इसका यह कहते हुए विरोध किया कि ये दोनों अभी मुल्जिम नहीं हैं, इसलिए इसके लिए उनकी सहमति जरूरी है।

उन्होंने शक जताया कि सीबीआई इन नमूनों की आड़ में दोनों पर दबाव डाल सकती है। न्यायिक मजिस्ट्रेट ने दलील सुनने के बाद फैसला शुक्रवार तक सुरक्षित रख लिया।

भंवरी और सोहनलाल तथा शहाबुद्दीन व उसकी प्रेमिका रेहाना की बातचीत के बाजार में आए टेपों की जांच के लिए सीबीआई इनकी आवाज के नमूने चाहती है।

सफल जीवन की राह बताते हैं साईं के ये 4 सबक...शिरडी वाले सांई बाबा

त्यागमूर्ति साईं बाबा ने मानव धर्म का पालन ही सर्वोपरि बताया। इंसानियत की अहमियत उजागर करती साईं की यह सीख धर्म पालन की नासमझी से पैदा कट्टरता की गलत सोच के बंधनों में जकड़े हर इंसान को मानवीय रिश्तों में संवेदना व भावनाओं को ऊपर रख खुले विचारों के साथ व्यवहार और कर्मों को साधने की कला सिखाती है।
हिन्दू धर्म मान्यताओं के नजरिए से विचार करें तो परब्रह्म के त्रिगुण स्वरूप ब्रह्मा, विष्णु और महेश की रचना, पालन व बुरी शक्तियों के संहार के गुण साईं चरित्र में भी प्रकट होते हैं। दरअसल ब्रह्मदेव की ज्ञान शक्ति से रचना या बनाने का भाव, विष्णु की सत्व शक्ति यानी शांति से पालन और शिव का वैराग्य से सुख प्राप्ति का गुण साईं बाबा के ज्ञानी, त्यागी व शांत चरित्र में भी उजागर होता है।

यही कारण है कि साईं बाबा द्वारा बताई 4 अहम बातें व्यावहारिक जीवन में हर व्यक्ति को धर्म और मानवीयता से जोड़ जीने की राह बताती है। इसलिए साईं भक्ति में इन चार बातों से जीवन में जुडऩे की मुरादें मांगना भी अहम माना गया है। जानते हैं क्या बताया साईं ने -

बुराई से बचें - साईं बाबा ने सुख-शांति से जीवन बिताने के लिए हमेशा तन की मलिनता, मन के बुरे भाव, कर्म में आलस्य या धन के लिए गलत तरीके अपनाना जैसी हर तरह की बुराईयों से दूर रहने पर जोर दिया।

अहं - साईं बाबा ने विनम्रता व उदारता को सुखद जीवन का अहम सूत्र माना। जिसके लिए अहं भाव को मन में स्थान न देने का संदेश दिया।

धन के साथ बुद्धि - साईं ने यह भी सिखाया कि ईश्वर से धन की कामना बुरी नही, किंतु उसके साथ बुद्धि की कामना भी जरूर करें, ताकि धन का संग पाकर मन व जीवन में भटकाव न आए। बल्कि परोपकार में धन का उपयोग हो।

न्यायप्रिय वचन - साईं बाबा ने इस खास सूत्र द्वारा वचन की पवित्रता से सफलता की राह बताई। साईं ने सिखाया कि सत्य और न्यायप्रिय बोल की ही सार्थकता है। अन्यथा बुरे, अप्रिय या अन्याय से भरे शब्दों का कोलाहल जीवन को अशांत कर देता है।

गुरुवार, 1 दिसंबर 2011

यूनान में होगा राजस्थानी फिल्म 'भोभर' का वर्ल्ड प्रीमियर

जयपुर.राजस्थानी फिल्म भोभर का वर्ल्ड प्रीमियर छह दिसंबर को यूनान के कोरिन्‍थ शहर में होगा। फिल्‍म वहां दूसरे कोरि‍न्थियन फिल्‍म फेस्टिवल में दिखाई जाएगी। इसी तरह दिसंबर के पहले सप्ताह में ही बेंगलुरु में होने वाले चौथे स्टेपिंग स्टोन इंटरनेशनल फिल्‍म फेस्टिवल में भी भोभर की स्क्रीनिंग होगी।
इस तरह दक्षिण भारत और भारत के बाहर दिखाए जाने के मामले में भोभर राजस्थानी में बनी पहली फिल्‍म हो गई है। फिल्‍म के निर्देशक गजेंद्र श्रोत्रिय कहते हैं कि यह हमारा ही नहीं, पूरे राजस्‍थान और राजस्थानी सिनेमा का सम्‍मान है और हमें इस पर गर्व है।


गौरतलब है कि राजस्थानी में बनी यह पहली फिल्‍म है, जो अपनी हर स्क्रीनिंग में दर्शकों की सकारात्मक प्रति क्रियाओं के साथ ही अंतरराष्‍ट्रीय मंच पर भी पहचान अर्जित कर रही है। इससे पहले फिल्‍म हरियाणा इंटरनेशनल फिल्‍म फेस्टिवल, यमुनानगर, जयपुर इंटरनेशनल फिल्‍म फेस्टिवल और जयपुर में ही हाल ही हुए राजस्थानी फिल्‍म फेस्टिवल में अपने प्रदर्शन के लिए लोकप्रियता अर्जित कर चुकी है।

गजेंद्र श्रोत्रिय ने बताया कि फिल्‍म आम लोगों के लिए फरवरी माह में राजस्‍थान के थियेटर्स में रिलीज की जाएगी। उन्‍होंने बताया कि बेंगलुरु में छह से तेरह दिसंबर तक होने वाले स्टेपिंग स्टोन फिल्‍म फेस्टिवल में दिखाई जानी वाली कुछ 19 फीचर फिल्मों में भारत से दिखाए जाने वाली एकमात्र भोभर ही है। इसी प्रकार यूनान के ऐतिहासिक शहर कोरिन्‍थ में भारत का प्रतिनिधित्‍व करने वाली फिल्‍म भोभर ही है। इसका प्रदर्शन छह दिसंबर को होगा।

श्रोत्रिय के मुताबिक भोभर राजस्थानी सिनेमा के लिए एक नया अध्याय लिख रही है और इसके लिए राजस्थानी भाषा और हमारे लोगों का मैं शुक्रगुजार हूं। दिवंगत संगीतकार दान सिंह की आखिरी कंपोजिशन दर्शकों को ‘भोभर में मिलेगी।

फिल्‍म की कहानी और गीत रामकुमार सिंह ने लिखे हैं। राजीव थानवी और जय नारायण त्रिपाठी की धुनें भी फिल्‍म का हिस्‍सा हैं। फिल्म समीक्षकों की ओर से उसे राजस्थानी भाषा की नई धारा की फिल्म माना जा रहा है। फिल्‍म में लगभग सभी कलाकार राजस्‍थान के ही हैं और रंगमंच और सिनेमा में काम करते रहे हैं।

मुख्य भूमिका में अमित सक्सेना, उत्‍तरांशी और विकास पारीक हैं, वहीं रंगमंच के वरिष्‍ठ कलाकार बॉलीवुड व हॉलीवुड की कई फिल्मों में काम कर चुके सत्‍यनारायण पुरोहित, हरिनारायण और वासुदेव भट्ट ने भी अभिनय किया है।

बाडमेर....आज की ताजा खबर ... 01 दिसम्बर


परिवार कल्याण कार्यक्रम के तहत लक्ष्य अर्जित करने के निर्दो 




बाडमेर, 01 दिसम्बर। जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान ने परिवार कल्याण के तहत जिले को आवंटित लक्ष्यों के विरूद्ध भात प्रतित उपलब्धि अर्जित करने के निर्दो दिए है। वह गुरूवार को जिले के विभिन्न विभागों को आवंटित लक्ष्यों एवं उसके विरूद्ध अर्जित उपलब्धियों के संबंध में कार्ययोजना पर चर्चा कर रही थी। 
इस अवसर पर डॉ. प्रधान ने कहा कि परिवार कल्याण कार्यक्रम एक महत्वपूर्ण राश्ट्रीय कार्यक्रम है, जिसमें सभी की भागीदारी आवयक है। उन्होने कहा कि प्रत्येक कार्यालय में एक नोडल अधिकारी नियुक्त कर उसके टेलीफोन नम्बर की सूचना भिजवाई जाए। उन्होने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को प्रति भाुक्रवार परिवार कल्याण कार्यक्रम की प्रगति की सूचना प्राप्त करने के निर्दो दिए ताकि साप्ताहिक बैठक में प्रगति की समीक्षा की जा सकें। 
डॉ. प्रधान ने बताया कि एक दिसम्बर 2011 से 31 मार्च 2012 तक जो भी पुरूश या महिला नसबंदी करवाएंगे उन्हें एक कूपन दिया जाएगा। इस कूपन के जरिए अपे्रल 2012 में लॉटरी निकाली जाएगी। प्रत्येक ब्लॉक पर निकलने वाली इन लॉटरी में प्रथम, द्वितीय व तृतीय रहने वालों को पुरस्कृत किया जाएगा। प्रथम आने वाले को मोटरसाइकिल, द्वितीय रहने वाले को फ्रीज एवं तृतीय स्थान पर रहने वाले पांच लोगों को सिलाई माीन दी जाएगी। इसके अलावा प्रेरकों को भी सम्मानित किया जाएगा। सबसे ज्यादा नसबंदी केस लाने वाले कर्मी को जिला स्तर पर सम्मानित करते हुए उसे 21000 रूपए की नगद राि दी जाएगी। साथ ही 50 से अधिक केस लाने वाले प्रेरकों को 1111 हजार रूपए की नगद राि से पुरस्कृत किया जाएगा। वहीं जो भामााह या गैर सरकारी संगठन नसबंदी करवाने में सहयोग करेंगे, उन्हें भी सम्मानित किया जाएगा। 
जिला कलेक्टर ने बताया कि सभी विभागों को परिवार कल्याण कार्यक्रम के लक्ष्य तथा जिले में दिसम्बर से मार्च तक आयोजित होने वाले नसबन्दी िविरों का कार्यक्रम भिजवा गया है, अतः सभी विभाग आपसी समन्वय के साथ पूर्ण प्रयास कर आवंटित लक्ष्य अर्जित करेंगें। 
बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर अरूण पुरोहित, उपखण्ड अधिकारी सी.आर. देवासी, श्रीमती विनिता सिंह सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे। 
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राजस्व मंत्री चौधरी 4 तक जिले की यात्रा पर 


बाडमेर, 01 दिसम्बर। राजस्व, उपनिवोन एवं जल संसाधन मंत्री हेमाराम चौधरी 4 दिसम्बर तक जिले की यात्रा पर रहेंगे। इस दौरान वे विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। 
निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार राजस्व मंत्री चौधरी 2 तथा 3 दिसम्बर को विधानसभा क्षेत्र एवं बाडमेर जिले का दौरा कर लोगों के अभाव अभियोग सुनेंगे तथा स्थानीय कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। वे 4 दिसम्बर को सायं 5 बजे बाडमेर से जोधपुर के लिए प्रस्थान कर जाएगें। 
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मोहर्रम पर साम्प्रदायिक  सदभाव की अपील 


बाडमेर, 01 दिसम्बर। जिले में 6 दिसम्बर को मोहर्रम पर्व भांति पूर्वक मनाये जाने के सम्बन्ध में गुरूवार को जिला कलेक्टर डॉ. वीणा प्रधान की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई। 
इस अवसर पर डॉ. प्रधान ने संबंधित अधिकारियों को मोहर्रम के दौरान ताजियों के जुलूस के गुजरने वाले मार्गो पर साफ सफाई करने, पत्थर व मलवा आदि हटाने तथा रास्ते मे पेडों की टहनियों, बिजली, टेलीफोन तथा केबल के तारों को ठीक करवाने के निर्दो दिए। इसी प्रकार आवारा पाुओं को रोकने तथा मार्ग में पेयजल की व्यवस्था करने के निर्दो दिए गए। उन्होने कहा कि ताजियों के जुलूस के गुजरने के बाद बिजली एवं टेलीफोन आदि के तारों को यथाीध्र जोडा जाए ताकि लोगों को कठिनाई न हो। उन्होने मार्गो में सुरक्षा व्यवस्था के लिए पर्याप्त मात्रा में पुलिस जाब्ता तैनात करने को कहा। उन्होने इस दौरान जिले में सौहार्द पूर्ण वातावरण बनाने की अपील की। 
बैठक में पुलिस अधीक्षक सन्तोश चालके, अतिरिक्त जिला कलेक्टर अरूण पुरोहित, कौमी एकता कमेटी के अध्यक्ष धनराज जोाी, सामाजिक कार्यकर्ता नजीर मोहम्मद सहित संबंधित विभागों के अधिकारी तथा समाजसेवी उपस्थित थे। 
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मोहर्रम के लिए मजिस्ट्रेट नियुक्त 
बाडमेर, 01 दिसम्बर । जिला मजिस्ट्रेट डॉ. वीणा प्रधान ने मोहर्रम/ताजिया के दौरान कानून एवं भांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए दण्ड प्रकि्रया संहिता की धारा 22 के तहत मजिस्ट्रेट नियुक्त किए है। 
आदोानुसार उपखण्ड मजिस्ट्रेट बाडमेर तथा तहसीलदार एवं कार्यपालक मजिस्ट्रेट बाडमेर को बाडमेर भाहर में मोहर्रम निकलने के स्थान से करबला स्थल तक के लिए मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया है। इसी प्रकार उपखण्ड मजिस्ट्रेट बालोतरा को बालोतरा भाहर में मोहर्रम निकलने के स्थान से करबला स्थल तक, तहसीलदार एवं कार्यपालक मजिस्ट्रेट पचपदरा को ग्राम पाटोदी में मोहर्रम निकलने के स्थान से करबला स्थल तक, उपखण्ड मजिस्ट्रेट बायतु को ग्राम बडनावा जागीर में मोहर्रम निकलने के स्थान से करबला स्थल तक, उपखण्ड मजिस्ट्रेट सिवाना को कस्बा सिवाना में मोहर्रम निकलने के स्थान से करबला स्थल तक तथा तहसीलदार एवं कार्यपालक मजिस्ट्रेट सिवाना को कस्बा समदडी में मोहर्रम निकलने के स्थान से करबला स्थल तक के लिए मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया है। 
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अल्पसंख्यक मामलात मंत्री खान 8 को बाडमेर आएगें 


बाडमेर, 01 दिसम्बर। अल्पसंख्यक मामलात एवं वक्फ राज्यमंत्री अमीन खां 8 दिसम्बर को बाडमेर आएगें। अपनी यात्रा के दौरान वे विभिन्न योजनाओं की समीक्षा करेंगे। 
निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार अल्प संख्यक मामलात राज्यमंत्री खान 8 दिसम्बर को प्रातः 8.00 बजे राजकीय कार द्वारा जैसलमेर से प्रस्थान कर प्रातः 10.30 बजे बाडमेर पहुंचेगे। वे सर्किट हाउस में लोगों से जन सम्पर्क के बाद सायं 5.00 बजे देताणी के लिए प्रस्थान करेंगे तथा रात्रि विश्राम देताणी में करेंगे। 9 दिसम्बर को आरक्षित कार्यक्रम के पचात वे 10 दिसम्बर को प्रातः 11.00 बजे उपखण्ड मुख्यालय िव, 11 को उपखण्ड मुख्यालय रामसर तथा 12 दिसम्बर को राजस्व निरीक्षक मुख्यालय बिजराड में अधिकारियों की बैठक लेगें जिसमें विद्युत, पेयजल, प्रासन गांव के संग कार्यक्रम, इन्दिरा आवास एवं मुख्यमंत्री बीपीएल आवास, नि:ाुल्क दवा वितरण एवं जननी सुरक्षा योजना, सार्वजनिक वितरण प्रणाली, राजीव गांधी सेवा केन्द्रों की प्रगति, सीमान्त क्षेत्र विकास कार्यक्रम सहित विभिन्न योजनाओं के सफल कि्रयान्वयन एवं प्रगति की समीक्षा करेंगे। 
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मोहर्रम के मद्देनजर निषेधाज्ञा जारी 
बाडमेर, 01 दिसम्बर । जिला मजिस्ट्रेट डॉ. वीणा प्रधान ने एक आदेश जारी कर मोहर्रम पर्व पर जिले में साम्प्रदायिक सदभाव तथा कानून एवं व्यवस्था बनाये रखने की दृष्टि से दण्ड प्रकि्रया संहिता 1973 की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा जारी की है। उक्त आदेश 4 दिसम्बर को प्रातः 6.00 बजे से लागू होकर 8 दिसम्बर को रात्रि 10 बजे तक अथवा अन्य आदेश होने तक प्रभावी रहेगा। 
जिला मजिस्ट्रेट डॉ. प्रधान द्वारा जारी आदेश के अनुसार उक्त अवधि के दौरान जिले की सीमा मे कोई भी व्यक्ति अस्त्रशस्त्र, तेज धार वाले शस्त्र लेकर सार्वजनिक स्थानों पर विचरण नहीं कर सकेंगे तथा ना ही ऐसे अस्त्रशस्त्र का प्रदर्शन कर सकेंगे। लेकिन यह प्रतिबन्ध शस्त्र अनुज्ञा पत्र स्वीकृत अथवा नवीनीकरण संबंधी एवं थाने मे जमा कराने हेतु विचरण पर लागू नहीं होगा। सिख समुदाय के व्यक्तियों को धार्मिक परम्परा अनुसार नियमानुसार निर्धारित कृपाण रखने की छूट रहेगी। निषेधाज्ञा अवधि दौरान कोई भी व्यक्ति विस्फोटक पदार्थ लेकर नहीं चल सकेगा न ही इसका प्रयोग करेगा या प्रयोग करने के लिए प्रेरित करेगा। बाडमेर जिले के बाजारों एवं सडकों पर कोई व्यक्ति ऐसे कोई नारे बाजी नहीं करेंगे जिसके कारण किसी अन्य समुदाय अथवा वर्ग के व्यक्तियों को ठेस पहुंचे, ना ही कोई व्यक्ति किसी के व्यवसाय मे किसी प्रकार का व्यवधान उत्पन्न कर सकेंगे। 
यह आदेश सीमा सुरक्षा बल, राजस्थान शस्त्र पुलिस, सिविल पुलिस, होमगार्ड, सेना एवं उन राज्य एवं केन्द्र कर्मचारियों पर लागू नहीं होगा जो कि उक्त अवधि मे कानून एवं शांति व्यवस्था के संबंध में अपने पास हथियार रखने को अधिकृत किये गये हो। उक्त आदेश की अवमानता दण्डनीय अपराध है, अवहेलना करने वाले व्यक्ति के विरूद्ध नियमानुसार अभियोग चलाया जायेगा। 
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तीन दिन किसी से नहीं मिल सकते चिंकारा शिकार के आरोपी सैनिक!

बाड़मेर.चिंकारा शिकार प्रकरण में फंसी सेना की यूनिट नहीं मिल पाई है। वनकर्मी नामजद आरोपियों का समन तामील कराने के लिए घूमते रहे, लेकिन बताए गए पते पर यूनिट मौजूद नहीं थी।

वन विभाग की टीम ने मोबाइल फोन पर कमांडिंग ऑफिसर से संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि वे युद्धाभ्यास में बिजी हैं और तीन दिन नहीं मिल सकते, न ही यह बता सकते हैं कि वे कहां अभ्यास कर रहे हैं। तीन समन के बावजूद नामजद सैनिकों के पेश नहीं होने पर अब वन विभाग गुरुवार को उनका गिरफ्तारी वारंट लेने का प्रयास करेगा।

झांसी स्थित 88 आम्र्ड वर्कशॉप यूनिट के पांच सैनिकों के चिंकारा शिकार प्रकरण में फंसने के बाद सेना ने उन्हें अपनी कस्टडी में ले लिया। वन विभाग बुधवार को पांचवे दिन भी उनसे पूछताछ नहीं कर पाया।

इधर सेना की यूनिट ने निम्बला गांव से मंगलवार को जगह बदल दी थी और वन विभाग को सूचना भेजी थी। वनकर्मी मंगलवार शाम पचपदरा के पास बताए गए पते पर समन तामील कराने पहुंचे, लेकिन उस इलाके में यूनिट का कोई पता नहीं चला।

आखिरी समन नहीं हो पाया तामील

वनकर्मी बुधवार को फिर आखिरी समन तामील कराने वहां पहुंचे, लेकिन देर शाम तक यूनिट का कहीं पता नही चल पाया। इस पर डीएफओ बीआर भादू ने यूनिट के कमांडिंग ऑफिसर अतुल बामजाई से संपर्क किया। बामजाई ने उन्हें बताया कि ‘सुदर्शन शक्ति’ अभ्यास के दौरान वे कहीं गुप्त जगह युद्धाभ्यास कर रहे हैं।

वे नहीं बता सकते कि 72 घंटे चलने वाला यह महत्वपूर्ण अभ्यास कहां चल रहा है, ना ही यूनिट का कोई सदस्य वहां से जा सकता है। उन्होंने कहा कि वे बताए गए पते पर दो दिन बाद पहुंच जाएंगे।

गिरफ्तारी वारंट के लिए अर्जी देगा वन विभाग

भादू ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ बिना जांच आगे नहीं बढ़ सकती, लेकिन उन्हें तलब करने के बावजूद वे पेश नहीं हुए हैं। आखिरी समन भी भेज दिया गया, लेकिन यूनिट लापता हो गई है।

गुरुवार को सरकारी वकील से इस प्रकरण में कानूनी सलाह लेने के बाद कोर्ट में गिरफ्तारी वारंट के लिए प्रार्थना पत्र दाखिल किया जाएगा।

वन विभाग के गिरफ्तारी वारंट के लिए प्रार्थना पत्र दाखिल करने पर कोर्ट नामजद आरोपी सूबेदार गोपीलाल, हवलदार बीआर नाथ, नायक एन. सरकार, लांस नायक परदेसी और सिपाही डीआर नायडू के खिलाफ नोटिस जारी करेगा। सुनवाई के बाद गिरफ्तारी वारंट जारी होगा।

यूनिट के नहीं लौटने पर कहां होगी तलाश?

झांसी स्थित 88 आम्र्ड वर्कशॉप यूनिट के कमांडिंग आफिसर बामजाई ने दो दिन बाद पचपदरा में बताए पते पर पहुंचने की बात कही है। यदि यूनिट वहां नहीं पहुंची तो वन विभाग उन्हें कहां तलाश करेगा, यह तय नहीं है। हालांकि अभी तक यूनिट के अधिकारी वन विभाग के संपर्क में हैं।

गौरतलब कि सेना की 21 स्ट्राइक कोर के नेतृत्व में अहमदाबाद व जोधपुर स्थित 11 व 12 डिवीजन के अलावा तीन ओर डिवीजन रेगिस्तान में अभ्यास कर रहे हैं। इन पांच डिवीजन की कई यूनिट हैं। ऐसे में कौनसी यूनिट कहां अभ्यास कर रही है, वन विभाग के लिए यह पता लगाना बड़ा मुश्किल होगा।

सुखसिंह से पूछताछ में सामने आएगी असलियत :

सेना हिरण शिकार प्रकरण में निम्बला गांव निवासी सुखसिंह से पूछताछ करना चाहती है, लेकिन उसका कहीं पता नहीं लग पाया है। उसकी तलाश के लिए सेना ने बाड़मेर एसपी से लिखित में मदद मांगी है।

सेना ने अभी यह खुलासा नहीं किया है कि उसका इस प्रकरण से क्या संबंध है, उसने यदि उसने हिरण शिकार कर मांस सैनिकों को सौंपा था तो उसका नाम वन विभाग को क्यों नहीं बताया गया। सेना का कहना है कि उससे पूछताछ से ही हिरण शिकार की असलियत सामने आ सकती है।

गौरतलब है कि वन विभाग को किसी गांव वाले ने ही हिरण शिकार और यूनिट में शिकार किए हिरण का मांस पकाने की तैयारी की सूचना दी थी।

"युद्धाभ्यास में यूनिट एक जगह से दूसरी जगह अभ्यास करने निकल जाती है। उसी तरह यह यूनिट भी किसी दूसरी लोकेशन पर अभ्यास करने गई है, लेकिन वन विभाग चाहे तो समन सेना के किसी भी यूनिट में जाकर दे सकता है। संभव हुआ तो उन्हें उस यूनिट की लोकेशन की जानकारी भी दी जा सकती है। उन्होंने कहा कि वन अधिकारी की गवाही, एफआईआर, सीज सामान व तमाम दस्तावेज नहीं मिलने की वजह से कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी पूरी नहीं हो रही है।"

-एसडी गोस्वामी, रक्षा प्रवक्ता

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चाकसू के पास ट्रैक्टर ट्रॉली पलटी, दस की मौत

जयपुर. टोंक रोड पर चाकसू के पास गुरुवार सुबह ट्रैक्टर ट्राली पलटने से उसमें सवार दस लोगों की मौत हो गई जबकि छह लोग घायल हो गए। यह सभी लोग सांगानेर में मकान के मुहूर्त के कार्यक्रम में के लिए जयपुर आ रहे थे। ट्रॉली में सवार सभी लोग निवाई के पास स्थित दयालपुरा गांव के रहने वाले थे तथा अधिकतर एक ही परिवार के थे।


पुलिस ने बताया कि गुरुवार सुबह दयालपुरा से करीब 20 लोग ट्रैक्टर ट्रॉली से सांगानेर के लिए रवाना हुए थे। इस दौरान कौथून के पास पीछे से डंपर ने ट्रॉली के टक्कर मार दी। ट्रॉली टेक्टर से जा भिड़ी इसके बाद ट्रैक्टर पलट कर ट्रॉली पर आ गिरा। ट्रॉली में सवार छह लोगों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि चार लोगों की अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई। गंभीर रुप से घायल चार लोगों को जयपुर के महात्मा गांधी अस्पताल में तथा दो को सवाई मानसिंह अस्पताल में भर्ती कराया है। मृतकों का पोस्टमार्टम जयपुर के एसएमएस अस्पताल में किया गया है। दुर्घटना के बाद कौथून रोड पर जाम लग गया। उधर, एक्सीडेंट के बाद डंपर चालक गाड़ी को भगा ले गया।

भंवरी प्रकरण: निलंबित थानेदार बना सीबीआई का मददगार


जोधपुर। बोरूंदा और ओसियां में थानेदार रह चुके निलंबित पुलिसकर्मी लाखाराम अब सीबीआई का मददगार बन गया है। लाखाराम इन दिनों रोज सर्किट हाउस आ रहा है और सीबीआई की जांच में मदद कर रहा है। संभवत: वह भंवरी अपहरण प्रकरण में सरकारी गवाह बनने को भी तैयार हो गया है। थानेदार लाखाराम पहले बोरुंदा पुलिस चौकी प्रभारी रह चुका है।


एएनएम भंवरी बोरुंदा की रहने वाली थी, इसलिए वह भी लाखाराम के संपर्क में थी। लाखाराम की उससे अक्सर बातचीत होती थी और मिलना- जुलना रहता था। बाद में उसका तबादला ओसियां थानाधिकारी के पद पर हो गया, मगर भंवरी से बातचीत का सिलसिला जारी रहा।
जब भंवरी पूर्व मंत्री मदेरणा को ब्लैकमेल करने लगी तो लाखाराम ने भंवरी से सौदा कराने में मध्यस्थ की भूमिका भी निभाई थी। इसका सबूत भंवरी की कॉल डिटेल में भी मौजूद है, भंवरी के फोन से काफी फोन लाखाराम के मोबाइल पर किए गए हैं और रिसीव भी हुए हैं। सीबीआई ने जब लाखाराम से पूछताछ की तो उसने इन रिश्तों व भूमिका को स्वीकार कर लिया। इसके बाद सीबीआई ने उसे सरकारी गवाह बनने के लिए तैयार किया और मदद लेनी आरंभ कर दी। अब वह नियमित रूप से रोजाना सुबह सर्किट हाउस आकर सीबीआई की मदद कर रहा है।



सीबीआई ने ऑडियो जांच के लिए आवाज नमूनों की अर्जी लगाई
सीबीआई की ओर से विशिष्ट लोक अभियोजक एसएस यादव ने गुरुवार को एसीजेएम महानगर मजिस्ट्रेट (सीबीआई) में आरोपी सोहनलाल व शहाबुद्दीन की आवाज के नमूने लेने की अर्जी लगाई है।


भंवरी अपहरण प्रकरण में कुछ दिन पहले भंवरी और सोहनलाल का ओडियो टेप बाजार में आया था। जेल में हुई दूसरे आरोपी शहाबुद्दीन व उसकी प्रेमिका रेहाना की बातचीत की रिकॉर्डिंग भी दो दिन पहले उजागर हुई थी। इन ओडियो टेप की आवाजों की जांच करने के लिए सीबीआई आरोपी सोहनलाल व शहाबुद्दीन की आवाज के नमूने लेने का प्रयास कर रही है। उल्लेखनीय है भंवरी-सोहनलाल की बातचीत में भंवरी अजमेर के लॉकर में चार सीडी होने का जिक्र करती है तथा सोहनलाल उसे पैसे दिलाने का वादा करता है।

दिन दहाड़े भतीज ने चाचा की हत्या की

दिन दहाड़े भतीज ने चाचा की हत्या की 

बाड़मेर सीमावर्ती बाड़मेर जिला मुख्यालय पर भीड़ भाद वाले इलाके में आज सुबह भातिज ने चाचा की चाकुओ से गोद कर हत्या कर दी .पुलिस अधीक्षक संतोष चालके ने बताया की बाड़मेर शहर की मुख्य बाज़ार रतन सिंह बाज़ार में एक शराब के ठेके पर सुरेश सोनी पुत्र तुलसीदास सोनी उम्र ३० साल शराब पीने गया जहा अज्ञात व्यक्ति ने आकर सुरेश पर चाकुओ से तबाद तोड़ वर किये जिससे सुरेश की मौके पर ही मौत हो गयी ,पुलिस को सुइचना मिलाने पर पुलिस अधीक्षक संतोष चालके उप अधीक्षक नाजिम अली खान सी आई लूंन सिंह सहित पुलिस बल मौके पर पहुँच शव को बरामद कर पोस्ट मार्टम के लिए भेजा पुलिस द्वारा गहन पूछताछ और जांच से खुलासा हुआ की सुरेश की हत्या उसके भतीज मुकेश ने की पुलिस बल मुकेश की तलास ककर रही हें इधर स्वर्णकार समाज के लोगो ने किसान छात्रावास से रेलवे फाटक ३२६ पर जाम लगा दिया तथा हत्यारों को गिरफ्तार करने की मांग की लगभग एक घंटा तक जाम लगाने के बाद पुलिस ने प्रदर्सन करियो को आश्वस्त किया की हत्यारे की पहचान कर ली गयी हें जल्द पकड़ा जाएगा .दिन दहाड़े भीड़ भरे इलाके में हत्या की खबर सुनते ही भरी भीड़ जमा हो गयी एक  बरगी क्षेत्र में सनसनी फेल गयी पुलिस  अधीक्षक ने समझदारी का परिचय देते हुए शव को घटनास्थल से तुरंत पोस्त्मर्तम के लिए भेज दिया अन्यथा माहौल गड़बड़ा जता