भंवरी मामले की चार्जशीट पेश करने के लिए सीबीआई ने अहम सबूत जुटा लिए हैं। सूत्रों के अनुसार सीबीआई को खून से सने कपड़े मिले हैं।
ये कपड़े आरोपी सोहनलाल और खून भंवरी का होने की आशंका है। खून का मिलान भंवरी के ब्लड ग्रुप से कराया जाएगा। इसके लिए सीबीआई ने उम्मेद अस्पताल से भंवरी का प्रसव का टिकट भी लिया है, जिसमें उसका ब्लड ग्रुप ओ-नेगेटिव है।
सीबीआई ब्लड ग्रुप के अलावा भंवरी के चेन व लॉकेट की केमिकल टेस्ट रिपोर्ट से यह सबूत जुटाने का प्रयास कर रही है कि सोहनलाल व शहाबुद्दीन ने ही तो भंवरी की हत्या नहीं कर दी।
सीबीआई अब तक की जांच से यह मान रही है कि एक सितंबर को सोहनलाल व शहाबुद्दीन ने अपहरण के बाद भंवरी को खत्म कर दिया। सोहनलाल ने पीपाड़ में एक रेडीमेड शोरूम से शर्ट खरीदा था। सीबीआई ने उस शोरूम संचालक से भी पूछताछ की है।
सरकारी गवाह बन सकता है निलंबित थानेदार
भंवरी मामले में फंसा निलंबित थानेदार लाखाराम संभवतया सरकारी गवाह बनने को तैयार हो गया है। बोरुंदा पुलिस चौकी प्रभारी रहने के दौरान उसका संपर्क भंवरी से हुआ था। ओसियां ट्रांसफर होने पर भी उसका भंवरी से संपर्क लगातार बना हुआ था।
लाखाराम ने भंवरी और बर्खास्त मंत्री महिपाल मदेरणा में सुलह कराने के लिए भी मध्यस्थता की थी। अब वह नियमित रूप से रोजाना सुबह सर्किट हाउस आता है और पूरे दिन सीबीआई की मदद करता है। गुरुवार को लाखाराम के अलावा दो-तीन ग्रामीणों से भी पूछताछ की गई।
आरोपियों की आवाज के नमूने लेंगे
सीबीआई की ओर से विशिष्ट लोक अभियोजक एसएस यादव ने गुरुवार को एसीजेएम महानगर मजिस्ट्रेट (सीबीआई) के समक्ष आरोपी सोहनलाल व शहाबुद्दीन की आवाज के नमूने लेने की अर्जी लगाई है।
दोनों आरोपियों के वकीलों ने इसका यह कहते हुए विरोध किया कि ये दोनों अभी मुल्जिम नहीं हैं, इसलिए इसके लिए उनकी सहमति जरूरी है।
उन्होंने शक जताया कि सीबीआई इन नमूनों की आड़ में दोनों पर दबाव डाल सकती है। न्यायिक मजिस्ट्रेट ने दलील सुनने के बाद फैसला शुक्रवार तक सुरक्षित रख लिया।
भंवरी और सोहनलाल तथा शहाबुद्दीन व उसकी प्रेमिका रेहाना की बातचीत के बाजार में आए टेपों की जांच के लिए सीबीआई इनकी आवाज के नमूने चाहती है।
ये कपड़े आरोपी सोहनलाल और खून भंवरी का होने की आशंका है। खून का मिलान भंवरी के ब्लड ग्रुप से कराया जाएगा। इसके लिए सीबीआई ने उम्मेद अस्पताल से भंवरी का प्रसव का टिकट भी लिया है, जिसमें उसका ब्लड ग्रुप ओ-नेगेटिव है।
सीबीआई ब्लड ग्रुप के अलावा भंवरी के चेन व लॉकेट की केमिकल टेस्ट रिपोर्ट से यह सबूत जुटाने का प्रयास कर रही है कि सोहनलाल व शहाबुद्दीन ने ही तो भंवरी की हत्या नहीं कर दी।
सीबीआई अब तक की जांच से यह मान रही है कि एक सितंबर को सोहनलाल व शहाबुद्दीन ने अपहरण के बाद भंवरी को खत्म कर दिया। सोहनलाल ने पीपाड़ में एक रेडीमेड शोरूम से शर्ट खरीदा था। सीबीआई ने उस शोरूम संचालक से भी पूछताछ की है।
सरकारी गवाह बन सकता है निलंबित थानेदार
भंवरी मामले में फंसा निलंबित थानेदार लाखाराम संभवतया सरकारी गवाह बनने को तैयार हो गया है। बोरुंदा पुलिस चौकी प्रभारी रहने के दौरान उसका संपर्क भंवरी से हुआ था। ओसियां ट्रांसफर होने पर भी उसका भंवरी से संपर्क लगातार बना हुआ था।
लाखाराम ने भंवरी और बर्खास्त मंत्री महिपाल मदेरणा में सुलह कराने के लिए भी मध्यस्थता की थी। अब वह नियमित रूप से रोजाना सुबह सर्किट हाउस आता है और पूरे दिन सीबीआई की मदद करता है। गुरुवार को लाखाराम के अलावा दो-तीन ग्रामीणों से भी पूछताछ की गई।
आरोपियों की आवाज के नमूने लेंगे
सीबीआई की ओर से विशिष्ट लोक अभियोजक एसएस यादव ने गुरुवार को एसीजेएम महानगर मजिस्ट्रेट (सीबीआई) के समक्ष आरोपी सोहनलाल व शहाबुद्दीन की आवाज के नमूने लेने की अर्जी लगाई है।
दोनों आरोपियों के वकीलों ने इसका यह कहते हुए विरोध किया कि ये दोनों अभी मुल्जिम नहीं हैं, इसलिए इसके लिए उनकी सहमति जरूरी है।
उन्होंने शक जताया कि सीबीआई इन नमूनों की आड़ में दोनों पर दबाव डाल सकती है। न्यायिक मजिस्ट्रेट ने दलील सुनने के बाद फैसला शुक्रवार तक सुरक्षित रख लिया।
भंवरी और सोहनलाल तथा शहाबुद्दीन व उसकी प्रेमिका रेहाना की बातचीत के बाजार में आए टेपों की जांच के लिए सीबीआई इनकी आवाज के नमूने चाहती है।
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