शनिवार, 30 जुलाई 2011

पुणे की 33 वर्षीय सुचेता 1623 किलोमीटर में फैले गोबी रेगिस्तान पार करने वाली पहली भारतीय महिला
























पुणे। महाराष्ट्र में पुणे की 33 वर्षीय सुचेता 1623 किलोमीटर में फैले गोबी रेगिस्तान पार करने वाली पहली भारतीय महिला बन गई हैं। गोबी रेगिस्तान एशिया का सबसे बड़ा और विश्व का पांचवा बड़ा रेगिस्तान है।
रिपले डेवनपोर्ट की अगुवाई में गए 13 सदस्यीय अभियान में शामिल सुचेता ने अपना अभियान 15 जुलाई को पूरा किया। तब 60 दिवसीय इस अभियान के खत्म होने में नौ दिन बाकी थे।
मंगोलिया की रेत की गर्मी में यह साहसिक कारनामा करने वाली वह पहली भारतीय महिला बन गई हैं। इस अभियान के लिए गए 13 सदस्यीय दल में से केवल सात ही मंजिल तक पहुंच पाए। सुचेता कदेथांकर के साथ साथ ऑस्ट्रेलिया और सिंगापुर की एक एक महिला को भी गोबी रेगिस्तान पार करने में सफलता मिली। शेष छह सदस्य घायल होने या किसी अन्य कारण के चलते अभियान से अलग हो गए थे।
शहर वापस लौटने के बाद सुचेता ने कहा कि गोबी को पार करते समय सबसे बड़ी चुनौती मिशन पूरा करने को हौसला बनाए रखने की थी। पर्वतारोहण के दौरान जहां हर कदम पर परिदृश्य बदलता रहता है वहीं रेगिस्तान में दूर दूर तक केवल रेत ही नजर आती है।
अभियान के दौरान सुचेता हर दिन औसतन 32 किमी चलती थीं। 25 मई को उनका अभियान मंगोलिया के खोंगोर्न के उत्तर से शुरू हुआ था

गौ मूत्र से जलने वाला एक लैंप तैयार किया

फर्रुखाबाद।। कानपुर के एक युवा वैज्ञानिक ने गौ मूत्र से जलने वाला एक लैंप तैयार किया है और हाल ही में इसका तरीका भी प्रदर्शित किया गया। वैज्ञानिक सभाबहादुर सिंह ने प्रदर्शन के बाद बताया कि वैज्ञानिकों ने गौ-मूत्र से जलने वाला ज्योति लैम्प बनाकर बिजली के घोर अभाव में उजाला फैलाकर नई दिशा दी है।

उनका कहना है कि यह लैम्प देशी गाय के मूत्र से ही प्रकाश पैदा करेगा। एक बार चार्ज होने पर 400 घंटे तक प्रकाश मिलने का दावा किया गया है। सिंह का कहना है कि इस लैम्प के जरिए मोबाइल भी चार्ज किया जा सकता है। लैंप के डिस्चार्ज होने पर उसे पुन: गो-मूत्र डालने से रीचार्ज किया जा सकता है। लैम्प की कीमत मात्र 200 रुपया बताई गयी है।

वैज्ञानिक का यह भी दावा है गोबर से बनाई गयी गैस से मोटरसाइकिल भी चलाई जा सकती है। एक किलो गैस से मोटरसाइकिल 70 किलोमीटर चलेगी। 

टीवी एक्ट्रेस से ड्राइवर ने की रेप की कोशिश

टीवी एक्ट्रेस से ड्राइवर ने की रेप की कोशिश 
 

मुंबई। टेलीविजन एक्ट्रेस एकता तिवारी ने अपने ड्राइवर के खिलाफ बलात्कार की कोशिश करने का केस दर्ज कराया है। स्टार प्लस के डेली सोप "तेरे मेरे सपने" में "राधा" का किरदार निभाकर सुर्खियों में आई एकता तिवारी ने अपने ड्राइवर पर आरोप लगाया है कि गुरूवार की रात ड्राइवर ने भायंदर स्थित एक्ट्रेस के फ्लैट में न सिर्फ उसके साथ छेड़छाड़ और रेप की कोशिश की, बल्कि उसे धमकाया भी।

नवघर पुलिस के मुताबिक एकता भायंदर के नयानगर इलाके में स्थित फ्लैट में अकेली रहती हैं। एकता ने लगभग तीन महीने पहले मीरा रोड में रहने वाले साजिद सैयद (26) को अपने यहां ड्राइवर की नौकरी पर रखा था। एकता ने 15 दिन पहले ही सैयद को नौकरी ने निकाल दिया था। एकता के अनुसार - "मुझे एक ड्राइवर की जरूरत थी। मेरे एक पहचान वाले ने मुझे सैयद से मिलवाया था। मेंने उसे नौकरी पर रख भी लिया था। मैं सैयद से बातें किया करती थी, पर कभी भी उसके साथ कोई पर्सनल बात शेयर नहीं की।"

एकता ने बताया कि "हालांकि, शायद सैयद ने मेरी बातों और दोस्ताना व्यवहार का गलत मतलब निकाल लिया। वो मुझसे प्यार करने लगा। वो जिस तरह से मुझसे व्यवहार करता था, उससे में काफी असहज थी। इसलिए 15 दिन पहले मैंने उसे नौकरी से निकाल दिया।" टीवी एक्ट्रेस की मानें तो-"नौकरी से निकाले जाने के कारण शायद उसके इगो को ठेस पहुंची और इसका बदला लेने के लिए ही उसने मेरे साथ रेप की कोशिश की।" एक्ट्रेस ने बताया कि - "गुरूवार को सैयद मेरे फ्लैट पर आया और अंदर घुसते ही उसने मेरी बांह पकड़ ली। वो मुझे घसीटते हुए बेडरूम तक ले गया और मेरे कपड़े तक फाड़ दिए।"

नवघर पुलिस थाने के एपीआई एम श्री वाड़कर के अनुसार - "एकता ने जो शिकायत दर्ज कराई है उसमें बताया है कि हालांकि, फ्लैट में एक्ट्रेस के चीखने व चिल्लाने की आवाज सुनकर बिल्डिंग में रहने वाले पड़ोसी मदद के लिए पहुंचे। पड़ोसियों ने सैयद के चंगुल से एकता को छुड़ाया, हालांकि, वो सैयद को पकड़ कर पुलिस के हवाले करने में नाकाम रहे। सैयद फिलहाल फरार है। पुलिस सैयद को तलाश रही है और इस पूरी घटना की छानबीन में जुट गई है। " 

55 सालों से गरीब मरीजों का इलाज मात्र 5 रूपए में


रांची। आज जहां अधिकांश डॉक्टर, मरीजों के इलाज के लिए हजारों रूपए वसूल करते हैं, वहीं दूसरी ओर एक ऐसा डॉक्टर भी है जो पिछले 55 सालों से गरीब मरीजों का इलाज मात्र 5 रूपए में कर रहा है। डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी उन मरीजों के लिए भगवान का ही एक रूप हैं जो मंहगे अस्पतालों में इलाज का खर्चा नहीं उठा सकते।
मंहगे इलाज की मार झेल रहे एक व्यक्ति हरिनंदन सिंह है, जो कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी का गुणगान करते नहीं थकता। हरिनंदन ने जीवन में श्यामा प्रसाद उस वक्त अवतार साबित हुए जब वे अपने बीमार बेटे के इलाज में मंहगे अस्पतालों के चक्कर लगा-लगाकर थक चुके थे। उस वक्त श्यामा प्रसाद ने मात्र 5 रूपए में बीमार बेटे का इलाज कर हरिनंदन की परेशानियों को कम किया।
अपने बेहद सस्ते इलाज के बारे में बताते हुए श्यामा प्रसाद ने कहा "मैं डॉक्टर के पेशे को धन-दौलत बढ़ाने का पेशा नहीं समझता। इसीलिए मैं ने अपने लिए एक सीमा रेखा निर्धारित की है। मैं गरीब और असहाय लोगों की मदद करना चाहता हूं। अगर मुझे लखपति और करोड़पति बनना होता तो कोई और पेशा अपनाता।"
गौरतलब है कि 75 वर्षीय मुखर्जी सन 1957 से डॉक्टरी के पेशे में हैं और तभी से बीमार लोगों का सस्ता इलाज कर अपनी सेवाएं दे रहे हैं।

बेडशीट बता देगी, पार्टनर ने बेवफाई तो नहीं की


नई दिल्ली।। पार्टनर कहीं बेवफाई तो नहीं कर रहा, बेडशीट इससे चुटकियों में पर्दा उठा सकती है। कैसे? चलिए आपको दुबई के राज कनोडिया का किस्सा बताते हैं।

दुबई के राज कनोडिया को अपनी पत्नी पर शक था। उन्हें लग रहा था कि उनकी पत्नी घर में न रहने पर उनसे बेवफाई करती है। राज ने एक दिन पत्नी के घर से जाने के बाद इस्तेमाल की गई बेडशीट और अपनी लार का नमूना कूरियर कर हैदराबाद की एक लैबरेटरी को भेज दिया।

एक हफ्ते के बाद राज़ को जो रिपोर्ट मिली, उसने उनके होश उड़ा दिए। राज के मुताबिक,'जैसा मुझे शक था बेडशीट पर मिला धब्बा वीर्य का था और उसका डीएनए मुझसे मैच नहीं करता था।' राज की तरह ही भारत में कई युवा अपने पार्टनर की वफादारी चेक करने के लिए इस तरह के टेस्ट करवा रहे हैं।

भारत में इस तरह के टेस्ट की डिमांड खूब बढ़ रही है। वन टच सल्यूशन ( OTS) लैबरेटरी में हर महीने इस तरह की दो या तीन रिक्वेस्ट आती हैं। इसमें से अधिकतर युवा और विवाहित लोग होते हैं।

डीएनए टेस्ट कंसल्टेंट रितु सोहने बताते हैं कि विदेश में यह टेस्ट काफी प्रचलित है, लेकिन अब भारत में भी यह पॉप्युलर होने लगा है।

लैब में कॉन्डम, सिगरेट, अंडरवेयर, वैक्सिंग स्ट्रिप, टंग क्लिनर, बेडशीट आदि भेजे जाते हैं। गुडगांव की इंडियन बायोसाइंस लैबरेटरी में भी हर महीने इस तरह की चार से पांच रिक्वेस्ट मिलती हैं। लगभग सभी का मकसद पार्टनर की वफा का पता लगाना होता है। कंपनी इसके लिए 27,920 रुपये चार्ज करती है।

शहर में नया इंडस्ट्रियल एरिया विकसित करने की कवायद


 बाड़मेर शहर में नया इंडस्ट्रियल एरिया विकसित करने की कवायद से औद्योगिक विकास की उम्मीदें बढ़ गई हैं। जिला मुख्यालय पर रीको के चतुर्थ चरण के रूप में इंडस्ट्रियल एरिया विकसित करने के लिए हाइवे के भूमि आबंटन के प्रस्ताव तैयार किए जाएंगे। फिलहाल रीको एरिया में इकाइयां संचालित हो रही है। यहां लोड बढऩे से औद्योगिक गतिविधियां प्रभावित हो रही हैं।
शहर के पास इंडस्ट्रियल एरिया विकसित करने के निर्णय के बाद गुरुवार को जिला कलेक्टर गौरव गोयल की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में भूमि चिह्नित करने के संबंध में विचार- विमर्श किया गया। इस दौरान नए इंडस्ट्रियल एरिया के लिए जैसलमेर रोड, जोधपुर रोड, महाबार व सांचौर रोड के पास भूमि चिह्नित कर प्रस्ताव तैयार करने पर सहमति बनी। इसके लिए राष्ट्रीय राजमार्ग को प्राथमिकता देने का निर्णय लिया गया। साथ ही स्टेट हाइवे को दूसरे विकल्प के रूप में भी रखा गया है। इसके लिए सरकारी भूमि उपलब्ध नहीं होने पर निजी भूमि में 25 फीसदी एरिया विकसित करने के बाद लौटाने की नीति के तहत उचित स्थल चयन कर प्रस्ताव बनाए जाएंगे।
कलेक्टर गौरव गोयल ने बताया कि औद्योगिक इकाइयों के लोड बढ़ ने के आवेदनों को शीघ्र निपटाया जाए। साथ ही बालोतरा के सभी औद्योगिक क्षेत्रों में नियमित सफाई व पौधरोपण के लिए रीको, लघु उद्योग मंडल व सीईपीटी को निर्देश दिए। बैठक में खनिज विभाग व राजस्थान वित्त निगम से संबंधित विषय पर विस्तार से चर्चा की गई। साथ ही जिप्सम की बंद खा दानों को चालू करने को कहा। इस दौरान जिला उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधक ओ.पी. गोस्वामी, जिला उद्योग अधिकारी भीखाराम चौधरी, सहायक वन संरक्षक हनुमानराम चौधरी, रीको के क्षेत्रीय प्रबंधक एस.एन. रामदेव, लघु उद्योग एसोसिएशन के प्रतिनिधि गनी मोहम्मद समेत कई अधिकारी मौजूद थे।

भाभी को सबक सिखाने ननद ने रच दिया घिनौना षडय़ंत्र!

वडोदरा। हाल ही में कक्षा 12वीं कक्षा में पढऩे वाली लड़की को कुछ युवकों द्वारा कार में बिठाकर उसके कपड़े फाड़ देने का मामला सामने आया था। पुलिस ने जांच करते हुए एक हफ्ते के भीतर इसका पर्दाफाश कर दिया है। लेकिन इस मामले का खुलासा ऐसा-वैसा नहीं, बल्कि चौंकाकर रख देने वाला है। दरअसल यह पूरी कहानी खुद छात्रा ने ही गढ़ी थी। छात्रा के अनुसार भाभी ने उसे एक ब्लू फिल्म के कुछ प्रिंट के साथ रंगे हाथों पकड़ लिया था। बस इसी बात का बदला लेने के लिए उसने यह भयानक षडय़ंत्र रच दिया कि भैया-भाभी का रिश्ता तलाक की दहलीज तक पहुंच गया। घटना का खुलासा होने के बाद भी भाभी अब ससुराल आने को तैयार नहीं है।

पूरी कहानी कुछ इस तरह है- 22 जुलाई को छात्रा ने आरोप लगाया था कि ट्यूशन से लौटते समय उस कुछ लोगों ने कार से उसका अपहरण कर उसके कपड़े फाड़ डाले थे। छात्रा ने घर पर बताया था कि अपहरणकर्ताओं ने उससे कहा है कि घर जाकर अपने भैया से बोल देना कि वह अपनी बीवी (भाभी) से अलग हो जाए, वरना अंजाम बुरा होगा।
छात्रा (ननद) ने यह पूरी कहानी इसलिए गढ़ी थी कि उसके परिजनों को यह विश्वास हो जाए कि यह काम भाभी के प्रेमी ने किया है। छात्रा ने तो एक लड़के को भाभी का प्रेमी भी बता दिया था। लेकिन पुलिस पूछताछ में यह बात पूरी तरह गलत निकली।

छात्रा के षडय़ंत्र का दूसरा हिस्सा:
छात्रा के पास एक मोबाइल फोन भी था, जबकि इसकी जानकारी परिजनों को नहीं थी। वह यही समझते थे कि उसके पास कोई मोबाइल फोन नहीं है। छात्रा मोबाइल का यूज इस ढंग से करती थी कि घर में यह बात किसी को पता ही नहीं चल सकी। इसके अलावा छात्रा ने दो फर्जी सिम कार्ड भी ले रखे थे।

लेकिन पुलिस ने इसका भंडाफोड़ भी कर दिया क्योंकि छात्रा ने अपने इसी मोबाइल से अपने भाई, मामा और उसके दो सहपाठियों को धमकी भरे एसएमएस किए थे। पुलिस ने जब एक एसएमएस की जांच की तो उसे फोन नंबर मिल गया। इसके बाद पुलिस ने मोबाइल डिटेल और आईएमआई नंबर के आधार पर मोबाइल लोकेशन का पता लगा लिया। इसके बाद पुलिस ने कुछ कॉल डिटेल भी निकलवाईं और पुलिस को पता चल गया कि इस मोबाइल का यूज ख्ुाद छात्रा ही कर रही थी। बस इसी के बाद पुलिस ने छात्रा को धर दबोचा और पुलिस के सामने छात्रा ने तोते की तरह सारी कहानी उगल दी कि वह भाभी से बदला लेना चाहती थी। इसीलिए उसने यह पूरा षडय़ंत्र रचा।

शादी टूटने के कगार पर आ गई थी
घटना के बाद छात्रा के भैया-भाभी के बीच तलाक की नौबत आ चुकी थी। क्योंकि भाभी का प्रेमी होने की बात की आशंका से ही पूरे घर का माहौल खराब हो गया था। अपने ऊपर झूठा आरोप लगते देख भाभी भी गुस्सा होकर मायके चली गई थी। हालांकि परिजनों के समझाने के बाद भी छात्रा की भाभी के मायके वाले राजी नहीं हुए हैं।

 

भारतीय मूल की अमेरिकी गवर्नर निक्की हेली विवादों में फंसी

वाशिंगटन. डेमोक्रेट सांसदों ने नॉर्थ कैरोलिना की भारतीय मूल की अमेरिकी गवर्नर निक्की हेली पर आरोप लगाया है कि उन्होंने राजनीतिक फायदे के लिए 2001 में अपने मतदाता पंजीकरण आवेदन में अपनी नस्ल ‘श्वेत’ बताई।

स्थानीय पोस्ट और कूरियर के मुताबिक डेमोक्रेटिक पार्टी को इस संबंध में दस्तावेज मिले हैं। पार्टी अब इस बात को चुनौती देने वाली है कि क्या निक्की का खुद को कभी श्वेत और कभी दूसरे मूल का बताना उन्हें प्रदेश के नए मतदाता नियम के तहत मतदान करने के लिए अयोग्य नहीं ठहराता?

स्टेट डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रमुख डिक हापरूटलियॉन ने कहा कि सवाल यह नहीं है कि निक्की ने कभी अपनी नस्ल श्वेत बताई या नहीं, सवाल यह है कि कभी उन्होंने कुछ कहा और कभी कुछ और। उन्होंने कहा ‘निक्की ने टीवी पर दिए साक्षात्कारों में खुद को अल्पसंख्यक बताया।

लेकिन, जब उन्हें मतदान के लिए पंजीकरण कराना था तो उन्होंने खुद को श्वेत बताया।’निक्की नॉर्थ कैरोलिना की पहली महिला गवर्नर हैं। साथ ही सिख समुदाय और भारतीय मूल की पहली महिला अमेरिकी गवर्नर होने का गौरव भी हासिल है।

 

एकसाथ 30 बुजुर्गो ने मांगी इच्छा मृत्यु

एकसाथ 30 बुजुर्गो ने मांगी इच्छा मृत्यु 
 

अजमेर । सेवानिवृत्ति के दो-तीन वर्ष बाद भी ग्रेच्युटी और पेंशन का भुगतान नहीं मिलने से दु:खी ब्यावर नगर परिषद के 30 सेवानिवृत्त कर्मचारियों ने सम्भागीय आयुक्त और कलक्टर से इच्छा मृत्यु की इजाजत मांगी है।

ब्यावर नगर परिषद प्रशासन ने परिषद की कमजोर आर्थिक स्थिति का हवाला देते हुए करीब 30 सेवानिवृत्त कर्मचारियों को सेवानिवृत्ति के 8 महीने से 3 वर्ष तक बीतने के बाद भी ग्रेच्युटी, बकाया भत्तों और पेंशन का भुगतान नहीं किया है। सेवानिवृत्त कर्मचारियों ने गत दिनों कलक्टर मंजू राजपाल और ब्यावर नगर परिषद के सभापति डॉ. मुकेश मौर्य को ज्ञापन देकर भुगतान कराने की मांग की थी। सेवानिवृत्त कर्मचारियों के दबाव में कुछ कर्मचारियों को 50-50 हजार रूपए का भुगतान प्रारम्भिक किश्त के रूप में किया गया था।

इन कर्मचारियों का कहना है कि परिषद के खाते में 2 करोड़ 50 लाख रूपए जमा हैं जबकि रिटायर्ड कर्मचारियों को केवल 90 लाख रूपए ही भुगतान करना है। इसके बावजूद परिषद की ओर से उन्हें भुगतान नहीं किया जा रहा। सेवानिवृत्त कर्मचारियों ने कहा कि परिषद की ओर से उन्हें भुगतान नहीं किए जाने से दुखी होकर इच्छा मृत्यु की मांग रहे हैं।

नोटिस जारी किए हैं
सेवानिवृत कर्मचारियों का कहना है कि सभापति की ओर से उनके भुगतान में रूचि नहीं ली जा रही है। मैंने इस संवेदनशील मामले में कार्रवाई नहीं करने पर ब्यावर नगर परिषद आयुक्त को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
राजपाल सिंह चौहान,उप निदेशक, स्थानीय निकाय विभाग

ऎसा संभव नहीं
विकास व देनदारियों में सामंजस्य बैठाकर ही काम किया जाएगा। पेंशनर को छठे वेतन आयोग सहित अन्य लाभ दिए गए हैं। लेकिन वे एकमुश्त राशि लेने का दबाव बनाना चाह रहे हैं। ऎसा संभव नहीं है।
डॉ. मुकेश मौर्य,
सभापति, नगर परिषद, ब्यावर 

"बुड्ढ़ा होगा..." को ऑस्कर से न्यौता

"बुड्ढ़ा होगा..." को ऑस्कर से न्यौता 
 

नई दिल्ली। बॉलीवुड अभिनेता अमिताभ बच्चन की फिल्म "बुड्ढा होगा तेरा बाप" ने भले ही टिकट खिड़की पर पानी नहीं मांगा हो लेकिन एकेडमी ऑफ मोशन पिक्चर आट्र्स एंड साइंस को फिल्म इतनी पसंद आई कि इसकी पटकथा को लाइब्रेरी में रखने के लिए आमंत्रित किया है।

68 वर्षीय मेगास्टार ने माइक्रोब्लॉगिंग साइट टि्वटर पर लिखा है कि लॉसएंजलिस स्थित एकेडमी ने उन्हें फिल्म की स्क्रिप्ट उनकी लाइब्ररी में रखे जाने के लिए पत्र लिखा है। उल्लेखनीय है कि पुरी जगन्नाथ द्वारा निर्देशित इस फिल्म में अमिताभ ने एंग्री ओल्ड मैन का किरदार निभाया है जो कि खुद को जवान समझता है। फिल्म में बिग के अलावा हेमा मालिनी, रवीना टंडन, सोनू सूद और सोनल चौहान भी दिखाई दिए हैं। 

हैवान बना पति, ऑफिस में घुसकर पत्नी को मार डाला


टोरंटो. वैंकुवर के बाहरी इलाके में राजपुरा की मिचमंडी निवासी रविंदर कौर भंगू (24) की उसके पति ने हत्या कर दी है। रविंदर एक अंग्रेजी/पंजाबी अखबार में काम करती थी।
पत्रकार सुखमिंदर चीमा के अनुसार रविंदर की हत्या उसके पति सनी भंगू (26) ने की। सनी वीरवार को अखबार के ऑफिस में आया और मांस काटने के चाकू से रविंदर पर हमला कर दिया। इससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई। इस हमले में एक अन्य पत्रकार युवती और एक फोटोग्राफर भी गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस ने सनी को गिरफ्तार कर लिया है। रविंदर ने सनी को छोड़ दिया था, शायद इसी वजह से सनी नाराज चल रहा था।

दो नवजात बालिकाओं की रहस्यमय मौत ,क्या इन दो नवजात बच्चियों को मारा गया है!


क्या इन दो नवजात बच्चियों को मारा गया है!

कलेक्टर ने एसडीएम को दिए जांच के आदेश
बेटियों की सच्चाई, आंकड़ों की गवाही


जैसलमेर& देवीकोट स्वास्थ्य केंद्र में दो नवजात बालिकाओं की रहस्यमय मौत हो गई। जिले के सीतोड़ाई व छोड़ के दो परिवारों में जन्मी इन बालिकाओं को जानबूझ कर मौत के हवाले किए जाने का संदेह जताया जा रहा है। स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं से मिली जानकारी के मुताबिक इनमें से एक बच्ची को उसकी मां ने दूध ही नहीं पिलाया। कलेक्टर एमपी स्वामी ने एसडीएम को मामले की जांच करने के निर्देश दिए हैं। देवीकोट स्वास्थ्य केंद्र में हुए दो महिलाओं के प्रसव के बाद एएनएम की पहली जांच के दौरान दोनों बालिकाएं मृत पाई गई। देवीकोट स्वास्थ्य केंद्र में सीतोड़ाई की एक महिला ने 23 जुलाई को और छोड़ की एक अन्य गर्भवती ने 25 जुलाई को कन्याओं को जन्म दिया था। प्रसव के बाद 48 घंटे के भीतर किए गए एएनएम के फालोअप में पता चला कि दोनों ही बालिकाओं की मौत हो चुकी है। एएनएम व चिकित्सा प्रभारी के अनुसार छोड़ में हुई मौत का कारण बालिका को दूध नहीं पिलाना बताया गया वहीं सीतोड़ाई वाले मामले का खुलासा नहीं हो पाया है। कुछ माह पूर्व जिले के देवड़ा गांव में भी ऐसा ही एक मामला सामने आया था।

बेटी ने दी शहीद पिता को अंतिम विदाई


बेटी ने दी शहीद पिता को अंतिम विदाई

जोधपुर. आतंकियों से मुकाबला करते जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में शहीद हुए जोधपुर के सपूत नायब सूबेदार लालसिंह खींची को शुक्रवार को सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। 

इंडियन एयरलाइंस के विमान से जोधपुर पहुंची शहीद की पार्थिव देह को एयरपोर्ट पर सेना के 12 कोर,19 राजपूताना राइफल और 57 राष्ट्रीय राइफल की ओर से पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्घांजलि दी गई। बाद में पार्थिव देह के पैतृक गांव पहुंचते ही परिवार सहित गांव में शोक की लहर दौड़ गई।
 

शहीद की अंतिम यात्रा में सेना की टुकड़ी के साथ जवानों, अधिकारियों, हजारों की संख्या में ग्रामीणों और गणमान्य नागरिकों ने भाग लेकर शहीद की अंतिम विदाई दी

जालोर,सिरोही ..... न्यूज़ बॉक्स ...आज की खबरे


प्रेमिका को मार खुद ने की आत्महत्या
भीनमाल के निकट दांतीवास गांव की घटना, प्रेमी युवक ने पहले युवती के घोंपे चाकू फिर खुद पर किए वार, दोनों थे शादीशुदा 

भीनमाल
 निकटवर्ती दांतीवास गांव में प्रेम-प्रसंग के चलते एक युवक ने युवती को चाकू घोंपकर घायल करने के बाद खुद ने भी शरीर पर चाकू से वार कर आत्महत्या कर ली। घटना के करीब चार घंटे बाद इलाज के दौरान युवती ने भी दम तोड़ दिया। दोनों ही शादीशुदा थे और इनके बीच लंबे समय से प्रेम प्रसंग चल रहा था। दोनों दूर के रिश्ते में भाई बहन लगते हैं। 

थानाधिकारी दलपतसिंह भाटी ने बताया कि दांतीवास निवासी नरपत उर्फ नरसा (22) पुत्र जैसा राम भील ने शुक्रवार दोपहर करीब एक बजे अपनी पड़ोसी ममता पुत्री भोपा राम भील को रास्ते में रोककर साथ चलने के लिए कहा। युवती के इंकार करने पर उसने चाकू के वार से युवती को घायल कर दिया और फिर खुद को भी चाकू से वार कर घायल कर लिया। घायल अवस्था में वह पास ही में छोगाराम के रहवासी ढाणी के पास जाकर गिर गया। जहां उसकी मौत हो गई। इधर, घटना के समय युवती के साथ मौजूद उसकी भुआ की लड़की अंबू के चिल्लाने पर आस पास के लोग मौके पर पहुंचे और घायल ममता को अस्पताल पहुंचाया। यहां से रैफर करने के बाद बीच रास्ते में उसने भी दम तोड़ दिया। घटना की सूचना पर पुलिस उप अधीक्षक जयपाल सिंह यादव और थानाधिकारी दलपतसिंह भाटी मय पुलिस दल ने मौका स्थल पहुंचकर घटना स्थल का निरीक्षण कर परिजनों
संतोष भारती बार अध्यक्ष निर्वाचित
बार एसोसिएशन के हुए चुनाव, शाम को की गई परिणामों की घोषणा 

जालोर
 अभिभाषक संघ जालोर के वर्ष 2011 की कार्यकारिणी के चुनाव शुक्रवार शाम को संपन्न हुए, जिसके बाद शाम को ही चुनाव परिणामों की घोषणा भी कर दी गई। जिसमें अध्यक्ष पद पर संतोष भारती 3 मतों से विजयी हुए। भारती को कुल 97 मत मिले, जबकि गोपालसिंह राजपुरोहित को 94 मत प्राप्त हुए। मतांतर कम होने से अध्यक्ष पद के लिए दुबारा मतगणना की गई, लेकिन भारती रि-काउंटिंग में भी 3 मतों से ही विजयी रहे। 

इसी प्रकार उपाध्यक्ष पद नरपतसिंह देवड़ा 15 मतों से विजयी हुए। देवड़ा को 104 मत मिले, जबकि मोहम्मद इलियास को 89 मत प्राप्त हुए। कोषाध्यक्ष पद पर करणीदान चारण 15 मतों से विजयी हुए। चारण को 103 मत प्राप्त हुए, जबकि पदम सिंह को 88 मत प्राप्त हुए। इससे पूर्व दिनभर मतदान की प्रक्रिया चली। जिसमें सदस्यों ने एक एक वोट डाला। इस दौरान प्रत्याशी और उनके समर्थक अपने पक्ष में वोट डालने की अपील करते नजर आए।

किसानों का अनिश्चितकालीन धरना 1 से
क्षेत्र के किसानों की विभिन्न समस्याओं व नर्मदा नहर के सांचौर लिफ्ट कैनाल का कार्य शीघ्र पूरा करने की मांग को लेकर भारतीय किसान संघ के बैनर तले 1 अगस्त से उपखंड कार्यालय के समक्ष अनिश्चित कालीन धरना प्रदर्शन किया जाएगा। 

इसको लेकर शुक्रवार को डाक बंगले में किसान संघ के पदाधिकारियों के साथ प्रेस वार्ता भी हुई। जिसमें संघ के प्रांतीय उपाध्यक्ष सोमाराम चौधरी ने बताया कि नर्मदा कैनाल से निकलने वाली सांचौर लिफ्ट कैनाल का कार्य पिछले तीन साल से अधूरा पड़ा है, लेकिन राज्य सरकार कार्य को पूरा नहीं करवा रही है। उन्होंने कहा कि सांचौर शहर से नर्मदा मुख्य कैनाल की दूरी मात्र 3 किलोमीटर होने के बावजूद नगर में पेयजल के लिए नर्मदा का पानी सप्लाई नहीं किया जा रहा है। जिला महामंत्री छोगाराम चौधरी ने कहा कि नर्मदा का पानी लूणी नदी में छोड़ा रहा है, लेकिन किसानों के लिए वितरिकाओं में पानी नहीं दिया जा रहा है। किसान संघ के तहसील अध्यक्ष सवाराम पुरोहित ने बताया कि किसानों को कृषि के लिए पर्याप्त बिजली नहीं देने व किसानों को घरेलू कनेक्शन देने सहित विभिन्न मांगों को लेकर उपखंड कार्यालय के आगे 1 अगस्त को अनिश्चित कालीन धरना प्रदर्शन किया जाएगा। प्रेस वार्ता में संघ के तहसील उपाध्यक्ष भाखराराम विश्नोई, पीराराम धायल, चितलवाना तहसील अध्यक्ष सांवला राम माली, मालाराम, जीवा राम चौधरी व नागजीराम सहित संघ के पदाधिकारी मौजूद थे।

विक्षिप्त मरीजों के लिए बनेंगे विशेष वार्ड
राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देश पर चिकित्सा विभाग के निदेशक ने सभी सीएमएचओ को दिए आदेश 

सिरोही
 प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों में मानसिक रूप से विक्षिप्त मरीजों के लिए विशेष वार्ड स्थापित किए जाएंगे। अस्पताल में उन्हें चिकित्सा सुविधा भी नि:शुल्क उपलब्ध कराई जाएगी। इसके लिए अस्पतालों में दक्ष विशेषज्ञ डॉक्टर नियुक्त होंगे। 

राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण की गत 2 जून को हुई बैठक में चिकित्सा विभाग को मानसिक रूप से विक्षिप्त लोगों के लिए अस्पताल में विशेष वार्ड स्थापित किए जाने के निर्देश दिए गए थे। चिकित्सा विभाग के निदेशक ने प्रदेश के सभी सीएमएचओ को पत्र भेजकर इसकी पालना करने के आदेश दिए हैं। प्रत्येक जिला स्तर पर सरकारी अस्पतालों में मेंटली रिटार्डेड पुरुष व महिलाओं के लिए अलग-अलग विशेष वार्ड स्थापित किए जाएंगे। ऐसे व्यक्तियों के इलाज के लिए दक्ष विशेषज्ञ डॉक्टर की नियुक्ति भी जाएगी। साथ ही उन्हें सभी प्रकार की दवाइयां नि:शुल्क उपलब्ध कराई जाएंगी। सरकारी अस्पताल व डिस्पेंसरी में नियुक्त डॉक्टर महीने में कम से कम दो बार 15-15 दिन के अंतराल में ओल्ड ऐज होम भी जाकर ऐसे व्यक्तियों का स्वास्थ्य परीक्षण करेंगे तथा उन्हें निशुल्क दवाइयां उपलब्ध कराएंगे।









आज से शुरू होंगे दशा माता के व्रत
आबूरोड दशा माता के व्रत शनिवार से शुरू हो जाएंगे। शहर के हर गली-मोहल्लों में दशा माता की पूजा-पाठ व गरबों का दौर प्रारंभ हो जाएगा। इस पर्व की तैयारी को लेकर महिलाओं में काफी उत्साह है। दशा माता की मूर्तियों को ढोल-नगाड़ों के साथ घरों में लाया जाएगा व इसके बाद पूजा-अर्चना के बाद स्थापना की जाएगी। दशा माता महोत्सव को लेकर गरबों का आयोजन भी किया जाएगा। शुक्रवार को दुकान से दशा माता की मूर्तियों को खरीदते श्रद्धालु।  


प्याऊ की छत से मिले शराब के 32 कार्टन


सरूपगंज पुरानी भावरी रपट के पास स्थित सार्वजनिक प्याऊ की छत पर लावारिस हालत में रखे हरियाणा निर्मित अंग्रेजी शराब के 32 कार्टन जब्त किए गए। इस मामले में पुलिस ने संदिग्ध लोगों को थाने लाकर पूछताछ शुरू की। थाना प्रभारी देवीदान बारहठ के अनुसार सहायक उपनिरीक्षक शैतानसिंह, मुख्य आरक्षी बाबूलाल, ओमप्रकाश व तेजाराम मौके पर पहुंचे। वहां सार्वजनिक प्याऊ की छत पर अंग्रेजी शराब की अलग-अलग ब्रांड के 32 कार्टन पड़े मिले। पुलिस ने मौके से 7 कार्टन में ऑफिसर च्वाइस, 13 कार्टन ड्राई जिन व 12 कार्टन डायरेक्टर स्पेशल ब्रांड के कार्टन बरामद मिले। जब्त कार्टनों में 240 बोतलें व 572 पव्वा ही भरे हुए थे। बरामद कॉर्टन पर अंग्रेजी में लाल रंग से केवल हरियाणा राज्य में बिक्री के लिए लिखा हुआ था। बारहठ ने बताया कि इस मामले में संदिग्ध लोगों को बुला कर पूछताछ शुरू की गई। 


कलेक्टर ने सुनी ग्रामीणों की समस्याएं
मोहब्बतनगर गांव में आयोजित रात्रि चौपाल में कई समस्याओं को हुआ समाधान 

सिरोही
 निकटवर्ती मोहब्बतनगर गांव में शुक्रवार को रात्रि चौपाल का आयोजन किया गया। इसमें जिला कलेक्टर श्रीराम मीणा ने ग्रामीणों की समस्याएं सुनी तथा कई समस्याओं का हाथोंहाथ समाधान किया। कलेक्टर ने कहा कि सरकारी भूमि पर न खुद अतिक्रमण करें और न ही किसी को अतिक्रमण करने दें। उन्होंने अतिक्रमण को हटाने में प्रशासन के सहयोग की अपेक्षा व्यक्त की। उन्होंने कहा कि छोटी-मोटी समस्याओं के लिए जिला प्रशासन के प्रति आश्रित नहीं रहे उसेे ग्राम पंचायत स्तर पर ही निपटाएं ताकि किसी भी व्यक्ति को परेशानी न हो। प्रधान नीतिराज सिंह देवड़ा ने बिजली समस्या से जूझ रहे ग्रामीणों को इससे निजात दिलाने के लिए मोहब्बतनगर में जीएसएस स्थापित करने की बात रखी। साथ ही उन्होंने ग्राम पंचायत की ओर से भूखंड वितरण के लिए 10 बीघा भूमि आवंटन का प्रस्ताव भी रखा। शिविर प्रभारी एसडीएम प्रहलाद सहाय नागा ने बताया कि बैठक में बिजली के ढीले तारों को कसने, रास्ते में खड़े पोल हटाने, लाइनमैन बदलने, आंगनबाड़ी से गंदगी से हटाने, बस स्टैंड पर सार्वजनिक शौचालय व मूत्रालय बनाने, यातायात व्यवस्था सुधारने, आयुर्वेदिक अस्पताल में डॉक्टर लगाने सहित विभिन्न समस्याओं पर चर्चा कर उनके समाधान के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया।

 जहरीला अजगर व क्रेर सांप पकड़े
माउंट आबू गुरुकुल महाविद्यालय देलवाड़ा के समीप से पीएफए अध्यक्ष कैजाद कांट्रेक्टर एवं राजेश गिरी ने साढ़े 7 फीट लंबा अजगर को पकड़ा, जिसे साल गांव परियोजना के घने जंगल में छोड़ा गया। दूसरी तरफ मंदिर के समीप पटवारी घर में जहरीला क्रेर सांप मिलने की सूचना पर्यावरण एवं वन्य जीव प्रेमी अध्यापक राजकुमार ने बड़ी मशक्कत के बाद पकड़ा। गौरतलब है कि क्रेर सांप माउंट आबू से लुप्त होता जा रहा है।

रामगढ़ की बेटियां दसवीं के बाद पढ़ाई छोडऩे पर मजबूर


रामगढ़ की बेटियां दसवीं के बाद पढ़ाई छोडऩे पर मजबूर

लड़कों के स्कूल में नहीं पढऩा चाहती लड़कियां छात्राओं की स्कूल नहीं हुई क्रमोन्नत
रामगढ़
कस्बे में लडखड़़ाईं शिक्षण व्यवस्था के चलते रामगढ़ की बेटियां दसवीं के बाद पढ़ाई छोडऩे पर मजबूर है। अभिभावक अपनी बेटियों को उच्च शिक्षा दिलाना चाहते हैं लेकिन दसवीं के बाद उन्हें उच्च माध्यमिक स्कूल में प्रवेश दिलाना पड़ता है जो ग्रामीण अभिभावक दिलवाना नहीं चाहते हैं। साथ ही गांव की बेटियां भी लड़कों के साथ स्कूल में पढऩे में सहमत नहीं हो रही है। राजकीय बालिका माध्यमिक विद्यालय क्रमोन्नति के बाद से ही रिक्त पदों से जूझ रहा है। बालिका माध्यमिक विद्यालय को उच्च माध्यमिक में क्रमोन्नत करने के लिए ग्रामवासियों ने शिक्षा विभाग, जिला प्रशासन, स्थानीय जनप्रतिनिधियों, सरपंच को कई बार लिखित व मौखिक रूप से अवगत करवाया मगर इस समस्या का समाधान नहीं किया जा रहा। 


पिछले तीन वर्षों में 42 बालिकाओं ने छोड़ी पढ़ाई : कस्बे के राजकीय बालिका माध्यमिक विद्यालय में पिछले तीन वर्षों में 63 में से 42 छात्राओं ने दसवीं के बाद पढ़ाई छोड़ दी। वर्ष 2009-10 में 22 में से 13 व 2010-11 में 19 में से 4 छात्राओं ने ही उच्च माध्यमिक विद्यालय में प्रवेश लिया और चालू सत्र में 23 में से अब तक 4 छात्राओं ने ही प्रवेश लिया है। इस प्रकार 70 प्रतिशत बालिकाओं ने दसवीं के बाद पढ़ाई छोड़ दी। अभिभावक चाह कर भी अपनी बेटियों को उच्च शिक्षा नहीं दिला पा रहे हैं। विद्यालय को क्रमोन्नत करने के लिए ग्रामीणों द्वारा किए गए प्रयास नाकाफी साबित हो रहे है।