बाड़मेर शहर में नया इंडस्ट्रियल एरिया विकसित करने की कवायद से औद्योगिक विकास की उम्मीदें बढ़ गई हैं। जिला मुख्यालय पर रीको के चतुर्थ चरण के रूप में इंडस्ट्रियल एरिया विकसित करने के लिए हाइवे के भूमि आबंटन के प्रस्ताव तैयार किए जाएंगे। फिलहाल रीको एरिया में इकाइयां संचालित हो रही है। यहां लोड बढऩे से औद्योगिक गतिविधियां प्रभावित हो रही हैं।
शहर के पास इंडस्ट्रियल एरिया विकसित करने के निर्णय के बाद गुरुवार को जिला कलेक्टर गौरव गोयल की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में भूमि चिह्नित करने के संबंध में विचार- विमर्श किया गया। इस दौरान नए इंडस्ट्रियल एरिया के लिए जैसलमेर रोड, जोधपुर रोड, महाबार व सांचौर रोड के पास भूमि चिह्नित कर प्रस्ताव तैयार करने पर सहमति बनी। इसके लिए राष्ट्रीय राजमार्ग को प्राथमिकता देने का निर्णय लिया गया। साथ ही स्टेट हाइवे को दूसरे विकल्प के रूप में भी रखा गया है। इसके लिए सरकारी भूमि उपलब्ध नहीं होने पर निजी भूमि में 25 फीसदी एरिया विकसित करने के बाद लौटाने की नीति के तहत उचित स्थल चयन कर प्रस्ताव बनाए जाएंगे।
कलेक्टर गौरव गोयल ने बताया कि औद्योगिक इकाइयों के लोड बढ़ ने के आवेदनों को शीघ्र निपटाया जाए। साथ ही बालोतरा के सभी औद्योगिक क्षेत्रों में नियमित सफाई व पौधरोपण के लिए रीको, लघु उद्योग मंडल व सीईपीटी को निर्देश दिए। बैठक में खनिज विभाग व राजस्थान वित्त निगम से संबंधित विषय पर विस्तार से चर्चा की गई। साथ ही जिप्सम की बंद खा दानों को चालू करने को कहा। इस दौरान जिला उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधक ओ.पी. गोस्वामी, जिला उद्योग अधिकारी भीखाराम चौधरी, सहायक वन संरक्षक हनुमानराम चौधरी, रीको के क्षेत्रीय प्रबंधक एस.एन. रामदेव, लघु उद्योग एसोसिएशन के प्रतिनिधि गनी मोहम्मद समेत कई अधिकारी मौजूद थे।
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