गुरुवार, 2 जून 2011

और शराब पीने वालों की उम्र 25 साल


और शराब पीने वालों की उम्र 25 साल

मुंबई. राज्य सरकार ने बियर और शराब पीने के मामले में आयु सीमा बढ़ाने का फैसला किया है। यानी बियर पीने वालों की उम्र कम से कम 21 साल और शराब पीने वालों की उम्र 25 साल होनी चाहिए।

एक गांव की 25 फीसदी महिलाओं ने यदि जिलाधिकारी के पास आवेदन किया, तो जिलाधिकारी को चुनाव कराना होगा। चुनाव में अगर 50 फीसदी महिलाओं ने शराबबंदी के पक्ष में मतदान किया, तो उस गांव में शराब की बिक्री पर रोक लगा दी जाएगी। बुधवार को मंत्रिमंडल की बैठक में प्रस्ताव को मंजूरी दी गई।

मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने इसकी जानकारी दी। हालांकि मुख्यमंत्री यह भी मानते हैं कि नशा मुक्ति के लिए इस तरह की सख्ती काफी नहीं। उन्होंने कहा कि कानूनों के जरिए नशामुक्ति हासिल नहीं की जा सकती।

इसके लिए प्रचार-प्रसार और जनजागृति होना जरूरी है। जब तक लोगों की मानसिकता तैयार नहीं होगी, तब तक नशा मुक्ति मुमकिन नहीं। इसके मद्देनजर सरकार ने अपनी नशा मुक्ति नीति को प्रभावी रूप से अमल में लाने का निर्णय लिया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि शराब की अवैध बिक्री पर रोक लगाने की जिम्मेदारी पुलिस और सीमा शुल्क विभाग को दी गई है। अगर किसी इलाके में यह बिक्री पाई गई, तो स्थानीय पुलिस अधिकारी और सीमा शुल्क अधिकारी को इसका जिम्मेदार माना जाएगा।

सामाजिक न्याय मंत्री शिवाजीराव मोघे ने बताया कि नशा मुक्ति नीति के तहत सरकार ने राज्यस्तरीय नियामक मंडल की स्थापना की है। मुख्यमंत्री उसके अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री उपाध्यक्ष होंगे। यह मंडल हर दो महीने में कामकाज की प्रगति की समीक्षा करेगा।

इसमें सामाजिक न्याय मंत्री, सीमा शुल्क मंत्री, सामाजिक न्याय राज्यमंत्री, सीमा शुल्क राज्यमंत्री और स्वास्थ्य विभाग, वित्त विभाग, महिला व बाल कल्याण विभाग, सीमा शुल्क विभाग, सामाजिक न्याय विभाग और गृह विभाग के सचिव शामिल होंगे। मंडल के अधीन जिला और तहसील स्तर की समितियां होंगी, जो स्थानीय कामकाज की देखरेख करेंगी।

स्कूल स्तर पर ही जागृति

श्री मोघे ने बताया कि नशा मुक्ति के बारे में प्रचार-प्रसार के बाकी उपायों के अलावा इसे सभी शैक्षणिक पाठ्यक्रमों में शामिल करने का फैसला भी लिया गया है। स्कूल से लेकर कालेज तक नशे की आदत से होने वाले नुकसान के बारे में जानकारी देने के लिए अनिवार्य विषय में इसके अध्याय शामिल किए जाएंगे।

क्या है फैसला

50 फीसदी महिलाओं ने विरोध किया तो नहीं खुल सकेगी शराब की दुकान

21 साल से पहले बियर की चुस्की ली तो खैर नहीं

शराब पीने की आयु सीमा 25 वर्ष हुई

बाड़मेर में जल्द बनेगा मजदूर भवन : गोयल


बाड़मेर में जल्द बनेगा मजदूर भवन : गोयल
श्रमिकों को परिचय पत्र वितरित किए

बाड़मेर
जिले के मजदूरों के लिए जल्द ही मजदूर भवन बनाया जाएगा। कमठा मजदूर यूनियन की ओर से चौहटन रोड स्थित हनुमान मंदिर के प्रांगण में बुधवार को आयोजित श्रमिकों के परिचय पत्र वितरण समारोह में मुख्य अतिथि कलेक्टर गौरव गोयल ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि भवन निर्माण एवं अन्य निर्माण कार्यों में लगे कारीगर, मजदूरों एवं हेल्परों को अपना रजिस्ट्रेशन श्रम विभाग में करवाएं ताकि उनके परिवार का भविष्य सुरक्षित हो सके। 

रजिस्टे्रशन करा फायदा उठाएं
 

गोयल ने कहा कि कानून के तहत ठेकेदारों व भवन निर्माण एजेंसियों से एक प्रतिशत उपकर काट कर श्रम विभाग के कल्याण मंडल में सीधे जमा कराया जाता है। इस राशि का उपयोग मजदूरों की कल्याणकारी योजनाओं में किया जाता है। श्रम विभाग में पंजीयन धारी मजदूर के बेटे की पढ़ाई के लिए कक्षा 6 से 8 वीं तक पांच सौ व बेटी को साढ़े सात सौ रुपए, कक्षा 9 से 12वीं तक बेटे को एक हजार व बेटी को बारह सौ रुपए, स्नातक के लिए बेटे को दो हजार व ढाई हजार रुपए एवं उच्च डिग्री के लिए बेटे को तीन हजार व बेटी को चार हजार रुपए की छात्रवृत्ति श्रम विभाग की ओर से प्रदान की जाएगी। महिला श्रमिक की डिलीवरी होने पर छह हजार रुपए प्रसूति सहायता दी जाएगी। साथ ही मकान बनाने के लिए सस्ता लोन एवं सामूहिक बीमा कर जीवन सुरक्षा प्रदान की जाएगी।
 

24 घंटे के फरमान का नहीं असर


24 घंटे के फरमान का नहीं असर
निरीक्षण के दौरान कई स्वास्थ्य कर्मी मिले अनुपस्थित, अन्य विभाग भी पीछे नहीं

बाड़मेर
जिले के स्वास्थ्य केंद्रों पर व्यवस्थाएं कितनी चाक-चौबंद हैं इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि बुधवार को निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित मिले 33 कर्मचारियों में स्वास्थ्य कर्मियों की संख्या सबसे ज्यादा है। कलेक्टर के बार-बार फरमान जारी करने के बावजूद स्वास्थ्य केंद्रों पर आमजन को 24घंटे स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध नहीं हो पा रही हैं। 

स्वास्थ्य सेवाएं नहीं चाक-चौबंद
 

कलेक्टर गौरव गोयल ने बताया कि दल संख्या तीन के प्रभारी रवि कुमार सुमन ने विभिन्न कार्यालयों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र धोरीमन्ना में मेल नर्स सुनाना राम विश्नोई, अरविंद कुमार, जीवीएन सुमित्रा व एसबी दीपक पालीवाल अनुपस्थित पाए गए। इसी प्रकार उप स्वास्थ्य केंद्र सुदाबेरी में एएनएम धनुकंपा, उप स्वास्थ्य केंद्र अरणियाली में जीएनएम कैलाश विश्नोई व सुपरवाइजर दिनेश कुमार अनुपस्थित पाए गए। ब्लॉक सीएमएचओ धोरीमन्ना में जीएन-1 करण सिंह, वाहन चालक तेजाराम, सहायक कर्मचारी शिव प्रसाद व डीईओ जेठाराम, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गुड़ामालानी में एमपीडब्ल्यू भागीरथ विश्नोई, डब्ल्यूपी शिवा राम व एमएन छोगाराम गैर हाजिर मिले।

हेलमेट की अनिवार्यता को लागू करने के निर्देश


हेलमेट की अनिवार्यता को लागू करने के निर्देश

बाड़मेर  सड़क हादसों में जान गंवाने वाले वाहन चालकों को बचाने के लिए तेरह जून से जिला पुलिस अधीक्षक ने हेलमेट की अनिवार्यता को लागू करने के निर्देश दे दिए हैं। शुरुआती तौर पर पहले वाहन चालकों से समझाइश की जाएगी और बाद में सख्ती से उन्हें हेलमेट पहनने के लिए बाध्य किया जाएगा। 

जिला पुलिस अधीक्षक संतोष चालके ने बताया कि सड़क हादसों में गुजरे तीन सालों में जान गंवाने वालों में 49 सवार दुपहिया वाहन वाले थे। इनकी मौत का मुख्य कारण हेलमेट नहीं पहनना था। सड़क हादसों में मरने वालों की तादाद को कम करने के लिए ही पुलिस ने अब शहर में हेलमेट पहनने की अनिवार्यता को लागू करने का निर्णय किया है। बाद में बालोतरा में भी इसे शुरू किया जाएगा।
 

पुलिस करेगी पहले प्रचार : वाहन चालकों का समझाने के लिए पुलिस पहले प्रचार करेगी। चौराहों पर तैनात यातायात पुलिस कर्मी चालकों को हेलमेट को बोझ नहीं बल्कि सुरक्षा के लिए पहनने की बात को समझाएगी। इतना ही नहीं स्वंयसेवी संस्थाओं की मदद से नुक्कड़ नाटकों, बैनर व अन्य प्रचार माध्यमों से लोगों में जागरुकता लाने का काम करेगी। पुलिस की मंशा है कि हेलमेट की शर्त को लोग अपनी सुरक्षा के मद्देनजर समझें और इसे पहनें।
 

शेयर करो आइडिया
 

पुलिस के इस अभियान में यदि आपके पास कोई आइडिया है तो उसे आप पुलिस अधीक्षक की फेस बुक पर शेयर कर सकते हैं। शहरवासियों की ओर से मिले सुझावों को पुलिस अपने इस अभियान में शामिल कर लागू करेगी। एसपी संतोष चालके ने बताया कि ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि शहर के लोग खुद ये तय कर सकें कि उन्हें इस अभियान का हिस्सा कैसे बनना है।
 

स्कूलों में चलेगा कैंपेन
 

हेलमेट को लेकर शहर की सरकारी व निजी स्कूलों में अभियान चला कर स्कूली बच्चों को जागरुक किया जाएगा। इतना ही नहीं परिजन को यह बात समझाई जाएगी कि वे तय कर लें कि बच्चा घर से निकलने से पहले अपना हेलमेट पहन रहा है या नहीं।

तलवार से पुत्री का गला काटा


तलवार से पुत्री का गला काटा
रोल थाना क्षेत्र के साडोकन गांव की घटना
नागौर
जिले के रोल थाना क्षेत्र के साडोकन गांव में मंगलवार आधी रात को एक व्यक्ति ने अपनी 20 वर्षीय पुत्री की तलवार से गला काटकर हत्या कर दी। रिश्तों को तार तार करने वाली इस घटना के बाद लोग सकते में है। उधर आरोपी फरार है और हत्या के कारणों का अब तक पता नहीं चल पाया है।

रोल थानाधिकारी रामजीलाल मीणा ने बताया कि साडोकन गांव की शांति देवी जाट ने रिपोर्ट दर्ज करवाते हुए बताया कि वह तथा उसकी पुत्री संगीता (20) रात को घर पर सो रहे थे। करीब पौने बारह बजे उसका पति पेमाराम जाट तलवार लेकर आया और संगीता की गर्दन काट दी।

संगीता की मौके पर ही मौत हो गई। सूचना मिलने पर थानाधिकारी मीणा मौके पर पहुंचे। इस बीच पेमाराम फरार हो गया।

एसपी ने कहा ‘शीघ्र करो गिरफ्तारी’ 

युवती की हत्या की सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक हरि प्रसाद शर्मा खुद बुधवार तड़के छह बजे ही साडोकन गांव पहुंच गए। उन्होंने थानाधिकारी से पूरे मामले की जानकारी ली। संगीता की मां से भी घटना के बारे में पूछा। एसपी शर्मा ने थानाधिकारी को स्पष्ट निर्देश दिए कि पेमाराम की शीघ्र गिरफ्तारी कर उससे पूछताछ की जाए। पूरे मामले की गंभीरता से जांच की जाए।
 

पूरा गांव सकते में
 

पिता द्वारा पुत्री की हत्या के समाचार ने पूरे साडोकन गांव को सकते में डाल दिया। घटना स्थल पर संगीता के ननिहाल पक्ष के लोग भी पहुंचे। पेमाराम के फरार होने से यह पता नहीं चल पाया है कि आखिरकार उसने अपनी पुत्री की हत्या क्यों की? ऐसी क्या वजह रही होगी कि उसे बेटी की गर्दन काटनी पड़ी।

तलवार के साथ घूम रहा युवक गिरफ्तार शांति भंग के आरोप सात लोगों को पकड़ा


तलवार के साथ घूम रहा युवक गिरफ्तार
शांति भंग के आरोप सात लोगों को पकड़ा
जैसलमेर
पुलिस की ओर से बुधवार को गाड़ी में तलवार के साथ घूम रहे एक व्यक्ति को व गाड़ी में सवार सात व्यक्तियों को शांति भंग के आरोप में पुलिस ने गिरफ्तार किया। 

पुलिस अधीक्षक ममता विश्रोई ने बताया कि पुलिस थाना जैसलमेर को मुखबिर के जरिये सूचना मिली की एक बोलेरो गाड़ी में कुछ लोग हथियार लेकर शहर में घूम रहे हैं। इत्तला मिलने पर थानाधिकारी मय जाब्ते जिसमें डामराराम , मुख्य आरक्षक प्रेमशंकर, देवीसिंह की ओर से नाकाबंदी करने के दौरान बोलेरो गाड़ी में आरजे 04 टीए 0865 को रूकवाकर चैक किया तो उसमें नरपतसिंह उर्फ पप्पूसिंह पुत्र बालसिंह राजपूत निवासी छंतागर अपने हाथ में तलवार लिए हुए था।
 

गाडी में उसके अतिरिक्त कमलसिंह पुत्र गुमानसिंह जाति राजपूत उम्र 28 साल निवासी छंतागर, रामसिंह पुत्र बालसिंह जाति राजपूत उम्र 19 साल निवासी छतांगर, नरपतसिंह पुत्रनगसिंह राजपूत उम्र 20 साल निवासी छतांगर, स्वरूपसिंह पुत्र झण्डसिंह जाति राजपूत उम्र 26 साल निवासी छतांगर, ईश्वरसिंह पुत्र काछबसिंह राजपूत उम्र 45 साल निवासी बईया, जीवणसिंह पुत्र रूपसिंह जाति राजपूत उम्र 26 साल निवासी बईया, लूणसिंह पुत्र तेजमालसिंह जाति राजपूत उम्र 32 साल निवासी बईया भी बैठे थे।
 


Shri Anup Jalota - जग में सुंदर है दॊ नाम ( Ram Bhajan )

ॐ जय श्री राधा जय श्री कृष्ण


ॐ जय श्री राधा जय श्री कृष्ण
श्री राधा कृष्णाय नमः ..

घूम घुमारो घामर सोहे जय श्री राधा
पट पीताम्बर मुनि मन मोहे जय श्री कृष्ण .
जुगल प्रेम रस झम झम झमकै
श्री राधा कृष्णाय नमः ..

राधा राधा कृष्ण कन्हैया जय श्री राधा
भव भय सागर पार लगैया जय श्री कृष्ण .
मंगल मूरति मोक्ष करैया
श्री राधा कृष्णाय नमः ..

बुधवार, 1 जून 2011

10 साल के बच्चे की दो शादी!

10 साल के बच्चे की दो शादी!
 

राजगढ़। सरकार ने भले ही शादी के लिए लड़कों की उम्र कम से कम 21 साल तथा लड़कियों की 18 वर्ष तय कर दी हो और बाल-विवाह रोकने के लिए कई कदम उठा रही हो, लेकिन देश के कई इलाकों में पीढियों से चली आ रही बाल विवाह की परम्परा आज भी जारी है। इसी परम्परा के तहत मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले में 10 साल के एक बच्चे की शादी करा दी गई और वह भी एक नहीं, दो-दो।

जिले के मोतीपुरा गांव की सोरम बाई ने जिलाधिकारी से शिकायत की है कि उसकी बेटी रमा (काल्पनिक नाम) की दो साल की उम्र में ही उसके पिता ने गोलाखेड़ा के मांगीलाल के छह वर्षीय बेटे से शादी तय कर सगाई कर दी थी। रमा अभी छह साल की है। तय समय पर जब शादी की बात की गई तो पता चला कि लड़के की कहीं और शादी हो चुकी है। इस पर पंचायत बुलाई गई।

पंचायत में लड़के का पिता दोनों बहुओं को रखने के लिए तैयार हो गया। इसके बाद कथित तौर पर दोनों की शदी भी करा दी गई लेकिन बाद में सोरम की बेटी को ससुराल वालों ने वापस भेज दिया और अब बुला नहीं रहे हैं। साथ ही सम्बंध खत्म करने के बदले वे पांच लाख रूपये की मांग कर रहे हैं।

राजगढ़ के जिलाधिकारी एम. बी. ओझा ने बुधवार को बताया कि 10 वर्ष से कम उम्र के एक लड़के की दो शादियों की शिकायत उनके पास आई है। उन्होंने सम्बंधित महिला से थाने में शिकायत दर्ज कराने को कहा है। उनके अनुसार, इस इलाके में नातरा प्रथा चलती है जिसमें बहुत कम उम्र में ही परिवार वाले लड़के-लड़कियों की शादी कर देते हैं। कई ऎसे भी मामले सामने आते हैं, जिसमें लड़की या लड़के की एक से अधिक शादी करा दी जाती है।