बुधवार, 27 अप्रैल 2016

जयपुर प्रशासनिक अमले में बड़ा फेरबदल, 11 जिलों के कलेक्टर बदले



जयपुर प्रशासनिक अमले में बड़ा फेरबदल, 11 जिलों के कलेक्टर बदलेप्रशासनिक अमले में बड़ा फेरबदल, 11 जिलों के कलेक्टर बदले


राजस्थान सरकार ने देर रात एक आदेश जारी कर 48 प्रशासनिक अधिकारियों का तबादला कर दिया। कार्मिक विभाग की ओर से जारी जारी आदेश के अनुसार कई जिलों के कलेक्टर बदले गए हैं।




कृष्ण कुणाल का तबादला कर सिद्धार्थ महाजन को जयपुर का कलेक्टर बनाया गया है। इसके अलावा दौसा के नए कलेक्टर अशफाक हुसैन होंगे। इससे पहले हुसैन राजस्व मंडल, अजमेर में तैनात थे। वेद प्रकाश को बीकानेर, महावीर प्रसाद शर्मा को टोंक, लक्ष्मी नारायण मीणा को सिरोही, मनोज कुमार शर्मा को करौली, ज्ञानाराम को हनुमानगढ़, सरेंद्र कुमार सोलंकी को डूंगरपुर, गौरव गोयल को अजमेर, बाबूलाल मीणा को झुंझुनू और इंद्रजीत सिंह को चित्तौडग़ढ़ का कलेक्टर बनाया गया है।

जैसलमेर ग्रुप सदस्य के हुई बेटी तो पुरे ग्रुप ने मनाई ख़ुशी।दादा दादी को बधाई देने पहुंचा ग्रुप।।

जैसलमेर अनूठी पहल ग्रुप फॉर पीपुल्स जैसलमेर के सदस्यों की।

जैसलमेर ग्रुप सदस्य के हुई बेटी तो पुरे ग्रुप ने मनाई ख़ुशी।दादा दादी को बधाई देने पहुंचा ग्रुप।।

जैसलमेर सामाजिक सरोकार और नवाचार का प्रतिक बनता जा रहा ग्रुप फॉर पीपुल्स ने चन्द समय में जैसलमेर में युवाओ की सोच में सकारात्मक बदलाव लाकर कई अनूठी पहल की ।आज ग्रुप सदस्य अनिमेष भाटिया के पुत्री रत्न की प्राप्ति हुई।।जेसे ही यह खबर ग्रुप फॉर पीपुल्स के सदस्यों को लगी।अनिमेष और उनके माता पिता को बधाइयों का ताँता लगा दिया।बिटिया के जन्म की ख़ुशी का इजहार सभी ग्रुप सदस्यों ने समूहिक रूप से अनिमेष के घर जाकर उनके माता पिता को बधाइयाँ दी व्ही बिटिया के जन्म की ख़ुशी थाली बजाकर बांटी।।थाली ग्रुप के सदस्य दलवीर सिंह भाटी  ने बजाई जिनकी बिरादरी कन्या वध के लिए पूर्व में जानी जाती हैं ,ग्रुप संयोजक चंदन सिंह भाटी ने बताया की ग्रुप सदस्यों दलवीर सिंह भाटी ,विवेक भाटिया ,शरद भाटिया ,देवेन्द्र सिंह परिहार ,जितेन्द्र खत्री ,जेंडर सैम भाटी पुखराज सोनी ,ने बिटिया के जन्म की ख़ुशी बेटो से बढ़कर मनाई वो भी बिटिया के दादा कुञ्ज जी भाटिया दादी के साथ ।पुरे परिवार के साथ ।बदलते परिवेश में युवाओ की सोच में इस तरह के बदलाव को लोगो ने सकारात्मक लेते हुए ग्रुप की सोच की प्रसंशा की।।परिवार में बेटी के जन्म पर पहली बार सामूहिक बधाई मिलने से खुशिया दुगुनी हो गयी

बाड़मेर ग्रुप फॉर पीपुल्स ने जिला कलेक्टर से मिल ,श्रमदान के स्थानों की देखभाल की मांग की


बाड़मेर ग्रुप फॉर पीपुल्स ने जिला कलेक्टर से मिल ,श्रमदान के स्थानों की देखभाल की मांग की


कलेक्टर ने दस मई को चर्चा के लिए ग्रुप को बुलाया


बाड़मेर सामाजिक सरोकार और नवाचार का प्रतिक बना ग्रुप फॉर पीपुल्स के कार्यकर्ताओ ने मंगलवार को जिला कलेक्टर सुधीर कुमार शर्मा से मुलाकात कर ग्रुप द्वारा अब तक कराये कार्यो और श्रमदान वाले स्थानों की सम्बंधित विभागों को समुचित देखभाल के लिए पाबन्द करने की मांग की ,जिला कलेक्टर ने आश्वस्त किया की ग्रुप नेक कार्य कर रहा हैं ,हम सभी तरह से सहयोग करेंगे ,उन्होंने दस मई को ग्रुप सदस्यों को चर्चा के लिुे आमंत्रित किया ,मुख्य कार्यकारी अधिकारी एम एल नेहरा भी मौजूद थे ,

ग्रुप संयोजक चन्दन सिंह भाटी ,इंद्र प्रकाश पुरोहित ,बाबू भाई शेख ,दिलीप सिंह गोगादेव ,रमेश सिंह इंदा ,ठाकराराम मेघवाल ने जिला कलेक्टर से मुलाकात कर मांग की ग्रुप फॉर पीपुल्स बाड़मेर द्वारा स्वच्छ भारत मिशन के तहत बाड़मेर में श्रमदान कार्यक्रम संचालित कर सार्वजनिक स्थानों और कौरवों का सौंदर्यकरण कार्यकर्ताओ ने अपनी जेब खर्च से किया ,शहर के चार चौराहे ,राजकीय अस्पताल और सोन तालाब का कायाकल हुआ ,ग्रुप ने अपने स्तर पर चौराहों पर लगी प्रतिमाओं के रंग रोगन और साफ़ सफाई कर समाज को प्रेरित करने का कार्य निस्वार्थ भाव से किया ,आज चौराहों का नज़ारा अलग ही हैं ,इसके बावजूद नगर परिषद और जिला प्रशासन का सहयोग नहीं मिल रहा , . बाड़मेर के अहिंसा सर्किल ,विवेकानंद सर्किल ,इंदिरा गांधी सर्किल और अम्बेडकर सर्किल की साफ़ सफाई और सौंदर्यकरण ग्रुप द्वारा किया गया ,इन चौराहों पारर एक एक चौकीदार लगाया जाए ,फव्वारों को दुरुस्त कराया जाए ,पौधरोपण कर इसे जनता के लिए विकसित किया जाए ,जहाँ बिजली उपकरण ख़राब हे उसे दुरुस्त किया जाए ,दो चौराहे ग्रुप गोद ले ने को सहमत हैं ,




,राजकीय एस्प[ताल में सर्च धर्म सभा स्थल का स्थान अभी तक बदला नहीं गया ,राजकीय अस्पताल में केयर्न इंडिया द्वारा लगे कार्मिको को पी एम ओ के अधीन किया जाये ,उनकी उपस्थिति और कार्य सुनिश्चित किया जाए ,अस्पताल परिसर में स्थित केंटीन और बाहरी केबिन ढाबों पर पॉलीथिन उपयोग पर प्रतिबन्ध लगाया जाए ,अस्पताल के बाहर स्थित शौचालय को दुरुस्त कराया जाए ,अस्पताल के चारो और सड़क निर्माण कराया जाए ,आई सी यु की व्यवस्था दुरुस्त हो ,अस्पताल के ऊपर लगी पानी की टंकियों की नियमित सफाई हो उन पर ढक्कन लगाए जाए ,

. सोन तालाब को जल स्वावलम्बन या नरेगा में विशेष तौर से लेकर उसका जीर्णोद्धार किया जाए ,नगर परिषद के माध्यम से पार्क विकसित हो ,तालाब के केच मेंट एरिया को विकसित किया जाये ,केचमेंट एरिया के अतिक्रमण ध्वस्त किये जाए ,सोन तालाब में इंदिरा गांधी लिफ्ट योजना से पाइप लाइन बिछाकर जलापूर्ति की योजना बनाई जाए ,. बाड़मेर में कार्यरत कंपनियों के सी एस आर बजट के दुरूपयोग को रोक उसे सार्वजनिक हित में खर्च किया जाये ,बजट को सार्वजनिक किया जाए ,सी एसआर में नगर परिषद और ग्राम पंचायतों के विकास कार्य भी जोड़े जाए ,सी एस आर की जिला कमिटी में स्थानीय लोगो को प्रतिनिधित्व दिया जाए



बाड़मेर अस्पताल वाटिका में लगाए ग्रुप फॉर पीपुल्स ने परिंडे ,मूक पक्षियों की सेवा पूण्य का काम। डॉ चौधरी



बाड़मेर अस्पताल वाटिका में लगाए ग्रुप फॉर पीपुल्स ने परिंडे ,मूक पक्षियों की सेवा पूण्य का काम। डॉ चौधरी


बाड़मेर ग्रुप फॉर पीपुल्स द्वारा भीषण गर्मी में मूक पक्षियों के लिए परिंडे लगने का कार्य मंगलवार को भी जारी रख ग्रुप द्वारा राजकीय अस्पताल के वाटिका में पक्षियों के लिए परिंदे डॉ महेंद्र सिंह चौधरी द्वारा लगाए गए ,ग्रुप संयोजक चन्दन सिंह भाटी ने बताया की ग्रुप द्वारा इक्कीस सौ परिंडे लगाए जाने हे उसी क्रम में आज डॉ महेंद्र सिंह चौधरी ,अक्षयदां बारहट ,दुर्जन सिंह गुडिसर ,बाबू भाई शेख ,रमेश कड़वासरा ,रमेश सिंह इंदा ,अमित बोहरा ,दिलीप सिंह गोगादेव,नरेश सारण ,छोटू सिंह पंवार ,स्वरुप सिंह भाटी ,ललित छाजेड़ ,जय श्री खत्री ,नरेंद्र खत्री ,सवाई सिंह भाटी ,देरावर सिंहभाटी ,मांग सिंह राठोड ,सहित कई कार्यकरताओ ने परिण्डे बांधे ,

थाने के ऊपर क्वार्टरों में चल रहे दफ्तर, एसपी ने लगाई फटकार बालोतरा थाने का किया वार्षिक निरीक्षण, दिए निर्देश


थाने के ऊपर क्वार्टरों में चल रहे दफ्तर, एसपी ने लगाई फटकार


बालोतरा थाने का किया वार्षिक निरीक्षण, दिए निर्देश

बालोतरा



बाड़मेरपुलिस अधीक्षक परिस देशमुख ने मंगलवार को बालोतरा थाने का वार्षिक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान थाने की सभी शाखाओं की कार्य व्यवस्थाओं का जांचा और थाने में लंबित चल रहे प्रकरणों के निस्तारण को लेकर आवश्यक निर्देश प्रदान किए। इससे पहले थाने में पहुंचने पर हैड कांस्टेबल लूणाराम मेघवाल के नेतृत्व में पुलिस टुकड़ी ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया।
इसके बाद एसपी देशमुख ने हवालात, मालखाना, क्राइम शाखा सहित सभी शाखाओं का निरीक्षण किया। उन्होंने थाने की सफाई व्यवस्था को भी देखा। निरीक्षण के दौरान थाने में ऊपर क्वार्टरों में दफ्तर चलते पाए, जिस पर कड़ी फटकार लगाई और कहा कि ऐसे क्वार्टरों में काम होगा तो फरियादी फरियाद लेकर भटकते रहेंगे। एसपी के निरीक्षण के दौरान डीएसपी राजेश मीणा, थानाधिकारी गौरव अमरावत आदि मौजूद रहे।
बढ़रहे लंबित प्रकरण
एसपीने कहा कि थाने में लंबित प्रकरणों की संख्या बढ़ती जा रही है, जिसे रोका जाए और प्रकरणों का निस्तारण कर आमजन को कानूनी राहत दे। इसके लिए उन्होंने एसएचओ को निर्देश दिए। साथ ही कुछ प्रकरणों के बारे में जानकारी भी प्राप्त की।
बीटकांस्टेबल को हो बीट की पूरी जानकारी
बीटकांस्टेबल ज्यादा से ज्यादा समय अपने बीट क्षेत्र में रहकर बीट की पूरी जानकारी प्राप्त करें। एसपी ने कहा कि बीट में रहने से चोरी, लूट डकैती जैसी वारदातों पर अंकुश लगेगा तथा संदिग्धों पर नजर रहेगी।
इंनेस्टीगेशनप्रक्रिया का प्रैक्टीकल करवाया
एसपीदेशमुख ने सहायक उप निरीक्षक, सब इंस्पेक्टर आदि से क्राइम घटनाओं में होने वाली इंनेस्टीगेशन प्रक्रिया का प्रैक्टीकल करवाया। कमियों को एसपी ने आवश्यक जानकारी प्रदान की और इन्वेस्टिगेशन किट से संबंधित जानकारी भी दी।










25 की उम्र में बनीं थीं IPS, कभी रात में रोक कर पुलिस वाले ने मांगी थी रिश्वत

25 की उम्र में बनीं थीं IPS, कभी रात में रोक कर पुलिस वाले ने मांगी थी रिश्वत
गरिमा का बर्थडे वेलेंटाइन्स डे के दिन 14 फरवरी को आता है।

झांसी. आईपीएस गरिमा सिंह को हाल ही में झांसी जिले की कमान सौंपी गई है। महज 25 की उम्र में आईपीएस बनीं गरिमा की यह पहली पोस्टिंग है। आइए जानते हैं एक छोटे से गांव कथौली की रहने वाली गरिमा की सक्सेस स्टोरी। पुलिस वाले ने रात में घूमने पर मांगी थी रिश्वत...

- बात उन दिनों की है जब गरिमा दिल्ली यूनिवर्सिटी में पढ़ाई कर रहीं थीं।

  
- गरिमा बताती हैं, "डीयू में पढाई के दौरान मैं एक मॉल से रात में दोस्तों के साथ होस्टल लौट रही थी। रात ज्यादा हो चुकी थी। तभी चेकिंग के लिए तैनात पुलिसवाले ने हमारा रिक्शा रोक लिया।"

- "रात में कहां से आ रही हो, कहां जाना है जैसे सवाल पूछने के बाद पुलिस वाले ने हमसे 100 रुपए मांगे। जब हमने मना किया तो मेरे पापा को फोन कर रात में घूमने की शिकायत करने की धमकी देने लगा।"

- थोड़ी बहस के बाद पुलिस वाले ने उन्हें जाने तो दिया, लेकिन इस वाक्ये ने गरिमा के मन में पुलिस के प्रति नेगेटिविटी भर दी।

कैसा रहा शुरुआती करियर

- आईपीएस गरिमा सिंह इन दिनों झांसी की सुरक्षा व्यवस्था संभाल रही हैं।

- वे बलिया जिले के गांव कथौली की रहने वाली हैं।

- गरिमा का सपना हमेशा से आईपीएस बनने का नहीं था, वो एमबीबीएस की पढ़ाई कर डॉक्टर बनना चाहती थीं।

- गरिमा बताती हैं, "मेरे पापा ओमकार नाथ सिंह पेशे से इंजीनियर हैं। वे चाहते थे कि मैं सिविल सर्विसेज में जाऊं। सिर्फ उनके कहने पर मैंने तैयारी शुरू की।"

- गरिमा ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के सेंट स्टीफन कॉलेज से बीए और एमए (हिस्ट्री) की पढ़ाई की है।

- उन्होंने पहली बार 2012 में सिविल सर्विसेज का एग्जाम दिया था और तभी उनका सिलेक्शन आईपीएस में हो गया।

ऐसे पुलिस ने जीता दिल

- रिश्वत वाले वाक्ये ने गरिमा के मन में पुलिस के लिए कड़वाहट भर दी थी, लेकिन जल्द ही उनका नजरिया बदल गया।

- वह बताती हैं, "एक बार डीयू में मेरा फोन गायब हो गया था। मैंने इसकी शिकायत पुलिस में की। पुलिस ने जिस तेजी से एक्शन लेते हुए मेरा फोन खोज निकाला, उसने मेरा नजरिया बदल दिया।"

झांसी में हो रही हैं पॉपुलर

- लखनऊ में 2 साल तक अंडरट्रेनिंग एएसपी के तौर पर रहीं गरिमा झांसी में एसपी सिटी के रूप में लोकप्रिय हो रही हैं।

- समस्याग्रस्त लोगों से बेहद शिष्ट तरीके से पेश आकर उनकी परेशानी सुनना उन्हें लोकप्रिय बना रहा है।

- उनका टैलेंट देखते हुए उन्हें लखनऊ के बहुचर्चित मोहनलाल गंज रेप केस की जांच टीम में शामिल किया गया था।

- उन्होंने इस केस पर रात-रात भर जागकर काम किया।

- इसके अलावा उन्होंने महिला हेल्पलाइन 1090 को स्थापित करने में भी योगदान दिया।




ऐसे होती है गरिमा के दिन की शुरुआत

- गरिमा सिंह के दिन की शुरुआत अच्छे थॉट्स के साथ होती है।

- ऑफिस में उनकी टेबल पर पॉजिटिव थॉट्स पेपर पर लिखे रखे रहते हैं।

- सबसे पहले वे यही पेपर पढ़ती हैं जिससे उन्हें सकारात्मक होने में मदद मिलती है।

- ये थॉट्स उन्होंने पेपर पर खुद लिखकर रखे हैं।

एक दिन पहले लड़के ने किया शादी से इनकार, प्रोफेसर ने किया सुसाइड

एक दिन पहले लड़के ने किया शादी से इनकार, प्रोफेसर ने किया सुसाइड
स्वाति का शव घर पहुंचने पर फैमिली वालों के साथ रोती उसकी छोटी बहन नीनी। इनसेट में स्वाति पांडेय।

वाराणसी.बीएचयू के इतिहास विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. स्वाति पांडेय ने सोमवार को सुसाइड कर लिया। बताया जा रहा है कि शादी टूटने से वह परेशान थी। महिला महाविद्यालय के प्रोफेसर किशोरी लाल और समाज विज्ञान संकाय के डीन प्रो. मंजीत चतुर्वेदी ने इसकी पुष्टि की है। किशोरी लाल ने बताया कि स्वाति के सुसाइड नोट के आधार पर वर पक्ष के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है।

9 मई को होनी थी इंगेजमेंट

- बताया जा रहा है कि मंडुआडीह में वर्कर्स मैनेजर अंबेश त्रिपाठी से उसकी शादी तय हुई थी।

- 9 मई को दोनों की इंगेजमेंट होने वाली थी।

- लेकिन, रविवार को लड़के ने शादी से इनकार कर दिया।

- इसके बाद से वह परेशान थी।

चार महीना पहले ही किया था ज्वाइन

- राजस्थान यूनिवर्सिटी में पढ़ाती थी। उसके बाद वह चार महीने पहले ही बीएचयू आई थी।

- उन्होंने बीएचयू से ही पढ़ाई की थी।

- वह बनारस के जानकी नगर में रहती थी।

साड़ी के फंदे से लटकती हुई मिली लाश

बताया जा रहा है कि रविवार को उसकी मां और घर के दूसरे सदस्य शादी में गए हुए थे। घर पर पिता और छोटी बहन थी। सोमवार की सुबह जब पिता उसे जगाने गए तो वह साड़ी के फंदे पर लटकती हुई मिली। उन्होंने तत्काल पड़ोसियों की मदद से उसे नीचे उतारा और हॉस्पिटल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

2 महीने पहले हुई थी शादी, ऑफिसर पत्नी ने कराया PCS पति का मर्डर

2 महीने पहले हुई थी शादी, ऑफिसर पत्नी ने कराया PCS पति का मर्डर
फरवरी 2016 में रंजीत और अर्चना की हुई थी शादी।शाहजहांपुर. पीसीएस अधिकारी रंजीत सोनकर की मौत के मामले में उनकी पत्नी के खिलाफ जहर देकर हत्या करने का मुकदमा दर्ज किया गया है। इसके बाद से अर्चना फरार है। पुलिस का कहना है कि वह पूरे मामले की जांच कर रही है।

मौत से पहले रंजीत ने लिखा था लेटर

परिजनों के मुताबिक, रंजीत ने जिलाधिकारी ऑफिस में एप्लिकेशन दी थी। इसमें लिखा था, 'पत्नी अर्चना से शादी के बाद से संबंध ठीक नहीं चल रहे हैं। पत्नी के अंदर औरतों वाले कोई गुण नहीं हैं। वह पत्नी जैसा कोई व्यवहार नहीं करती है। उसका मेडिकल करवाना चाहता हूं। उसने मुझे अपने दो भाइयों से धमकी भी दिलवाई थी। इसी के चलते मैं यह एप्लिकेशन दे रहा हूं। अगर मुझे कुछ हो जाता है तो यह काम आएगा।'

शादी के एक हफ्ते बाद से रहने लगे थे अलग-अलग

- आरोप लगा कि शादी के एक हफ्ते बाद ही रंजीत और अर्चना के बीच दूरियां बढ़ गई थी।

- दोनों ही अलग-अलग सरकारी घर में रहने लगे थे।

- वहीं, रंजीत ने अपनी पत्नी और उनके भाइयों से जान का खतरा बताया था।

- उन्होंने इसकी शिकायत लिखित रूप से जिलाधिकारी से की थी।

- शिकायत के दो दिन के बाद 21 अप्रैल 2016 को रंजीत की अपने घर पर संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी।

अर्चना की हुई थी दूसरी शादी

- रंजीत सोनकर जिला विकलांग कल्याण अधिकारी थे।

- अर्चना सोनकर जिला समाज कल्याण अधिकारी हैं।

- वह पहले से तलाक शुदा थी। रंजीत से उसकी दूसरी शादी हुई थी।

- दो महीने पहले फरवरी में दोनों की शादी हुई थी।

भाई ने लगाया आरोप

मृतक के भाई राजेश सोनकर ने बताया कि 21 अप्रैल की रात उन्हें फोन पर रंजीत की मौत की जानकारी हुई। वह शाहजहांपुर हॉस्पिटल पहुंचे तो वहां उनकी डेड बॉडी पड़ी हुई थी। उनका आरोप है कि अर्चना ने ही अपने भाइयों अतुल और अनुराग, नौकरानी कंचन और उसके भाइयों के साथ मिलकर जहर देकर हत्या कर दी है।

दर्ज किया गया मुकदमा

एसपी मनोज कुमार ने बताया कि मृतक के भाई राजेश सोनकर की तहरीर पर अर्चना सोनकर, उनके भाईयों और नौकरों के खिलाफ धारा 302, 228 जहर देकर हत्या करने का मुकदमा दर्ज किया है। मामले में गहनता से जांच कर कार्रवाई की जाएगी।

सोमवार, 25 अप्रैल 2016

अपने अंतिम दिन गिन रहा दाऊद इब्राहिम?, पूरी तरह ठीक हो पाएगा अंडरवर्ल्ड डॉन डॉक्टरों को उम्मीद कम

अपने अंतिम दिन गिन रहा दाऊद इब्राहिम?, पूरी तरह ठीक हो पाएगा अंडरवर्ल्ड डॉन डॉक्टरों को उम्मीद कम


दिल्ली : 1993 मुंबई बम धमाकों का मास्टरमाइंड और अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम को गैंगरीन हो गया और इस बीमारी से उसे पूरी तरह उबर पाना अब मुमकिन नहीं है। डॉक्टरों ने उसे पूरी तरह से ठीक होने की उम्मीद छोड़ दी है। रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि दाऊद की गैंगरीन से जान भी जा सकती है।




सीएनएन-न्यूज 18 की रिपोर्ट के मुताबिक दाऊद इब्राहिम को गैंगरीन हो गया है और इस बीमारी का स्तर डॉन में इतना बढ़ गया है कि वह चल-फिर नहीं सकता। डॉक्टरों ने उसे पूरी तरह से ठीक होने की उम्मीद छोड़ दी है। रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि दाऊद की गैंगरीन से जान भी जा सकती है।

रिपोर्ट के मुताबिक अंडरवर्ल्ड डॉन का इलाज करने वाले डॉक्टरों को लगता है कि जल्द ही उनके पास दाऊद के पैर काटने के अलावा कोई और विकल्प नहीं बचेगा। डॉन का इलाज उसके क्लिफटन स्थित आवास, लियाकत नेशनल अस्पताल और कंबाइंड मिलिट्री अस्पताल में चल रहा है। ये दोनों अस्पताल कराची में स्थित हैं।

रिपोर्ट में कहा गया बीपी और शुगर के चलते दाऊद के पैरों में खून का प्रवाह बाधित हो गया था और पैरों के टिशू डेड होने लगे थे। इसी वजह से जहर फैल गया। शरीर में जहर फैलने से दाऊद की जान भी जा सकती है। कराची में ही दाऊद का इलाज करने की कोशिश की जा रही है। दाऊद का इलाज कराची में कराने का फैसला एक उच्च स्तरीय बैठक में लिया गया। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि दाऊद का इलाज सेना के डॉक्टर करेंगे।