शुक्रवार, 15 अप्रैल 2016

झालावाड़ । 17 अप्रेल से जल स्वावलम्बन सप्ताह का होगा आयोजन


झालावाड़ । 17 अप्रेल से जल स्वावलम्बन सप्ताह का होगा आयोजन 


झालावाड़ । झालावाड़ जिले में 54 ग्राम पंचायतों के 180 गांवों में चलाये जा रहे मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के अंतर्गत आगामी 17 अप्रेल से 24 अप्रेल तक जल स्वावलम्बन सप्ताह मनाया जायेगा।जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा लिये गये निर्णय के अंतर्गत इस सप्ताह के दौरान जिला स्तर पर कार्यशालाएं आयोजित की जायेंगी। साथ ही ग्राम स्तर पर ग्रामवासियों के साथ बैठकों का आयोजन करके उनके क्षेत्र में हुए कार्य की प्रगति की समीक्षा की जायेगी तथा उन्हें जल स्वावलम्बन अभियान में भागीदारी की प्रतिज्ञा दिलवायी जायेगी। सप्ताह के दौरान विभिन्न कार्यस्थलों का भ्रमण एवं निरीक्षण भी किया जायेगा। साथ ही पूर्ण किये गये कार्यों के उद्घाटन कराये जायेंगे एवं विभिन्न कार्य स्थलों पर श्रमदान आयोजित कराये जायेंगे।

जिला कलक्टर ने बताया कि सप्ताह के दौरान जल स्वावलम्बन अभियान वाले गांवों में ग्रामवासियों, महिलाओं, विद्यार्थियों एवं युवकों की जल स्वावलम्बन सामूहिक रैलियों का आयोजन किया जायेगा। अभियान के दौरान विभिन्न दान-दाताओं द्वारा जनसहयोग देने की जो घोषणा की गई थी, उसमें एकत्रित राशि की भी इस सप्ताह के दौरान समीक्षा की जायेगी तथा दानदाताओं को सम्मानित किया जायेगा। दस हजार से अधिक का सहयोग, नगद, सामग्री एवं मशीन के रूप में देने वाले दानदाताओं को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जायेगा।

जिला कलक्टर ने बताया कि जल स्वावलम्बन सप्ताह के दौरान आयोजित किये जाने वाले कार्यक्रमों में विभिन्न सरकारी एजेंसियों के साथ-साथ जन प्रतिनिधियों, पंचायती राज प्रतिनिधियों, ग्रामवासियों धार्मिक ट्रस्टों एवं सामाजिक संगठनों की भी भागीदारी रहेगी।

भारत में व्हाट्सऐप पर जल्द लग सकता है बैन

भारत में व्हाट्सऐप पर जल्द लग सकता है बैन


जयपुर। पिछले साल ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरून ने व्हाट्ऐप, स्नैपचैट, आई-मेसेज पर बैन लगाने की इच्छा जाहिर की थी। अब जबकि व्हाट्ऐप ने एंड टु एंड इंक्रिप्सन फीचर पेश कर दिया है तो सरकार और व्हाट्ऐप के बीच तनातनी बढ़ सकती है।एंड टु एंड इंक्रिप्सन के आने से व्हाट्ऐप किसी भी देश की सरकार की पहुंच से दूर हो गया है। इससे कई देश इसे बैन करने का मन बना रहे हैं। इन देशों में भारत भी शामिल है।


भारत में इस पर प्रतिबंध लगने की खबर आ रही है। भारत में WhatsApp पर प्रतिबंध इसलिए हो सकता है क्योंकि Whatsapp ने अपने फीचर में एंड-टू-एंड इन्क्रिप्शन जोड़ा है। यह फीचर भारतीय टेलीकॉम नियमों के खिलाफ बताया गया है।Whatsapp में यूजर्स सिर्फ 40-बीट इनक्रिप्शन का ही इस्तेमाल कर सकते है पर इसे 256-बीट इनक्रिप्शन का यूज किया जा रहा है।जो लोग भारत में इसका इस्तेमाल कर रहे है उसे गैरकानूनी तरीका माना जा रहा है। जो यूजर्स Whatsapp के इन्क्रिप्शन का इस्तेमाल करना चाहते है उन्हें पहले सरकार से अनुमति लेना पड़ेगा।जानकारी के मुताबिक सरकार ने अभी तक इस पर कोई फैसला नहीं लिया है।

बाड़मेर। रामनवमी पर श्रीराम की निकली विशाल शोभा यात्रा, सर्व समाज के लोगों ने बढ़चढ़ कर लिया हिस्सा

बाड़मेर। रामनवमी पर श्रीराम की निकली विशाल शोभा यात्रा, सर्व समाज के लोगों ने बढ़चढ़ कर लिया हिस्सा

रिपोर्ट :- छगनसिंह चौहान / बाड़मेर 

बाड़मेर। बाड़मेर में रामनवमी महापर्व धूमधाम से मनाया गया। इस क्रम में शुक्रवार को बाड़मेर मुख्यालय सहित विभिन्न क्षेत्रों में भव्य झांकी व जुलूस निकाले गए। जुलूस में महावीरी पताकों के साथ लोग जय श्री राम का उदघोष कर रहे थे। इस अवसर पर जुलूस में शामिल लोगों ने परंपरागत हथियारों को परिचालन का शानदार प्रदर्शन किया। रामनवमी जुलूस को लेकर पुलिस प्रशासन द्वारा सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए थ। रामनवमी के मौके बाड़मेर में विभिन्न क्लबों द्वारा रामनवमी की झाकिया निकाली गई । झाकिया करीब दोपहर 1 बजे तक बाड़मेर के मुख्य मार्गो पर भ्रमण करती रहीं। जुलूस में शामिल भक्तगण राम नाम का जयकारा लगाते रहे। झांकी देखने जगह- जगह लोग जमे रहे। झाकी में शामिल आयोजकों के अलावा युवा डीजे एवं ताशा की आवाज में थिरकते रहे। विभिन व्यवस्था को लेकर पुलिस सजगरही।

गुरुवार, 14 अप्रैल 2016

जोधपुर| ममेरे भाई ने 6 साल की बहन का किया रेप

जोधपुर| ममेरे भाई ने 6 साल की बहन का किया रेप


जोधपुर| जोधपुर के रातानाडा थाना क्षेत्र के पाबूपुरा में छह वर्षीय मासूम बालिका से दुष्कर्म का मामला सामने आया है। पीड़िता के ममेरे भाई पर ही दुष्कर्म का आरोप है। दुष्कर्म के बाद वह कोटा भाग गया। रातानाडा थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस दल कोटा भेजा है।पाबूपुरा निवासी एक व्यक्ति ने पुलिस को दी रिपोर्ट में आरोप लगाया कि उसका कोटा में इंदिरा कॉलोनी निवासी प्रमोद कुछ दिन यहां ठहरने के बाद मंगलवार को कोटा चला गया। इसके बाद उसकी छह वर्षीय पुत्री को पेट में दर्द हुआ। बालिका को उम्मेद अस्पताल में चिकित्सकों को दिखाया तो दुष्कर्म की बात सामने आई। पीडि़त बालिका ने प्रमोद पर दुष्कर्म का आरोप लगाया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। आरोपी की गिरफ्तारी के प्रयास जारी है।
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सरकारों-पार्टियों के दलित उत्थान के दावों की सच्चाईः राजस्थान में 82 फीसदी दलित ग्रामीण परिवार 5000 रूपए महीने से कम पर गुजारे को मजबूर

सरकारों-पार्टियों के दलित उत्थान के दावों की सच्चाईः राजस्थान में 82 फीसदी दलित ग्रामीण परिवार 5000 रूपए महीने से कम पर गुजारे को मजबूर




— हर पार्टी अंबेडकर को अपना रही, दलितों का मसीहा बनने का दावा कर रही
— ग्रामीण इलाकों के 3.93 फीसदी दलित परिवार ही सरकारी नौकरी में
— 74,408 ग्रामीण दलित परिवार ही ऐसे हैं जिनमें सरकारी नौकरी में है
— नौकरियों में आरक्षण का लाभ पूरे दलित वर्ग को नहीं मिला
— निजी क्षेत्र की नौकरियों में भी एक फीसदी की ही हिस्सेदारी
— आरक्षण हो या योजनाएं उनका लाभ चुनिंदा दलित परिवारों को ही मिला
— आम दलित को आरक्षसण और योजनाओं दोनों का फायदा नहीं मिला



जयपुर। सरकारें और पार्टियां बाबा साहब अंबेडकर की जयंती धूमधाम से मनाकर दलितों की मसीहा होने के दावे भले करें, लेकिन आजादी के 68 साल बाद भी दलितों की हालत मेंं कोई सुधार नहीं आ पाया है। राजस्थान में 82 फीसदी दलित ग्रामीण परिवार आज भी पांच हजार रुपए महीना भी नहीं कमा पाते, यह आय अगर प्रति व्यक्ति के हिसाब से गिनी जाए तो हजार रुपए प्रति व्यक्ति भी नहीं बैठेगी।

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68 साल में दलितों के लिए कितनी ही योजनाएं बनी और सरकारों ने दलित हितैषी होने का खूब ढिंढोरा पिटा। अब जरा कुछ आंकड़ों पर नजर दौड़ा लीजिए, हालात खुद ब खुद पता लग जाएंगे कि हमारी सरकारों की नीतियों से दलित कितना उपर उठ पाए हैं। 2011 में हुई सामाजिक आर्थिक जनगणना के आंकड़ें बताते हैे कि राजस्थान के 18.50 लाख ग्रामीण एससी दलित परिवारों में से महज 18 फीसदी परिवारों की मासिक आय ही पांच हजार रुपए या इससे उपर है। 82 फीसदी ग्रामीण दलित परिवार पांच हजार रुपए भी नहीं कमा पाते।



सामाजिक आर्थिक जनगणना के आंकड़े बताते हैं कि राजस्थान के ग्रामीण इलाकों में महज 74, 408 दलित परिवार ही सरकारी नौकरी में हैं यानी कुल ग्रामीण दलित परिवारों का महज 3.93 फीसदी। महज 2.18% दलित परिवार ही आयकर देते हैं। आंकड़े यह बताने के लिए काफी हैं कि सरकारों के तमाम दावों के बावजूद दलितों की स्थिति अमें कोई सुधार नहीं आया है। आरक्षण का लाभ चंद परिवारों को ही मिल पाया है। ऐसे में अंबेडकर के नाम पर दलितों के हितेषी होने का दावा करने वाली पार्टियों और सरकारों के दावों पर सवालिया निशान लग जाता है। सवाल यह उठता है कि दलितों के नाम पर चलाई जा रही भारी भरकम योजनाओं का पैसा आखिर कहां गया, आरक्षण हो या योजनाएं उसका फायदा आम दलित तक तो नहीं पहुंचा, ये आंकड़े बता रहे हैं।



सामाजिक आर्थिक जनगणना में ग्रामीण एससी परिवारों के हालात :

— ग्रामीण एससी परिवार : 18 लाख 91 हजार 189
— प्रदेश के कुल परिवारों का 18.50 फीसदी
— 41189 एससी परिवार यानी 2.18% आयकर देते हैं
— 74408 यानी 3.93% परिवार सरकारी नौकरी वाले हैं
— 15 लाख 66 हजार 817 यानी 82.85% परिवार 5 हजार से कम मासिक आय पर गुजारा कर रहे हैं

अलवर। ज़हरीली चाय पीने से 150 मज़दूर हुए अचेत

अलवर। ज़हरीली चाय पीने से 150 मज़दूर हुए अचेत


अलवर। भिवाड़ी के खुशखेड़ा स्थित FIEM कम्पनी में विषाक्त चाय पीने से करीब 150 मजदूर अचेत हो गए। कंपनी ने मामले को छुपाने के लिए सभी मरीजों को अलग अलग निजी अस्पतालों में भर्ती कराया।बताया जा रहा है की अभी तक किसी भी प्रकार का ना ही तो कोई मामला दर्ज हुआ है और ना ही कोई जनप्रतिनिधि पीड़ितों से मिलने पंहुचा है। आपको बता दें कि कुछ मरीजों की हालत अभी स्थिर बताई जा रही है तो कुछ को गंभीर बताया जा रहा है।
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भीलवाड़ा:फूड पॉइजनिंग से 3 की मौत, 2 दर्जन बीमार

भीलवाड़ा: फूड पॉइजनिंग से 3 की मौत, 2 दर्जन बीमार


भीलवाड़ा/अजमेर। भीलवाड़ा जिले के फुलिया उपखण्ड क्षेत्र के इटडियां पंचायत के अरनिया चौहान गांव मे मृत्यु भोज के खाने के बाद लगभग दौ दर्जन महिला पुरूष बीमार हो गए। जिले के ईटडिया गांव मे मंगलवार शाम सबसे पहले 25 वर्षीय सीता देवी खटीक की मौत हो गई जिसके दाह संस्कार के पश्चात मृत्यु भोज का सामुहिक खाना था । जिसमे खाना खाने के बाद लगभग दौ दर्जन महिला- पुरूषों व बच्चों को उल्टी दस्त होने लगी।

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इस दौरान मृतका की सास रामसुखी और 5 वर्षीय पुत्र सागर की मौत हो गई। साथ ही अन्य घायलो को गांव मे प्राथमिक उपचार के बाद अजमेर जिले के बिजयनगर रैफर किया गया। जहा से अजमेर मुख्यालय पर स्थित जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय मै रैफर किया गया। बुधवार देर रात मामले में और लोगो की हालत हुई खराब। जिस पर शाहपुरा उपखंड अधिकारी कालूराम खोड़,तहासीलदार अजित सिंह,प्रधान गोपाल गुर्जर,ड़ॉ.अशोक जैन मय टीम के साथ मौके पर पंहुचे व और बीमार मरीज़ों की सेवा शुरू कर दी। घर में रखी रसद सामग्री को सीज करवाकर सैंपल लिए गए है। ग्राम पंचायत की और से उनको रसद सामग्री उपलब्ध करवाई गई।



केस रैफर करने से अजमेर के जेएलएन अस्पताल में मचा हड़कंप:
अजमेर संभाग के भीलवाड़ा जिले के शाहपुरा कस्बे के निकट अर्निया चौहान गांव में मृत्यु भोज का भोजन खाने से 3 जनो की मौत हो गई। जबकि 40 से अधिक लोग दूषित भोजन खाकर बीमार हो गए। सभी बीमार लोगों की हालात बिगड़ने पर उन्हें अजमेर रेफर किया गया है।



घटना के बाद सभी बीमार लोगो को अजमेर लाने से जेएलएन अस्पताल में हड़कंप मच गया। हालात यह है कि आपातकालीन वार्ड में बीमार लोगों को जगह नही मिल रही। लिहाजा एक बेड पर दो जनों को लेटाया गया है। ज्यादत्तर बीमार लोगो में महिलाएं शामिल है।परिजनों का आरोप है कि अस्पताल में बीमार लोगो के सही उपचार और जगह की व्यवस्था अस्पताल प्रशासन नही कर रहा है।

डेल्टा मर्डर-रेप मामले को लेकर बोले कटारिया, सरकार डेल्टा केस की कोई 'सीबीआई जाँच नहीं कराएगी ,'सीबीआई कोई हरीश्चंद्र नहीं

डेल्टा मर्डर-रेप मामले को लेकर बोले कटारिया, सरकार डेल्टा केस की कोई 'सीबीआई जाँच नहीं कराएगी ,'सीबीआई कोई हरीश्चंद्र नहीं 


जयपुर। डेल्टा मर्डर और रेप मामले की भले ही राहुल गांधी औऱ कांग्रेस सीबीआई जांच की मांग कर रहे हो लेकिन सूबे के गृह मंत्री गुलाबचंद कटारिया ने साफ कर दिया है कि सरकार डेल्टा केस की कोई सीबीआई जांच नहीं कराएगी साथ ही कटारिया ने देश की सबसे बड़ी जांच एंजेंसी की विश्वसनीयता पर भी सवाल खड़े किए हैं। कटारिया ने कहा 'सीबीआई कोई हरीश्चंद्र नहीं है'।



कटारिया यहीं नहीं रुके,कटारिया ने कहा कि सीबीआई के पास कोई जादू का डंडा नहीं है जो घुमाते ही सही जगह बैठ जाएगा,अगर सही बैठता तो मैं काहे को सोहराबुद्दीन मामले में अपराधी बनता। डेल्टा मामले में स्थानीय पुलिस ने भी मुस्तैदी औऱ तत्परता से कार्रवाई की है। कटारिया ने साफ कहा कि डेल्टा की मौत 100 परसेंट सुसाइड है और मर्डर करने का सवाल ही नहीं उठता। कटारिया ने कहा कि एफएसएल जांच से साफ हो गया है कि डेल्टा की डेथ पानी में डूबने से हुई है।




कटारिया का नहीं रहा अपनी सरकार और एंजेंसी पर भरोसा:सचिन पायलट:
डेल्टा मामले की सीबीआई से जांच कराने की मांग कर रही कांग्रेस ने गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया के बयान पर जमकर निशाना साधा है। पीसीसी चीफ सचिन पायलट ने गृहमंत्री के बयान पर पलटवार किया है। पायलट ने कहा कि कटारिया के बयान से तो यही साबित होता है कि उन्हें अपनी सरकार और उसकी जांच एजेंसी पर ही भरोसा नहीं है।



पायलट ने कहा कि गृहमंत्री को पता होना चाहिए कि स्टेट के साथ केन्द्र में भी उनकी सरकार है। ऐसे में सीबीआई को अविश्वसनीय करार देने से कईं सवाल उन पर खड़े होते हैं। पायलट ने कहा की डेल्टा मामले की सीबीआई से जांच कराने के लेकर उनका संघर्ष जारी रहेगा और राहुल गांधी भी यह बात कह चुके हैं।

अरवड़।:विषाक्त भोजन से सास, बहू व पोते की मौत, 35 की हालत बिगड़ी



अरवड़।:विषाक्त भोजन से सास, बहू व पोते की मौत, 35 की हालत बिगड़ी


फूलियाकलां थाना क्षेत्र के अरनिया चौहान गांव में विषाक्त खाना खाने से सास, बहू व पोते की मौत हो गई तथा 35 जने अचेत हो गए, जिन्हें अजमेर, भीलवाड़ा व गुलाबपुरा के चिकित्सालयों में भर्ती कराया गया है। हादसे का पता चलने पर चिकित्सा विभाग, पुलिस व प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे। चिकित्सा विभाग ने विषाक्त भोजन का नमूना लेकर जांच के लिए लैब में भेज दिया है। उधर प्रशासन ने भोजन सामग्री को नष्ट कराया है।जानकारी के अनुसार अरनिया चौहान गांव में दो दिन पूर्व विषाक्त भोजन खाने से सीतादेवी(35) पत्नी तुलसीराम खटीक की मृत्यु हो गई। इसके बाद सास रामसुखी देवी (55) व पोते सागर(6) की भी हालत बिगड़ गई। इन्हें गुलाबपुरा चिकित्सालय ले जाया गया। वहां उनकी भी मृत्यु हो गई। बुधवार को इनके अंतिम संस्कार में शामिल होने आए लोगों नेे मृतक परिवार के घर पर ही भोजन किया। इससे एक के बाद 35 जनों की हालत बिगड़ गई।उल्टी दस्त की शिकायत के बाद गांव में अफरा-तफरी मच गई। इन्हें गुलाबपुरा, अजमेर व भीलवाड़ा चिकित्सालय भेजा गया। इनमें से पांच की हालत गंभीर बनी हुई है। इस घटना से हरकत में आए चिकित्सा विभाग, प्रशासन व पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे तथा जांच शुरू की। चिकित्सा विभाग की टीम ने गांव में ही अन्य लोगों को भी एहतियातन दवाइयां दी तथा विषाक्त भोजन को नष्ट करवाया।




प्रशासन का मानना है संभवतया कि आटा या अन्य किसी खाद्य पदार्थ में विषाक्त पदार्थ मिला रह गया। इससे ग्रामीणों की हालत बिगड़ी। हालांकि मामले की जांच की जा रही है। खाद्य पदार्थों के नमूने की जांच रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति साफ होगी।