रविवार, 6 मार्च 2016

हैदराबाद।मंत्री के बेटे ने की टीचर से छेड़खानी, मामला दर्ज



हैदराबाद।मंत्री के बेटे ने की टीचर से छेड़खानी, मामला दर्ज
आंध्र प्रदेश के समाज कल्याण मंत्री रवेला किशोर बाबू के बेटे सुशील पर एक शिक्षिका से छेडख़ानी करने का आरोप लगा है। पुलिस ने सुशील और उसके ड्राइवर एम रमेश पर शनिवार को मामला दर्ज कर लिया।

आरोप है कि सुशील और रमेश ने गुरुवार शाम को हैदराबाद के बंजारा हिल्स इलाके में अपनी कार से 20 वर्षीय शिक्षिका का पीछा किया, अश्लील टिप्पणी की और उसे जबरन उठाने की कोशिश की। महिला के शोर मचाने पर स्थानीय लोगों ने वहां जुटकर आरोपियों की पिटाई कर दी। लेकिन सुशील मौके से भागने में कामयाब रहा।

बंजारा हिल्स थाने में दोनों के खिलाफ छेडख़ानी का मामला दर्ज कर लिया है। पीडि़ता ने दोनों पर नशे में होने का भी आरोप लगाया।

पुलिस उपायुक्त ए वेंकटेश्वर राव के अनुसार आरोपियों के खिलाफ आइपीसी की धारा 354 और 509 के तहत मामला दर्ज किया गया है।

वहीं मंत्री के बेटे सुशील ने आरोप को राजनीति प्रेरित बताया जबकि पिता एवं समाज कल्याण मंत्री किशोर बाबू का कहना है कि पुलिस जांच में सच्चाई उजागर हो जाएगी। पुलिस के मुताबिक ड्राइवर रमेश ने भी एफआईआर दर्ज कराई है, जिसमें स्थानीय लोगों पर मारपीट करने का आरोप लगाया है।

जोधपुर।अब डेंगू व चिकनगुनिया जैसे वायरस से हो रहा है दिमागी बुखार



जोधपुर।अब डेंगू व चिकनगुनिया जैसे वायरस से हो रहा है दिमागी बुखार


किसी समय जापानी एनसेफेलाइटिस वायरस को ही दिमागी बुखार का कारण माना जाता था, लेकिन हाल ही के अध्ययनों में यह बात सामने आई कि डेंगू व चिकनगुनिया फैलाने वाले एडिज वायरस और स्वाइन फ्लू के एच-1एन-1 वायरस से दिमागी बुखार (एनसेफेलाइटिस) हो रहा है।

इण्डियन एकेडमी ऑफ न्यूरोलॉजी की शाखा ट्रॉपिकल न्यूरोलॉजी की ओर से शनिवार को यहां शुरू हुए 11 वें राष्ट्रीय अधिवेशन के पहले दिन मस्तिष्क रोग विशेषज्ञों (न्यूरोलॉजिस्ट) ने यह बात कही।

अधिवेशन के पहले दिन देश से आए 30 न्यूरोलॉजिस्ट की एक टास्क फोर्स गठित की गई। टास्क फोर्स ने अपने अध्ययन और अनुभव के आधार पर वायरसों में आए बदलाव से लोगों में हो रहे दिमागी बुखार के लक्षण, कारण, टीका, निवारण और दवाइयों के संबंध में एक प्रोटोकॉल तैयार किया है जिसे न्यूरोलॉजी एकेडमी को भेजा जाएगा। अधिवेशन के आयोजन सचिव डॉ. जेसी मालू ने बताया कि इस प्रोटोकॉल के आधार पर दिमागी बुखार के नए मरीजों का उपचार किया जाएगा।

इबोला और कांगों से भी नहीं बच सकते

दिल्ली स्थित जनकपुरी अस्पताल के न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. मनमोहन मेहंदीरत्ता ने कहा कि दुनिया भर में वायरसों में बदलाव आ रहे हैं। इबोला और कांगों जैसे वायरस भारत में भी आ सकते हैं। वायरस बदलने की एक वजह इनके आनुवंशिक पदार्थ और लोगों की प्रतिरोधक क्षमता में आया बदलाव है। पूना से आए राहुल कुलकर्णी ने कहा कि वायरस खुद बदल रहा है। पहले जापानी एनसेफेलाइटिस अधिक होता था लेकिन अब कम हो रहा है। चैन्नई से आए लक्ष्मी नरसिंह्मन, लुधियाना के डॉ. गगनदीप सिंह, एम्स जोधपुर के डॉ. वीएस नाहर और डॉ. प्रताप संचेती ने वायरसों की प्रकृति में हुए बदलाव और इसके चलते लोगों पर पड़ रहे दुष्प्रभाव के बारे में बताया।

नई दिल्ली।PAK ने बताया गुजरात में घुसे 10 फिदायीन, महाशिवरात्रि पर भारत को दहलाने की प्लानिंग



नई दिल्ली।PAK ने बताया गुजरात में घुसे 10 फिदायीन, महाशिवरात्रि पर भारत को दहलाने की प्लानिंग


पाकिस्तान की ओर से दी गई खुफिया जानकारी के मुताबिक भारत में करीब 10 आतंकी गुजरात के रास्ते घुसपैठ कर सकते हैं। यह जानकारी पाकिस्तान के नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर (NSA) नासिर खान जंजुआ ने अपने भारतीय समकक्ष अजीत डोभाल को दी है। जानकारी के मुताबिक यह आतंकी महाशिवरात्रि को पर्व पर धार्मिक स्थलों को निशाना बना सकते हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पाक एनएसए ने बताया कि भारत में घु्से आतंकी लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के फिदायीन है। पाकिस्तान की ओर से मिले अलर्ट के बाद गुजरात के धार्मिक स्थलों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। साथ ही NSG की एक टीम गुजरात भेजी गई है। बता दें कि ऐसा पहली बार है जब पाकिस्तान की ओर से इस तरह की स्पष्ट जानकारी दी गई हो।

पाक से भारत आए 8 से 10 आतंकी

आईबी ने इनपुट में कहा है कि पाकिस्तान से बोट में आए आठ से 10 आतंकवादी गुजरात में घुस गए हैं। ये कभी भी वारदात कर सकते हैं। इसके बाद शनिवार को गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके तनेजा ने पुलिस-आईबी अफसरों के साथ आपात बैठक की। गुजरात पुलिस को चौकन्ना रहने के आदेश दिए गए हैं। बता दें कि शुक्रवार को एक वेस्टर्न बॉर्डर के लास्ट प्वाइंट कोटेश्वर के पास एक लावारिस बोट मिली है। हालांकि, इसमें कुछ भी आपत्तिजनक नहीं है।

पठानकोट में भी हाई अलर्ट

वहीं दूसरी ओर पठानकोट में शनिवार को वेस्टर्न आर्मी कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल केजे सिंह ने कहा कि महाशिवरात्रि के दौरान आतंकी हमले के इनपुट्स मिले हैं। जो इनपुट्स मिल रहे हैं, वे काफी हैरान करने वाले हैं। सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। आतंकी एक ऐसे हमलों की साजिश कर रहे हैं, जिससे ज्यादा से ज्यादा नुकसान हो सके।

बॉर्डर पर मिली थी 30 मीटर लंबी सुरंग

हाल ही में जम्मू-कश्मीर के आरएसपुरा सेक्टर में बीएसएफ ने पाकिस्तान से आने वाली 30 मीटर लंबी सुरंग का पता लगाया था। बीएसएफ के इन्सपेक्टर जनरल आरके. शर्मा के मुताबिक, सुरंग जमीन के करीब 10 फीट नीचे की तरफ खोदी गई थी। इस सुरंग का पता चलना इसलिए खास हो जाता है क्योंकि जल्द ही अमरनाथ यात्रा शुरू होने वाली है। अंतरराष्ट्रीय सीमा पर 2012 से अब तक 4 सुरंगों का पता लगाया जा चुका है।

बाड़मेर पति का दूसरी महिला से अफेयर, दहेज के लिए करता है प्रताड़ित



बाड़मेर पति का दूसरी महिला से अफेयर, दहेज के लिए करता है प्रताड़ित


महिला थाने में पति, जेठ के खिलाफ दहेज प्रताड़ना का मामला दर्ज
बाड़मेर महिला थानातंर्गत एक विवाहिता ने पति का दूसरी महिला से अफेयर का आरोप लगाते हुए दहेज के लिए प्रताड़ित करने का मामला दर्ज करवाया है।

पुलिस ने बताया कि पूजा पत्नी मनीष छाजेड़ निवासी शास्त्री नगर जोधपुर हाल जटियों का पुराना वास बाड़मेर ने मामला दर्ज करवाया कि उसके पति का किसी दूसरी महिला के साथ अफेयर चल रहा है। पति मनीष, जेठ जसराज उसे दहेज के लिए आए दिन प्रताड़ित कर रहे हैं। कई बार उसके साथ मारपीट की गई। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की।

बाड़मेर यहां 15 पंचायतों में 23 घोटाले, सिर्फ एक सस्पेंड

 बाड़मेर यहां 15 पंचायतों में 23 घोटाले, सिर्फ एक सस्पेंड 
  


 बाड़मेर महात्मा गांधी नरेगा योजना में भ्रष्टाचार का सिलसिला लगातार बढ़ रहा है। प्रदेश के 28 जिलों में बीते पांच साल में विकास कार्यों में फर्जीवाड़े के 233 प्रकरण हुए है। सरपंचों ने अफसर कर्मचारियों से सांठ-गांठ कर करीब 20 करोड़ रुपए हड़प लिये। 
मनरेगा में सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार के मामले बीकानेर ें 33 और बाड़मेर में 23 मामले सामने आए है। जिला परिषदों ने गबन के प्रकरण सामने आने पर संबंधित पंचायत के ग्रामसेवक, सरपंच के खिलाफ पुलिस थानों में मामले दर्ज करवाते हुए वसूली के आदेश दे दिए, लेकिन पांच साल बाद भी पूरी वसूली नहीं हो पाई है। वहीं कर्मचारियों के खिलाफ 16 17 सीसीए कार्रवाई की रस्म अदायगी गई। 


सिणधरी चौसीरा में 4, तालसर, गागरिया, कमठाई में 2-2 गबन के मामले दर्ज 
बाड़मेर| जिलेकी 15 ग्राम पंचायतों में वर्ष 2010 से 2015 तक मनरेगा योजना में फर्जीवाड़े के 23 प्रकरण सामने आए। जिला परिषद के माध्यम से विभिन्न टीमों से करवाई गई जांच में सरपंच, जेटीओ, ग्राम सेवक, रोजगार सहायक मेट दोषी पाए गए। 
सिलसिलेवार जांच रिपोर्ट में अनियमितताओं की पुष्टि होने पर दोषी साबित हुए जनप्रतिनिधि कर्मचारियों के खिलाफ पुलिस थानों में प्रकरण दर्ज किए गए। इस प्रकरण में एकमात्र झणकली ग्राम सेवक कैलाशदान को सस्पेंड किया गया और दो जेटीओ की सेवाएं समाप्त की गई। सिणधरी चौसीरा में गबन के चार मामले सामने आने के बावजूद ग्राम सेवक को 17 सीसीए नोटिस देकर इतिश्री की गई। अन्य पंचायतों में दोषी पाए गए कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं की गई। 
कहांकितने प्रकरण दर्ज : सिणधरीचौसीरा में 4, तालसर, गागरिया, कमठाई में दो-दो, मीठे का तला, समदड़ी स्टेशन, बालोतरा, सिणधरी, कोनरा, झणकली, नवातला, बावड़ी कला, केलनोर, कोजा, गंगाल में एक-एक प्रकरण दर्ज है। 
दोषियों के खिलाफ होगी कार्रवाई 
^मनरेगायोजना में अनियमितताएं बरतने के मामले की जांच में दोषी पाए गए अफसर जनप्रतिनिधियों के खिलाफ कार्रवाई होगी। इनके खिलाफ पुलिस थानों में प्रकरण दर्ज करवाने के साथ वसूली के आदेश दिए हैं। -सुरेन्द्रगोयल, पंचायतीराज ग्रामीण विकास मंत्री 
5 जिलों में 5 साल में एक भी मामला नहीं 
28जिलों में मनरेगा में अनियमितताएं के कई मामले सामने आए है। वहीं अजमेर, भरतपुर, भीलवाड़ा, दौसा, सवाईमाधोपुर में पांच साल में मनरेगा योजना विकास कार्यों में भ्रष्टाचार संबंधी एक भी मामला दर्ज नहीं हुआ। इसके अलावा धौलपुर, जैसलमेर, जालोर, झुंझनू, पाली,प्रतापगढ़ और टोंक जिलाें में एक-एक प्रकरण दर्ज किया गया। 
पांच साल में पचास फीसदी वसूली 
जिलापरिषदों ने जांच में दोषी पाए गए सरपंच कर्मचारियों से गबन की राशि वसूली आदेश जारी किए। 28 जिलों में दर्ज 233 मामलों में करीब 20 करोड़ की वसूली प्रस्तावित है। अब तक महज 10 करोड़ रुपए ही दोषी कर्मचारी सरपंचों ने जमा करवाए है। शेष 10 करोड़ रुपए की वसूली बकाया है। विभाग के बारमबार नोटिस जारी करने के बावजूद आरोपी सरकारी राशि जमा नहीं करवा रहे हैं। 
रिपोर्ट : 233 प्रकरणों में ग्रामसेवक दोषी, अब तक 4 ग्राम सेवक ही सस्पेंड 
28जिलों में मनरेगा योजना से स्वीकृत कार्यों में अनियमितताओं की जांच करवाई गई। कमेटियों की जांच रिपोर्ट में फर्जीवाड़े का खुलासा किया गया। जिसमें सरपंच, ग्रामसेवक,जेटीओ, रोजगार सहायक,मेट दोषी पाए गए। इनके खिलाफ जिला परिषदों ने पुलिस थानों में प्रकरण दर्ज करवाने के साथ वसूली के आदेश दिए। अब तक सिर्फ 5 ग्राम सेवकों को सस्पेंड किया गया। शेष को 16 17 सीसीए के नोटिस जारी किए।
 
5 साल में 28 जिलों में 20 करोड़ रुपए के गबन, वसूली सिर्फ आधी
 
यहां 15 पंचायतों में 23 घोटाले, सिर्फ एक सस्पेंड 
यूं समझिए पांच साल में मनरेगा में हुए घपलों की हकीकत... 
मनरेगा में भ्रष्टाचार | प्रदेश में सबसे ज्यादा 33 प्रकरण बीकानेर में, दूसरे स्थान पर बाड़मेर, गबन के 23 मामले 
 कागजों में बेरियां बना हड़पा करोड़ों का भुगतान | चौहटनके तालसर गांव में वर्ष 2010-11 में सरपंच ग्राम सेवक ने मिलकर मनरेगा से स्वीकृत बेरियाें का निर्माण करवाए बिना ही करोड़ों का भुगतान उठा लिया। इसी साल रिश्तेदारों के खेतों में बेरियां निर्माण का खुलासा। जांच रिपोर्ट में आरोप सही पाए गए। इस प्रकरण में ग्राम सेवक सरपंच के खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज करवाया। 
 
गागरिया में दो बार घपले, दो जेटीओ हटाए | गागरियामें वर्ष 2009-10 में ग्रेवल सड़क, टांका निर्माण के अधूरे कार्यों को कागजों में पूरा बताकर भुगतान उठाया लिया। जांच में सरपंच, जेटीओ, ग्रामसेवक, रोजगार सहायक दोषी पाए गए। जेटीओ की सेवाएं समाप्त की गई और ग्राम सेवक को 17 सीसीए का नोटिस दिया। वर्ष 2013-14 में भी मनरेगा में भ्रष्टाचार का मामला सामने आया। जांच में जेटीओ, ग्रामसेवक रोजगार सहायक दोषी साबित हुए। 

दो साल में पूरी नहीं हुई तीन पंचायतों की जांच | मनरेगायोजना के तहत ग्राम पंचायत केलनोर, कोजा गंगाला में वर्ष 2014-15 में स्वीकृत कार्यों में अनियमितताएं सामने आई। जिला परिषद के माध्यम से अलग-अलग अधिकारियों को जांच के आदेश दिए। इसके बावजूद अब तक अफसरों ने जांच रिपोर्ट ही तैयार नहीं की है। एडीपीसी की और से भेजी गई रिपोर्ट में जांच प्रक्रियाधीन होने का उल्लेख है। 
सिणधरी चौसीरा में चार घोटाले, ग्राम सेवक को सिर्फ 17 सीसीए नोटिस | ग्रामपंचायत सिणधरी चौसीरा में वर्ष 2009-10 में बिना टास्क पुस्तिका के करोड़ों का भुगतान उठाने, मस्टररोल में फर्जी नाम दर्ज करने, 2008 में स्वीकृत टांकों की राशि हड़पने समेत चार अलग-अलग प्रकरण दर्ज किए गए। जांच में फर्जीवाड़े की पुष्टि हुई। इसके आधार पर सरपंच हिम्मताराम सैन, ग्राम सेवक हीरालाल जोगल के खिलाफ सिणधरी थाने में मामले दर्ज करवाए। ग्राम सेवक को 17 सीसीए के तहत नोटिस थमाया। वसूली के आदेश के बावजूद दोषी कर्मचारी सरपंच ने पचास फीसदी राशि भी जमा नहीं करवाई। 
मनरेगा योजना में ऑन डिमांड बजट उपलब्ध होने का जनप्रतिनिधियों कर्मचारियों ने जमकर फायदा उठाया। इस योजना के तहत राज्य में वर्ष 2010 से 2015 तक स्वीकृत कार्यों में हेराफेरी कर करोड़ों रुपए का गबन किया गया। 
सरकार कारिंदों ने नियम-कायदों को ताक पर रखकर आनन-फानन में धरातल पर काम किए बिना कागजों में पूरे दर्शाते हुए भुगतान उठा लिया। बीकानेर जिले में बीते पांच साल में मनरेगा योजना के कार्यों में अनियमितताएं बरतने के 33 प्रकरण दर्ज किए गए। दूसरे नंबर पर बाड़मेर जिले में गबन के 23 मामले सामने आए है। इसी तरह झालावाड़ में 15, नागौर 14, सिरोही 12, चुरू 11, डूंगरपुर 10, सीकर-कोटा 9-9 और अन्य जिलों में 1 से 8 प्रकरण दर्ज है। 
जांच रिपोर्ट में सरपंच, ग्राम सेवक, रोजगार सहायक दोषी पाए गए। इनके खिलाफ पुलिस थानों में एफआईआर दर्ज करने के साथ विभागी कार्यवाही के तहत 16 17 सीसीए के तहत नोटिस जारी हुए। 
{2010 से 2015 तक मनरेगा योजना में अनियमितताओं की जांच रिपोर्ट तैयार
{सरपंच, ग्रामसेवक, जेटीओ और रोजगार सहायक दोषी पाए गए 

जोधपुर रिश्वत में अस्मत मांगने वाले एएसआई ने कराया पीड़िता के खिलाफ मामला दर्ज



जोधपुर रिश्वत में अस्मत मांगने वाले एएसआई ने कराया पीड़िता के खिलाफ मामला दर्ज


जोधपुर . महिलाथाने में दहेज प्रताड़ना के मामले सुसराल पक्ष के खिलाफ कार्यवाही को लेकर रिश्वत में अस्मत मांगने वाले सस्पेंड एएसआई ने अब पीड़िता के खिलाफ मारपीट राजकार्य बाधा का मामला दर्ज कराया है। वहीं दूसरी तरफ पुलिस आरोपी एएसआई के खिलाफ पीड़िता के साथ छेड़छाड़ के मामले जांच कर रही है। रातानाडा थाना पुलिस ने बताया कि महिला थाना (पूर्व) के पूर्व एएसआई ओमाराम पुत्र नारायण राम ने रिपोर्ट दी कि 22 फरवरी को वह ड्यूटी में बाइक पर एयरफोर्स में केंद्रीय विद्यालय के पास गया था। जहां एक महिला उसकी पुत्री ने उसके साथ अभद्र व्यवहार कर मारपीट की, सरकारी दस्तावेज फाड़ दिए और उसकी बाइक की चाबी छीनकर राजकार्य में बाधा उत्पन्न की।

पीड़िताके आरोप पर हुआ था सस्पेंड : रातानाडाथाना क्षेत्र के एयरफोर्स क्षेत्र में रहने वाली एक महिला ने कुछ समय पूर्व महिला थाना (पूर्व) मे अपने सुसराल पक्ष के खिलाफ दहेज प्रताड़ना का मामला दर्ज करवाया था। मामले में सुसराल पक्ष के खिलाफ कार्यवाही को लेकर पूर्व एएसआई ओमाराम ने पहले तो शिकायत करने वाली युवती और उसके बाद उसकी मां पर संबंध बनाने के लिए दबाव बनाया। आरोपी एएसआई के रिश्वत में अस्मत मांगने से मां-बेटी परेशान हो गई थी। इसके बाद ओमाराम पीड़िता के घर के बाहर आया तो उन्होंने उसके साथ मारपीट कर पुलिस में शिकायत की थी। जिस पर एएसआई ओमाराम को सस्पेंड कर छेड़छाड़ का मामला दर्ज किया गया था।

रोज सुबह केला और गर्म पानी पीने के फायदे जान दंग रह जाएगे आप

रोज सुबह केला और गर्म पानी पीने के फायदे जान दंग रह जाएगे आप


हम अपनी हेल्थ को लेकर कितना जागरुक रहते है। और इसमें मोटापा की बात हो तो हम तो बिल्कुल सतर्क हो जाते है। हर चीज को लेकर डाइटिंग शुरु कर देते है। कि ये नहीं खाना। वो खाना है।


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सावधान! कहीं आपके हाथों और तलवों से तो नहीं आता ज्यादा पसीना

कुछ लोग तो ऐसे होते है कि फैशन के चलते वजन कम करने के लिए आधा पेट ही खाना खाते है। जिससे कि उनका वजन न बढ़े। इसके लिए हम एक्सरसाइज और मोटापा कम करने वाली दवाओं का भी इस्तेमाल करते है। जिससे कि हमारा वजन कंट्रोल हो जाए। लोकिन आप जानते है कि केला खाकर आप अपना वजन कम कर सकते है। जीं हां।




कई लोग की धारणा होती है कि केले खाने से मोटापा बढता हैं, लेकिन हम आपको एक ऐसा उपाय बता रहे है। जिसका इस्तेमाल कर आप स्लिम बॉडी पा सकते है। जी हां आप चौक गए न कि यह कैसे संभव हो सकता है तो हम आपको बता दे कि केला और गर्म पानी का सेवन करने से आप मोटापा से निजात पा सकते है।







रोज सुबह केले और एक कप गर्म पानी पीकर आप अपना वजन ही कम नहीं कर सकते है बल्कि अपनी बॉडी को मनचाहे आकार में शेप भी दे सकते है।




माना जाता है केले में पाया जाने वाला स्टार्ट और कार्बोहाइड्रेट आपके वजन को बढ़ा सकता है, लेकिन अगर इसके साथ गर्म पानी का सेवन किया जाए तो आप वजन कम करते है। इसका सेवन करने से आपका पेट भी भरा रहेगा साथ ही आपकी एनर्जी का स्तर भी बढ जाएगा।केला न केवल आपके मेटबॉलिज्म को बढ़ाने में मदद करता है, बल्कि आपके पाचन तंत्र को बेहतर कर पाचन क्रिया को सुधारने में भी मदद करता है। दूसरा केला एक प्रकार के स्टार्च से भरपूर होता है, जिसमें ग्लाइसेमिक इंडेक्स की मात्रा बेहद कम होती है। साथ ही इसमें मौजूद फाइबर आपको कब्ज की समस्या से निजात दिलाने में फायदेमंद साबित होता है और आपको संतुष्टि देने के साथ ही कार्बोहाइड्रेट के अतिरिक्‍त अवशोषण को रोकने में मदद करता है।




केले के साथ गर्म पानी लेने से पाचन दुरुस्त होता है। गर्म पानी एक प्राकृतिक शक्तिवर्धक है। यह शरीर को हाइड्रेट कर ऑक्‍सीजन के स्‍तर को बढ़ाता है। केला खाने के बाद आपको तरोताजा और अलग सा महसूस होता है। केले के साथ गर्म पानी का गिलास पीने से आप अतिरिक्त कैलोरी और अतिरिक्त शुगर के बिना भरपूर एनर्जी और सेहत पा सकते हैं।

हवा महल से जुड़ी दिलचस्प बातें जिन्हें जानना चाहेंगे आप



नई दिल्ली: भारत विविधताओं भरा देश है जहां अजूबों और आश्चर्यों की कमी नहीं है। देश के लगभग हर राज्य में ऐसी ही खूबियां पाई जाती हैं। राजपूताना विरासत के अपने में समेटे राजस्थान भी इससे अछूता नहीं है। राजस्थान को भारत की आन और राजपूतों की शान माना जाता हैं। इसी राज्य में गुलाबी शहर के बीचों बीच बना हवा महल अपनी सुंदरता और अनोखी डिजाइन के कारण सबको आकर्षित करता है।






यह क्या आप जानते है कि इस हवामहल में ऐसा क्या है जो आज भी लोगों और वैज्ञानिकों के लिए रहस्य बना हुआ है। हवा महल को वास्तुकारों ने लाल चंद ने डिजाइन किया था। यह महल राधा और कृष्ण को समर्पित है। लेकिन क्या इस बारें में जानते है कि यह इस इमारत में ऐसा क्या है जो एक शोध का विषय बना हुआ है। जिसके बारें में आज तक कोई भी ठीक से नही बता पाया है। जानिए ऐसा क्या खास है इस महल में।







हवामहल के नाम में छुपा एक मतलब

हवामहल का मतलब है कि हवाओं की एक जगह। यानी कि यह एक ऐसी अनोखी जगह है, जो पूरी तरह से ठंडा रहता है। हवामहल को साल 1799 में महाराज सवाई प्रताप सिंह ने बनवाया था। इस पांच मंजिला इमारत को बहुत ही अनोखे ढंग से बनाया गया है।




यह ऊपर से तो केवल डेढ़ फुट चौड़ी है और बाहर से देखने में किसी मधुमक्खी के छत्ते के समान दिखती है। इस हवामहल में 953 छोटी खिड़कियां हैं जिससे ठंडी और ताजी हवा आती रहती है। जिसके कारण यह जगह बिल्कुल ठंडी रहती है।




अगली स्लाइड में जाने और खासियतों के बारें में




हवामहल को डिजाइन करने वाला कौन था




राजस्थान का मौजूद पिक सिटी जे अपने ही इमारतों और धरोहरों के लिए फेमस हैं। इन्ही में से एक है हवा महल। जो अपनी खूबसूरती और खासियत के कारण दुनिया में मशहूर है। लेकिन क्या आप जानते है इस अनोखे महल को किसने डिजाइन किया है। तो हम आपको बता दें कि इस अनोखे और खूबसूरत महल को लाल चंद्र उस्ताद ने किया था।




हवामहल की डिजाइन के पीछें क्या है खास



जब महाराज सवाई प्रताप सिंह इस हवामहल को बनवाने का मन हुआ तो उन्होनें वास्तुकार लाल चंद्र उस्ताद को बुलाया और उन्होनें इस महल की डिजाइन इस तरह बनाई जो कभी सोची भी नही जा सकती थी। इसकी डिजाइन हिंदू धर्म के भगवान श्री कृष्ण के राजमुकुट जैसी बनी थी। ऐसा बाहर से देखने में लगता है।




हवामहल में ऊपर की मंजिल में जाने के लिए कोई सीढ़ी नहीं-

आपको यह जान कर अचंभा होगा कि पांच मंजिला बनी इस इमारत को इस तरह डिजाइन किया गया है कि इसमें ऊपर की मंजिल में जाने के लिए एक भी सीढ़ियां नहीं बनी हुई है। अगर आपको सबसे ऊपर की मंजिल में जाना है तो सिर्फ रैंप बने हुए हैं।




हवामहल को बनाने के पीछे क्या कारण था?

हवा महल को देखकर हमारे मन में एक सवाल जरुर आता है कि आखिर इसे किस मकसद के लिए बनवाया, तो हम आपको बता दें कि इसके पीछें क्या कारण था। इस महल को राजपूत की रानियां और राजकुमारियां इन झरोखों में बैठकर विशेष मौकों पर निकलने वाले जुलूस व शहर आदि को देख सकें। राजपूत के समय में यह नही था कि उनके महल की कोई स्त्री घर से बाहर निकले। जिसके कारण यह बनवाया गया।




यह है दुनिया की सबसे बड़ी बिना नीव की इमारत




आपको यह जानकर हैरानी होगी कि यह इमारत बिना किसी नीव की बनी हुई है। जो अपने आप पर एक अजूबा है। यह दुनिया की सबसे बड़ी बिना नीव की इमारत मानी जाती हैं।

हवामहल में पांच मंजिला होने के कारण यह 87 डिग्री कोण में बना हुआ है। जो एक आश्चर्य हैं।




वामहल है राजपूत और मुगल कला का बेजोड़ नमूना-




हवामहल सबसे ज्यादा अपनी संस्कृति और इसकी डिजाइन के कारण फेमस है। हवामहल राजपूत और मुगलकला का बेजोड़ नमूना है। इस महल में आपको राजपूत का नमूना यहां कि गुंबददार छत, कमल, और फूलों में मिल जाएगा। वही मुगल का नमूना आपको मेहराव और यहां पर की गई बारीक नक्काशी में में मिल जाएगा।




हवामहल में की गई डिजाइन है मधुमक्खी के छत्तें की तरह-









आपको यह बात जानकर हैरानी होगी कि इस महल में 953 खिड़कियां है जिन्हें झरोखा कहा गया है। जो भीषण गर्मी पडने पर भी ठंडा रहता है। जैसे कि किसी एयर कंडीशनर कमरें में बैठे हो। इसकी डिजाइन इस तरह बनाई गई है जैसे कि मधुमक्खी का कोई छत्ता बना हो।

विश्व का इकलौता मंदिर, जहां पर स्त्री रूप में होती है हनुमान की पूजा



नई दिल्ली: दुनिया में हनुमान के जहां कईं मंदिर हैं वहीं भारत में हनुमान के आपको कईं रूपों वाले मंदिर देखने को मिल जाएंगे जिसमें हनुमान के सिर के बल खड़ी मूर्ती और हनुमान की लेटी हुई मूर्ती हैं। लेकिन इ्न सब के अलावा हनुमान की एक ऐसी मूर्ती भी है जिसमें हनुमान किसी पुरूष रूप में ना होकर स्त्री रूप में हैं। हनुमान का यह मंदिर सबसे अलग है। आज हम हनुमान के जिस मंदिर के बारे में आपको बता रहे हैं वह मंदिर छत्तीलगढ़ के रतनपुर गांव में स्थित है। यह संसार का इकलौता ऐसा मंदिर है जहां हनुमान की नारी रूप में मूर्ती है। हनुमान की यह मूर्ती 10 साल पुरानी है। ऐसा माना जाता है कि जो भी भक्त श्रद्धा भाव से इस हनुमान प्रतिमा के दर्शन करते हैं, उनकी सभी मनोकामना पूरी होती है।
विश्व का इकलौता मंदिर, जहां पर स्त्री रूप में होती है हनुमान की पूजा


हनुमान के नारी रूप में मूर्ती के होने के पीछे एक कता प्रचलित है ऐसा माना जाता है कि प्राचीन काल में रतनपुर के एक राजा थे जिनका नाम पृथ्वी देवजू था। राजा हनुमान जी के भक्त थे। राजा को एक बार कुष्ट रोग हो गया। इससे राजा जीवन से निराश हो चुके थे। एक रात हनुमान जी राजा के सपने में आए और मंदिर बनवाने के लिए कहा। मंदिर निर्माण का काम जब पूरा हो गया तब हनुमान जी फिर से राज के सपने में आए और अपनी प्रतिमा को महामाया कुण्ड से निकालकर मंदिर में स्थापित करने का आदेश दिया।जब राजा ने महामाया कुंड में भगवान हनुमान की प्रतिमा देखी तो वह नारी रूप में थी। राजा ने भगवान के आदेश के अनुसार भगवान हनुमान की उसी नारी रूपी प्रतिमा की स्थापना कर दी। इस मूर्ती के दोनो कंधों पर राम और लक्ष्मण बैठे हुए हैं, और हनुमान के पैरों के नीचे दो राक्षस हैं। ऐसा माना जाता है कि हनुमान की कृपा से राजा ठीक हो गए थे। राजा ने लोगों की इच्छाओं को पूरी करने की प्रार्थना की थी जिसे हनुमान जी आजतक पूरी कर रहे हैं।