बाड़मेर। अजय हत्या प्रकरण का खुलासा नहीं, दूसरे दिन भी प्रदर्शन
बाड़मेर। हाई स्कूल मैदान में युवक की हत्या पर उठा बवाल दूसरे दिन भी शांत नहीं हुआ। आरोपियों को गिरफ्तार करने की जिद पर अड़े परिजनों ने शव नहीं उठाया। सुबह से शाम तक मौन जुलूस, प्रदर्शन हंगामे के बीच समझाइश के प्रयास बेअसर साबित हुए। पुलिस प्रशासन हत्या की गुत्थी सुलझाने में जुटी है, लेकिन अभी तक कोई अहम सुराग हाथ नहीं लगा है।
मोर्चरी के बाहर लोगों का जमावड़ा निरंतर जारी रहा। एहतियात के तौर पर पुलिस प्रशासन ने 10 थानों का जाप्ता तैनात किया है। वाल्मिकी समाज ने युवक की हत्या के आरोपियों को गिरफ्तार नहीं करने तक आंदोलन जारी रखने की चेतावनी दी है।
गौरतलब है कि शनिवार को हाई स्कूल मैदान में नगर परिषद के जमादार बसंत कुमार के पुत्र अजय कुमार की बेरहमी से हत्या कर शव को कुचल दिया गया था। मामले की जांच में जुटी पुलिस के हाथ 40 घंटे बाद भी खाली है। हालांकि पुलिस की ओर से संदिग्ध लोगों से पूछताछ की गई, लेकिन कोई सुराग नहीं लगा है। इधर हत्या के बाद अजय कुमार का शव राजकीय अस्पताल मोर्चरी में रखवाया गया है। दूसरे दिन भी शव नहीं उठाया।
लोगों में खौफ : स्वतः बंद की दुकानें : एक दिन पूर्व दुकानदारों और आमजन के साथ बदसलूकी और तोड़फोड़ का असर दूसरे दिन भी रहा।
युवक की नृशंस हत्या के बाद आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने से आक्रोशित वाल्मिकी समाज के लोग सड़कों पर उतर आए। ऐसे में पुलिस इस मामले को शांत करने के प्रयास में जुटी हुई है। उधर मुख्यमंत्री के सिणधरी दौरे की तैयारियों को लेकर भी पुलिस की सांसें फूली हुई हैं।
हड़ताल पर उतरे कार्मिक
युवक की हत्या के बाद वाल्मिकी समाज के लोग हड़ताल पर उतर आए। आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने तक शहर में सफाईकर्मी भी हड़ताल पर रहे। ऐसे में रविवार को शहर की सफाई व्यवस्था लड़खड़ा गई। कई जगह नालियों और नाले ओवरफ्लो होने से गंदा पानी सड़कों पर पसरा रहा।
सुबह 12 बजे : मौन रैली निकाली > सुबह12 बजे राजकीय अस्पताल मोर्चरी से मजदूर संघ अध्यक्ष लक्ष्मण वडेरा, पूर्व प्रधान उदाराम मेघवाल समेत वाल्मिकी समाज के लोगों के नेतृत्व में मौन रैली निकाली गई। कलेक्ट्रेट के बाहर भारी पुलिस बल तैनात रहा। रैली में शामिल लोग कलेक्ट्रेट के बाहर ही मुख्य सड़क पर बैठ गए। एक प्रतिनिधि मंडल ने एडीएम ओपी विश्नोई को ज्ञापन सौंपा और आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार किए जाने की मांग की।
शाम 4 बजे: थाने के बाहर प्रदर्शन > शाम होते-होते वाल्मिकी समाज के भी दो धड़े हो गए। एक धड़े में शामिल लोग कोतवाली थाने पहुंचे और जमकर हंगामा किया। इस दौरान यहां पुलिस बल तैनात रहा। बाहर लोग प्रदर्शन कर रहे थे, जबकि अंदर एसपी के नेतृत्व में पुलिस हत्या के सबूत तलाश रही थी। करीब दो घंटे तक चले विरोध-प्रदर्शन के दौरान गाली-गलौच के बावजूद भी पुलिस ने धैर्य बनाए रखा।
शाम 6 बजे: रिहा किए पकड़े गए संदिग्ध युवक > वाल्मिकी समाजके इस धड़े में शामिल लोगों की मांग थी कि हत्या के 40 घंटे से उनके समाज के 5-6 लोगों को पुलिस ने पकड़ रखा है, जबकि कुछ लोगों को छोड़ दिया। पुलिस को एक घंटे का समय दिया और कोतवाली थाने के बाहर ही धरने पर बैठ गए। करीब छह बजे पुलिस ने हिरासत में लिए 4-5 लोगों को रिहा गया।
इस दौरान पहले तो आरोप लगाए कि पकड़े गए युवकों के साथ पुलिस मारपीट कर रही है। इस पर पुलिस ने युवकों को उनके समक्ष ले जाकर दिखाया भी कि उनके साथ कहीं मारपीट नहीं की गई है। पुलिस बार-बार लोगों से समझाइश कर इंवेस्टिेगेशन में सहयोग की अपील करती रही।
शाम 6.30 बजे: शव उठाने के लिए समझाइश > रविवार शाम करीब 6.30 बजे उद्यमी तनसिंह चौहान, सभापति लूणकरण बोथरा कोतवाली थाने पहुंचे। एसपी से मुलाकात की। 15 मिनट की मुलाकात के बाद मोर्चरी पहुंच वाल्मिकी समाज के लोगों को कार्रवाई का भरोसा दिलाया, साथ ही मुख्यमंत्री से मुलाकात की डिमांड को स्वीकार किया कि वे प्रयास कर ज्ञापन दिला देंगे। इसके लिए शव का उठाने की अपील की गई, लेकिन वाल्मिकी समाज के लोगों ने शव उठाने से इनकार कर दिया।
पुलिस को आशंका है कि युवक के फोन की कॉल डीटेल से अपराधी तक पहुंचा जा सकता है। इसको देखते हुए पुलिस ने अलग-अलग नंबरों की कॉल डीटेल निकाली है। इसके आधार पर पुलिस संदिग्ध लोगों से पूछताछ भी कर रही है। हालांकि रविवार को अवकाश का दिन होने से कॉल डीटेल के लिए भी पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। करीब 30 घंटे बाद शाम 5 बजे कॉल डीटेल की सीडीआर मिली।
एसपी परिस देशमुख ने जिले के 10 थानों का पुलिस जाब्ता बाड़मेर में लगाया गया है। एक दिन पूर्व वाल्मिकी समाज के लोगों की ओर से जबरन बाजार बंद करवाने और दुकानदारों और आम लोगों के साथ बदसलूकी की घटना के बाद पुलिस ने भारी संख्या में पुलिस जाब्ता तैनात किया है। दिनभर अलग-अलग स्थानों पर पुलिस बल तैनात रहा।