सोमवार, 30 नवंबर 2015

बाड़मेर। हौंसले को है मेरा सलाम-राजे

बाड़मेर। हौंसले को है मेरा सलाम-राजे 


बाड़मेर। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे ने देवासी समाज के उस होनहार एवं आत्म विश्वासी युवा सप्ताराम देवासी के हौंसले को सलाम किया और कहा कि वह दोनों हाथ नहीं होने के बावजूद हौंसले की उड़ान भरकर विद्यालयी शिक्षा से स्नातकोत्तर तक शिक्षा पाकर अपने माता-पिता का सहारा भी बना।



मुख्यमंत्री ने राइका समाज के बाड़मेर जिले के जेतेश्वर धाम मंे सोमवार को बोलते हुए कहा कि जोधपुर जिले के स्वामी जी की ढाणी निवासी सप्ताराम देवासी के दोनांे हाथ नहीं है। उसका जुनून देखो वो कहता है मां-बाप का सहारा बनूंगा, पढूंगा और आत्म निर्भर बनूंगा। उसने सैकेंडरी, सीनियर सैकेंडरी, जयनारायण व्यास विश्व विद्यालय जोधपुर से बी काम एवं एम काम प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण की और अब सीए बनने की तैयारी कर रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वे उनके हौंसले की उड़ान को सलाम करती है।

उन्हांेने कहा कि यह राइका समाज ही नहीं सबके लिए एक उदाहरण है। राइका समाज के लोग अपने बच्चांे को पढ़ाएं, उनका हौंसला बढाकर उच्च शिक्षा तक पहुंचाएं व आत्म निर्भर बनाएं। हमने जो विशेष पिछड़ा वर्ग मंे आरक्षण दिया है उसका लाभ उठाएं।

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