सोमवार, 30 नवंबर 2015

बाड़मेर। पशुपालक आवासीय विद्यालय खोला जाएगाः मुख्यमंत्री

बाड़मेर। पशुपालक आवासीय विद्यालय खोला जाएगाः मुख्यमंत्री


बाड़मेर। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे ने घोषणा की है कि पशुपालकांे के बच्चांे की शिक्षा के लिए अब बाड़मेर मंे पशुपालक आवासीय विद्यालय खोला जाएगा। इसके लिए आगामी बजट मंे प्रावधान करके अगले वित्तीय वर्ष मंे इस विद्यालय की स्थापना की जाएगी।



मुख्यमंत्री सोमवार को बाड़मेर जिले की सिणधरी तहसील के जेतेश्वर धाम मंे राईका समाज के संत रूपाराम जी महाराज के भंडारा महोत्सव मंे राइका समाज के लोगांे को मुख्य अतिथि के रूप मंे संबोधित कर रही थी। उन्हांेने कहा कि शिक्षा का जीवन मंे महत्व है और पशुपालक पशु धन संरक्षण तो करते है मगर शिक्षा पर भी ध्यान देना जरूरी है। उन्हांेने राइका समाज के लोगांे से अपनी पहली मुलाकात झालावाड़ मंे होने पर चर्चा करते हुए कहा कि इनके निष्क्रमणीय कार्याें को देखकर जालोर, बासवाड़ा एवं झालावाड़ मंे पशुपालक आवासीय विद्यालय खोले और अब बाड़मेर मंे ऐसा स्कूल खोला जाएगा। उन्हांेने कहा कि कृषि एवं पशुपालन हमारी अर्थव्यवस्था के प्रमुख आधार मंे से है और किसान एवं पशुपालक,पशुधन एवं पशु संपदा को एक जगह बनाए रखने वाला समाज है। जोधपुर के पास नस्ल सुधार केन्द्र भी संचालित हो रहा है।

उन्हांेने कहा कि पशु स्वास्थ्य सुधार के लिए सरकार ने अनेक कार्य किए है और किए जा रहे है। राज्य मंे 200 पशु चिकित्सालय क्रमोन्नत किए गए तथा पशु स्वास्थ्य केन्द्रांे की स्थापना की गई है। इसके साथ ही 26 नई तहसीलांे मंे पशुधन संस्थान चालू करने के साथ 228 तहसीलांे मंे पशुधन चल इकाई शुरू करवाई गई है। उन्हांेने कहा कि रेगिस्तान के जहाज ऊंट को हमने राज्य पशु घोषित किया जिससे उनका रखरखाव भी अच्छा हो गया। राइका समाज के लिए आवासीय विद्यालय शुरू किए गए। उन्हांेने कहा कि विशेष पिछड़े वर्ग मंे आरक्षण हमने दिया उसका लाभ राइका समाज को उठाना चाहिए। अपने बच्चांे को पढाए, उनका हौंसला बढाएं, आत्मनिर्भर बनाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बिना भेदभाव के कार्य करने मंे हमारी सरकार पीछे नहीं रहेगी। सांस्कृतिक धरोहरांे के संरक्षण, लोक देवताआंे एवं इतिहास से वाकिफ होना जरूरी है। इसलिए आज ही रामदेवरा मंे तीन करोड़ की लागत से बनने वाले पेनोरमा की आधारशिला रखी गई है। उन्हांेने कहा कि जैसा मौका आता रहेगा राइका समाज की मदद करने मंे कोई कमी नहीं रखी जाएगी।

गोपालन एवं देवस्थान राज्य मंत्री ओटाराम देवासी ने कहा कि सीमावर्ती जिलांे जैसलेमर-बाड़मेर मंे राइका समाज के लिए योजनाएं बनाने की कार्यवाही की जानी है। उन्हांेने राज्य मंे जो पशुपालक आवासीय विद्यालय खोले है, उनके प्रति मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया।

बाड़मेर-जैसलमेर के सांसद कर्नल सोनाराम चैधरी ने कहा कि सरकार ने पिछड़े वर्ग के उत्थान के लिए अनेक कल्याणकारी योजनाएं संचालित की है। किसानांे एवं पशुपालकांे के हितांे का ध्यान रखा है। बाड़मेर जिले मंे 500 करोड़ की बिजली सुधार की योजना प्रस्तावित की गई है तथा नर्मदा से पानी एवं सिंचाई की सुविधा भी इस क्षेत्र के लोगांे को मिलेगी।

इस अवसर पर राजस्व राज्य मंत्री अमराराम चैधरी, गुड़ामालानी विधायक लादूराम विश्नोई, सिवाना विधायक हमीरसिंह भायल, बायतू विधायक कैलाश चैधरी,चैहटन विधायक तरूण राय कागा, लूणी विधायक जोगाराम पटेल, केन्द्रीय ऊन बोर्ड के अध्यक्ष जसवंतसिंह विश्नोई, पूर्व मंत्री रतन देवासी, पूर्व विधायक कानसिंह कोटड़ी, महेन्द्र मेघवाल, बाड़मेर जिले के प्रभारी सचिव कुंजीलाल मीणा, पुलिस महानिरीक्षक जी.एल.शर्मा, अतिरिक्त संभागीय आयुक्त वंदना सिंघवी, जिला कलक्टर एम.एल.नेहरा, पुलिस अधीक्षक परिस देशमुख, अतिरिक्त जिला कलक्टर ओ.पी.बिश्नोई समेत कई जन प्रतिनिधि एवं अधिकारी तथा गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

कार्यक्रम की शुरूआत मंे मुख्यमंत्री श्रीमती राजे को रेगिस्तानी जहाज ऊंट स्मृति चिन्ह के रूप मंे भेट किया गया तथा षाल एवं दुपटटा ओढाकर सम्मान किया गया। सिवाना विधायक हमीरसिंह ने आभार व्यक्त किया।

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