रविवार, 18 अक्तूबर 2015

नई दिल्लीअमित शाह ने बीजेपी नेताओं को किया तलब, भविष्य में विवादित बयान से बचने को चेताया



नई दिल्लीअमित शाह ने बीजेपी नेताओं को किया तलब, भविष्य में विवादित बयान से बचने को चेताया


भारतीय जनता पार्टी आलाकमान ने बीफ मामले पर गरमाई सियासत के बीच नेताओं के विवादित बयानबाज़ी को गंभीरता से लिया है। इसी के चलते पार्टी के राष्ट्रीय अध्‍यक्ष अमित शाह ने रविवार को हरियाणा के मुख्‍यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के अलावा भाजपा सांसद संगीत सोम और साक्षी महाराज को दिल्‍ली तलब किया।

जानकारी के मुताबिक़ शाह के बुलावे के तुरंत बाद तीनों नेता उनसे मिलने पहुंचे। इन सभी नेताओं की शाह से हुई मुलाक़ात के बीच चर्चा का प्रमुख विषय ही बीफ मामला बताया जा रहा है। शाह से मिलने पहुंचे साक्षी महाराज ने मीडिया से बातचीत में कहा कि गौरक्षा के लिए देश में कानून बनना चाहिए। बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन नेताओं की ओर से पिछले दिनों बीफ मुद्दे पर दिए गए विवादित बयानों से खासे नाराज हैं और इसी के चलते अमित शाह ने इन नेताओं को दिल्‍ली बुलाया।

इन तीनों नेताओं के अलावा कृषि‍ राज्‍य मंत्री संजीव बलयान भी अमित शाह से मिलने पहुंचे।



भरतपुर/रुदावल प्रशासन एवं पुलिस की मौजूदगी में मृतक का अंतिम संस्कार



भरतपुर/रुदावल प्रशासन एवं पुलिस की मौजूदगी में मृतक का अंतिम संस्कार 
मृतक पक्ष व गांव के लोगों ने अंतिम संस्कार के लिए भूमि नहीं होने की सूचना प्रशासन को दी। मौके पर पहुंचे नायब तहसीलदार रोशनलाल शर्मा ने गांव के श्मशान भूमि को देखा तो उसके चारों ओर अतिक्रमण मिले।

नायब तहसीलदार शर्मा व थाना प्रभारी केसरसिंह ने श्मशान भूमि पर ही मृतक का अन्तिम संस्कार कराने व इस जमीन को खाली कराने का निर्णय लेते हुए सर्किल के उच्चैन, बयाना, रूपवास व गढ़ीबाजना से पुलिस जाप्ता बुलाया।

सूचना पर रूपवास तहसीलदार चन्द्रपालसिंह भी मौके पर पहुंच गए। प्रशासन एवं पुलिस की मौजूदगी में मृतक का अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान विरोधी पक्ष ने श्मशान भूमि गांव के बीचोंबीच होने व कई दशकों से इस पर कोई अंतिम संस्कार नहीं होने का हवाला देते हुए विरोध जताया, लेकिन पुलिस व प्रशासन ने सरकारी भूमि पर ही दाह संस्कार कराने व इस जमीन को खाली कराने पर अड़ा रहा।

गांव बना पुलिस छावनी

मृतक के अन्तिम संस्कार के दौरान श्मशान भूमि व आसपास का इलाका पुलिस छावनी में तब्दील हो गया। अन्तिम संस्कार के दौरान विरोध, पथराव व अन्य अप्रिय घटना के मद्देनजर पुलिस व प्रशासन मुस्तैद दिखा और घरों की छतों पर भी हथियारबंद पुलिसकर्मी तैनात रहे।

इस दौरान पुलिस ने आसपास के घरों के एकत्रित लोगों को भी घरों के अंदर रहने की चेतावनी देते हुए भीड़ को जुटने नहीं दिया।

अंधेरा होने के कारण पुलिसकर्मी व अधिकारी मोबाइल की टॉर्च के उजाले में अपने काम में व्यस्त रहे।

रिकॉर्ड में है श्मशान भूमि

जरीला में सरकारी रिकॉर्ड में श्मशान भूमि है। यह भूमि गांव के मध्य में आने के बाद पक्के निर्माण हो गए हैं। गांव में श्मशान भूमि को अतिक्रमण से मुक्त कराने या अन्य दूसरी जगह आवंटन करने की मांग कई बार उठी है, लेकिन प्रशासन ग्रामीणों को मौके पर दिलासा देकर चला जाता है।

गांव में इसी वर्ष 28 मई को गांव के एक जने की मृत्यु होने के बाद दाह संस्कार को स्थान नहीं होने की समस्या पर ग्रामीणों ने रास्ता अवरुद्ध कर प्रदर्शन किया था। इस पर मौके पर पहुंचे रूपवास तहसीलदार व रुदावल थाना पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद ग्रामीणों को सड़क किनारे दाह संस्कार करने पर राजी किया और पन्द्रह दिन में श्मशान भूमि से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई करने या अन्य स्थान पर जमीन आवंटन का भरोसा दिलाया था, लेकिन अब तक समस्या जस की तस है।

संपन्न लोग खेतों में करते हैं अन्तिम कर्म

भवनपुरा के पूर्व सरपंच रामचरनलाल एवं ग्रामीणों ने बताया कि गांव जरीला में श्मशान की भूमि पर हो रहे अतिक्रमणों को हटाने के लिए प्रशासन ने कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति कर दिए जाने के बाद से अतिक्रमण बरकरार है। गांव में अन्तिम संस्कार को कोई स्थान नहीं है। ऐसे में ग्रामीणों को अन्तिम संस्कार के लिए परेशान होना पड़ता है।

सम्पन्न ग्रामीण अपने खेतों में अन्तिम संस्कार कर देते हैं, लेकिन सबसे अधिक समस्या गरीब तबके के लोगों को उठानी पड़ती है जिनको भूमि के अभाव में सड़क के सहारे अंतिम संस्कार करना पड़ता है।

गांव की इस बड़ी समस्या का निराकरण जरुरी है। इसके लिए मौजूदा हालात निपटने के बाद प्रशासन शीघ्र ही श्मशान भूमि से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई कर जमीन को खाली कराएगा।

रोशनलाल शर्मा,

नायब तहसीलदार रूदावल

जयपुर।खान महाघूसकाण्ड: सीएम वसुन्धरा ने किए 601 खान आवंटन निरस्त, होगी लोकायुक्त जांच



जयपुर।खान महाघूसकाण्ड: सीएम वसुन्धरा ने किए 601 खान आवंटन निरस्त, होगी लोकायुक्त जांच

मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने शनिवार रात बड़ा फैसला करते हुए बहुचर्चित खान महाघूसकाण्ड में विवादित 601 खाानों का आवंटन निरस्त कर दिया। राजे ने राज्यपाल कल्याणसिंह को पूरे मामले की जांच लोकायुक्त से करवाने की सिफारिश की है जिसे स्वीकार करते हुए राज्यपाल कल्याणसिंह ने लोकायुक्त जांच के आदेश दिए हैं।
गौरतलब है कि केन्द्र सरकार की ओर से खानों की नीलामी के निर्देश के बावजूद पिछले वर्ष के अन्त में प्रदेश में खानों की पहले आओ पहले पाओ के आधार पर कथित बंदरबांट का मामला सामने आया था।

रिश्वतखोरी के आरोप में पकड़े गए प्रमुख खान सचिव के पद पर बैठे आईएएस अधिकारी अशोक सिंघवी के कार्यकाल में हुए इस खेल पर प्रतिपक्षी कांग्रेस ने 45000 करोड़ रुपए के घोटाले का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की थी। केन्द्रीय सतर्कता आयुक्त (सीवीसी) भी इस मामले की जांच कर रहा है।







मुख्यमंत्री राजे द्वारा खानों के आवंटन निरस्त करने और लोकायुक्त जांच के फैसले की जानकारी शनिवार रात बाकायदा प्रेस नोट जारी कर दी गई। प्रेस नोट में कहा गया कि व्यापक जनहित और पारदर्शिता के उच्च मानदंड अपनाते हुए खान विभाग में 'पहले आओ, पहले पाओ' के आधार पर खनन पट्टे आवंटन के लिए जारी किए गए 548 एलओआई और 53 अनुज्ञापत्रों को निरस्त कर दिया है। मुख्यमंत्री ने राज्यपाल से इस प्रकरण की जांच लोकायुक्त से करवाने की सिफारिश की है। इस पर राज्यपाल ने लोकायुक्त से जांच करवाने के आदेश जारी किए हैं।







जांच में आया, थी गड़बड़ी

सरकारी प्रेस नोट के अनुसार राज्य सरकार ने तत्कालीन प्रमुख खान सचिव अशोक सिंघवी के परिपेक्ष्य में प्राप्त शिकायतों को देखते हुए खनन पट्टों के आवंटन के लिए एक नवंबर, 2014 से 12 जनवरी, 2015 के बीच जारी की गई एलओआई और अनुज्ञापत्रों की स्वीकृतियों की निष्पक्ष जांच के लिए प्रशासनिक स्तर पर 5 अक्टूबर 2015 को एक समीक्षा समिति का गठन किया था।







इस समिति की प्रारंभिक रिपोर्ट में कहा गया है कि लगभग 19 हजार आवेदनों में से लगभग 4 प्रतिशत पत्रावलियों को 'पहले आओ, पहले पाओ' की आड़ में जल्दबाजी में निस्तारित किया गया है, जो उचित प्रतीत नहीं होता। इसके अतिरिक्त भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने भी आवंटन से संबंधित शिकायतों को निराधार नहीं माना। इस पर मुख्यमंत्री ने अंतरिम रिपोर्ट का इंतजार किए बिना आवंटन निरस्त व लोकायुक्त जांच की कार्रवाई की।







राज्यपाल ने मानी सिफारिश, किए आदेश

मुख्यमंत्री की एलओआई और अनुज्ञापत्रों की कुल 601 स्वीकृतियों को निरस्त करके प्रकरण की विस्तृृत जांच करवाने की सिफारिश पर राज्यपाल कल्याणसिंह ने लोकायुक्त जांच के आदेश दिए हैं। राज्यपाल की ओर से जारी आदेश में लोकायुक्त को खनन पट्टे आवंटन की पूरी प्रक्रिया, इसमें हुई गड़बडिय़ों की जांच तथा खनन विभाग के अधिकारियों की जि मेदारी तय करने के लिए भी कहा गया है। लोकायुक्त भविष्य में ऐसी गड़बडिय़ों को रोकने के लिए सिफारिश भी देंगे।

नई दिल्ली।संसद भवन की सुरक्षा में चूक, नो फ्लाइंग जोन में उड़ता रहा ड्रोन



नई दिल्ली।संसद भवन की सुरक्षा में चूक, नो फ्लाइंग जोन में उड़ता रहा ड्रोन


राजधानी दिल्ली के सबसे सुरक्षित माने जाने वाले संसद भवन के आसपास के इलाके में करीब आधा घंटे तक एक ड्रोन कैमरे के उड़ते रहने से संसद की सुरक्षा में तैनात सुरक्षा कर्मियों के हाथ पैर फूल गए। घटना के बाद संसद और आसपास के इलाके में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।

पुलिस ने ड्रोन की चिप अपने कब्जे में लेकर जांच के आदेश दे दिए हैं।बताया जाता है कि ड्रोन उड़ाने वाला शख्स रूसी दूतावास में अधिकारी है। और वे अपने बच्चे को अलग-अलग ऐंगल से संसद भवन दिखाने के लिए उसने ड्रोन को उड़ाया था।

पुलिस के मुताबिक शनिवार करीब पांच बजे एक विदेेशी नागरिक अपने बेटे के साथ कार मेंं सवार होकर संसद भवन के पास आया।

दोनों संसद भवन के गेट नंबर -10 से महज 15-20 मीटर की दूरी पर ड्रोन कैमरा उड़ाकर रिकॉर्डिंग करने लगे। इस सबंध में रूसी दूतावास के सूत्रों का कहना है कि यह घटना सिर्फ एक गलतफहमी है।

दूतावास के गैर राजनयिक अधिकारी ने अपने बच्चे के लिए दिल्ली की एक दुकान से यह खिलौना खरीदा था। दूतावास में इस मामले में दिल्ली पुलिस को स्पष्टीकरण दे दिया है। इससे पहले मौके पर पहुंची पुलिस ने छानबीन के बाद ड्रोन की चिप जब्त कर ली है।गौरतलब है कि संसद भवन, विजय चौक, राष्ट्रपति भवन, मंत्रालय, सेना के दफ्तर, सुप्रीम कोर्ट  व हाई कोर्ट समेत तमाम बड़े नेताओं के बंगले व वीवीआईपी प्रतिष्ठान  नार्थ और साउथ ब्लॉक इलाके में है। सुरक्षा कारणों के चलते यहां कहीं भी ड्रोन या खिलौना नुमा जहाज, हैलिकॉप्टर व अन्य कोई वस्तु उड़ाना प्रतिबंधित है

दुष्टों का विनाश करती हैं मां कात्यायनी

दुष्टों का विनाश करती हैं मां कात्यायनी


जयपुर। मां भगवती का छठा रूप देवी कात्यायनी हैं। इनका जन्म महर्षि कात्यायन के घर में हुआ। अतः इन्हें कात्यायनी कहा गया। ये पापियों का नाश करने वाली हैं। इनका प्राकट्य आश्विन कृष्ण चतुर्दशी को हुआ था।

मां ने शुक्ल पक्ष की सप्तमी, अष्टमी और नवमी को कात्यायन ऋषि की पूजा ग्रहण की थी। इसके पश्चात दशमी को महिषासुर का संहार किया था। देवी कात्यायनी का रंग स्वर्ण के समान चमकीला है। इनकी चार भुजाएं हैं। वे भक्त को सिद्घि देती हैं। साथ ही दुष्टों का विनाश करती हैं।

मंत्र

या देवी सर्वभू‍तेषु माँ कात्यायनी रूपेण संस्थिता।

नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥

ध्यान मंत्र

वन्दे वांछित मनोरथार्थचन्द्रार्घकृतशेखराम्

सिंहारूढचतुर्भुजाकात्यायनी यशस्वनीम्॥

स्वर्णवर्णाआज्ञाचक्रस्थितांषष्ठम्दुर्गा त्रिनेत्राम

वराभीतंकरांषगपदधरांकात्यायनसुतांभजामि॥

पटाम्बरपरिधानांस्मेरमुखींनानालंकारभूषिताम्

मंजीर हार केयुरकिंकिणिरत्नकुण्डलमण्डिताम्॥

प्रसन्नवंदनापज्जवाधरांकातंकपोलातुगकुचाम्

कमनीयांलावण्यांत्रिवलीविभूषितनिम्न नाभिम्॥

स्तोत्र मंत्र

कंचनाभां कराभयंपदमधरामुकुटोज्वलां।

स्मेरमुखीशिवपत्नीकात्यायनसुतेनमोअस्तुते॥

पटाम्बरपरिधानांनानालंकारभूषितां

सिंहास्थितांपदमहस्तांकात्यायनसुतेनमोअस्तुते॥

परमदंदमयीदेवि परब्रह्म परमात्मा।

परमशक्ति,परमभक्ति्कात्यायनसुतेनमोअस्तुते॥

विश्वकर्ती,विश्वभर्ती,विश्वहर्ती,विश्वप्रीता।

विश्वाचितां,विश्वातीताकात्यायनसुतेनमोअस्तुते॥

कां बीजा, कां जपानंदकां बीज जप तोषिते।

कां कां बीज जपदासक्ताकां कां सन्तुता॥

कांकारहर्षिणीकां धनदाधनमासना।

कां बीज जपकारिणीकां बीज तप मानसा॥

कां कारिणी कां मूत्रपूजिताकां बीज धारिणी।

कां कीं कूंकै क: ठ: छ: स्वाहारूपणी॥

कवच मंत्र

कात्यायनौमुख पातुकां कां स्वाहास्वरूपणी।

ललाटेविजया पातुपातुमालिनी नित्य संदरी॥

कल्याणी हृदयंपातुजया भगमालिनी॥

शनिवार, 17 अक्तूबर 2015

जोधपुर छात्रवृति नहीं मिली तो सीएम को काले झंडे दिखाएगी एसएफआई



जोधपुर छात्रवृति नहीं मिली तो सीएम को काले झंडे दिखाएगी एसएफआई


छात्रवृत्ति के विरोध में स्टूडेन्ट्स फैडरेशन ऑफ इंडिया (एस.एफ.आई) ने सामाजिक न्याय व अधिकारिता कार्यालय के सामने शुक्रवार को दो घंटे प्रदर्शन किया और जिला समाज कल्याण एवं परिवीक्षा अधिकारी का घेराव कर छात्रवृत्ति देने की मांग की।

जिला महासचिव एच.आर. भाटी व विवि कमेटी महासचिव रणजीत बामणिया के नेतृत्व में छात्रवृृत्ति के लिए भटक रहे छात्र सुबह कार्यालय पर जमा हुए और नारेबाजी कर आक्रोश जताया और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपते हुऐ एक सप्ताह में छात्रवृत्ति के लिये बजट जारी करने की मांग की।

अधिकारियों ने भी जयपुर में उच्चाधिकारी से वार्ताकर जल्द ही छात्रवृत्ति खातों में आने की बात कहीं। राज्य उपाध्यक्ष किशन खुड़ीवाल ने बताया कि पूरा साल बीत जाने के पश्चात भी 1340 विद्यार्थियों की छात्रवृत्ति बकाया है।

एसएफआई पदाधिकारियों ने कहा कि जल्द ही विभाग से छात्रवृत्ति का बजट जारी नहीं किया जाता है तो मुख्यमंत्री के प्रस्तावित दौरे के दौरान विद्यार्थियों की ओर से जगह-जगह काले झंडे दिखाएं जाएंगे। इसकी जिम्मेदारी विभाग व सरकार की होगी।

प्रदर्शन के दौरान राज्य कमेटी के सदस्य इन्द्रा कुमारी, जिला संयुक्त सचिव दामोदर पंवार, महानगर महासचिव सुरेश कुमार, विवि कमेटी अध्यक्ष रामनारायण विश्नोई, महानगर उपाध्यक्ष महेन्द्र धतरवाल, कैलाश जाणी, विज्ञान संकाय छात्रसंघ सचिव कैलाश कुमार खिचड़, राजकीय महाविद्यालय छात्रसंघ महासचिव रतन सेजू, रूकमण साहेलिया आदि विद्यार्थी मौजूद थे।

जयपुर।राजनैतिक नियुक्ति की पहली लिस्ट की जारी,सुमन शर्मा बनी राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष



जयपुर।राजनैतिक नियुक्ति की पहली लिस्ट की जारी,सुमन शर्मा बनी राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष


सूबे में राजनीतिक नियुक्तियों का दौर करते हुए सरकार ने खाली पडे बोर्ड और आयोग के पद भरना शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में राज्य महिला आयोग,एससी आयोग और सफाई आयोग चेयरमैन के पदों पर सियासी नियुक्तियां की गई है।

बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता सुमन शर्मा को महिला आयोग का अध्यक्ष बनाया गया है तो वहीं बीजेपी के वरिष्ठ विधायक सुन्दर लाल काका को एससी आयोग के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी दी गई है।

इसी तरह गोपाल पचेरवाल को राजस्थान सफाई आयोग का अध्यक्ष बनाया गया है। तीनों ही नेताओं को अब सरकार में राज्य मंत्री का दर्जा प्राप्त होगा। सुमन शर्मा को आयोग अध्यक्ष बनाकर सरकार ने ब्राह्म्ण कार्ड तो वहीं गोपाल पचेरवार और सुन्दर काका को लाल बत्ती देकर दलित कार्ड खेला गया है।

सुन्दर लाल काका शेखावटी क्षेत्र में बीजेपी का दलित चेहरा माने जाते है। काका पूर्व में भी एक बार एससी आयोग के अध्यक्ष रह चुके है। महिला आयोग अध्यक्ष का पद लाड़ कुमारी जैन का कार्याकाल पूरा होने के बाद से ही खाली चल रहा था।

सूत्रों की माने तो नवरात्रों में राजनैतिक नियुक्ति की और लिस्ट जारी हो सकती हैं। जिसमें आरटीडीसी,खादी ग्रामोद्योग,हाउसिंग बोर्ड,किसान आयोग सहित कई विभाग हैं ,जिनमें नियुक्तियां होनी बाकी हैं।

जैसलमेर अफीम का दूध जब्त, आरोपी गिरफ्तार

जैसलमेर अफीम का दूध जब्त, आरोपी गिरफ्तार

जैसलमेर फलसूण्ड. क्षेत्र के जैतपुरा फांटा पर पुलिस ने शनिवार को नाकाबंदी के दौरान एक व्यक्ति को अफीम के दूध व नकदी के साथ गिरफ्तार किया।
पुलिस के अनुसार शनिवार को थानाधिकारी गिरधरसिंह राठौड़ के नेतृत्व में शिव सड़क मार्ग पर जैतपुरा फांटा के पास नाकाबंदी की गई।
इस दौरान फलसूण्ड गांव की तरफ से एक व्यक्ति पैदल आ रहा था। जिससे पूछताछ करने पर उसने अपना नाम हेमसागर निवासी मूलाराम पुत्र लच्छीराम दर्जी बताया।
पुलिस ने उसके एक थैले की तलाशी ली। जिसमें से 250 ग्राम अफीम दूध व दूध बेचने की राशि 10 हजार रुपए बरामद की गई।

दो अफीम तस्करों को 5-5 साल कठोर कैद

दो अफीम तस्करों को 5-5 साल कठोर कैद

कोटा. करीब आठ साल पहले अफीम तस्करी के मामले में गिरफ्तार दो तस्करों को एनडीपीएस अदालत ने शनिवार को 5-5 साल कठोर कैद व 50-50 हजार रुपए जुर्माने से दंडित किया है।

नारकोटिक्स विभाग की टीम को 27 फरवरी 2007 को नयापुरा क्षेत्र में एक संदिग्ध व्यक्ति द्वारा मादक पदार्थ लाने की सूचना मिली थी। इस पर विभाग के निरीक्षक मय टीम के विवेकानंद चौराहा नयापुरा स्थित एक ट्रेवल्स एजेंसी के बाहर पहुंचे।

वहां से जैसे ही दरा स्टेशन मोड़क निवासी रामसिंह बाहर निकला तो टीम ने उसकी तलाशी ली। उसके पास से तीन पॉलीथिन थैलियों में 1 किलो 150 ग्राम अफीम बरामद की। पुलिस ने उसके खिलाफ मामला दर्ज कर गिरफ्तार किया।

अनुसंधान के दौरान रामसिंह ने बताया कि उसे यह अफीम हसनपुरा मोड़क निवासी बृजराज सिंह ने बेची थी। पुलिस ने उसे भी गिरफ्तार किया। अदालत ने दोनों तस्करों को दोषी पाए जाने पर 5-5 साल कठोर कैद व 50-50 हजार रुपए जुर्माने से दंडित किया है।