शुक्रवार, 16 अक्तूबर 2015

अजमेर।पिता ने किया बेटी के साथ ये शर्मनाक काम.....



अजमेर।पिता ने किया बेटी के साथ ये शर्मनाक काम.....


दरगाह जियारत करने आई नाबालिग लड़की के साथ सौतले पिता ने होटल के कमरे में दुराचार किया। पीडि़ता के होटल से निकल कर जयपुर की बजाय पुष्कर पहुंचने पर उसके साथ हुई वारदात का पता चला। पीडि़ता गुरुवार देर शाम पुष्कर में भटकती मिली। पीडि़ता की मां की शिकायत पर गंज थाना पुलिस ने दुराचार का मामला दर्ज कर आरोपित को गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस के अनुसार पीडि़ता जयपुर के जालूपुरा क्षेत्र से सौतेले पिता के साथ दरगाह जियारत करने अजमेर आई। गंज थाना क्षेत्र में उन्होंने एक होटल में कमरा किराये पर लिया। होटल के कमरे में सौतेले पिता ने उसके साथ दुराचार किया। सौतेले पिता की हैवानियत से परेशान पीडि़ता उसे होटल के बाथरूम में बंद कर निकल गई।

वह रेलवे स्टेशन पहुंची तो जयपुर की बजाय पुष्कर जाने वाली ट्रेन में सवार हो गई। ट्रेन के पुष्कर पहुंचने पर उसे गलत ट्रेन में चढऩे का एहसास हुआ। वह पुष्कर पुलिस को भटकती मिली। उसने पुलिस पूछताछ में अपने साथ हुई वारदात की जानकारी दी। पुष्कर पुलिस की सूचना पर दरगाह थाना पुलिस की स्पेशल टीम ने पीडि़ता को पुष्कर से दस्तयाब कर लिया।

पीडि़ता की मां की शिकायत पर आरोपित को गिरफ्तार किया है। पीडि़ता को पुष्कर से दस्तयाब कर नारीशाला भेजा गया है। मामले की पड़ताल की जा रही है।

करण सिंह, एसएचओ गंज

ब्यावर।धमाके से फटे सिलेंडर....जलकर राख हुई कपड़ा फेक्ट्री



ब्यावर।धमाके से फटे सिलेंडर....जलकर राख हुई कपड़ा फेक्ट्री


अजमेर रोड बाइपास स्थित रीको प्रथम में एक कपड़ा फैक्ट्री में शॉर्ट सर्किट से आग लग गई। रात ढाई बजे लगी आग बुझाने के लिए अजमेर, ब्यावर, श्री सीमेंट व बांगड से दमकल पहुंची। सात दमकलों ने 50 चक्कर करके सुबह साढ़े सात बजे आग पर काबू पाया। हालांकि आग से सवा करोड़ रुपए के नुकसान का दावा किया गया है।

रीको प्रथम में मेवाड़ा डाइंग की नेफ्चूअल पिं्रटर्स एण्ड अंकुर टैक्सटाइल्स के नाम से कपड़ा बनाने व प्रिंटिंग की फैक्ट्री है। इसके एक कोने में कपड़े की रंगाई व प्रिंटिग सहित अन्य काम चल रहा था। रात ढाई बजे करीब शॉर्ट सर्किट से निकली चिंगारी नीचे रखे कपड़े के थान में जाकर गिरी।

इसके बाद लगी आग ने कुछ ही देर में विकराल रूप धारण कर लिया। फैक्ट्री में काम करने वाले श्रमिकों ने आग बुझाने का प्रयास किया, लेकिन कपड़ों के एक के बाद एक थान आग पकड़ते गए। आग बढ़ती देख फैक्ट्री में ऊपर की मंजिल पर सो रहे श्रमिकों के परिजन को बाहर निकाला गया।

आग की सूचना मिलने पर ब्यावर से अग्निशमन दल की तीनों गाडिय़ां मौके पर पहुंच गई। दमकल ने आग बुझाने का प्रयास किया, लेकिन आग धीरे-धीरे बढ़ती गई। इसी दौरान फैक्ट्री की दूसरी मंजिल पर कुछ लोगों के होने की सूचना मिली। आग बढ़ती देख वहां सो रहे श्रमिक जान बचाने के लिए फैक्ट्री में लगी खिड़कियों से नीचे कूदे। लपटों ने पूरी फैक्ट्री को आगोश में ले लिया।

सूचना मिलने पर सहायक पुलिस अधीक्षक जय यादव व सिटी थानाधिकारी सतेन्द्रसिंह नेगी भी जाप्ते के साथ मौके पर पहुंचे एवं अजमेर से दमकल मंगवाई। अजमेर से दो व श्री सीमेंट सहित बांगड नगर से दो-दो दमकल मौके पर पहुंचीं। आग का बुझाने में सात दमकल को करीब साढ़े पांच घंटे का समय लग गया।

सिलेंडर से भभकी आग

कपड़ा फैक्ट्री में रहने वाले श्रमिकों व अन्य कार्य के लिए गैस के तीन कॉमर्शियल भरे हुए सिलेंडर रखे हुए थे। लपटों से सिलेंडर गरम होने से धमाके के साथ फट गए। एक साथ तीन सिलेंडर फटने से फैक्ट्री से लपटें तेजी से उठने लगीं। सिलेंडर के कारण ही फैक्ट्री में ज्यादा नुकसान हुआ। सिलेंडर फटने के बाद लोहे की चद्दरें सहित दीवारें क्षतिग्रस्त हो गईं।

सीकर सीकर में होटल कर्मचारी रहस्यमयी ढंग से हुआ गायब



सीकर सीकर में होटल कर्मचारी रहस्यमयी ढंग से हुआ गायब


शहर के कल्याण सर्किल स्थित एक होटल में काम करने वाला किशोर आठ दिन से लापता है। वह किसी कस्टमर का सामान लेने के लिए होटल से बाहर गया था। इसके बाद ना तो होटल में लौट कर आया और ना ही वह घर पहुंचा।

होटल के प्रहलाद सैनी ने कोतवाली थाने में मामला दर्ज करवाया है। पुलिस के अनुसार झारखंड निवासी दीनदयाल (16) कल्याण सर्किल स्थित होटल रतन पैलेस में नौ माह से काम कर रहा था। वह यहां पर गांव के एक अन्य युवक के साथ आया था। सात अक्टूबर शाम को एक कस्टमर ने 350 रुपए देकर सामान लेने भेजा था। इसके बाद वह लौट कर नहीं आया।

होटल के प्रहलाद का कहना है कि एक दिन पहले छह अक्टूबर को किशोर को एक हजार रुपए दिए थे। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

बम की अफवाह....खंगाला अजमेर-एनार्कुलम एक्सप्रेस को

बम की अफवाह....खंगाला अजमेर-एनार्कुलम एक्सप्रेस को

अजमेर। शहर में शुक्रवार को एक बार फिर बम की अफवाह फैली। अजमेर-एर्नाकुलम एक्सप्रेस में बम होने की खबर ने पुलिस और रेलवे को हिला दिया। पुलिस ने ट्रेन को रेलवे स्टेशन पर रोककर जांच की। कुछ सामग्री नहीं मिलने पर मुसाफिरों और लोगों ने राहत की सांस ली।
अजमेर से एर्नाकुलम जाने वाले ट्रेन शुक्रवार सुबह रेलवे स्टेशन पहुंची। यहां ट्रेन में बम रखने की सूचना मिली। इस पर जीआरपी और पुलिस ने मोर्चा संभाला।
पुलिस ने डॉग स्क्वॉड के साथ ट्रेन के सभी कोच खंगाले। साथ ही मुसाफिरों के सामान चेक किए। कोई आपत्तिजनक सामग्री नहीं मिलने पर लोगों की जान में जान आई। छानबीन के चलते ट्रेन करीब दो घंटे तक खड़ी रही।

गर्लफ्रैंड की हत्या करने वाले पिस्टोरियस होंगे जेल से रिहा, इन हसीनाओं से रहे हैं अफेयर

गर्लफ्रैंड की हत्या करने वाले पिस्टोरियस होंगे जेल से रिहा, इन हसीनाओं से रहे हैं अफेयर 

जोहानसबर्ग। अपनी गर्लफ्रेंड रीवा स्टीनकैंप की गैर-इरादतन हत्या के अपराध में जेल की सजा काट रहे मशहूर पैरालंपिक खिलाड़ी ऑस्कर पिस्टोरियस आगामी मंगलवार को जेल से रिहा हो सकते हैं।

दक्षिण अफ्रीका के एक पैरोल बोर्ड ने कहा कि पिस्टोरियस को अगले मंगलवार जेल से रिहा कर दिया जाएगा, जिसके बाद उन्हें घर में नजरबंद रखा जाएगा।

पिस्टोरियस को अपनी गर्लफ्रेंड रीवा स्टीनकैंप की गैर-इरादतन हत्या का दोषी पाया गया था जिसके लिए अदालत ने वर्ष 2014 में उन्हें पांच वर्ष जेल की सजा सुनाई थी।पैरोल बोर्ड के अनुसार, पिस्टोरियस जेल में 12 महीने बिता चुके हैं और बची हुई सजा के तौर पर उन्हें घर में नजरबंद रहना होगा।

कौन है ऑस्कर पिस्टोरियसः

'ब्लेड रनर' के नाम से मशहूर पिस्टोरियस दक्षिण अफ्रीका के पैरालिंपिक एथलीट हैं। उनके पैर जन्म से ही मुड़े हुए थे। डॉक्टरों ने उनका पैर सीधा करने की कोशिश की लेकिन ऐसा नहीं होने के बाद उनके पैरों को काट दिया गया।

इसके बाद ऑस्कर पिस्टोरियस को कृत्रिम पैर लगाया गया। पिस्टोरियस की तो इसके बाद जिंदगी ही बदल गई। वह रोलर स्केट्स और साइकिल चलाने लगे। लेकिन उनकी दीवानी पिस्टोरियस स्पीड के दीवाने थे। उन्होंने कृत्रिम पैरों की मदद से पिस्टोरियस एक सफल एथलीट बन गया। वह पहले ऐसे खिलाड़ी हैं, जिसने दोनों पैर न होने के बावजूद ओलंपिक में हिस्सा लेकर इतिहास रचा। फाइबर के ब्लेड जैसे पैरों की बदौलत पिस्टोरियस ने लंदन ओलिंपिक-2012 में दो गोल्ड और एक सिल्वर मेडल जीता था।

ऑस्कर पहले ओलंपिक के साथ ही मशहूर हो गया था और इसी कारण दक्षिण अफ्रीका के इस विकलांग एथलीट पर हसीनाएं मरने लगी थीं। इन हसीनाओं ने उसके कृत्रिम पैरों को नहीं, बल्कि एक अच्छे इनसान के भीतर धड़क रहे दिल से प्यार किया। इसके बाद तो उनका नाम कई हसीनाओं के साथ जुड़ा लेकिन नवंबर 2012 में एक अवॉर्ड सैरेमनी में ऑस्कर की मुलाकात खूबसूरत मॉडल प्रेमिका रीवा स्टीनकैंप से हुई और उसके बाद से ही दोनों को साथ-साथ देखा जाता रहा। पिस्टोरियस के साथ उनकी जोड़ी को चर्चित जोड़ियों में शुमार किया जाता था।

लेकिन 14 फरवरी, 2013 का वह दिन जब पूरी दुनिया 'वैलेंटाइन डे' मना रही थी, उसी दिन रीवा स्टीनकैंप की मौत ऑस्कर पिस्टोरियस के घर में गोलियां लगने से हुई।

श्रीगंगानगर।बेटी बनाकर पांच साल करता रहा देहशोषण, 2 सहेलियों को भी बनाया शिकार



श्रीगंगानगर।बेटी बनाकर पांच साल करता रहा देहशोषण, 2 सहेलियों को भी बनाया शिकार
male rape

जिला मुख्यालय से लगभग एक माह पहले गायब हुई तीन कॉलेज छात्राओं को पुलिस ने दस्तयाब कर लिया है। इनके बयानों में रोंगटे खड़ी कर देने वाली बातें सामने आई है।

पत्नी की भांजी को बेटी बनाकर पनाह देने वाले आरोपी ने न सिर्फ पांच साल तक डरा धमका कर उसका देहशोषण किया, बल्कि उसकी दो सहेलियों के साथ भी दुष्कर्म किया।

वह तीनों को बहला फुसला कर दिल्ली भगा ले गया। एक किशोरी चंगुल से निकल कर अपनी मौसी के पास पहुंची तो मामला खुला। महिला पुलिस ने उत्तर प्रदेश से तीनों किशोरियों को बरामद किया। इनके बयानों के आधार पर मौसा के खिलाफ अपहरण, दुष्कर्म व पोस्को एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।

मामले में सबसे दुखद कहानी उस किशेारी की है, जिसके सिर से आठ साल पहले मां का साया उठ गया था। पिता ने दूसरी शादी कर ली और सौतेली मां ने घर से निकाल दिया। मौसा-मौसी उसे बेटी बना कर साथ ले आए। डेढ़ साल बाद मौसी भी चल बसी। इसी दौरान साढ़े 12 वर्षीय बच्ची का मौसा ने देह शोषण शुरू कर दिया। पीडि़ता की दोस्त बनी बारहवीं कक्षा की छात्रा उसके घर आई तो मौसा ने मौका पाकर उसके साथ भी दुष्कर्म कर डाला।

मां-बाप करते थे प्रताडि़त

इस साल महाविद्यालय पहुंची दोनों किशोरियों के संपर्क में आई तीसरी बालिग छात्रा के माता-पिता उसे कमा कर लाने के लिए प्रताडि़त करते थे। उसने अपनी पीड़ा दोनों सहेलियों से साझा की। चारों गत 14 सितम्बर को दिल्ली पहुंचे।

वहां मौसा ने एक किशोरी से दुष्कर्म किया। बालिग छात्रा को मामला संदिग्ध लगा तो वह वहां से निकल कर अपनी मौसी के पास लुधियाना पहुंच गई। वहां से परिजनों को सूचना मिली तो पुलिस छात्रा को श्रीगंगानगर ले आई।

भक्तों को युद्ध में विजय दिलाती हैं मां चंद्रघंटा

भक्तों को युद्ध में विजय दिलाती हैं मां चंद्रघंटा


मां जगदंबा के तीसरे रूप का नाम- चंद्रघंटा है। इनका पूजन तीसरे दिन किया जाता है। चूंकि माता के माथे पर घंटे के आकार का अर्धचंद्र है। अतः इन्हें चंद्रघंटा कहा जाता है। देवी का यह रूप बहुत शांतिदायक और कल्याणकारी है। इनका वर्ण अत्यंत उज्ज्वल है। ये जहां भी होती हैं वहां की आभा स्वर्ण के समान होती है। इनके तीन नेत्र और दस भुजाएं हैं। इन्होंने कमल, धनुष-बाण, खड्ग, कमंडल, तलवार, त्रिशूल, गदा आदि धारण किए हैं। ये सफेद पुष्पों की माला भी धारण करती हैं। मां चंद्रघंटा का वाहन सिंह है और ये भक्तों की रक्षा के लिए सदैव युद्ध के लिए तैयार रहती हैं। इनका जयघोष शत्रु के मन में भय तथा भक्तों के मन में साहस का संचार करता है।

ध्यान मंत्र- वन्दे वाच्छित लाभाय चन्द्रर्घकृत शेखराम्सिंहारूढा दशभुजां चन्द्रघण्टा यशंस्वनीम्॥कंचनाभां मणिपुर स्थितां तृतीयं दुर्गा त्रिनेत्राम्खड्ग, गदा, त्रिशूल, चापशंर पद्म कमण्डलु माला वराभीतकराम्॥पटाम्बर परिधानां मृदुहास्यां नानालंकार भूषिताम्मंजीर हार, केयूर, किंकिणि, रत्नकुण्डल मण्डिताम्॥प्रफुल्ल वंदना बिबाधारा कांत कपोलां तुग कुचाम्कमनीयां लावाण्यां क्षीणकटिं नितम्बनीम्॥ 

स्तोत्र मंत्र- आपद्धद्धयी त्वंहि आधा शक्ति: शुभा पराम्अणिमादि सिद्धिदात्री चन्द्रघण्टे प्रणमाम्यीहम्॥चन्द्रमुखी इष्ट दात्री इष्ट मंत्र स्वरूपणीम्धनदात्री आनंददात्री चन्द्रघण्टे प्रणमाम्यहम्॥नानारूपधारिणी इच्छामयी ऐश्वर्यदायनीम्सौभाग्यारोग्य दायिनी चन्द्रघण्टे प्रणमाम्यहम्॥ 
कवच मंत्र- रहस्यं श्रणु वक्ष्यामि शैवेशी कमलाननेश्री चन्द्रघण्टास्य कवचं सर्वसिद्धि दायकम्॥बिना न्यासं बिना विनियोगं बिना शापोद्धारं बिना होमंस्नान शौचादिकं नास्ति श्रद्धामात्रेण सिद्धिकम॥कुशिष्याम कुटिलाय वंचकाय निन्दकाय चन दातव्यं न दातव्यं न दातव्यं कदाचितम्॥ 

गुरुवार, 15 अक्तूबर 2015

सीएम के उड़ान भरते ही एयरपोर्ट को मिले हेलीकॉप्टर क्रैश होने के सिग्नल, मचा हड़कंप

सीएम के उड़ान भरते ही एयरपोर्ट को मिले हेलीकॉप्टर क्रैश होने के सिग्नल, मचा हड़कंप
एटीसी पर मिले थे हेलीकॉप्टर क्रेश होने के संकेत। प्रतीकात्मक फोटो।

जयपुर। जयपुर एयरपोर्ट पर गुरुवार दोपहर अचानक हड़कंप मच गया। हड़कंप इसलिए मचा, क्योंकि जयपुर एयरपोर्ट के एयर ट्रैफिक कंट्रोल को सिग्नल मिले कि वहां से करीब 10 किलोमीटर की दूरी पर एक हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया।

जैसे ही एटीसी को यह सूचना मिली, पूरा एयरपोर्ट प्रशासन हरकत में अा गया। एयरपोर्ट पर भागदौड़ मच गई और टीमें चिन्हित स्थान के लिए रवाना कर दी गईं। मामला इसलिए भी बड़ा था क्योंकि जैसे ही दोपहर करीब 12 बजे मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का हेलीकॉप्टर कोटपूतली के लिए रवाना हुआ, उसके कुछ देर बाद ही यह संकेत मिले।
यह बात दीगर है कि वे कोटपूतली के लिए निकली थीं और संकेत दूसरी दिशा यानी वाटिका के आसपास के थे। एटीसी पूरी तरह से अचंभे में थी कि आखिर हेलीकॉप्टर विपरीत दिशा में कहां से आ गया।
टीमें रवाना की तो मौके पर कुछ नहीं था
एटीसी को जिस स्थान के संकेत मिले थे, उस स्थान के लिए सभी टीमें रवाना की गईं। इनमें दमकल सहित आपदा प्रबंधन संबंधी एयरपोर्ट की टीमें शामिल हैं। एयर ट्रैफिक पुलिस भी मौके पर पहुंची, लेकिन वहां दूर-दूर तक कोई ऐसी घटना नजर नहीं आई। इसके बाद टीमों को वापस बुलवा लिया गया।

सेना भर्ती में आए अभ्यार्थियों ने मचाया उत्पात

सेना भर्ती में आए अभ्यार्थियों ने मचाया उत्पात

बीकानेर प्रादेशिक सेना भर्ती के चौथे दिन युवाओं की भारी भीड़ उमड़ी। सात जिलों से आए अभ्यर्थियों की करणी स्टेडियम से करीब एक किलोमीटर लम्बी कतार लगी।
जूनागढ़ से करणी सिंह स्टेडियम तक अभ्यर्थियों की भीड़ के कारण शहर की सूरत बिगड़ी नजर आई। कई जगह युवाओं ने उत्पात मचाया तो कुछ जगह महिलाओं से बदसलुकी भी की।
सेना में भर्ती होने आए कई युवा अनुशासहीनता पर उतर आए। उन्होंने न केवल उत्पात मचाया बल्कि व्यवस्थाओं को अस्त-व्यस्त करने में भी कमी नहीं रखी।
जूनागढ़ आने वाले पर्यटकों को भी इसका सामना करना पड़ा। कई पर्यटकों को युवाओं घेर लिया। एेसे में उन्हें विरासत को निहारने में मुश्किल का सामना करना पड़ा।
पार्कों से भी छीना सुकून
शहर के अधिकांश पार्कों का सुकून भर्ती में आए युवकों ने छीन लिया। भीड़ ने सार्वजनिक स्थलों पर आने वाले लोगों को परेशान किया, बल्कि कई जगह महिलाओं और लड़कियों पर फब्तियां भी कसी।
पब्लिक पार्क और सूरसागर पर भी सुबह से देर रात यही आलम रहा।
भारी पड़ रहा भर्ती स्थल
शहर के बीचो-बीच स्थित करणी स्टेडियम में हो रही सेना भर्ती शहरवासियों पर भारी पड़ रही है। आसपास के इलाके के लोगों को तो परेशानी होती ही, बल्कि पूरे शहर की यातायात व्यवस्था चौपट भी चौपट हो जाती है।
गुरुवार को जूनागढ़, केईएम रोड, रेलवे स्टेशन इत्यादि स्थलों पर बाहरी जिलों से आए युवा घूमते नजर आए। शहरवासियों का कहना है कि भर्ती स्थल भी शहर से दूर होना चाहिए।