शुक्रवार, 25 सितंबर 2015

जोधपुर रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार थानेदार और पत्नी जाएंगे जेल



जोधपुर रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार थानेदार और पत्नी जाएंगे जेल


70 हजार रुपए की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार थानेदार और उसकी पत्नी को शुक्रवार को एसीबी भ्रष्टाचार मामलात अदालत के मजिस्ट्रेट के घर पेश किया गया। संभावना है कि दोनों को न्यायिक अभिरक्षा में भेजा जाएगा।

उल्लेखनीय है कि राज्य के एडीजी (कानून-व्यवस्था) के निर्देश पर गत 19 सितम्बर की रात दो से 20 सितम्बर की सुबह पांच बजे हथियारबंद नाकाबंदी की गई थी। बिलाड़ा थाने के एसआई परबतसिंह ने प्राइवेट बस की तलाशी में यात्री सागर पाण्ड्या से चांदी की चालीस सिल्लियां जब्त की थीं। यह चांदी जोधपुर निवासी ज्वैलर ओमप्रकाश सोनी ने मंगवाई थी।

सागर पाण्ड्या के जमानत पर रिहा होने पर मालिक ओमप्रकाश ने चांदी छुड़ाने के लिए उप निरीक्षक परबतसिंह से सम्पर्क किया। एसआई ने उसे कहा कि चांदी को अदालत के आदेश पर ही छोड़ा जा सकता है। सोनी ने संबंधित कागजात जल्द ही कोर्ट में पेश करने का आग्रह किया। ताकि वह चांदी छुड़ा सके। इसके लिए एसआई ने एक लाख रुपए की मांग की। सोनी के आग्रह पर 70 हजार रुपए में बात तय हुई।

इसकी शिकायत ओमप्रकाश सोनी ने बुधवार को एसीबी (ग्रामीण) चौकी में की। गोपनीय सत्यापन कराने पर एसआई के 70 हजार रुपए मांगने की पुष्टि हुई। उसने यह राशि केबीएचबी में सेक्टर दो स्थित आवास पर पत्नी तक पहुंचाने को कहा।

गुरुवार अपराह्न ओमप्रकाश राशि लेकर थानेदार के घर पहुंचा और पत्नी पारस कंवर को रिश्वत राशि दे दी। तभी इशारा मिलते ही एसीबी के निरीक्षक अनिल शर्मा ने वहां दबिश देकर पारस कंवर को रंगे हाथों गिरफ्तार किया। उससे राशि भी जब्त कर ली गई। अग्रिम कार्रवाई के लिए उन्हें केबीएचबी थाने ले जाया गया।

एसीबी (ग्रामीण) के निर्देश पर एसीबी पाली के उपाधीक्षक अन्नराजसिंह राजपुरोहित बिलाड़ा थाने पहुंचे तथा थानेदार परबतसिंह को हिरासत में ले लिया। उन्हें देर शाम कुड़ी भगतासनी हाउसिंग बोर्ड थाने लाया गया, जहां ब्यूरो ने उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया।

बाड़मेर ईद के साथ नमाजियों को स्वच्छता की शपथ दिलाई मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने।।स्वच्छता अभियान का आगाज़।।




बाड़मेर ईद के साथ नमाजियों को स्वच्छता की शपथ दिलाई मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने।।स्वच्छता अभियान का आगाज़।।




बाड़मेर स्वच्छ भारत अभियान के तहत शुक्रवार को बाड़मेर जिले में मुख्य कार्यकारी अधिकारी गोपाल राम बिरदा ने नवाचार करते हुए भलीसर गाँव में ईदगाह पर पहले नमाजियों को ईद की मुबारकबाद दी।।उसके बाद सभी मुस्लिम भाइयो को स्वच्छता की शपथ दिलाई।।सभी मुस्लिम भाइयो ने ईद के पावन पर्व पर स्वच्छता की शपथ ली तथा स्वच्छता की पालना के लिए निष्ठा दिखाई।।मुख्य कार्यकारी अधिकारो गोपाल राम बिरदा ने बताया की स्वच्छता अभियान का आगाज़ धोरीमन्ना पंचायत समिति मुख्यालय पर किया गया इस दौरान आम को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने के उद्देशय से रैली का आयोजन किया गया।साथ ही ग्रामीण लोगो को स्वच्छता अभियान की जानकारी उपलब्ध कराई गयी।इसके साथ ही भलीसर गाँव में ईद ले मौके पर मुस्लिम भाइयो को मुबारक बाद देने के साथ उन्हें स्वच्छता के प्रति दृढ संकल्प लेते हुए शपथ दिलाई।।मुस्लिम भाइयो ने विशवास दिलाया कई ईद के पावन पर्व पर स्वच्छता की जो शपथ ली उसे अपना फर्ज और धर्म मान निभाएंगे।।उन्होंने बताया कई पुरे जिले में सवछहटा अभियान का आगाज़ किया गया।इस अवसर पर तहसीलदार विकास अधिकारी सहित कई अधिकारी और कर्मिल उपस्थित थे।।

बाड़मेर स्वास्थ्य सेवाओ में आशा सहयोगिनियो की अहम भूमिका :- डॉ बिस्ट



बाड़मेर स्वास्थ्य सेवाओ में आशा सहयोगिनियो की अहम भूमिका :- डॉ बिस्ट



बाड़मेर मुख्य चिकित्सा एव स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एस के सिंह बिस्ट के

निर्देशानुसार बाड़मेर शहर में कार्यरत आशा सहयोगिनी की जिला स्वास्थ्य

भवन में मासिक बैठक का आयोजन किया गया | जिला आशा समन्वयक राकेश भाटी ने

बताया की बैठक में आशा सहयोगिनी को राष्ट्रीय कार्यक्रमों एवं

पीपीआईयुसीडी के बारे में जानकारी दी गई | बैठक के दोरान पाबंद किया गया

की गर्भवती महिला के पंजीयन के समय महिला को पीपीआईयुसीडी के बारे में

जानकारी देवे एवं प्रसव पश्चात पीपीआईयुसीडी लगवाने के लिए प्रेरित करे |

भाटी ने बताया की समस्त आशा सहयोगिनी अतिकुपोसित बच्चो कि पहचान करने

हेतु अपने वार्ड का सर्वे करे एवं एमयुएसी टेप द्वारा अतिकुपोसित बच्चो

की पहचान कर जिला अस्पताल में कुपोषण उपचार केन्द्र पर भीजवाए | भाटी ने

बताया की एमयुएसी टेप के माप में 11.5 से.मी. से निचे के माप के बच्चो को

अतिकुपोसित बच्चा माना जायेगा | डॉ मुकेश गर्ग ने गर्ग ने आशा सहयोगिनीयो

को मलेरिया एवं डेंगू पर विस्तार से जानकारी दी, गर्ग ने बताया की डेंगू

से बचने के लिए अपने घरो में पानी को एकत्रित न होने दे, क्योकि डेंगू का

मच्छर साफ पानी में पनपता है | प्रदीप चाहर ने बैठक के दोरान आशा

सहोगिनियो को कच्ची बस्ती में संचालित महिला आरोग्य समिति के बारे में

जानकारी दी एवं आशाओ को बताया की महिला आरोग्य समिति की मासिक बैठक का

आयोजन किया जाये | बैठक में बाड़मेर शहर में कार्यरत समस्त आशा सहयोगिनी

उपस्थित रही एवं समस्त आशाओ को स्वास्थ्य किट उपलब्ध कराये गये ताकि आशा

अपने क्षेत्र में बेहतर कार्य कर सके |

बाड़मेर बंद पड़े स्वास्थ्य केंद्र पर ताले पे ताला लगाया सी एम एच ओ ने


बाड़मेर बंद पड़े स्वास्थ्य केंद्र पर ताले पे ताला लगाया सी एम एच ओ ने

बाड़मेर जिले में मलेरिया और डेंगू की संभावित परिस्थितियों के मद्देनज़र मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुनील कुमार सिंह बिष्ट आज सेड़वा तहसील के कई स्वास्थ्य केन्द्रो का निरीक्षण किया वहीं साता में चिकित्सा अधिकारियो और कार्मिको की अहम बैठक ली। निरिक्षण के दौरान सब सेंटर आलू का तला तीन माह से बंद होने की जानकारी मिली। परिचारिका सरोज चौधरी दो माह से गायब हैं ,जिस पर बिष्ट ने स्वास्थ्य केंद्र पर लगे ताले की और से ताला लगा परिचारिका को तत्काल मुख्य कार्यालय में उपस्थित होने का नोटिस चस्पा कराया।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुनील कुमार सिंह बिष्ट ने बताया की उन्होंने कल सातास्वास्थ्य केंद्र पर रातरी विश्राम किया तथा -सुबह ग्यारह सेक्टर बैठक का आयोजन किया जिसमे सेक्टर फागलिया और बाखासर के समस्त चिकित्सा अधिकारी और कार्मिक शामिल हुए - बैठक में मुख्य रुप से -मलेरिया -डेंगू -स्वाइन फ्लू -की रोकथाम के बारे में चर्चा की गई साथ ही डीलिवरी पश्चात आई यु डी निवेशन के बारे मे विस्तार से चर्चा की सरकार के ताज़ा निर्देशानुसार प्रत्येक बिन्दु पर चर्चा की गई व इसके बारे मे आशाओं को विशेष रुप से जानकारी व प्रथम ऐ ऍन सी चेक अप के दौरान ही। Ppiucd की गर्भवती महिलाओं कोजागरूक करने व जानकारी देने के लिये निर्देशित किया गया , तथा उन्हें डिलीवरी के समय महिला को प्रेरित कर Ppiucd लगवाने को कहा व टीकाकरण -बड़ाने और नसबंदी शिविरों मे अधिक से कैसेज पेरित करे के निरदेश दियेबैठक के बाद बिष्ट ने सबसेनटर आलु का तला का निरिक्षण किया गया डा कालुराम बिशनोई प्रभारी स्वास्थ्य केंद्र सेडवा साथ थे। इस दौरान ग्रामीणों से बातचीत पर पता लगा की दो महीने से परिचारिका सरोज चौधरी नही आ रही है सबसेनटर के दरवाजों पर लगे तालो पर विभाग के ताले लगाए गए तथा परिचारिका को तुरन्त प्रभाव से स्वास्थ्य भवन बाड़मेर कार्यालय मे उपसिथत होने के निरदेश के नोटिस चस्पा किये। बाद में सेड़वा स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया ,

दिल्ली एक टीवी शो का ऐसा चढ़ा ज़ुनून की किशोर-किशोरी बन गए हत्यारे, अब गिरफ़्त में आरोपी



दिल्ली एक टीवी शो का ऐसा चढ़ा ज़ुनून की किशोर-किशोरी बन गए हत्यारे, अब गिरफ़्त में आरोपी

एक टीवी चैनल के फेमस शो 'डांस इंडिया डांस' में हिस्सा लेने के लिए 17 के उम्र के एक किशोर और इसी उम्र की एक किशोरी के सिर पर ऐसा ज़ुनून सवार हुआ कि दोनों एक नाबालिक के हत्यारे बन गए। मामला देश की राजधानी दिल्ली का है। यहां दक्षिणी दल्ली के बदरपुर इलाके से ऐसी सनसनीखेज और हैरान कर देने वाली वारदात सामने आई है।

बताया जा रहा है कि पिछले कुछ महीनों में डांसर और कोरियोग्राफर का पेशा अपनाए हुए दोनों किशोर और किशोरी ने एक नाबालिग का अपहरण कर फिरोती मांगे जाने का प्लान बनाया और उनके इस प्लान का शिकार हुआ दिल्ली के बदरपुर इलाके में रहने वाले राजेश गुप्ता का 13 साल का बेटा स्वप्नेश।



16 सितंबर को जब स्वप्नेश स्कूल से घर नहीं लौटा तो उसके परिजनों ने इस मामले की जानकारी पुलिस को दी। पुुलिस ने स्वप्नेश की फोटो जिपनेट सहित साइट्स पर अपलोड कर दूसरे राज्यों की पुलिस से भी संपर्क किया, लेकिन बच्चे का कोई सुराग नहीं लगा।



इस बीच अचानक एक दिन स्वप्नेश एक दिन फिरोती के लिए कॉल आई। फोन पर एक लड़की की आवाज थी, जो कि स्वप्नेश को छोड़ने के बदले 60 हज़ार रुपए की मांग कर रही थी। रुपए नहीं मिलने पर उसने परिजनों को स्वप्नेश की हत्या की भी धमकी दी। इस फिरोती की फोने कॉल की जानकारी पुलिस को चली तो उसने फोन को सर्विलांस पर लगा दियाष इस दौरान पुलिस को ये पता चलता रहा कि अपहरणकर्ता लगातार ठिकाना बदल रहे हैं। जब अपहर्ताओं उत्तराखंड के रामनगर में होने की जानकारी पुलिस को हुई तो वहां भी दिल्ली पुलिस पहुंची और वहां की पुलिस से संपर्क कर अपहर्ताओं की तलाश शुरू की।



पुलिस को वहां अपहर्ता तो नहीं मिले लेकिन एक बच्चे का संदिग्ध शव मिला, जिसकी शिनाख्त बाद में स्वप्नेश के शव के तौर पर ही हुई। दरअसल, पुलिस के डर से दोनों आरोपी किशोर और किशोरी ने स्वप्नेश की हत्या कर दी थी। वहीं, पुलिस हत्यारे बन चुके अपहर्ताओं की तलाश में लगातार छापेमारी कर रही थी।



पुलिस की तलाश तब खत्म हुई जब दोनों किशोर-किशोरी एक व्यक्ति की बाइक मांगकर हरियाणा के फरीदाबाद (NCR) में एक डांस इंस्टीट्यूट में डांस सिखाने जा रहे थे। पुलिस ने दोनों को वहां से गिरफ्तार कर लिया। दोनों गरीब परिवारों से हैं और पुलिस की पूछताछ में दोनों ने जुर्म कबूलते हुए ये माना कि 'डांस इंडिया डांस' में हिस्सा लेने के लिए नाबालिग का अपहरण किया था।

जम्मू कश्मीर: बकरीद पर तनाव, प्रदर्शनकारियों ने लहराए पाक के झंडे- पुलिस पर किया पथराव



श्रीनगर जम्मू कश्मीर: बकरीद पर तनाव, प्रदर्शनकारियों ने लहराए पाक के झंडे- पुलिस पर किया पथराव

बकरीद के पाक दिन के मौके पर कश्मीर में एक बार फिर बवाल मच गया। यहां नमाज़ के बाद कुछ युवकों ने पाकिस्तान के झंडे लहराने की नापाक करतूत कर डाली। इसके बाद प्रदर्शनकारी और सुरक्षाबलों के बीच जमकर आमना-सामना हो गया।



प्रदर्शनकारियों ने सुरक्षाबलों पर पथराव शुरू कर दिया जिसके बाद मामला ज़्यादा बिगड़ गया। उपद्रवियों पर नियंत्रणत के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े।







गौरतलब है कि कश्‍मीर में बीफ बैन के आदेश के बाद यहां महौल गर्म है। ईद पर कानून व्‍यवस्‍था बनाए रखने के लिए प्रशासन ने अलगाववादियों को नजरबंद भी किया है।



शनिवार शाम तक इंटरनेट सेवाओं पर रोक
जम्मू-कश्मीर में शुक्रवार सुबह से शनिवार रात तक इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगाई गई है। सरकार को आशंका है कि असामाजिक तत्व इसका दुरुपयोग सांप्रदायिक तनाव फैलाने के लिए कर सकते हैं।







बकरीद के मौके पर पुलिस ने इंटरनेट सेवा प्रदान करने वाली कंपनियों को यह निर्देश गोमांस पर पाबंदी को लेकर चल रहे विवाद के कारण दिया है।



''25 सितम्बर के सुबह 5 बजे से लेकर 26 सितम्बर की शाम 10 बजे तक डाटा सेवाएं पूर्णरूप से स्थगित करने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने कहा कि यह पाबंदी इसलिए लगाई गई है ताकि कोई भी विवादास्पद वीडियो अपलोड कर सांप्रदायिक तनाव नहीं फैला सके।''
एजेएम गिलानी, पुलिस महानिरीक्षक, कश्मीर

अजमेर।सीबीएसई के विद्यार्थी स्कूल में करेंगे आईएएस-आईपीएस की तैयारी

अजमेर।सीबीएसई के विद्यार्थी स्कूल में करेंगे आईएएस-आईपीएस की तैयारी

सीबीएसई के विद्यार्थियों को स्कूल स्तर पर सिविल सर्विस परीक्षा की तैयारी का मौका मिल सकता है। मानव संसाधन विकास मंत्रालय और केंद्रीय शिक्षा सलाहकार बोर्ड इसकी योजना बनाने में जुटे हैं। शुरुआत सीबीएसई के चुनिंदा स्कूलों से होगी। बाद में इससे विभिन्न राज्यों के शिक्षा बोर्ड और स्कूलों को जोड़ा जाएगा।
दसवीं-बारहवीं कक्षा के विद्यार्थी मेडिकल, इंजीनियरिंग, प्रबंधन और अन्य पाठ्यक्रमों की तैयारी करते हैं। भारतीय प्रशासनिक एवं अधीनस्थ सेवाओं की तैयारी वे कॉलेज में स्नातक स्तर पर करते हैं। प्रतिस्पर्धा और समय प्रबंधन को ध्यान में रखते हुए मंत्रालय और सलाहकार बोर्ड नवाचार के इच्छुक हैं। इसके तहत विद्यार्थियों को स्कूलों में सिविल सर्विस की तैयारी का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
कुछ प्रांतों में हुआ परीक्षण
मंत्रालय ने उत्तर-पूर्व और दक्षिण भारत के कुछ प्रातों के स्कूलों में प्रस्तावित योजना का परीक्षण किया है। इसके अन्तर्गत नवीं से बारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों की अभिरुचि परीक्षा लेकर सिविल सेवा के प्रति उनकी अभिरुचि जानी गई। विद्यार्थियों के रुझान से मंत्रालय काफी प्रभावित है। लिहाजा मंत्रालय और सलाहकार बोर्ड ने इसे व्यापक स्तर पर लागू करने की योजना बनाई है।


मंत्रालय लेगा फीडबैक
सिविल सेवा प्रशिक्षण योजना को लेकर मानव संसाधन विकास मंत्रालय शिक्षाविद, शिक्षकों, विद्यार्थियों उनके परिजन से फीडबैक लेगा। इसमें विद्यार्थियों को प्रशिक्षण से नफा-नुकसान और अन्य फीडबैक शामिल होगा। माना जा रहा है कि सत्र 2016-17 अथवा 17-18 से इसकी शुरुआत की जा सकती है। बाद में विभिन्न प्रातों के शिक्षा बोर्ड के स्कूलों को भी जोड़ा जाएगा।

अजमेर।भाई ने किया बहन के साथ किया ये शर्मनाक काम.......



अजमेर।भाई ने किया बहन के साथ किया ये शर्मनाक काम.......


तीन साल के मासूम बेटे को जान से मारने की धमकी देकर एक युवक ने अपनी ममेरी बहन के दुराचार की वारदात अंजाम दे कर रिश्तों को शर्मसार कर दिया। क्रिश्चियन गंज थाना पुलिस पीडि़ता की शिकायत पर मामले की पड़ताल में जुटी है।

पुलिस के अनुसार नागफणी क्षेत्र में रहने वाला आरोपित युवक ममेरी बहन के घर पहुंचा और उसे मेला देखने चलने को कहा। वह पीडि़ता को उसके तीन साल के बच्चे के साथ लेकर ऑटो रिक्शा से फॉयसागर रोड पहुंचा। रिक्शा चालक को किराया देने के बाद उसे लौटा दिया।

इसके बाद आरोपित पीडि़ता के बच्चे को लेकर झाडिय़ों की तरफ चला गया। पीडि़ता भी उसके पीछे-पीछे गई। आरोपित ने बच्चे को जान से मारने की धमकी देते हुए पीडि़ता के साथ दुराचार किया। सूचना पर उसका पति घटनास्थल पर पहुंच तो आरोपित ने उसके साथ भी मारपीट कर भाग गया। पुलिस आरोपित की तलाश कर रही है।

नई दिल्ली।उम्रकैद 14 साल सजा नहीं, पूरी उम्र जेल है : सुप्रीम कोर्ट



नई दिल्ली।उम्रकैद 14 साल सजा नहीं, पूरी उम्र जेल है : सुप्रीम कोर्ट
 teenage rape victim

सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि उम्रकैद की सजा का मतलब 14 वर्ष का कारावास बिल्कुल नहीं है। यह सजा पूरी जिंदगी जेल में काटने की है। इसमें कोई संदेह नहीं होना चाहिए।

न्यायाधीश टीएए ठाकुर और वी गोपाल गौड़ा की पीठ ने ये टिप्पणियां हत्या के आरोप में उम्रकैद की सजा पाए दोषियों की अपील पर सुनवाई करते हुए की।

पीठ ने कहा कि मारूराम (1981) के केस में सुप्रीम कोर्ट संविधान पीठ ने स्पष्ट कर दिया था कि आजीवन कारावास का मतलब पूरा जीवन जेल में काटना है।पीठ ने कहा कि एक तरफ यह आंदोलन चलाया जा रहा है कि मौत की सजा समाप्त की जाए और उसकी जगह उम्रकैद दी जाए। जब यह मोल-तोल किया जा रहा है, ऐसे में उम्रकैद को 14 साल की सजा कैसे माना जा सकता है। वे लोग खुद ही कहते हैं कि दोषियों को फांसी के फंदे से बचाया जाए। यदि उसे 14 साल के बाद छोड़ देंगे तो उम्रकैद का क्या मतलब रह जाएगा।दोषियों के वकील ने कहा कि उम्रकैद के कैदियों को 14 साल जेल में काटने के बाद कैदियों को छोडऩे का प्रावधान है। राज्य सरकार को यह अधिकार सीआरपी की धारा 433 ए के मिला हुआ है। इसमें वह कैदियों की सजा माफ कर सकती है कम कर सकती है या निलंबित कर सकती है।पीठ ने कहा कि मारूराम के केस में कोर्ट ने नाथूराम गोडसे केस में दी गई व्यवस्था की पुष्टि की थी कि सजा में राहत के प्रावधानों का प्रयोग तभी किया जा सकता है कि जब कोर्ट उम्रकैद की सजा की अवधि तय करे। इस अवधि के बीतने के बाद उसे माफी करने के प्रावधान 433 ए के तहत माफ किया जा सकता है लेकिन जहां यह अवधि तय नहीं है और सजा में सिर्फ उम्रकैद शब्द कहा गया है, वहां पूरी जिंदगी कैद में गुजारना माना जाएगा। उस केस में राहत के प्रावधान 433 ए को लागू नहीं किया जा सकता।