अजमेर।सीबीएसई के विद्यार्थी स्कूल में करेंगे आईएएस-आईपीएस की तैयारी
सीबीएसई के विद्यार्थियों को स्कूल स्तर पर सिविल सर्विस परीक्षा की तैयारी का मौका मिल सकता है। मानव संसाधन विकास मंत्रालय और केंद्रीय शिक्षा सलाहकार बोर्ड इसकी योजना बनाने में जुटे हैं। शुरुआत सीबीएसई के चुनिंदा स्कूलों से होगी। बाद में इससे विभिन्न राज्यों के शिक्षा बोर्ड और स्कूलों को जोड़ा जाएगा।
दसवीं-बारहवीं कक्षा के विद्यार्थी मेडिकल, इंजीनियरिंग, प्रबंधन और अन्य पाठ्यक्रमों की तैयारी करते हैं। भारतीय प्रशासनिक एवं अधीनस्थ सेवाओं की तैयारी वे कॉलेज में स्नातक स्तर पर करते हैं। प्रतिस्पर्धा और समय प्रबंधन को ध्यान में रखते हुए मंत्रालय और सलाहकार बोर्ड नवाचार के इच्छुक हैं। इसके तहत विद्यार्थियों को स्कूलों में सिविल सर्विस की तैयारी का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
कुछ प्रांतों में हुआ परीक्षण
मंत्रालय ने उत्तर-पूर्व और दक्षिण भारत के कुछ प्रातों के स्कूलों में प्रस्तावित योजना का परीक्षण किया है। इसके अन्तर्गत नवीं से बारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों की अभिरुचि परीक्षा लेकर सिविल सेवा के प्रति उनकी अभिरुचि जानी गई। विद्यार्थियों के रुझान से मंत्रालय काफी प्रभावित है। लिहाजा मंत्रालय और सलाहकार बोर्ड ने इसे व्यापक स्तर पर लागू करने की योजना बनाई है।
मंत्रालय लेगा फीडबैक
सिविल सेवा प्रशिक्षण योजना को लेकर मानव संसाधन विकास मंत्रालय शिक्षाविद, शिक्षकों, विद्यार्थियों उनके परिजन से फीडबैक लेगा। इसमें विद्यार्थियों को प्रशिक्षण से नफा-नुकसान और अन्य फीडबैक शामिल होगा। माना जा रहा है कि सत्र 2016-17 अथवा 17-18 से इसकी शुरुआत की जा सकती है। बाद में विभिन्न प्रातों के शिक्षा बोर्ड के स्कूलों को भी जोड़ा जाएगा।
सीबीएसई के विद्यार्थियों को स्कूल स्तर पर सिविल सर्विस परीक्षा की तैयारी का मौका मिल सकता है। मानव संसाधन विकास मंत्रालय और केंद्रीय शिक्षा सलाहकार बोर्ड इसकी योजना बनाने में जुटे हैं। शुरुआत सीबीएसई के चुनिंदा स्कूलों से होगी। बाद में इससे विभिन्न राज्यों के शिक्षा बोर्ड और स्कूलों को जोड़ा जाएगा।
दसवीं-बारहवीं कक्षा के विद्यार्थी मेडिकल, इंजीनियरिंग, प्रबंधन और अन्य पाठ्यक्रमों की तैयारी करते हैं। भारतीय प्रशासनिक एवं अधीनस्थ सेवाओं की तैयारी वे कॉलेज में स्नातक स्तर पर करते हैं। प्रतिस्पर्धा और समय प्रबंधन को ध्यान में रखते हुए मंत्रालय और सलाहकार बोर्ड नवाचार के इच्छुक हैं। इसके तहत विद्यार्थियों को स्कूलों में सिविल सर्विस की तैयारी का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
कुछ प्रांतों में हुआ परीक्षण
मंत्रालय ने उत्तर-पूर्व और दक्षिण भारत के कुछ प्रातों के स्कूलों में प्रस्तावित योजना का परीक्षण किया है। इसके अन्तर्गत नवीं से बारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों की अभिरुचि परीक्षा लेकर सिविल सेवा के प्रति उनकी अभिरुचि जानी गई। विद्यार्थियों के रुझान से मंत्रालय काफी प्रभावित है। लिहाजा मंत्रालय और सलाहकार बोर्ड ने इसे व्यापक स्तर पर लागू करने की योजना बनाई है।
मंत्रालय लेगा फीडबैक
सिविल सेवा प्रशिक्षण योजना को लेकर मानव संसाधन विकास मंत्रालय शिक्षाविद, शिक्षकों, विद्यार्थियों उनके परिजन से फीडबैक लेगा। इसमें विद्यार्थियों को प्रशिक्षण से नफा-नुकसान और अन्य फीडबैक शामिल होगा। माना जा रहा है कि सत्र 2016-17 अथवा 17-18 से इसकी शुरुआत की जा सकती है। बाद में विभिन्न प्रातों के शिक्षा बोर्ड के स्कूलों को भी जोड़ा जाएगा।
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