शुक्रवार, 18 जुलाई 2014

दिया कुमारी बनी ब्रांड एम्बेसेडर

जयपुर। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा राष्ट्रीय मिशन के तहत संचालित "बेटी बचाओ अभियान" के तहत विधायक दीया कुमारी को अभियान का ब्रांड एम्बेसेडर बनाया गया है। Diya Kumari become brand ambassador for Beti Bachao Abhiyan
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री राजेन्द्र राठौड़ के विधानसभा परिसर कार्यालय में विधायक दीया कुमारी एवं राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के निदेशक नवीन जैन ने इस संबंध में एमओयू पर हस्ताक्षर किए।

इस अवसर पर खाद्य मंत्री हेमसिंह भडाणा, प्रमुख शासन सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य दीपक उप्रेती एवं अतिरिक्त मिशन निदेशक नीरज के. पवन सहित संबंधित अधिकारीगण मौजूद थे।

राठौड ने कहा कि प्रदेश में लिंगानुपात की दृष्टि से राजस्थान की स्थिति चिंताजनक है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में प्रदेश का बाल लिंगानुपात मात्र 888 है जबकि राष्ट्रीय स्तर पर यह 915 है।

उन्होंने बताया कि बाल लिंगानुपात सुधारने के लिए व्यापक जनचेतना अभियान संचालित किया जाएगा एवं ब्रांड एम्बेसेडर दीया कुमारी का सक्रिय सहयोग लिया जाएगा।

ब्रांड एम्बेसेडर बनी विधायक दीया कुमारी ने कहा कि वे भावनात्मक दृष्टि से "बेटी बचाओ अभियान" से पूरे मनोयोग से जुड़ी है एवं इस अभियान के लिए सदैव तत्परता से सहयोग करेगी।

उन्होंने कहा कि ग्रामीण ही बल्कि शहरी क्षेत्रों में भी बेटी बचाओं अभियान के लिए विशेष जागरूकता लाना आवश्यक है।

इसी प्रकार शिक्षित और अशिक्षित सहित समाज के सभी वर्गो तक इस संबंध में जनचेतना जाग्रत करने का प्रयास किया जाएगा।

विश्नोई ने विधानसभा में नर्मदा नहर में पानी की आवक बढ़ने सहित बिजली ,हिरा कटिंग इकाईयों का मामला उठाया


विश्नोई ने विधानसभा में नर्मदा नहर में पानी की आवक बढ़ने सहित बिजली ,हिरा कटिंग इकाईयों का मामला उठाया




बाड़मेर बाड़मेर जिले के गुड़ामालानी विधानसभा क्षेत्र से विधायक लादूराम विश्नोई ने बजट भाषण में क्षेत्र की पानी बिजली और हीरा कटिंग इकाईयों की स्थापना के मुद्दे पुरजोर तरीके से रखे। शुक्रवार को बजट बहस में भाग लेते हुए लादूराम विश्नोई ने बताया की गत कांग्रेस सरकार ने किसानो पर टांस्फर राशि वसूली की नीति अपनी थी। आज़ादी के बाद कभी किसी सरकार ने किसानो से कीमत नहीं कांग्रेस राज में किसानो से ट्रांसफॉर्मर के बदले तीस हज़ार से डेढ़ लाख रुपये तक वसूले जो किसानो के लिए भरी पड़ा साथ ही सरकार पर कर्ज बढ़कर पिचहतर हज़ार करोड़ का हो गया जो शोध और जाँच का विषय हैं ,उन्होंने कहा की कांग्रेस राज में किसानो को चार साढ़े चार ग्फ्हांते ही बिजली मिलती वे अपनी फैसले नहीं ले पाये मगर भाजपा के शासन में आते हे सात घंटे की बिजली उपलब्धता सुनिश्चिंत की जिसके कारन क्षेत्र के किसानो ने पचास से सौ क्विंटल तक बाजरा का उत्पादन किया ,उन्होंने बताया की गुड़ामालानी सांचोर ,भीनमाल ,जालोर , किसानो को बिजली पूरी मिलने से उत्पादित कर पाये। उन्होंने कहा की राज्य की भाजपा सरकार ने 220 के वी के नौ ,132 के वी के ग्यारह 400 के वी के तीन 33 के वी के 220 विद्युत सब स्टेशन मंजूर कर किसानो को बड़ी राहत दी हैं। उन्होंने बताया की इससे क्षेत्र में एक लाख पच्चीस हज़ार करोड़ का विनियोजन होगा ,विश्नोई ने बताया की कांग्रेस सरकार ने दिल्ली की बिजली कंपनी ज्योति को बी पी एल कनेक्सन का था जिसने बिजली मनमर्जी करते हुए भरष्टाचार और रिश्वत का खेल खेल गरीब लोगो को। कंपनी ने साथ फीसदी काम के बाद काम छोड़ भाग कड़ी हुई ,उन्होंने चालीस फीसदी कार्य सरकार अपने स्तर से कराये ,उन्होंने कहा की सरकार ने रामजी की गोल से फलौदी तक टोल नाको को बंद कर जनता को रहत दी हैं ,विश्नोई ने नर्मदा नहर में पानी की का आग्रह राज्य सरकार से करते हुए कहा की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरोवर का गेट सतरह मीटर ऊंचा स्वीकृत किया हैं जिसका फायदा राजस्थान के किसानो को भी मिलाना किसानो को अधिक पानी मिले जिससे बेहतर फैसले हो ,उन्होंने वसुंधरा राजे मुख्यमंत्री से आग्रह किया की यात्रा के प्रवास पर घर हीरा कटिंग की इकाईयों से प्रभावित होकर इन इक्कीयो को बाड़मेर जिले के सिणधरी ,गुड़ामालानी और धोरीमन्ना उद्योग के रूप में स्थापित करने की बात कही थी साथ ही हीरा कटिंग की लघु इकाईया स्थापित करने पर सरकार की तरफ से पानी ,बिजली और जमीं की कही थी , क्षेत्र में हीरा कटिंग इकाईया स्थापित करने के प्रयास होने उपलब्ध हो


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बाड़मेर में मेघ मल्हार ,लोगो को हलकी बरसात से भी मिली रहत

बाड़मेर में मेघ मल्हार ,लोगो को हलकी बरसात से भी मिली राहत 


बाड़मेर चार महीनो से पद रही थार  गर्मी से आज शाम  हलकी बारिश से कुछ रहत मिली ,बरसात का इंतज़ार कर रहे थार वासियो के चहरे बरसात की धार के साथ।  इस मेघ मल्हार ने आम जान को गर्मी से रहत दी ,शुक्रवार शाम को बूंदाबांदी के रूप में शुरू हुई बरसात कभी काम कभी ज्यादा।  ने खुशनुमा मौसम का आनंद उठाया ,लम्बे समय के इंतज़ार के बाद आज बारिश बरस गयी 

जैसलमेर पुलिस ने युवती और युवक को जयपुर से बरामद किया

जैसलमेर पुलिस ने युवती और युवक को जयपुर से बरामद किया 

जैसलमेर कुछ रोज पूर्व एक युवक  में रह रही बालिका को अपहरण करके ले जाने के मामले का जैसलमेर पुलिस ने पर्दाफास करते हुए युवक युवती को जयपुर से बरामद कर लिया। पुलिस सूत्रानुसार लड़की के परिजन दो दिनों से शहर में युवती के अपहरण की बात पर धरने प्रदर्शन कर रहे थे ,पुलिस ने युवक युवती की तलाश में तेजी लेट हुए उन्हें संभावित  तलाशा ,पुलिस को दोनों की लोकेसन जयपुर में ट्रेस होने पर पुलिस ने दोनों को जयपुर से बरामद कर जैसलमेर ले आये। पुलिस दोनों को न्यायलय में पेश करेगी।  युवक ने भगाई थी लड़की. युवती को भगाकर एक युवक द्वारा भगाकर ले जाने के बहुचर्चित मामले में भगवाईया कपल ने सी.जी.एम कोर्ट में हुवें प्रस्तुत। न्यायालय में हो रहे बयान। न्यायालय के बाहर लोगो को हुजुम उमड़ा। पुलिस ने की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था।

जैसलमेर नहरी क्षेत्र में बायतु के युवक की चाकुओं से गोद की हत्या

जैसलमेर नहरी क्षेत्र में बायतु के युवक की चाकुओं से गोद की हत्या 


जैसलमेर सरहदी जिले जैसलमेर के नहरी क्षेत्र में पैसो के लें दें के मामले में बढे विवाद के चलते चार युवको ने एक युवक पर चाकुओं से जानलेवा हमला कर दिया , बुरी तरह से चाकुओं से गोद दिया जिससे उसकी मौत हो गयी। सूत्रानुसार जैसलमेर के नहरी क्षेत्र सुल्ताना के पास एस एल डी  मुरब्बे पर बाड़मेर जिले के बायतु पणजी निवासी घमण्डाराम अपने पैसे लेने आया हुआ था ,कोई चार युवक उसके साथ थे। पैसो के लेनदेन पर आपस में झगड़ा बढ़ गया ,इसी दौरान चारो युवको ने घमण्डाराम पर चाकुओ से हमला कर बुरी तरह घायल कर फरार हो गए ,हमले में घायल घमण्डा राम की मौत हो गयी ,पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी हैं। 

पाक ने कहा, किसी को खुश करने के लिए हाफिज सईद को जेल में नहीं डालेंगे -



नई दिल्ली। मुंबई हमले के मास्टर माइंड हाफिज सईद की वरिष्ठ पत्रकार वेद प्रताप वैदिक से मुलाकात को लेकर जारी हंगामे के बीच पाकिस्तान ने शुक्रवार को कहा कि उसे वैदिक और सईद की मुलाकात के बारे में कोई जानकारी नहीं थी।

पाकिस्तान ने यह भी कहा कि हाफिज सईद के खिलाफ कोई सबूूत नहीं है इसलिए उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा सकती। पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने कहा कि बैठक दो निजी लोगों के बीच हुई थी। बकौल बासित,न तो हमारी सरकार और न ही भारत की सरकार को बैठक के बारे में जानकारी नहीं थी। यह दो व्यक्तिगत लोगों की बीच बैठक थी और कुछ नहीं।
No proof against Hafiz Saeed, can`t put him in jail to please anyone: Pak envoy
जब बासित से पत्रकारों ने पूछा कि क्या पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई को भी बैठक के बारे में जानकारी नहीं थी तो उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की सरकार का इससे कोई लेना देना नहीं है। बासित से पूछा गया कि आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के बावजूद हाफिज सईद के खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं हो रही तो उन्होंने कहा कि अभियोग चलाने के लिए कोई सबूत नहीं है।

हाफिज सईद को जेल में डालने के लिए पाकिस्तान की सरकार को ठोस सबूत चाहिए। हमारे पास उसके खिलाफ कोई सबूत नहीं है। किसी को खुश करने के लिए हम उसे जेल में नहीं डाल सकते। जब बासित से पूछा गया कि अगर वैदिक फिर से वीजा के लिए आवेदन करते हैं तो क्या पाकिस्तान उन्हें वीजा देगा तो उन्होंने सीधा जवाब नहीं दिया। बासित ने कहा कि वैदिक पाकिस्तान की यात्रा करते रहते हैं। वैदिक को प्रतिनिधिमण्डल के अन्य सदस्यों के साथ कांफ्रेस में शामिल होने के लिए ट्रेवल दस्तावेज दिए गए थे।

वेद प्रताप वैदिक योग गुरू बाबा रामदेव के करीबी हैं। वैदिक की हाफिज सईद से मुलाकात को लेकर सड़क से संसद तक काफी हंगामा हुआ था। हंगामे के चलते सरकार ने पाकिस्तान में स्थित भारतीय उच्चायोग से रिपोर्ट मांगी थी। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने गुरूवार को कहा था कि वैदिक और हाफिज सईद की मुलाकात के बारे में भारतीय उच्चायोग को कोई जानकारी नहीं थी।

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अरूंधति राय का आरोप, जातिवादी थे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी



तिरूअनंतपुरम। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी पर जातिवादी होने का आरोप लगाने वाली मशहूर लेखिका अरूंधति राय ने कहा है कि अब वक्त आ गया है कि जिन संस्थानों के नाम महात्मा गांधी के नाम पर है उन्हें बदल दिया जाए। केरल यूनिवर्सिटी में महात्मा अय्यंकाली स्मृति व्याख्यानमाला में राय ने कहा कि इस प्रक्रिया की शुरूआत यूनिवर्सिटीज के नाम बदलने से की जाए।

अरूंधति राय का इशारा अग्रणी संस्थान महात्मा गांधी यूनिवर्सिटी को लेकर थे। महात्मा अय्यंकाली केरल के बड़े दलित नेता माने जाते हैं। राय ने महात्मा गांधी के 1936 के लेख आदर्श हरिजन का हवाला देते हुए कहा कि इसमें वह मैला ढोने वालों को मल मूत्र से खाद बनाने की सलाह दे रहे है। इससे साबित होता है कि उन्होंने हरिजन व्यवस्था को बनाए रखने में मदद की।
Mahatma Gandhi was a casteist, Arundhati Roy says
अरूंधति राय ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका में गांधी ने अश्वेत कैदियों को काफिर की उपाधि दी थी। गांधी उन्हें असभ्य और झूठ बोलने वाला मानते थे। राय ने भाजपा पर भी जातिवादी होने का आरोप लगाते हुए कहा कि नरेन्द्र मोदी ने कहा था कि वाल्मिकी समाज सदियों तक समाज को साफ करने का काम किया है इसलिए वे अब आध्यात्मिक रूप से साफ हो चुके हैं।

हालांकि सेंटर फॉर गांधियन स्टडीज के समन्वयक जेएम रहीम अरूंधति की दलील से सहमत नहीं है। महात्मा गांधी की आत्मकथा सत्य के साथ मेरे प्रयोग में जिक्र की गई घटना का उदाहरण देते हुए रहीम ने कहा कि बापू ने अपनी पत्नी कस्तूरबा पर अपना मल खुद साफ करने के लिए दबाव बनाया था। उन्होंने हरिजन को मल साफ नहीं करने दिया था। जब कस्तूरबा ने इसका विरोध किया तो गांधी ने खुद मल साफ किया था।

गांधी को बिना संदर्भ के उद्धृत करना और कहना कि वह जातिवादी थे न सिर्फ छिछलापन है बल्कि यह भी बताता है कि राय उनके दर्शन को समझ ही नहीं पाई है। दक्षिण अफ्रीका में अपने साथियों के विरोध के बावजूद गांधी ने कुष्ठ रोग से पीडित दलित दंपति को अपने आश्रम में रखा था। कवि और सामाजिक कार्यकर्ता सुगाता कुमारी ने कहा कि गांधी भारतीय संस्कृति और जड़ों को गहराई तक जानते थे। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि अरूंधति राय ने सस्ती लोकप्रियता के लिए महात्मा गांधी के बारे में ऎसा बयान दिया।

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1993 के सूरत बम धमाकों के सभी 11 आरोपी बरी



नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने 1993 के सूरत बम धमाकों के 11 आरोपियों को शुक्रवार को बरी कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला गुजरात सरकार के लिए बड़ा झटका है। बम धमाकों में एक स्टूडेंट की मौत हुई थी जबकि 40 अन्य घायल हुए थे।
1993 Surat blasts: Supreme Court acquits all 11 convicts
न्यायाधीश टी.एस.ठाकुर के नेतृत्व वाली पीठ ने टाडा कोर्ट के फैसले को खारिज करते हुए सभी आरोपियों को बरी कर दिया। टाडा कोर्ट ने 2008 में सभी को दोषी करार देते हुए अलग-अलग सजा सुनाई थी। अधिकतम सजा 20 साल तक की सुनाई गई थी। सुप्रीम कोर्ट ने गुजरात सरकार की कुछ दोषियों की सजा बढ़ाने और कुछ आरोपियों को बरी करने के फैसले को चुनौती देने वाली अपील को भी खारिज कर दिया।

1993 में सूरत में दो बम धमाके हुए थे। पहला धमाका 21 जनवरी 1993 को सूरत के वराछा इलाके में हुआ था। दूसरा बम धमाका सूरत रेलवे स्टेशन पर हुआ था। धमाका एक्सप्रेस ट्रेन को निशाना बनाने के मकसद से किया गया था। पहले धमाके में महिला स्टूडेंट अल्पा पटेल की मौत हो गई थी जबकि 11 अन्य घायल हुए थे। रेलवे स्टेशन पर हुए दूसरे बम धमाके में 38 यात्री घायल हुए थे।

टाडा कोर्ट ने अभियोजन पक्ष की इस दलील को स्वीकार किया था कि धमाके अयोध्या में विवादित ढांचे को गिराए जाने का बदला लेने के लिए किए गए थे। कोर्ट ने सभी आरोपियों को दोषी करार देते हुए अलग अलग सजा सुनाई थी।

आईएएस ट्रेनिंग पर प्रोफेसर ने किया सनसनीखेज खुलासा



अजमेर। देश में प्रशासनिक सेवा में चयनित अधिकारियों द्वारा प्रशिक्षण के दौरान गलत रिपोर्ट पेश करने का सनसनीखेज मामला उजागर हुआ है।
महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविधालय के राजनीति विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष और डीन सामाजिक विज्ञान संकाय प्रो. एसएन सिंह ने शुक्रवार को खुलासा करते हुए कहा कि देश में प्रशासनिक अधिकारियों को सशक्त रूप से प्रशिक्षण नहीं दिया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि यह तथ्य लाल बहादुर राष्ट्रीय प्रशासनिक एकडमी मंसूरी द्वारा वर्ष 2003 से 2009 तक 26 प्रशासनिक प्रशिक्षु द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट का आंकलन कराने के लिए आई रिपोर्टो की जांच करने से यह तथ्य सामने आया है।

 IAS training sensational disclosure at professor


अकादमी द्वारा विभिन्न विश्वविधालयों के प्रोफेसर को प्रशिक्षु अधिकारियों की रिपोर्ट का आंकलन कराने के लिए यह रिपोर्ट प्रेषित की गई थी। उन्होंने बताया कि वर्ष 2005 से 2007 तक प्रदेश से तीन प्रशासनिक अधिकारियों ने सही ढंग से प्रशिक्षण पूरा नहीं किया और केवल कागजी आधार पर अपनी रिपोर्ट पेश कर दी गई।

मंसूरी के निदेशक को भेजी अपनी रिपोर्ट में उन्होंने प्रशिक्षणार्थी प्रशासनिक अधिकारियों पर सत्र 2005, 2006 एवं 2007 के प्रशिक्षणार्थियों ने नकल करके अपने रिपोर्ट लिखने का आरोप लगाया है।

उन्होंने कहा कि इन लोगों ने मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के चुनाव क्षेत्र झालावाड़ जिले में गांव के विकास का खाका नकल के आधार पर तैयार किया है। उन्होंने बताया कि 2005 में एक प्रशिक्षु अधिकारी ने झालावाड जिले के श्रोती गांव की रिपोर्ट तैयार की।

इसके एक साल बाद ही 2006 में एक अन्य प्रशिक्षु अधिकारी ने जांच रिपोर्ट में इसी गांव का नाम बदल कर झालावाड़ जिले के बाकानी ब्लाक के रातलाई गांव का उल्लेख करते हुए पेश की।

इसमें प्रशिक्षु ने बगैर किसी वास्तविक आंकलन किए गांव का नाम तो बदल दिया लेकिन आबादी सहित अन्य जानकारियां वैसे ही कर दी गई। इसी तरह इसी जिले में आए एक अन्य प्रशिक्षु ने भी बगैर किसी बदलाव के अपनी रिपोर्ट तैयार कर अकादमी को जमा करा दी। -