पैदल यात्रियों का संघ रामदेवरा रवाना |
बाबा रामदेव सेवा समिति संस्था के 13वें पैदल संघ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया |
जैसलमेर जय बाबा रामदेव सेवा समिति संस्था के 13वें पैदल यात्री संघ को नगरपालिका अध्यक्ष अशोक तंवर ने रविवार को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। मुख्य समाज परिषद के अध्यक्ष सुखदेवसिंह भाटी ने बताया कि समाजसेवी व संरक्षक दीनदयाल तंवर व रमणलाल पंवार ने संघ की ध्वजा कार्यकर्ताओं को सौंपते हुए मंगलमय यात्रा की कामना की। पूर्व अध्यक्ष एवं संस्था के संरक्षक अर्जुनसिंह ने पंडित मूलशंकर बिस्सा से बाबा की विधिवत पूजा करवाकर संघ की ध्वजा संघ प्रभारी को सौंपी। भैरूसिंह महेचा ने शांति की प्रतिक सफेद पताकांए पैदल यात्रियों को सौंपी। दामोदरसिंह चौहान, शंकरसिंह राड व समाजसेवी नत्थूसिंह चौहान ने पैदल संघ का माल्यार्पण कर यात्रा के दौरान हरसंभव सहयोग करने का आश्वासन दिया। इस अवसर पर देवी राठौड़, प्रेमलता चौहान, रामकवंर देवड़ा, उम्मदेसिंह तंवर, राणीदान तंवर, रमणसिंह, नारायणसिंह, किसनसिंह, महेन्द्रङ्क्षसह, चंद्रवीरसिंह, राजवीर पंवार, भीमसिंह, मनोहरसिंह महेचा, भवानी सौलंकी, कमलसिंह भाटी, मूलसिंह राठौड़ सहित अन्य उपस्थित थे। |
सोमवार, 29 अगस्त 2011
पैदल यात्रियों का संघ रामदेवरा रवाना
सात वर्ष से संस्कृत विद्यालय कागजों में
सात वर्ष से संस्कृत विद्यालय कागजों में
मोकलसर। शिक्षा विभाग में अंधेरगर्दी का आलम यह है कि कस्बे मोकलसर मे एक संस्कृत विद्यालय पिछले सात वर्षो से सरकार कागजो मे ही संचालित हो रहा है। खास बात यह है कि कागजों में चल रहे इस विद्यालय के शुरू होने के तीन वर्ष बाद शिक्षा विभाग ने इस विद्यालय को क्रमोन्नत भी कर दिया, लेकिन कड़वा सच यह है कि भवन की कमी के चलते आज तक शुरू नहीं हुए विद्यालय पर छात्रों को शिक्षा का लाभ नहीं मिल पाया है। शिक्षा के विकास को लेकर केंद्र व राज्य सरकार द्वारा कई तरह की योजनाएं संचालित की जा रही है।
शिक्षा विकास को लेकर राज्य सरकार के निर्देश पर संस्कृत शिक्षा निदेशक जयपुर ने 26 फरवरी 2004 को कस्बे मे राजकीय संस्कृत प्राथमिक विद्यालय खोलने के आदेश जारी किए। इसके साथ 15 जुलाई 2004 को अध्यापन कार्य के लिए विद्यालय मे एक शिक्षक की नियुक्ति के आदेश जारी किए। ग्राम पंचायत द्वारा जमीन उपलब्ध नहीं करवाने के कारण भवन का निर्माण नहीं हुआ। इसके चलते विद्यालय शुरू नहीं हुआ। पहले जारी किए गए आदेश की क्रियान्विति हुई या नहीं हुई, विद्यालय खुला अथवा नहीं इन सभी बातों से बेपरवाह रहते हुए शिक्षा विभाग ने तीन वर्ष बाद 6 फरवरी 2007 को इस विद्यालय को उच्च प्राथमिक विद्यालय में क्रमोन्नत कर दिया।
कागजों मे ही संचालित इस विद्यालय के लिए शिक्षा विभाग ने 21 अक्टूबर 2010 को एक शिक्षक की नियुक्ति की। ऎसे में सरकारी आदेश से गांव में संस्कृत विद्यालय को मिली स्वीकृति कागजों मे ही दबकर रह गई। भवन अभाव के साथ यहां किराए पर भवन उपलब्ध नहीं होने पर स्वीकृति बाद एक दिन भी विद्यालय संचालन नहीं हुआ। ऎसे में यहां नियुक्त किए गए दो शिक्षक अन्य विद्यालयों में प्रतिनियुक्तियों पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
उपलब्ध करवाई जाएगी भूमि-कुछ दिन पहले कस्बे में संस्कृत उच्च माध्यमिक विद्यालय शुरू होने के आदेश की जानकारी मिली है। पंचायत प्रस्ताव पारित करवाकर विद्यालय भवन निर्माण के लिए आवश्यक भूमि उपलब्ध करवाने की कोशिश की जाएगी। विभाग चाहे होली के थान के पास विद्यालय परिसर में विद्यालय का संचालन कार्य प्रारंभ कर सकते हैं।- श्रीमती रेशमी देवी भाटी,सरपंच
नहीं उपलब्ध हुई भूमि
वर्ष 2004 मे कस्बे में संस्कृत विद्यालय खोलने के आदेश प्राप्त हुए थे। इसे लेकर अब तक रहे सभी सरपंचो से मुलाकात कर विद्यालय निर्माण के लिए भूमि आवंटन की मांग की गई। किसी ने भी भूमि उपलब्ध नहीं करवाई। भूमि उपलब्ध होने पर सर्व शिक्षा अभियान के तहत विद्यालय भवन का निर्माण शुरू करवाया जाएगा।
- टोपाराम बारेसा, संभागीय शिक्षा अधिकारी, संस्कृत संभागीय विभाग जोधपुर
मोकलसर। शिक्षा विभाग में अंधेरगर्दी का आलम यह है कि कस्बे मोकलसर मे एक संस्कृत विद्यालय पिछले सात वर्षो से सरकार कागजो मे ही संचालित हो रहा है। खास बात यह है कि कागजों में चल रहे इस विद्यालय के शुरू होने के तीन वर्ष बाद शिक्षा विभाग ने इस विद्यालय को क्रमोन्नत भी कर दिया, लेकिन कड़वा सच यह है कि भवन की कमी के चलते आज तक शुरू नहीं हुए विद्यालय पर छात्रों को शिक्षा का लाभ नहीं मिल पाया है। शिक्षा के विकास को लेकर केंद्र व राज्य सरकार द्वारा कई तरह की योजनाएं संचालित की जा रही है।
शिक्षा विकास को लेकर राज्य सरकार के निर्देश पर संस्कृत शिक्षा निदेशक जयपुर ने 26 फरवरी 2004 को कस्बे मे राजकीय संस्कृत प्राथमिक विद्यालय खोलने के आदेश जारी किए। इसके साथ 15 जुलाई 2004 को अध्यापन कार्य के लिए विद्यालय मे एक शिक्षक की नियुक्ति के आदेश जारी किए। ग्राम पंचायत द्वारा जमीन उपलब्ध नहीं करवाने के कारण भवन का निर्माण नहीं हुआ। इसके चलते विद्यालय शुरू नहीं हुआ। पहले जारी किए गए आदेश की क्रियान्विति हुई या नहीं हुई, विद्यालय खुला अथवा नहीं इन सभी बातों से बेपरवाह रहते हुए शिक्षा विभाग ने तीन वर्ष बाद 6 फरवरी 2007 को इस विद्यालय को उच्च प्राथमिक विद्यालय में क्रमोन्नत कर दिया।
कागजों मे ही संचालित इस विद्यालय के लिए शिक्षा विभाग ने 21 अक्टूबर 2010 को एक शिक्षक की नियुक्ति की। ऎसे में सरकारी आदेश से गांव में संस्कृत विद्यालय को मिली स्वीकृति कागजों मे ही दबकर रह गई। भवन अभाव के साथ यहां किराए पर भवन उपलब्ध नहीं होने पर स्वीकृति बाद एक दिन भी विद्यालय संचालन नहीं हुआ। ऎसे में यहां नियुक्त किए गए दो शिक्षक अन्य विद्यालयों में प्रतिनियुक्तियों पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
उपलब्ध करवाई जाएगी भूमि-कुछ दिन पहले कस्बे में संस्कृत उच्च माध्यमिक विद्यालय शुरू होने के आदेश की जानकारी मिली है। पंचायत प्रस्ताव पारित करवाकर विद्यालय भवन निर्माण के लिए आवश्यक भूमि उपलब्ध करवाने की कोशिश की जाएगी। विभाग चाहे होली के थान के पास विद्यालय परिसर में विद्यालय का संचालन कार्य प्रारंभ कर सकते हैं।- श्रीमती रेशमी देवी भाटी,सरपंच
नहीं उपलब्ध हुई भूमि
वर्ष 2004 मे कस्बे में संस्कृत विद्यालय खोलने के आदेश प्राप्त हुए थे। इसे लेकर अब तक रहे सभी सरपंचो से मुलाकात कर विद्यालय निर्माण के लिए भूमि आवंटन की मांग की गई। किसी ने भी भूमि उपलब्ध नहीं करवाई। भूमि उपलब्ध होने पर सर्व शिक्षा अभियान के तहत विद्यालय भवन का निर्माण शुरू करवाया जाएगा।
- टोपाराम बारेसा, संभागीय शिक्षा अधिकारी, संस्कृत संभागीय विभाग जोधपुर
रामदेवरा मेले में बम निरोधक दस्ते तैनात
जैसलमेर. जिला पुलिस ने विश्वविख्यात रामदेवरा मेला में सुरक्षा व्यवस्था के लिए विशेष बंदोबस्त किए हैं। पुलिस अधीक्षक ममता विश्नोई ने बताया कि दर्शनार्थियों के लिए जगह- जगह बेरीकेडिंग लगाकर दर्शन की सुव्यवस्था की गई है। मेला में हर जगह पर दर्शनार्थियों की सुविधा व सहायता के लिए पुलिस कर्मचारियों को तैनात किया गया है। पैदल यात्रियों व लाइन में लगे दर्शनार्थियों व रामसरोवर घाट पर जेब कतरों व उठाईगिरों से सुरक्षा एंव बचाव के लिए वर्दी धारियों एंव सादा वस्त्रधारियों को तैनात किया गया है। असहाय, वृद्ध एंव अपंग लोगों की सहायता के लिए पुलिस विभाग के लगे कर्मचारी/अधिकारी उनकी सहायता के लिए मुस्तैद है।
पुलिस विभाग की ओर से प्रशासनिक अधिकारियों ग्राम पंचायत के कर्मचारियों एवं मंदिर विभाग में लगे कर्मचारियों से निरंतर संपर्क बनाया जाकर पूर्ण रूप से कर्तव्य निर्वाह किया जा रहा है। निज मन्दिर प्रवेश द्वार पर मेटल डिटेक्टर डोर लगाकर सघन जांच की जा रही है। बम डिस्पोजल स्कोट द्वारा भी आधुनिक उपकरणों सहित निज मंदिर एंव आस पास स्थित होटलों एवं भीड़ भाड़ वाले क्षेत्र में आधुनिक उपकरणो से जांच की जा रही है।
पुलिस की मुस्तैद ड्यूटी के कारण मेला में अब तक करीब 30-35 असामाजिक तत्वों, जेब तरासों व उठाईगिरों को गिरफ्तार किया जा कर न्यायालय मे पेश किया गया है। पुलिस विभाग की मुस्तैदी के बावजूद भी दर्शनर्थियों से अपील की गई है कि यात्री किसी अनजान व्यक्ति से कोई वस्तु प्राप्त नहीं करे कोई वस्तु खाये पीये नहीं तथा अनजान व्यक्ति पर विश्वास नहीं करें। लाइन मे खड़े रहते वक्त सरोवर में नहाते वक्त एवं बाजार में भीड़ भाड़ वाले इलाको में चलते वक्त तथा बस एवं रेल में चढ़ते उतरते वक्त एवं सफर करते वक्त अपने सामान का विशेष रूप से ध्यान रखें।
पुलिस विभाग की ओर से प्रशासनिक अधिकारियों ग्राम पंचायत के कर्मचारियों एवं मंदिर विभाग में लगे कर्मचारियों से निरंतर संपर्क बनाया जाकर पूर्ण रूप से कर्तव्य निर्वाह किया जा रहा है। निज मन्दिर प्रवेश द्वार पर मेटल डिटेक्टर डोर लगाकर सघन जांच की जा रही है। बम डिस्पोजल स्कोट द्वारा भी आधुनिक उपकरणों सहित निज मंदिर एंव आस पास स्थित होटलों एवं भीड़ भाड़ वाले क्षेत्र में आधुनिक उपकरणो से जांच की जा रही है।
पुलिस की मुस्तैद ड्यूटी के कारण मेला में अब तक करीब 30-35 असामाजिक तत्वों, जेब तरासों व उठाईगिरों को गिरफ्तार किया जा कर न्यायालय मे पेश किया गया है। पुलिस विभाग की मुस्तैदी के बावजूद भी दर्शनर्थियों से अपील की गई है कि यात्री किसी अनजान व्यक्ति से कोई वस्तु प्राप्त नहीं करे कोई वस्तु खाये पीये नहीं तथा अनजान व्यक्ति पर विश्वास नहीं करें। लाइन मे खड़े रहते वक्त सरोवर में नहाते वक्त एवं बाजार में भीड़ भाड़ वाले इलाको में चलते वक्त तथा बस एवं रेल में चढ़ते उतरते वक्त एवं सफर करते वक्त अपने सामान का विशेष रूप से ध्यान रखें।
मोटरसाइकिल गड्ढे में गिरी, युवक की मौत
मोटरसाइकिल गड्ढे में गिरी, युवक की मौत
बालोतरा
सिणधरी थानांतर्गत मोटरसाइकिल के गड्ढे में गिरने से पीछे बैठे एक युवक की मौत होने का मामला दर्ज हुआ है।
पुलिस के अनुसार गोरधनसिंह पुत्र उदयसिंह राजपुरोहित निवासी डंडाली ने मामला दर्ज कराया कि शनिवार रात्रि में 9 बजे उसका भतीजा टीकमाराम पुत्र भीमसिंह राजपुरोहित मोटरसाइकिल पर पीछे बैठकर सिणधरी से डंडाली आ रहा था। उन्होंने बताया कि मोटरसाइकिल को ओमप्रकाश चला रहा था। लोहिड़ा गांव के पास लापरवाही से वाहन चलाने के कारण मोटरसाइकिल गड्ढे में गिर गई जिसके चलते पीछे बैठा टीकमाराम उछलकर सड़क पर आ गिरा जिससे उसे गंभीर चोटें आई।
उसे उपचार के लिए सिणधरी चिकित्सालय लाया गया जहां प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने उसे बालोतरा रेफर किया जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवा परिजनों को सुपुर्द कर दिया।
आखिर अफसरों को आना पड़ा डोली
बालोतरा। जोधपुर की फैक्ट्रियों से आ रहे रासायनिक व सीवरेज के पानी पर आखिरकार रविवार को प्रशासनिक अमला जागा। संभागीय आयुक्त, आईजी जोधपुर, जोधपुर व बाड़मेर कलेक्टर सहित करीब आधा दर्जन अफसर डोली गांव पहुंचे। डोली में आयोजित चौपाल में ग्रामीणों ने अपनी समस्याएं रखी। चौपाल के दौरान ग्रामीणों ने कहा कि उन्हें अफसरों की सफाई नहीं समाधान चाहिए। चौपाल में ग्रामीणों का आक्रोश भी झलका। अफसरों ने आश्वासन देकर उन्हें शांत कराया।
रविवार को संभागीय आयुक्त आरके जैन, आईजी जोधपुर ग्रामीण उमेश मिश्रा के साथ जोधपुर कलेक्टर सिद्धार्थ महाजन, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी बीआर पंवार, बाड़मेर कलेक्टर गौरव गोयल, एसपी संतोष चालके सहित करीब आधा दर्जन विभागों के अधिकारी डोली गांव पहुंचे। अधिकारियों ने खेतों में फैले व रास्तों पर बहते प्रदूषित पानी को देखा और डोली में चौपाल पर ग्रामीणों से इस समस्या के समाधान को लेकर चर्चा की।
चर्चा में यह बात खुलकर सामने आई कि प्रदूषित पानी को जोधपुर जिले से ही चैनल बनाकर लूनी नदी में प्रवाहित किया जाए तो कम दूरी व कम खर्चे में समस्या का स्थायी समाधान हो सकता है। आखिर में इस बात पर सहमति बनी कि क्षतिग्रस्त एनीकट की तत्काल मरम्मत करवाकर पानी रुकवाया जाए और जोधपुर सीमा से ही प्रदूषित पानी की निकासी लूनी नदी में करने के लिए चैनल बनाया जाए।
तीन दिन में पानी रुके, नहीं तो हम रोकेंगे
समाजसेवी श्रीराम गोदारा सहित डोली के पूर्व सरपंच मुल्तान¨सह, अराबा के गोविंदसिंह, कल्याणपुर सरपंच दौलतराम कुआं, भंवरसिंह अराबा आदि ग्रामीणों ने कहा कि हमंे प्रशासन की सफाई- से नहीं इस इस नरक से निजात चाहिए। ग्रामीणों ने कहा कि तीन दिन में पानी की आवक नहीं रुकी तो सभी गांववाले अपने स्तर पर पानी की आवक रोकंेगे।
..तो कल से काम शुरू करा दीजिए
बाड़मेर कलेक्टर ने बताया कि सिंचाई विभाग को 1.80लाख रुपए स्वीकृति दी गई है, इससे एनीकट की रिपेयरिंग करवाई जाएगी, इसके बाद पानी रुक जाएगा। ग्रामीणों की मांग थी कि कल से ही एनीकट रिपेयरिंग का काम शुरू करवा दिया जाए।
पहले बिफरे, जाम भी लगाया
संभागीय आयुक्त व अन्य अधिकारियों के आने से पहले एक बारगी ग्रामीण बिफर गए। अधिकारियों की अगुवाई में तैयारी में जुटे पचपदरा तहसीलदार ने जब कमरे में ग्रामीणों की ज्यादा भीड़ देखी तो उन्होंने हिदायत दी कि कुछ लोग अंदर रहें, बाकी बाहर निकल जाएं। इस पर ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। इस पर वे नेशनल हाइवे पर आकर खड़े हो गए। ग्रामीणों का कहना था कि हम तो जल रहे हैं, ऐसे में उच्चाधिकारियों को हम पीड़ा नहीं बताएंगे तो कौन बताएगा। आखिरकार समझाइश के बाद मामला शांत हुआ।
निकासी का उपाय करेंगे
जोधपुर की ओर से आ रहे पानी की निकासी के लिए पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे। फिलहाल एनीकट मरम्मत करवाकर पानी रोका जाएगा, बाद में तकनीकी मुआयना करवाकर चैनल बनाने की योजना बनाएंगे। किसानों को जो नुकसान हुआ है, उसके मुआवजे के लिए भी लिखेंगे।
आरके जैन, संभागीय आयुक्त, जोधपुर
इधर से सौ व उधर से चौदह किलोमीटर, जाएगा लूनी में ही. चौपाल पर जब अधिकारी पानी निकासी को लेकर माथापच्ची कर रहे थे, तो एक ग्रामीण ने सीधा रास्ता सुझाया। उसने बताया कि अब प्रदूषित पानी को नेशनल हाइ-वे के पास चैनल बनाकर निकासी का प्रयास हो रहा है, इससे लूनी नदी तक पहुंचने के लए करीब सौ किलोमीटर तक चैनल बनाना पड़ेगा, इस पर खर्चा भी इतना ही गुना आएगा। सैकड़ों खेत बर्बाद होंगे, गांवों में पानी जाएगा। इसकी बजाया सीधा जोधपुर जिले से ही मात्र 14 किलोमीटर का चैनल बनाया जाए तो पानी वहां से भी सीधा लूनी नदी में ही जाएगा। पानी यदि लूनी में ही डालना है तो इतनी समस्या क्यों मोल ली जा रही है।
विधायक ने बताया, उन्होंने भी किए प्रयास : बालोतरा . पचपदरा विधानसभा क्षेत्र के विधायक मदन प्रजापत ने डोली में रासायनिक पानी की समस्या के संबंध में कई ऐसे प्रयास किए जिससे कि इस समस्या का समाधान हो सके। निजी सहायक सुखराम ने बताया कि विधायक ने प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र भेजकर जोजरी नदी में आए बरसाती पानी के साथ मिले रासायनिक पानी से फसलों के खराबे के संबंध में मुआवजा देने की बात कही। इसके अलावा जोधपुर की फैक्ट्रियों से निकलकर आ रहे रासायनिक पानी की रोकथाम के लिए अध्यक्ष राजस्थान प्रदूषण बोर्ड, पर्यावरण मंत्री, प्रमुख शासन सचिव, जिला कलेक्टर जोधपुर व बाड़मेर को पत्र के माध्यम से अवगत करवाकर इसकी रोकथाम के लिए कार्रवाई करने की मांग की।
रविवार को संभागीय आयुक्त आरके जैन, आईजी जोधपुर ग्रामीण उमेश मिश्रा के साथ जोधपुर कलेक्टर सिद्धार्थ महाजन, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी बीआर पंवार, बाड़मेर कलेक्टर गौरव गोयल, एसपी संतोष चालके सहित करीब आधा दर्जन विभागों के अधिकारी डोली गांव पहुंचे। अधिकारियों ने खेतों में फैले व रास्तों पर बहते प्रदूषित पानी को देखा और डोली में चौपाल पर ग्रामीणों से इस समस्या के समाधान को लेकर चर्चा की।
चर्चा में यह बात खुलकर सामने आई कि प्रदूषित पानी को जोधपुर जिले से ही चैनल बनाकर लूनी नदी में प्रवाहित किया जाए तो कम दूरी व कम खर्चे में समस्या का स्थायी समाधान हो सकता है। आखिर में इस बात पर सहमति बनी कि क्षतिग्रस्त एनीकट की तत्काल मरम्मत करवाकर पानी रुकवाया जाए और जोधपुर सीमा से ही प्रदूषित पानी की निकासी लूनी नदी में करने के लिए चैनल बनाया जाए।
तीन दिन में पानी रुके, नहीं तो हम रोकेंगे
समाजसेवी श्रीराम गोदारा सहित डोली के पूर्व सरपंच मुल्तान¨सह, अराबा के गोविंदसिंह, कल्याणपुर सरपंच दौलतराम कुआं, भंवरसिंह अराबा आदि ग्रामीणों ने कहा कि हमंे प्रशासन की सफाई- से नहीं इस इस नरक से निजात चाहिए। ग्रामीणों ने कहा कि तीन दिन में पानी की आवक नहीं रुकी तो सभी गांववाले अपने स्तर पर पानी की आवक रोकंेगे।
..तो कल से काम शुरू करा दीजिए
बाड़मेर कलेक्टर ने बताया कि सिंचाई विभाग को 1.80लाख रुपए स्वीकृति दी गई है, इससे एनीकट की रिपेयरिंग करवाई जाएगी, इसके बाद पानी रुक जाएगा। ग्रामीणों की मांग थी कि कल से ही एनीकट रिपेयरिंग का काम शुरू करवा दिया जाए।
पहले बिफरे, जाम भी लगाया
संभागीय आयुक्त व अन्य अधिकारियों के आने से पहले एक बारगी ग्रामीण बिफर गए। अधिकारियों की अगुवाई में तैयारी में जुटे पचपदरा तहसीलदार ने जब कमरे में ग्रामीणों की ज्यादा भीड़ देखी तो उन्होंने हिदायत दी कि कुछ लोग अंदर रहें, बाकी बाहर निकल जाएं। इस पर ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। इस पर वे नेशनल हाइवे पर आकर खड़े हो गए। ग्रामीणों का कहना था कि हम तो जल रहे हैं, ऐसे में उच्चाधिकारियों को हम पीड़ा नहीं बताएंगे तो कौन बताएगा। आखिरकार समझाइश के बाद मामला शांत हुआ।
निकासी का उपाय करेंगे
जोधपुर की ओर से आ रहे पानी की निकासी के लिए पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे। फिलहाल एनीकट मरम्मत करवाकर पानी रोका जाएगा, बाद में तकनीकी मुआयना करवाकर चैनल बनाने की योजना बनाएंगे। किसानों को जो नुकसान हुआ है, उसके मुआवजे के लिए भी लिखेंगे।
आरके जैन, संभागीय आयुक्त, जोधपुर
इधर से सौ व उधर से चौदह किलोमीटर, जाएगा लूनी में ही. चौपाल पर जब अधिकारी पानी निकासी को लेकर माथापच्ची कर रहे थे, तो एक ग्रामीण ने सीधा रास्ता सुझाया। उसने बताया कि अब प्रदूषित पानी को नेशनल हाइ-वे के पास चैनल बनाकर निकासी का प्रयास हो रहा है, इससे लूनी नदी तक पहुंचने के लए करीब सौ किलोमीटर तक चैनल बनाना पड़ेगा, इस पर खर्चा भी इतना ही गुना आएगा। सैकड़ों खेत बर्बाद होंगे, गांवों में पानी जाएगा। इसकी बजाया सीधा जोधपुर जिले से ही मात्र 14 किलोमीटर का चैनल बनाया जाए तो पानी वहां से भी सीधा लूनी नदी में ही जाएगा। पानी यदि लूनी में ही डालना है तो इतनी समस्या क्यों मोल ली जा रही है।
विधायक ने बताया, उन्होंने भी किए प्रयास : बालोतरा . पचपदरा विधानसभा क्षेत्र के विधायक मदन प्रजापत ने डोली में रासायनिक पानी की समस्या के संबंध में कई ऐसे प्रयास किए जिससे कि इस समस्या का समाधान हो सके। निजी सहायक सुखराम ने बताया कि विधायक ने प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र भेजकर जोजरी नदी में आए बरसाती पानी के साथ मिले रासायनिक पानी से फसलों के खराबे के संबंध में मुआवजा देने की बात कही। इसके अलावा जोधपुर की फैक्ट्रियों से निकलकर आ रहे रासायनिक पानी की रोकथाम के लिए अध्यक्ष राजस्थान प्रदूषण बोर्ड, पर्यावरण मंत्री, प्रमुख शासन सचिव, जिला कलेक्टर जोधपुर व बाड़मेर को पत्र के माध्यम से अवगत करवाकर इसकी रोकथाम के लिए कार्रवाई करने की मांग की।
सोमवार को है खास योग, शिवलिंग पर चढ़ाएं दूध और पानी
शिवजी की पूजा सभी मनोकामनाओं को पूर्ण करने वाली और शांति देने वाली होती है। शिव पुराण के अनुसार संपूर्ण सृष्टि शिवजी की इच्छा से ही ब्रह्माजी द्वारा रची गई है। इसी वजह से सभी देवी-देवता भी महादेव की आराधना करते हैं।
सोमवार भगवान शंकर की भक्ति के लिए विशेष दिन माना गया है। 29 अगस्त 11 सोमवार को खास योग बन रहा है। हिंदी कैलेंडर के अनुसार इस दिन अमावस्या भी है। सोमवार के दिन आने वाली अमावस्या भक्ति-आराधना के लिए महत्वपूर्ण मानी गई है। इस तिथि पर शिवलिंग पर दूध और जल चढ़ाने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही अमावस्या पर पवित्र नदी में स्नान करने का भी विधान है। स्नान के बाद ब्राह्मण या किसी जरूरतमंद व्यक्ति को दान करना चाहिए।
प्रति सोमवार को शिवलिंग पर दूध और जल अर्पित करने से श्रद्धालु को मानसिक शांति प्राप्त होती है। धन से जुड़ी समस्याएं दूर होती हैं, आय के नए स्रोत प्राप्त होते हैं। सभी प्रकार की बीमारियां दूर हो जाती हैं।
सोमवार भगवान शंकर की भक्ति के लिए विशेष दिन माना गया है। 29 अगस्त 11 सोमवार को खास योग बन रहा है। हिंदी कैलेंडर के अनुसार इस दिन अमावस्या भी है। सोमवार के दिन आने वाली अमावस्या भक्ति-आराधना के लिए महत्वपूर्ण मानी गई है। इस तिथि पर शिवलिंग पर दूध और जल चढ़ाने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही अमावस्या पर पवित्र नदी में स्नान करने का भी विधान है। स्नान के बाद ब्राह्मण या किसी जरूरतमंद व्यक्ति को दान करना चाहिए।
प्रति सोमवार को शिवलिंग पर दूध और जल अर्पित करने से श्रद्धालु को मानसिक शांति प्राप्त होती है। धन से जुड़ी समस्याएं दूर होती हैं, आय के नए स्रोत प्राप्त होते हैं। सभी प्रकार की बीमारियां दूर हो जाती हैं।
रविवार, 28 अगस्त 2011
दोस्त की पत्नी के बलात्कारी को मिली 7 साल की सजा
नई दिल्ली। इलाहाबाद बैंक के पूर्व चीफ मैनेजर रघुविंदर हरना को अपने दोस्त की पत्नी से दुष्कर्म करने का दोषी करार देते हुए अदालत ने सात वर्ष की कैद की सजा सुनाई है। साथ ही एक लाख रुपये जुर्माना भरने का आदेश दिया है। जुर्माने की रकम पीड़िता को सौंपने का आदेश दिया है।
जिला न्यायालय रोहिणी के अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश डॉ. कॉमिनी लॉ ने कहा कि पेश किए गए सबूतों और गवाहों के आधार पर तय होता है कि आरोपी पर लगाए गए आरोप सही हैं। अदालत के समक्ष दोनों पक्षों ने स्वीकार किया है कि रघुविंदर हरना दोनों परिवार के बुजुर्ग सदस्यों की उपस्थिति में माफी मांगने को तैयार है। यही नहीं पीड़ित परिवार ने भी अदालत के समक्ष कहा कि दोषी के कृत्य की सजा उसके परिवार को नहीं मिलना चाहिए।
सभी पक्षों को सुनने के बाद अदालत ने रघुविंदर हरना को सात वर्ष की कैद और एक लाख रुपये जुर्माना भरने की सजा सुनाई है। मामले के मुताबिक 12 नवंबर 2009 को रघुविंदर अपने दोस्त के घर गया। दूसरे दिन सुबह में पीड़िता के बच्चे स्कूल चले गए। दोनों परिवारों में पहले से दोस्ती थी, इसलिए उसका दोस्त कार्यालय चला गया। बच्चों और पति की अनुपस्थिति में रघुविंदर ने अपने दोस्त की पत्नी से दुष्कर्म किया।
जिला न्यायालय रोहिणी के अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश डॉ. कॉमिनी लॉ ने कहा कि पेश किए गए सबूतों और गवाहों के आधार पर तय होता है कि आरोपी पर लगाए गए आरोप सही हैं। अदालत के समक्ष दोनों पक्षों ने स्वीकार किया है कि रघुविंदर हरना दोनों परिवार के बुजुर्ग सदस्यों की उपस्थिति में माफी मांगने को तैयार है। यही नहीं पीड़ित परिवार ने भी अदालत के समक्ष कहा कि दोषी के कृत्य की सजा उसके परिवार को नहीं मिलना चाहिए।
सभी पक्षों को सुनने के बाद अदालत ने रघुविंदर हरना को सात वर्ष की कैद और एक लाख रुपये जुर्माना भरने की सजा सुनाई है। मामले के मुताबिक 12 नवंबर 2009 को रघुविंदर अपने दोस्त के घर गया। दूसरे दिन सुबह में पीड़िता के बच्चे स्कूल चले गए। दोनों परिवारों में पहले से दोस्ती थी, इसलिए उसका दोस्त कार्यालय चला गया। बच्चों और पति की अनुपस्थिति में रघुविंदर ने अपने दोस्त की पत्नी से दुष्कर्म किया।
अग्निवेश ने पागल हाथी से की अन्ना की तुलना, 'कपिल जी' से की गई बातचीत लीक!
नई दिल्ली. जनलोकपाल के लिए संघर्ष कर रहे सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे का अनशन भले ही खत्म हो गया और संसद ने उनकी मांगें मानते हुए प्रस्ताव पेश कर दिया है। लेकिन अन्ना के इस आंदोलन में रुकावट डालने की साजिश की खबर आ रही है। विभिन्न चैनलों पर चल रही खबर और यूट्यूब पर अपलोड एक वीडियो के मुताबिक अन्ना के अनशन के दौरान टीम अन्ना के सदस्य माने जा रहे स्वामी अग्निवेश ने कथित तौर पर सरकार के एक मंत्री से फोन पर बात की और अन्ना के बारे में अनाप शनाप टिप्पणी की।
सामाजिक कार्यकर्ता के तौर पर मशहूर स्वामी अग्निवेश की इस बातचीत का वीडियो रिकार्ड किया है 'जनतंत्र डॉट कॉम' ने जिसे यू ट्यूब पर लोड किया गया है। इस बातचीत के दौरान इस लाइन को लेकर शक की सुई अग्निवेश की तरफ घूमती है जिसमें अग्निवेश को मोबाइल पर किसी से यह कहते हुए दिखाया गया है, ‘बहुत जरूरी है कपिल जी, नहीं तो ये पागल होते जा रहे हैं जैसे हाथी।’
इसमें अग्निवेश एक जगह यह कहते दिखाई देते हैं, ''...पूरी पार्लियामेंट ने जब खड़े होकर अनशन तोड़ने की अपील की तो अन्ना को तभी अनशन तोड़ देना था।'' इस वीडियो में सुनाई दे रही आवाज के मुताबिक अग्निवेश कहते हैं कि वे बहुत शर्मिंदा हैं कि केंद्र सरकार आखिर इतनी कमजोर क्यों दिखाई पड़ रही है। यही नहीं, अग्निवेश बातचीत के दौरान कपिल को इशारे से यह भी सलाह दे रहे हैं कि केंद्र सरकार अन्ना के आगे कतई झुके नहीं।
गौरतलब है कि हाल में स्वामी अग्निवेश ने अन्ना के अनशन को लेकर नाराजगी जताई थी और कहा था कि वह आमरण अनशन के खिलाफ हैं।
सामाजिक कार्यकर्ता के तौर पर मशहूर स्वामी अग्निवेश की इस बातचीत का वीडियो रिकार्ड किया है 'जनतंत्र डॉट कॉम' ने जिसे यू ट्यूब पर लोड किया गया है। इस बातचीत के दौरान इस लाइन को लेकर शक की सुई अग्निवेश की तरफ घूमती है जिसमें अग्निवेश को मोबाइल पर किसी से यह कहते हुए दिखाया गया है, ‘बहुत जरूरी है कपिल जी, नहीं तो ये पागल होते जा रहे हैं जैसे हाथी।’
इसमें अग्निवेश एक जगह यह कहते दिखाई देते हैं, ''...पूरी पार्लियामेंट ने जब खड़े होकर अनशन तोड़ने की अपील की तो अन्ना को तभी अनशन तोड़ देना था।'' इस वीडियो में सुनाई दे रही आवाज के मुताबिक अग्निवेश कहते हैं कि वे बहुत शर्मिंदा हैं कि केंद्र सरकार आखिर इतनी कमजोर क्यों दिखाई पड़ रही है। यही नहीं, अग्निवेश बातचीत के दौरान कपिल को इशारे से यह भी सलाह दे रहे हैं कि केंद्र सरकार अन्ना के आगे कतई झुके नहीं।
गौरतलब है कि हाल में स्वामी अग्निवेश ने अन्ना के अनशन को लेकर नाराजगी जताई थी और कहा था कि वह आमरण अनशन के खिलाफ हैं।
युवती ने खाया ज़हर, प्रेमी हिरासत में
रायपुर.करीब 3 साल से चली आ रही प्रणय गाथा का अंत तब हुआ जब प्रेमी की बेवफाई से दुखी प्रेमिका ने जहर खाकर जान देने की कोशिश की। घबराए माता-पिता ने युवती को फौरन हास्पिटल में भर्ती कराया।
तबीयत सम्हालने पर युवती ने आप बीती मां-बाप को बताई और तब मामला पुलिस तक पहुंचा।
रोमांस करना पड़ा महंगा रोमलाल को :
पीड़िता के बयान और दर्ज एफआईआर के मुताबिक 10 किमी दूर सात गांव की 20 वर्षीय युवती के साथ गांव के ही रोमलाल ने 3 साल पहले रोमांस करना शुरू किया। उसने युवती से वादा किया कि वह उससे ही ब्याह करेगा।
वादे पे ऐतबार करते युवती ने अपना सर्वस्व युवक को सौंप दिया। इसी 19 अगस्त को पता चला कि युवक ने बनियागांव की दूसरी एक युवती से ब्याह कर लिया है।
पूछताछ जारी :
मामले की जांच में जुटे एसएचओ केबी नागे ने बताया आरोपी युवक को हिरासत में लिया जा चुका है। आगे जांच जारी है। उनके अनुसार हर साल उनके थाने में शारीरिक शोषण और ब्याह के वादे से मुकरने के 3-4 मामले दर्ज हो जाते हैं। सभी में लंबे समय तक देह शोषण की कहानी शामिल होती है।
तबीयत सम्हालने पर युवती ने आप बीती मां-बाप को बताई और तब मामला पुलिस तक पहुंचा।
रोमांस करना पड़ा महंगा रोमलाल को :
पीड़िता के बयान और दर्ज एफआईआर के मुताबिक 10 किमी दूर सात गांव की 20 वर्षीय युवती के साथ गांव के ही रोमलाल ने 3 साल पहले रोमांस करना शुरू किया। उसने युवती से वादा किया कि वह उससे ही ब्याह करेगा।
वादे पे ऐतबार करते युवती ने अपना सर्वस्व युवक को सौंप दिया। इसी 19 अगस्त को पता चला कि युवक ने बनियागांव की दूसरी एक युवती से ब्याह कर लिया है।
पूछताछ जारी :
मामले की जांच में जुटे एसएचओ केबी नागे ने बताया आरोपी युवक को हिरासत में लिया जा चुका है। आगे जांच जारी है। उनके अनुसार हर साल उनके थाने में शारीरिक शोषण और ब्याह के वादे से मुकरने के 3-4 मामले दर्ज हो जाते हैं। सभी में लंबे समय तक देह शोषण की कहानी शामिल होती है।
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