बुधवार, 24 अगस्त 2011

प्रणब और टीम अन्ना में फिर होगी बातचीत

नई दिल्ली।। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के आवास 7रेसकोर्स रोड पर जन लोकपाल पर हुई सर्वदलीय बैठक में कोई सहमति नहीं बन पाई है। बैठक के दौरान ही ठीक छह बजे राज्य सभा में केंद्रीय मंत्री नारायण सामी ने बयान दिया कि जन लोकपाल बिल को स्टैंडिंग कमिटी में भेज दिया गया है। बैठक में प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार चाहती है कि जन लोकपाल बिल पर स्टैंडिंग कमिटी में चर्चा की जाए। उधर, खबर है कि रात 8 बजे सरकार के वार्ताकार प्रणव मुखर्जी और टीम अन्ना के बीच दूसरे दौर की बातचीत होगी।
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सर्वदलीय बैठक में नहीं बनी बात
सूत्रों के मुताबिक सर्वदलीय बैठक में ज्यादातर दल जन लोकपाल के ड्राफ्ट पर सहमत नहीं हुए। बीजेपी समेत 9 दलों ने सरकार से लोकपाल बिल को स्टैंडिंग कमिटी से वापस लेने की मांग की, लेकिन साथ ही यह भी नहीं कहा कि जन लोकपाल बिल लाया जाए। इस तरह से अधिकतर दलों का रवैया ढुलमुल ही रहा।

बैठक से बाहर आने के बाद शिवसेना नेता मनोहर जोशी ने बताया कि कुछ मुद्दों पर मतभेद कायम हैं और ड्राफ्ट पर सहमति नहीं बनी। बैठक में सभी पार्टियों ने प्रस्ताव पास कर अन्ना से तुरंत अनशन खत्म करने की अपील की।

डाक से परीक्षा फार्म भेजा तो बोर्ड करेगा रिजेक्ट

डाक से परीक्षा फार्म भेजा तो बोर्ड करेगा रिजेक्ट

जयपुर। बोर्ड परीक्षा के लिए अब परीक्षा आवेदन पत्र डाक के जरिए नहीं भेजे जा सकेंगे। बोर्ड ने डाक से परीक्षा आवेदन पत्र भेजने वाले विद्यार्थियों को परीक्षा के लिए पात्र घोषित नहीं करेगा। बोर्ड ने नियमित विद्यार्थियों को परीक्षा फार्म भरने के लिए असाधारण शुल्क के साथ दिए जाने वाला अवसर भी अब समाप्त कर दिया है।

बोर्ड से मिली जानकारी के अनुसार इस बार से परीक्षा आवेदन पत्र जमा करवाए जाने की व्यवस्था को पूरी तरह परिवर्तित कर दिया गया है। स्वयंपाठी विद्यार्थी बोर्ड से निर्घारित विद्यालयों से ही परीक्षा आवेदन प्राप्त करके इन्हें अग्रेषण अधिकारियों के माध्यम से ही अपना फार्म जमा करवा सकेंगे। बोर्ड परीक्षा के केंद्राधीक्षकों को ही अग्रेषण अधिकारी बनाया गया है। बोर्ड ने सभी जिलों में कुल 133 नोडल विद्यालयों को इन परीक्षा आवेदन पत्रों को जमा करवाए जा सकने की व्यवस्था तय की है। जिले में 13 नोडल विद्यालयों के माध्यम से स्वयंपाठी विद्यार्थियों के परीक्षा फार्म बोर्ड तक पहुंच सकेंगे।

बोर्ड ने परीक्षा आवेदन पत्रों पर क्रमांक अंकित करके संबंधित अग्रेषण अधिकारियों को भेजा है। बोर्ड ने व्यवस्था को सख्ती से लागू करते हुए रिक्त आवेदन पत्र विद्यालयों द्वारा आपस में बांट लिए जाने को प्रतिबंधित कर दिया है।

बोर्ड की स्वीकृति से ही अतिरिक्त रिक्त आवेदन पत्र प्राप्त किए जा सकेंगे। विद्यालय स्वयंपाठी विद्यार्थियों के परीक्षा आवेदन पत्रों को सीधे बोर्ड नहीं भेज सकेंगे। डाक के जरिए भी फार्म भेजने की व्यवस्था समाप्त कर दी गई है। नियमित विद्यार्थियों को परीक्षा फार्म जमा करवाने के अब दो ही अवसर मिलेंगे। एक बिना विलंब और एक मौका अतिरिक्त शुल्क के साथ मिलेगा। बोर्ड ने असाधारण शुल्क के साथ परीक्षा फार्म जमा करवाए जा सकने का अवसर नियमित विद्यार्थियों ने छीन लिया है। बोर्ड की परीक्षाएं 15 मार्च से शुरू होगी।

पत्नी और उसके प्रेमी का आतंक नहीं सह सका पति और...

वडाली। वडाली तहसील के नारायणपुरा गांव में एक शख्स ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। दरअसल इस युवक की पत्नी अपने तीन संतानों को लेकर प्रेमी के साथ भाग गई थी। लेकिन इसके बाद भी पत्नी और प्रेमी ने उसका पीछा नहीं छोड़ा और उसे लगातार धमकियां देते रहे। इससे तंग आकर युवक ने अपनी जीवन लीला ही समाप्त कर ली।

पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार नारायणपुरा गांव में रहने वाले बलवंतभाई (40) का विवाह 22 वर्ष पहले रमीलाबेन के साथ हुआ था। इस वैवाहिक जीवन के दौरान इनके घर तीन लड़कियों व एक लड़के का जन्म हुआ। इनमें से बड़ी बेटी की तो शादी भी हो चुकी है।

पिछले कुछ समय से बलवंतभाई के दोस्त कुंवरजी ठाकरडा के घर आना जाना था। इसी बीच कुंवरजी और रमीलाबेन के बीच अवैध संबंध स्थापित हो गए। यह बात जब बलवंत को मालूम हुई तो कुछ दिन पहले ही रमीलाबेन तीन बच्चों को लेकर कुंवर के साथ भाग निकली।

इसके बाद पत्नी और प्रेमी ने बलवंत को धममियां देनी शुरू कर दीं कि अगर उसने इसकी शिकायत पुलिस में की तो उसे जान से मार दिया जाएगा। इन्हीं धमकियों से तंग आकर आखिरकार बलवंत ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

जालोर न्यूज़ बॉक्स ...आज की खबरे



बैंक मैनेजर के साथ मिल कर कैशियर ने सैकड़ों लोगों को फर्जी पट्टों पर कृषि ऋण दिया था

जालोर

जोधपुर राजस्थान हाईकोर्ट ने जालोर सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक की एक ग्रामीण शाखा में फर्जी कृषि लोन वितरण कर लगभग एक करोड़ रुपए की हेराफेरी करने वाले कैशियर के जमानत आवेदन को खारिज कर दिया है। यह आदेश न्यायाधीश निशा गुप्ता ने प्रार्थी आरोपी जालोर सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक की गुमडिय़ा शाखा के कैशियर बाबूलाल पुत्र धूपा राम के जमानत आवेदन की सुनवाई में दिया है।



जालोर जिलांतर्गत भीनमाल पुलिस थाना में 12 फरवरी 2009 को जालोर सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक शाखा गुमडिय़ा के कार्यवाहक शाखा प्रबंधक जोग सिंह ने इस आशय की रिपोर्ट दर्ज करवाई कि शाखा के तत्कालीन शाखा प्रबंधक भागीरथ राम व कैशियर बाबूलाल, दोनों ने मिल कर बैंक में कई अनियमितताएं की। जिसमें उन्होंने कृषक मित्र योजना में 24 लोगों को फर्जी नाम से ऋण वितरण किए। कुछ ऐसे लोगों को भी ऋण वितरण कर दिया जो उस ग्राम पंचायत के निवासी ही नहीं थे।



ऋण की साख के लिए बैंक में जमा कराए गए पट्टे भी फर्जी थे तथा पहचान भी फर्जी थी। लोगों को ऋण दिलाने वाले दलाल कृष्णकुमार के 11 परिजनों के नाम से भी ऋण वितरित किया गया था, इस तरह करीब एक करोड़ से अधिक की राशि की हेराफेरी की गई। इसके अलाव 23 जनवरी 2007 को कालेटी पंचात की ओर से 40 हजार बैंक में नगद जमा कराए गए जिसकी रसीद जारी कर दी, लेकिन बैंक में पैसे जमा नहीं कराए। अदालत में जमानत का विरोध करते हुए सरकारी वकील अनिल जोशी ने कहा कि मुख्य अभियुक्त शाखा प्रबंधक फरार है व दोनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की हुई है व अनुसंधान जारी है।

लोकपाल पर लिजलिजी बीजेपी में 'बगावत'

नई दिल्ली।। लोकपाल को लेकर चल रहे अन्ना हजारे के आंदोलन के मुद्दे पर बीजेपी नेताओं ने बागी तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। भ्रष्टाचार के मुद्दे पर पार्टी के गंभीर नहीं होने का आरोप लगाते हुए यशवंत सिन्हा और शत्रुध्न सिन्हा सहित बीजेपी के तीन नेताओं ने संसद की सदस्यता से इस्तीफे देने की पेशकश की। पेशकश करने वाले तीसरे सांसद उदय सिंह हैं।
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इन सांसदों ने बुधवार को बीजेपी संसदीय दल की बैठक में आरोप लगाया कि पार्टी लोकपाल के मुद्दे पर कड़ा रुख अपनाने में असमर्थ रही है। यह बैठक सरकार की ओर से बुलाई गई सर्वदलीय बैठक और चालू संसद सत्र में रणनीति तय करने के लिए बुलाई गई थी।

हजारीबाग से सांसद और पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी की अध्यक्षता में हुई बैठक में महज अन्ना हजारे के स्वास्थ्य पर चिंता जताने और उनसे अनशन समाप्त करने की अपील किए जाने पर आश्चर्य जताया। उन्होंने कहा कि अगर पार्टी अपना रुख साफ नहीं करती है, तो लोकसभा की सदस्यता से उना का इस्तीफा स्वीकार करे। हालांकि, पार्टी आलाकमान ने उनके इस्तीफे की पेशकश को ठुकरा दिया है।


यशवंत सिन्हा ने कहा कि काला धन, करप्शन का मुद्दा बीजेपी ने ही सबसे पहले उठाया था। पार्टी इन मुद्दों को सही ढंग से आगे नहीं बढ़ा पाई। आज इन मुद्दों पर हम ही पीछे छुटते नजर आ रहे हैं।

शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि बीजेपी को इस विषय पर स्पष्ट रुख अख्तियार करना चाहिए और हजारे मामले में जुबानी जमाखर्च से काम नहीं चलेगा।

इससे पहले बीजेपी के तेज-तर्रार युवा सांसद वरुण गांधी निजी विधेयक के रूप में अन्ना हजारे के जन लोकपाल विधेयक को लाने के लिए लोकसभा में नोटिस दे चुके हैं। वरुण बुधवार को रामलीला मैदान भी पहुंचे जहां गांधीवादी सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे अनशन पर बैठे हुए हैं। हरे रंग का कुर्ता पहने और तिरंगा बैज लगाए पीलीभीत के 31 साल के सांसद रामलीला मैदान में सुबह करीब साढ़े 8 बजे पहुंचे और प्रदर्शनकारियों के पास बैठ गए। वरुण ने कहा कि मैं यहां आम आदमी के रूप में आया हूं।

अमर सिंह सहित सात के खिलाफ चार्जशीट

अमर सिंह सहित सात के खिलाफ चार्जशीट

नई दिल्ली। कैश फॉर वोट कांड में दिल्ली पुलिस ने अमर सिंह के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है। पुलिस ने पूर्व सपा सांसद अमर सिंह को भी आरोपी माना है।इस मामले में उनके सहित सात अन्य लोगों के खिलाफ भी चार्जशीट दाखिल की है। अमर सिंह पर करप्शन और षड़यंत्र रचने का चार्ज लगाया गया है।

चार्जशीट में सुहैल हिंदुस्तानी और संजीव सक्सेना का भी नाम शामिल है। बताया जा रहा है कि दिल्ली पुलिस के दायर चार्जशीट में तीन भाजपा के सांसदों के नाम भी शामिल है। इसमें प्रमुख रूप से अशोक अर्गल, फग्गन सिंह कुलिस्ते और महावीर भगोरा के नाम भी हैं। इसके अलावा सुधींदर कुलकर्णी के खिलाफ भी आरोप पत्र दाखिल किया गया है।

उल्लेखनीय है कि सुप्रीम कोर्ट ने नोट के बदले वोट प्रकरण में कारवाई न करने पर दिल्ली पुलिस को फटकार लगाई थी। इसके बाद दिल्ली पुलिस ने सुहैल हिंदुस्तानी और संजीव सक्सेना को गिरफ्तार किया था। । इस मामले को लेकर अमर सिंह से भी पूछताछ की गई थी।

गौरतलब है कि 2008 में परमाणु समझौते के कारण वामपंथ ने यूपीए सरकार से समर्थन ले लिया था। जिससे सरकार अल्पमत में आ गई थी। उस वक्त सरकार को बहुमत में लाने के लिए बीजेपी के सांसद को पैसे देकर वोट खरीदने का आरोप लगा था। जिसे लेकर संसद में काफी हंगामा मचा था।

जबरन अस्पताल ले जाएंगे अन्ना को?

नई दिल्ली।। सर्वदलीय बैठक में जन लोकपाल बिल पर कोई बात न बनने से अब 9 दिन से अन्ना हजारे के अनशन को तुड़वाने की आशंका पैदा हो गई है। बैठक में भी सभी दल अन्ना से अनशन खत्म करने की अपील कर चुके हैं। इस बीच खबर है कि डीसीपी चांद रामलीला ग्राउंड पहुंच चुके हैं।
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जबरन अस्पताल ले जाएंगे अन्ना को?
टीम अन्ना ने आशंका जताई है कि सरकार अन्ना का जबरन अनशन तुड़वा सकती है। गौरतलब है कि जन लोकपाल के ड्राफ्ट पर सर्वदलीय बैठक में कोई सहमति नहीं बन पाई है। उधर, अन्ना हजारे का अनशन टूटने में जैसे-जैसे देर हो रही है, समर्थकों का धैर्य टूटता जा रहा है।

9 दिन और कर सकता हूं अनशन
सबको अन्ना की सेहत की चिंता है, मगर अन्ना के मनोबल में कोई कमी नहीं दिख रही। शाम को मंच पर आकर वह फिर बोले कि 'मेरी चिंता न करें। मैं ठीक हूं।' उन्होंने कहा कि 'अभी 9 दिन और अनशन जारी रख सकता हूं।' उन्होंने कहा 'अनशन की चिंता नहीं है, चिंता उस करप्शन की है जिसकी वजह से देशवासियों का जीना मुश्किल हो गया है।'
उन्होंने कहा, 'वैसे तो मैं ठीक हूं। फिर भी शरीर है, उसका कोई भरोसा नहीं। लेकिन मेरी चिंता मत कीजिए। मैं मर गया तो मेरा सौभाग्य होगा कि देश के लिए जान देने का मौका मिला।'

'रामलीला मैदान में आरएएफ क्यों?'
टीम अन्ना के सदस्य अरविंद केजरीवाल ने यह कह कर सबको चौंका दिया कि रामलीला मैदान के चारों ओर सुरक्षा बलों की तादादा बढ़ा दी गई है। उन्होंने सवाल किया कि आखिर यहां आरएएफ के जवान क्यों तैनात किए जा रहे हैं? इसके बाद यह सवाल खडा हो गया कि क्या सरकार किसी पुलिस कार्रवाई की तैयारी कर रही है।
मगर, दिल्ली पुलिस ने तुरंत इस बात का खंडन करते हुए कहा कि सुरक्षा बलों की तादाद नहीं बढ़ाई गई है। पुलिस के मुताबिक ड्यूटी में बदलाव की वजह से यह गलतफहमी हुई।

सर्वदलीय बैठक
प्रधानमंत्री आवास पर सर्वदलीय बैठक शुरू हो गई है। इस बैठक में जन लोकपाल बिल का नया ड्राफ्ट पेश होगा जो टीम अन्ना ने सरकार को सौंपा है। कुछ मुद्दों पर सरकार और टीम अन्ना में मतभेद बरकरार हैं। मगर, अब सबकी नजरें सर्वदलीय बैठक पर ही टिकी हैं।

अन्ना समर्थक पहुंचे प्रधानमंत्री आवास
अन्ना हजारे की नाजुक होती हालत से चिंतित कई समर्थकों ने 7, रेसकोर्स रोड स्थित प्रधानमंत्री आवास पर दो बार प्रदर्शन किया। वे नारे लगा रहे थे और अन्ना का अनशन जल्द खत्म कराने की मांग कर रहे थे। पुलिस ने इस प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया।

नतीजा नहीं दे सकी खुर्शीद से बातचीत
लोकपाल बिल को लेकर कुछ मुद्दों पर सहमति के बाद बातचीत को आगे बढ़ाने के लिए बुधवार को सरकार और अन्ना हजारे की टीम के बीच दूसरे दौर की बातचीत हुई। हालांकि, इस मीटिंग में असहमति के तीनों बिंदुओं पर गतिरोध बरकरार रहा। सूत्रों के मुताबिक, कानून मंत्री सलमान खुर्शीद के साथ दो घंटे तक चली बैठक में टीम अन्ना ने नया ड्राफ्ट सौंपा, जिसे लेकर वह प्रणव मुखर्जी को दिखाने के लिए उनके दफ्तर गए हैं।

मीटिंग के बाद खुर्शीद के घर से निकलते वक्त अन्ना हजारे की टीम के सदस्य अरविंद केजरीवाल ने कहा कि एक और दौर की बातचीत होने की संभावना है। उन्होंने उम्मीद जताई कि दोपहर सर्वदलीय बैठक के बाद एक बार फिर सरकार और अन्ना की टीम की बातचीत हो सकती है। खुर्शीद ने भी कहा कि बातचीत अच्छी रही लेकिन अभी कोई नतीजा नहीं निकला है।

गौरतलब है कि अभी तक सरकार और टीम अन्ना में प्रधानमंत्री को लोकपाल के दायरे में लाने, न्यायपालिका के भ्रष्टाचार को लोकपाल के दायरे से बाहर रखने और दूसरे कानून में उसे शामिल करने और भ्रष्टाचार के सारे मामलों की जांच सीबीआई के बजाय लोकपाल के दायरे में लाने पर सहमति बन चुकी है। तीन प्रमुख मुद्दों पर अभी सहमति नहीं बन पाई है। इनमें नागरिकों के लिए चार्टर, निचले स्तर की नौकरशाही और लोकपाल के जरिए ही राज्यों में लोकायुक्तों की नियुक्ति के मुद्दे शामिल हैं।

'बिल से ज्यादा जरूरी अनशन टूटना'
हालांकि, सरकार इस बात पर जोर दे रही है कि अन्ना हजारे का अनशन खत्म कराना फिलहाल विधेयक पारित करने से ज्यादा जरूरी है। बैठक के पहले खुर्शीद ने कहा कि लोकपाल विधेयक को पारित होने में 20 से भी ज्यादा दिन लग सकते हैं, लेकिन अनशन तब तक जारी नहीं रखा जा सकता।

बाड़मेर..........१४ लाख की अवैध शराब बरामद


१४ लाख की अवैध शराब बरामद 


बाड़मेर सीमावर्ती बाड़मेर जिले के शिव थाना क्षेत्र अन्तरगत बाड़मेर पुलिस ने १४ लाख की अवैध शराब बरामद कर 3 जाने को गिरफ्तार किया .पुलिस अधीक्षक संतोस चालके ने बताया की शिव थाना पुलिस ने नाकाबंदी के दौरान उन्डू शिव रोड से आ रहे एक ट्रक को रुकवा कर तलाशी लेने पसर उसमे ५३४ कार्टून अवैध शराब के पाए गए जिसे शिव पुलिस ने बरामद कर चालाक को गिरफ्तार किया गया उक्त शराब बाड़मेर होते हुए गुजरात राज्य में अवैध रूप से ले जाई जा रही थी .

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कुख्यात तस्कर पीरु खान को गिरफ्तार किया

कुख्यात तस्कर पीरु खान को गिरफ्तार किया

 बाड़मेर सीमावर्ती बाड़मेर जिले में वर्ष २००९ में पुलिस द्वारा बरामद २५ करोप्द की हेरोइन मामले में वांछित कुख्यात तस्कर पीरु खान को चौहटन पुलिस की सूचना पर ऐ टी एस  तथा चौहटन पुलिस ने संयुक्त कार्यवाही कार गिरफ्तार कर आज न्यायलय में पेश किया जन्हा उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया. पुलिस अधीक्षक संतोष चलके ने बताया गत दो वर्षो से फरार चल रहे पिरुखान की गिरफ्तारी के लिए चौहटन पुलिस को ख़ास तौर से नज़र रखने के लिए लगा रखा था चौहटन पुलिस को पीरु खान के चौहटन में होने की सूचना ,इलने पर ऐ टी एस दल को सूचित किया गया जिस पर पुलिस के साथ ऐ टी एस ने संयुक्त कार्यवाही कर पीरुखान को गिरफ्तार किया गया जिसे आज मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया जन्हा उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया