डाक से परीक्षा फार्म भेजा तो बोर्ड करेगा रिजेक्ट
जयपुर। बोर्ड परीक्षा के लिए अब परीक्षा आवेदन पत्र डाक के जरिए नहीं भेजे जा सकेंगे। बोर्ड ने डाक से परीक्षा आवेदन पत्र भेजने वाले विद्यार्थियों को परीक्षा के लिए पात्र घोषित नहीं करेगा। बोर्ड ने नियमित विद्यार्थियों को परीक्षा फार्म भरने के लिए असाधारण शुल्क के साथ दिए जाने वाला अवसर भी अब समाप्त कर दिया है।
बोर्ड से मिली जानकारी के अनुसार इस बार से परीक्षा आवेदन पत्र जमा करवाए जाने की व्यवस्था को पूरी तरह परिवर्तित कर दिया गया है। स्वयंपाठी विद्यार्थी बोर्ड से निर्घारित विद्यालयों से ही परीक्षा आवेदन प्राप्त करके इन्हें अग्रेषण अधिकारियों के माध्यम से ही अपना फार्म जमा करवा सकेंगे। बोर्ड परीक्षा के केंद्राधीक्षकों को ही अग्रेषण अधिकारी बनाया गया है। बोर्ड ने सभी जिलों में कुल 133 नोडल विद्यालयों को इन परीक्षा आवेदन पत्रों को जमा करवाए जा सकने की व्यवस्था तय की है। जिले में 13 नोडल विद्यालयों के माध्यम से स्वयंपाठी विद्यार्थियों के परीक्षा फार्म बोर्ड तक पहुंच सकेंगे।
बोर्ड ने परीक्षा आवेदन पत्रों पर क्रमांक अंकित करके संबंधित अग्रेषण अधिकारियों को भेजा है। बोर्ड ने व्यवस्था को सख्ती से लागू करते हुए रिक्त आवेदन पत्र विद्यालयों द्वारा आपस में बांट लिए जाने को प्रतिबंधित कर दिया है।
बोर्ड की स्वीकृति से ही अतिरिक्त रिक्त आवेदन पत्र प्राप्त किए जा सकेंगे। विद्यालय स्वयंपाठी विद्यार्थियों के परीक्षा आवेदन पत्रों को सीधे बोर्ड नहीं भेज सकेंगे। डाक के जरिए भी फार्म भेजने की व्यवस्था समाप्त कर दी गई है। नियमित विद्यार्थियों को परीक्षा फार्म जमा करवाने के अब दो ही अवसर मिलेंगे। एक बिना विलंब और एक मौका अतिरिक्त शुल्क के साथ मिलेगा। बोर्ड ने असाधारण शुल्क के साथ परीक्षा फार्म जमा करवाए जा सकने का अवसर नियमित विद्यार्थियों ने छीन लिया है। बोर्ड की परीक्षाएं 15 मार्च से शुरू होगी।
जयपुर। बोर्ड परीक्षा के लिए अब परीक्षा आवेदन पत्र डाक के जरिए नहीं भेजे जा सकेंगे। बोर्ड ने डाक से परीक्षा आवेदन पत्र भेजने वाले विद्यार्थियों को परीक्षा के लिए पात्र घोषित नहीं करेगा। बोर्ड ने नियमित विद्यार्थियों को परीक्षा फार्म भरने के लिए असाधारण शुल्क के साथ दिए जाने वाला अवसर भी अब समाप्त कर दिया है।
बोर्ड से मिली जानकारी के अनुसार इस बार से परीक्षा आवेदन पत्र जमा करवाए जाने की व्यवस्था को पूरी तरह परिवर्तित कर दिया गया है। स्वयंपाठी विद्यार्थी बोर्ड से निर्घारित विद्यालयों से ही परीक्षा आवेदन प्राप्त करके इन्हें अग्रेषण अधिकारियों के माध्यम से ही अपना फार्म जमा करवा सकेंगे। बोर्ड परीक्षा के केंद्राधीक्षकों को ही अग्रेषण अधिकारी बनाया गया है। बोर्ड ने सभी जिलों में कुल 133 नोडल विद्यालयों को इन परीक्षा आवेदन पत्रों को जमा करवाए जा सकने की व्यवस्था तय की है। जिले में 13 नोडल विद्यालयों के माध्यम से स्वयंपाठी विद्यार्थियों के परीक्षा फार्म बोर्ड तक पहुंच सकेंगे।
बोर्ड ने परीक्षा आवेदन पत्रों पर क्रमांक अंकित करके संबंधित अग्रेषण अधिकारियों को भेजा है। बोर्ड ने व्यवस्था को सख्ती से लागू करते हुए रिक्त आवेदन पत्र विद्यालयों द्वारा आपस में बांट लिए जाने को प्रतिबंधित कर दिया है।
बोर्ड की स्वीकृति से ही अतिरिक्त रिक्त आवेदन पत्र प्राप्त किए जा सकेंगे। विद्यालय स्वयंपाठी विद्यार्थियों के परीक्षा आवेदन पत्रों को सीधे बोर्ड नहीं भेज सकेंगे। डाक के जरिए भी फार्म भेजने की व्यवस्था समाप्त कर दी गई है। नियमित विद्यार्थियों को परीक्षा फार्म जमा करवाने के अब दो ही अवसर मिलेंगे। एक बिना विलंब और एक मौका अतिरिक्त शुल्क के साथ मिलेगा। बोर्ड ने असाधारण शुल्क के साथ परीक्षा फार्म जमा करवाए जा सकने का अवसर नियमित विद्यार्थियों ने छीन लिया है। बोर्ड की परीक्षाएं 15 मार्च से शुरू होगी।
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