सोमवार, 22 अगस्त 2011
'भट्टा-पारसौल में 7 महिलाओं से हुआ था रेप'
नोएडा
यूपी में राजनीति का अखाड़ा बने भट्टा-पारसौल गांव के मामले में नया मोड़ आ गया है। राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग (एनसीएससी) ने अपनी जांच में पाया है कि पुलिस और किसानों के संघर्ष के दौरान यहां की 7 महिलाओं के साथ पुलिस ने रेप किया था। एनसीएससी के अध्यक्ष पीएल पुनिया ने 7 पीड़ित महिलाओं के हलफनामे और बयानों के आधार पर आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज करने के लिए कहा है।
पुनिया ने कहा, '7 महिलाओं ने हलफनामा दायर कर कहा है कि उनके साथ पुलिस ने रेप रेप किया था।' एनसीएससी के सदस्य लता प्रिया कुमार ने की अगुवाई में इस जांच को अंजाम दिया गया।
गौरतलब है कि राहुल गांधी और दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया था कि मई में पुलिस और ग्रामीणों के बीच हुई झड़पों के दौरान पुलिसकर्मियों ने भट्टा-पारसौल गांव की महिलाओं से रेप किया था लेकिन महिला एवं बाल कल्याण मंत्री कृष्णा तीरथ ने 12 अगस्त को संसद में दिए बयान में कहा था कि इन गांवों में महिलाओं के साथ रेप की पुष्टि नहीं हुई थी।
नोएडा के एसएसपी ज्योति नारायण ने एनसीएससी से इस संबंध में चिट्ठी मिलने की पुष्टि की और कहा कि शिकायतकर्ताओं से मिलने और मामले की जांच की जिम्मेदारी अडिशनल एसपी को सौंपी गई है।
यूपी में राजनीति का अखाड़ा बने भट्टा-पारसौल गांव के मामले में नया मोड़ आ गया है। राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग (एनसीएससी) ने अपनी जांच में पाया है कि पुलिस और किसानों के संघर्ष के दौरान यहां की 7 महिलाओं के साथ पुलिस ने रेप किया था। एनसीएससी के अध्यक्ष पीएल पुनिया ने 7 पीड़ित महिलाओं के हलफनामे और बयानों के आधार पर आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज करने के लिए कहा है।
पुनिया ने कहा, '7 महिलाओं ने हलफनामा दायर कर कहा है कि उनके साथ पुलिस ने रेप रेप किया था।' एनसीएससी के सदस्य लता प्रिया कुमार ने की अगुवाई में इस जांच को अंजाम दिया गया।
गौरतलब है कि राहुल गांधी और दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया था कि मई में पुलिस और ग्रामीणों के बीच हुई झड़पों के दौरान पुलिसकर्मियों ने भट्टा-पारसौल गांव की महिलाओं से रेप किया था लेकिन महिला एवं बाल कल्याण मंत्री कृष्णा तीरथ ने 12 अगस्त को संसद में दिए बयान में कहा था कि इन गांवों में महिलाओं के साथ रेप की पुष्टि नहीं हुई थी।
नोएडा के एसएसपी ज्योति नारायण ने एनसीएससी से इस संबंध में चिट्ठी मिलने की पुष्टि की और कहा कि शिकायतकर्ताओं से मिलने और मामले की जांच की जिम्मेदारी अडिशनल एसपी को सौंपी गई है।
सभी धर्मो में मां को वंदनीय स्थान
सभी धर्मो में मां को वंदनीय स्थान
बालोतरा। मां बालक की प्रथम गुरू होती है। शास्त्रों में मां को देवों से ऊंचा स्थान दिया गया है। हम मानवीय जीवन में ईश्वर का साक्षात दर्शन नहीं कर सकते इसके लिए उन्होने मां का सर्जन किया है। कोंकण केशरी लेखेन्द्र विजय महाराज ने रविवार को राजेन्द्रधाम तीर्थ में आयोजित महामांगलिक कार्यक्रम में श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए यह बात कही। कार्यक्रम में देश के कोने कोने हजारों श्रद्धालुओं ने भाग लेकर महा मांगलिक पाठ का श्रवण किया। इस दिन पार्श्वनाथ भगवान व गुरू राजेन्द्र सुरीश्वर की प्रतिमा का विशेष श्रृंगार किया गया।
उन्होंने कहा कि जैन धर्म में जितने भी तीर्थकर हुए है, उनको संयम पथ की शिक्षा व दिशा की पहली प्रेरणा मां से ही मिली है। आज के समय में नवयुवकों द्वारा मां बाप का सम्मान नहीं करने से परिवार व समाज में क्लेश अधिक बढ़ा है। मां बाप की सेवा नहीं करने वालों की पूजा भगवान भी स्वीकार नहीं करते। कार्यक्रम में प्रसिद्ध भजन गायक नरेन्द्रवाणी गोता मुम्बई, चिराग ठाकुर शंखेश्वर तीर्थ ने मनमोहक भजनों की प्रस्तुति दी। जिस पर पण्डाल में उपस्थित सभी श्रद्धालु झूम उठे।
लेखेन्द्र शेखर विजय महाराज द्वारा प्रस्तुत महामांगलिक मंत्रों का श्रवण सभी उपस्थित जनों ने ध्यान पूर्वक किया। कार्यक्रम में मुख्य महामांगलिक के लाभार्थी फरीद, पाटोदी नरेश, नरेन्द्र गंाधी मेहता, कांतिलाल चौपड़ा, अमृतलाल सिंघवी कटारिया अम्बे वैली ग्रुप बालोतरा व गुरू पूजन के लाभार्थी जेठमल, मांगीलाल, अभिषेक कुमार गोलेच्छा परिवार जसोल बाड़मेर वालों का चार्तुमास आयोजन समिति द्वारा बहुमान किया गया।
इस अवसर पर नगरपालिका अध्यक्ष महेश बी चौहान, रूपचंद पाटोदी, पुष्पराज चौपड़ा, राजेन्द्रधाम तीर्थ के ट्रस्टी अरविंद कुमार मदाणी, चांदमल चण्डक, नाकोड़ा तीर्थ ट्रस्टी उत्तमचंद मेहता, गौतमचंद चौपड़ा, प्रमुख ट्रस्टी अंबालाल सिंघवी, पुष्पराज सहित बड़ी संख्या में गणमान्य लोग व हजारों श्रद्धालु मौजूद थे।
बालोतरा। मां बालक की प्रथम गुरू होती है। शास्त्रों में मां को देवों से ऊंचा स्थान दिया गया है। हम मानवीय जीवन में ईश्वर का साक्षात दर्शन नहीं कर सकते इसके लिए उन्होने मां का सर्जन किया है। कोंकण केशरी लेखेन्द्र विजय महाराज ने रविवार को राजेन्द्रधाम तीर्थ में आयोजित महामांगलिक कार्यक्रम में श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए यह बात कही। कार्यक्रम में देश के कोने कोने हजारों श्रद्धालुओं ने भाग लेकर महा मांगलिक पाठ का श्रवण किया। इस दिन पार्श्वनाथ भगवान व गुरू राजेन्द्र सुरीश्वर की प्रतिमा का विशेष श्रृंगार किया गया।
उन्होंने कहा कि जैन धर्म में जितने भी तीर्थकर हुए है, उनको संयम पथ की शिक्षा व दिशा की पहली प्रेरणा मां से ही मिली है। आज के समय में नवयुवकों द्वारा मां बाप का सम्मान नहीं करने से परिवार व समाज में क्लेश अधिक बढ़ा है। मां बाप की सेवा नहीं करने वालों की पूजा भगवान भी स्वीकार नहीं करते। कार्यक्रम में प्रसिद्ध भजन गायक नरेन्द्रवाणी गोता मुम्बई, चिराग ठाकुर शंखेश्वर तीर्थ ने मनमोहक भजनों की प्रस्तुति दी। जिस पर पण्डाल में उपस्थित सभी श्रद्धालु झूम उठे।
लेखेन्द्र शेखर विजय महाराज द्वारा प्रस्तुत महामांगलिक मंत्रों का श्रवण सभी उपस्थित जनों ने ध्यान पूर्वक किया। कार्यक्रम में मुख्य महामांगलिक के लाभार्थी फरीद, पाटोदी नरेश, नरेन्द्र गंाधी मेहता, कांतिलाल चौपड़ा, अमृतलाल सिंघवी कटारिया अम्बे वैली ग्रुप बालोतरा व गुरू पूजन के लाभार्थी जेठमल, मांगीलाल, अभिषेक कुमार गोलेच्छा परिवार जसोल बाड़मेर वालों का चार्तुमास आयोजन समिति द्वारा बहुमान किया गया।
इस अवसर पर नगरपालिका अध्यक्ष महेश बी चौहान, रूपचंद पाटोदी, पुष्पराज चौपड़ा, राजेन्द्रधाम तीर्थ के ट्रस्टी अरविंद कुमार मदाणी, चांदमल चण्डक, नाकोड़ा तीर्थ ट्रस्टी उत्तमचंद मेहता, गौतमचंद चौपड़ा, प्रमुख ट्रस्टी अंबालाल सिंघवी, पुष्पराज सहित बड़ी संख्या में गणमान्य लोग व हजारों श्रद्धालु मौजूद थे।
बेरहम पति ने पत्नी को चाकुओं से गोदा
बेरहम पति ने पत्नी को चाकुओं से गोदा
कोटा। कुन्हाड़ी थाना इलाके के सकतपुरा में रविवार को एक बेरहम पति ने अपनी पत्नी पर चाकू से ताबड़तोड़ वार कर एक आंख फोड़ दी। महिला के शरीर पर चाकू के दस से ज्यादा घाव है। घटना के बाद से ही पुलिस अभियुक्त की गिरफ्तारी के लिए दबिशें दे रही हैं, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लगा। घायल महिला को एमबीएस अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
सहायक उप निरीक्षक सूरजपाल सिंह ने बताया कि कीर्ति मिश्रा [35] आंगनबाड़ी में सुपरवाइजर है। उसका पति गोविंद मिश्रा थर्मल में ठेकेदार के मार्फत काम करता है। गोविंद लंबे समय से उसके चरित्र पर शक करता है और इसी कारण एक माह पहले भी उसने मारपीट की थी। इसके बाद वह पीहर चली गई थी।
समझौते के बाद करीब पन्द्रह दिन पहले ही कीर्ति का भाई उसे छोड़कर गया था। रविवार को कीर्ति ने जन्माष्टमी पर पीहर जाने की बात कही तो गोविंद गुस्सा हो गया। दोनों में कहासुनी हुई तो गोविंद ने सब्जी काटने के चाकू से उस पर ताबड़तोड़ वार कर डाले। इससे उसकी दाई आंख फूट गई।
महिला के आंख व चेहरे, कान के नीचे, गले के पीछे, हथेली व पीठ पर दस से ज्यादा चाकू के घाव हैं। डॉक्टरों के मुताबिक, यदि समय पर उसे अस्पताल नहीं लाया जाता तो पीडिता की जान पर बन सकती थी। पुलिस ने गोविंद के खिलाफ प्राणघातक हमले के आरोप में मामला दर्ज किया है।
कोटा। कुन्हाड़ी थाना इलाके के सकतपुरा में रविवार को एक बेरहम पति ने अपनी पत्नी पर चाकू से ताबड़तोड़ वार कर एक आंख फोड़ दी। महिला के शरीर पर चाकू के दस से ज्यादा घाव है। घटना के बाद से ही पुलिस अभियुक्त की गिरफ्तारी के लिए दबिशें दे रही हैं, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लगा। घायल महिला को एमबीएस अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
सहायक उप निरीक्षक सूरजपाल सिंह ने बताया कि कीर्ति मिश्रा [35] आंगनबाड़ी में सुपरवाइजर है। उसका पति गोविंद मिश्रा थर्मल में ठेकेदार के मार्फत काम करता है। गोविंद लंबे समय से उसके चरित्र पर शक करता है और इसी कारण एक माह पहले भी उसने मारपीट की थी। इसके बाद वह पीहर चली गई थी।
समझौते के बाद करीब पन्द्रह दिन पहले ही कीर्ति का भाई उसे छोड़कर गया था। रविवार को कीर्ति ने जन्माष्टमी पर पीहर जाने की बात कही तो गोविंद गुस्सा हो गया। दोनों में कहासुनी हुई तो गोविंद ने सब्जी काटने के चाकू से उस पर ताबड़तोड़ वार कर डाले। इससे उसकी दाई आंख फूट गई।
महिला के आंख व चेहरे, कान के नीचे, गले के पीछे, हथेली व पीठ पर दस से ज्यादा चाकू के घाव हैं। डॉक्टरों के मुताबिक, यदि समय पर उसे अस्पताल नहीं लाया जाता तो पीडिता की जान पर बन सकती थी। पुलिस ने गोविंद के खिलाफ प्राणघातक हमले के आरोप में मामला दर्ज किया है।
दो बच्चो सहित विवाहिता ने आत्महत्या की
दो बच्चो सहित विवाहिता ने आत्महत्या की
बाड़मेर जिले के गिडा थाना क्षेत्र के खीम्प्सर गाँव में एक विवाहिता ने अपने दो मासूम बच्चो के साथ आत्महत्या कर ली .पुलिस सूत्रों के अनिसार दर्जियो की ढाणी खीम्प्सर में अपने घर से १०० मित्टर दूर बने पानी के टाँके में रविवार देर शाम २५ वर्षीय बज्जू देवी पनती गनपत लाल अपने दो मासूम बच्चो दीपा उम्र ४ साल तथा पप्पू उम्र ६ माह को साथ ले कर कूद गयी .घर वालो को सूचना मिलाने पर तीनो को बाहर निकाल बाटाडू अस्पताल ले गए जन्हा तीनो को मृत घोषित कर दिया.पुलिस ने सोमवार को मामला दर्ज कर जाँच आरम्भ की हें.मृतका के पीहर वाले देर रात पंहुचने के कारण मामला आज दर्ज किया गया
बाड़मेर जिले के गिडा थाना क्षेत्र के खीम्प्सर गाँव में एक विवाहिता ने अपने दो मासूम बच्चो के साथ आत्महत्या कर ली .पुलिस सूत्रों के अनिसार दर्जियो की ढाणी खीम्प्सर में अपने घर से १०० मित्टर दूर बने पानी के टाँके में रविवार देर शाम २५ वर्षीय बज्जू देवी पनती गनपत लाल अपने दो मासूम बच्चो दीपा उम्र ४ साल तथा पप्पू उम्र ६ माह को साथ ले कर कूद गयी .घर वालो को सूचना मिलाने पर तीनो को बाहर निकाल बाटाडू अस्पताल ले गए जन्हा तीनो को मृत घोषित कर दिया.पुलिस ने सोमवार को मामला दर्ज कर जाँच आरम्भ की हें.मृतका के पीहर वाले देर रात पंहुचने के कारण मामला आज दर्ज किया गया
खाभा की आभा अब विदेशी सैलानियो को रिझाएगी।
लौटेगा धरोहरो का वैभव
जैसलमेर। ऎतिहासिक पृषभूमि के कारण मशहूर खाभा की आभा अब विदेशी सैलानियो को अपने नए स्वरूप से रिझाएगी। पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए जिले के ऎतिहासिक गौरव की विश्वविख्यात पटवा हवेलियो का सौंदर्य अब और निखरेगा।
इन सबके बीच दर्शको की कमी का दंश झेल रहे राजकीय संग्रहालय के भी अब दिन फिरने वाले हैं। पर्यटन विभाग की ओर से पुरातात्विक धरोहरो का जीर्णोद्धार करने और उनका आकर्षण बढ़ाने के लिए करीब 65 लाख रूपए की राशि स्वीकृत की गई है। सूत्रो के मुताबिक इस संबंध में सरकार की ओर से हरी झंडी भी मिल गई है।
बदलेगी तस्वीर
जैसलमेर के पर्यटन स्थलो के विकास के लिए स्वीकृत की गई राशि मे से पांच लाख रूपए की राशि राजकीय संग्रहालय पर खर्च की जाएगी, ताकि यहां ऎतिहासिक दस्तावेजो की तस्वीर और निखर सके। इसी तरह प्राचीन काल में बसे पालीवालो की जीवनशैली, सामूहिक सुरक्षा, परस्पर एकता व सामुदायिक जीवन पद्धति को दर्शाने वाला खाभा गांव भी गत कुछ वर्षो से कुलधरा के समान ही पर्यटकों का प्रिय गांव बना हुए हंै। अब पुरातत्व विभाग की ओर से भूगर्भ में दबी पुरासंपदा का मूल स्वरूप उजागर करने के लिहाज से इसका जीर्णोद्धार करवाया जाएगा। इसके मौलिक स्वरूप को निखारने के लिए 40 लाख रूपए की राशि खर्च होगी।
बदल जाएगा नजारा
उपेक्षा का दंश झेल रही पटवा हवेली का जीर्णोद्धार होने के बाद यह अधिकाधिक सैलानियो को रिझाएगी। इसके धूमिल हो रहे मौलिक स्वरूप को फिर से आकर्षक बनाने के लिए करीब 20 लाख रूपए खर्च होंगे। इस राशि से हवेली के मूल स्वरूप को बनाए रखने के प्रयास किए जाएंगे।
पर्यटन को प्रोत्साहन
जैसलमेर के तीन पर्यटन स्थलो के सौंदर्यीकरण व जीर्णोद्धार के लिए करीब 65 लाख रूपए की राशि खर्च होगी। पर्यटन स्थलो का रूप निखरने से यहां आने वाले सैलानियो की संख्या बढ़ेगी और पर्यटन को भी लाभ होगा।
- किशनलाल पुरातत्व अधीक्षक, बीकानेर
जैसलमेर। ऎतिहासिक पृषभूमि के कारण मशहूर खाभा की आभा अब विदेशी सैलानियो को अपने नए स्वरूप से रिझाएगी। पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए जिले के ऎतिहासिक गौरव की विश्वविख्यात पटवा हवेलियो का सौंदर्य अब और निखरेगा।
इन सबके बीच दर्शको की कमी का दंश झेल रहे राजकीय संग्रहालय के भी अब दिन फिरने वाले हैं। पर्यटन विभाग की ओर से पुरातात्विक धरोहरो का जीर्णोद्धार करने और उनका आकर्षण बढ़ाने के लिए करीब 65 लाख रूपए की राशि स्वीकृत की गई है। सूत्रो के मुताबिक इस संबंध में सरकार की ओर से हरी झंडी भी मिल गई है।
बदलेगी तस्वीर
जैसलमेर के पर्यटन स्थलो के विकास के लिए स्वीकृत की गई राशि मे से पांच लाख रूपए की राशि राजकीय संग्रहालय पर खर्च की जाएगी, ताकि यहां ऎतिहासिक दस्तावेजो की तस्वीर और निखर सके। इसी तरह प्राचीन काल में बसे पालीवालो की जीवनशैली, सामूहिक सुरक्षा, परस्पर एकता व सामुदायिक जीवन पद्धति को दर्शाने वाला खाभा गांव भी गत कुछ वर्षो से कुलधरा के समान ही पर्यटकों का प्रिय गांव बना हुए हंै। अब पुरातत्व विभाग की ओर से भूगर्भ में दबी पुरासंपदा का मूल स्वरूप उजागर करने के लिहाज से इसका जीर्णोद्धार करवाया जाएगा। इसके मौलिक स्वरूप को निखारने के लिए 40 लाख रूपए की राशि खर्च होगी।
बदल जाएगा नजारा
उपेक्षा का दंश झेल रही पटवा हवेली का जीर्णोद्धार होने के बाद यह अधिकाधिक सैलानियो को रिझाएगी। इसके धूमिल हो रहे मौलिक स्वरूप को फिर से आकर्षक बनाने के लिए करीब 20 लाख रूपए खर्च होंगे। इस राशि से हवेली के मूल स्वरूप को बनाए रखने के प्रयास किए जाएंगे।
पर्यटन को प्रोत्साहन
जैसलमेर के तीन पर्यटन स्थलो के सौंदर्यीकरण व जीर्णोद्धार के लिए करीब 65 लाख रूपए की राशि खर्च होगी। पर्यटन स्थलो का रूप निखरने से यहां आने वाले सैलानियो की संख्या बढ़ेगी और पर्यटन को भी लाभ होगा।
- किशनलाल पुरातत्व अधीक्षक, बीकानेर
बाड़मेर में उमडऩे लगा अन्ना के पक्ष में सैलाब
बाड़मेर
भ्रष्टाचार के खिलाफ अन्ना के समर्थन में रविवार को शहर सहित जिले भर में धरने दिए वहीं जुलूस निकाल सरकार के खिलाफ नारेबाजी की । बाड़मेर में कई जगह मशाल जुलूस, केंडल मार्च और धरना दिया गया वहीं हरसाणी बंद रहा। ग्रामीणों ने बंद के दौरान जुलूस निकाला।
अखिल भारतीय अंबेडकर मिशन और जन लोकपाल विधेयक समर्थक संघर्ष समिति के तत्वावधान में रविवार शाम सात बजे अंबेडकर सर्किल से मशाल जुलूस का आयोजन किया गया। रैली अंबेडकर सर्किल से अहिंसा सर्किल होते हुए गांधी चौक पहुंची। सैकड़ों की तादाद में युवाओं और शहरवासियों ने अन्ना के समर्थन में नारेबाजी की। रैली में भंवरलाल अंबेडकर, अमित धनदे, लेखराज खारवाल, शैलेंद्र अरोड़ा, संपत राज बासीवाल, मांगीलाल भील, मुकनाराम मंसूरिया, हस्तीमल मेघवंशी, आदू चौधरी, तरुण चौधरी, मांगीलाल चौधरी, सादी खां, विमला भील, रेखाराम चौधरी, हनुमान बेनीवाल सहित सैकड़ों लोग मौजूद थे। इससे पहले कार्यकर्ताओं की ओर से कलेक्ट्रेट के समक्ष दिया जा रहा धरना रविवार को 6वें भी जारी रहा।
कैंडल मार्च : अन्ना हजारे के समर्थन में रविवार शाम मरुधर विकास संस्थान के बैनर तले दानजी की हौदी और इंद्रा कॉलोनी के लोगों ने कैंडल मार्च किया। जुलूस में उगम सिंह सोढ़ा, रविभान सिंह, शिवसिंह, सुमेर सिंह, आसूसिंह भाटी, चितरंजन कुमार, तखतसिंह, मनफूल सिंह, महावीर सिंह, शिवराज सिंह, तुलसाराम, चंद्रभान सिंह सहित सैकड़ों लोग शामिल थे।
हरसाणी & भ्रष्टाचार के खिलाफ एवं अन्ना हजारे के समर्थन में रविवार को ग्रामीणों ने गांव बंद किया। इस दौरान व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखे वहीं ग्रामीणों ने जुलूस निकाल सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। जुलूस में पूर्व सरपंच कूंपसिंह भाटी ने कहा कि भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए हमें अंत तक अन्ना का समर्थन करना होगा। नखतसिंह ने कहा कि आज देश के नेता और अधिकारी भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने में लगे है। ऐसे में आमजन को आवाज उठानी होगी। जुलूस में सुमेर सिंह हरसाणी, गेनसिंह भाटी, शंकरलाल, डूंगरसिंह गोरडिय़ा, कूंपसिंह ताणू, बाबूलाल, मिश्रीमल, केवलसिंह, बंशीधर, छोटू सिंह, रमेश खत्री, मदनलाल जसोड़, हस्तीमल खत्री, विनोद कुमार, लूण सिंह सहित हरसाणी, ताणू, गोरडिय़ा, तुड़बी, फोगेरा, मगरा के सैकड़ों ग्रामीण शामिल थे।
भ्रष्टाचार के खिलाफ अन्ना के समर्थन में रविवार को शहर सहित जिले भर में धरने दिए वहीं जुलूस निकाल सरकार के खिलाफ नारेबाजी की । बाड़मेर में कई जगह मशाल जुलूस, केंडल मार्च और धरना दिया गया वहीं हरसाणी बंद रहा। ग्रामीणों ने बंद के दौरान जुलूस निकाला।
अखिल भारतीय अंबेडकर मिशन और जन लोकपाल विधेयक समर्थक संघर्ष समिति के तत्वावधान में रविवार शाम सात बजे अंबेडकर सर्किल से मशाल जुलूस का आयोजन किया गया। रैली अंबेडकर सर्किल से अहिंसा सर्किल होते हुए गांधी चौक पहुंची। सैकड़ों की तादाद में युवाओं और शहरवासियों ने अन्ना के समर्थन में नारेबाजी की। रैली में भंवरलाल अंबेडकर, अमित धनदे, लेखराज खारवाल, शैलेंद्र अरोड़ा, संपत राज बासीवाल, मांगीलाल भील, मुकनाराम मंसूरिया, हस्तीमल मेघवंशी, आदू चौधरी, तरुण चौधरी, मांगीलाल चौधरी, सादी खां, विमला भील, रेखाराम चौधरी, हनुमान बेनीवाल सहित सैकड़ों लोग मौजूद थे। इससे पहले कार्यकर्ताओं की ओर से कलेक्ट्रेट के समक्ष दिया जा रहा धरना रविवार को 6वें भी जारी रहा।
कैंडल मार्च : अन्ना हजारे के समर्थन में रविवार शाम मरुधर विकास संस्थान के बैनर तले दानजी की हौदी और इंद्रा कॉलोनी के लोगों ने कैंडल मार्च किया। जुलूस में उगम सिंह सोढ़ा, रविभान सिंह, शिवसिंह, सुमेर सिंह, आसूसिंह भाटी, चितरंजन कुमार, तखतसिंह, मनफूल सिंह, महावीर सिंह, शिवराज सिंह, तुलसाराम, चंद्रभान सिंह सहित सैकड़ों लोग शामिल थे।
हरसाणी & भ्रष्टाचार के खिलाफ एवं अन्ना हजारे के समर्थन में रविवार को ग्रामीणों ने गांव बंद किया। इस दौरान व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखे वहीं ग्रामीणों ने जुलूस निकाल सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। जुलूस में पूर्व सरपंच कूंपसिंह भाटी ने कहा कि भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए हमें अंत तक अन्ना का समर्थन करना होगा। नखतसिंह ने कहा कि आज देश के नेता और अधिकारी भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने में लगे है। ऐसे में आमजन को आवाज उठानी होगी। जुलूस में सुमेर सिंह हरसाणी, गेनसिंह भाटी, शंकरलाल, डूंगरसिंह गोरडिय़ा, कूंपसिंह ताणू, बाबूलाल, मिश्रीमल, केवलसिंह, बंशीधर, छोटू सिंह, रमेश खत्री, मदनलाल जसोड़, हस्तीमल खत्री, विनोद कुमार, लूण सिंह सहित हरसाणी, ताणू, गोरडिय़ा, तुड़बी, फोगेरा, मगरा के सैकड़ों ग्रामीण शामिल थे।
बस-जीप भिड़ंत में नौ मरे
बस-जीप भिड़ंत में नौ मरे
रावतसर। गांव धन्नासर के पास रविवार रात निजी ट्रैवल्स कम्पनी की एक बस और जीप में टक्कर से नौ जनों की मौत हो गई। देर रात तक मृतकों की शिनाख्त नहीं हो पाई थी। मरने वालों में अधिकांश लोग जीप में सवार थे। जानकारी के अनुसार रावतसर से जयपुर की तरफ जा रही एक निजी बस की धन्नासर के पास रात करीब 11 बजे सामने से आ रही जीप से टक्कर हो गई।
टक्कर इतनी भीषण थी कि जीप के परखच्चे उड़ गए। बस का केबिन भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। हादसे में छह जनों की मौके पर ही मौत हो गई। जयपुर से आ रही एक एम्बूलेंस व पुलिस की जीप में गंभीर घायल चार जनों को रावतसर के चिकित्सालय लाया गया, यहां तीन जनों को मृत घोषित कर दिया गया। एक घायल उपचाराधीन है, जिसका बांया हाथ नहीं है। बस बठिंडा से जयपुर जा रही थी और आजाद सर्विस की बताई जा रही है।
हादसे के बाद बस में सवार लोग अन्य वाहनों से गंतव्य को रवाना हुए। सूचना मिलते ही पुलिस व प्रशासन के उच्चाधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए थे। देर रात तक मृतकों की शिनाख्त नहीं हो पाई थी। एक मृतक की जेब से मिले मोबाइल हैंडसेट में फीड नंबरों के आधार शिनाख्त के प्रयास किए जा रहे थे।
रावतसर। गांव धन्नासर के पास रविवार रात निजी ट्रैवल्स कम्पनी की एक बस और जीप में टक्कर से नौ जनों की मौत हो गई। देर रात तक मृतकों की शिनाख्त नहीं हो पाई थी। मरने वालों में अधिकांश लोग जीप में सवार थे। जानकारी के अनुसार रावतसर से जयपुर की तरफ जा रही एक निजी बस की धन्नासर के पास रात करीब 11 बजे सामने से आ रही जीप से टक्कर हो गई।
टक्कर इतनी भीषण थी कि जीप के परखच्चे उड़ गए। बस का केबिन भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। हादसे में छह जनों की मौके पर ही मौत हो गई। जयपुर से आ रही एक एम्बूलेंस व पुलिस की जीप में गंभीर घायल चार जनों को रावतसर के चिकित्सालय लाया गया, यहां तीन जनों को मृत घोषित कर दिया गया। एक घायल उपचाराधीन है, जिसका बांया हाथ नहीं है। बस बठिंडा से जयपुर जा रही थी और आजाद सर्विस की बताई जा रही है।
हादसे के बाद बस में सवार लोग अन्य वाहनों से गंतव्य को रवाना हुए। सूचना मिलते ही पुलिस व प्रशासन के उच्चाधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए थे। देर रात तक मृतकों की शिनाख्त नहीं हो पाई थी। एक मृतक की जेब से मिले मोबाइल हैंडसेट में फीड नंबरों के आधार शिनाख्त के प्रयास किए जा रहे थे।
आपको और आपके परिवार को कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएँ
कृष्ण जन्माष्टमी
बात द्वापर की है। मथुरा पर कंस का राज था। इसके अत्याचार से जनता त्रस्त थी। इसका नाश करने श्री कृष्ण के रुप में भगवान विष्णु अवतरित हुए। समय था, भाद्र माह के कृष्ण पक्ष, अष्टमी तिथि की मध्यरात्रि। तब से यह दिन जन्माष्टमी के रुप में मनाया जाता है। पौराणिक कथानुसार जब भगवान का जन्म हुआ, तब आकाश में घना अन्धकार छाया हुआ था। घनघोर बारिश हो रही थी। मथुरा जेल में उनके माता-पिता वसुदेव-देवकी के बेडिय़ां लगी थी। लेकिन प्रभु के अवतरित होते ही बेडिय़ां टूटी। कारागार के द्वार स्वयं ही खुल गए। पहरेदार गहरी नींद में सो गए। फिर वसुदेव श्रीकृष्ण को उफनती यमुना के पार गोकुल में अपने मित्र नन्दगोप के घर पहुंचे। जहां से नन्द की पत्नी यशोदा के गर्भ से उत्पन्न कन्या को लेकर वापस कारागार आ गए।
देखा जाए, तो भगवान श्रीकृष्ण आत्म तत्व के मूर्तिमान रूप हैं। इनके त्रिगुणी रूप में तीन माताएं हैं- रजोगुण में जन्मदात्री देवकी। तमोगुण में माँ यशोदा। तमस रूप शिशुभक्षक पूतना, जिसने इन्हें विषपान कराना चाहा। वैसे हमें इनके जीवन में सम्पूर्ण लीलाओं का दर्शन मिलता है। परिवार से लेकर प्यार तक, अध्यात्म से लेकर समाज तक। कृष्ण लीला के सम्पूर्ण दर्शनों को आत्मसात करने के बाद कुछ भी एेसा नहीं बचता कि हमें कहीं और जाना पड़े। अत: भगवान कृष्ण के जन्मोत्सव में कौन शामिल नहीं होना चाहेगा। आज अपने देश में ही नहीं, विदेशों में भी इसे धूमधाम से मनाया जाता है। इस अवसर पर भगवान की झांकियां सजतीं हैं। रंगारंग धार्मिक-सांस्कृतिक कार्यक्रम होता है। भक्त मध्य रात्रि तक व्रत रखते हैं।जन्माष्टमी व्रत:
स्कन्द पुराण के अनुसार जो व्यक्ति कृष्ण जन्माष्टमी को जानते हुए भी नहीं मनाता वह अगले जन्म में व्याघ्र या सर्प के रूप में जन्मता है। ब्रह्म पुराण कहता है कि कलियुग में भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी में 28 वें युग में देवकी के पुत्र श्रीकृष्ण उत्पन्न हुए थे। भविष्य पुराण के अनुसार इस व्रत को न करने वाला अगले जन्म में राक्षस होता है। भृगु ने कहा कि जन्माष्टमी, शिवरात्रि और रोहिणी ये पूर्वविद्धा ही करना चाहिए तथा तिथि और नक्षत्र के अंत में पारण करें। इसे मोह रात्रि भी कहा गया है। इस रात्रि को श्रीकृष्ण का ध्यान करने, नाम जपने से मोह-माया से आसक्ति हटती है।
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