नोएडा
यूपी में राजनीति का अखाड़ा बने भट्टा-पारसौल गांव के मामले में नया मोड़ आ गया है। राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग (एनसीएससी) ने अपनी जांच में पाया है कि पुलिस और किसानों के संघर्ष के दौरान यहां की 7 महिलाओं के साथ पुलिस ने रेप किया था। एनसीएससी के अध्यक्ष पीएल पुनिया ने 7 पीड़ित महिलाओं के हलफनामे और बयानों के आधार पर आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज करने के लिए कहा है।
पुनिया ने कहा, '7 महिलाओं ने हलफनामा दायर कर कहा है कि उनके साथ पुलिस ने रेप रेप किया था।' एनसीएससी के सदस्य लता प्रिया कुमार ने की अगुवाई में इस जांच को अंजाम दिया गया।
गौरतलब है कि राहुल गांधी और दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया था कि मई में पुलिस और ग्रामीणों के बीच हुई झड़पों के दौरान पुलिसकर्मियों ने भट्टा-पारसौल गांव की महिलाओं से रेप किया था लेकिन महिला एवं बाल कल्याण मंत्री कृष्णा तीरथ ने 12 अगस्त को संसद में दिए बयान में कहा था कि इन गांवों में महिलाओं के साथ रेप की पुष्टि नहीं हुई थी।
नोएडा के एसएसपी ज्योति नारायण ने एनसीएससी से इस संबंध में चिट्ठी मिलने की पुष्टि की और कहा कि शिकायतकर्ताओं से मिलने और मामले की जांच की जिम्मेदारी अडिशनल एसपी को सौंपी गई है।
यूपी में राजनीति का अखाड़ा बने भट्टा-पारसौल गांव के मामले में नया मोड़ आ गया है। राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग (एनसीएससी) ने अपनी जांच में पाया है कि पुलिस और किसानों के संघर्ष के दौरान यहां की 7 महिलाओं के साथ पुलिस ने रेप किया था। एनसीएससी के अध्यक्ष पीएल पुनिया ने 7 पीड़ित महिलाओं के हलफनामे और बयानों के आधार पर आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज करने के लिए कहा है।
पुनिया ने कहा, '7 महिलाओं ने हलफनामा दायर कर कहा है कि उनके साथ पुलिस ने रेप रेप किया था।' एनसीएससी के सदस्य लता प्रिया कुमार ने की अगुवाई में इस जांच को अंजाम दिया गया।
गौरतलब है कि राहुल गांधी और दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया था कि मई में पुलिस और ग्रामीणों के बीच हुई झड़पों के दौरान पुलिसकर्मियों ने भट्टा-पारसौल गांव की महिलाओं से रेप किया था लेकिन महिला एवं बाल कल्याण मंत्री कृष्णा तीरथ ने 12 अगस्त को संसद में दिए बयान में कहा था कि इन गांवों में महिलाओं के साथ रेप की पुष्टि नहीं हुई थी।
नोएडा के एसएसपी ज्योति नारायण ने एनसीएससी से इस संबंध में चिट्ठी मिलने की पुष्टि की और कहा कि शिकायतकर्ताओं से मिलने और मामले की जांच की जिम्मेदारी अडिशनल एसपी को सौंपी गई है।
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