फिरोती की रकम ना मिलने पर किशोर की हत्या
फिरोती के लिए मांगे थे पांच लाख रूपये, हत्या के बाद शव को जमीन में गाड़ा
बाड़मेर जिले के बालोतरा थानान्तर्गत जोधपुर से अपृहत किशोर की हत्या कर उसका शव बालोतरा थाना क्षेत्र की लूनी नदी में फैंके जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया। बताया गया अपरणकर्ताओं ने फिरौती की रकम समय पर ना मिलने पर किशोर की हत्या कर दी। इस मामलें में अपृहत बालक के पिता ने जोधपुर पुलिस थानें में उसके पुत्र के अपहरण करते और फिरौती की मांग करने का मामला दर्ज करवाया।
इस मामले में जोधपुर के रातानाडा थाना पुलिस ने दो युवको को गिरफ्तार किया हैं जिसने इस अपहरण एवं हत्या की वारदात को अंजाम दिया हैं।
जोधपुर के रातानाडा थानाधिकारी राजूराम ने बताया कि शुक्रवार रात को जोधपुर निवासी जगदीश भाटी ने मामला दर्ज कराया कि अज्ञात लोगों ने आठवंी कक्षा में पढ़ने वाले उसके पुत्र गोविन्द उम्र 14 वर्ष शुक्रवार शाम अपहरण कर लिया है और फोन करके उससे पांच लाख रूपये की फिरौती की मांग की है।
जोधपुर थानाधिकारी ने बताया कि जगदीश भाटी की रिपोर्ट पर पुलिस ने जगदीश को फोन पर आए कॉल का जांच करते हुए कॉल डिलेट के आधार पर तहकीकात के बाद इस मामले में दो संदिग्ध शिवा उर्फ शिवराज उम्र 17 वर्ष पुत्र विजयराज नाई निवासी जोधपुर एवं ललित उम्र 18 वर्ष पुत्र मोहनलाल नाई निवासी बालोतरा को हिरासत मंे लिया एवं सख्ती से पुछताछ की। इस पर दोनो युवको ने गोविन्द के अपहरण करने की बात स्वीकारते हुए उसकी हत्या कर शव लूणी नदी में गाढ़ने की बात कही।
जिसके बाद जोधपुर पुलिस दोनो आरोपियों को लेकर शनिवार को बालोतरा आई और वहां से दोनो को लूणी नदी में उस स्थान पर ले गई जहां आरोपियों ने हत्या के बाद शव गाड़ने की बात कही थी। आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने जमीन में गाड़े गोविन्द के शव को बरामद किया।
बताया गया कि आरोपियो ने गोविन्द की बड़ी ही बेरहमी के साथ हत्या करने के बाद उसके शव को क्षत-विक्षिप्त कर दिया। पुलिस ने शव को बरामद कर बालोतरा के नाहटा चिकित्सालय में रखवाकर शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद शव परिजनों को सपुर्द कर दिया।
बालोतरा में आक्रोशः
अपहरण और हत्या की इस घटना को लेकर कस्बे के माली समाज के लोगो ने आक्रोश जताया और इस मामले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम उपखण्ड अधिकारी ओ.पी. विश्नोई को ज्ञापन सौंपकर सख्त कार्यवाही की मांग की। ज्ञापन सौंपने वालों में नगरपालिका अध्यक्ष महेश बी. चौहान, माली समाज के अध्यक्ष करनाराम पंवार, रोहित सोंलकी, नैनाराम सुन्देशा, विक्रम एम. पंवार, पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष शंकरलाल गहलोत सहित कई लोग शामिल रहे।
नई दिल्ली. अन्ना हजारे के अनशन के छठे दिन भी सरकार की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाए जाने से लोगों का गुस्सा भड़कने लगा है। रविवार को करीब 80 लोग प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के 7, रेस कोर्स रोड स्थित घर के बाहर प्रदर्शन करने पहुंच गए। उनकी मांग थी कि सरकार टीम अन्ना से बातचीत करे और जन लोकपाल बिल पारित कराए।
पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को वहां से हटा दिया। उनमें से कुछ को इंडिया गेट छोड़ दिया गया, जबकि कुछ पास में सफदरजंग रोड के पास धरने पर बैठ गए। ये लोग हाथों में पोस्टर और फूल लिए हुए हैं और गांधीगीरी का नमूना पेश कर रहे हैं।
कानून मंत्री के काफिले को काले झंडे दिखाए गए। केंद्रीय मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल और राजीव शुक्ला के कानपुर स्थित घरों के बाहर भी विरोध प्रदर्शन की खबर है। प्रदर्शनकारी शुक्ला के बयान से नाराज थे। शुक्ला ने अन्ना के अनशन पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि इस आंदोलन का भगवान ही मालिक है। इस बीच केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल के घर के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
इससे पहले फर्रुखाबाद में केंद्रीय कानून मंत्री सलमान खुर्शीद का विरोध हुआ। शनिवार को सलमान खुर्शीद अपने संसदीय क्षेत्र फर्रुखाबाद में थे। वे एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने जा रहे थे। रास्ते में अन्ना समर्थकों ने सड़क पर लेट कर उनका विरोध करते हुए काफिले को रोक दिया। पुलिस ने लाठी भांज कर प्रदर्शनकारियों को हटाया।
शनिवार को अन्ना के सहयोगी अरविंद केजरीवाल ने अपील की थी कि जन लोकपाल पारित कराने की मांग लेकर लोग अपने-अपने सांसदों के घर के बाहर धरना दें। अन्ना हजारे और उनकी टीम ने आज रामलीला मैदान के मंच से रविवार को दोबारा अपील की कि लोग अपने मंत्रियों, सांसदों के घरों के बाहर धरना दिया जाए और उनसे सार्वजनिक तौर पर यह बताने की मांग की जाए कि वो सरकारी लोकपाल बिल के पक्ष में हैं या फिर जनलोकपाल बिल के पक्ष में हैं।
अन्ना और उनकी टीम ने सरकार को खुले तौर बातचीत का न्यौता दिया और कहा कि यह अफसोसजनक है कि छह दिन के अनशन के बाद भी सरकार की ओर से बातचीत की कोई पहल नहीं की गई है।
लुधियाना . लुधियाना की हैबोवाल पुलिस ने सैक्स स्कैंडल का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने गिरोह के चार पुरुष सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि गिरोह की महिला सदस्य अभी फरार है।
गिरफ्तार आरोपियों के नाम ससराली गांव निवासी स्वर्ण सिंह, अवतार सिंह व गांव बूथगढ़ निवासी सेवा सिंह और रमेश कुमार हैं। इनकी महिला साथी का नाम ननु है। वह शिंगार सिनेमा रोड क्षेत्र की रहने वाली है। महिला किसी व्यक्ति को अपने रूप जाल में फांसती थी। वह शिकार को एक एकांत जगह पर बुला लेती थी। गिरोह के अन्य सदस्य उक्त दोनों की अंतरंग मुद्रा में एमएमएस बना लेते थे।
फिर एमएमएस के आधार पर उक्त व्यक्ति को ब्लैकमेल करते थे। इन आरोपियों ने लोगों की प्रापर्टी तक हड़पने की कोशिश भी की है। पिछले दिनों गांव वलीपुर निवासी ग्रंथी अवतार सिंह इस गिरोह के हत्थे चढ़ा था। आरोपियों ने महिला साथी के साथ उसका एमएमएस तैयार कर लिया था और उसे ब्लैकमेल करने लगे थे। एसएमएस सार्वजनिक न करने के बदले उससे पांच लाख रुपये की मांग की थी और उसकी प्रापर्टी हड़पने की नीयत से खाली स्टांप पेपरों पर उसके हस्ताक्षर भी करा लिए थे। अवतार ने इसकी शिकायत थाना हैबोवाल पुलिस को दी।
पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए जाल बिछाया। पुलिस ने कागज की गड्डियों के ऊपर नीचे एक एक हजार रुपये के असली नोट लगाए। यह गड्डियां बैग में रखकर अवतार को आरोपियों की ओर से हैबोवाल में ही बताई जगह पर भेजा। जैसे ही आरोपियों ने रुपयों से भरा बैग हासिल किया, पुलिस ने छापा मार कर चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
कालांवाली. कालांवाली में एक व्यक्ति और महिला को बंद घर से बाहर निकाल लोगों ने धुना डाला। लोगों का कहना है कि उन्होंने दोनों को कमरे से आपत्तिजनक हालत में पकड़ा है। हालांकि जोड़ा खुद का जीजा-साली का रिश्ता बताता रहा, लेकिन गुस्साए लोगों ने पुलिस के हवाले कर दिया।
पुलिस के मुताबिक कालांवाली की गली गुरतेज सिंह डिपू वाली के समीप एक मकान में बाबा सीरा खान रहता है। शनिवार को खान का बेटा अमनदीप दोपहर ढाई बजे स्कूल की छुट्टी के बाद घर आया तो गेट पर ताला लगा था। अमनदीप ने जब रोशनदान से भीतर देखा तो वहां एक आदमी और एक महिला कमरे में बेड पर आपत्तिजनक अवस्था में बैठे थे, तो उसने शोर मचा दिया। इस पर पड़ोस के लोगों ने मारपीट जोड़े को घर से बाहर निकाल दिया।
दोनों निकले जीजा-साली, बोले आए थे टोना कराने
पुलिस को महिला बलजीत कौर ने बताया कि वह तख्तमल गांव की रहने वाली है और शादीशुदा है। उसके चार बच्चे हैं। पकड़े गए व्यक्ति ने अपना नाम पंजाब के तलवंडी साबो निवासी गुरप्रीत सिंह बताया। गुरप्रीत सिंह ने बताया कि वह भी शादीशुदा हैं और वे आपस में जीजा-साली हैं।
उन्होंने बताया कि वे सीरा बाबा के पास कोई टोना आदि कराने आए थे। बाबा ने ही उन्हें बाहर से बंद कर दिया था और वे किसी काम से बाहर गए थे। वहीं बाबा सीरा खान ने बताया कि पकड़ा गया व्यक्तिएवं महिला उसके चेले हैं और उन्होंने ही गांव देसू मलकाना जाने से पूर्व मकान की देखभाल के लिए उन्हें बाहर से बंद कर दिया था।
शाहूजीनगर (अमेठी)।। उत्तर प्रदेश के शाहूजीनगर जिले में शनिवार को 14 साल की एक गूंगी बहरी लड़की के साथ कथित तौर पर दुराचार किया गया।
पुलिस ने रविवार को बताया कि जामो थाने के रानी का पुरवा गांव में 14 साल की एक लडकी को गांव के ही एक व्यक्ति ने अपनी हवस का शिकार बना डाला। इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज कर अभियुक्त की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।
सरकार ने अन्ना के पास भेजा दूत!
नई दिल्ली। सरकार ने रामलीला मैदान में अनशन पर बैठे अन्ना हजारे को मनाने की कोशिशें तेज कर दी है। सूत्रों के मुताबिक महाराष्ट्र के गृह विभाग में अतिरिक्त मुख्य सचिव उमेश सारंगी ने शनिवार को अन्ना से बातचीत की थी। अन्ना के सहयोगी स्वामी अग्निवेश ने भी इसकी पुष्टि की है। हालांकि उन्होंने कहा कि सारंगी सरकार की ओर से नहीं आए थे। अरविंद केजरीवाल और प्रशांत भूषण ने कहा कि सरकार से कोई बातचीत नहीं चल रही है।
केजरीवाल ने कहा कि सारंगी को सरकार ने आधिकारिक रूप से वार्ता के लिए नहीं भेजा था। उनसे ठोस मुद्दों पर चर्चा नहीं हुई। प्रशांत भूषण ने भी कहा है कि सारंगी की अन्ना से पुरानी पहचान है इसलिए मुलाकात करने आए थे। प्रशांत भूषण ने कहा कि कांग्रेस के कुछ सांसदों ने अनौपचारिक रूप से वार्ता की पेशकश की थी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अन्ना ने सारंगी से कहा कि यह महाराष्ट्र का नहीं देश का मामला है। गौरतलब है कि जब अन्ना हजारे महाराष्ट्र में अनशन पर बैठे थे तब उन्होंने अन्ना से बातचीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
मथुरा। श्रीकृष्ण की जन्मभूमि तीन लोक से न्यारी मथुरा में जन्माष्टमी अनूठे तरीके से मनाई जाती है। सबसे बड़ी बात यह है कि जिस भाव से यहां जन्माष्टमी मनाई जाती है उसके दर्शन अन्यत्र दुर्लभ हैं।
जहां अधिकांश मंदिरों में यह आयोजन रात 12 बजे होता है वहीं वृन्दावन के तीन प्राचीन मंदिरों में जन्माष्टमी दिन में मनाई जाती है।
इन मंदिरों में बाल स्वरप के भाव से सेवा होती है। प्राचीन राधारमण मंदिर के सेवायत आचार्य दिनेश चन्द्र गोस्वामी ने बताया कि वास्तव में उनके मंदिर में जन्माष्टमी कृष्ण की सालगिरह के रप में मनाई जाती है। रात में उन्हें जगाकर सालगिरह मनाना ठीक नहीं है इसलिए उनके मंदिर में दिन में ही जन्माष्टमी मनाई जाती है। दिन में ही मंदिर का वातावरण वेद की ऋचाओं के साथ साथ यशोदा जायो लालना मैं वेदन में सुनि आई जैसे गीतों से गूंजता रहता है।
इस मंदिर के स्वयं प्राक ट्य विग्रह का अभिषेक 21 मन दूध. दही. घी. बूरा और शहद से करने के साथ ही विभिन्न प्रकार की वनौषधियों से वैदिक रीति से किया जाता है। लगभग तीन घंटे के अभिषेक के बाद चरणामृत का वितरण तीर्थयात्रियों एवं वृन्दावनवासियों में किया जाता है।
इस दिन ठाकुर जी के प्रसादी वस्त्र का वितरण भी किया जाता है जो भाग्यशाली लोगों को ही मिल पाता है।
वृन्दावन के ही राधा दामोदर मंदिर में भी जन्माष्टमी कृष्णोत्सव के रूप में दिन में ही मनाई जाती है तथा मंदिर के सिंहासन पर विराजमान ठाकुर श्री राधा दामोदर महाराज. ठाकुर वृन्दावन कृष्ण चन्द्र ठाकुर राधामाधव. ठाकुर छैल चिकनिया के साथ साथ भगवान श्रीकृष्ण द्वारा सनातन गोस्वामी को प्रदत्त गिर्राज शिला का कई मन पंचामृत. पंच मेवा एवं औषधियों से महाभिषेक किया जाता है और मंदिर का वातावरण मेरे दामोदर ने जन्म लियो है से गूंज उठता है।
उसी समय मंदिर के महंत जगमोहन से भक्तों पर हल्दी मिश्रित दही पानी का घोल डालते हैं जिस पर यह प्रसाद पड जाता है धन्य हो जाता है। महाभिषेक के बाद विग्रहों का अदभुत श्रंगार होता है तथा रसिया और भजनों का रंगारंग कार्यक्रम होता है। अगले दिन मंदिर प्रांगण में मटकी फोडलीला होती है।
मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मस्थान एवं द्वारकाधीश मंदिर में रात 12 बजे अभिषेक होता है तथा सभी दर्शनार्थियों में प्रसाद वितरित किया जाता है। श्रीकृष्ण जन्मस्थान में तो अपार जनसमूह एकत्र होता है। गोवर्धन में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की रात जहां अभिषेक होता है वहीं अभिषेक का चरणामृत ग्रहण करने के बाद गिरि गोवर्धन की सप्तकोसी परिक्रमा करने की होड सी लग जाती है। कुल मिलाकर जन्माष्टमी पर समूचा ब्रजमंडल भक्ति के सागर में डूब जाता है।
कृष्ण जन्माष्टमी समूचे ब्रजमंडल में श्रद्धा और भक्ति भाव से मनाई जाती है पर गोकुल की जन्माष्टमी निराली ही होती है। वहां के कार्यक्रमों में एक बार द्वापर फिर गोकुल में उतर आता है। गोकुलनाथ मंदिर और राजा ठाकुर मंदिर में सेवायत आचार्य यशोदा के रप में जब मंदिर के गर्भगृह और जगमोहन से सामान लुटाते हैं तो इसे लूटने के समय उंच नीच का विचार समाप्त हो जाता है।
कन्हैया के आगमन पर जहां गोकुल को नई नवेली दुल्हन की तरह सजाया जाता है वहीं मंदिरों में हल्दी. पानी एवं दही के मिश्रण से एक प्रकार से होली होती है तथा भक्तों में मिठाई. फल. खिलौने. रपये लुटाए जाते हैं। मंदिरों से प्रारंभ होकर यह महोत्सव गोकुल की चौक पर पहुंचता है जहां कन्हैया के आगमन पर ग्वाल बाल एक दूसरे पर उक्त मिश्रण डालकर प्रसन्न होते हैं और ब्रज के लोकगीतों की धुन में तो उनके पैर थिरक उठते हैं। श्यामाश्याम की उपस्थिति में आयोजित इस कार्यक्रम में ऐसा दृश्य उपस्थिति होता है जिसे दिखने के लिए देवता भी तरसते हैं।
अगर आप सोचते हैं कि केवल बॉलीवुड स्टार ही डेटिंग में व्यस्त हैं तो आपका सोचना ग़लत है। कच्छ जिले के सन्सोरा गांव का यह बैल आपकी राय बदलने के लिए काफी है।
14 वर्षीय बैल गोपाल गुजरात, पंजाब, हरियाणा सहित आस-पास के कई अन्य इलाके में काफी प्रसिद्ध है। आस-पास के कई गांवों में अपनी गायों से संसर्ग करवाने के लिए इस बैल की काफी मांग है। गोपाल अभी तक 486 गायों के साथ संसर्ग कर चुका है।
सन्सोरा गौशाला के ट्रस्टी परेश सिंह झाला ने बताया कि गोपाल इतना व्यस्त है कि 2013 के शुरूआत तक वह पूरी तरह बुक है और उसके पास समय ही नहीं है। उन्होंने बताया कि खासतौर पर पिछले आठ महीनों से गोपाल काफी व्यस्त है।
दरअसल गोपाल की भारी मांग के पीछे कारण यह है कि यह गायों के साथ संसर्ग के बाद उत्पन्न हई संताने काफी स्वस्थ और हष्ट-पुष्ट होती हैं। दूसरा कारण यह है कि गोपाल के द्वारा संसर्ग के बाद उत्पन्न हुई संतान 15 से 17 लीटर दूध प्रतिदिन देती हैं, जो कि किसी भी आम गाय से 1.5 प्रतिशत अधिक है।
गौरतलब है कि जहां एक आम बैल अपने जीवनकाल में 50 बार संसर्ग की क्षमता रखता है, वहीं गोपाल अभी तक 486 गायों के साथ संसर्ग कर चुका है और अभी भी अगले सात सालों तक वह संसर्ग के काबिल है।
गोपाल को लगभग पांच साल पहले एक ऑस्ट्रेलिया निवासी व्यक्ति ने सन्सोरा गौशाला को गिफ्ट दिया था।
सीकर. हमीरवास पुलिस थानांतर्गत गांव ढाणी मौजी की एक महिला व उसके देवर ने प्रेम प्रसंग के चलते शनिवार को नीम का बास गांव में स्थित कुंड में कूदकर आत्महत्या कर ली।
घटना की जानकारी मिलने पर थानाधिकारी महेंद्र दत्त शर्मा ने मौकास्थल पर पहुंचकर मृतकों के शव को कुंड से बाहर निकलवाया। थानाधिकारी ने बताया कि मृतक के पिता मातुराम निवासी लिखवा ने रिपोर्ट दी कि वह अपनी लड़की ममता के ससुराल ढाणी मौजी गांव आया हुआ था। शनिवार सुबह ममता घर पर नहीं मिली।
ममता की तलाश की गई, तो गांव नीम का बास में स्कूल के पास स्थित कुंड में ममता व उसके देवर सुरेश पुत्र मोहनलाल की लाश पड़ी दिखाई दी। दोनों ने प्रेम प्रसंग के चलते आत्महत्या कर ली। थानाधिकारी ने बताया कि ममता की शादी चार वर्ष पूर्व दलवीर के साथ हुई थी। जबकि सुरेश (25) अविवाहित था। वह ममता के ताऊ ससुर का लड़का था। थानाधिकारी ने बताया कि रेफरल अस्पताल में मृतकों का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया।