सरकार ने अन्ना के पास भेजा दूत!
नई दिल्ली। सरकार ने रामलीला मैदान में अनशन पर बैठे अन्ना हजारे को मनाने की कोशिशें तेज कर दी है। सूत्रों के मुताबिक महाराष्ट्र के गृह विभाग में अतिरिक्त मुख्य सचिव उमेश सारंगी ने शनिवार को अन्ना से बातचीत की थी। अन्ना के सहयोगी स्वामी अग्निवेश ने भी इसकी पुष्टि की है। हालांकि उन्होंने कहा कि सारंगी सरकार की ओर से नहीं आए थे। अरविंद केजरीवाल और प्रशांत भूषण ने कहा कि सरकार से कोई बातचीत नहीं चल रही है।
केजरीवाल ने कहा कि सारंगी को सरकार ने आधिकारिक रूप से वार्ता के लिए नहीं भेजा था। उनसे ठोस मुद्दों पर चर्चा नहीं हुई। प्रशांत भूषण ने भी कहा है कि सारंगी की अन्ना से पुरानी पहचान है इसलिए मुलाकात करने आए थे। प्रशांत भूषण ने कहा कि कांग्रेस के कुछ सांसदों ने अनौपचारिक रूप से वार्ता की पेशकश की थी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अन्ना ने सारंगी से कहा कि यह महाराष्ट्र का नहीं देश का मामला है। गौरतलब है कि जब अन्ना हजारे महाराष्ट्र में अनशन पर बैठे थे तब उन्होंने अन्ना से बातचीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
नई दिल्ली। सरकार ने रामलीला मैदान में अनशन पर बैठे अन्ना हजारे को मनाने की कोशिशें तेज कर दी है। सूत्रों के मुताबिक महाराष्ट्र के गृह विभाग में अतिरिक्त मुख्य सचिव उमेश सारंगी ने शनिवार को अन्ना से बातचीत की थी। अन्ना के सहयोगी स्वामी अग्निवेश ने भी इसकी पुष्टि की है। हालांकि उन्होंने कहा कि सारंगी सरकार की ओर से नहीं आए थे। अरविंद केजरीवाल और प्रशांत भूषण ने कहा कि सरकार से कोई बातचीत नहीं चल रही है।
केजरीवाल ने कहा कि सारंगी को सरकार ने आधिकारिक रूप से वार्ता के लिए नहीं भेजा था। उनसे ठोस मुद्दों पर चर्चा नहीं हुई। प्रशांत भूषण ने भी कहा है कि सारंगी की अन्ना से पुरानी पहचान है इसलिए मुलाकात करने आए थे। प्रशांत भूषण ने कहा कि कांग्रेस के कुछ सांसदों ने अनौपचारिक रूप से वार्ता की पेशकश की थी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अन्ना ने सारंगी से कहा कि यह महाराष्ट्र का नहीं देश का मामला है। गौरतलब है कि जब अन्ना हजारे महाराष्ट्र में अनशन पर बैठे थे तब उन्होंने अन्ना से बातचीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें