मंगलवार, 9 अगस्त 2011

गुरुवार को तुम ब्रा पहनकर ऑफिस नहीं आया करोगी..!

उटाह कंट्री। अमेरिका के उटाह कंट्री में एक विचित्र मामला सामने आया है। यहां एक महिला ने अपने भूतपूर्व बॉस पर कुछ अलग ही तरह के आरोप मढ़ दिए हैं। इस महिला के अनुसार उसके बॉस ने उसके लिए पूरे हफ्ते का ड्रेस कोड निर्धारित कर रखा था। महिला के अनुसार बॉस ने उससे कहा था कि तुम गुरुवार को ब्रा नहीं पहनोगी, मंगलवार को ट्यूब-टॉप और बाकी दिन मिनी स्कर्ट पहनकर ऑफिस आया करोगी।



ट्रूडी निकोल एंडरसन नामक इस 44 वर्षीय महिला ने लोन पीक कंट्रोल्स डीएंडएल इलेक्ट्रिक कंट्रोल कंपनी के मालिक डेरेक ब्रिट पर यह भी आरोप लगाया है कि ब्रिट उससे ओरल सेक्स की मांग किया करता था।



ट्रूडी ने ब्रिट के खिलाफ अमेरिका की डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल किया है। उक्त आरोपों के अलावा ट्रूडी ने ब्रिट पर यह भी आरोप लगाया है कि वह हमेशा उससे उसके स्तनों के साइज के बारे में पूछा करता था और स्तन दिखाने के लिए दबाव भी डालता था।

बदमाशों ने किया छात्रा का अपहरण, पुलिस पर फायरिंग


जयपुर। जयपुर आगरा रोड पर बस्सी के पास मंगलवार सुबह बोलेरो में आए बदमाशों ने टवेरा से जयपुर आ रहे छात्र छात्राओं को रोक लिया तथा गन प्वाइंट पर टवेरा व एक छात्रा का अपहरण कर ले गए। इस दौरान टवेरा तुंगा के पास मोड पर फंस गई तब छात्रा चिल्लाई तो ग्रामीण एकत्र हो गए। बचने के लिए बदमाश पास की पहाड़ी पर चढ़े तो ग्रामीणों ने एक को दबोच लिया। इस दौरान छात्रों की सूचना पर पीछा कर रही पुलिस ने बदमाशों को ललकारा तो एक बदमाश ने एएसआई के गोली मार दी। जिसे एसएमएस अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दोपहर तक पुलिस ने पहाड़ी को घेर रखा था।

घटना के अनुसार तीन छात्र तथा दो छात्राएं इलाहाबाद घूमकर टवेरा से जयपुर आ रहे थे। बांसखो फाटक के पास छात्र छात्राओं ने चाय पी। इसके बाद जयपुर की ओर रवाना हो गए। कुछ दूर चले थे कि बोलेरो में सवार बदमाशों ने टवेरा को रोक लिया तथा छात्र छात्राओं को गन प्वाइंट पर नीचे उतार दिया। इसके बाद एक छात्रा को वापस टवेरा में बिठा कर तुंगा की ओर रवाना हो गए तथा बोलेरो को एक साथी के साथ दौसा की ओर भेज दिया।

गाड़ी फंसी तो छात्रा चिल्लाई:

तुंगा के पास घुमाव में गाड़ी तेजी से आई तो गड्ढे में जा फंसी। जिसे बदमाश निकाल नहीं सके। इस दौरान कुछ ग्रामीण एकत्र हो गए। ग्रामीणों को देख छात्रा जोर जोर से चिल्लाने लगी तो बदमाश गाड़ी तथा छात्रा को छोड़कर पहाड़ी पर जा चढ़े। इसी दौरान ग्रामीणों ने एक बदमाश को वहीं पर दबोच लिया तथा जमकर धुनाई कर दी। जिसे पुलिस के हवाले कर दिया। गिरफ्तार आरोपी विक्रम मीणा सीकर के थोई का रहने वाला है तथा हिस्ट्रीशीटर है। दो बदमाश जो पहाड़ी पर भाग गए वे धौलपुर तथा अलवर के बदमाश है।

एएसआई ने ललकारा तो गोली मार दी:

बदमाश ज्यों ही पहाड़ी पर चढ़े इस दौरान पुलिस भी पीछा करती हुई आ गई। एएसआई विनोद कुमार मीणा ने बदमाशों को ललकारा तो एक बदमाश ने पहाड़ी से गोली मार दी जो विनोद के गले में लगी है। जिसको सवाई मानसिंह अस्पताल में भर्ती कराया। जहां एएसआई की हालत स्थिर है। सूचना के बाद पुलिस कमिश्नर बीएल सोनी सहित आला पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे तथा पहाड़ी की घेराबंदी कर जांच की। दोपहर तक पहाड़ी की सर्च चल रही थी।
 

बेटी की हत्या कर खुद भी फांसी पर झूल गई

नई दिल्ली महज 6 साल की बेटी का गला दबाकर मौत के घाट उतार देने के बाद एक महिला ने खुद को भी फांसी लगा ली। दिल दहलाने वाली यह घटना विवेक विहार इलाके के सूरजमल विहार की है। हेमंत अपने परिवार के साथ सूरजमल विहार में रहता है। वह बदरपुर में एक प्राइवेट कंपनी में काम करता है। सोमवार रात को वह अपनी कंपनी में ही काम के सिलसिले में रुक गया था। हेमंत की पत्नी संगीता बच्चों और सास-ससुर के साथ घर पर ही थी। हेमंत का एक आठ साल का बेटा और छह साल की बेटी रुचि है। दादा के पास बेटे के सोने चले जाने के बाद संगीता अपनी बेटी के साथ कमरे में सोई थी।

आज सुबह जब काफी देर तक कमरे से कोई बाहर नहीं आया, तो परिजनों ने दरवाजा खटखटाया। लेकिन अंदर से कोई आवाज नहीं आई। खिड़की से झांकने पर देखा कि अंदर संगीता पंखे से झूल रही थी। जबकि बच्ची बेड पर अचेत अवस्था में लेटी हुई थी। दरवाजा तोड़ कर जब परिजन अंदर पहुंचे, तो बच्ची को मृत पाया। संगीता भी मर चुकी थी। मौके पर पहुंची पुलिस ने डेड बॉडी अपने कब्जे में लेकर गुरु तेग बहादुर अस्पताल पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दी है।

बताया जा रहा है कि संगीता की मानसिक हालत ठीक नहीं थी। उसका जीटीबी अस्पताल में इलाज भी चल रहा था। फिलहाल बच्ची की हत्या या संगीता की खुदकुशी की कोई और वजह सामने नहीं आ पाई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। 

गृहमंत्री धारीवाल ने ली पुलिस अधिकारियों की क्लास


जोधपुर। प्रदेश के गृह, विधि एवं न्याय, संसदीय कार्य, स्वायत्त शासन तथा नगरीय विकास मंत्री शांति 
धारीवाल ने कहा कि पुलिस की कार्यप्रणाली में जितनी पारदर्शिता होगी, उतना ही आम जनता में पुलिस के प्रति विश्वास बढ़ेगा। मंगलवार सुबह डिस्कॉम सभागार में जोधपुर रेंज के पुलिस अधिकारियों की बैठक लेते हुए धारीवाल ने अपराधों के बढ़ते ग्राफ पर पुलिस अधिकारियों को लताड़ लगाई। अपराधी चाहे कोई भी क्यों न हो, उन्हें बख्शा नहीं जाए। प्रदेश में कानून-व्यवस्था बनी रहे, इसके लिए जरूरी है कि पुलिस हर वक्त मुस्तैद रहे।

अधिकारियों को संबोधित करते हुए डीजीपी मीणा ने कहा कि दृढ़ इच्छाशक्ति के बल पर पुलिस अधिकारी किसी भी परिस्थिति का सामना कर सकते हैं। कानून-व्यवस्था की समीक्षा बैठक में डीजीपी हरीश मीणा, एडीजी (क्राइम) प्रदीप कुमार व्यास के साथ मुख्य सचिव (गृह), आईजी (रेंज) उमेश मिश्रा, एसपी (ग्रामीण) नवज्योति गोगोई, एसपी पाली अजय पाल लांबा, एसपी जालोर बारहठ राहुल, जैसलमेर ममता बिश्नोई, एसपी सिरोही कैलाश बिश्नोई तथा एसपी बाड़मेर संतोष कुमार चाल्के और रेंज के उप अधीक्षक स्तर के अन्य अधिकारी मौजूद हैं।

रेंज के सभी छह जिलों के अधिकारियों ने क्षेत्रवार अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस कार्य योजना पर प्रकाश डाला। इस दौरान गृहमंत्री व डीजीपी ने उन अधिकारियों को व्यवस्था में सुधार के लिए नसीहत भी दी। गृहमंत्री ने पुलिस अधिकारियों से आमजन के साथ सामंजस्य व मेलजोल बढ़ाने और पुलिस की कार्यप्रणाली में अधिक से अधिक पारदर्शिता लाने की बात पर बल दिया। बैठक में उन्होंने पुलिस अधिकारियों से व्यवस्था में सुधार के लिए सुझाव भी सुने।

कुख्यात तस्कर मुबारक 10 दिन के पुलिस रिमांड पर


कुख्यात तस्कर मुबारक 10 दिन के पुलिस रिमांड पर 
 
















बाड़मेर में सन 2009 में सीमा पार से हथियार लाने तथा मुल्क की आबो हवा को बारूद के धुंए से भरने के षड्यंत्र के मुख्य आरोपी को एंटी टेररिस्ट स्कोड ने मंगलवार को कौर्ट में पेश किया,जहा न्यायलय ने मुबारक खान को 10 दिन के लिए पुलिस रिमांड पर भेज दिया.मुबारक अंतराष्ट्रीय स्टार का तस्कर है जिसके सम्बन्ध मुंबई ,अरब,लिट्टे सहित कुख्यात तस्करों के साथ हें मुबारक कई मर्तबा अवैध रूप से पाकिस्तान जा चूका है ,मुबारक पाकिस्तान के फोटीय,अलिया ,पठान खान जैसे तस्करों से सम्बन्ध हें मुबारक आपना काला कारोबार गुजरात से संचालित करता हें  .. यह आतंकी संगठन बब्बर खालसा का गुर्गा होने के साथ साथ हेरोइन की तस्करी में भी लिप्त रहा हैं ! पूर्व में भी देश की अस्मत का सौदा करने के आरोप में राष्ट्रीय सुरक्षा क़ानून (रासुका) के तहत जेल जा चुके इस व्यक्ति ने सीमा पार से सैकड़ो किलो हैरोइन की तस्करी की हैं जिसकी बाज़ार कीमत अरबो रूपए आंकी गई हैं ! आर डी एक्स की खेप पुलिस द्वारा पकडे जाने के बाद यह तस्कर भूमिगत हो गया था जो जैसलमेर के देवीकोट इलाके से पकड़ा गया था ! यह दो साल से फरार चल रहा था अतिरिक्त मुख्य न्यायाधीश के समक्ष पेश किए गए इस तस्कर को फिलहाल 18 दिन के रिमांड पर भेजा गया हैं ! ए टी एस के अधिकारी राजेन्द्र सिंह के अनुसार यह शिव थाने का हिस्ट्री शीटर होने के साथ नकली नोटों, RDX की खेप लाने का आरोपी रह चुका हैं ! दो बार पकिस्तान भी जा चुका हैं ! इसकी गिर तारी पर राजस्थान पुलिस मु यालय द्वारा 25 हजार रुपये का ईनाम घोषित किया हुआ है। उल्लेखनीय है कि सन् 2009 में आठ सितबर को बाडमेर सदर पुलिस थाना क्षेत्र के मारूडी ग्राम की रोही से लूणीया उर्फ सोढे खां एवं उसके साथियों द्वारा पाकिस्तान से भारत में आतंकवादी संगठन से जुडे लोगों को सप्लाई करने के लिए भारी मात्रा में लायी गई घातक हथियार, गोलाबारूद एवं आरडीएक्स विस्फोटक पदार्थ की खेप बरामद हुई थी। 
बाईट -- राजेन्द्र सिंह उपाधीक्षक एंटी टेरोरिस्ट स्कोड 
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प्रेमी जोड़े ने शादी की हसरत पूरी कर, खत्म कर ली जीवनलीला



जालंधर. बाघापुराना (मोगा) . पिछले डेढ़ साल से चल रहे प्रेम प्रसंग को सफल होता न देख अखिरकार प्रेमी जोड़े ने फांसी लगाकर जीवन लीला समाप्त कर ली। ठट्ठी भाई के जसवंत सिंह (19) तथा सुनीता (18) का पिछले डेढ़ साल से प्रेम प्रसंग चल रहा था। दोनों शादी के बंधन में बंधना चाहते थे।

जसवंत सिंह अपने ही गांव में मजदूरी का काम करता था, जबकि सुनीता ने हाल ही में 10वीं पास कर 11वीं में दाखिला लिया था। लड़की के प्रेम प्रसंगों की जानकारी मिलने पर उसके परिजनों ने उसे स्कूल से हटा लिया था। शनिवार को सुनीता के अभिभावकों ने उसकी सगाई बाघापुराना के एक लड़के के साथ कर दी, जबकि 14 अगस्त को शादी तय कर दी गई। इस रिश्ते से सुनीता सहमत नहीं थी।

ऐसे की आत्महत्या

प्रेमी जोड़े का जीवन भर साथ रहने का सपना तो पूरा नहीं हुआ, लेकिन मरने से पहले उन्होंने एक दूसरे के साथ शादी रचाने की हसरत जरूर पूरी की। घटना स्थल पर सिंदूर, मंगलसूत्र व लिपिस्टिक बरामद हुआ है। शादी रचाने के पश्चात दोनों ने फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली।

जहां 24 सालों में एक भी पेड़ नहीं कटा

उदयपुर.पेड़ों की अंधाधुंध कटाई और लगातार सिमटते जंगलों के बीच जिले में एक गांव ऐसा भी है, जहां 24 सालों में एक भी पेड़ नहीं कटा। वन संरक्षण को समर्पित इस गांव का नाम है एकलिंगपुरा। शहर से पांच मील दूर स्थित इस गांव के ग्रामीण वन विभाग की बंजर जमीन को हराभरा करने के बाद दो-दो जने मिलकर नियमित पहरा देते हैं। इतना ही नहीं पहरेदारी से नदारद रहने वाले से जुर्माना वसूला जाता है।

गांव के रामलाल पटेल ने की थी पहल :

चौबीस बरस पहले एकलिंगपुरा वासियों ने गांव से सटे बंजर होड़ा पर्वत को हरा भरा बनाने व उसकी सुरक्षा करने का संकल्प लिया था। गांव के तत्कालीन मुखिया रामलाल पटेल की अध्यक्षता में एकलिंगपुरा वन सुरक्षा समिति बनाई गई थी। ग्रामीणों ने मिलजुल कर पौधे बोये थे। जंगल की जमीन खोद कर पत्थर निकाले और 340 हैक्टेयर क्षेत्र में फैले होड़ा पर्वत वन की सुरक्षा के लिए कच्ची दीवार चुनी।

वन ने क्षेत्र की काया पलट दी


एकलिंगपुरा नवयुवक मंडल के संरक्षक नारायण वैष्णव, कलड़वास के पूर्व उप सरपंच कुबेरलाल डांगी, शांतिलाल डांगी का कहना है कि वन में उगने वाला चारा ग्रामीण काटते हैं। गांव के प्रत्येक घर को प्रति वर्ष 12 क्विंटल चारा मिलता है। होड़ा पर्वत सघन वन बनने के बाद आसपास के क्षेत्रों से 20 प्रतिशत अधिक वर्षा होती है। पहले गांव में जल संकट था अब कुएं सदानीरा हैं।

पहले सिर्फ मक्का बोयी जाती थी, अब गेहूं, चना व तरकारियां भी उगती हैं। पूर्व वनपाल दलपत सिंह चुंडावत एवं वर्तमान वनपाल पुष्पेंद्र सिंह राणावत का कहना है कि एकलिंगपुरा वन सुरक्षा समिति को 1996 में तत्कालीन मुख्यमंत्री भैरों सिंह शेखावत ने सर्वश्रेष्ठ वन संरक्षण का पुरस्कार दिया था।

वन में है :आंवला, नीम, धावड़ा गोंद, खेर, देसी बबूल, विलायती बबूल, गोदल तथा बांस के हजारों पेड़ लगे हैं। जंगल में बड़ी संख्या में सियार हैं। केवड़ा की नाल से होड़ा पर्वत के बीच पैंथर भ्रमण करते हैं।

ऐसे करते हैं पहरेदारी

समिति ने लकड़ी तस्करों से पेड़ों की सुरक्षा के लिए दो दशक पूर्व एक नायाब तरीका खोजा, जो आज भी कायम है। प्रतिदिन गांव के एक घर से दो जने पहरा देते हैं। अगले दिन उसके पड़ोसी का नंबर आता है। ढाई सौ घरों के गांव में यह क्रम जारी रहता है। ड्यूटी ट्रांसफर करने का संकेत एक लाठी है, अगले दिन पड़ोसी को सौंप दी जाती है।

सुखाड़िया से मिली वन सुरक्षा की प्रेरणा

1970 के दशक में एकलिंगपुरा गांव के मुखिया रहे रामलाल पटेल दिवंगत मुख्यमंत्री मोहनलाल सुखाड़िया के करीबी लोगों में थे। रामलाल ने एक बार सुखाड़िया से पूछा था कि वे उन्हें ऐसा काम बताएं, जिससे जनता की भलाई हो। सुखाड़िया ने उन्हें वन लगाने की नसीहत दी जिसका फल पीढ़ियों को मिलेगा। उन्होंने पूरे गांव को साथ लेकर संकल्प लिया और साकार कर दिखाया। इस परंपरा को बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष किशन लाल शर्मा ने निभाया। समिति के वर्तमान अध्यक्ष गणोशलाल डांगी भी उसी राह पर चल रहे हैं।

गुजरात के आईपीएस संजीव भट्ट सस्पेंड

गुजरात के आईपीएस संजीव भट्ट सस्पेंड

गांधीनगर। गुजरात के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी संजीव भट्ट को सोमवार की देर रात पद के अनुरूप व्यवहार न करने के आरोप में तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया। भट्ट लम्बे अरसे से छुटि्टयों पर चल रहे थे।

भट्ट उस वक्त चर्चा में आए थे जब उन्होंने कहा था कि वर्ष 2002 में हुए गोधरा कांड के बाद मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बुलाई गई बैठक में वह शामिल थे। उन्होंने गोधरा कांड के बाद भड़के दंगे के सिलसिले में मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए थे।

भट्ट को अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) वारेश सिन्हा का हस्ताक्षरित निलंबन आदेश दिया गया जिसमें कहा गया कि उन्हें पद के अनुरूप व्यवहार न करने और कदाचार सहित विभिन्न आरोपों के मद्देनजर तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाता है।

निलंबन पत्र में जो अन्य कारण बताए गए हैं उनमें अपनी पिछली तैनाती से अनाधिकारिक रूप से अनुपस्थित रहने, बुलाए जाने पर जांच समिति के समक्ष पेश न होने और सरकारी कार का दुरूपयोग शामिल हैं।

गोधरा कांड 27 फरवरी 2002 को हुआ था जिसमें रेलगाड़ी में आग लग जाने की वजह से 59 कारसेवकों की मौत हो गई थी। इसके बाद राज्यभर में हुए दंगे में कम से कम एक हजार लोगों की मौत हो गई थी।
 

महिला एसआई का यौन उत्पीड़न

महिला एसआई का यौन उत्पीड़न

रायपुर। छत्तीसगढ़ पुलिस में एक महिला उपनिरीक्षक (एसआई) का यौन उत्पीड़न किए जाने का सनसनीखेज मामला उजागर हुआ है। सेना से राज्य पुलिस में प्रतिनियुक्ति पर आए कर्नल रैंक के अफसर ने आदिवासी महिला एसआई को डरा-धमका कर उसका यौन शोषण करने की कोशिश की।

महिला अफसर की शिकायत पर हुई जांच में इसकी पुष्टि भी हो चुकी है। इसके बावजूद कर्नल के खिलाफ अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

"पत्रिका" के पास उपलब्ध दस्तावेजों के अनुसार मामला पिछले साल अप्रैल का है। पीडित अफसर पीएसआई की हैसियत से चंदखुरी पुलिस अकादमी में ट्रेनिंग ले रही थी। वहां सेना से आए कर्नल जेम्स रॉयफल की ट्रेनिंग देते थे। इसी दौरान कर्नल जेम्स से इस पीएसआई को अकेले में बुलाकर बिना बात के डांटना और धमकी देना शुरू कर दिया। महिला अफसर के अनुसार जब उसने जेम्स से अपनी गलती और उनके गलत व्यवहार का कारण पूछा तो उन्होंने कहा "तुम लड़की, सब जानती हो, तुम बनो मत"। इसी तरह कांकेर स्थित जंगलवार ट्रेनिंग कॉलेज में भी प्रशिक्षण के दौरान कर्नल से महिला अफसर पर दैहिक शोषण के लिए दबाव बनाया।

एक साल से मामला पेंडिंग : पीडिता की शिकायत पर पुलिस अकादमी के तत्कालीन उप निदेशक भारत सिंह ने मामले की जांच की। तत्कालीन एडीजी प्रशिक्षण गिरधारी नायक को सौंपी जांच रिपोर्ट में उन्होंने माना है कि कर्नल जेम्स पीएसआई का शारीरिक शोषण करना चाहते थे। उन्होंने यह रिपोर्ट पिछले साल 21 सितम्बर को ही एडीजी को सौंप दी थी।

जांच रिपोर्ट का निष्कर्ष : जांच रिपोर्ट में लिखा है कि आर्मी के एक वरिष्ठ अधिकारी कर्नल जेम्स के द्वारा, यह जानते हुए कि- वह एक आदिवासी युवती है, पीएसआई है। उसे डराना, धमकाना और अपनी पद, प्रतिष्ठा एवं पहुंच का रौब दिखा भयभीत करके, मानसिक, शारीरिक शोषण करने की नीयत से, आवेदिका के साथ अन्यायपूर्ण व्यवहार करने की पुष्टि होती है।

महिला आयोग से लेकर सीएम तक शिकायत : महिला पीएसआई ने कर्नल जेम्स के करतूतों की शिकायत एडीजी प्रशिक्षण, डीजीपी, छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग के साथ ही मुख्यमंत्री, गृहमंत्री और अनुसूचित जाति एवं जनजाति आयोग से भी की थी।
एडीजी ने कहा - लिखित में दो शिकायत : महिला अफसर के अनुसार उसने तत्कालीन एडीजी प्रशिक्षण गिरधारी नायक के अकादमी पहुंचने पर इस पूरे मामले की मौखिक जानकारी दी। इस पर एडीजी ने लिखित में शिकायत करने को कहा।

क्या कहा कर्नल ने
मैं (जेम्स) रायल फेमली का हूं, आर्मी का बड़ा आफिसर हूं, मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता । तुम दो कौड़ी की सब- इंस्पेक्टर मेरा क्या कर लोगी, तुम्हारी बात कोई नहीं सुनेगा। इसलिए मैं जैसा बोलता हूं, वैसा करो।

मैंने तुम्हारी शिकायत डीजीपी और एडीजी से की है। अभी एक मिनट में तुम्हारी वर्दी उतरवा दूंगा। ... अभी 15 मिनट में एडीजी नायक सर तुम्हारी बर्खास्तगी का आदेश लेकर आ रहे हैं। ... तुम मेरे अनुसार चलो, जैसा मैं कहता हूं वैसा करो, मेरी बात मानो, इसका फायदा तुम्हें मिलेगा।


मामला क्या है। मुझे ध्यान नहीं है, बिना फाइल देखे कुछ बता पाना सम्भव नहीं है।
गिरधारी नायक, एडीजी, प्रशासन, योजना व प्रबंध, तत्कालीन एडीजी प्रशिक्षण