बुधवार, 27 फ़रवरी 2019

कश्मीर के बडगाम में वायुसेना का मिग विमान क्रैश, दोनों पायलट शहीद

कश्मीर के बडगाम में वायुसेना का मिग विमान क्रैश, दोनों पायलट शहीद


बडगाम से सात किलोमीटर दूर गारेंद गांव में एक चॉपर क्रैश हो गया.
बडगाम पुलिस का कहना है कि जिस जगह चॉपर क्रैश हुआ है वहां दो शव मिले हैं. मौके पर वायुसेना की टीम जांच कर रही है और पता किया जा रहा है कि चॉपर कैसे क्रैश हुआ.

प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि विमान नीचे की ओर आने लगा और थोड़ी देर बाद जोरदार आवाज आई और विमान क्रैश हो गया. इसमें आग लग गई. मौके पर पुलिस और बचाव दल पहुंच गया है.

मालूम हो कि यह घटना ऐसे वक्त हुई है जब भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव का माहौल है. बता दें कि बीते 20 दिनों में भारत के 5 विमान क्रैश हुए हैं. हाल ही में बेंगलुरु में एयरो शो के दौरान दो सूर्य किरण विमान आपस में टकराकर क्रैश हो गए थे.

इसके पहले राजस्थान में क्रैश हुआ था मिग...

गौरतलब है कि बडगाम के पहले राजस्थान के पोखरण में मिग-27 लड़ाकू विमान भी क्रैश हो गया था. उस वक्त यह विमान प्रशिक्षण उड़ान पर था और जैसलमेर से उड़ा था. हालांकि, इस हादसे में पायलट सुरक्षित रूप से विमान से बाहर निकलने में कामयाब रहे थे.

AIR STRIKE से बौखलाया पाक, भारतीय सीमा में घुसा पाक F-16, वायुसेना ने पीछा कर मार गिराया

AIR STRIKE से बौखलाया पाक, भारतीय सीमा में घुसा पाक F-16, वायुसेना ने पीछा कर मार गिराया


पुलवामा हमले पर भारत की जवाबी एयर स्ट्राइक कार्रवाई के बाद से पाकिस्तान में बौखलाहट का माहौल है। आज सुबह पाक का F-16 विमान नौशेरा सेक्टर में घुसा और लौटने के क्रम में बम गिराए। जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के नौशेरा सेक्टर में दाखिल F-16 को भारत ने जाते हुए मार गिराया। भारतीय वायुसेना के जवाबी प्रहार से यह F-16 3 किलोमीटर पाकिस्तानी क्षेत्र लाम वैली में गिरा। अब तक मिली जानकारी के अनुसार विमान से पैराशूट का प्रयोग होते देखा गया है, लेकिन पायलट की स्थिति को लेकर स्पष्ट नहीं है। पहले 2 लड़ाकू विमान के भारतीय सीमा क्षेत्र में प्रवेश करने और इन्हें भगाने की खबर थी। अब ताजा जानकारी के अनुसार भारत की जवाबी कार्रवाई में पाक का F-16 पर मारक हमला किया गया। इसमें सवार पायलट की स्थिति के बारे में अब तक जानकारी नहीं है। पुलवामा हमले के बाद हुई भारत की जवाबी कार्रवाई से पाकिस्तान में इस वक्त बहुत तनाव का माहौल है। पाक विदेश मंत्री और अन्य सांसदों ने मंगलवार को ही बदले की बात कही थी। इस बीच दिल्ली में सुरक्षा को लेकर गृह मंत्रालय ने अहम बैठक की। गृहमंत्री राजनाथ सिंह की बुलाई उच्चस्तरीय मीटिंग में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल भी शामिल हुए। हाई लेवल मीटिंग में देश की आंतरिक सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चर्चा की गई।

पाकिस्तान की तरफ से एयर स्ट्राइक के बाद से ही जवाबी कार्रवाई की धमकी दी जा रही है। हालांकि, भारतीय सेना भी पूरी तरह से मुस्तैद है और हाई अलर्ट पर है। दिल्ली मुंबई समेत कई शहरों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। एयर स्ट्राइक के बाद से पाकिस्तानी मीडिया और संसद में जमकर बवाल हो रहा है। पाकिस्तानी सासंदों ने मंगलवार को जवाबी हमले की मांग भी की थी। 

रामदेवरा में 15 से ज्यादा दुकानों में लगी आग, करोड़ों का माल जलकर स्वाहा

रामदेवरा में 15 से ज्यादा दुकानों में लगी आग, करोड़ों का माल जलकर स्वाहा

रामदेवरा में 15 से ज्यादा दुकानों में लगी आग, करोड़ों का माल जलकर स्वाहा
राजस्थान के जैसलमेर के रामदेवरा कस्बे के मुख्य बाजार में भीषण आग लग गई, जिसमें करीब 15 से अधिक दुकानें जलकर राख हो गईं और करोड़ों रुपए का दुकानों में रखा सामान जल गया. बताया जा रहा है कि सभी दुकानें चूड़ी, कंठी-माला,मिट्टी के बर्तनों की हैं. घटना की सूचना पुलिस, ग्रामीण और सेना के जवानों मौके पर पहुंच गए और आग जलाने की कोशिश की. वहीं मौके पर 3 फायर बिग्रेड और कई टेंकरो ने पहुंचकर आग को कड़ी मशक्कत के बाद काबू में किया.

जानकारी के मुताबिक रामदेवरा कस्बे के मुख्य बाजार में भीषण आग लगने से कई दुकानें आग की चपेट में आकर जल गई और करोड़ों रुपये का नुकसान हो गया. बताया जा रहा है कि कस्बे के मुख्य बाजार में अज्ञात कारणों से एक दुकान में देर रात आग लग गई, जो देखते ही देखते अन्य दुकानों में फैल गई, जिसके कारण वहां पर करीब 15 से अधिक दुकानें भी आग की चपेट में आ गई.

घटना की सूचना मिलने पर रामदेवरा पुलिस मौके पर पहुंची और दुकानदारों के साथ आग पर काबू पाने के प्रयास शुरू किए. वहीं मौके पर फायर बिग्रेड भी पहुंची और इसके अलावा फलोदी और जैसलमेर से भी फायरबिग्रेड बुलाई गई, इसके बाद बीएसएफ के जवान भी टैंकर लेकर पहुंचे और करीब 3 घंटे बाद आग पर काबू पाया गया. आग में हुए नुकसान का आंकलन किया जा रहा है, इसके साथ ही आग लगने के कारणों की भी जांच की जा रही है. फिलहाल आग लगने से कोई जनहानी नहीं हुई है, लेकिन नुकसान बहुत ज्यादा हुआ है.

पश्चिमी सरहद हाई अलर्ट पर ,गांव खाली कराये जा सकते हे चेतावनी जारी

पश्चिमी सरहद हाई अलर्ट पर ,गांव खाली कराये जा सकते हे चेतावनी जारी 


जम्मू कश्मीर के पुलवामा में आतंकी हमले के बाद सोमवार रात भारतीय वायुसेना ने सीमा पार छुपे बैठे जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. भारतीय वायुसेना से जुड़े सूत्रों के अनुसार नियंत्रण रेखा के पार आतंकी कैंप्स पर करीब 1000 किलोग्राम के बम बरसाए गए हैं. बताया जा रहा है कि इस हमले में करीब 200-300 आतंकियों और पाकिस्तानी सेना के पांच जवानों की मौत हो गई. इधर, हमले के बाद भारत-पाकिस्तान सीमा पर तनाव बढ़ने की आशंका है, जिसे देखते हुए सीमा पर तैनात सभी सुरक्षाबलों को अलर्ट कर रखा गया है. राजस्थान के जैसलमेर, बाड़मेर, बीकानेर और श्रीगंगानगर के बॉर्डर इलाके हाई अलर्ट मोड पर हैं.सरहदी गांव कभी भी खाली कराये जा सकते हे ,सेना ने ग्राम सरपंचो को सूचित किया हे ,

जैसलमेर में भारत के PoK में जैश के आतंकी ठिकानों पर बड़ी कार्रवाई के बाद भारत-पाक सीमा पर हाई अलर्ट जारी कर दिया गया. सैन्य सूत्रों के अनुसार, सभी सुरक्षा एजेंसियां बीती रात से हाई अलर्ट पर हैं. जानकारी के अनुसार, बीती रात से सारी डिफेंस हाई अलर्ट पर है. पाकिस्तान की जवाबी कार्रवाई का जवाब देने को लेकर सभी तैयार है. सीमा पर कड़ी नजर रखी जा रही है सीमापार की हर नापाक गतिविधि को मुंहतोड़ जवाब देने को डिफेन्स तैयार. BSF, आर्मी, IAF सभी अलर्ट पर है.बीकानेर बॉर्डर पर भी सुरक्षा एजेंसियां और सेना हाई अलर्ट पर हैं. सीमा क्षेत्रों में सैन्य गतिविधियां बढ़ गई हैं. बॉर्डर की ओर हो मूवमेंट और अलर्ट को लेकर ग्रामीणों में कौतुहल बना हुआ है. श्रीगंगानगर, बीकानेर जिलों के बॉर्डर से सटे गांवो में लोगों में सेना की कार्रवाई पर कौतुहल की स्थित बनी हुई है.


बाड़मेर में POK में वायुसेना की सर्जिकल स्ट्राइक के बाद सतर्कता बढ़ा दी गई है. बॉर्डर पर सुरक्षा व्यवस्था को चाक चौबंद किया गया. सीमा के उस पार किसी भी तरह की हलचल पर निगाह रखी गई है. बॉर्डर पर BSF ने सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई है और प्रशासनिक अमला भी पूरी तरह अलर्ट के मोड पर है.

हिंदुस्तान हर दिल में हो। .. योगेंद्र यादव

हिंदुस्तान हर दिल में हो। .. योगेंद्र यादव 

बाड़मेर | मई, 1999 का वह दिन मुझे आज भी याद है, जब अचानक हमें निर्देश मिले कि द्रास की तरफ बढ़ना है। वे कमांडो प्लाटून घातक का हिस्सा थे, जिसे टाइगर हिल पर सामरिक बंकरों को कब्जाने का जिम्मा दिया गया था। 16 हजार फीट से अधिक ऊंचाई पर खून जमा देने वाली ठंड थी, लेकिन हमारे कदम एक पल को नहीं रुके। उस समय मेरी उम्र सिर्फ 19 साल थी। प्रशिक्षण और सेवा मिलाकर मात्र ढाई साल का अनुभव। 4 जुलाई, 1999 को टाइगर हिल पर हमारे समूह के 7 लोगों ने रस्सियों के सहारे 90 डिग्री की सीधी चढ़ाई शुरू कर दी। चारों ओर से मौत का खतरा था। तीसरे दिन अलसुबह 5.30 बजे हिल पर पहुंचे तो पहले से घात लगाए बैठे पाक सैनिकों ने फायरिंग शुरू कर दी। ऐसे में एक कदम आगे बढ़े तो मौत और पीछे हटे तो मौत। हमने करीब 30 घंटे बाद फायरिंग बंद तो पाक सैनिकों को लगा कि हम पीछे हट गए हैं। कुछ ही देर में 30 पाक सैनिकों ने हमला बोल दिया। इसमे हमारे छह साथी शहीद हो गए। मैं भी जख्मी हो गया, तभी एक पाक सैनिक आया और उनके सीने पर गोली दाग दी। जख्मों को अनदेखा कर मैंने दुश्मन के पहले बंकर में ग्रेनेड फेंककर उन्हें मौत की नींद सुला दिया। साथी टुकड़ी जब तक पहुंची, तब तक उनका एक हाथ टूट चुका था और करीब 15 गोलियां लग चुकी थीं। मैंने दुश्मन के 3 बंकर उड़ाए और आखिर 12 जुलाई को उनकी बटालियन टाइगर हिल विजय करने में कामयाब हो गई। तोलोलिंग पहाड़ी पर तिरंगा फहरा दिया।

(बाड़मेर में थार के वीर कार्यक्रम के दौरान परमवीर चक्र विजेता सूबेदार मेजर योगेंद्र सिंह ने बताया)



परमवीर चक्र प्राप्त योगेंद्र सिंह यादव।