बुधवार, 1 मई 2013

गौड़ ने लोकपाल का पदभार संभाला



गौड़ ने लोकपाल का पदभार संभाला

-जन अभाव अभियोग निराकरण के लिए गौड़ बाड़मेर के लोकपाल नियुक्त


बाड़मेर, 01 मर्इ। महात्मा गांधी नरेगा योजना के कि्रयान्वयन से संबंधित जन अभाव अभियोग निराकरण के लिए नियुक्त बाड़मेर जिले के लोकपाल मांगीलाल गौड़ ने पदभार संभाला। गौड़ के साथ प्रदेश के 11 जिलाें में कुछ समय पूर्व लोकपाल नियुक्त किए गए थे। गौड़ बाड़मेर जिले के पहले लोकपाल है।

गौड़ ने लोकपाल का पदभार संभालने के बाद बताया कि उनकी प्राथमिकता आमजन की शिकायताें का त्वरित निस्तारण करना रहेगा। अनियमितता एवं भ्रष्टाचार पर अंकुश के साथ उनका प्रयास रहेगा कि नरेगा कार्यों की गुणवत्ता अच्छी हो। महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत श्रमिकाें को रोजगार के साथ समय पर मजदूरी का भुगतान मिल सके। लोकपाल नियोजन के लिए ग्रामीण विकास मंत्रालय के आदेश एवं राज्य स्तरीय चयन समिति की अनुशंषा पर गौड़ की आगामी दो साल के लिए लोकपाल के रूप में नियुकित की गर्इ है। इस अवधि को आगे बढ़ाया भी जा सकता है। महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत कि्रयान्वयन से संबंधित जन अभाव अभियोग लोकपाल को प्रस्तुत किए जा सकते है।

तांत्रिक के झांसे में ज्वैलर ने गंवाई जान

तांत्रिक के झांसे में ज्वैलर ने गंवाई जान

जयपुर। महाराष्ट के तांत्रिक के झांसे में आए जयपुर के एक ज्वैलर को बुधवार दोपहर जान से हाथा धोना पड़ा। ज्वैलर घर पर खजाने की तलाश में खुदाई कर रहा था,तभी दीवार ढह गई और मलबे में दबने से उसने मौके पर ही दम तोड़ दिया। घटना के बाद पुलिस ने तांत्रिक को गिरफ्तार कर लिया है।


पुलिस के अनुसार घटना झोटवाड़ा स्थित श्रीराम नगर-बी कॉलोनी की है। यहां प्लॉट नम्बर 137ए में महाराष्ट मूल का ज्वैलर भारत गोपीनाथ परिवार के साथ रह रहा था। गोपीनाथ की झोटवाड़ा और मुरलीपुरा में दो ज्वैलरी शॉप भी हैं। हाल ही,ज्वैलर महाराष्ट के तांत्रिक त्रियम्बानंद उर्फ तुकारामके सम्पर्क में आया। तांत्रिक ने ज्वैलर को घर में खजाना दबे होने की बात कही और इसके लिएपूजा-पाठ के साथ खुदाई शुरू करवा दी। खुदाई के दौरान ही यह हादसा हुआ और ज्वैलर की मौत हो गई।



सब इंस्पेक्टर दिलीप सिंह ने   बताया कि 35 वर्षीय ज्वैलर गोपीनाथ लम्बे समय से जयपुर में ही ज्वैलरी कारोबार कर रहा था। गोपीनाथा हाल ही तांत्रिक से सम्पर्क आया था और उसके बहकावे में आकर जमीन में गडे धन को हासिल करने की फिराक में था। इसी लालच में उसने बुधवार को जमीन खोदनी शुरू की और इसी दौरान दीवार ढह गई। मलबे के नीचे दबे गोपीनाथ को जब तक निकाला जाता वह बेहोश हो चुका था। परिवारजन उसे तुरंत सवाई मानसिंह अस्पताल लेकर पहुंचे,जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया गया।


फिलहाल,पुलिस मामले की जांच में जुटी है। मृतक के शव को शाम तक अस्पताल से घर ले जाया गया। इस बीच मृतक के परिवार की ओर से देर शाम तक थाने में कोई मामला दर्ज नहीं करवाया गया।

महिला कांस्टेबल ने लगाया रेप का आरोप

महिला कांस्टेबल ने लगाया रेप का आरोप

नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की एक महिला कांस्टेबल ने बुधवार को अपने वरिष्ठ पर शादी का वादा करके रेप करने का आरोप लगाया है। इस कांस्टेबल ने मंगलवार को जहर खाकर खुदकुशी की कोशिश की थी, जिसे अचेतावस्था में अस्पताल में दाखिल कराया गया था। महिला कांस्टेबल ने पूर्वी दिल्ली के खजूरी खास पुलिस थाने में सब-इंस्पेक्टर विशेष खोखर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। खोखर फिलहाल फरार है।

महिला कांस्टेबल की खोखर के साथ दोस्ती वर्ष 2010 में राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान हुई थी। तभी से दोनों किराए के मकान में लिव-इन में साथ रह रहे थे। पिछले कुछ महीने से खोखर महिला कांस्टेबल की उपेक्षा कर रहा था। उसने महिला से यह भी कहा कि वह उससे शादी नहीं करेगा।

पुलिस के अनुसार, महिला कांस्टेबल ने मंगलवार को जहर खाकर खुदकुशी करने की कोशिश की। वह अपने घर के पास के बस स्टॉप के नजदीक अचेतावस्था में मिली, जहां से उसे अस्पताल ले जाया गया। उसने अस्पताल में अपना बयान दर्ज कराया। पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि खोखर की तलाश के लिए एक टीम का गठन किया गया है।

थानेदार ने किया दुष्कर्म,माता-पिता गिरफ्तार

थानेदार ने किया दुष्कर्म,माता-पिता गिरफ्तार

जयपुर। राजस्थान पुलिस के एक शादीशुदा सब इंस्पेक्टर के झूठी शादी रचाने और 4 महीने तक एक युवती का देहशोषण करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। आरोपी भीलवाड़ा में तैनात है और उसके 13 साल की एक बेटी भी है।


मामले का खुलासा तब हुआ जब 22 साल की पीडिता ने राजधानी के रामगंज थाने में थानेदार और उसके माता-पिता के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज करवाई। पुलिस ने मेडिकल मुआयना कराते हुए घटनाक्रम की पुष्टि कर आरोपी के माता-पिता को बुधवार चाकसू थाना इलाके से गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि,आरोपी थानेदार अशोक नावंरिया(40) मौके से फरार हो गया और पुलिस उसे पकड़ने के प्रयास कर रही है।


पीडिता के बयान के अनुसार भीलवाड़ा में त्ौनात इस सब इंस्पेक्टर ने जयपुर में रामगंज थाना इलाके में रहने वाली युवती से झूठी शादी रचाई और चाकसू में उसके साथ महीनों तक दुष्कर्म किया। करीब चार माह बाद आरोपी ने युवती को घर से निकाल दिया।


थानेदार का शादी से इनकार


पीडित युवती का आरोप है कि उसके साथ चार महीने तक सब इंस्पेक्टर ने देह शोष्ाण किया और यह कहते हुए घर से निकाल दिया कि मैंने तेरे से कोई शादी नहीं की है। अपने घर वापस लौट कर पीडिता ने आरोपी व उसके माता-पिता को नामजद करते हुए मामला दर्ज कराया। रामगंज थाना प्रभारी नरेन्द्र शर्मा ने बताया कि आरोपी थानेदार का पहली पत्नी से अक्सर झगड़ा रहता था। जिसका मामला न्यायालय में विचाराधीन है।

तलाक के बहाने झठी शादी


डीसीपी (उत्तर) महेंद्र सिंह चौधरी ने बताया कि मूलत: चाक सू निवासी हाल भीलवाड़ा जिले में सब इंस्पेक्टर के पद पर तैनात अशोक नावंरिया (40) करीब चार महीने पहले मां मनभव देवी व पिता घासीराम के साथ रिश्तेदारी में रामगंज थाना क्षेत्र स्थित मंडी खटीकान आया हुआ था। यहां वह अपने माता-पिता के साथ स्थानीय निवासी 22 वष्ाीüय एक युवती के घर पहुंचा। उन्होंने पहली पत्नी से तलाक हो जाने की बात कहते हुए युवती से अशोक का रिश्ता पक्का कर लिया। इसके बाद शादी भी साधारण तरीके से कर ली गई। शादी बाद युवती को चाकसू स्थित मकान पर रखा।

एससी ने मौत की सजा उम्रकैद में बदली

एससी ने मौत की सजा उम्रकैद में बदली

नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने हत्या के मामले में मृत्युदंड की सजा पाए एक दोषी की सजा उम्रकैद में बदल दी है। सुप्रीम कोर्ट ने यह निर्णय इस आधार पर लिया कि राष्ट्रपति कार्यालय ने उसकी दया याचिका रद्द करने में काफी देरी की।


सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला उसके द्वारा हाल ही दी गई महत्वपूर्ण व्यवस्था के विपरीत है। शीर्ष कोर्ट ने फैसला दिया था कि एक दया याचिका पर फैसला लेने में देरी मृत्युदंड को उम्रकैद में बदलने का आधार नहीं हो सकती।


सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को जो फैसला दिया वह एमएन दास के मामले का है। दास को सुप्रीम कोर्ट ने 1999 में हत्या का दोषी पाया था। उसकी दया याचिका सालों बाद 2011 में खारिज की गई। उसके वकीलों ने "देरी मौत से भी बुरी है" का तर्क रखा।


11 अप्रेल को सुप्रीम कोर्ट के अन्य जजिज ने देवेंदर पाल सिंह भुल्लर के मामले में यह तर्क खारिज कर दिया था। भुल्लर को दिल्ली में 1993 में एक बम विस्फोट के मामले में दोषी पाया गया था। इस फैसले का असर मौत की सजा पाए 15 कैदियों के मामले पर पड़ सकता है।