गुरुवार, 26 अप्रैल 2012

बाड़मेर बाडमेरताज़ा खबरें | आज की ताज़ा खबरें, ताज़ा खबर पुलिस. गुरुवार. २६ अप्रैल, 2012


एसपी ने पदभार संभाला
 
बाड़मेर नवनियुक्त जिला पुलिस अधीक्षक लवली कटियार ने बुधवार को पदभार ग्रहण कर लिया। मूल रूप से उत्तरप्रदेश के कानपुर की निवासी कटियार का प्रशिक्षण काल पूरा होने के बाद पहली बार बाड़मेर में एसपी के पद पर पदस्थापित किया है। कार्यग्रहण के करने के बाद एसपी ने अपने कार्यालय, शहर के कोतवाली व सदर पुलिस स्टेशन का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं की जानकारी ली।भारतीय पुलिस सेवा की वर्ष 2009 बैच की अधिकारी कटियार जयपुर के शास्त्रीनगर सर्किल में सहायक एसपी के तौर पर पोस्टेड थी। बाड़मेर जिले की पहली महिला पुलिस अधीक्षक होने के नाते उन्होंने महिलाओं पर होने वाले अपराधों पर अंकुश लगा उन्हें सुरक्षा देना अपनी पहली प्राथमिकता बताई। वहीं जल्द ही पूरे जिले की भौगोलिक और अन्य परिस्थितियों से रूबरू होकर आमजन में पुलिस के प्रति विश्वास मजबूत करने के प्रयासों को प्राथमिकता देने की बात कही।

५० तोला सोना व १.२५ लाख रुपए ले उड़े चोर



परिवार शादी समारोह में गया था



बाड़मेर
कोतवाली थाना क्षेत्र में मंगलवार रात चोरों ने एक सूने घर पर हाथ साफ कर दिया। परिवार रिश्तेदार के यहां शादी समारोह में शामिल होने गया था।

पुलिस के अनुसार माल गोदाम रोड पर भीमराज पुत्र श्रीराम के घर को मंगलवार रात सूना देख चोरों ने ताला तोड़कर घर से ५० तोला सोना व १.२५ लाख रुपए नगद लेकर फरार हो गए। भीमराज अपने परिवार को लेकर शादी में गए थे। जब वे बुधवार सुबह करीब दस बजे अपने घर लौटकर आए तो देखा कि अंदर वाले रूम का ताला टूटा पड़ा है। इसके साथ रूम में सामान बिखरा पड़ा था। भीमराज ने घर पर चोरी होने की सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने मौका मुआयना कर जांच शुरू कर दी।


विवाहिता ने लगाई फांसी

बाड़मेर धोरीमन्ना थाना क्षेत्र में एक विवाहिता ने फांसी लगा आत्महत्या कर ली। पुलिस के अनुसार बाछड़ाऊ निवासी गंगाराम पुत्र देदाराम जाट ने रिपोर्ट पेश कर बताया कि उसकी पुत्रवधु गोमी पत्नी ओमाराम जाट ने ढाणी के पास लगे खेजड़ी के पेड़ पर फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। जानकारी के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने विवाहिता का पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया ।

कार पलटने से एक की मौत, पांच घायल



नोखा से लौटते समय बावड़ी कस्बे के निकट हुआ हादसा, जसोल के रहने वाले हैं घायल

बीकानेर के नोखा कस्बे से जोधपुर की ओर आ रही एक कार बावड़ी के निकट किसी जानवर को बचाने के प्रयास में पलट गई। इस हादसे में एक जने की मौत हो गई, जबकि दो मासूम सहित पांच लोग घायल हो गए। सभी लोग जसोल के एक ही परिवार के हैं। दुर्घटना थाना (पूरब) पुलिस ने बताया कि जसोल निवासी जुगलकिशोर पुत्र प्रेमरतन राठी अपनी मां सुशीला देवी (60), भाई कमल (22), बहन मंजू (20) पत्नी मनीष व भानजी कुमकुम (5) और रश्मि (2) के साथ बुधवार दोपहर नोखा से लौट रहे थे। दोपहर करीब ढाई बजे बावड़ी से करीब 5 किलोमीटर दूर जोधपुर की ओर इनकी कार के आगे अचानक कोई जानवर आ गया। उसे बचाने के प्रयास में कार असंतुलित हो गई और पलटी खा गई। इससे कार में सवार सभी लोग घायल हो गए। उसी दौरान वहां से गुजरने वाले अन्य वाहन चालकों ने सभी को बाहर निकाला और अस्पताल के लिए रवाना किया।

हादसे की सूचना पर खेड़ापा व दुर्घटना थाना पुलिस भी मौके पर पहुंची। जोधपुर ले जाते समय बीच रास्ते में जुगलकिशोर (32) की मौत हो गई। अन्य घायलों को मथुरादास माथुर अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।


आस्था से खिलवाड़ कर रहे हैं निर्मल बाबा: शंकराचार्य

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कहा, शासन तंत्र स्वयं भ्रष्ट व दिशाहीन है तभी तो उजागर होने के बावजूद खुले घूम रहे हैं फर्जी बाबा



बालोतरा
श्रीकाशीसुमेरू पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि निर्मल बाबा ने लोगों की आस्था, श्रद्धा व विश्वास को भ्रमित करने का कार्य किया है। यदि कोई सच्चा बाबा होता है तो उसके मन, वाणी व कर्म में समरूपता होती है, जिनके मन में कुछ, वाणी में कुछ व कर्म में कुछ अगल ही नजर आता है, वे भ्रामक होते हैं। शंकराचार्य सरस्वती ने यह बात ब्रह्मधाम पर प्रेसवार्ता के दौरान पत्रकारों के सवाल पर कही। उन्होंने कहा कि जो बाबा का आवरण धरे होते हैं, उनका पर्दाफाश भी शीघ्र ही हो जाता है, परंतु कोई कार्रवाई नहीं होने से ऐसे लोगों पर अंकुश नहीं लग पाता। शासन तंत्र स्वयं भ्रष्ट व दिशाहीन है, इसलिए वह ढोंगियों के खिलाफ कड़ा रुख अख्तियार नहीं करता। नक्सलवाद पर सरस्वती ने कहा कि हर व्यक्ति को 1 घंटा हर रोज देशहित में निकालना चाहिए। भले ही सप्ताह में एक दिन देश के लिए निकाले। साधु-संतों को भी ऐसा ही करना चाहिए। वे जंगल में जाकर नकारात्मक सोच वाले लोगों का माइंड वॉश करें और उनको सकारात्मक सोच वाला बनाएं, इससे नक्सलवाद जड़ से खत्म हो जाएगा।

संस्कार के बल पर ही भारत जगद्गुरु: उन्होंने कहा कि संस्कृति व संस्कार के बल पर ही भारत जगद्गुरु कहलाता है। ब्रह्मधाम पर संस्कारशाला में बच्चों को संस्कारवान बनाया जा रहा है, यह सबसे अच्छा कर्म है। बालपीढ़ी संस्कारवान बनेगी तभी तो सुंदर भविष्य की कल्पना की जा सकती है। उन्होंने कहा कि सनातन संस्कृति ही संस्कार की जननी है। सनातन संस्कृति ने हमेशा विश्व कल्याण व मानवता के कल्याण की बात कही। उन्होंने कहा कि यज्ञ तो कलयुग का साक्षात कल्पवृक्ष है। भगवान राम से लेकर आज तक यज्ञ ने हमेशा जोडऩे का काम किया। उस समय भी लूटपाट थी, आज भी जनप्रतिनिधि काला धन विदेशी बैंकों में जमा करने में लगे हैं। भय, भूख व भ्रष्टाचार देश को निगल रहे हैं। ऐसे में सदाचार से ही भ्रष्टाचार का निदान संभव है।

इंद्रियों पर नियंत्रण जरूरी: शंकराचार्य सरस्वती ने कहा कि आजकल लोगों का इंद्रियों पर नियंत्रण नहीं, इसी से बीमारियां बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि भारत में पहले जहां 30 लाख रुपए की दवाइयोंं की आवश्यकता रहती थी, उसकी जगह अब 30 अरब रुपए की दवाइयां कम पड़ती है। ऐसी स्थिति इसीलिए हैं कि हम खुद पर नियंत्रण नहीं रख पाते।









सेक्‍स के लिए करना होगा और दो साल का इंतजार, वरना माना जाएगा बलात्‍कार

नयी दिल्‍ली . 18 साल से कम उम्र के किसी व्‍यक्ति के साथ यौन संबंध बनाना बलात्‍कार समझा जायेगा भले ही यह रिश्‍ता सहमति से बनाया गया हो और इसके लिए सात जेल की जेल तक काटनी पड़ सकती है।
अवयस्‍कों के प्रति होने वाले यौन अपराधों पर लगाम लगाने के मकसद से एक संसदीय समिति ने प्रोटेक्‍शन ऑफ चिल्‍ड्रन फ्रॉम सेक्‍सुअल आफेंस बिल 2011 में यह संशोधन करने की सिफारिश की है। सरकार इस अनुशंसा को स्‍वीकार करने की तैयारी में है और आज इस विधेयक को कैबिनेट की मंजूरी मिलने के आसार हैं।
मौजूदा समय में 16 साल से कम उम्र के किसी व्‍यक्ति के साथ सेक्‍स करना बलात्‍कार की श्रेणी में आता है।

बुधवार, 25 अप्रैल 2012

समलैंगिक सम्बन्ध के कारण ननद-भाभी ने की आत्महत्या

मुजफ्फरनगर समलैंगिक सम्बन्ध के चलते ननद-भाभी ने फांसी लगाकर ख़ुदकुशी करने का मामला सामने आया है ! आत्महत्या का कारण परिजनों द्वारा दोनों को आपत्ति जनक स्थिति में देखना बताया जा रहा है ! और ननद की शादी की बात चलने का कारण भी हो सक ता है ! 
जीहाँ मूलचंद विहार निवासी कॉलेज में क्लर्क वेदप्रकाश वर्मा की पुत्रवधू और बेटी ने सोमवार रात चुनरी से लटक कर आत्महत्या कर ली थी। प्रथम जांच में पुलिस को दोनों के बीच अंतरंग संबंध की जानकारी मिली ! मौके से एक रजिस्टर भी मिला, जिसमें दोनों ने एक दूसरे के प्रति अपने प्रेम का इजहार कर रखा था।

सोमवार रात करीब पौने बारह बजे रजबन बाजार मेरठ से पुत्रवधू के परिजन आए, तब दोनों के शवों को नीचे उतारा गया। परिजनों ने कोई रिपोर्ट दर्ज कराने से इंकार कर दिया। बाद में वेदप्रकाश वर्मा की ओर से रोजनामचे में रपट इत्तलाई दर्ज की गई। तहसीलदार विक्रम सिंह की मौजूदगी में शवों का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।

एसपी सिटी राजकमल यादव और इंस्पेक्टर जगबीर सिंह अत्री ने पिता वेदप्रकाश वर्मा के अलावा अन्य परिजनों से भी पूछताछ की। इंस्पेक्टर जगबीर सिंह अत्री ने बताया कि दोनों के बीच समलैंगिक संबंध थे। मेरठ में पुत्रवधू के परिजनों ने कई बार आपत्तिजनक अवस्था में दोनों को देखा था और खूब नसीहत दी थी। इसके अलावा वेदप्रकाश शर्मा अपनी बेटी की शादी के लिए भी प्रयासरत थे। इन्हीं कारणों से दोनों ने आत्महत्या की है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी मौत का कारण फांसी लगना आया है।

बुजुर्गों ने की सभा, फिर देखे शगुन


बुजुर्गों ने की सभा, फिर देखे शगुन 

परंपरागत तरीके से मनाया आखातीज का पर्व 


 बालोतरा  आखातीज (अक्षय तृतीया) का पर्व उपखंड क्षेत्र में पारंपरिक तरीके से मनाया गया। इस अवसर पर गांवों में सभाओं का आयोजन हुआ और आने वाले जमाने के लिए शगुन भी देखे गए। घरों में गळवाणी व खींच का भोजन बनाया गया और सूर्य देवता की पूजा-अर्चना की गई। बच्चों ने भी इस पर्व का पूरा आनंद उठाया। बच्चे सुबह से दुल्हा-दुल्हन का रूप धरकर घर-घर गए और अक्षय तृतीया की बधाई देकर अपनी खर्ची जमा की।

बालोतरा में प्रजापत समाज, माली, घांची देवासी व मेघवाल सहित विभिन्न समाजों के लोगों ने सभा का आयोजन कर कच्ची मिट्टी के कुल्हड़ में पानी भरकर आने वाले जमाने के लिए शगुन देखे। शगुन देखकर अंदाजा लगाया जाता है कि आगामी वर्ष में इस क्षेत्र में कितनी वर्षा होगी कब होगी व कौनसा अनाज इस वर्ष अच्छा होगा। साथ ही वे देश, प्रदेश की सरकार का भविष्य भी इन कुल्हड़ के माध्यम से जानते हैं। प्रजापत समाज की ओर से आयोजित सभा में राणाराम, प्रभुराम, चौथाराम, मोहनलाल, झुंझाराज सहित समाज के लोगों ने शगुन देखे। इस दौरान सभा के बीचो-बीच बाजोट पर पांच गीली मिट्टी के बर्तन बनाकर सर्वप्रथम स्तंभ, आषाढ़, श्रावण, भाद्रवा, आसोज, वर्षाली मास के नाम देकर उसमें पानी भरकर पूजा करते हुए जय घोष किया। इस दौरान सबसे पहले आषाढ़, आसोज, भाद्रवा व श्रावण मास के बर्तन से पानी बाहर निकालने पर आगामी वर्ष में इन महिनों में अच्छी वर्षा होने व सरकार से अच्छा शासन करने की भविष्यवाणियां कर खींच, गुळवानी, ग्वारफली व काचरा की सब्जी से सामूहिक भोजन कर अपने-अपने विचार प्रकट किए। शेष त्न पेज १४

इधर टापरा गांव में आखातीज का पर्व धूमधाम से मनाया गया। गांव के 36 कौम के लोगों ने ठाकुर भैरूसिंह की कोटड़ी में एकत्रित होकर पर्व को परंपरागत तरीके से मनाया। भैरूसिंह टापरा ने बताया कि सभी ग्रामीण एकत्रित होकर कोटड़ी में आए, स्नेह मिलन से मनुहार की व आपसी प्रेमभाव बढ़ाने की बात कही। इस दौरान आने वाले जमाने को लेकर शगुन भी देखे गए। सभा में पंडित भीखालाल, ओमपुरी गोस्वामी सहित कई ग्रामीण उपस्थित थे।

सिवाना. कस्बे सहित ग्रामीण अंचल में अक्षय तृतीया पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। घरों में महिलाओं ने पारंपरिक व्यंजन बनाकर सूर्य देवता को भोग लगाकर पूजा अर्चना की। वहीं गांवों में अक्षय तृतीया पर सभाओं का आयोजन कर नए जमाने के शगुन देखे गए। मायलावास ग्राम पंचायत मुख्यालय पर सरपंच भीखी देवी की अध्यक्षता में सभा का आयोजन किया गया। सभा में अच्छे जमाने के शगुन देखे गए। सरपंच ने ग्रामीणों को बाल-विवाह जैसी कुरीतियों से दूर रहने की अपील की।

कल्याणपुर. क्षेत्र के गांवों में अक्षय तृतीया का पर्व धूमधाम से मनाया गया। सवेरे से ही ग्रामीणों की सभा में इस बार अच्छे जमाने के शगुन लिए। क्षेत्र के थोब, कल्याणपुर, नेवरी, चारलाई कला, अराबा, रेवाड़ा जेतमाल सहित आस-पास के गांवों में बच्चों ने दुल्हा-दुल्हन बनकर घर-घर जाकर अक्षय तृतीया पर्व हर्षोल्लास से मनाया। ग्रामीण भोमाराम चौधरी, मांगीलाल व रामाराम चौधरी सहित ग्रामीणों ने इस वर्ष अच्छे जमाने होने के शगुन होने की बात कही।

रामदेवरा में बाराती महिलाओं के गहने चोरी


रामदेवरा में बाराती महिलाओं के गहने चोरी 

कान के गहने उतारते समय महिला के जाग जाने पर भाग निकले चोर, पोकरपुरा में भी दो जगह हुई चोरी



पोकरण  बेखौफ चोरों ने सोमवार रात रामदेवरा में आई बारात को निशाना बनाया। बारात में आई महिलाओं के जेवरों पर चोरों ने हाथ साफ कर दिया। इस बीच जाग हो जाने पर चोर भाग निकले। वहीं पोकरपुरा में भी दो जगह चोरों ने धावा बोल गहने पार कर दिए। चोरी गए आभूषणों की कीमत आठ लाख रुपए बताई जा रही है। 
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रामदेवरा में सोमवार को हुकमसिंह के पुत्र की शादी का समारोह था। समारोह के बाद दूल्हे की मां रेखा तथा विरमदेवरा से समारोह में शामिल होने आई लीला पत्नी तुलछसिंह अलग कमरे में तथा अन्य बाराती दूसरे कमरे में सो रहे थे। इसी बीच चोर महिलाओं के कमरे में घुस गए और गहने उतारनेे लगे। लीला देवी के कानों के गहने उतार ही रहे थे कि वह जाग गईं। उनके चिल्लाने पर पास के कमरे में सो रहे बाराती जाग गए। बारातियों ने चोरों को पकडऩे का प्रयास भी किया लेकिन अंधेरे का फायदा उठाकर वे भागने में सफल रहे। काफी दूरी तक बाराती भी उनके पीछे लगे रहे। 



आठ लाख के गहने पार

चोरों ने लीला की रखड़ी, गले की कंठी, दाएं कान की टोटी व पता वहीं रेखा की गले की कंठी तथा दाहिने कान के लौंग पर हाथ साफ कर दिया। वहीं पोकरपुरा में बीरमादेवी की रखड़ी, तिलाकिया तोड़ लिया। डूंगरराम की सदूंक से चोरों ने चांदी का भुजबंध, रखड़ी, बिछड़ी तथा अंगूठी चुराई। इन सभी सामान की कीमत लगभग आठ लाख रुपए बताई जा रही है।

क्यों लग गए 25 सालः अमिताभ बच्चन

नई दिल्‍ली. बोफोर्स मामले में जांच करने वाले भारतीय अफसर अमिताभ बच्‍चन के खिलाफ साजिश कर रहे थे और प्रायोजित खबरें छपवा रहे थे। ऐसी खबर आने के बाद बिग बी और उनकी पत्‍नी जया बच्‍चन ने अलग अंदाज में प्रतिक्रिया दी है। अमिताभ ने जहां भावुक अंदाज में करारा जवाब दिया है, वहीं जया ने कहा है कि 25 सालों का हिसाब कौन देगा?
 
मुंबई में एक प्रैस कांफ्रेंस में अमिताभ बच्चन ने कहा कि उन्हें इस बात का दुख है कि 25 साल उनकी बेगुनाही को साबित होने में लग गए। अगर उनकी मां और बाबूजी के जीवित रहते यह हुआ होता तो उन्हें ज्यादा अच्छा लगता।
प्रेस को संबोधित करते हुए बिग बी ने कहा कि हमें खुशी है कि इस स्विडिश पुलिस के जो हेड थे और जो बोफोर्स इंडिया डील की तहकीकात में लगे थे उन्हेंने कहा है कि मैं निर्दोष था। 25 साल बाद यह घोषणा हुई है, दुख इस बात का है कि अगर उन्हें 25 साल पहले यह पता था कि मैं बेगुनाह हूं तो इतनी देर क्यों लगी?
अपनी बेगुनाही साबित होने से खुश और इसमे लगे वक्त से दुखी बिग बी ने कहा कि एक तो दुख इस बात का है कि 25 साल इस मामले में लगे। जांच के मुखिया रहे अधिकारी ने कहा है कि उन्हें मालूम था कि मेरा नाम भारतीय जांच एजेंसियों ने प्लांट करवाया था।
अब इसके आगे मैं क्या कहूं। मुझे खेद बस एक ही बात का है कि 25 सालों तक हमें इस बदनामी और बेइज्जती के साथ रहना पड़ा। हम तो उस जमाने में जवान थे, कोर्ट कचहरी गए और लड़े भी। लेकिन मां-- और बाबूजी के लिए दुख होता है, उनके मन में मेरे प्रति एक क्लेश था जिसे मैं उनके जीवित रहते साफ नहीं कर पाया। अगर उनके जीवित रहते यह होता तो अच्छा लगता।
राजनीति में आने संबंधी सवाल के प्रश्न में बिग बी ने कहा कि अब राजनीति में आने का सवाल ही नहीं उठता। मुझे राजनीति नहीं आती। यह पूछे जाने पर कि किस का शुक्रिया अदा करना चाहेंगे बिग बी ने कहा कि शुक्रिया अदा मैं किसकों करूं...मैं केवल अपने परिवार के सदस्यों को बधाई देता हूं कि हम एकजुट रहे। जो सच्चाई थी उसे हम सब जानते थे लेकिन विश्व में और कोई नहीं जानता था।
मैंने पहले ही कहा है कि इस दुख को हमें झेलना पड़ा है, मुझे याद आ रहा है कि जिस जमाने में ये बात निकली थी उस समय प्रतिदिन पत्रकार हमारे ऊपर लांछन लगाते थे, हमारी बदनामी होती थी, हमें गालियां मिलती थी.
एक दिन बाबूजी ने बुलाकर कहा था कि बेटा तुमने कोई गलत काम तो नहीं किया है, उस दिन मुझे लगा था कि अब बाबूजी भी इस बात से पीड़ित हो गए हैं और अब मामला गंभीर हो गया है। उस दिन मैंने निर्णय लिया था कि मैं अपने ऊपर लगे इस दाग को धोने के लिए लड़ाई लड़ूंगा। मैं इसके बाद कोर्ट गया और लड़ाई लड़ी।

इससे पहले अमिताभ ने ब्‍लॉग में लिखा है कि वह गलती जो मैंने कभी की ही नहीं, हमेशा एक धब्बे की तरह बनी रही और शायद हमेशा बनी रहे। आरोपों के इन पलों, घंटों, दिनों और सालों को शायद ही कोई समझ पाए या उस पीड़ा और दर्द को महसूस कर पाए जिससे मैं गुजरा हूं। लेकिन क्या इस सब में किसी और की कोई रुचि है? शायद नहीं।

बिग बी ने लिखा कि जिन्होंने ये किया उनकी अंतरात्मा पर कोई फर्क नहीं पड़ा है। वो तो अपनी वाकपटुता और चालों से अपनी चमड़ी को साफ रखे हुए हैं। और अगर उनपर फर्क पड़ता भी है तो क्या अब इसका कोई औचित्य है? लाजिमी है, नहीं। उनका मिशन ही अन्यायपूर्ण था जो पूरा हो गया है। अपना स्‍वार्थ साधने लिए उन्होंने भाड़े के एजेंटों का सहारा लिया और वो क्षणिक तौर पर जीत भी गए लेकिन अंत में हार उनकी ही हुई है। उन्होंने अपनी स्थिति और शक्ति को खो दिया और सबसे महत्पूर्ण अपने जमीर और चेतना को खो दिया। जमीर की हार ही हमारे जीवन में सबसे बड़ी हार होती है। हम सब कभी न कभी इस हार का शिकार हो सकते हैं लेकिन महानता उनमें होती है जो समय रहते अपने जमीर को बचा लेते हैं।

उधर, जया बच्‍चन ने भी मीडिया से बातचीत में कहा कि यह ऐसा सच है जो हम 25 सालों से जानते आए हैं, लेकिन इन 25 सालों में जो दर्द हमें झेलना पड़ा है, उसका हिसाब कौन देगा।

बाड़मेर में पहली महिला पुलिस अधीक्सक ने कार्यभार सम्भाला,,,देखिये चित्र





बाड़मेर में पहली महिला पुलिस अधीक्सक ने कार्यभार सम्भाला देखिये चित्र 


 बाड़मेर के लिए गर्व का विषय ... बाड़मेर के इतिहास में पहली बार महिला पुलिस अधीक्षक के रूप में लवली कटियार (कानपुर) पदस्थापित हुई हैं , उनका कहना हैं कि महिलाओं पर होने वाले अत्याचारों से लड़ना उनका पहला कदम और प्राथमिकता होगी ! बाड़मेर हार्डकोर अपराध  के लिए अब  जाना जाता हे ऐसे में नई पुलिस अधिक्षक के लिए चुनौती होगी इस सरहदी जिले में नियुक्ति 

मंगलवार, 24 अप्रैल 2012

मानव सेवा सबसे बड़ी सेवा जैन


मानव सेवा सबसे बड़ी सेवा जैन 


नेत्र ज्योति चिकित्सालय में फिजियों केन्द्र का शुभारम्भ 




बाड़मेर 24 अप्रेल। बाड़मेर जन सेवा समिति की ओर से संचालित नेत्र ज्योति चिकित्सालय में नवनिर्मित फिजियों थैरेपिस्ट विभाग का शुभारम्भ   बाड़मेर विधायक मैवाराम जैन व पालिका अध्यक्ष उशा जैन ने फीता काटकर किया। इस अवसर पर डॉ. हिम्मत देथा ने विभाग मे लगे उपकरणो और उससे होने वाले इलाजों की जानकारी दी। इस अवसर पर बाड़मेर विधायक मैवाराम जैन ने कहा कि मानव सेवा सबसे बड़ी सेवा हैं। और वर्तमान में इसकी महत्ती आवयकता है। बेहतर स्वास्थ्य सेवा के लिये हर सम्भव प्रयासरत हैं। उन्होंने कम कीमत मे बेहतर सुविधाऐं प्रदान कराने के लिये समिति की प्रांसा की। इसी कड़ी में पालिका अध्यक्ष उशा जैन ने कहा कि आज इस तरह के आधुनिक उपकरणो की बाड़मेर को आवयकता है। इस विभाग के प्रारम्भ होने से अब लोगो को बाहर नही जाना पडेगा। समिति के सचिव एडवोकेट रमो मंगल ने कहा कि फिजियों थेरेपिस्ट का ये विभाग पूरी तरह से आधुनिक सुविधाओं से लेस हैं। इसमे सामान्य दरो पर पूरी सुविधाऐं उपलब्ध कराई जायेगी। इस अवसर पर पालिका के उपाध्यक्ष चैन सिंह भाटी, पूर्व सरपंच गोरधनसिंह, पाशर्द दमाराम माली, समिति के अध्यक्ष ओमप्रका मूथा, समाज सेवी सम्पतराज बोथरा, पूर्व प्रतिपक्ष नेता मुको जैन सहित कई लोग उपस्थित थे। कार्यक्रम के अंत में संस्था के अध्यक्ष ओमप्रका मूथा ने सबका आभार व्यक्त किया। 

बाड़मेर मनरेगा में महाघोटाले जाँच कौन करे


बाड़मेर मनरेगा में महाघोटाले जाँच कौन करे 

बाड़मेर मनरेगा में लम्बे समय से भरष्टाचार की पराकाष्ठा से गुजर रहा हें राजस्थान सरकार के पंचायत राज मंत्री के आदेशो के बावजूद आरोपियों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं हुई बल्कि अधिकारियों द्वारा भरष्टाचार के मामलों की जांच आरोपियों को ही सुपुर्द कर दी .नानारेगा में सामग्री खरीद में जबरदस्त घोटाला हें फर्जी बिल धाडले से निकाले जा रहे हें वन्ही पंचायत समितियों की डिमांड नहीं होने के बावजूद सुविधा शुल्क ले कर स्वीकृतिया निकाली जा रही हें घर के बच्चो की स्तैसनरी की खरीद सरकारी खर्चे से होती हें टांको की स्विकर्तियो में लाखो का 
घोटाला महानरेगा में महाघोटाले की उच्चा स्तरीय जांच होनी चाहिए जिला कलेक्टर को कई मामलों में गुमराह किया जाता हें इस योजना में कार्यरत कुछ कारिंदे तो इस योजना को बपौती समझाने लगे हें ,शायद इसीलिए की इन्हें सत्ताधारी नेताओं का वरदहस्त प्राप्त हें शायद ये नहीं जानते की जब कागज़ चलेंगे तो कोई नेता या ओफ्फिसर आपको बचने नहीं आयेगा बल्कि सब अपने बचाव में लगेंगे ,महानरेगा की जांचो पर गौर करे तो राजस्थान में ही नहीं पुरे भारत में बाड़मेर मनरेगा में सबसे बड़ा घोटाला हे ,हाल ही में शिव तहसील में योजना का सर्वे हुआ जिसमे कई राज खुले बुठिया,कंटाल का पार ,सिंगोडिया ,बामनोर गागरिया ,खानियानी ,बुरहान का टला ,रमजान की गफन सहित जिले की सभी पंचायत समितियों के पांच पांच गाँवो का जिनमे सर्वाधिक खर्च हुआ का रेंडम  सर्वे किया गया था जिसमे जबरदस्त घोटाला सामने आया था मगर आपसी लेनदेन और सेट्टिंग से मामले रफा दफा कर दिया,कितनोद पायला कौशालू कमठाई मजल में बड़े घोटाले सामने आये कलेक्टर ने एफ आई आर दर्ज करने के आदेश दिए मगर ऐसा नहीं हुआ मामले दर्ज क्यों नहीं हुए ये राज की बात हें 

बाड़मेर में उडी शारदा एक्ट की धजिया ,ग्रामीण अंचलो में संपन्न हुए बाल विवाह


बाड़मेर में उडी शारदा एक्ट की धजिया ,ग्रामीण अंचलो में संपन्न हुए बाल विवाह 


आठ शिकायते हुई प्राप्त 


बाड़मेर जिले में आखा तीज पर परंपरागत रूप से होने वाले बाल विवाहों पर जिला प्रशासन के कड़े क़ानून अंकुश नहीं लगा सके जिला प्रशासन द्वारा स्थापित कंट्रोल रूम पर बाल विवाह की आठ शिकायते प्राप्त हुई जिस पर जिला कलेक्टर ने सम्बंधित एस डी ओ तथा तहसीलदार को शिकायतों के निवारण के लिए भेजा .अधिकारियो  द्वारा परिजनों को पाबंद किर अपने फर्ज की आईटीआई श्री कर ली उधर प्रशासन की पाबंद करने के बावजूद परिजनों ने एक दिन पहले ही शादिया  करा दी तो कुछ परिजनों अल सुबह शादिया करा दी ,प्रशासनिक जागरूकता का असर नहीं दिखा हां इस बार दर्ज होने वाली शिकायतों में जरूर कमी आई गत साल जन्हा सत्रह शिकायते प्राप्त हुई थी इस बार मात्र आठ शिकायते ही प्राप्त हुई ,इसके बावजूद धड़ल्ले से बाल विवाह संपन्न हुए ग्रामीण अंचलों में ‘शारदा एक्ट’ कानून) की धजिजयां उड़ाते हुए सैकड़ों की तादाद में बाल विवाह पाकिस्तान की सीमा से लगे राजस्थान के बाड़मेर जिले में सोमवार रात को ग्रामीण अंचलों में ‘शारदा एक्ट’ (बाल विवाह को हतोत्साहित करने के लिए बनाया गया कानून) की धजिजयां उड़ाते हुए सैकड़ों की तादाद में बाल विवाह सम्पन्न हुए। जिला प्रशासन को इसकी सूचना होने के बावजूद वह इन बाल विवाहों को रोकने में नाकाम रहा। अब प्रशासन कानूनी कार्रवाई की बात कर रहा है। जिले के एक थाने में बाल विवाह रोकने के लिऐं आठ  स़ह शिकायते प्रापत होने के बावजूद रक भी बाल विवाह नही रोका गया।गा्रमीणों नें आाखा तीज के एक दिन पहले सोमवार  की रात ही विवाह सम्पन्न कराऐ वही कई गांवों में सोमवार और मंगलवार  को भी बाल विवाह सम्पन्न हुऐ।आष्चर्य की बात हैं कि जिला प्रशासन तथा पुलिस विभाग के पास बाल विवाह की सूचनाऐं होने के बाद भी बाल विवाह नही रूक पाऐं।


सुत्रों के मुताबिक बाड़मेर जिले के एक दर्जन गांवों में वाल विवाह बेरोकटोक संपन्न हुए।धोरीमन्ना ,गुडा,बायतु ,चौहटन  और बाटाडू गांवों में बड़ी तादाद में  बाल विवाह हुए। इन विवाहों में कई राजनीतिज्ञ भी शामिल हुए। जिन बच्चों/बच्चियों का विवाह हो रहा था, उनमें कई इतने कम उम्र के थे कि अपनी शादी के वक्त सो रहे थे। एक मासूम बालिका को तो थाली में बिठाकर परिजनों ने फेरे लगवाए। जिले में बाल विवाहों की कुरीति निरन्तर बढ़ रही है, लेकिन इस पर रोक लगाने के लिए प्रशासन की ओर से कोई सार्थक कदम नहीं उठाया जा रहा है।

1971 की जंगः पाक में पड़ी हैं युद्धबंदियों की अस्थियां

अमृतसर. 1971 की जंग में पाकिस्तान में बंदी बनाए गए 54 भारतीय सैनिक वर्षो पहले मर चुके हैं और उनकी अस्थियां वापसी के इंतजार में हैं। केवल एक कैदी ऐसा है, जिसके जिंदा होने की उम्मीद है। इनमें शामिल मुस्लिम सैनिकों को तो मौत के बाद दफना दिया गया, लेकिन हिंदू-सिख सैनिकों की अस्थियां पाक की विभिन्न जेलों में पड़ी हैं।

बर्नी ने किया खुलासा

भारत दौरे पर आए पाक के पूर्व कानून मंत्री व प्रमुख मानवाधिकार कार्यकर्ता अंसार बर्नी ने सोमवार को इसका खुलासा किया।विशेष बातचीत में बर्नी ने बताया कि हिंदू-सिखों की अस्थियां संभालकर रखी गई हैं। उन्हें ऐसे 12 मामलों की जानकारी है। एक कैदी मदन मोहन (गनर) ऐसा है, जिसके जिंदा होने के संकेत मिले हैं। पाक वापसी के बाद वे उसकी तलाश कर स्थिति स्पष्ट करेंगे।

गुमनाम हो गए सपूत

1971 की जंग में भारत ने पाकिस्तान को शिकस्त देते हुए 90 हजार से अधिक सैनिकों को गिरफ्तार किया था।
इस दौरान पाक ने भारत के 54 जवान गिरफ्तार कर लिए। भारत ने विश्व युद्ध नीति का पालन करते हुए पाक सैनिक आजाद कर दिए, लेकिन पाक ने ऐसा नहीं किया।
ये सैनिक पंजाब, हिमाचल, हरियाणा व राजस्थान आदि के थे। इनके परिजन रिहाई का मुद्दा उठाते रहे, लेकिन पाक का दावा है कि उसके यहां ऐसा कोई कैदी नहीं है।
पूर्व पाकिस्तानी प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो ने भी इनके पाक में होने का खुलासा किया था। कुछ सैनिक पाक जेलों से परिजनों को पत्र भी लिखते रहे। सजा काटकर लौटे भारतीय जासूसों ने भी इनके वहां होने की पुष्टि की थी।
पाक में कैद इन सैनिकों की तलाश में भारतीय शिष्टमंडल वहां की जेलों का मुआयना करते रहे हैं, लेकिन उनका कोई सबूत नहीं मिला था। बर्नी का कहना है कि भारत सरकार को सैनिकों की अस्थियां देश लाने के लिए पहल करनी चाहिए।

निर्मल बाबा के बचाव में उतरे सांसद जीजा, मीडिया को दी चुनौती

बोकारो.निर्मल बाबा में कुछ न कुछ सिद्धियां तो जरूर है। कई चीजों के बारे में उन्हें पहले ही ज्ञात हो जाता है। यह कहना है चतरा के सांसद और लोकसभा में पीठासीन पदाधिकारी इंदर सिंह नामधारी का। उन्होंने निर्मल बाबा का हाल के दिनों में पहली बार बचाव किया।
 
नामधारी ने कहा कि जब तीन दिसंबर 2011 को झारखंड में उनके ऊपर नक्सली हमला हुआ, उससे आठ दिन पूर्व ही दिल्ली स्थित आवास में उनके सगे साले निर्मलजीत सिंह उर्फ निर्मल बाबा ने खतरे के प्रति सावधान किया था। कहा था कि आपके ऊपर खतरा संभावित है, बुलेटप्रुफ वाहन में चला करें। इस पर मैंने कहा कि जब भगवान को मारना होगा, तो कोई नहीं बचा पाएगा और यदि जीवन बचना होगा, तो कोई मार नहीं पाएगा। उन्होंने जब इस बात पर ध्यान नहीं दिया, तो देखा कि उनकी पत्नी के सामने निर्मल की आंखों में आंसू आ गए थे।
पत्नी को उसने कहा था कि जीजाजी मुझे कभी गंभीरता से नहीं लेते। नामधारी ने आगे बताया कि जब उनके काफिले पर नक्सली हमला हो गया, तो उसके एक हफ्ता के बाद पुन: दिल्ली स्थित आवास पर निर्मलजीत आए और कहा कि खतरे की बात आपको पहले ही बताई थी। इस पर नामधारी ने कहा कि बुलेटप्रूफ गाड़ी वाले उड़ गए, लेकिन बिना बुलेटप्रूफ के ही भगवान ने मुझे बचा लिया।

इलेक्ट्रानिक मीडिया पर साधा निशाना
नामधारी ने यहां सोमवार को मीडिया से बातचीत में इलेक्ट्रानिक मीडिया पर जमकर निशाना साधा। कहा कि निर्मल बाबा पर एक अंगुली उठाने पर तीन अंगुलियां मीडिया पर ही उठेंगी। 35-36 चैनलों पर निर्मल बाबा का आत्म प्रचार विज्ञापन के रूप में चल रहा है। जिन चैनलों ने निर्मल बाबा को बेनकाब करने का बीड़ा उठाया है, उन्हीं चैनलों पर अभी भी निर्मल बाबा के कामर्शियल विज्ञापन चल रहे हैं। क्या चैनल एडवांस में ली गई रकम लौटा कर कार्यक्रम बंद नहीं कर सकते।

प्लेबॉय के लिए वीना फिर न्यूड होने को तैयार

मुम्बई। वीना मलिक एक बार फिर न्यूड होने के लिए तैयार है। इस बार वे प्लेबॉय मैगजीन के लिए न्यूटड फोटो देने के लिए तैयार हैं। वीना का कहना है कि वे एक मॉडल हैं और यदि उनके पास ऎसा कोई ऑफर आएगा तो वे उसे जरूर लेंगी। इस काम के लिए उन्हें एक मिलियन डॉलर मिलेंगे। 
कुछ समय पहले वीना ने ही कहा था कि यदि वे हॉलीवुड में होती तो वो सब कुछ करती जो वहां की इंडस्ट्री उनसे उम्मीद करती है लेकिन सिर्फ काम पाने के लिए वे न्यूड नहीं होंगी। अब वही वीना प्लेबॉय मैगजीन के लिए न्यूड होने को तैयार हैं यदि उन्हें मौका मिला तो। वीना की उम्मीद पूरी होती नजर नहीं आ रही है क्योंकि अभी तक उन्हें प्लेबॉय से ऎसा कोई ऑफर नहीं मिला है।

आज़ादी के पेंसठ साल बाद बाड़मेर में सभी पदों पर महिला राज

आज़ादी के पेंसठ साल बाद बाड़मेर में सभी पदों पर महिला राज 

बाड़मेर भारत वर्ष में सबसे पिछड़ा जिला माना जाने वाला बाड़मेर मे आज सभी परमुख पदों पर महिलाए काबिज हो गयी हें महिला सशक्तिकरण की और जिले में शुभ संकेत हें ,कभी बाड़मेर महिला शिक्षा में ना केवल पिछड़ा था अपितु महिलाओं की समाज में दयनीय स्थति थी ,पर्दा पर्था,समाज की बंदिशों में शामिल होने के कारण महिलाये घर की चोखट से बहार नहीं निकल पति थी .सामाजिक तथा राजनीतिक क्षेत्र में पुरुषो का ही दबदबा रहा गाहे बगाहे राजनीतिक पदों पर जरूर महिलाओं की निचले पदों पर नियुक्तिया पंचायत राज में आरक्षण के बाद नसीब हुई मगर प्रशासनिक पदों पर महिला अधिकारी की नियुक्ति असंभव सी लग रही थी मगर पिछले दो सालो में बाड़मेर जिले में महिला अधिकारियो की ही नियुक्ति ने जिले में नई चेतना का संचार हुआ  बाड़मेर में सर्व प्राथन शशि शर्मा उप खंड अधिकारी  पद पर नियुक्त हुई तब लोगो की सोच में कुछ परिवर्तन आया स्थानीय लोग अधिकारी के  पास जाने में संकोच करते मगर धीरे धीरे लोग जाने लगे इसके बाद गुड़ा मालानी एस ड़ी एम पद पर विनीता सिंह की नियुक्ति हुई सिवाना बी ड़ी ओ  पद पर अभिलाषा की नियुक्ति हुई इसके बाद तो जिले के प्रथम प्रशासनिक पद जिला कलेक्टर के पद पर डॉ वीणा प्रधान की नियुक्ति ने महिलाओ के होंसले बुलंद किये ,चूँकि राजनीति पदों में जिला प्रमुख पद पर श्रीमती मदन कौर ,प्रधान पद पर श्रीमती ढाई देवी चौहटन प्रधान पद पर श्रीमती सम्मा बानो ,नगर पालिका अध्यक्ष पद पर श्रीमती उषा जैन काबिज हें मात्र एक प्रमुख पद जिला पुलिस अधीक्षक पद पर पुरुष आधिकारी नियुक्त थे मगर हाल ही में राज्य सरकार ने जिला पुलिस अधीक्षक पद पर महिला अधिकारी लावली सिंह कटियार की नियुक्ति कर जता दिया की अब थार रेगिस्तान के इस जिले में महिला  राज स्थापित हो गया हें नयी पुलिस अधीक्सक उत्तर प्रदेश के कानपुर की निवासी हें १९८० में जन्मी कटियार कुर्मी क्षत्रिय हें ,नयी पुलिस अधीक्षक से आम जनता को बड़ी उम्मेदे हें ,सिवाना में भी उप खंड अधिकारी पद पर श्री मति चंचल  वर्मा की नियुक्ति हुई हे ,बाड़मेर जिले के सभी परमुख पदों पर महिलायों की नियुक्ति ने महिला राज का आगाज़ कर दिया ,देखे महिलाए बाड़मेर की किस्मत कितना बदल पाती हें 

पुलिस ने युवक को शर्ट उतरवाकर बाजार में घुमाया


पुलिस ने युवक को शर्ट उतरवाकर बाजार में घुमाया

12वीं का छात्र है युवक, आरोपी बताया चौथ वसूली का और पेश किया शांतिभंग में

भीनमाल एक युवक को पुलिस द्वारा चौथ वसूली का आरोपी बताते हुए गिरफ्तार करने व शर्ट उतरवा कर बाजार में पैदल घुमाने का मामला सामने आया है। हालांकि बाद में पुलिस ने युवक को एसडीएम के समक्ष शांति भंग के आरोप में पेश किया जहां से उसकी जमानत हो गई। आरोपी युवक 12 वीं कक्षा का छात्र है। इधर, बाजार में इस प्रकार युवक को शर्ट उतरवाकर घुमाने की घटना पर लोगों ने विरोध जताया है। लोगों ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की है।

लोगों ने सौंपा ज्ञापन

इस घटना के बाद लोगों ने मुख्यमंत्री के नाम उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर प्रशिक्षु सीओ सहित सहित घटना में शामिल पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग की। भाजयुमो नगराध्यक्ष भरतसिंह के नेतृत्व में दर्जनों लोगों ने मुख्यमंत्री व गृहमंत्री के नाम उपखंड अधिकारी मुकेश कायथवाल को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान आक्रोशित लोगों ने प्रशिक्षु सीओ और थानाधिकारी पर खौफ जमाने के लिए आए दिन वाहन चालकों के साथ गलत व्यवहार व्यवहार करने का आरोप भी लगाया। इस दौरान नानसिंह, पारसमल, महेन्द्रकुमार, हरिसिंह, लक्ष्मण, जितेन्द्र जैन, अमृत, मोडसिंह, जिग्नेश, टीकमाराम, गुमानसिंह, भरतकुमार, दिनेश, कुलदीपसिंह, दशरथसिंह, अर्जुन मोदी और रमेश बाफना सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।
क्या है मामला
जानकारी के अनुसार रविवार को पुलिस विक्रमसिंह नाम के युवक को हिरासत में लेकर थाने ले गई। शाम करीब 5 बजे बाद चौकी प्रभारी हजूरखां के नेतृत्व में करीब आधा दर्जन पुलिसकर्मियों ने युवक का शर्ट उतरवाकर मारपीट करते हुए मुख्य बाजार में पैदल घुमाया। दौरान प्रशिक्षु सीओ पुलिस थाने की जीप में पीछे-पीछे चल रहे थे। इस संबंध में प्रशिक्षु सीओ नरेंद्र चौधरी ने बताया कि युवक के खिलाफ चौथ वसूली जैसी शिकायतें आई हैं। इसलिए उसे गिरफ्तार किया गया है। खास बात तो यह है कि पुलिस ने उक्त युवक को एसडीएम के समक्ष शांतिभंग के आरोप में पेश किया, जहां से उसकी जमानत हो गई।
एडीपी से राय ली जा रही है

॥हां, हमने विक्रमसिंह को बाजार में पैदल घुमाया है। उस समय वह शर्ट पहने हुए नहीं था। उसके विरुद्ध मामला बनाने के लिए एडीपी से राय ली जा रही है। नरेन्द्र चौधरी, प्रशिक्षु सीओ, भीनमाल

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प्रशासन ने रूकवाया बाल विवाह

जैसलमेर । जैसलमेर के थईयात गांव में प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद बाल विवाह नहीं करने के लिए संबंधित परिवार पर पाबंदी लगा दी गई। जांच मे कन्या के नाबालिग होने की पुष्टि होने पर प्रशासन ने संबंधित बालिका के परिजनो को आखातीज के दिन बाल विवाह नहीं करने के लिए हिदायत दी, वहीं कानून का उल्लंघन करने पर कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई। प्रशासन को थईयात गांव में बाल विवाह होने की शिकायत मिली थी। जिस पर तहसीलदार नाथूसिंह राठौड़, एसीएम नरेश बुनकर व महिला व बाल विकास विभाग के प्रतिनिधि मौके पर पहुंचे।

तहसीलदार नाथूसिंह राठौड़ ने बताया कि गांव के निवासी एक व्यक्ति की पुत्री का अक्षय तृतीया के दिन विवाह किया जा रहा था। प्रशासन को यह शिकायत मिली थी कि वह नाबालिक है। इस पर प्रशासनिक टीम मौके पर पहुंची और बालिका के स्कूली दस्तावेज में लिखी जन्मतिथि की जानकारी हासिल की। तहसीलदार राठौड़ के अनुसार उसके स्कूली दस्तावेज में जन्म की तारीख 1 जनवरी 1995 लिखी गई है। इस तरह उसकी वर्तमान आयु 17 वर्ष है और उसके बालिग होने में अभी समय है।

इस दौरान लड़की के परिजनों को बाल विवाह नहीं करने की हिदायत दी गई और आरआई को वस्तु स्थिति पर नजर रखने के लिए कहा गया। इससे पूर्व थईयात गांव में प्रशासनिक टीम के पहंुचने पर एकबारगी हड़कंप मच गया। तहसीलदार राठौड़ ने बताया कि हिदायत के बाद भी यदि बाल विवाह का प्रयास किया जाता है तो कार्रवाई की जाएगी।

भाटिया समाज एक इतिहास ' पुस्तक का विमोचन
 
जैसलमेर जैसलमेर भाटिया समाज की बगेची में रविवार शाम को भाटिया समाज एक इतिहास पुस्तक का विमोचन किया गया। भाटिया समाज के इतिहास पर लिखित इस पुस्तक विमोचन के अवसर पर विधायक छोटूसिंह भाटी, पूर्व विधायक गोवद्र्धन कल्ला, किशनलाल भाटी, दीनदयाल ओझा, बाबूलाल व्यास तथा श्यासुंदर भाटिया उपस्थित थे।स्व. विजयशंकर भाटिया द्वारा लिखित एवं परिकल्पित इस पुस्तक का विमोचन किया गया। इस अवसर पर कई इतिहासकार एवं शिक्षाविदें के साथ- साथ भाटिया समाज कार्यकारिणी के पदाधिकारी, समाज के गणमान्य नागरिक एवं लेखक के परिवार सदस्य उपस्थित थे। पुस्तक के विमोचन एवं प्रकाशन से पूर्व ही स्व. भाटिया के देहावसन के कारण इस पुस्तक को उनकी मित्र मंडली के विशेष सहयोग से पूर्ण कर प्रकाशित करवाया गया। इस अवसर पर स्व. भाटिया के पारिवारिक सदस्य अनिल भाटिया ने अपने अग्रज को श्रद्धांजलि देते हुए अपने बड़े भाई की कल्पना को साकार करने के लिए धन्यवाद दिया। इस अवसर पर उपस्थित अतिथियों ने स्व. भाटिया की आत्मा की शांति के लिए श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर शिक्षाविद् नंदकिशोर शर्मा तथा मांगीलाल सेवक ने पुस्तक में दिए गए फोटोग्राफों एवं ऐतिहासिक तत्थ्यों को मील का पत्थर बताया।

विश्व धरोहर में शामिल होगी ओरण!

विश्व धरोहर में शामिल होगी ओरण!

बाड़मेर। राजस्थान बायोलोजिकल डाईवर्सिटी एक्ट 2010 के तहत जोधपुर संभाग की सात ओरणों को ऎतिहासिक धरोहरों में शामिल करने की कवायद शुरू की गई है। सरकारी स्तर पर यह पहल सार्थक हुई तो रेगिस्तान इलाके की ढोक सहित कुछ ओरणे यूनेस्को की विश्व धरोहरों की सूची में शामिल हो सकेगी।

गौरतलब है कि राजस्थान सरकार ने हाल ही में बहुजैव विविधता के संरक्षण के लिए राजस्थान बायोलोजिकल डाईवर्सिटी एक्ट 2010 लागू किया है। इसी एक्ट के तहत बाड़मेर के सामाजिक कार्यकत्ताü भुवनेश जैन ने रेगिस्तान के समृद्ध लोक विज्ञान की परिचायक ओरणों के संरक्षण की महत्ती दरकार बताते हुए मुख्यमंत्री को पत्र भेजा है। ज्ञापन में जैन ने जोधपुर संभाग की सात ओरणों को हेरिटेज साइट घोषित करने की बात कही है।

सामाजिक कार्यकर्ता भुवेनश जैन ने यह पहल रेगिस्तान के उस नखलिस्तान को सहेजने की कवायद है, जिस पर कभी थार का मवेशी, जीव जंतु और मानव जीवन पलता था। जैन के मुताबिक मीलों तक फैले रेगिस्तान और धूलभरी आंधियों के बीच अकाल जैसी विकट परिस्थितियों में भी ओरण ने रेगिस्तान के पशु पक्षियों, यहां तक की मानव जीवन को राहत प्रदान की है। गुजरते समय और आधुनिकता की आंधी में कभी रेगिस्तानी जीवन की महत्वपूर्ण धुरी माने जाने वाले ओरणे धीरे धीरे खत्म हो रही है। ऎसे में राजस्थान बायोलोजिकल डाईवर्सिटी एक्ट 2010 इस दिशा में राजस्थान सरकार की बड़ी पहल है।

यह है बड़ी ओरण
जैसलमेर जिले के पोकरण क्षेत्र के ऎटा गांव की नागणेचिया, रामदेवरा की बाबा रामदेव, फतेहगढ़ के सांवता गांव की देगराय और बाड़मेर जिले के चौहटन क्षेत्र के ढोक की वीरातरा माता, शिव क्षेत्र के झणकली और मूंगेरिया गांव की नागणेची और जोधपुर जिले के ओसिया क्षेत्र के जाखण गांव की ओरणे जोधपुर संभाग की सात सबसे बड़ी और प्रमुख ओरणे है। जैन के मुताबिक 17947 हेक्टेयर में फैली चौहटन क्षेत्र के ढोक की वीरातरा माता ओरण सबसे बड़ी है।

बहुजैव विविधता पूर्ण क्षेत्र
जोधपुर संभाग के 1759 गांवों में ओरण है, जिसका कुल क्ष्ेात्रफल 134749.95 हेक्टेयर है। ओरण, एक बहुजैव विविधता पूर्ण क्षेत्र है, जिस पर मवेशी, वन्य जीव जंतु और इंसान पलते रहे है। वर्तमान ओरण में अनेक घास, जड़ी बूटियां, पेड़ झाडिया, विलुप्ति के कगार पर है।

पहल करें सरकार
राजस्थान सरकार की पहल पर सीमावर्ती बाड़मेर जिले के चौहटन पंचायत समित क्षेत्र की ढोक जैसी ओरणों को भविष्य में युनेस्को की विश्व धरोहर सूची मे शामिल करवाया जा सकता है।
भुवनेश जैन सामाजिक कार्यकर्ता

विदेशों में मांग बढऩे से इस महीने जीरे में आ सकती है तेज उछाल

जीरे में आ सकता है तेजी का छौंक

विदेशों में मांग बढऩे से इस महीने जीरे में आ सकती है तेज उछाल
बाड़मेर बांग्लादेश और पाकिस्तान समेत पड़ोसी देशों में जीरे की मांग बढऩे से इस महीने इसकी कीमतों में 10 फीसदी तक की तेजी आ सकती है। कारोबारियों का मानना है कि अमेरिका और यूरोपीय संघ जैसे विकसित देशों में जहां नियमित मांग बनी हुई है वहीं बांग्लादेश से भी मांग में इजाफा होना शुरू हो गया है। इस माह के अंत तक पाकिस्तान से भी मांग आने लगेगी। देश से सालाना होने वाले 55,000 टन जीरा निर्यात का क्रमश: पांच और तीन फीसदी हिस्सा बांग्लादेश और पाकिस्तान को जाता है लेकिन इस वर्ष इसमें इजाफा होने की उम्मीद है क्योंकि सीरिया, तुर्की और इरान से होने वाली आपूर्ति जल्द बंद हो सकती है।

हाजिर बाजारों में उंझा (गुजरात) देश का सबसे बड़ा बाजार है। यहां जीरे की कीमतों में मंगलवार को 100 रुपये तक की नरमी आई और यह 2600 रुपये प्रति 60 किलो रहा। ऊंझा स्थित एक कारोबारी प्रवीण पटेल ने बताया, 'कारोबारी नया कारोबार शुरू करने के लिए जीरे की बिक्री कर रहे हैं। अभी तक पारंपरिक मौसमी मांग भी शुरू नहीं हुई है। इस सप्ताह के अंत तक त्योहारों का मौसम शुरू हो रहा है जिससे कीमतों में कुछ इजाफा होगा।

एनसीडीईएक्स पर इस महीने की शुरुआती गिरावट के बाद जीरा वायदा की सितंबर डिलीवरी में 4.41 फीसदी की तेजी आई और यह 13822 रुपये प्रति क्विंटल रहा। गत 22 जुलाई को सीरिया में फसल खराब होने की खबर के बाद इसकी कीमतें 15048 रुपये प्रति क्विंटल के उच्चतम स्तर तक पहुंच गई थीं।

देश में जीरे का सालाना उत्पादन 1.5 से दो लाख टन के बीच होता है। देश में इसकी खपत करीब एक लाख टन है। शेष जीरे का निर्यात कर दिया जाता है। दुनिया के कुल जीरा उत्पादन में भारत का योगदान 70 फीसदी है। सीरिया 25000 टन उत्पादन के साथ दूसरे स्थान पर है जबकि इरान और तुर्की दोनों 15,000 टन जीरे का उत्पादन करते हैं। सीरिया और तुर्की में जुलाई से सितंबर के दरमियान नई फसल की खेती की जाती है। इसलिए अमेरिका व यूरोपीय देशों समेत विकसित देशों के कारोबारी वहीं से जीरे की खरीद करते हैं हालांकि भारतीय जीरे की गुणवत्ता उनसे बेहतर होती है। जाहिर है जब तक वहां का स्टॉक खत्म नहीं हो जाता भारत से आपूर्ति शुरू नहीं होगी। पटेल के मुताबिक एक बार यहां से निर्यात शुरू हो जाने के बाद कीमतों में इजाफा होने लगेगा।

रेलिगेयर कमोडिटीज रिसर्च की एक रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका और यूरोपीय संघ की मांग के कारण हाल के वर्षों से देश से होने वाले निर्यात में जबरदस्त इजाफा देखा गया है। भारतीय जीरे की बढिय़ा गुणवत्ता और कम उत्पादन ने ज्यादा कीमतों के बावजूद इसकी मांग में इजाफा ही किया है।

सौर परियोजना के लिए कर्ज देगा एडीबी

 

जैसलमेर एशियाई विकास बैंक (एडीबी) ने रिलायंस पावर को 10.3 करोड़ डॉलर का कर्ज दिए जाने की आज घोषणा की। यह कर्ज राजस्थान के जैसलमेर जिले में 100 मेगावाट क्षमता के सौर संयंत्र के लिए है। एडीबी के महानिदेशक (क्षेत्रीय और सतत विकास विभाग) एस चंदर ने कहा, 'एडीबी रिलायंस पावर की 100 मेगावॉट क्षमता की सौर परियोजना के लिए वित्त पोषण देने पर सहमत हुआ है।'

यह सौर परियोजना एशिया की सबसे बड़ी परियोजना है। परियोजना मई 2013 में पूरी होने की संभावना है। इस पर 41.5 करोड़ डॉलर का खर्च आएगा। एडीबी के अलावा अन्य एजेंसियां तथा स्थानीय वित्तीय संस्थान परियोजना को वित्त सुविधा उपलब्ध कराएंगे। रिलायंस पावर की यह पहली सौर ऊर्जा परियोजना है।

दारिया मुठभेड़ प्रकरण में राठौड़ को राहत!

दारिया मुठभेड़ प्रकरण में राठौड़ को राहत!

जयपुर। दारासिंह एनकाउंटर प्रकरण में आरोपी भाजपा विधायक राजेन्द्र सिंह सिंह राठौड़ मंगलवार को सीबीआई की विशेष अदालत में पेश हुए। मंगलवार को न्यायिक हिरासत की अवधि पूरी होने के बाद उन्हें अदालत में पेश किया गया। सीबीआई की अदलात ने मामला जिला अदालत को कमिट कर दिया गया है। मामले पर बहस के दौरान कोर्ट ने कहा कि सीबीआई की चार्जशीट में राठौड़ के खिलाफ पुख्ता सबूत नहीं है।

राठौड़ के वकील ने जहां सीबीआई के पास सबूत नहीं होने व राजनीतिक साजिश के तहत मामले में जबरदस्ती फंसाने के आधार पर प्रसंज्ञान का विरोध किया वहीं सीबीआई ने टेलीफोनिक सबूत व अन्य पारिस्थितिजन्य सबूतों के आधार पर राठौड़ के खिलाफ प्रसंज्ञान लेने की गुहार की।

राठौड़ की पेशी को देखते हुए अदालत परिसर में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। जिला अदालत परिसर में अतिरिक्त जाप्ता लगाने के साथ ही सीबीआई व आईबी के अधिकारी भी तैनात किए गए थे। राठौड़ इस वक्त न्यायिक हिरासत में सेंट्रल जेल में कैद है।