एसपी ने पदभार संभाला बाड़मेर नवनियुक्त जिला पुलिस अधीक्षक लवली कटियार ने बुधवार को पदभार ग्रहण कर लिया। मूल रूप से उत्तरप्रदेश के कानपुर की निवासी कटियार का प्रशिक्षण काल पूरा होने के बाद पहली बार बाड़मेर में एसपी के पद पर पदस्थापित किया है। कार्यग्रहण के करने के बाद एसपी ने अपने कार्यालय, शहर के कोतवाली व सदर पुलिस स्टेशन का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं की जानकारी ली।भारतीय पुलिस सेवा की वर्ष 2009 बैच की अधिकारी कटियार जयपुर के शास्त्रीनगर सर्किल में सहायक एसपी के तौर पर पोस्टेड थी। बाड़मेर जिले की पहली महिला पुलिस अधीक्षक होने के नाते उन्होंने महिलाओं पर होने वाले अपराधों पर अंकुश लगा उन्हें सुरक्षा देना अपनी पहली प्राथमिकता बताई। वहीं जल्द ही पूरे जिले की भौगोलिक और अन्य परिस्थितियों से रूबरू होकर आमजन में पुलिस के प्रति विश्वास मजबूत करने के प्रयासों को प्राथमिकता देने की बात कही। ५० तोला सोना व १.२५ लाख रुपए ले उड़े चोर परिवार शादी समारोह में गया था बाड़मेर कोतवाली थाना क्षेत्र में मंगलवार रात चोरों ने एक सूने घर पर हाथ साफ कर दिया। परिवार रिश्तेदार के यहां शादी समारोह में शामिल होने गया था। पुलिस के अनुसार माल गोदाम रोड पर भीमराज पुत्र श्रीराम के घर को मंगलवार रात सूना देख चोरों ने ताला तोड़कर घर से ५० तोला सोना व १.२५ लाख रुपए नगद लेकर फरार हो गए। भीमराज अपने परिवार को लेकर शादी में गए थे। जब वे बुधवार सुबह करीब दस बजे अपने घर लौटकर आए तो देखा कि अंदर वाले रूम का ताला टूटा पड़ा है। इसके साथ रूम में सामान बिखरा पड़ा था। भीमराज ने घर पर चोरी होने की सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने मौका मुआयना कर जांच शुरू कर दी। विवाहिता ने लगाई फांसी बाड़मेर धोरीमन्ना थाना क्षेत्र में एक विवाहिता ने फांसी लगा आत्महत्या कर ली। पुलिस के अनुसार बाछड़ाऊ निवासी गंगाराम पुत्र देदाराम जाट ने रिपोर्ट पेश कर बताया कि उसकी पुत्रवधु गोमी पत्नी ओमाराम जाट ने ढाणी के पास लगे खेजड़ी के पेड़ पर फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। जानकारी के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने विवाहिता का पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया । कार पलटने से एक की मौत, पांच घायल नोखा से लौटते समय बावड़ी कस्बे के निकट हुआ हादसा, जसोल के रहने वाले हैं घायल बीकानेर के नोखा कस्बे से जोधपुर की ओर आ रही एक कार बावड़ी के निकट किसी जानवर को बचाने के प्रयास में पलट गई। इस हादसे में एक जने की मौत हो गई, जबकि दो मासूम सहित पांच लोग घायल हो गए। सभी लोग जसोल के एक ही परिवार के हैं। दुर्घटना थाना (पूरब) पुलिस ने बताया कि जसोल निवासी जुगलकिशोर पुत्र प्रेमरतन राठी अपनी मां सुशीला देवी (60), भाई कमल (22), बहन मंजू (20) पत्नी मनीष व भानजी कुमकुम (5) और रश्मि (2) के साथ बुधवार दोपहर नोखा से लौट रहे थे। दोपहर करीब ढाई बजे बावड़ी से करीब 5 किलोमीटर दूर जोधपुर की ओर इनकी कार के आगे अचानक कोई जानवर आ गया। उसे बचाने के प्रयास में कार असंतुलित हो गई और पलटी खा गई। इससे कार में सवार सभी लोग घायल हो गए। उसी दौरान वहां से गुजरने वाले अन्य वाहन चालकों ने सभी को बाहर निकाला और अस्पताल के लिए रवाना किया। हादसे की सूचना पर खेड़ापा व दुर्घटना थाना पुलिस भी मौके पर पहुंची। जोधपुर ले जाते समय बीच रास्ते में जुगलकिशोर (32) की मौत हो गई। अन्य घायलों को मथुरादास माथुर अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। आस्था से खिलवाड़ कर रहे हैं निर्मल बाबा: शंकराचार्य कहा, शासन तंत्र स्वयं भ्रष्ट व दिशाहीन है तभी तो उजागर होने के बावजूद खुले घूम रहे हैं फर्जी बाबा बालोतरा श्रीकाशीसुमेरू पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि निर्मल बाबा ने लोगों की आस्था, श्रद्धा व विश्वास को भ्रमित करने का कार्य किया है। यदि कोई सच्चा बाबा होता है तो उसके मन, वाणी व कर्म में समरूपता होती है, जिनके मन में कुछ, वाणी में कुछ व कर्म में कुछ अगल ही नजर आता है, वे भ्रामक होते हैं। शंकराचार्य सरस्वती ने यह बात ब्रह्मधाम पर प्रेसवार्ता के दौरान पत्रकारों के सवाल पर कही। उन्होंने कहा कि जो बाबा का आवरण धरे होते हैं, उनका पर्दाफाश भी शीघ्र ही हो जाता है, परंतु कोई कार्रवाई नहीं होने से ऐसे लोगों पर अंकुश नहीं लग पाता। शासन तंत्र स्वयं भ्रष्ट व दिशाहीन है, इसलिए वह ढोंगियों के खिलाफ कड़ा रुख अख्तियार नहीं करता। नक्सलवाद पर सरस्वती ने कहा कि हर व्यक्ति को 1 घंटा हर रोज देशहित में निकालना चाहिए। भले ही सप्ताह में एक दिन देश के लिए निकाले। साधु-संतों को भी ऐसा ही करना चाहिए। वे जंगल में जाकर नकारात्मक सोच वाले लोगों का माइंड वॉश करें और उनको सकारात्मक सोच वाला बनाएं, इससे नक्सलवाद जड़ से खत्म हो जाएगा। संस्कार के बल पर ही भारत जगद्गुरु: उन्होंने कहा कि संस्कृति व संस्कार के बल पर ही भारत जगद्गुरु कहलाता है। ब्रह्मधाम पर संस्कारशाला में बच्चों को संस्कारवान बनाया जा रहा है, यह सबसे अच्छा कर्म है। बालपीढ़ी संस्कारवान बनेगी तभी तो सुंदर भविष्य की कल्पना की जा सकती है। उन्होंने कहा कि सनातन संस्कृति ही संस्कार की जननी है। सनातन संस्कृति ने हमेशा विश्व कल्याण व मानवता के कल्याण की बात कही। उन्होंने कहा कि यज्ञ तो कलयुग का साक्षात कल्पवृक्ष है। भगवान राम से लेकर आज तक यज्ञ ने हमेशा जोडऩे का काम किया। उस समय भी लूटपाट थी, आज भी जनप्रतिनिधि काला धन विदेशी बैंकों में जमा करने में लगे हैं। भय, भूख व भ्रष्टाचार देश को निगल रहे हैं। ऐसे में सदाचार से ही भ्रष्टाचार का निदान संभव है। इंद्रियों पर नियंत्रण जरूरी: शंकराचार्य सरस्वती ने कहा कि आजकल लोगों का इंद्रियों पर नियंत्रण नहीं, इसी से बीमारियां बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि भारत में पहले जहां 30 लाख रुपए की दवाइयोंं की आवश्यकता रहती थी, उसकी जगह अब 30 अरब रुपए की दवाइयां कम पड़ती है। ऐसी स्थिति इसीलिए हैं कि हम खुद पर नियंत्रण नहीं रख पाते। |
गुरुवार, 26 अप्रैल 2012
बाड़मेर बाडमेरताज़ा खबरें | आज की ताज़ा खबरें, ताज़ा खबर पुलिस. गुरुवार. २६ अप्रैल, 2012
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