शुक्रवार, 23 नवंबर 2018

*बाडमेर पब्लिक पुलिसिंग करे,गलत की सूचना पुलिस तक पहुंचाए* *जिले में निष्पक्ष और शांतिपूर्वक चुनाव प्राथमिकता: राहुल बारहट*

*बाडमेर पब्लिक पुलिसिंग करे,गलत की सूचना पुलिस तक पहुंचाए*

*जिले में निष्पक्ष और शांतिपूर्वक चुनाव प्राथमिकता: राहुल बारहट*

बाडमेर नव नियुक्त जिला पुलिस अध्य्क्ष राहुल बारहट ने आज शाम अपना पदभार ग्रहण कर लिया। पदभार ग्रह के बाद खबरनवीसों से बातचीत में बताया कि जिले में शांतिपूर्वक और निष्पक्ष चुनाव कराना प्राथमिकता रहेगी।।उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग के निर्देशानुसार जिले में व्यवस्था होगी।संवेदनशील और यटी संवेदनशील बूथों पर गाइड लाइन को फॉलो करते इंतजामात किये जायेंगे।हमे जो फोर्स और वाहन मिले उनका सदुपयोग किया जाएगा।।अभी जिला कलेक्टर और ऑब्जर्वर के साथ मीटिंग कर चर्चा करेंगे।पुलिस अधिकारियों की जल्द बैठक कर व्यवस्थाओं को अंजाम देंगे।।
उन्होंने आमजन से अपील की है कि आज जनता भी पुलिस का रोल अदा करती है जनता सादा वर्दी की पुलिस है इसीलिए अपील है जनता पुलिसिंग करे।जंहा भी गलत हो रहा हो हमे निसंकोच सूचना दे।।जनता का सहयोग जरूरी है।।उन्होंने कहा कि आजकल सूचना तन्त्र विस्तृत है किसी भी माध्यम से आप सूचना दे सकते है।

गुरुवार, 22 नवंबर 2018

बाड़मेर। नाम वापसी के बाद 65 उम्मीदवार चुनावी मैदान में

बाड़मेर। नाम वापसी के बाद 65 उम्मीदवार चुनावी मैदान में

बाड़मेर। बाड़मेर जिले के सात विधानसभा क्षेत्रों में गुरूवार को नामांकन वापसी के अन्तिम दिन के बाद 65 उम्मीदवार शेष रहे है। विधानसभा चुनाव के लिए 7 दिसम्बर को 2194 मतदान केन्द्रों पर मतदान होगा।

जिला निर्वाचन अधिकारी शिवप्रसाद मदन नकाते ने बताया कि नामांकन वापसी के बाद शिव विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस से अमीन खां, भाजपा से खंगारसिंह, बसपा से नारणाराम, राष्ट्रीय लोकतान्त्रिक पार्टी से उदाराम, बहुजन संघर्ष दल से तोगाराम एवं बाडमेर विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस से मेवाराम जैन, भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी से नानकदास, निर्दलीय राहुल कुमार, भाजपा से कर्नल सोनाराम चौधरी, निर्दलीय शंकरलाल, अभिनव राजस्थान पार्टी से खरथाराम चौधरी, बसपा से राजेन्द्र कुमार, निर्दलीय जुगताराम चुनावी मैदान में है।

उन्होंने बताया कि बायतु विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस से हरीश चौधरी, भाजपा से कैलाश चौधरी, दलित शोषित पिछड़ा वर्ग अधिकार दल से मगाराम, बसपा से किशोरसिंह, अभिनव राजस्थान पार्टी से करनाराम, निर्दलीय उम्मेदाराम उर्फ अमित नायक, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी से उम्मेदाराम, निर्दलीय प्रेमाराम, आप से जोगाराम, राष्ट्रीय जनक्रांति पार्टी से भन्नाराम एवं पचपदरा विधानसभा क्षेत्र से आप से मागीलाल, कांग्रेस से मदन प्रजापत, भाजपा से अमराराम, शिवसेना से पन्नालाल, बसपा से श्याम लाल, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी से नारायण राम, भारत वाहिनी पार्टी से नाथूराम, निर्दलीय बसंत शर्मा, निर्दलीय हुकमसिंह, भारतीय युवा शक्ति से सुरेशपाल, निर्दलीय मदनपुरी तथा सिवाना विधानसभा क्षेत्र से आप से जबराराम, निर्दलीय पारसमल निर्दलीय कांतिलाल, अभिनव राजस्थान पार्टी से डूंगरसिंह, निर्दलीय रेवत कुमार, निर्दलीय एवं राजस्थान लोकतान्त्रिक पार्टी से सताराम, निर्दलीय पोपटलाल, निर्दलीय बालाराम, बसपा से सूजाराम, बहुजन मुक्ति पार्टी से मोतीराम, कांग्रेस से पंकज प्रतापसिंह, राष्ट्रीय समाज पक्ष से मनोहर सिंह, भाजपा से हमीरसिंह, निर्दलीय शैतानसिंह, शिवसेना से किशन लाल, निर्दलीय प्रकाश तथा गुड़ामालानी विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस से हेमाराम चौधरी, भाजपा से लादूराम, दलित शोषित पिछड़ा वर्ग अधिकार दल से रामाराम, आप से हनुमानराम,  निर्दलीय भीखाराम प्रजापत,  बसपा से पवन कुमार, बहुजन मुक्तिपार्टी से अदाराम, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी से विजयसिंह, नया भारत पार्टी से लाधु चुनाव मैदान में है।

जिला निर्वाचन अधिकारी नकाते ने बताया कि चौहटन विधानसभा क्षेत्र में भाजपा से आदूराम बोसिया, कांग्रेस से पदमाराम, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी से एवं निर्दलीय सूरताराम, बसपा से रविन्द्र कुमार, भारतीय युवा शक्ति से धूडाराम एवं आप से नेनाराम चुनावी मैदान में है।

*राहुल बारहट बाड़मेर के नए पुलिस अधीक्षक,अग्रवाल को हटाया*


*राहुल बारहट बाड़मेर के नए पुलिस अधीक्षक,अग्रवाल को  हटाया*

*राज्य निर्वाचन आयोग की स्वीकृति के बाद आईपीएस राहुल बारहट बाड़मेर के नए पुलिस अधीक्षक होंगे।।मनीष अग्रवाल को बाड़मेर से हटाकर ए पी ओ किया। 

*झालावाड़ की जनता पर वैसा ही अत्याचार है जैसा बाड़मेर की जनता पर हुआ,आक्रोश वोट में बदल रहा है मानवेन्द्र सिंह





*झालावाड़ की जनता पर वैसा ही अत्याचार है जैसा बाड़मेर की जनता पर हुआ,आक्रोश वोट में बदल रहा है मानवेन्द्र सिंह


जयपुर: राजस्थान के विधानसभा चुनाव में झालरापाटन की सीट चर्चा का मुद्दा बनी हुई है. यहां से कांग्रेस ने बाड़मेर से पूर्व सांसद और शिव के बीजेपी विधायक रहे कर्नल मानवेंद्र सिंह को प्रत्याशी बनाया है. जाहिर है कि इससे पहले केन्द्रीय मंत्री रहे जसवंत सिंह ने भारतीय जनता पार्टी से बगावत करके बाड़मेर-जैसलमेर सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ा था.

खास बातचीत के दौरान मानवेन्द्र सिंह ने कई मुद्दों पर खुलकर अपना रुख साफ किया. उन्होंने बताया कि वो अब पूरे राजस्थान में मौजूदा सरकार और शासन के खिलाफ कांग्रेस प्रचारक के रूप में अपना और जनता का पक्ष रखेंगे. झालावाड़ से भी अपने रिश्ते को लेकर उन्होंने बाड़मेर से शिफ्टिंग के बाद का मानस साफ किया.


मैं तो लोकसभा चुनाव लड़ना चाहता था -

मानवेन्द्र सिंह ने बातचीत के दौरान ये साफ कर दिया कि उनकी प्राथमिकता बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा सीट थी. जहां से वो लोकसभा चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन पार्टी ने उन्हें झालावाड़ विधानसभा चुनाव लड़ाने का फैसला किया है. जिसकी जानकारी उन्हें आखिरी मौके पर मिली, उन्होंने जीत के लिये जनता के बीच जाकर समस्या समाधान की राह को तैयार करना बताया. सिंह ने कहा कि बेरोजगारी और किसानों की समस्याएं प्रदेश में आज भी अछूती है. झालावाड़ आकर जब वो लोगों से मिले, तो ऐसी ही परेशानियां बार-बार उनके सामने आ रही हैं.

बीते दिनों कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान मानवेन्द्र सिंह को झालावाड़ से चुनाव लड़ाये जाने को खास रणनीति का हिस्सा बताया था. जब इस सिलसिले में सिंह से बात की गई, तो उन्होंने पहले से झालावाड़ की रणनीति को लेकर खुद की जानकारी वाली बात तो खारिज कर दिया. उन्होंने बताया कि राहुल गांधी, सचिन पायलट और वे स्वयं पहली बार एक साथ ही संसद पहुंचे थे. यहीं वजह रही कि राहुल गांधी की नजदीकी उन्हें कांग्रेस में लेकर पहुंची.



मानवेन्द्र सिंह ने बताया कि कांग्रेस में प्रदेश के सभी प्रमुख नेताओं से उनके रिश्ते बेहतर रहे हैं. लेकिन कांग्रेस में उनका दाखिला कांग्रेस आलाकमान यानि राहुल गांधी के जरिये हुआ है. झालावाड़ से चुनाव को लेकर उन्होंने पार्टी के फैसले को पॉलिटिकल सर्जिकल स्ट्राइक करार दिया. जिसका मतलब था कि सिंह को उम्मीदवार के साथ-साथ कांग्रेस ने राजपूत समाज की नाराजगी को भी सत्ता के खिलाफ इस्तेमाल करने की रणनीति का हिस्सा बताया.


मानवेन्द्र सिंह ने कांग्रेस की ज्वॉइनिंग के ठीक बाद अपने बयान में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से हुई बातचीत को सार्वजनिक किया था. उन्होंने बताया कि लोकसभा चुनाव के दौरान उनके पिता की टिकट में राजस्थान भाजपा की एक बड़ी नेता ने रोड़ा डाला था. इस मसले पर सवाल को लेकर एक मर्तबा फिर सिंह ने कहा कि उस नेता का नाम वो सार्वजनिक नहीं करेंगे, क्योंकि राजस्थान जानता है कि किस नेता को जसवंत सिंह और उनके परिवार से खतरा महसूस हो रहा था. उन्होंने बताया कि कांग्रेस की ज्वाइनिंग से पहले मौजूदा शीर्ष नेतृत्व से जब उन्होंने बात की, तो उन्हें बताया कि गया कि पार्टी के लिहाज से वो कहीं भी रहें, पर उन्हें स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी और बीजेपी नेताओं का आशीर्वाद मिलता रहेगा.


जब स्वाभिमान रैली को लेकर मिले समर्थन के जरिये बाड़मेर-जैसलमेर के समर्थकों की भावनाओं पर मानवेन्द्र सिंह से सवाल किया गया. इस पर उन्होंने साफ-साफ कहा कि वे और उनका परिवार 850 किलोमीटर दूर सिर्फ चुनाव लड़ने आया है. जबकि उनके लिये बाड़मेर आज भी उतना ही महत्व रखता है. इसके लिए उन्होंने खुद को फुटबॉल एसोसिएशन के जरिये पूरे राजस्थान के जिलों से संपर्क में बताया और कहा कि उनके परिवार में अब झालावाड़ के लोग भी शामिल हो गए हैं.

*सट्टा बाजार में हरीश चौधरी,रूपाराम धनदे,खुमान सिंह सबसे कमजोर,हेमाराम चौधरी ,पदमाराम मजबूत*


*सट्टा बाजार में हरीश चौधरी,रूपाराम धनदे,खुमान सिंह सबसे कमजोर,हेमाराम चौधरी ,पदमाराम मजबूत*



*आगामी विधानसभा के लिए 7 दिसम्बर को होने वाले चुनाव में बाड़मेर जेसलमेर लोकसभक्षेत्र में नोखा सट्टा बाजार की रिपोर्ट में काफी उतार चढ़ाव दिख रहा है। उम्मीदवारों की घोषणा से पूर्व की स्थति में बदलाव आ रहा है।।चुनाव नजदीक आते आते परिस्थतियो में बदलाव से इनकार नही किया जा सकता।।नोखा सट्टा बाजार के आंकलन के अनुसार बाड़मेर विधान सभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्यासी मेवाराम जैन फील वक़्त भाजपा के कर्नल सोनाराम से बढ़त बनाये है तो शिव में अमीन खान मजबूत स्थति में है यहां भाजपा प्रत्यासी खुमान सिंह सबसे कमजोर माने जा रहे ।उन्हें सट्टा बाजार तीसरे नम्बर पर मांन रहे।।तो अमीन खान का मुकाबला आर एल पी के उदाराम से है।।तो गुड़ामालानी से हेमाराम चौधरी सबसे मजबूत माने जा रहे तो चोहटन से पदमाराम की स्थति भी प्रतिद्वंदी से काफी मजबूत मांन रहे।।सर्वाधिक चोंकाने वाली स्थति बायतु विधान सभा से कांग्रेस के दिग्गज हरीश चौधरी की है जो तीसरे नम्बर पर माने जा रहे।।।सर्वाधिक सट्टा इनके नाम पर लगा है। आर एल पी दूसरे स्थान पर बता रहा है सट्टा बाजार।।इधर सिवाणा में निर्दलीय बालाराम चौधरी को मजबूत माना जा रहा है। तो पचपदरा में अमराराम को भी कमजोर माना है। यहां मदन प्रजापत थोड़ी बढ़त पर है। जजेसलमेर विधानसभ क्षेत्र से सट्टा बाजार कांग्रेस प्रत्यासी रूपाराम धनदे को भाजपा प्रत्यासी सांग सिंह से काफी कमजोर माना गया। रूपाराम को भितरघात और कुछ अन्य कारणों से कमज़ोर मान रहे है।।यह आंकलन नोखा सट्टा बाजार का है।इसमें दिनों दिन परिस्थियों के अनुसार बदलाव भी आ सकता है।।ये आज की स्थति है।।।

*राहुल गांधी 26 को बाडमेर आएंगे,मानवेन्द्र होंगे साथ*

*राहुल गांधी 26 को बाडमेर आएंगे,मानवेन्द्र होंगे साथ*

*राष्ट्रीय कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी 26 नवम्बर को बाड़मेर आएंगे। जंहा बाड़मेर ,शिव,और चोहटन में सभा को संबोधित करेंगे।।राहुल गांधी के साथ मानवेन्द्र सिंह रहेंगे।*

बाड़मेर। चार साल में नहीं बढ़ी बीजेपी सांसद सोनाराम चौधरी की उम्र

बाड़मेर। चार साल में नहीं बढ़ी बीजेपी सांसद सोनाराम चौधरी की उम्र


बाड़मेर। बीजेपी सांसद कर्नल सोनाराम चौधरी ने बाड़मेर विधानसभा सीट के लिए भरे नामांकन पत्र के साथ शपथ पत्र में अपनी उम्र 73 साल लिखी है. उन्होंने मई 2014 के आम चुनाव में अपने शपथ पत्र में भी इतनी ही उम्र लिखी थी. यानी शपथ पत्रों के हिसाब से बीते लगभग साढे चार साल में सांसद की उम्र बिलकुल नहीं बढ़ी. सोनाराम के ये नामांकन पत्र और शपथ पत्र चुनाव आयोग की वेबसाइट पर उपलब्‍ध हैं. सोनाराम चौधरी ने इसी 19 नवंबर को बाड़मेर विधानसभा सीट से बीजेपी उम्‍मीदवार के रूप में अपना नामांकन दाखिल किया है।


2008 के विधानसभा चुनावों में चौधरी ने बाड़मेर जिले की बायतु विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था. तब शपथ पत्र में उन्‍होंने अपनी उम्र 65 साल बताई थी. इसके बाद 2013 में चौधरी ने उसी सीट से दुबारा चुनाव लड़ा. उस दौरान चौधरी ने अपनी उम्र 72 साल बताई. मतलब चौधरी की उम्र पांच साल में सात साल बढ़ गयी. चौधरी के यह शपथ पत्र भी चुनाव आयोग की वेबसाइट पर उपलब्‍ध हैं।

बता दें कि कर्नल सोनाराम चौधरी की गिनती मारवाड़ के कद्दावर जाट नेताओं के रूप में होती है. चौधरी 1996, 1998, 1999 में बाड़मेर लोकसभा सीट से कांग्रेस की टिकट पर चुनाव जीत कर संसद पहुंचे. इसके बाद 2004 के लोकसभा चुनावों में चौधरी पूर्व केन्‍द्रीय मंत्री जसवंत सिंह के पुत्र मानवेन्‍द्र सिंह के सामने चुनाव लड़े, लेकिन हार गए।


सोनाराम 2008 में बाड़मेर की बायतु विधानसभा सीट से कांग्रेस की टिकट पर चुनाव जीतकर विधानसभा में पहुंचे. इसके बाद 2013 में चौधरी ने इसी सीट पर चुनाव लड़ा, लेकिन हार गए. 2013 में विधानसभा का चुनाव हारने के बाद चौधरी 2014 के लोकसभा चुनावों से पहले कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए और बीजेपी के पूर्व वरिष्ठ नेता और केन्‍द्रीय मंत्री जसवंतसिंह को हराकर लोकसभा पहुंचे. बीजेपी ने 2018 के विधानसभा चुनावों में सांसद सोनाराम चौधरी को इस बार बाड़मेर विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में उतारा है।


बुधवार, 21 नवंबर 2018

*वसुंधरा राजे को घर मे घेरा मानवेन्द्र सिंह ने,* *दशकों बाद कांग्रेस प्रत्यासी मतदाताओं के बीच पहुंचा*

*वसुंधरा राजे को घर मे घेरा मानवेन्द्र सिंह ने,*

*दशकों बाद कांग्रेस प्रत्यासी मतदाताओं के बीच पहुंचा*

*वसुंधरा राजे विरोधी शैलेन्द्र यादव ,प्रमोद शर्मा,मुकुल चौधरी, किरण शेखावत का मिला साथ*


झालावाड़ मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के शासन ख़ौफ़ से विद्रोही हुए झालावाड़ के दिग्गज प्रमोद शर्मा,कॉन्ग्रेस के सशक्त दावेदार रहे शैलेन्द्र यादव,आईपीएस पंकज चौधरी की पत्नी मुकुला और सोसल एक्टिविस्ट किरण शेखावत ,आमिर मेव,कांग्रेस प्रत्यासी मानवेन्द्र सिंह को मजबूत करने स्वाभिमान की इस लड़ाई में उनके साथ हो गए।।पिछले चार सालों से मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और उनके सांसद पुत्र दुष्यंत सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार के उजागर कर क्रांति लाने वाले प्रमोद शर्मा ने सोमवार को मानवेन्द्र सिंह के हाथ मजबूत करने के लिए अपने हज़ारो कार्यकर्ताओ के साथ कांग्रेस जॉइन कर ली।।प्रमोद शर्मा झालावाड़ में खनिज घोटालों सहित कई बड़े भ्रष्टाचार के मामले उजागर कर उनके खिलाफ मोर्चा खोल हुए थे।।तो झालावाड़ में युथ आइडियल शैलेन्द्र यादव कालू भाई वसुंधरा राजे के खिलाफ लम्बे समय से मोर्चा खोल के बेठे थे मानवेन्द्र सिंह के समर्थन में खुलकर साथ आ गए।।शैलेन्द्र यादव किसी वक्त ठीक उसी तरह वसुंधरा राजे के सारथी थे जैसे सी पी जोशी के कल्याण सिंह थे।।शैलेन्द्र यादव ने कहा कि वसुंधरा राजे के कुशासन को उखाड़ फेंकना है तो हम एकजुट होकर वसुंधरा को पटखनी दे।।इसी तरह आईपीएस पंकज चौधरी की धर्मपत्नी मुकुला चौधरी और किरण शेखवत पहले से ही वसुंधरा राजे के खिलाफ चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुके थे मगर मानवेन्द्र सिंह के वसुंधरा के खिलाफ मैदान में उतरने की घोषणा कर चुकी थी।।इन दोनों ने भी वसुंधरा के खिलाफ इस जंग में मानवेन्द्र सिंह के साथ खड़े होकर झालावाड़ की राजनीति में भूचाल ले आये।।वसुंधरा राजे के खिलाफ सारे उम्मीदवार एक साथ मिल जाने से वसुंधरा राजे के माथे पर बल  पैदा कर दिए।।वसुंधरा राजे के खिलाफ मोर्चा खोल दिया।।किसी कांग्रेसी उम्मीदवार का वसुन्धराराजे के खिलाफ़ पहली बार किसी प्रत्यासी ने रोड शो किया।।लोग खुलकर सामने आए।।ग्रामीण क्षेत्रो में कॉन्ग्रेस के कार्यालय खुलने के बाद तो लोग मानवेन्द्र सिंह के समर्थन में खुलकर बाहर आये।।ये पहली बार हो रहा है कि प्रत्यासी मतदाताओं के बीच पहुंच रहा है।।ग्रामीणों ने पैंतीस साल से अपना प्रत्यासी नही देखा।।2003 चुनाव में रमा पायलट ने गम्भीरत और निष्ठा के साथ चुनाव लड़ा था ।।उसके बाद वसुंधरा कांग्रेस के उम्मीदवार ही आये।। झालावाड़ के लोग राजा साब और रानी साहिबा के नाम से ख़ौफ़ खाते थे ।वो ख़ौफ़ मानवेन्द्र सिंह के आने से खत्म हो गया।।कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में जो जोश और उत्साह है वो नई कहानी बयां करती है।।लम्बे समय से पिड़ावा के पूर्व प्रधान रामलाल चौहान घर पकड़ के बेठे थे।।इस बार मानवेन्द्र सिंह के साथ खुलकर आ गए।।दो दिन में झालावाड़ की फ़िज़ा के रंग बदल गए।।
*मानवेन्द्र सिंह का गांव गांव स्वागत*

मानवेन्द्र सिंह का पिड़ावा,पाटन,रायपुर,सहित कई गांवों में ग्रामीणों ने जोरदार स्वागत किया।।पिड़ावा में ग्रामीणों ने मानवेन्द्र सिंह को घोड़े पे बिठाकर अपने जोश और उत्साह जाहिर किया।।कार्यालयों के उद्घाटन में उमड़ी भीड़ सब कहानी बयां कर रही थी तो भाजपा छोड़ने वालो की गिनती करना बंद कर दी।।मानवेन्द्र सिंह के साथ प्रमोद शर्मा,शैलेन्द्र यादव,रामलाल चौहान, सहित कांग्रेस के पदाधिकारी और युवा टीम चल रही है।।

रविवार, 18 नवंबर 2018

बीकानेर झंवर का टिकट कटा,रामेश्वर डूडी ने चुनाव नही लड़ने का एलान किया

बीकानेर झंवर का टिकट कटा,रामेश्वर डूडी ने चुनाव नही लड़ने का एलान किया

बीकानेर। कांग्रेस द्वारा रविवार को जारी तीसरी लिस्ट ने बीकानेर संभाग की तीन-चार सीटों को प्रभावित करते हुए राजनीतिक भूचाल सा ला दिया है। बीकानेर पश्चिम से पूर्व में घोषित यशपाल गहलोत को हटाकर डा. बी.डी.कल्ला को दिए जाने व गहलोत को बीकानेर पूर्व क्षेत्र से प्रत्याशी घोषित किए जाने के बाद शहर में होली और दीपावली एक साथ बी.डी.कल्ला जिंदाबाद के नारे गूंजायमान हो रहे थे वहीं पूर्व क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी कन्हैयालाल झंवर को ‘भंवर’ में उलझाकर कांग्रेस पार्टी एक तरह से हाशिये पर आ गयी है क्योंकि राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष व नोखा के विधायक रामेश्वर डूडी ने झंवर के पक्ष में ऐलान कर दिया है कि यदि झंवर को पुन: बीकानेर पूर्व से टिकट नहीं दिया गया तो वे विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे।

*मानवेन्द्र सिंह सोमवार को झालरापाटन से हजारों समर्थकों के साथ नामांकन भरेंगे

*मानवेन्द्र सिंह सोमवार को झालरापाटन से हजारों समर्थकों के साथ नामांकन भरेंगे


झालावाड़ कांग्रेस के बहुचर्चित झालरापाटन प्रत्यासी मानवेन्द्र सिंह सोमवार को हजारों समर्थकों के साथ अपना नामांकन दाखिल करेंगे।।मानवेन्द्र सिंह की उम्मीदवारी से कांग्रेस में जोरदार उत्साह है।।मानवेन्द्र सिंह आज शाम जिला कॉन्ग्रेस कार्यालय झालरापाटन में मीटिंग लेंगे।।यह जानकारी कांग्रेस ब्लॉक प्रवक्ता जयंत मेहता ने दी।।स्वाभिमान सेना बड़ी तादाद में झालरापाटन पहुंच रही है।।मानवेन्द्र सिंह झालरापाटन पहुंच चुके है।मानवेन्द्र सिंह का झालरापाटन पहुंचने पर भव्य स्वागत कांग्रेस द्वारा किया गया।।

शनिवार, 17 नवंबर 2018

बिग ब्रेकिंग न्यूज़ सिवाना बागियों की और से बालाराम चौधरी लड़ेंगे

बिग ब्रेकिंग न्यूज़
सिवाना  बागियों की और से बालाराम चौधरी लड़ेंगे

सिवाना से कांग्रेस के बागी मोर्चे से विधायक प्रत्याशी के लिए बालाराम चौधरी का नाम फाइनल
19 नवम्बर को करेंगे नामांकन दाखिल

*राजस्थान चुनाव का महासंग्राम।।जानिए झालरापाटन का चुनावी गणित* *वसुंधरा राजे के घर जाकर मानवेन्द्र की चुनोती*

*राजस्थान चुनाव का महासंग्राम।।जानिए झालरापाटन का चुनावी गणित*

*वसुंधरा राजे के घर जाकर मानवेन्द्र की चुनोती*

*चन्दन सिंह भाटी बाडमेर न्यूज़ ट्रैक के लिए*

*झालावाड़ रियासत के हिस्सा झालरापाटन।।अभी तक पिछड़ा इलाका माना जाता है।वसुंधरा राजे 2003 से विधायक है यहां फिर भी बिकास नही ।।

इस बार कांग्रेस ने पूर्व केंद्रीय मंत्री जसवंत सिंह के पुत्र पूर्व सांसद विधायक मानवेन्द्र सिंह को मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के सामने उतार कर लम्बे समय से चली आ रही वसुंधरा राजे जसवंत सिंह परिवार की जंग को हवा देकर महासंग्राम का एलान किया।।मुकाबला रोचक होने के साथ दुनिया भर की निगाहें इस सीट पर रहेगी।।

झालावाड़ जिले के झालरापाटन, खानपुर, और मनोहर थाना पर सत्ताधारी बीजेपी का कब्जा है. झालावाड़ मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का गृह क्षेत्र है और उनके पुत्र दुष्यंत सिंह यहां से सांसद हैं.

झालावाड़ मालवा के पठार के एक छोर पर बसा जिला है जिसमें झालावाड़ और झालरापाटन दो पर्यटन स्थल हैं. इन दोनों शहरों की स्थापना 18वीं शताब्दी के अंत में झाला राजपूतों द्वारा की गई थी. इसलिए इन्हें 'जुड़वा शहर' भी कहा जाता है. इन दोनों शहरों के बीच 7 किमी की दूरी है. यह दोनों शहर झाला वंश के राजाओं की समृद्ध रियासत का हिस्सा था.

झालरापाटन विधानसभा क्षेत्र संख्या 198 की बात करें तो यह सामान्य सीट है जिसका प्रतिनिधित्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे लगातार तीसरी बार कर रहीं है. 2011 की जनगणना के अनुसार यहां की जनसंख्या 391746 है जिसका 70.07 प्रतिशत हिस्सा ग्रामीण और 29.93 प्रतिशत हिस्सा शहरी है. वहीं कुल आबादी का 17.67 फीसदी अनुसूचित जाति और 8.5 फीसदी अनुसूचित जनजाति हैं.


2017 की वोटर लिस्ट के अनुसार झालरापाटन में मतदाताओं की संख्या 231013 है और 288 पोलिंग बूथ हैं. 2013 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर 79.12 फीसदी मतदान हुआ था. वहीं 2014 के लोकसभा चुनाव में 70.06 फीसदी मतदान हुआ था. मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे 2003 से इस सीट पर लागातार काबिज हैं. साल 2003 में कांग्रेस ने वसुंधरा के खिलाफ राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष सचिन पायलट की मां रमा पायलट को मैदान में उतारा था. लेकिन रमा पायलट 27375 वोटों के अंतर से चुनाव हार गईं.

2013 विधानसभा चुनाव का परिणाम

साल 2013 के विधानसभा चुनाव में झालरापाटन में दो राज परिवारों के बीच चुनावी संघर्ष देखने के मिला. वसुंधरा राजे ने कांग्रेस की पूर्व विधायक मीनाक्षी चंद्रावत को 60896 वोटों के भारी अंतर से पराजित किया. वसुंधरा राजे को 114384 और कांग्रेस की मीनाक्षी चंद्रावत को 53488 वोट मिले थे. मीनाक्षी चंद्रावत हरीगढ़ के पूर्व महाराजा धनसिंह चंद्रावत की पुत्री हैं.

2008 विधानसभा चुनाव का परिणाम

साल 2008 के विधानसभा चुनाव में वसुंधरा राजे ने कांग्रेस के मोहन लाल को 32581 मतो से शिकस्त दी. बीजेपी से वसुंधरा राजे को 81593 और कांग्रेस से मोहन लाल को 49012 वोट मिले थें.

*झालरापाटन का जातिगत समीकरण*

झालरापाटन विधानसभा में जातीय समीकरण निम्न प्रकार है।।

1 दाँगी 32700
2 मुस्लिम 42000
3 ब्राह्मण 27000
4 नागर धाकड़ 24300
5  गुर्जर 20000 ( करीब)
6 पाटीदार 16000
7 राजपूत 14800
8 राठोर 9000
9 जैन 7000
10 वेशय 12000
11  एससी 42000
12 एसटी 6500

शिव से अमीन खान ने भरा पर्चा, बोले सिवाना से टिकट पर दुबारा सोचे पार्टी

शिव से अमीन खान ने भरा पर्चा, बोले सिवाना से टिकट पर दुबारा सोचे पार्टी


बाड़मेर। राजस्थान में सबसे ज्यादा बार कॉंग्रेस की टिकट पाने वाले कॉंग्रेस के कद्दावर नेता अमीन खान ने बाड़मेर की शिव विधानसभा से शनिवार की रोज अपना नामांकन पत्र भरा। राजस्थान के सबसे बड़े विधानसभा से अमीन खान ने हजारों समर्थको के साथ पर्चा भरने के साथ आम सभा को भी संबोधित किया। बाड़मेर की हॉट सीट मानी जानी वाली शिव विधानसभा क्षेत्र से साल 1980 से लगातार प्रत्याशी रहे कॉंग्रेस के अमीन खान ने शनिवार को गाजे बाजे के साथ अपना नामांकन पत्र उप जिला निर्वाचन अधिकारी के सामने अपना पर्चा दाखिल किया। नामांकन पत्र को दाखिल करने के बाद उन्होंने सिवाना में पार्टी ने जिसे प्रत्याशी बनाया है उस पर पार्टी को फिर विचार करना होगा। वहाँ प्रत्याशी का जबरदस्त विरोध हो रहा है। अमीन खान के नामांकन पत्र भरने के दौरान उनके साथ चित्रा सिंह , बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन, युवा नेता आजाद सिंह के साथ कई लोग मौजूद रहे। नामांकन पत्र भरने के बाद आयोजित जन सभा को तीन दर्जन से अधिक वक्ताओं ने संबोधित किया और आम जनता से विधानसभा चुनावों में कॉंग्रेस को अधिक से अधिक संख्या में जितवाने का आह्वान किया।

अमीन खान शिव विधायक के लिए इमेज परिणाम

बाड़मेर। वसुंधरा को घर मे घेरने का कांग्रेस ने उन्हें मौका दिया - चित्रासिंह

बाड़मेर। वसुंधरा को घर मे घेरने का कांग्रेस ने उन्हें मौका दिया - चित्रासिंह  


बाड़मेर। राजस्थान की सबसे बड़ी सीट मानी जाने वाली झालावाड़ की झालरापाटन सीट से कॉंग्रेस ने मास्टर स्ट्रॉक खेला है। यहाँ पर कद्दावर राजपूत नेता मानवेन्द्र सिंह को मैदान में उतारा है। मानवेन्द्र के प्रत्याशी घोषित होने के बाद मानवेन्द्र सिंह की पत्नी चित्रा सिंह ने कहा कि क्षत्रियों ने हमेशा बड़े चैलेंज को स्वीकार किया है और वसुंधरा के सामने चुनाव को भी हम चैलेंज के रूप में स्वीकार करेंगे।

चित्रा सिंह जसोल के लिए इमेज परिणाम

शिव विधानसभा के कांग्रेस के प्रत्याशी अमीन खां के नामांकन सभा मे मानवेन्द्रसिंह जसोल की पत्नी चित्रासिंह जसोल भी पहुंची थी। जब उनसे पूछा गया कि मानवेन्द्रसिंह जसोल मुख्यमंत्री वसुंधरा के सामने कांग्रेस ने चुनावी में उतारा है तो, चित्रासिंह जसोल ने कहा कि वसुंधरा को घर मे घेरने का कांग्रेस ने उन्हें मौका दिया है। इससे बड़ा कोई मौका हो नही सकता, उन्होंने कहा कि जीत की ओर अग्रसर होने के लिए हम पूरी कोशिश करेंगे। वसुंधरा के सामने चुनाव चैलेंज- चैलेंज के सवाल पर उन्होंने कहा कि हम क्षत्रिय है, क्षत्रियों ने हमेशा बड़े चैलेंज को स्वीकार किया है और वसुन्धरा के सामने भी चुनाव लड़ने के चैलेंज को हम स्वीकार कर रहे है और जीतने की पूरी कोशिश करेंगे। मानवेन्द्र सिंह के झालरापाटन से चुनाव रण मे उतरने से वसुंधरा राजे को उनके ही घर मे घेरने की कॉंग्रेस की रणनीति ने नए सियासी तूफान को हवा दे दी है। अब भाजपा को खुद के घर मे कड़ी चुनोती मिलेगी यह तय है।

बाड़मेर। सरहदी क्षेत्र में फिर गूंजे " कमल का फूल हमारी भूल के नारे " चौहटन विधायक कागा ने भाजपा से इस्तीफा देते हुए सक्रीय राजनीति कहा अलविदा

बाड़मेर। सरहदी क्षेत्र में फिर गूंजे " कमल का फूल हमारी भूल के नारे  " चौहटन विधायक कागा ने भाजपा से इस्तीफा देते हुए सक्रीय राजनीति कहा अलविदा 


बाड़मेर। विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस और भाजपा में टिकटों के बाद घमासान मचा हुआ है बाड़मेर में कल सिवाना विधानसभा सीट पर कांग्रेस की प्रत्याशी का जमकर विरोध हुआ तो वही आज चौहटन विधानसभा सीट पर वर्तमान में भाजपा के विधायक ने अपना इस्तीफा भेज कर राजनीति से संन्यास लेकर भाजपा को करारा झटका दे दिया। तरुण राय कागा के साथ भाजपा के कई कार्यकर्ताओं ने एक बैठक एक बैठक की जिसमें नेताओं ने साफ तौर पर कहा कि आदूराम मेघवाल जो कि भाजपा के चौहटन विधानसभा से प्रत्याशी है उसका विरोध किया और जमकर नारेबाजी करते हुए साफ तौर पर कहा कि कमल का फूल हमारी भूल इस तरीके से भाजपा का चौहटन विधानसभा में जो प्रत्याशी है उसका विरोध होना शुरू हो गया है।


तरुण राय कागा चौहटन के लिए इमेज परिणाम
जो कि भाजपा के लिए आने वाले दिनों में खतरे की घंटी हो सकता है वहीं भाजपा के दर्जनोभर कार्यकर्ताओं ने जमकर भाजपा के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कांग्रेस का समर्थन करते हुए का कि हम लोग कांग्रेस में जा रहे हैं क्योंकि हम मानवेंद्र सिंह को आने वाले दिनों में सपोर्ट करेंगे। वर्तमान में बाड़मेर जिले में 7 विधानसभा सीटों में से भाजपा के पास 6 विधानसभा सीट है उसमें चौहटन भी शामिल है जिस तरीके से चौहटन में बगावत भाजपा के लिए हुई है। वह भाजपा के लिए आने वाले हैं दिनों में खतरे की घंटी है साथ ही भाजपा के भाजपा के युवा कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने सामूहिक भाजपा से इस्तीफा देकर कांग्रेस का दामन थाम लिया है जो कि कांग्रेस के लिए चुनावी राह को आसान कर चुका है। बीते 5 साल से भाजपा की विधायकी की कमान संभाल रहे तरुण राय कागा के भाजपा से इस्तीफे के बाद अब देखने वाली बात होगी कि भाजपा इस डेमेज को कैसे कंट्रोल कर पाती है।